Category: आंतरिक सुरक्षा

पारं-राष्ट्रीय संगठित अपराधों (TOCs) और इसकी अभिव्यक्ति के विभिन्न रूपों के संबंध में संक्षिप्त चर्चा

प्रश्न: पार-राष्ट्रीय संगठित अपराधों (ट्रांसनेशनल ऑर्गेनाइज्ड क्राइम्स: TOCs) को रोकने, पता लगाने, जाँच करने और अभियोजित करने में आने वाली […]...

हिन्द महासागर में एक वास्तविक सुरक्षा प्रदाता बनने हेतु भारत के दृष्टिकोण

प्रश्न: उदाहरण देते हुए, सविस्तार वर्णन कीजिए कि किस प्रकार हिन्द महासागर क्षेत्र में वास्तविक सुरक्षा प्रदाता (नेट सिक्यूरिटी प्रोवाइडर) बनने […]...

भारत की भूआकृति : आतंकवाद विरोधी प्रयासों के समक्ष एक चुनौती

प्रश्न: भारत की भूआकृति किस प्रकार इसके आतंकवाद विरोधी प्रयासों के समक्ष एक चुनौती प्रस्तुत करती है? इन चुनौतियों से निपटने […]...

राज्यों में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती के कारणों का संक्षेप में उल्लेख

प्रश्न: राज्य में केंद्रीय सशक्त बलों की तैनाती एक विवादास्पद मुद्दा रहा है। इसमें सम्मिलित मुद्दों का उल्लेख कीजिए और […]...

विस्तृत दक्षिण एशियाई क्षेत्र के भौगोलिक विस्तार का संक्षेप में उल्लेख

प्रश्न: विस्तृत दक्षिण एशियाई क्षेत्र में अस्थिरता का भारत की आंतरिक सुरक्षा पर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण कीजिए। ऐसे […]...

सीमा प्रबंधन में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) : अवसंरचना संबंधी कमियों और ख़राब कार्मिक प्रबंधन

प्रश्न: सीमा प्रबंधन में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) कौन-सी भूमिका का निर्वहन करते हैं? साथ ही, CAPFs द्वारा सामना की […]...

भारत की जटिल सुरक्षा चुनौतियों का संक्षिप्त परिचय

प्रश्न: भारत की जटिल सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए, UAVs में कई मोर्चों पर भारतीय सशस्त्र बलों की सहायता करने […]...

सीमा सुरक्षा को सुदृढ़ करने हेतु भारत की आवश्यकताओं के बारे में संक्षिप्त परिचय

प्रश्न: सीमा चौकसी की पारम्परिक विधियों का संवर्द्धन करने हेतु तकनीकी समाधान आवश्यक हैं। इस संदर्भ में, व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंधन […]...

NIA अधिनियम और UAPA अधिनियम : भारत के लिए आतंकवाद के बढ़ते खतरे

प्रश्न: आतंकवाद का मुकाबला करने हेतु NIA अधिनियम और UAPA अधिनियम में हाल ही में किए गए संशोधनों के महत्व की […]...

राष्ट्रीय सुरक्षा के संबंध में बदलते परिदृश्य : भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा संरचना के आधुनिकीकरण के लिए उठाए गए कदम

प्रश्न: वर्तमान और भावी (उभरते) खतरों से निपटने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा संरचना को पर्याप्त सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। […]...