Category: नीतिशास्त्र

भारत में समलैंगिकता : भारत में समलैंगिकता के प्रति वर्तमान अभिवृत्ति को प्रभावित करने वाले कारक

प्रश्न: भारत में समलैंगिकता के प्रति राज्य और समाज की समकालीन अभिवृति को प्रभावित करने वाले कारक क्या हैं? साथ […]...

मनुष्य के राजनीतिक प्राणी होने के संदर्भ में समाज में राज्य की भूमिका पर चर्चा

 प्रश्न: “मनुष्य स्वभावतः एक राजनीतिक प्राणी है।” समाजिक जीवन में अरस्तू के राज्य संबंधी विचार के सन्दर्भ में व्याख्या कीजिए। दृष्टिकोण […]...

केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियमावली, 1964 का संक्षिप्त परिचय : सरकारी नीतियों की आलोचना पर प्रतिबन्ध

प्रश्न: “सरकार की नीतियों की आलोचना का पूर्णतया निषेध अमान्य और शून्य है, और यदि आलोचना करने वाला व्यक्ति एक […]...

भारतीय शिक्षा प्रणाली : शिक्षा की प्राप्ति हेतु बुद्धिमत्ता एवं चरित्र निर्माण को सम्मिलित करने के उपाय

प्रश्न:  “बुद्धिमत्ता (प्रज्ञता ) के साथ चरित्र निर्माण – सही शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए”।आकलन कीजिए कि क्या वर्तमान शिक्षा प्रणाली […]...

‘अंत्योदय के माध्यम से सर्वोदय तक पहुंचना’ : नागरिकों, व्यवसायों एवं सरकार के लिए इसकी समकालीन प्रासंगिकता पर चर्चा

 प्रश्न: नैतिक जीवन में दैनिक दुविधाओं का समाधान करने के एक साधन रूप में गांधीजी के मंत्र की समकालीन प्रासंगिकता […]...

भारतीय नौकरशाही की कार्य संस्कृति : सरकार के आकार को घटाने और कुछ सेवाओं का निजीकरण करने के पक्ष और विपक्ष दोनों पर चर्चा

प्रश्न: नौकरशाही कार्य संस्कृति और कार्यदक्षता में सुधार लाने के लिए, सरकार का आकार छोटा करने और कुछ सेवाओं का निजीकरण […]...

लिविंग विल और इसकी प्रकृति : व्यक्ति के साथ-साथ सामाजिक परिप्रेक्ष्य के संदर्भ में इसके क्रियान्वयन में उत्पन्न होने वाली नैतिक दुविधा

प्रश्न: मरणांतक (टर्मिनल) के साथ-साथ मानसिक रोगों के संबंध में बढ़ती जागरुकता ने “लिविंग विल” के विचार को स्वीकृति प्रदान की […]...

शासन व्यवस्था में ईमानदारी : लोक सेवा की अवधारणा

लोक सेवा (Public Service)  ‘लोक सेवा’ कहने मात्र से कई अर्थ प्रतिध्वनित होते हैं। प्रथमतः, यह जनता की आवश्यकताओं की […]...