Category: भारतीय संस्कृति
यक्षगान एक पारंपरिक लोक नृत्य है जो कर्नाटक के तटीय जिलों और केरल के कासारगोड जिले के उत्तरी क्षेत्र में […]...
थारू समुदाय तराई निम्न भूमि (शिवालिक या लघु हिमालय के बीच) में निवास करता है। थारू भारत और नेपाल दोनों […]...
प्रश्न: पल्लव और चोल दोनों ने दक्षिण भारत के संरचनात्मक मंदिरों के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उदाहरणों के […]...
प्रश्न: प्रथम शताब्दी ईस्वी के आसपास विकसित होने वाली गांधार, मथुरा और अमरावती कला शैलियों की सुस्पष्ट विशेषताओं को प्रस्तुत कीजिए। […]...
प्रश्न: भारत में गुहा स्थापत्य न केवल हमें प्राचीनकालीन परम्पराओं और रीति-रिवाजों की जानकारी प्रदान करता है, अपितु यह सरंचनात्मक अभियांत्रिकी […]...
प्रश्न: भारत की कुछ शास्त्रीय और लोक नृत्य शैलियां मार्शल आर्ट्स और मंदिर अनुष्ठानों का एक अनूठा मिश्रण हैं। स्पष्ट […]...
प्रश्न: यूनेस्को के एटलस ऑफ़ वर्ल्ड लेंग्वेजेज इन डेंजर के अनुसार, भारत में 197 भाषाओं के इंडेंजर्ड (लुप्तप्राय) होने की […]...
प्रश्न: यद्यपि दक्कन क्षेत्र में ऐसे मन्दिर हैं जो स्पष्ट रूप से नागर या द्रविड़ शैलियों पर आधारित हैं, तथापि […]...
प्रश्न: निम्नलिखित पर एक संक्षिप्त लेख (टिप्पणी) लिखिए: (a) Phad (फड़) (b) Pattachitra (पट्टचित्र) (c) Yaksha Gana (यक्षगान) (d) Chhau […]...
प्रश्न: बौद्ध धर्म ने न केवल भारतीय दर्शन को समृद्ध किया बल्कि प्राचीन भारतीय कला एवं स्थापत्य पर एक अमिट […]...