भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम : स्वतंत्रता के उपरांत औद्योगिक विकास

प्रश्न: स्वतंत्रता के उपरांत सार्वजनिक क्षेत्रक के उद्यम औद्योगिक विकास की रीढ़ बने, लेकिन बदलते समय के साथ उनकी भूमिका […]...

दोहरे तुलन पत्र (ट्विन बैलेंस शीट) समस्या की संक्षेप में चर्चा

प्रश्न: NPAS एवं धोखाधडी की बढ़ती घटनाओं के चलते, दोहरे तुलन पत्र (ट्विन बैलेंस शीट) की समस्या में अत्यधिक वृद्धि […]...

भारतीय वित्तीय प्रणाली में NBFCs की भूमिका

प्रश्न: NBFCS हमारे SME परिवेश को सुदृढ करने एवं आर्थिक विकास में योगदान करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती […]...

सामाजिक सुरक्षा कवर : समावेशी विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है

प्रश्न: सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना, विशेषकर उन लोगों को जो असंगठित क्षेत्र में कार्यरत हैं, समावेशी विकास के लक्ष्य को […]...

विशेष प्रयोजन वाहन (स्पेशल पर्पस व्हीकल:SPVs) की अवधारणा

प्रश्न: विशेष प्रयोजन वाहन (स्पेशल पर्पस व्हीकल:SPVs) तेजी से अवसंरचना क्षेत्रक में परियोजनाओं हेतु निधियों (फंड्स) को दिशा प्रदान करने […]...

‘ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस’ : सूचकांक में भारत की रैंकिंग को बेहतर बनाने में योगदान करने वाले सुधारों पर चर्चा 

प्रश्न: विश्व बैंक के ‘ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस’ सूचकांक में भारत की रैंकिंग को बेहतर बनाने में योगदान करने वाले […]...

भारत में औद्योगिक संवृद्धि : 1991 की औद्योगिक नीति (NIP) के पश्चात् एक नई औद्योगिक नीति की ‘जरूरत’ या आवश्यकता

प्रश्न: औद्योगिक संवृद्धि को बाधित करने वाली प्रमुख चुनौतियों के संदर्भ में, उद्योग को संवृद्धि के वाहक के रूप में […]...

मानव पूँजी की अवधारणा तथा आर्थिक विकास में मानव पूँजी की भूमिका

प्रश्न: किसी देश के आर्थिक विकास में मानव पूंजी की भूमिका की व्याख्या करते हुए, भारत में मानव पूंजी निर्माण […]...

चौथी औद्योगिक क्रांति : समावेशी विकास

प्रश्न: चौथी औद्योगिक क्रांति में सफल होने के लिए समावेशी विकास को प्रोत्साहित करने वाली नीति एवं संस्थागत परिवेश के सुदृढीकरण […]...

भारत में निवेश : निरंतर विकास हेतु निवेश को पुनर्जीवित करने के लिए आवश्यक कदम

प्रश्न: भारत में निवेश दर, 21वीं सदी के प्रथम दशक के मध्य में एक ऐतिहासिक उछाल के उपरांत निरंतर घटती […]...