1. निम्नलिखित में से किसने 1920 के नागपुर के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में असहयोग के प्रस्ताव को प्रस्तावित किया था?
(a) सी.आर. दास ने
(b) एनी बेसेंट ने
(c) बी.सी. प्राल ने
(d) मदन मोहन मालवीय ने
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) सी.आर. दास ने
- सितंबर 1920 में गांधी जी ने कलकत्ता की एक बैठक में असहयोग की योजना का सुझाव दिया, लेकिन सीआर दास ने इसका विरोध किया।
- दिसंबर में नागपुर में कांग्रेस के वार्षिक अधिवेशन में इस पर चर्चा हुई और सभी ने इसे स्वीकार कर लिया।
- आश्चर्य की बात यह है कि सीआर दास ने ही नागपुर अधिवेशन में असहयोग प्रस्ताव पेश किया था।
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2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पहला असहयोग आंदोलन किस वर्ष में शुरू किया था?
(a) 1917
(b) 1918
(c) 1920
(d) 1928
[M.P. P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (c) 1920
- सितंबर 1920 में, गांधी ने कलकत्ता में कांग्रेस की एक बैठक में असहयोग प्रस्ताव पेश किया, लेकिन सी. आर. दास ने इसका विरोध किया।
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3. महात्मा गांधी द्वारा चलाया गया प्रथम जन आंदोलन था-
(a) असहयोग आंदोलन
(b) नमक आंदोलन
(c) भारत छोड़ो आंदोलन
(d) नील आंदोलन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (a) असहयोग आंदोलन
- 1917 में, महात्मा गांधी ने नील की खेती करने वालों की मदद के लिए बिहार के चंपारण जिले में चंपारण आंदोलन शुरू किया।
- इसके बाद 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ, जो 1922 तक चला और इसे गांधीजी के नेतृत्व वाले पहले जन आंदोलन के रूप में देखा जाता है।
- यह 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के बाद से भारत के स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख घटनाओं में से एक थी।
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4. खिलाफत के प्रश्न पर असहयोग आंदोलन कब शुरू हुआ?
(a) 1918
(b) 1920
(c) 1922
(d) 1924
[M.P. P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) 1920
- सितंबर 1920 में, लाला लाजपत राय ने असहयोग के विचार पर चर्चा के लिए कलकत्ता में कांग्रेस के एक विशेष सत्र का नेतृत्व किया।
- उन्होंने खिलाफत मुद्दे, पंजाब के नागरिकों की रक्षा करने में ब्रिटिश सरकार की विफलता और ब्रिटिश अधिकारियों को दंडित करने से इनकार करने पर चर्चा की।
- नेताओं ने निष्कर्ष निकाला कि राष्ट्रीय सम्मान को बहाल करने का एकमात्र तरीका असहयोग नीति के माध्यम से स्वराज प्राप्त करना था।
- इस प्रस्ताव को दिसंबर 1920 में नागपुर के नियमित सत्र में मंजूरी दे दी गई।
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5. निम्न में से कौन-सा एक असहयोग आंदोलन को प्रारंभ करने का कारण नहीं था?
(a) खिलाफत का प्रश्न
(b) नमक कानून
(c) पंजाब में अत्याचार
(d) रौलेट एक्ट
[U.P. P.C.S. (Mains) 2017]
उत्तर- (b) नमक कानून
- जलियांवाला बाग नरसंहार के बाद महात्मा गांधी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत की लड़ाई का एक प्रमुख हिस्सा था।
- यह अगस्त 1920 में शुरू हुआ और फरवरी 1922 में समाप्त हुआ, और रोलेट एक्ट, जलियांवाला बाग नरसंहार और खिलाफत मुद्दे के कारण हुआ।
- नमक मार्च, जिसे दांडी मार्च के नाम से भी जाना जाता है, 1930 में 12 मार्च से 6 अप्रैल के बीच हुआ था।
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6. गांधीजी ने असहयोग आंदोलन कब प्रारंभ किया?
(a) 1920
(b) 1919
(c) 1921
(d) 1922
[48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) 1920
- गांधी जी ने 1 अगस्त, 1920 को आंदोलन शुरू किया।
- यह पश्चिमी भारत, बंगाल और उत्तरी भारत में बहुत सफल हुआ।
- राजेंद्र प्रसाद, मोतीलाल नेहरू, लाला लाजपत राय, वल्लभभाई पटेल और राजेंद्र प्रसाद जैसे लोगों ने अपनी सफल कानूनी प्रैक्टिस बंद कर दी और गांधीजी के साथ आंदोलन में शामिल हो गए।
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7. ‘एक वर्ष में स्वराज’ का नारा गांधीजी ने कब दिया?
(a) दांडी मार्च के समय
(b) असहयोग आंदोलन के समय
(c) सविनय अवज्ञा आंदोलन के समय
(d) गोलमेज सम्मेलन के समय
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (b) असहयोग आंदोलन के समय
- गांधी जी ने 1 अगस्त 1920 को असहयोग आन्दोलन प्रारम्भ किया।
- यह पश्चिमी भारत, बंगाल और उत्तरी भारत में बहुत सफल रहा।
- उस समय गांधी जी ने वादा किया था कि एक साल के अंदर आजादी आ जायेगी।
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8. निम्नालाखत कथना में से कान-सा असहयोग आदालन के सबंध में सही नहीं है?
(a) इस आंदोलन की अवधि वर्ष 1920 से 1922 तक थी
(b) एक वर्ष के भीतर स्वराज की प्राप्ति इसका लक्ष्य था
(c) इसमें बहिष्कार की योजना थी
(d) एम. ए. जिन्ना ने इस आंदोलन का समर्थन किया था
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (d) एम. ए. जिन्ना ने इस आंदोलन का समर्थन किया था
- एम. ए. जिन्ना 1 अगस्त 1920 को शुरू हुए असहयोग आंदोलन से सहमत नहीं थे।
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9. गांधीजी के असहयोग आंदोलन में लोगों को शराब से परहेज करने का आग्रह किया गया। फलस्वरूप सरकार के राजस्व में भारी कमी आयी। एक प्रदेश की सरकार ने लोगों को फिर से शराब पीने को प्रेरित करने के लिए प्रमुख व्यक्तियों की एक सूची प्रसारित की जो शराब पीते थे। उस प्रदेश का नाम बताइए।
(a) आंध्र प्रदेश
(b) बिहार
(c) बॉम्बे
(d) गुजरात
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[64th B.P.S.C. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) बिहार
- गांधीजी के असहयोग आंदोलन के फलस्वरूप लोगों के शराब से परहेज करने के चलते सरकार के राजस्व में भारी कमी आयी।
- अतः बिहार एवं ओडिशा की सरकार ने शराब को स्वास्थ्य के लिए हितकर प्रभावों को प्रचारित एवं प्रसारित करने के लिए ऐसे महान एवं प्रसिद्ध लोगों की एक सूची जारी की, जो शराब का सेवन करते थे।
- इस सूची में सिकंदर, जूलियस सीजर, नेपोलियन, शेक्सपियर आदि शामिल थे।
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10. नीचे कथनों पर ध्यान दीजिए-
असहयोग आंदोलन से-
1. कांग्रेस सर्वप्रथम जन-आंदोलन बनी।
2. हिंदू-मुस्लिम एकता में वृद्धि हुई।
3. जनता के मन से ब्रिटिश ‘शक्ति’ का भय हट गया।
4. ब्रिटेन की सरकार भारतीयों को राजनीतिक रियायतें देने को राजी हुई।
इन कथनों में से-
(a) 1, 2, 3 और 4 सही हैं
(b) 1, 2 और 3 सही हैं
(c) 1 और 3 सही हैं
(d) 3 और 4 सही हैं
[I.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (b) 1, 2 और 3 सही हैं
- गांधीजी के नेतृत्व में असहयोग आंदोलन एक बड़ी सफलता थी, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को जनता का भरपूर समर्थन मिला।
- मुस्लिम भी इसमें शामिल हो गए, जिससे आंदोलन की लोकप्रियता बढ़ गई।
- लोग अपने राजनीतिक अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक हो गए और ब्रिटिश सरकार पर उनका भरोसा कम हो गया, जबकि उनकी खुद पर निर्भरता बढ़ गई।
- सरकार जनता में डर पैदा करने में असमर्थ रही।
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11. ब्रिटिश सरकार ने महात्मा गांधी को जो उपाधि दी थी और जिसे उन्होंने असहयोग आंदोलन में वापस कर दिया, वह थी-
(a) हिंद केसरी
(b) केसर-ए-हिंद
(c) रायबहादुर
(d) राइटच ऑनरबल
[I.A.S. (Pre) 1993, U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]
उत्तर- (b) केसर-ए-हिंद
- कैसर-ए-हिंद पदक ब्रिटिश शासक द्वारा किसी भी देश के उन लोगों को दिया जाता था जिन्होंने ब्रिटिश राज की मदद के लिए महान कार्य किया था।
- महात्मा गांधी और जमनालाल दोनों को 1915 में राय बहादुर का पदक और उपाधि मिली, लेकिन बाद में 1920 में असहयोग आंदोलन के हिस्से के रूप में उन्हें वापस कर दिया गया।
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12. निम्न में से किसने असहयोग आंदोलन के दौरान अपनी वकालत छोड़ दी थी?
(a) महात्मा गांधी ने
(b) मदन मोहन मालवीय ने
(c) तेज बहादुर सप्रू ने
(d) चितरंजन दास ने
[U.P. P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (d) चितरंजन दास ने
- असहयोग आंदोलन के दौरान, सीआरदास, मोतीलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, जवाहर लाल नेहरू, विट्ठलभाई पटेल और वल्लभभाई पटेल ने अपनी कानूनी प्रैक्टिस छोड़ दी थी।
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13. निम्नलिखित में से किसने असहयोग आंदोलन को समर्थन दिया, परंतु इसके परिणाम नहीं देख सके ?
(a) बाल गंगाधर तिलक
(b) लाला लाजपत राय
(c) मोतीलाल नेहरू
(d) चितरंजन दास
[U.P. P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) बाल गंगाधर तिलक
- महात्मा गांधी ने 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू किया और यह 1922 तक जारी रहा।
- बाल गंगाधर तिलक आंदोलन के समर्थक थे, लेकिन पहले ही दिन उनका निधन हो गया और वे परिणाम नहीं देख पाए।
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14. किस क्षेत्र में राहुल सांकृत्यायन 1920 के असहयोग आंदोलन में सक्रिय थे?
(a) छपरा
(b) दिल्ली
(c) लखनऊ
(d) पटना
[56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) छपरा
- राहुल सांकृत्यायन, जिनका जन्म यूपी के आज़मगढ़ (1893-1963) में हुआ था और उनका मूल नाम केदार नाथ पांडे था, बिहार के छपरा में असहयोग आंदोलन में शामिल थे।
- उन्होंने और नागनारायण ने लोगों को आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
- उन्हें हिंदी यात्रा साहित्य के जनक के रूप में जाना जाता था और उन्होंने अपने जीवन के 45 वर्ष यात्रा में बिताए।
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15. निम्नलिखित में से कौन चौरी-चौरा कांड की वास्तविक तिथि है?
(a) फरवरी 5, 1922
(b) फरवरी 4, 1922
(c) फरवरी 2, 1922
(d) फरवरी 6, 1922
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2002, U.P. P.C.S. (Mains) 2006]
उत्तर- (b) फरवरी 4, 1922
- 4 फरवरी, 1922 को, भारत के चौरी-चौरा में असहयोग आंदोलन नामक एक विरोध आंदोलन का हिस्सा रहे लोगों की भीड़ हिंसक हो गई।
- पुलिस ने गोलीबारी की, और प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया और उसे जला दिया, इस प्रक्रिया में 23 पुलिसकर्मी और 3 नागरिक मारे गए।
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16. चौरी-चौरा किस जनपद में स्थित है?
(a) देवरिया
(b) गोरखपुर
(c) कुशीनगर
(d) महाराजगंज
[U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008, U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) गोरखपुर
- 4 फरवरी, 1922 को संयुक्त प्रान्त के गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर किसानों के एक समूह पर गोलियाँ चलायी गयीं।
- यह घटना अब शहीद स्मारक चौरी-चौरा के नाम से याद की जाती है।
- जवाब में, गुस्साई भीड़ ने पुलिस स्टेशन को जला दिया, जिसमें 23 कांस्टेबल मारे गए।
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17. किस घटना के कारण गांधीजी ने असहयोग आंदोलन (Non- Cooperation Movement) वापस लिया था?
(a) काकोरी कांड
(b) चौरी-चौरा कांड
(c) मुजफ्फरपुर कांड
(d) जलियांवाला बाग कांड
[46th B.P.S.C. (Pre) 2004]
उत्तर- (b) चौरी-चौरा कांड
- फरवरी 1922 में उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के निकट चौरी-चौरा नामक कस्बे में एक भयानक घटना घटी।
- यह घटना इतनी बुरी थी कि इसके कारण महात्मा गांधी को असहयोग आंदोलन बंद करना पड़ा।
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18. फरवरी, 2021 में प्रधानमंत्री जी द्वारा किस शताब्दी समारोह की शुरुआत की गई?
(a) जालियांवाला बाग शताब्दी समारोह
(b) असहयोग आंदोलन शताब्दी समारोह
(c) चौरी-चौरा शताब्दी समारोह
(d) चंपारन शताब्दी समारोह
[M.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (c) चौरी-चौरा शताब्दी समारोह
- 4 फरवरी 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौरी-चौरा की 100वीं वर्षगांठ समारोह की शुरुआत की।
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19. किस घटना के बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को अपनी ‘हिमालय जैसी भूल’ बताई थी?
(a) चौरी-चौरा
(b) खेड़ा सत्याग्रह
(c) नागपुर सत्याग्रह
(d) राजकोट सत्याग्रह
[56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) चौरी-चौरा
- मोहनदास करमचंद गांधी ब्रिटिश शासन से भारतीय स्वतंत्रता के बहुत बड़े समर्थक थे।
- उन्होंने 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू किया, जो पहला देशव्यापी अभियान था।
- दुर्भाग्य से, 1922 में चौरी चौरा नामक कस्बे में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान थाने में फंसने से 23 पुलिसकर्मी मारे गये।
- इसके बाद, महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन रोक दिया और इसे अपनी “हिमालयन ब्लंडर” या एक बड़ी गलती कहा।
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20. चौरी-चौरा की घटना के समय महात्मा गांधी कहां थे?
(a) दिल्ली में
(b) कलकत्ता में
(c) चौरी-चौरा में
(d) बारदोली में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (d) बारदोली में
- 4 फरवरी, 1922 को चौरी-चौरा की घटना हुई और गांधीजी ने दो दिन बाद 12 फरवरी को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाई।
- यह बैठक बारडोली प्रस्ताव के नाम से जानी गई और गांधीजी ने असहयोग आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा कर दी।
- चौरी-चौरा घटना के समय, गांधीजी गुजरात के बारडोली में थे जहाँ वे सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने की योजना बना रहे थे।
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21. असहयोग आंदोलन 1920 में प्रारंभ हुआ था। बताइए यह कब समाप्त हुआ?
(a) 1920
(b) 1921
(c) 1922
(d) 1924
[U.P. P.C.S. (Pre) 1990, M.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) 1922
- 4 फरवरी, 1922 को चौरी-चौरा में कुछ हुआ और इसके बारे में सुनने के बाद, गांधी ने 12 फरवरी को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक की।
- इस बैठक के परिणामस्वरूप बारडोली प्रस्ताव आया, जहाँ गांधीजी ने असहयोग आंदोलन को समाप्त करने का निर्णय लिया।
|
22. दिल्ली में 24 फरवरी, 1922 को आयोजित अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की बैठक में असहयोग आंदोलन वापस लेने के लिए गांधीजी के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव किसने प्रस्तुत किया था?
(a) के.टी. शाह
(b) बिपिन चंद्र पाल
(c) सुभाष चंद्र बोस
(d) डॉ. मुंजे
[U.P. P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (d) डॉ. मुंजे
- असहयोग आंदोलन 1 अगस्त, 1920 को शुरू हुआ और चौरी-चौरा घटना के बाद 12 फरवरी, 1922 को समाप्त हुआ।
- 24 फरवरी, 1922 को दिल्ली में कार्य समिति ने कानून तोड़ने वाली सभी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए मतदान किया।
- असहयोग आंदोलन को रोकने का गांधीजी का निर्णय उनके अनुयायियों के लिए एक आश्चर्य था।
- उसी बैठक में डॉ. मुंजे ने निंदा प्रस्ताव पेश करके गांधीजी के निर्णय पर असहमति व्यक्त की।
|
23. असहयोग आंदोलन के स्थगन-संबंधी घटनाओं का सही क्रम इंगित करें।
(i) चौरी-चौरा में पुलिस गोलीकांड
(ii) उग्र भीड़ द्वारा पुलिस थाना को जलाना
(iii) गांधीजी द्वारा आंदोलन का स्थगन
(iv) गांधीजी की गिरफ्तारी
निम्नलिखित कूटों में से अपना उत्तर चुने-
(a) i, ii, iii एवं iv
(b) ii, i, iii एवं iv
(c) iv, i, ii एवं iii
(d) ii, i, iv एवं iii
[40th B.P.S.C. (Pre) 1995]
उत्तर- (a) i, ii, iii एवं iv
- 4 फरवरी, 1922 को चौरी-चौरा गाँव के लोग उस समय क्रोधित हो गये जब पुलिस ने शराब की बिक्री का विरोध करने पर उनके नेता को गिरफ्तार कर लिया।
- इसके बाद पुलिस ने ग्रामीणों पर गोली चलाई, जिससे वे इतने क्रोधित हो गए कि उन्होंने पुलिस स्टेशन को जला दिया, जिसमें तेईस पुलिसकर्मी मारे गए।
- इससे गांधीजी हिंसा से चिंतित हो गए और उन्होंने आंदोलन बंद कर दिया।
- तब कांग्रेस ने आंदोलन को समाप्त करने का निर्णय लिया और लोगों से खादी को बढ़ावा देने, राष्ट्रीय विद्यालय बनाने और हिंदू-मुस्लिम एकता की दिशा में काम करने जैसे रचनात्मक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा।
- 10 मार्च 1922 को गांधीजी को छह साल के लिए गिरफ्तार कर लिया गया और असहयोग आंदोलन समाप्त हो गया।
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24. असहयोग आंदोलन के दौरान बिहार में कृषकों का नेतृत्व किसने किया?
(a) स्वामी विद्यानंद
(b) राजकुमार शुक्ल
(c) श्रीकृष्ण सिंह
(d) जे.बी. सेन
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[65th B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) स्वामी विद्यानंद
- स्वामी विद्यानंद बिहार के एक किसान नेता थे जिन्होंने किसान वर्ग के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।
- उन्होंने असहयोग आंदोलन के लिए प्रचार करते समय किसान मुद्दों को असहयोग आंदोलन से जोड़ा।
|
25. बिहार के किस वकील ने असहयोग आंदोलन के समय अपनी लाभप्रद वकालत छोड़ दी थी?
(a) जयप्रकाश नारायण
(b) राजेंद्र प्रसाद
(c) सहजानंद सरस्वती
(d) राजकुमार शुक्ल
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) राजेंद्र प्रसाद
- राजेंद्र प्रसाद एक वकील थे जिन्होंने असहयोग आंदोलन में मदद करने के लिए अपना सफल करियर छोड़ दिया।
- उन्होंने ‘इंडिया डिवाइडेड’ नामक पुस्तक लिखी।
|
26. निम्नलिखित घटनाओं का सही क्रम नीचे दिए गए कूट से बतलाइए-
1. चौरी-चौरा कांड
2. असहयोग आंदोलन का स्थगन
3. बारदोली प्रस्ताव
कूट :
(a) 1, 2, 3
(b) 2, 3, 1
(c) 1, 3, 2
(d) 2, 1, 3
[U.P. P.C.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (c) 1, 3, 2
- बारडोली में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक हुई जिसमें गांधीजी ने असहयोग आंदोलन को समाप्त करने का निर्णय लिया।
- घटनाओं का सही क्रम है –
चौरी-चौरा कांड |
4 फरवरी, 1922 |
बारडोली संकल्प |
12 फरवरी, 1922 |
असहयोग आंदोलन का निलंबन |
फरवरी 1922 में |
|
27. 1923-28 के काल में भारतीय राजनीति में क्रांतिकारी कार्यविधियों की पुनरावृत्ति (Revival) का कारण था-
(a) हरदयाल और लाजपत राय जैसे नेताओं का बढ़ता हुआ प्रभाव
(b) गांधीजी द्वारा असहयोग आंदोलन का स्थगन
(c) विदेशी घटनाओं का प्रभाव
(d) भारतीयों की मांगों को अंग्रेजों द्वारा अस्वीकार किया जाना
[41st B.P.S.C. (Pre) 1996]
उत्तर- (b) गांधीजी द्वारा असहयोग आंदोलन का स्थगन
- 1922 में असहयोग आंदोलन की समाप्ति और किसी भी राजनीतिक गतिविधि की कमी ने भारत में कई लोगों को राष्ट्रवादी बना दिया।
- वे महात्मा गांधी के नेतृत्व और उनके स्वतंत्रता संग्राम के अहिंसक दृष्टिकोण से नाखुश थे।
- वे रूस, चीन, आयरलैंड और तुर्की में हिंसक क्रांतिकारी आंदोलनों से प्रेरित थे और उन्होंने भारत में ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकने के लिए हिंसा का इस्तेमाल करने का फैसला किया।
- यह काल भारतीय राजनीति में अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए याद किया जाता है।
|
28. असहयोग आंदोलन के दौरान विदेशी वस्त्रों के लिए जलाए जाने पर किसने महात्मा गांधी को लिखा कि ‘यह निष्ठुर बर्बादी’ है?
(a) मदन मोहन मालवीय
(b) रबींद्रनाथ टैगोर
(c) शौकत अली
(d) मोतीलाल नेहरू
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002, U.P. P.C.S. (Pre) 2003, U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004, U.P. P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (b) रबींद्रनाथ टैगोर
- रवीन्द्रनाथ टैगोर विरोध और प्रदर्शनों से सहमत नहीं थे, उन्होंने इसके बजाय रचनात्मक कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी।
- उन्होंने गांधी को पत्र लिखकर विदेशी कपड़ों को जलाने के स्थान पर रचनात्मक कार्यक्रम शुरू करने को कहा।
- उन्होंने कहा कि असहयोग आंदोलन के दौरान विदेशी कपड़ों को जलाना व्यर्थ की बर्बादी थी।
|
29. निम्नलिखित संस्थाओं में से कौन असहयोग आंदोलन (1920-22) के दौरान स्थापित की गई?
1. काशी विद्यापीठ
2. गुजरात विद्यापीठ
3. जामिया मिलिया
4. काशी हिंदू विश्वविद्यालय
कूट :
(a) केवल 1 तथा 2
(b) केवल 2 तथा 3
(c) केवल 1, 2 तथा 3
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P. P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर – (c) केवल 1, 2 तथा 3
- असहयोग आंदोलन (1920-22) के दौरान, तीन संस्थान स्थापित किए गए –
- वाराणसी में काशी विद्यापीठ (1921)।
- अहमदाबाद में गुजरात विद्यापीठ (1920)।
- अलीगढ़ में जामिया मिलिया इस्लामिया (1920, बाद में दिल्ली में स्थानांतरित)।
- मदन मोहन मालवीय ने 1916 में वाराणसी में काशी हिंदू विश्व विद्यालय की स्थापना की।
|
30. 1921-22 के असहयोग आंदोलन का मुख्य प्रतिफल था-
(a) हिंदू-मुस्लिम एकता
(b) सूबों को अधिक शक्तियां
(c) केंद्रीय विधायिका सदन में चुने हुए सदस्यों की संख्या में वृद्धि
(d) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विभाजन
[U.P. P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (a) हिंदू-मुस्लिम एकता
- असहयोग आंदोलन ने दिखाया कि नागरिक राष्ट्रीय आंदोलनों में शामिल होने और स्वतंत्रता के लिए जोखिम उठाने के इच्छुक थे।
- आबादी के सभी हिस्से शामिल हो गये।
- लोग कठिनाइयों और उत्पीड़न को सहने के लिए काफी बहादुर और दृढ़ थे।
|
31. निम्नांकित में किसका सुमेल नहीं है?
(a) 1885 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना
(b) 1905 – बंगाल विभाजन
(c) 1909 – मार्ले-मिंटो सुधार
(d) 1930 – असहयोग आंदोलन
[U.P P.C.S. (Pre) 1996 S. (Pre)]
उत्तर- (d) 1930 – असहयोग आंदोलन
- 1920 में, महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन शुरू किया, जो 1922 में चौरी-चौरा घटना के साथ समाप्त हुआ।
- सविनय अवज्ञा आंदोलन 1930 में शुरू हुआ।
- अन्य विकल्प सटीक हैं।
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32. निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित हैं?
(a) 1940 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन
(b) 1931 – राजगुरु को फांसी
(c) 1921 – असहयोग आंदोलन का प्रारंभ
(d) 1920 – रौलेट सत्याग्रह
[U.P. P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर- (b) 1931 – राजगुरु को फांसी
- सही सुमेलित सूची इस प्रकार है –
दिसंबर 1929 |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन |
23 मार्च 1931 |
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फाँसी |
1 अगस्त 1920 |
असहयोग आंदोलन की शुरुआत |
अप्रैल 1919 |
रौलट सत्याग्रह |
- इस प्रकार, केवल विकल्प (b) सही ढंग से सुमेलित है।
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33. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए-
कथन (A): महात्मा गांधी द्वारा 1922 में असहयोग आंदोलन स्थगित कर दिया गया।
कारण (R): इस स्थगन का सी.आर. दास एवं मोतीलाल नेहरू द्वारा विरोध किया गया।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Mains) 2010]
उत्तर- (b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
- चौरी-चौरा घटना के कारण महात्मा गांधी ने 1922 में असहयोग आंदोलन समाप्त कर दिया।
- सीआर दास और मोतीलाल नेहरू इस फैसले के खिलाफ थे।
- कथन और स्पष्टीकरण दोनों सही हैं, लेकिन स्पष्टीकरण कथन को स्पष्ट नहीं करता है।
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34. असहयोग आंदोलन के दौरान किसने पटना कॉलेज छोड़ा, जबकि उसकी परीक्षा के केवल 20 दिन ही बचे थे?
(a) राजेंद्र प्रसाद
(b) ब्रज किशोर
(c) जयप्रकाश नारायण
(d) श्री कृष्ण सिन्हा
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[Bihar P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) जयप्रकाश नारायण
- बिहार के सारण के सिताब दियारा में जन्में स्वतंत्रता सेनानी जयप्रकाश नारायण ने असहयोग आंदोलन के दौरान पटना कॉलेज छोड़ा, जबकि उनकी परीक्षा के केवल 20 दिन ही बचे थे।
- इसके पश्चात उन्होंने कांग्रेस द्वारा संचालित बिहार विद्यापीठ में प्रवेश लिया।
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35. निम्न में से किसने असहयोग आंदोलन-विरोधी सभा की स्थापना की?
(a) जमनादास ठाकुरदास
(b) जयरामदास
(c) दौलतराम
(d) माणिकलाल वर्मा
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) जमनादास ठाकुरदास
- 1920 में, बंबई में कुछ धनी व्यापारियों ने असहयोग खिलाफत आंदोलन के जवाब में असहयोग विरोधी संघ बनाया।
- जमनादास द्वारकादास, पुरषोत्तमदास ठाकुरदास, कावसजी जहांगीर, फिरोज सेठना और सीतलवाड संस्थापक सदस्य थे।
- व्यवसायियों को डर था कि इस आंदोलन से श्रमिक हड़तालें होंगी, जो पहले बॉम्बे प्रेसीडेंसी में हिंसक हो गई थीं।
- इसके अतिरिक्त, महात्मा गांधी महाराष्ट्र में उतने लोकप्रिय नहीं थे, जहाँ बाल गंगाधर तिलक को अभी भी याद किया जाता था। सीजीपीएससी ने इस उत्तर को अंतिम उत्तर कुंजी से हटा दिया।
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