Month: January 2020

संयुक्त वन प्रबंधन (JFM) : संयुक्त वन प्रबंधन में सरकारी प्राधिकारियों के साथ स्थानीय समुदायों की भागीदारी के महत्व

प्रश्न: संयुक्त वन प्रबंधन (JFM) क्या है? वन वासियों और सीमांत वन समुदायों की आजीविका में सुधार लाने की इसकी […]...

वायु प्रदूषण के स्रोत : घरों के भीतर वायु गुणवत्ता में सुधार लाने में सामने आने वाली चुनौतियां

प्रश्न: भारतीय घरों में, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, वायु की गुणवत्ता कई कारकों से प्राणघातक है। इस संदर्भ में, घरों […]...

PAT योजना : ऊर्जा-गहन उद्योगों के लिए उपभोग में दक्षता

प्रश्न: PAT योजना ऊर्जा-गहन उद्योगों के लिए उपभोग में दक्षता को किस प्रकार आकर्षक बनाती है? इसके अब तक के […]...

भवनों में ऊर्जा दक्षता : तीव्र शहरीकरण से उत्पन्न होने वाले ऊर्जा संकट

प्रश्न: भवनों में ऊर्जा दक्षता को भारत के शहरीकरण की रणनीति के केंद्र में रखने की आवश्यकता है। टिप्पणी कीजिए। […]...

भारत में प्लास्टिक अपशिष्ट की स्थिति : प्लास्टिक अपशिष्ट एक प्रमुख पर्यावरणीय और लोक स्वास्थ्य संबंधी समस्या

प्रश्न: भारत में, विशेषकर शहरी क्षेत्रों में, प्लास्टिक अपशिष्ट एक प्रमुख पर्यावरणीय और लोक स्वास्थ्य संबंधी समस्या है। स्पष्ट कीजिए। […]...

‘गोल्डन फाइबर’ : भारत में ‘गोल्डन फाइबर’ उद्योग के वितरण पैटर्न में आए परिवर्तन

प्रश्न: विगत आधी सदी के दौरान भारत में ‘गोल्डन फाइबर’ उद्योग के वितरण पैटर्न में आए परिवर्तन का आकलन कीजिए। […]...

मरुस्थलीकरण की परिभाषा : भारत में मरुस्थलीकरण के बढ़ने के प्रमुख कारण

प्रश्न: भारत में मरुस्थलीकरण से प्रभावित हो रहे क्षेत्रों की पहचान कीजिए। इसके प्रमुख कारणों का उल्लेख करते हुए, इसका मुकाबला […]...

लौह एवं इस्पात उद्योग की अवस्थिति : उद्योगों के तटीय क्षेत्रों की ओर क्रमिक स्थानान्तरण के कारण

प्रश्न: लौह एवं इस्पात उद्योग की अवस्थिति अनेक कारकों पर निर्भर करती है। उदाहरण सहित चर्चा कीजिए। साथ ही, समय […]...

अंतः उष्ण कटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (ITCZ) : ITCZ पेटी के वार्षिक परिवर्तन और स्थानांतरण एवं भारत के लिए इसके महत्व

प्रश्न: अंतः उष्ण कटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (ITCZ) से आप क्या समझते हैं? ITCZ पेटी के वार्षिक परिवर्तन और स्थानांतरण एवं भारत […]...

जलभृत एवं जलभृत प्रणालियों के अर्थ : उनकी संधारणीयता और इस संबंध में उठाए गए कदम

प्रश्न: देश में जलभृत (एक्विफर) प्रणालियों को सीमांकित करने की आवश्यकता का अनुभव किया जा रहा है, ताकि उनकी संधारणीयता संबंधी […]...