शहरीकरण और इसके परिणामस्वरूप पड़ने वाले प्रभाव

प्रश्न: तीव्र शहरीकरण न केवल शहरी क्षेत्रों के अभावों को दूर करने की मांग करता है अपितु इसके कारण ग्रामीण […]...

भारत में वृद्धों की बढ़ती जनसंख्या का संक्षिप्त विवरण एवम उनके समक्ष आने वाली बाधायें

प्रश्न: वृद्धों की देखभाल सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों हेतु तेजी से चिंता के एक नाजुक विषय के रूप में […]...

भारत में शहरी अपराधों में वृद्धि : शहरी अपराधों में वृद्धि के कारक

प्रश्न: शहरी अपराधों में बढ़ोत्तरी भारत में शहरीकरण की अनियोजित और तीव्र प्रकृति की विकटता का सूचक है। चर्चा कीजिए। साथ […]...

भारत में बाल लिंगानुपात (CSR) : भारत में निम्न CSR के सामाजिक-आर्थिक, जननांकिकीय और सांस्कृतिक निहितार्थ

प्रश्न: विभिन्न कारणों से बाल लिंगानुपात में गिरावट, विकट सामाजिक-आर्थिक, जननांकिकीय और सांस्कृतिक निहितार्थों के साथ, एक गंभीर समस्या है। भारतीय […]...

शहरीकरण और औद्योगिकीकरण : सामान्य रूप से जाति आधारित स्तरीकरण को प्रभावित कर रहा है

प्रश्न: यह कल्पना की जाती है कि औद्योगिकीकरण के साथ शहरीकरण, जाति-आधारित व्यवस्था के स्तरीकरण में कुछ आवश्यक बदलाव को अभिप्रेरित […]...

भारत में शहरी आबादी और शहरी गरीबी : इस समस्या के समाधान हेतु सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदम

प्रश्न: शहरी जनसंख्या में सार्थक वृद्धि को देखते हुए, यह महत्वपूर्ण है कि भारत में लोक नीति द्वारा शहरी गरीबी […]...

भारत में नीति-निर्माण में जनसांख्यिकीय भिन्नता (डेमोग्राफिक डाइवर्जेस)

प्रश्न: एक युवा प्रधान उत्तर और एक प्रौढ़ दक्षिण एवं पश्चिम का एक उभरता हुआ प्रतिरूप दृष्टिगत हो रहा है। […]...

धर्मनिरपेक्षता की भारतीय अवधारणा

प्रश्न: क्या राज्य द्वारा सभी धर्मों के प्रति एक समान आदर और सार्वजनिक संस्थागत प्रक्रियाओं से धर्म के पृथक्करण संबंधी धर्मनिरपेक्षता […]...

वैश्वीकरण : भारतीय समाज के सन्दर्भ में राष्ट्रीय संप्रभुता, स्थानीय संस्कृति और सामाजिक-आर्थिक स्थिरता पर इसके प्रभाव

प्रश्न: वैश्वीकरण एक दोधारी तलवार है, जो एक ओर आर्थिक संवृद्धि को सुनिश्चित करता है किन्तु दूसरी ओर, राष्ट्रीय संप्रभुता […]...

सतत विकास लक्ष्य(SDGs) : जनसंख्या गतिकी और भविष्य की रणनीतियां

प्रश्न: सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति अन्य कारकों के साथ-साथ विकास रणनीति के निर्माण पर, जो वर्तमान और भविष्य की जनसंख्या […]...