सीमा प्रबंधन में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) : अवसंरचना संबंधी कमियों और ख़राब कार्मिक प्रबंधन

प्रश्न: सीमा प्रबंधन में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) कौन-सी भूमिका का निर्वहन करते हैं? साथ ही, CAPFs द्वारा सामना की जा रही अवसंरचना संबंधी कमियों और ख़राब कार्मिक प्रबंधन की समस्याओं का सविस्तार वर्णन करते हुए, इन मुद्दों से निपटने के उपाय सुझाइए।

दृष्टिकोण

  • उत्तर के आरम्भ में, सीमा प्रबंधन में CAPFs द्वारा निभाई जाने वाली भूमिका और अधिदेश का संक्षिप्त उल्लेख कीजिए। 
  • तत्पश्चात CAPFs के समक्ष व्याप्त कमियों और खराब कार्मिक प्रबंधन को रेखांकित कीजिए।
  • अंत में इन मुद्दों से निपटने के उपायों का सुझाव दीजिए।

उत्तर

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs) भारत के पांच सुरक्षा बलों, यथा- सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) और सशस्त्र सीमा बल (SSB) का संयुक्त नामकरण है। ये सभी सुरक्षा बल गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करते हैं।

ये बल (विशेष रूप से CRPF), सांप्रदायिक दंगों, विद्रोह और सीमावर्ती संघर्ष जैसी विशेष परिस्थितियों में राज्य पुलिस की सहायता और समर्थन करते हैं। BSF, ITBP और SSB समेत, इनमें से अधिकांश बलों की स्थापना भारत-चीन युद्ध,1962 के परिणामस्वरूप हुई थी। सीमा प्रबंधन में इन बलों की निम्नलिखित भूमिका है:

  • ITBP को चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के साथ भारत की सीमा की रक्षा करने का अधिदेश प्राप्त है।
  • SSB का कार्य भारत की निर्दिष्ट सीमाओं की सुरक्षा तथा सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के मध्य सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना है।
  • BSF विश्व का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है और यह युद्ध एवं शांति, दोनों स्थितियों में अपनी भूमिका का निर्वहन करता है।

हालांकि, ये सुरक्षा बल कई अंतर्निहित समस्याओं से ग्रस्त हैं जो विशेष रूप से CRPF और BSF में तथा निचले स्तर के कर्मियों में उच्च तनाव का कारण बनती हैं।

ये समस्याएँ निम्नलिखित हैं:

  • अनियमित तैनाती, नौकरी से असंतोष, पदोन्नति के अवसरों में कमी, वरिष्ठों की उदासीनता, समय पर अवकाश की स्वीकृति का अभाव और बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं तथा आंतरिक शिकायत निवारण तंत्र की अनुपस्थिति।
  • अधिकारियों को गतिहीनता का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि जहाँ एक ओर पर्याप्त पदों की कमी है, वहीं शीर्ष पदानुक्रम के उच्च पदों में से अधिकांश पद प्रतिनियुक्ति (IPS अधिकारियों) द्वारा भरे जाते हैं।
  • निचले स्तर पर संसाधनों, उपकरणों और समर्थन संरचनाओं की कमी।
  • गृह मंत्रालय के अनुसार,केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लगभग 700 कर्मियों ने पिछले छह वर्षों में स्थिरता का अभाव, अकेलेपन और घरेलू संघर्ष जैसे कारणों के चलते आत्महत्या की है, जो कार्रवाई में मारे गए सुरक्षा कर्मियों की तुलना में अधिक है।

सुझाव:

  • मौजूदा शिकायत निवारण तंत्र को व्यापक बनाना।
  • सेवा शर्तों की समीक्षा करना क्योंकि कुछ CAPFs अत्यधिक दबावग्रस्त हैं और अधिकांश समय गतिशील रहते हैं। 
  • अवसंरचनात्मक कमियों को संबोधित करना (उदाहरण के लिए आवास, परिवहन, हथियार और गोला-बारूद) तथा विलंबकारी खरीद प्रक्रियाओं का परिष्करण।
  • IPS अधिकारियों को प्रमुख पद देने की व्यवस्था की समीक्षा की जानी चाहिए। कार्य के भार को प्रबंधित करने के लिए CAPFs के खुले विस्तार (open-ended expansion) की नीति की समीक्षा की जानी चाहिए और CAPFs पर निर्भरता को कम करने के लिए राज्य स्तर पर पर्याप्त पुलिस बल सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

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