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वन एवं उसके प्रकार
1. निम्नलिखित में से कहां सदाबहार वन पाए जाते हैं?
(a) मालवा पठार
(b) पूर्वी घाट
(c) पश्चिमी घाट
(d) छोटानागपुर पठार
[U.P.P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) पश्चिमी घाट
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वनों का विस्तार पश्चिमी घाट (सह्याद्रि), उत्तर-पूर्व भारत और अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के 200 सेमी. से अधिक औसत वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में पाया जाता है।
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2. निम्नलिखित में से कौन-सी, विषुवतीय वनों की अद्वितीय विशेषता है/विशेषताएं हैं?
1. ऊंचे, घने वृक्षों की विद्यमानता जिनके कीरीट निरंतर वितान बनाते हों
2. बहुत-सी जातियों का सह-अस्तित्व हो
3. अधिपादपों की असंख्य किस्मों की विद्यमानता हो
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- विषुवतीय वन ऐसे उष्णकटिबंध क्षेत्रों में मिलते हैं, जहां 200 सेमी. से अधिक वर्षा होती है।
- लंबे, चौड़े पत्ते वाले सदाबहार पेड़ यहां की प्रमुख वनस्पतियां हैं।
- ऊंचे एवं चौड़े पत्ते वाले पेड़ वन की सतह पर पत्तेदार वितान का गठन करते हैं।
- वितान का ऊपरी हिस्सा अक्सर समृद्ध अधिपादप वनस्पति का समर्थन करता है।
- विश्वभर की लगभग 80 प्रतिशत जैव विविधता विषुवतीय वनों में पाई जाती है।
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3. निम्नलिखित राज्यों पर विचार कीजिए-
1. अरुणाचल प्रदेश
2. हिमाचल प्रदेश
3. मिजोरम
उपर्युक्त राज्यों में से किसमें/किनमें ‘उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदापर्णी वन’ होते हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वन ऐसे क्षेत्रों में पाए जाते हैं, जहां वर्षा 200-300 सेमी. के बीच होती है, जैसे पश्चिमी घाट।
- दिए गए राज्यों में अरुणाचल प्रदेश एवं मिजोरम में उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वन पाए जाते हैं, जबकि हिमाचल प्रदेश में मुख्यतः उष्णकटिबंधीय नम पर्णपाती वन, उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन आदि पाए जाते हैं।
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4. निम्नलिखित में से किस प्रकार के वनों में अधिकतम पादप विविधता पाई जाती है?
(a) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पतझड़ वन
(b) उपोष्णकटिबंधीय पर्वतीय वन
(c) शीतोष्ण आर्द्र वन
(d) उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
[U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन बायोम (Biome) में पादपों की सर्वाधिक प्रजातियां (Species) पाई जाती हैं।
- यद्यपि इस बायोम के सभी क्षेत्र में पौधों का जीवन रूप तथा उनकी संरचना में समता पाई जाती है, परंतु उनके पादप प्रजातियों के संघटन में पर्याप्त विषमता मिलती है।
- यह बायोम पादप तथा प्राणियों के विकास तथा वृद्धि के लिए अनुकूलतम दशाएं प्रदान करता है, क्योंकि इसमें वर्षभर उच्च वर्षा तथा तापमान रहता है।
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5. पेड़-पौधों एवं जंतुओं की सर्वाधिक विविधता विशेषता है-
(a) शीतोष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वन की
(b) उष्णकटिबंधीय आर्द्र वन की
(c) सवाना की
(d) शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान की
[U.P. P.C.S. (Main) 2013]
उत्तर- (b) उष्णकटिबंधीय आर्द्र वन की
- पेड़-पौधों एवं जंतुओं की सर्वाधिक विविधता उष्णकटिबंधीय आर्द्र वन में पाई जाती है।
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6. निम्नलिखित में से किस पारिस्थितिकीय तंत्र में पौधों का जैविक पदार्थ अधिकतम है?
(a) उष्णकटिबंधीय पतझड़ वन
(b) उष्णकटिबंधीय वर्षा वन
(c) शीतोष्ण पतझड़ वन
(d) रेगिस्तानी झाड़ियां
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) उष्णकटिबंधीय वर्षा वन
- उष्णकटिबंधीय वर्षा वन यह बायोम भूमध्य रेखा के निकट है और 10° उत्तरी तथा 10° दक्षिणी अक्षांशों तक विस्तृत है।
- यह विश्व का सबसे बड़ा बायोम (Biome) है, जो पृथ्वी के धरातल का लगभग 8 प्रतिशत भाग घेरे हुए है।
- यह बायोम पृथ्वी के आधे से अधिक वनस्पतिजात तथा प्राणिजात को संजोए हुए है।
- यहां वर्षा पूरे वर्ष होती रहती है।
- अधिक तापमान तथा अधिक आर्द्रता के कारण चौड़ी पत्ती वाले सदाबहार वृक्ष उगते हैं, जिनका विशिष्ट स्तरण होता है।
- वनस्पति जीवन में इतनी विविधता पाई जाती है कि एक हेक्टेयर भूमि पर वृक्षों की लगभग 200 से अधिक प्रजातियां देखी जा सकती हैं।
- प्रकाश पाने की होड़ में वृक्षों और पौधों पर चढ़ती बेलें आपस में गुथकर फंदा जैसा बनाती हैं, इन बेलों को ‘कठलता’ या ‘लिआना’ कहते हैं।
- सभी ज्ञात कीटों की प्रजातियों में से लगभग 70 से 80 प्रतिशत उष्णकटिबंधीय वर्षा वाले वनों में मिलती है।
- पशु जीवन का बाहुल्य है और उसमें काफी भिन्नता है। इनमें भूमि पर तथा वृक्षों पर रहने वाले दोनों जीव शामिल हैं।
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7. भारत में, निम्नलिखित में से किस एक वन-प्रारूप में, सागौन (टीक) एक प्रभावी वृक्ष स्पीशीज़ है?
(a) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
(b) उष्णकटिबंधीय वर्षा वन
(c) उष्णकटिबंधीय कंटीली झाड़ी वन
(d) घासस्थलयुक्त शीतोष्ण वन
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
- उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन ऐसे क्षेत्रों में पाए जाते हैं, जहां वर्षा 100 सेमी. से 200 सेमी. के मध्य होती है।
- इन वनों में सागौन प्रधान वृक्ष प्रजाति है। यहां बांस, शीशम, चंदन इत्यादि अन्य व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण वृक्ष प्रजातियां भी पाई जाती हैं।
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8. भारत के किस राज्य में सागौन के वन क्षेत्र सर्वाधिक है?
(a) झारखंड
(b) आंध्र प्रदेश
(c) उत्तराखंड
(d) मध्य प्रदेश
[M.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (d) मध्य प्रदेश
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2019 के अनुसार, मध्य प्रदेश में सागौन का सर्वाधिक वन क्षेत्र 29.54 प्रतिशत था।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार, मध्य प्रदेश में सर्वाधिक सागौन के वन क्षेत्र 24885.50 किमी. है, जो 29.79 प्रतिशत है।
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9. भारत में मैंग्रोव (ज्वारीय वन) वनस्पति मुख्यतः पाई जाती है-
(a) मलाबार तट
(b) सुंदरबन
(c) कच्छ का रन
(d) दंडकारण्य
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (b) सुंदरबन
- ज्वारीय वन डेल्टा प्रदेशों तथा समुद्र के ज्वार वाले भागों में होते हैं, इन्हें मैंग्रोव वनस्पति के नाम से भी जाना जाता है।
- मैंग्रोव वनस्पति का सर्वाधिक क्षेत्र सुंदरबन डेल्टा में पाया जाता है।
- यहां के वनों में सुंदरी वृक्ष विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
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10. भारत के निम्न स्थानों में से कौन-सा स्थान मैंग्रोव वनस्पति के लिए प्रसिद्ध है?
(a) काजीरंगा
(b) साइलेंट वैली
(c) सुंदरबन
(d) हिमालय की तराई
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (c) सुंदरबन
- मैंग्रोव वनस्पति का सर्वाधिक क्षेत्र सुंदरबन डेल्टा में पाया जाता है।
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11. “वाणिज्यिक दृष्टि से लाभप्रद वृक्षों की एकपादप (Monoculture) कृषि ……… की अनुपम प्राकृतिक छटा को नष्ट कर रही है। इमारती लकड़ी का विचारशून्य दोहन, ताड़ रोपन के लिए विशाल भूखंडों का निर्वनीकरण, मैंग्रोवों का विनाश, आदिवासियों द्वारा लकड़ी की अवैध कटाई और अनाधिकार आखेट समस्या को अधिक ही जटिल बनाते हैं। अलवण जल कोटरिकाएं (Fresh water pockets) त्वरित गति से सूख रही हैं, क्योंकि निर्वनीकरण और मैंग्रोवों का विनाश हो रहा है,” इस उद्धरण में निर्देशित स्थान है-
(a) सुंदरबन
(b) केरल तट
(c) ओडिशा तट
(d) अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (a) सुंदरबन
- प्रश्नगत उद्धरण में वर्णित स्थान सुंदरबन के निकट प्रतीत होता है।
- यहां के मैंग्रोव क्षेत्रों के संरक्षण हेतु प्रयास किए जा रहे हैं।
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12. निम्नलिखित में से कहां पर एक संरक्षित कच्छ वनस्पति क्षेत्र है?
(a) पूर्वी घाट
(b) पश्चिमी घाट
(c) गोवा
(d) चंद्र ताल
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (c) गोवा
- गोवा का ‘चोराव द्वीप’ (Chorao Island) पूरी तरह से संरक्षित कच्छ- वनस्पति क्षेत्र है।
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13. भारत के निम्नलिखित क्षेत्रों में से किस एक में, मैंग्रोव वन, सदापर्णी वन और पर्णपाती वनों का संयोजन है?
(a) उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश
(b) दक्षिण-पश्चिम बंगाल
(c) दक्षिणी सौराष्ट्र
(d) अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
- अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में मैंग्रोव वन, सदापर्णी वन एवं पर्णपाती वन तीनों ही पाए जाते हैं।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार, देश में कुल मैंग्रोव कवर 4992 वर्ग किमी. है, जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 0.15 प्रतिशत है।
- देश के सर्वाधिक मैंग्रोव आच्छादित 4 राज्य/संघीय क्षेत्र क्रमशः
- पश्चिम बंगाल (42.33 प्रतिशत)
- गुजरात (23.54 प्रतिशत)
- अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह (12.34 प्रतिशत)
- आंध्र प्रदेश (8.11 प्रतिशत)
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14. निम्नलिखित जंगलों में से कौन-सा जंगल ‘पृथ्वी ग्रह के फेफड़ों’ के रूप में जाना जाता है?
(a) पूर्वोत्तर भारत के वर्षा वन
(b) टैगा वन
(c) टुंड्रा वन
(d) अमेजन वर्षा वन
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) अमेजन वर्षा वन
- अमेजन वर्षा वन, एमेजोनिया या अमेजन वन के नाम से जाने जाते हैं।
- ये चौड़ी पत्तियों वाले नमी युक्त वन हैं, जो दक्षिण अमेरिका के अमेजन बेसिन के एक बड़े भू-भाग पर फैले हैं।
- इन्हें ही ‘पृथ्वी ग्रह के फेफड़ों के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इनकी वनस्पति लगातार कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर ऑक्सीजन मुक्त करती रहती है।
- पृथ्वी की लगभग 20 प्रतिशत से अधिक ऑक्सीजन अमेजन वर्षा वनों द्वारा उत्पादित होती है।
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15. निम्नलिखित में से किस महाद्वीप में उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वनों का विस्तार अधिक है?
(a) अफ्रीका
(b) एशिया
(c) ऑस्ट्रेलिया
(d) दक्षिणी अमेरिका
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर- (b) एशिया
- उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वनों को मानसूनी वन भी कहते हैं। यह साधारणतया भारत, म्यांमार, थाईलैंड तथा दक्षिण-पूर्वी एशिया के अन्य भागों में पाए जाते हैं।
- इन वनों में उगने वाले वृक्ष चौड़ी पत्ती वाले पर्णपाती (वर्ष में एक बार पत्तियां गिराने वाले) होते हैं।
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16. समाचारों में कभी-कभी दिखाई देने वाले ‘रेड सैंडर्स’ (Red Sanders) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. यह दक्षिण भारत के एक भाग में पाई जाने वाली एक वृक्ष जाति है।
2. यह दक्षिण भारत के उष्णकटिबंधीय वर्षा वन क्षेत्रों के अति महत्वपूर्ण वृक्षों में से एक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) केवल 1
- रेड सैंडर्स (रक्त चंदन) दक्षिण भारत के उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वनों में पाई जाने वाली वृक्ष की एक प्रजाति है।
- इसका वैज्ञानिक नाम टेरोकार्पस सेंटेलिनस (Pterocarpus santalinus) है।
- यह वृक्ष आंध्र प्रदेश के पालकोंडा व सेशाचलम पर्वत श्रेणियों में मुख्यतया पाया जाता है।
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17. भारत के निम्नलिखित पारिस्थितिकी क्षेत्रों में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
(a) दक्षिण-पश्चिम घाट – आर्द्र वन
(b) तराई दुआर – चौड़ी पत्ती वाले वन
(c) कच्छ का रण – घास के प्रदेश
(d) पूर्वी दक्कन पठार – आर्द्र वन
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) पूर्वी दक्कन पठार – आर्द्र वन
- प्रश्नगत विकल्पों में पूर्वी दक्कन पठार में प्रमुखतया शुष्क सदाबहार वन पाए जाते हैं न कि आर्द्र वन।
- शेष सभी विकल्प सुमेलित हैं।
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18. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सही उत्तर सूचियों के नीचे दिए गए कूट से चुनिए-
सूची-I |
सूची-II |
A. उष्णकटिबंधीय वन |
1. सुंदरबन |
B. शंकुवृक्ष वन |
2. हिमाचल प्रदेश |
C. कच्छ वनस्पति |
3. राजस्थान |
D. पतझड़ वन |
4. साइलेंट वैली |
कूट :
A B C D
(a) 1 2 4 3
(b) 2 1 4 3
(c) 1 4 2 3
(d) 4 2 1 3
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) 4 2 1 3
- सूची-I और सूची-I का सही सुमेलन इस प्रकार है-
सूची-I |
सूची-II |
उष्णकटिबंधीय वन |
साइलेंट वैली |
शंकुवृक्ष वन |
हिमाचल प्रदेश |
कच्छ वनस्पति |
सुंदरबन |
पतझड़ वन |
राजस्थान |
- सुंदरबन, पश्चिम बंगाल की कच्छ वनस्पति है।
- पश्चिमी हिमालय उपअल्पाइन शंकुवृक्ष वन नेपाल, भारत और पाकिस्तान में विस्तारित हैं।
- भारत में यह उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश एवं संघ शासित क्षेत्र जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में विस्तारित हैं।
- साइलेंट वैली सदाबहार उष्णकटिबंधीय वन केरल के पालक्काड़ जिले में विस्तारित है।
- सूखे पर्णपाती वनों का विस्तार गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में है।
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19. 2004 की सुनामी ने लोगों को यह महसूस करा दिया कि गरान (मैंग्रोव) तटीय आपदाओं के विरुद्ध विश्वसनीय सुरक्षा बाड़े का कार्य कर सकते हैं। गरान सुरक्षा बाड़े के रूप में किस प्रकार कार्य करते हैं?
(a) गरान अनूप होने से समुद्र और मानव बस्तियों के बीच एक ऐसा बड़ा क्षेत्र खड़ा हो जाता है, जहां लोग न तो रहते हैं न जाते हैं।
(b) गरान भोजन और ओषधि दोनों प्रदान करते हैं, जिनकी प्राकृतिक आपदा के बाद लोगों को जरूरत पड़ती है।
(c) गरान के वृक्ष घने वितान के लंबे वृक्ष होते हैं, जो चक्रवात और सुनामी के समय उत्तम सुरक्षा प्रदान करते हैं।
(d) गरान के वृक्ष अपनी सघन जड़ों के कारण तूफान और ज्वार- भाटे से नहीं उखड़ते।
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) गरान के वृक्ष अपनी सघन जड़ों के कारण तूफान और ज्वार- भाटे से नहीं उखड़ते
- मैंग्रोव (गरान) वन सुनामी और चक्रवात जैसी तटीय आपदाओं के विरुद्ध विश्वसनीय सुरक्षा बाड़े का कार्य करते हैं।
- यह वृक्ष अपनी सघन जड़ों के कारण तूफान और ज्वार-भाटे से नहीं उखड़ते हैं।
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20. कथन (A): उड़ीसा तट भारत में सर्वाधिक चक्रवात-प्रवण क्षेत्र है। कारण
(R): महानदी डेल्टा क्षेत्र में भारी मात्रा में मैंग्रोव का निर्वनीकरण हुआ है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु R गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु R सही है।
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2006, U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है
- ओडिशा तट बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवातों से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है।
- यहां चक्रवातों के आने की बारंबारता अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक है।
- अतः कथन (A) सही है। मैंग्रोव वन चक्रवात अवरोधक के रूप में कार्य करते हैं।
- हाल के दिनों में महानदी डेल्टाई क्षेत्र में मैंग्रोव वनों का निर्वनीकरण हुआ है, जिससे चक्रवातों से होने वाले नुकसान में वृद्धि हुई है।
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21. भितरकनिका गरान के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
(1) यह वंशधारा और सुवर्ण रेखा नदियों के डेल्टा में स्थित है।
(2) यह पश्चिमी बंगाल में अवस्थित है।
इनमें से-
(a) केवल (1) सही है।
(b) केवल (2) सही है।
(c) (1) और (2) दोनों सही हैं।
(d) न तो (1) न (2) सही है।
[U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2016]
उत्तर- (d) न तो (1) न (2) सही है
- भितरकनिका गरान ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में ब्राह्मणी, वैतरणी और महानदी डेल्टा क्षेत्र में स्थित है।
- यह मैंग्रोव वनों के लिए प्रसिद्ध है।
- यह एक रामसर स्थल (वर्ष 2002 में घोषित) भी है।
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22. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. टैक्सस वृक्ष हिमालय में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।
2. टैक्सस वृक्ष रेड डाटा बुक में सूचीबद्ध है।
3. टैक्सस वृक्ष से ‘टैक्सॉल’ नामक ओषधि प्राप्त की जाती है, जो पार्किन्सन रोग के विरुद्ध प्रभावी है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- टैक्सस वृक्ष हिमालय में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।
- टैक्सस वृक्ष रेड डाटा बुक में सूचीबद्ध है।
- टैक्सस वृक्ष से टैक्सॉल नामक ओषधि प्राप्त की जाती है, जो विशेषतया कैंसर के प्रति प्रभावी है।
- परंतु इसका प्रयोग पार्किन्सन रोग या PD (केंद्रीय तंत्रिका तंत्र का रोग) के विरुद्ध भी किया जाता है।
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23. कथन (A): मैंग्रोव कुछ समुद्र तटों के सीमावर्ती उष्णकटिबंधीय और उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों के अति विशिष्ट वन पारिस्थितिक निकाय होते हैं।
कारण (R): वे तट रेखा को स्थिर रखते हैं और समुद्र द्वारा सीमोल्लंघन के विरुद्ध प्राचीर का काम करते हैं।
ऊपर के दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में अग्रलिखित में से कौन-सा/से सही है/हैं?
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (A) की सही व्याख्या (R) करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (A) की सही व्याख्या (R) नहीं करता।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (A) की सही व्याख्या (R) करता है।
- मैंग्रोव (Mangroves) उष्ण एवं उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में समुद्र तटों के लवणीय जल में उगने वाले वन होते हैं।
- ये वन जैव विविधता के संरक्षक होने के साथ समुद्र और तट के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं और तट को समुद्र की ओर से आने वाली तीव्र लहरों के विनाश से बचाते हैं।
- इस प्रकार ये तट रेखा को स्थिर रखते हैं तथा समुद्र द्वारा कटाव से रक्षा प्राचीर का कार्य करते हैं।
- इसलिए इन्हें अति विशिष्ट पारिस्थितिक निकाय माना जाता है।
- अतः कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।
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24. यदि आप हिमालय से होकर यात्रा करते हैं, तो आपको वहां निम्नलिखित में से किस पादप/किन पादपों को प्राकृतिक रूप में उगते हुए दिखने की संभावना है?
1. बांज
2. बुरूंश
3. चंदन
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (a) केवल 1 और 2
- उपोष्ण कटिबंधीय वन उत्तर-पश्चिमी (कश्मीर को छोड़कर) खासी पहाड़ियों, नगालैंड एवं मणिपुर में पाए जाते हैं।
- चीड़ इन वनों का मुख्य वृक्ष है, परंतु अधिक आर्द्रता वाले भागों में बांज या ओक (Oak) जैसे चौड़ी पत्ती वाले वृक्ष देखे जाते हैं।
- इनके अलावा बुरूंश या रोडोडेंड्रोन (Rhododendron) जैसी झाड़ियां भी पाई जाती हैं।
- चंदन उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वृक्ष है, जो हिमालयी क्षेत्रों में नहीं पाया जाता है।
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वनों से लाभ एवं वनों के उपयोग
1. कथन (A): वन नवीकरणीय संसाधन है।
कारण (R) : ये पर्यावरण की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) (A) तथा R दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा R दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2002, U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर- (b) (A) तथा R दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
- नवीकरणीय संसाधन वे होते हैं, जो एक बार उपयोग होने के बाद पुनः उपयोग में लाए जा सकते हैं। अतः वन एक नवीकरणीय संसाधन हैं, क्योंकि इनके एक बार संपोषित दोहन के बाद पुनः दोहन किया जा सकता है।
- निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि वनों से पर्यावरण की गुणवत्ता बढ़ती है, क्योंकि वन पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण कर ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।
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2. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (A): प्राकृतिक साधन वे होते हैं, जो किसी क्षेत्र में स्थित हैं तथा भविष्य में भी प्रयोग में लाए जा सकते हैं।
कथन (R): किसी वास्तविक प्राकृतिक संसाधन का विकास प्रौद्योगिकी एवं उत्पादन लागत पर निर्भर होता है।
नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2016]
उत्तर- (b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
- विकास के चरण के आधार पर प्राकृतिक संसाधनों को निम्न समूहों में विभाजित किया जा सकता है:-
- संभाव्य संसाधन (Potential Resources)
- वास्तविक संसाधन (Actual Resources)
- आरक्षित संसाधन (Reserve Resources)
- वास्तविक संसाधन वे हैं, जिनका सर्वेक्षण किया गया है तथा उनकी मात्रा एवं गुणवत्ता का पता लगाया गया है और जिनका वर्तमान समय में प्रयोग किया जा रहा है।
- किसी वास्तविक संसाधन का विकास उपलब्ध प्रौद्योगिकी तथा लागत पर निर्भर करता है।
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3. कथन (A): एल्युमीनियम हरी धातु है।
कारण (R): वह लकड़ी का स्थान लेकर वनों को बचाती है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
(d) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (d) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- एल्युमीनियम को इसके पर्यावरणीय हितैषी स्वरूप और नवीकरणीय योग्य होने के कारण हरी धातु कहा जाता है।
- एल्युमीनियम का लकड़ी के स्थान पर प्रयोग नगण्य ही होता है।
- एल्युमीनियम को हरी धातु इसलिए कहते हैं, क्योंकि इसका नवीकरणीय योग्य हो जाने वाले गुण के कारण यह पुनः उत्पादन की प्रक्रिया में ऊर्जा की काफी बचत करता है।
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4. भारत के एक विशेष क्षेत्र में, स्थानीय लोग जीवित वृक्षों की जड़ों का अनुवर्धन कर इन्हें जलधारा के आर-पार सुदृढ़ पुलों में रूपांतरित कर देते हैं। जैसे-जैसे समय गुजरता है, ये पुल और अधिक मज़बूत होते जाते हैं। ये अनोखे ‘जीवित जड़ पुल’ कहां पाए जाते हैं?
(a) मेघालय
(b) हिमाचल प्रदेश
(c) झारखंड
(d) तमिलनाडु
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) मेघालय
- अगर किसी पेड़ को काटे बिना उससे पुल बना दिया जाए, तो उस पुल को ही जीवित पुल या प्राकृतिक पुल कहते हैं।
- मेघालय राज्य में कई जीवित पुल हैं।
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वनोन्मूलन एवं उसके प्रभाव
1. निम्न में से कौन-सा भारत में निर्वनीकरण का प्रभाव नहीं है?
(a) हिमालय में जल स्रोतों का सूखना
(b) जैव विविधता की हानि
(c) नगरीकरण
(d) मृदा अपरदन
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006 M.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) नगरीकरण
- नगरीकरण निर्वनीकरण का प्रभाव नहीं है, बल्कि यह निर्वनीकरण के कारणों में से एक है।
- बढ़ती आबादी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नगरों और वास स्थानों का विस्तार वनों एवं जैव विविधता को प्रभावित करता है।
- नगरों की आवश्यकताओं के संदर्भ में भी वनों की कटाई से वन क्षेत्र कम हुए हैं।
- इसके विपरीत हिमालय में जल स्रोतों का सूखना, जैव विविधता की हानि एवं मृदा अपरदन वनोन्मूलन या निर्वनीकरण के प्रभाव है।
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2. नगालैंड के पर्वत क्रमशः बंजर होते जा रहे हैं, उसका प्रमुख कारण है-
(a) उग्रवाद
(b) शहरीकरण
(c) झूम कृषि
(d) तीव्र जनसंख्या वृद्धि
[M.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) झूम कृषि
- नगालैंड के पर्वत क्रमशः बंजर होते जा रहे हैं, इसका प्रमुख कारण यहां की स्थानीय जातियों द्वारा व्यापक पैमाने पर की जाने वाली झूम कृषि है।
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3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- –
कथन (A): भारत में वन क्षेत्र का हास भारत के जनांकिकीय संक्रमण से प्रत्यक्षतः संबंधित रहा है।
कारण (R): वन क्षेत्र एवं जनसंख्या वृद्धि में प्रायः नकारात्मक संबंध होता है।
नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए-
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की व्याख्या करता है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) की व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2016]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की व्याख्या करता है।
- भारत में वन क्षेत्र का हास भारत के जनांकिकीय संक्रमण से प्रत्यक्षतः संबंधित रहा है, क्योंकि जनसंख्या बढ़ने के कारण वन क्षेत्र पर दबाव बढ़ता है।
- कृषि, आवास, नगरीकरण, उद्योग आदि के कारण वन क्षेत्रों को काट दिया जाता है।
- वन क्षेत्र एवं जनसंख्या वृद्धि में प्रायः नकारात्मक संबंध होता है।
- सामान्यतया विकासशील देशों में जनसंख्या वृद्धि के साथ वन क्षेत्रों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जबकि विकसित देशों में ऐसा नहीं होता।
- पर्यावरणीय जागरूकता एवं वन क्षेत्रों के प्रति संवेदनशीलता के कारण विकसित देशों में वन क्षेत्रों में प्रायः वृद्धि देखी जाती है।
- हालांकि अधिकांश देशों में जनसंख्या वृद्धि, वन क्षेत्र को दुष्प्रभावित ही करती है।
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4. वन हास का मुख्य कारण है-
(a) सड़कों का विकास
(b) नदी घाटी परियोजनाएं
(c) औद्योगिक विकास
(d) कृषि विकास
[U.P.P.C.S (Mains) 2011]
उत्तर- (c) औद्योगिक विकास
- वन ह्रास का मुख्य कारण तेजी से हो रहा औद्योगीकरण ही है, जिसमें वनों को काटकर नगरों की स्थापना की जा रही है एवं लकड़ियों का दोहन किया जा रहा है तथा खाली हो रही भूमि का उपयोग कृषि के लिए किया जा रहा है।
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5. जलवायु के प्रमुख घटक, जो झारखंड राज्य के वन के क्षेत्र की जलवायु को प्रभावित कर रहे हैं-
(a) आधारभूत संरचना के विकास की कमी
(b) जंगल की आग
(c) सिंचाई की कमी
(d) इनमें से कोई नहीं
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) जंगल की आग
- झारखंड राज्य के वन के क्षेत्र की जलवायु को प्रभावित करने वाला प्रमुख घटक जंगल की आग है।
- जंगल की आग से झारखंड के प्रभावित होने वाले जिलों में हजारीबाग, जमशेदपुर, पलामू, बोकारो आदि हैं।
- जंगल की आग झारखंड के आरक्षित एवं संरक्षित वनों में भी प्रमुख समस्या है।
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6. भारत के निम्नलिखित में से कौन नगर वृक्षारोपण में विशिष्टता रखता है?
(a) विजयवाड़ा
(b) चंडीगढ़
(c) शिलांग
(d) वालपराई
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013]
उत्तर- (d) वालपराई
- वालपराई नगर तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में स्थित है, यह उक्त विकल्पों में वृक्षारोपण में विशिष्टता रखने वाला भारत का नगर है।
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राष्ट्रीय वन नीति (1952)
1. 2018 अंतरराष्ट्रीय वन दिवस का विषय क्या है?
(a) वन और जल
(b) वन और ऊर्जा
(c) वन और स्थायी शहर
(d) वन और जीवन
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर- (c) वन और स्थायी शहर
- 21 मार्च, 2018 को विश्वभर में अंतरराष्ट्रीय वन दिवस मनाया गया।
- इस दिवस का मुख्य विषय ‘वन और स्थायी शहर’ (Forest and Sustainable Cities) था।
- वर्ष 2022 में इसकी थीम है- वन और सतत उत्पादन एवं उपभोग (Forests and Sustainable Production and Consumption.) है।
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2. भारत में उपयुक्त पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए वनाच्छादन हेतु न्यूनतम संस्तुत भूमि-क्षेत्र है-
(a) 25%
(b) 33%
(c) 43%
(d) 53%
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (b) 33%
- राष्ट्रीय वन नीति (National Forest Policy) के अनुसार, देश के कुल क्षेत्रफल के कम-से-कम एक-तिहाई (One-third) अर्थात 33 प्रतिशत भाग पर वन होने आवश्यक हैं, ताकि पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखा जा सके।
- पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्र में यह निर्धारण दो-तिहाई (two-third) है, ताकि अपरदन और भू-स्खलन को रोका जा सके।
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3. राष्ट्रीय वन नीति में भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र के कितने प्रतिशत पर वन रखने का लक्ष्य है-
(a) चौथाई
(b) आधा
(c) पांचवें
(d) एक-तिहाई
[U.P.P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (d) एक-तिहाई
- राष्ट्रीय वन नीति (National Forest Policy) के अनुसार, देश के कुल क्षेत्रफल के कम-से-कम एक-तिहाई (One-third) अर्थात 33 प्रतिशत भाग पर वन होने आवश्यक हैं, ताकि पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखा जा सके।
- पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्र में यह निर्धारण दो-तिहाई (two-third) है, ताकि अपरदन और भू-स्खलन को रोका जा सके।
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4. राष्ट्रीय वन नीति (1952) के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-सा वन का संवर्ग नहीं है?
(a) राष्ट्रीय वन
(b) राष्ट्रीय उद्यान
(c) संरक्षित वन
(d) ग्राम वन
[U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2016]
उत्तर- (b) राष्ट्रीय उद्यान
- राष्ट्रीय वन नीति (1952) के अनुसार, वनों को निम्न रूप से वर्गीकृत किया गया है-
- संरक्षित वन
- राष्ट्रीय वन
- ग्राम वन
- वृक्ष-भूमि (Tree-lands)
- अतः स्पष्ट है कि राष्ट्रीय उद्यान वन का संवर्ग नहीं है।
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5. निम्नलिखित कार्यक्रमों पर ध्यान दीजिए-
1. वनीकरण और व्यर्थभूमि विकास
2. पुनर्वनीकरण और विद्यमान वनों में पुनः पौधरोपण
3. लकड़ी के अन्य विकल्पों को प्रोत्साहन और अन्य प्रकार के ईंधन की पूर्ति
4. पीड़कों और कीटों से होने वाले क्षय से वन क्षेत्र की हानि को रोकने के लिए पीड़कनाशकों और कीटनाशकों के व्यापक प्रयोग का संवर्धन
राष्ट्रीय वन नीति, 1988 में सम्मिलित हैं-
(a) 1, 2, 3 और 4
(b) 2 और 4
(c) 1, 3 और 4
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- राष्ट्रीय वन नीति, 1988 में सम्मिलित हैं-
- वनीकरण एवं व्यर्थभूमि विकास,
- पुनर्वनीकरण और विद्यमान वनों में पुनः पौधरोपण तथा
- लकड़ी के अन्य विकल्पों को प्रोत्साहन और अन्य प्रकार के ईंधन की पूर्ति।
- जबकि पीड़कनाशकों और कीटनाशकों के व्यापक प्रयोग का संवर्धन इसमें शामिल नहीं है।
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6. राष्ट्रीय वन नीति के मुख्य उद्देश्य क्या थे?
1. पारिस्थितिक संतुलन को सुनिश्चित करना
2. सामाजिक वानिकी को प्रोत्साहन देना
3. देश की कुल भूमि का एक-तिहाई वनाच्छादित करना
4. वन प्रबंधन में जन सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करना
नीचे दिए गए कूट से अपना उत्तर चुनें-
कूट :
(a) 1 एवं 2
(b) 1 एवं 3
(c) 1 एवं 4
(d) 2 एवं 3
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर- (d) 2 एवं 3
- सामाजिक वानिकी को प्रोत्साहन देना तथा देश की कुल भूमि का एक-तिहाई वनाच्छादित करना राष्ट्रीय वन नीति का मुख्य उद्देश्य है।
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भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021
1. भारत के कुल क्षेत्रफल में वनों का क्षेत्रफल कितना है?
(a) 24.5%
(b) 21%
(c) 20%
(d) 22%
[U.P.P.C.S. (Pre) 1991, 45th B.P.S.C. (Pre) 2001]
उत्तर- (b) 21%
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 (ISFR, 2017) के अनुसार, भारत के कुल 21.54 प्रतिशत अर्थात लगभग 708,273 वर्ग किमी. क्षेत्रफल पर वनों का विस्तार है।
- देहरादून स्थित भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग प्रत्येक दो वर्ष पर उपग्रह चित्रण के माध्यम से ‘वन स्थिति रिपोर्ट’ (The State of Forest Report) जारी करता है।
- ISFR, 2021 के अनुसार, भारत के कुल 21.71 प्रतिशत अर्थात लगभग 7,13,789 वर्ग किमी. क्षेत्रफल पर वनों का विस्तार है।
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2. इंडिया-स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का कितना प्रतिशतांश वनों के अंतर्गत है?
(a) 20.34
(b) 22.34
(c) 21.54
(d) 23.54
[U.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (c) 21.54
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 (ISFR, 2017) के अनुसार, भारत के कुल 21.54 प्रतिशत अर्थात लगभग 708,273 वर्ग किमी. क्षेत्रफल पर वनों का विस्तार है।
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3. 2015 में निम्नलिखित राज्यों में से किसके भौगोलिक क्षेत्रफल का सबसे अधिक प्रतिशतांश वनों के अंतर्गत था?
(a) अरुणाचल प्रदेश
(b) नगालैंड
(c) मेघालय
(d) मिजोरम
[U.P.P.C.S. (Mains), 2017]
उत्तर- (d) मिजोरम
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2015 के अनुसार, राज्यों के भौगोलिक क्षेत्रफल के अंतर्गत वनों का सबसे अधिक प्रतिशतांश मिजोरम (88.93%) का था।
- विकल्प में दिए गए अन्य राज्यों का प्रतिशतांश इस प्रकार है-अरुणाचल प्रदेश-80.30 प्रतिशत, नगालैंड-78.21 प्रतिशत तथा मेघालय-76.76 प्रतिशत।
- ISFR, 2021 के अनुसार, प्रश्नगत राज्यों के भौगोलिक क्षेत्रफल के अंतर्गत वनों के प्रतिशत का अवरोही क्रम क्रमशः इस प्रकार है- मिजोरम (84.53%) > अरुणाचल प्रदेश (79.33%) (76.00%) > नगालैंड (73.90%)। मेघालय (76.00%) > नगालैंड (73.90%)।
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4. पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए इंडियन स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट, 2015 के अनुसार, भारत के पूरे भौगोलिक क्षेत्र का कितना प्रतिशत क्षेत्र वनों और पेड़ों से आच्छादित है?
(a) 22.48
(b) 23.00
(c) 24.16
(d) 24.48
[U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2016]
उत्तर- (c) 24.16
- प्रश्नकाल में भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2015 के अनुसार, देश में कुल वनावरण एवं वृक्षावरण 79.42 मिलियन हेक्टेयर (794,245 वर्ग किमी.) था, जो कि देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 24.16 प्रतिशत था।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार, देश के 21.71 प्रतिशत भाग पर वनावरण तथा 2.91 प्रतिशत भाग पर वृक्षावरण (कुल 24.62%) है।
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5. ‘इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट, 2017’ के अनुसार, देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का कितना प्रतिशत वनाच्छादित है?
(a) 21.04
(b) 21.54
(c) 20.54
(d) 20.04
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) 21.54
- ‘इंडिया स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट, 2017’ के अनुसार, देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 21.54 प्रतिशत (708273 वर्ग किमी.) क्षेत्र वनाच्छादित (Forest Cover) है, जबकि ISFR, 2021 में वनाच्छादित क्षेत्र का प्रतिशत बढ़कर 21.71 प्रतिशत हो गया है।
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6. फरवरी, 2018 में जारी भारत में वनों की स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, भारत का कितना प्रतिशत भाग वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है?
(a) 23.00%
(b) 23.40%
(c) 24.00%
(d) 24.40%
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre), 2018]
उत्तर- (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं उपर्युक्त में से एक से अधिक
- 12 फरवरी, 2018 को 15वीं भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 जारी की गई।
- ISFR, 2017 के अनुसार, देश में कुल वनावरण 70.83 मिलियन हेक्टेयर है, जो देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 21.54 प्रतिशत है।
- हालांकि देश में कुल वनावरण एवं वृक्षावरण 802088 वर्ग किमी. है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 24.40 प्रतिशत है।
- ISFR, 2021 में देश में कुल वनावरण एवं वृक्षावरण 809,895.08 वर्ग किमी. है, जो देश के भौगोलिक क्षेत्र का 24.62 प्रतिशत है।
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7. निम्नलिखित घटनाओं को उनके प्रारंभ के कालानुक्रम में व्यवस्थित करें और नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर चुनिए-
1. वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम
II. जैव विविधता अधिनियम
III. प्रोजेक्ट टाइगर
IV. प्रोजेक्ट हाथी
कूट :
(a) I, II, III, IV
(b) II, III, IV, I
(c) I, III, IV, II
(d) II, III, I, IV
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019, 2020]
उत्तर- (c) I, III, IV, II
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम – 1972
- जैव विविधता अधिनियम – 2002
- प्रोजेक्ट टाइगर – 1973
- प्रोजेक्ट हाथी – 1992
- उपर्युक्त कालानुक्रम होगा : I, III, IV, II
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8. भारतवर्ष का कितना भू-भाग जंगल है?
(a) 33.5 प्रतिशत
(b) 22.7 प्रतिशत
(c) 44.7 प्रतिशत
(d) 17.7 प्रतिशत
[M.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (b) 22.7 प्रतिशत
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, देश के 21.54 प्रतिशत भाग पर वनावरण तथा 2.85 प्रतिशत भाग पर वृक्षावरण (कुल 24.40 %) है। अतः निकटतम उत्तर विकल्प (b) होगा।
- ISFR, 2021 के अनुसार, वनावरण 21.71 प्रतिशत पर तथा वृक्षावरण 2.91 भाग पर है।
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9. उपग्रह सर्वेक्षण से एकत्रित आंकड़ों के अनुसार, भारत के क्षेत्रफल का कितना प्रतिशत भाग वनों से ढका है?
(a) 32
(b) 28
(c) 19
(d) 15
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (c) 19
- ISFR, 2021 के अनुसार, वनावरण 21.71 प्रतिशत पर तथा वृक्षावरण 2.91 भाग पर है।
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10. हमारे देश के निम्नलिखित राज्यों में से किस राज्य में वन का सर्वाधिक क्षेत्र है?
(a) केरल में
(b) उत्तर प्रदेश में
(c) मध्य प्रदेश में
(d) राजस्थान में
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2003, M.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) मध्य प्रदेश में
- प्रश्नकाल तथा वर्तमान में भी मध्य प्रदेश राज्य में वन का सर्वाधिक क्षेत्र दर्ज है, भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 में प्रस्तुत उपग्रह आधारित आंकड़ों के आधार पर भारत के प्रश्नगत राज्यों के वन क्षेत्र (वर्ग किमी. में) इस प्रकार हैं-
राज्य |
वन क्षेत्र (ISFR, 2021 में) |
मध्य प्रदेश |
77,493 |
राजस्थान |
16,655 |
केरल |
21,253 |
उत्तर प्रदेश |
14,818 |
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11. निम्नलिखित में से किस राज्य में सर्वाधिक क्षेत्र वनों के अंतर्गत पाया जाता है?
(a) हिमाचल प्रदेश
(b) असम
(c) आंध्र प्रदेश
(d) अरुणाचल प्रदेश
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) अरुणाचल प्रदेश
- उपर्युक्त विकल्प में, भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश राज्य का सर्वाधिक क्षेत्र वनों के अंतर्गत आता है।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, सर्वाधिक वन क्षेत्र वाला राज्य मध्य प्रदेश है।
- वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार निम्न राज्यों में वन क्षेत्र –
- मध्य प्रदेश – 77,493 वर्ग किमी.
- अरुणाचल प्रदेश – 66,431 वर्ग किमी.
- छत्तीसगढ़ – 55,717 वर्ग किमी.
- ओडिशा – 52,156 वर्ग किमी.
- महाराष्ट्र – 50978 वर्ग किमी.
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12. भारत का वह कौन-सा राज्य है, जिसका वनाच्छादित क्षेत्रफल सर्वाधिक है?
(a) मध्य प्रदेश
(b) पश्चिम बंगाल
(c) केरल
(d) असम
[M.P.P.C.S. (Pre) 2000, R.A.S./R.T.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (a) मध्य प्रदेश
- उपर्युक्त विकल्प में, भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश राज्य का सर्वाधिक क्षेत्र वनों के अंतर्गत आता है।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017, 2019, 2021 के अनुसार, सर्वाधिक वन क्षेत्र वाला राज्य मध्य प्रदेश है।
- वन स्थिति रिपोर्ट, 2019 के अनुसार, निम्न राज्यों में वन क्षेत्र –
- मध्य प्रदेश 77482 वर्ग किमी.
- अरुणाचल प्रदेश 66688 वर्ग किमी.
- छत्तीसगढ़ 55611 वर्ग किमी.
- ओडिशा – 51619 वर्ग किमी.
- महाराष्ट्र 50,778 वर्ग किमी.
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13. भारत का वह कौन-सा राज्य है, जिसका वनाच्छादित क्षेत्रफल सर्वाधिक है?
(a) मध्य प्रदेश
(b) पश्चिम बंगाल
(c) महाराष्ट्र
(d) असम
[U.P.P.C.S. (Pre) 2000, R.A.S./R.T.S. (Pre) 2004]
उत्तर- (a) मध्य प्रदेश
- मध्य प्रदेश का वनाच्छादित क्षेत्रफल सर्वाधिक है।
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14. भारत के किस राज्य में उसके क्षेत्र का अधिकतम प्रतिशत क्षेत्र वनाच्छादित है?
(a) अरुणाचल प्रदेश
(b) मेघालय
(c) मिजोरम
(d) नगालैंड
[U.P.P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (c) मिजोरम
- प्रश्नगत में मिजोरम राज्य का उसके क्षेत्र का अधिकतम प्रतिशत वनाच्छादित था।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार, राज्यों एवं उनमें वनाच्छादन (प्रतिशत में) की स्थिति निम्नानुसार है-
राज्य |
वनाच्छादित क्षेत्र (प्रतिशत में) |
मिजोरम |
84.53 |
अरुणाचल प्रदेश |
79.33 |
नगालैंड |
73.90 |
मेघालय |
76.00 |
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15. भारतीय वन सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के निम्नलिखित में से किस राज्य में भौगोलिक क्षेत्र का सर्वाधिक प्रतिशत वन क्षेत्र है?
(a) मणिपुर
(b) मेघालय
(c) मिज़ोरम
(d) नगालैंड
[U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2016]
उत्तर- (c) मिज़ोरम
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 एवं 2019 के अनुसार, मिजोरम में भौगोलिक क्षेत्र का सर्वाधिक प्रतिशत वन क्षेत्र है। भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार, इन राज्यों की स्थिति इस प्रकार है-
राज्य |
वनावरण (वर्ग किमी.) |
भौगोलिक क्षेत्र का % |
मणिपुर |
16,598 |
74.34 |
मेघालय |
17,046 |
76.00 |
मिजोरम |
17,820 |
84.53 |
नगालैंड |
12,251 |
73.90 |
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16. कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के संदर्भ में वनों का उच्चतम प्रतिशत मिलता है-
(a) अरुणाचल प्रदेश में
(b) नगालैंड में
(c) त्रिपुरा में
(d) मिजोरम में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002, U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010]
उत्तर- (d) मिजोरम में
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, भारत के राज्यों के क्षेत्रफल में सर्वाधिक वनावरण प्रतिशतता वाला राज्य मिजोरम (86.27%) है, जिसके बाद अरुणाचल प्रदेश (79.96%) एवं मणिपुर (77.69%) का स्थान है।
- त्रिपुरा में वनावरण 73.68 प्रतिशत है। ISFR, 2021 के अनुसार भी सर्वाधिक वनावरण प्रतिशतता वाला राज्य मिजोरम ही है।
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17. भारत में अति सघन वनों का सर्वाधिक क्षेत्र जिस राज्य में पाया जाता है, वह है-
(a) अरुणाचल प्रदेश
(b) मध्य प्रदेश
(c) महाराष्ट्र
(d) उड़ीसा
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) अरुणाचल प्रदेश
- प्रश्नकाल मे अति सघन वन का सर्वाधिक क्षेत्र अरुणाचल प्रदेश में था।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट (ISFR), 2021 के अनुसार, भारत में अति सघन वनों का सर्वाधिक क्षेत्रफल अरुणाचल प्रदेश में पाया जाता है।
- संबंधित राज्य का विवरण निम्नानुसार है-
राज्य |
क्षेत्रफल (वर्ग किमी. में) |
अरुणाचल प्रदेश |
21,058 |
मध्य प्रदेश |
6,665 |
महाराष्ट्र |
8,734 |
ओडिशा |
7,213 |
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18. निम्नलिखित कथनों में से कौन एक सत्य नहीं है?
(a) मध्य प्रदेश में सर्वाधिक वन क्षेत्र है।
(b) अरुणाचल प्रदेश में सर्वाधिक घना वन क्षेत्र है।
(c) नगालैंड भारत का सर्वाधिक वनाच्छादित राज्य है।
(d) हरियाणा भारत का सबसे कम वनाच्छादित राज्य है।
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (c) नगालैंड भारत का सर्वाधिक वनाच्छादित राज्य है।
- भारत वन रिथति रिपोर्ट, 2017, 2019 एवं 2021 अनुसार, गध्य प्रदेश में सर्वाधिक वन क्षेत्र है, जबकि अरुणाचल प्रदेश में सर्वाधिक अति सघन वनों का क्षेत्रफल है।
- भारत का सर्वाधिक वनाच्छादित राज्य मिजोरम है न कि नगालैंड।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे कम वनाच्छादित राज्य हरियाणा है, जबकि प्रतिशतता के संदर्भ में भी सबसे कम वनाच्छादित राज्य हरियाणा है।
|
19. वृक्षाच्छादित क्षेत्र सर्वाधिक हैं-
(a) पूर्वी दक्कन (Deccan) में
(b) उत्तरी मैदानी क्षेत्र में
(c) पश्चिमी तट में
(d) पूर्वी तट में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2009]
उत्तर- (a) पूर्वी दक्कन (Deccan) में
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, देश के 14 फिजियोग्राफिक क्षेत्रों में क्षेत्रफल की दृष्टि से सर्वाधिक वृक्षावरण क्रमशः –
- मध्य उच्च भूमियां (11,534 वर्ग किमी.) क्षेत्र में है।
- पूर्वी दक्कन (10,663 वर्ग किमी.) क्षेत्र में है।
- पश्चिमी तट (9,445 वर्ग किमी.) क्षेत्र में है।
- पश्चिमी हिमालय (9,393 वर्ग किमी.) क्षेत्र में है।
- उत्तरी मैदानों (9,196 वर्ग किमी.) क्षेत्र में है।
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20. भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र में सघन वनावरण का प्रतिशत है-
(a) लगभग 8 प्रतिशत
(b) लगभग 12 प्रतिशत
(c) लगभग 10 प्रतिशत
(d) लगभग 14 प्रतिशत
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर- (c) लगभग 10 प्रतिशत
- भारत के सघन वनों को अति सघन वन और मध्यम सघन वन में बांटा गया है।
- ISFR, 2021 के अनुसार, अति सघन वन का प्रतिशत 3.04 और मध्यम सघन वन का प्रतिशत 9.33 है।
- इस तरह सघन वनावरण 12.37 प्रतिशत है।
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21. भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2019 के अनुसार, निम्न में से किस एक जिले में, बहुत घना जंगल क्षेत्रफल न्यूनतम है?
(a) जैसलमेर
(b) जोधपुर
(c) अलवर
(d) जयपुर
[R.A.S./R.T.S.. (Pre) 2021]
उत्तर- (c) अलवर
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2019 के अनुसार, राजस्थान के प्रश्नगत जिलों में ‘बहुत घना जंगल’ (Very Dense Forest) क्षेत्रफल निम्नवत है-
- अलवर 59.00 वर्ग किमी.
- जयपुर 12.00 वर्ग किमी.
- जैसलमेर 3.93 वर्ग किमी.
- जोधपुर 0.00 वर्ग किमी.
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22. राष्ट्रीय दूर संवेदन अभिकरण (NRSA) के अनुसार, निम्न में से किस राज्य में कुल क्षेत्रफल का सर्वाधिक प्रतिशत वनाच्छादित है?
(a) हिमाचल प्रदेश
(b) अरुणाचल प्रदेश
(c) मेघालय
(d) सिक्किम
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]
उत्तर- (b) अरुणाचल प्रदेश
- राष्ट्रीय दूर संवेदन अभिकरण (NRSA) के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश में कुल क्षेत्रफल का सर्वाधिक प्रतिशत वनाच्छादित है।
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23. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 20 प्रतिशत क्षेत्र वन के रूप में है। कुल वन क्षेत्र में से लगभग 40 प्रतिशत सघन वन क्षेत्र है।
2. राष्ट्रीय वन्य कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के एक-तिहाई क्षेत्र को वृक्षों/वनों से ढकना है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 और 2
(d) न ही । और न ही ?
[I.A.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (b) केवल 2
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017 के अनुसार, भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 21.54 प्रतिशत क्षेत्र (कुल 7,08,273 वर्ग किमी.) वन के रूप में है।
- जबकि ISFR, 2019 के अनुसार, 21.67 प्रतिशत क्षेत्र (7,12,249 वर्ग किमी.) तथा ISFR, 2021 के अनुसार, 21.71 प्रतिशत क्षेत्र (7,13,789 वर्ग किमी.) वनाच्छादित है।
- राष्ट्रीय वन्य कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के 33 प्रतिशत क्षेत्र को वनों से ढकना है।
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24. निम्नलिखित राज्य समूहों में से किसमें वन कुल भौगोलिक क्षेत्र के 75 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र पर आच्छादित हैं-
(a) अरुणाचल प्रदेश, असम, नगालैंड
(b) अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड
(c) असम, मेघालय, नगालैंड
(d) अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड
[U.P.P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (b) अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड
- प्रश्नगत काल में विकल्प (b) सही था। भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017, 2019 एवं 2021 के अनुसार, उपर्युक्त राज्यों में वनों का प्रतिशत इस प्रकार है-
वनों का प्रतिशत |
|
राज्य |
2017 |
2019 |
2021 |
|
नगालैंड |
75.33 |
75.31 |
73.90 |
|
अरुणाचल प्रदेश |
79.96 |
79.63 |
79.33 |
|
मणिपुर |
77.69 |
75.46 |
74.34 |
|
मेघालय |
76.45 |
76.33 |
76.00 |
|
असम |
35.83 |
36.11 |
36.09 |
|
मध्य प्रदेश |
25.11 |
25.14 |
25.14 |
|
- विकल्प में दिए गए राज्यों में से वर्तमान में 75 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र पर वनाच्छादित वाले राज्य अरुणाचल प्रदेश एवं मेघालय हैं।
|
|
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25. किस राज्य का 80 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र वनाच्छादित है?
(a) अरुणाचल प्रदेश
(b) केरल
(c) मध्य प्रदेश
(d) पश्चिम बंगाल
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर- (a) अरुणाचल प्रदेश
- प्रश्नकाल में प्रश्नगत राज्यों में अरुणाचल प्रदेश का 80.30 प्रतिशत, केरल का 49.50 प्रतिशत, मध्य प्रदेश का 25.13 प्रतिशत तथा पश्चिम बंगाल का मात्र 18.96 प्रतिशत हिस्सा वनाच्छादित था।
- वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश का 79.33 प्रतिशत क्षेत्र ही वनाच्छादित है।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार, लक्षद्वीप, मिजोरम तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह का 80 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र वनाच्छादित है।
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26. भारत में मैंग्रोव का दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र पाया जाता है-
(a) अंडमान एवं निकोबार तट के सहारे
(b) आंध्र प्रदेश तट के सहारे
(c) गुजरात तट के सहारे
(d) उड़ीसा तट के सहारे
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर- (c) गुजरात तट के सहारे
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2017, 2019 एवं 2021 के अनुसार, भारत में सर्वाधिक मैंग्रोव आच्छादित राज्यों/संघीय क्षेत्रों का क्रम निम्नानुसार है –
- प. बंगाल
- गुजरात
- अंडमान एवं निकोबार द्वीपसूमह
- आंध्र प्रदेश
- नोट : मैंग्रोव वनस्पतियों का विकास अधिकांशतः तटों के सहारे ही होता है।
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27. भारत के निम्नलिखित राज्यों को उनके वनाच्छादन (कुल क्षेत्र के संदर्भ में वन क्षेत्र का प्रतिशत) के अवरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए तथा नीचे दिए गए फूट से सही उत्तर बुनिए :
1. हरियाणा
2. महाराष्ट्र
3. मणिपुर
4. उड़ीसा
कूट :
(a) 3, 4, 2, 1
(b) 3, 2, 4, 1
(c) 1, 4, 3, 2
(d) 4, 3, 2, 1
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (a) 3, 4, 2, 1
- प्रश्नकाल में विकल्प (a) सही था। ISFR, 2017, 2019 एवं 2021 के अनुसार, प्रश्नगत राज्यों तथा उनके वनावरण क्षेत्र का क्रम निम्नानुसार है-
वनावरण क्षेत्र (%) में |
राज्य |
2017 |
2019 |
2021 |
मणिपुर |
77.69 |
75.46 |
74.34 |
ओडिशा |
32.98 |
33.15 |
33.50 |
महाराष्ट्र |
16.47 |
16.50 |
16.51 |
हरियाणा |
3.59 |
3.62 |
3.63 |
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IUCN व विभिन्न संकटापन्न जातियां
1. भारत की सबसे बड़ी मछली है-
(a) स्टोन फिश
(b) व्हेल शार्क
(c) मार्लिन
(d) हिलसा
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008]
उत्तर- (b) व्हेल शार्क
- व्हेल शार्क भारत की ही नहीं, पूरे विश्व की सबसे बड़ी मछली है।
- यह 50 फीट तक लंबी हो सकती है।
- व्हेल शार्क ऑस्ट्रेलिया एवं अफ्रीका के तट पर प्रवास करती है, किंतु प्रत्येक वर्ष मार्च से मई माह के दौरान बड़ी संख्या में व्हेल शार्क भारत के गुजरात तट पर आती हैं।
- यह समय व्हेल शार्क की गर्भावधि है।
- गुजरात तट पर आने वाली इन व्हेल शार्कों की सुरक्षा हेतु वर्ष 2004 में एक कार्यक्रम प्रारंभ किया गया था।
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2. गैवियलिस (घड़ियाल) बहुतायत में पाया जाता है-
(a) गंगा में
(b) गोदावरी में
(c) कृष्णा में
(d) कावेरी में
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (a) गंगा में
- घड़ियाल (Gavialis) मगरमच्छ (Crocodilia) कुल की एक प्रजाति है, जो गंगा व इसकी सहायक नदी में पाए जाते हैं।
- ये बांग्लादेश, भारत तथा नेपाल में अधिकांश मात्रा में पाए जाते हैं।
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3. भारत के निम्न प्राणियों पर विचार कीजिए-
1. मगरमच्छ
2. हाथी
इनमें से कौन-सी संकटापन्न जाति/जातियां है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 व 2
(d) दोनों में से कोई भी नहीं
उत्तर- (c) दोनों 1 व 2
- आईयूसीएन (International Union for Conservation of Nature) द्वारा भारत में पाए जाने वाले मगरमच्छों की प्रजातियों को संकटापन्न जातियों की सूची में शामिल किया गया तथा हाथी भी संकटापन्न जातियों की श्रेणी में है। अतः विकल्प (c) अभीष्ट उत्तर होगा।
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4. पगमार्क तकनीक का प्रयोग किया जाता है-
(a) वनों में पक्षी का अवलोकन करने में।
(b) दुर्लभ वन्य जंतु के बद्ध स्थल में प्रजनन के लिए।
(c) विभिन्न वन्य जंतुओं की जनसंख्या के आकलन के लिए।
(d) वन्य जंतुओं में गुदना गोदने के लिए, ताकि एक स्पीशीज का दूसरे से भेद किया जा सके।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर- (c) विभिन्न वन्य जंतुओं की जनसंख्या के आकलन के लिए।
- विभिन्न वन्य जंतुओं की संख्या के आकलन के लिए पगमार्क तकनीक का प्रयोग किया जाता है।
- इस तकनीक में पशुओं के पद चिह्नों की संख्या के आधार पर विभिन्न वन्य जंतुओं की जनसंख्या का आकलन किया जाता है।
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5. निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. तारा कछुआ
2. मॉनीटर छिपकली
3. वामन सूअर
4. स्पाइडर वानर
उपर्युक्त में से कौन-से भारत में प्राकृतिक रूप में पाए जाते हैं?
(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) केवल 1, 2 और 3
- स्पाइडर वानर उष्णकटिबंधीय जलवायु क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
- यह मुख्यतः मध्य एवं दक्षिणी अमेरिका के सदाबहार वनों में पाए जाते हैं।
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6. सूची-I (भारतीय वन्य प्राणी जातियां) को सूची-II (वैज्ञानिक नाम) के साथ सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिए-
सूची-I |
सूची-II |
(भारतीय वन्य प्राणी जातियां) |
(वैज्ञानिक नाम) |
A. एशियाई जंगली गधा |
1. बोसलाफस ट्रेगोकेमेलस |
B. बारहसिंघा |
2. रूसर्वस दुवाउसेली |
C. चिंकारा |
3. इक्कस हेमीओनस |
D. नीलगाय |
4. गजेला बेनेट्टी |
कूट :
A B C D
(a) 2, 3, 1, 4
(b) 3, 2, 4, 1
(c) 2, 3, 4, 1
(d) 3, 2, 1, 4
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) 3, 2, 4, 1
- सही सुमेलन इस प्रकार है –
सूची-I (भारतीय वन्य प्राणी जातियां) |
सूची-II (वैज्ञानिक नाम) |
एशियाई जंगली गधा |
इक्कस हेमीओनस |
बारहसिंघा |
रूसर्वस दुवाउसेली |
चिंकारा |
गजेला बेनेट्टी |
नीलगाय |
बोसलाफस ट्रेगोकेमेलस |
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7. निम्नलिखित भारतीय प्राणिजात पर विचार कीजिए-
1. घड़ियाल
2. चर्मपीठ कूर्म (लेदरबैक टर्टल)
3. अनूप मृग
उपर्युक्त में से कौन-सा/से संकटापन्न है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) 1, 2 और 3
(d) कोई नहीं
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) 1, 2 और 3
- प्रश्नकाल के दौरान घड़ियाल, लेदरबैक टर्टल एवं अनूप मृग (बारहसिंघा) तीनों ही संकटापन्न की श्रेणी में आते थे।
- वर्तमान में आईयूसीएन (IUCN) ने घड़ियाल को अति संकटग्रस्त (Critically Endangered) की श्रेणी में रखा है।
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8. यदि आप घड़ियाल को उनके प्राकृतिक आवास में देखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित में से किस स्थान पर जाना सबसे सही है?
(a) भितरकणिका मैंग्रोव
(b) चंबल नदी
(c) पुलिकट झील
(d) दीपर बील
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) चंबल नदी
- घड़ियाल को प्राकृतिक आवास में चंबल नदी में देखना सबसे सही है।
- घड़ियाल का वैज्ञानिक नाम गैविएलिस गैंगेटिकस (Gavialis gangeticus) है।
- घड़ियालों की ज्यादातर संख्या भारत में चंबल नदी एवं गिरवा नदी में पाई जाती है।
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9. भारत में पाई जाने वाली नस्ल, ‘खाराई ऊंट’ के बारे में अनूठा क्या है/हैं?
1. यह समुद्र-जल में तीन किमी. तक तैरने में सक्षम है।
2. यह मैंग्रोव (Mangroves) की चराई पर जीता है।
3. यह जंगली होता है और पालतू नहीं बनाया जा सकता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) केवल 1 और 2
- खाराई ऊंट कच्छ (गुजरात) में पाए जाते हैं।
- यह समुद्र जल में तीन किमी. तक तैरने में सक्षम है।
- ये मैंग्रोव (Mangroves) की चराई पर निर्भर हैं।
- इन ऊंटों को संकटग्रस्त प्रजाति (Endangered Species) घोषित किया गया है।
- हाल ही में करनाल, हरियाणा में स्थित ‘नेशनल ब्यूरो ऑफ एनिमल जेनेटिक सोर्सेज’ (National Bureau of Animal Genetic Resources) ने खाराई ऊंट को भारत में पाई जाने वाली ऊंट की नौवीं प्रजाति के रूप में मान्यता दी है।
- ध्यातव्य है, कि मालधारी समुदाय की आजीविका इन्हीं ऊंटों पर निर्भर करती है।
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वन संपदा संरक्षण से संबंधित भारतीय प्रयास
1. भारत के किस राज्य में सर्वप्रथम ‘मुख्यमंत्री जन वन योजना’ का प्रारंभ किया गया?
(a) बिहार
(b) छत्तीसगढ़
(c) झारखंड
(d) केरल
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) झारखंड
- झारखंड राज्य में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने हेतु राज्य में ‘मुख्यमंत्री जन वन योजना’ को लागू किया गया।
- इसे 15 नवंबर, 2015 को प्रारंभ किया गया था।
- इस योजना के निम्नलिखित उद्देश्य हैं –
- प्रदेश के हरित क्षेत्र में वृद्धि कर पर्यावरण संतुलन कायम रखना।
- वृक्षारोपण के माध्यम से भू-जल संरक्षण करना।
- निजी क्षेत्र में वनोपज उत्पादन को बढ़ावा देकर अधिसूचित वनों पर दबाव कम करना।
- किसानों की भूमि पर वृक्षारोपण कर उनकी आय को बढ़ाना।
- राज्य में जन सहयोग से वनाच्छादन को बढ़ाना।
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2. निम्नलिखित राज्यों में से किसके द्वारा ‘अपना वन अपना धन’ योजना प्रारंभ की गई है?
(a) उत्तर प्रदेश द्वारा
(b) हिमाचल प्रदेश द्वारा
(c) मध्य प्रदेश द्वारा
(d) अरुणाचल प्रदेश द्वारा
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) हिमाचल प्रदेश द्वारा
- ‘अपना वन अपना धन’ योजना हिमाचल प्रदेश राज्य द्वारा प्रारंभ की गई है।
- इसका उद्देश्य राज्य में वनरोपण की क्रियाविधि को बढ़ावा देना है।
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3. झारखंड राज्य में जंगलों को ‘सुरक्षित वन’ के रूप में वर्गीकृत करने का उद्देश्य है-
(a) बिना अनुमति सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध
(b) सभी गतिविधियों की छूट
(c) सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध
(d) इनमें से कोई नहीं
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) बिना अनुमति सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध
- झारखंड राज्य में वनों को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है –
- सुरक्षित
- संरक्षित
- अवर्गीकृत वन
- राज्य में सुरक्षित वनों में बिना अनुमति के सभी गतिविधियां निषिद्ध हैं।
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4. भारत में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम किस वर्ष में लागू किया गया था?
(a) 1962
(b) 1970
(c) 1972
(d) 1982
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (c) 1972
- भारत में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 9 सितंबर, 1972 को लागू किया गया।
- वन्य जीवों की तस्करी, अवैध शिकार से रक्षा एवं संरक्षण के लिए भारत सरकार द्वारा वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में पारित किया गया था।
- इस अधिनियम में कुल 66 धाराएं हैं, जिन्हें सात अध्याय और छः अनुसूचियों में विभाजित किया गया है।
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5. निम्नलिखित घटनाओं को उनके प्रारंभ के कालानुक्रम में व्यवस्थित करें और नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर चुनिए –
I. वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम
II. जैव विविधता अधिनियम
III. प्रोजेक्ट टाइगर
IV. प्रोजेक्ट हाथी
कूट :
(a) I, II, III, IV
(b) I, III, IV, II
(c) II, III, IV, I
(d) II, III, I, IV
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019, 2020]
उत्तर- (b) I, III, IV, II
घटनाएं |
वर्ष |
वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम |
1972 |
जैव विविधता अधिनियम |
2002 |
प्रोजेक्ट टाइगर |
1973 |
प्रोजेक्ट हाथी |
1992 |
- उपर्युक्त कालानुक्रम होगा : I, III, IV, II
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6. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए-
सूची-I |
सूची-II |
(भारतवर्ष में अधिनियमों के नाम) |
(वर्ष) |
A. वन संरक्षण अधिनियम |
1. 1980 |
B. पर्यावरण संरक्षण अधिनियम |
2. 1986 |
C. वायु (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम |
3. 1981 |
D. जल प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम |
4. 1974 |
कूट –
A B C D
(a) 3, 1, 4, 2
(b) 1, 4, 2, 3
(c) 4, 3, 2, 1
(d) 1, 2, 3, 4
[U.P.R.O./.A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर- (d) 1, 2, 3, 4
अधिनियम |
वर्ष |
वन संरक्षण अधिनियम |
1980 |
पर्यावरण संरक्षण अधिनियम |
1986 |
वायु (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम |
1981 |
जल प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम |
1974 |
|
7. 2016 में कार्यान्वित नवीन राष्ट्रीय वन सूची डिजाइन के अंतर्गत वन सूची समीक्षा का समय घटाकर किया गया है-
(a) 5 वर्ष
(b) 2 वर्ष
(c) 6 माह
(d) 10 वर्ष
[R.O./AR.O. (Mains), 2017]
उत्तर- (a) 5 वर्ष
- वर्ष 2016 में कार्यान्वित नवीन राष्ट्रीय वन सूची डिजाइन के अंतर्गत वन सूची समीक्षा का समय 20 वर्ष से घटाकर 5 वर्ष कर दिया गया है।
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8. भारत में, यदि कछुए की एक जाति को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची I के अंतर्गत संरक्षित घोषित किया गया हो, तो इसका निहितार्थ क्या है?
(a) इसे संरक्षण का वही स्तर प्राप्त है जैसा कि बाघ को।
(b) इसका अब वन्य क्षेत्रों में अस्तित्व समाप्त हो गया है, कुछ प्राणी बंद संरक्षण के अंतर्गत हैं; और अब इसके विलोपन को रोकना असंभव है।
(c) यह भारत के एक विशेष क्षेत्र में स्थानिक है।
(d) इस संदर्भ में उपर्युक्त (b) और (c) दोनों सही हैं।
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) इसे संरक्षण का वही स्तर प्राप्त है जैसा कि बाघ को।
- भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में वन्य जीवों के आवास रक्षण के अनेक प्रावधान थे। इसके अंतर्गत रक्षित वन्य जीवों की सूची भी दी गई है।
- उल्लेखनीय है, कि बाघ को भी अनुसूची (1) में ही रखा गया है।
- अतः यदि कछुए की एक प्रजाति को अनुसूची (1) के अंतर्गत संरक्षित घोषित किया जाएगा, तो उसे भी संरक्षण का वही स्तर प्राप्त होगा जैसा कि बाघ को प्राप्त है।
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9. यदि किसी पौधे की विशिष्ट जाति को वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम, 1972 की अनुसूची VI में रखा गया है, तो इसका क्या तात्पर्य है?
(a) उस पौधे की खेती करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता है।
(b) ऐसे पौधे की खेती किसी भी परिस्थिति में नहीं हो सकती।
(c) यह एक आनुवंशिकतः रूपांतरित फसली पौधा है।
(d) ऐसा पौधा आक्रामक होता है और पारितंत्र के लिए हानिकारक होता है।
[I.A.S. (Pre.) 2020]
उत्तर- (a) उस पौधे की खेती करने के लिए लाइसेंस की आवश्यकता है।
- वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम, 1972 के अनुसार, कोई भी व्यक्ति अनुसूची VI में रखे हुए विशिष्ट पौधों की खेती तब तक नहीं कर सकता, जब तक कि मुख्य वन्यजीव संरक्षण या राज्य सरकार द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत किसी अन्य अधिकारी द्वारा लाइसेंस न प्राप्त कर ले।
- वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम, 1972 की अनुसूची VI में शामिल विशिष्ट पौधे हैं-
- बेडोम्स साइकड (Cycas beddomei)
- ब्लू वेंडा (Vanda coerulec)
- कुथ (Saussurea lappa)
- लेडीज स्लीपर ऑर्किड (Paphiopedilum spp.)
- पिचर प्लांट या घटपर्णी (Nepenthes khasiana)
- रेड वेंडा (Rananthera imschootiana)
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10. वन्यजीव (सुरक्षा) अधिनियम, 1972 के अनुसार, किसी व्यक्ति द्वारा, विधि द्वारा किए गए कतिपय उपबंधों के अधीन होने के सिवाय, निम्नलिखित में से कौन-सा/से प्राणी का शिकार नहीं किया जा सकता ?
1. घड़ियाल
2. भारतीय जंगली गधा
3. जंगली भैंस
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के अनुसार, किसी व्यक्ति द्वारा विधि द्वारा किए गए कतिपय उपबंधों के अधीन होने के सिवाय घड़ियाल, भारतीय जंगली गधा एवं जंगली भैंस तीनों का शिकार नहीं किया जा सकता है।
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11. भारत में वन संरक्षण अधिनियम कब पारित किया गया?
(a) 1978
(b) 1980
(c) 1979
(d) 1981
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) 1980
- भारत में वन (संरक्षण) अधिनियम, 1980 को संसद द्वारा 27 दिसंबर, 1980 को अधिनियमित किया गया, यद्यपि इसके लागू होने की तिथि 25 अक्टूबर, 1980 है।
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12. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 भारत सरकार को सशक्त करता है, कि
1. वह पर्यावरणीय संरक्षण की प्रक्रिया में लोक सहभागिता की आवश्यकता का और इसे हासिल करने की प्रक्रिया और रीति का विवरण दे
2. वह विभिन्न स्रोतों से पर्यावरणीय प्रदूषकों के उत्सर्जन या विसर्जन के मानक निर्धारित करे
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (b) केवल 2
- पर्यावरण संरक्षण, 1986 भारत सरकार को इस बात के लिए सशक्त करता है कि वह विभिन्न स्रोतों से पर्यावरण प्रदूषकों के उत्सर्जन या निस्सारण (विसर्जन) के मानक निर्धारित करे।
- साथ ही पर्यावरण प्रदूषण के निवारण, नियंत्रण एवं उपशमन के लिए राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की योजना बनाए और उसको निष्पादित करे।
- इसके अतिरिक्त पर्यावरण के विभिन्न आयामों के संबंध में उसकी गुणवत्ता के लिए मानक निर्धारित करे।
- इस अधिनियम में कहीं भी लोक सहभागिता की आवश्यकता का और इसे हासिल करने की प्रक्रिया और रीति का विवरण नहीं है।
- अतः केवल कथन 2 सत्य है। उल्लेखनीय है, कि (i) वर्ष 2018 के पर्यावरण दिवस (5 जून) की मेजबानी भारत कौ सौंपी गई थी। (ii) 5 जून, 2018 को ही तमिलनाडु सरकार ने प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
- यह प्रतिबंध पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत लगाया गया, जो जनवरी, 2019 से पूरे राज्य में लागू हो गया।
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13. भारतीय वन्यजीव संस्थान स्थित है-
(a) नई दिल्ली
(b) देहरादून
(c) शिमला
(d) भोपाल
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006,2007]
उत्तर- (b) देहरादून
- भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून (उत्तराखंड) में स्थित है।
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14. झारखंड सरकार ने राज्य के विभिन्न वन्यजीव अभयारण्यों में वर्ष की अवधि के लिए वन्यजीव प्रबंधन योजना शुरू की है।
(a) 5 वर्ष
(b) 6 वर्ष
(c) 4 वर्ष
(d) 10 वर्ष
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) 10 वर्ष
- झारखंड सरकार ने राज्य के विभिन्न वन्यजीव अभयारण्यों में 10 वर्ष की अवधि के लिए वन्यजीव प्रबंधन योजना शुरू की है।
- ये वन्यजीव अभयारण्य हैं –
- डालमा वन्यजीव अभयारण्य
- कोडरमा वन्यजीव अभयारण्य
- हजारीबाग वन्यजीव अभयारण्य
- पारसनाथ वन्यजीव अभयारण्य
- उधवा झील पक्षी अभयारण्य
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15. निम्नलिखित में से कौन-सी संस्था पर्यावरण से संबंधित नहीं है?
(a) विज्ञान और पर्यावरण केंद्र
(b) भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान
(c) भारतीय वन्यजीव संस्थान
(d) भारतीय सर्वेक्षण विभाग
[M.P. P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) भारतीय सर्वेक्षण विभाग
- भारतीय सर्वेक्षण विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन राष्ट्रीय सर्वेक्षण और मानचित्रण के लिए भारत सरकार का एक प्राचीनतम विभाग है।
- इसकी स्थापना 1767 ई. में की गई थी। इसका संबंध पर्यावरण से नहीं है।
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16. भारतीय वन अनुसंधान और शिक्षा परिषद (आई.सी. एफ.आर. ई.) ने वन आधारित समुदायों का समर्थन करने के लिए टी.आई. एफ.ए.सी. के साथ समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए हैं। आई.सी.एफ.आर.ई. का मुख्यालय कहां स्थित है?
(a) हैदराबाद
(b) बंगलुरू
(c) इलाहाबाद
(d) देहरादून
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) देहरादून
- मार्च, 2018 में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त परिषद भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद (ICFRE) देहरादून और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त परिषद, प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और आकलन परिषद (TIFAC) नई दिल्ली के मध्य एक सहमति-पत्र पर हस्ताक्षर हुए।
- यह सहमति-पत्र आजीविका के अवसर मुहैया कराने और वन आधारित समुदायों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है।
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17. गैर-वन क्षेत्र में विकसित किए गए निम्नलिखित में से कौन-से पादप को भारतीय वन (संशोधन) अधिनियम, 2017 में, वृक्षों की परिभाषा से विलोपित किया गया है?
(a) पॉम
(b) सरकंडा
(c) बांस
(d) केला
[R.A.S./R.T.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (c) बांस
- गैर-वन क्षेत्र में विकसित किए गए बांस (Bamboo) पादप को भारतीय वन (संशोधन) अधिनियम, 2017 में, वृक्षों की परिभाषा से विलोपित किया गया है।
- इसके अनुसार, अब आदिवासियों व गरीब किसानों द्वारा बांस का प्रयोग अपने आर्थिक उपयोग के लिए किया जा सकेगा।
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18. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारतीय वन अधिनियम, 1927 में हाल में हुए संशोधन के अनुसार, वन निवासियों को वन क्षेत्रों में उगने वाले बांस को
काट गिराने का अधिकार है। 2. अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पारंपरिक वनवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 के अनुसार, बांस एक गौण
वनोपज है।
3. अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पारंपरिक वनवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006, वन निवासियों को गौण वनोपज के स्वामित्व की अनुमति देता है।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (c) केवल 2 और 3
- भारतीय वन (संशोधन) अधिनियम, 2017 द्वारा भारतीय वन अधिनियम, 1927 में संशोधन कर बांस को वृक्ष की श्रेणी से बाहर कर दिया गया है, जिससे गैर-वन क्षेत्र में उगने वाले बांस की कटाई या पारगमन की अनुमति होगी।अतः कथन । गलत है।
- अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पारंपरिक वनवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 के अनुसार बांस, बेंत, शहद, मोम, लाख, तेंदू पत्ता आदि गौण वनोपज हैं।
- साथ ही इस अधिनियम में वन निवासियों को वनाधिकारों के तहत उनके गौण वनोपज के स्वामित्व के साथ उसके संग्रह, उपयोग एवं निपटान का अधिकार प्रदान किया गया है। इस प्रकार कथन 2 और 3 सही हैं।
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19. निम्न में से किसे ‘चिपको आंदोलन’ का नेता माना जाता है?
(a) मेधा पाटकर
(b) बाबा आम्टे
(c) सुंदरलाल बहुगुणा
(d) किरण बेदी
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) सुंदरलाल बहुगुणा
- 1970 के दशक में देशभर में वनों के विनाश के विरुद्ध हुए संगठित प्रतिरोध को चिपको आंदोलन का नाम दिया गया था।
- सुंदरलाल बहुगुणा इस आंदोलन से जुड़े रहे और उन्हें इसका नेता माना जाता है।
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20. चिपको आंदोलन के प्रणेता कौन हैं?
(a) मेधा पाटकर
(b) एम.एस. स्वामीनाथन
(c) सुंदरलाल बहुगुणा
(d) चंडीप्रसाद भट्ट
[M.P. P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) चंडीप्रसाद भट्ट
- चिपको आंदोलन के प्रणेता चंडीप्रसाद भट्ट हैं।
- इन्होंने वर्ष 1964 में ‘दासोली ग्राम स्वराज मंडल’ की स्थापना की।
- आगे चलकर यह संस्था चिपको आंदोलन की आधार भूमि बनी।
- वर्ष 1973 में वनों की कटाई के विरोध स्वरूप चिपको आंदोलन की शुरुआत हुई।
- इस आंदोलन के सह-कार्यकर्ता सुंदरलाल बहुगुणा ने भी इस आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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21. ‘चिपको’ आंदोलन मूल रूप से किसके विरुद्ध था?
(a) जल प्रदूषण के
(b) ध्वनि प्रदूषण के
(c) वन कटाई के
(d) सांस्कृतिक प्रदूषण के
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012, U.P.P.C.S. (Mains) 2003]
उत्तर- (c) वन कटाई के
- वर्ष 1973 में वनों की कटाई के विरोध स्वरूप चिपको आंदोलन की शुरुआत हुई।
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22. चमोली के रैणी गांव में किसके नेतृत्व में वन कटाई के विरोध में आंदोलन चलाया गया?
(a) सुंदरलाल बहुगुणा
(b) चंडीप्रसाद भट्ट
(c) कल्याण रावत
(d) गौरा देवी
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) गौरा देवी
- वर्ष 1974 में वन विभाग ने जोशीमठ के रैणी गांव के लगभग 680 हेक्टेयर जंगल को नीलाम कर दिया था।
- तब गौरा देवी के नेतृत्व में सैकड़ों की तादाद में महिलाओं ने पेड़ों से चिपक कर वन कटाई का विरोध किया।
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23. राजीव गांधी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार दिया जाता है-
(a) शैक्षिक तथा शोध संस्थाओं को
(b) वन एवं वन्यजीव अधिकारियों को
(c) वन्यजीव संरक्षकों को
(d) उपर्युक्त सभी को
[U.P.P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी को
- वन्य जीवों के क्षेत्र में किए गए विशिष्ट कार्यों के लिए शैक्षिक एवं शोध संस्थाओं, वन एवं वन्यजीव अधिकारियों तथा वन्यजीव संरक्षकों आदि को पर्यावरण एवं वन मंत्रालग द्वारा राजीत गांधी तन्गजीन संरक्षण पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
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24. ‘नेशनल ब्यूरो ऑफ प्लांट जेनेटिक रिसोर्सेस’ स्थित है-
(a) नई दिल्ली में
(b) कोलकाता में
(c) मुंबई में
(d) चेन्नई में
[U.P. P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (a) नई दिल्ली में
- राष्ट्रीय पादप आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (NBPGR) की स्थापना वर्ष 1977 में नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर पौधों के आनुवंशिक संसाधनों के प्रबंधन के लिए एक नोडल एजेंसी के रूप में की गई थी।
- इसके 10 क्षेत्रीय कार्यालय विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में स्थित हैं, जो निम्न हैं –
- शिमला
- जोधपुर
- त्रिसूर
- अकोला
- शिलांग
- भोवाली
- कटक
- हैदराबाद
- रांची
- श्रीनगर
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25. अमृता देवी स्मृति पुरस्कार जिसके लिए दिया जाता है, वह है-
(a) वृक्षारोपण में श्रेष्ठ प्रयास
(b) वन एवं वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए
(c) वन सुरक्षा पर श्रेष्ठ साहित्य
(d) उद्यानों का सौंदर्गीकरण
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) वन एवं वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए
- अमृता देवी विश्नोई स्मृति पुरस्कार वन एवं वन्य जीवों के संरक्षण में अभूतपूर्व योगदान के लिए राजस्थान सरकार के वन विभाग द्वारा प्रदान किया जाता है।
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26. नेपाल एवं भारत में वन-जीवन संरक्षण प्रयासों के रूप में ‘सेव’ (SAVE) नामक एक नया संगठन प्रारंभ किया गया है। ‘सेव’ का उद्देश्य है संरक्षण करना-
(a) गिद्ध का
(b) तोते का
(c) टाइगर का
(d) हाथी का
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (c) टाइगर का
- नेपाल एवं भारत में वन-जीवन संरक्षण प्रयासों के रूप में ‘सेव’ (SAVE) नामक एक नया संगठन प्रारंभ किया गया है, जिसके निर्माण का मुख्य उद्देश्य टाइगर का संरक्षण करना है।
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27. प्रत्येक वर्ष कतिपय विशिष्ट समुदाय/जनजाति, पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण, मास-भर चलने वाले अभियान/त्यौहार के दौरान फलदार वृक्षों की पौध का रोपण करते हैं। निम्नलिखित में से कौन-से ऐसे समुदाय/जनजाति हैं?
(a) भूटिया और लेप्चा
(b) इरुला और तोड़ा
(c) गोंड और कोकू
(d) सहरिया और अगरिया
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) गोंड और कोकू
- गॉड और कोकू जनजाति पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण, महीने भर चलने वाले अभियान/त्यौहार (हरि-जिरोती) के दौरान फलदार वृक्षों के पौध का रोपण करते हैं।
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28. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारतीय पशु कल्याण बोर्ड, पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के अधीन स्थापित है।
2. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण एक सांविधिक निकाय है।
3. राष्ट्रीय गंगा नदी द्रोणी प्राधिकरण की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 2
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (b) केवल 2 और 3
- भारतीय पशु कल्याण बोर्ड देश में पशुओं के कल्याण को बढ़ावा देने तथा पशु कल्याण कानूनों पर एक ‘सांविधिक सलाहकारी निकाय’ (Statutory Advisory Body) है।
- इसकी स्थापना ‘पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960’ (Prevention of Cruelty to Animals Act, 1960) के अनुच्छेद 14 के तहत की गई थी। अतः कथन (1) असत्य है।
- राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत एक ‘सांविधिक निकाय’ (Statutory Body) है। अतः कथन (2) सत्य है।
- केंद्र सरकार ने एक अधिसूचना के द्वारा 20 फरवरी, 2009 को ‘राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण’ की स्थापना की थी।
- भारत के प्रधानमंत्री इसके पदेन अध्यक्ष होते हैं। अतः कथन (3) सत्य है।
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29. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. ‘संकटपूर्ण वन्यजीव पर्यावास’ (क्रिटिकल वाइल्डलाइफ हैबिटैट) की परिभाषा वन अधिकार अधिनियम, 2006 में समाविष्ट है।
2. भारत में पहली बार बैगा (जनजाति) को पर्यावास (हैबिटेट) अधिकार दिए गए हैं।
3. केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत के किसी भाग में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के लिए पर्यावास अधिकार पर आधिकारिक रूप से निर्णय लेता है और उसकी घोषणा करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (a) केवल 1 और 2
- ‘संकटपूर्ण वन्यजीव पर्यावास’ (Critical Wildlife Habitat) की परिभाषा अनुसूचित जनजाति और अन्य परंपरागत वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 या वन अधिकार अधिनियम (FRA), 2006 में समाविष्ट है।
- इस अधिनियम का मुख्य लक्ष्य जनजातियों के अधिकारों को मान्यता और उनके अधिकारों, दायित्वों एवं लाभ का तर्कसंगत वितरण है, ताकि वनों पर निर्भर समुदायों की जीविका सुनिश्चित होकर वन संरक्षण के उद्देश्य की प्राप्ति हो सके।
- भारत में सबसे पहले बैगा समुदाय (जनजाति) को पर्यावास अधिकार (Habitat Rights) दिए गए।
- मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार डिंडौरी जिले के सात गांवों में जनजातीय समूहों को यह अधिकार दिया गया।
- जनजातीय मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देश के किसी भाग में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के लिए पर्यावास अधिकार पर आधिकारिक रूप से निर्णय लिया जाता है और उसकी घोषणा की जाती है।
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30. निम्नलिखित में से कौन-सा एक वन्यप्राणियों के विलुप्तीकरण का प्रमुख कारण नहीं है?
(a) प्राकृतिक आवास का नष्ट होना
(b) जंगलों में आग लगा देना
(c) वन्यप्राणियों का अवैध वाणिज्यिक व्यापार
(d) जनसंख्या की तीव्र वृद्धि
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (d) जनसंख्या की तीव्र वृद्धि
- प्राकृतिक आवास का नष्ट होना, जंगलों में आग लगना तथा वन्यप्राणियों का अवैध वाणिज्यिक व्यापार वन्यप्राणियों के विलुप्तीकरण के प्रमुख कारण हैं, जबकि जनसंख्या की तीव्र वृद्धि से जीव विलुप्त नहीं होंगे, बल्कि उनमें आवास व भोजन के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।
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31. राष्ट्रीय कृषि-वानिकी अनुसंधान केंद्र स्थित है-
(a) आगरा में
(b) झांसी में
(c) कानपुर में
(d) लखनऊ में
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (b) झांसी में
- राष्ट्रीय कृषि-वानिकी अनुसंधान केंद्र (NRCAF) की स्थापना वर्ष 1988 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की एक इकाई के रूप में हुई थी।
- यह केंद्र उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में झांसी रेलवे स्टेशन से लगभग 10 किमी. की दूरी पर स्थित है।
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वन संरक्षण से संबंधित वैश्विक प्रयास
1. वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (W.W.F.) का प्रतीक कौन जानवर है?
(a) शेर
(b) जाइन्ट पांडा
(c) हार्नबल
(d) सफेद भालू
[U.P.P.C.S. (Pre) 2001, U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2002, 2003]
उत्तर- (b) जाइन्ट पांडा
- वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड’ (W.W.F.) ने वर्ष 1961 में अपनी स्थापना से ही संगठन के प्रतीक चिह्न के रूप में जाइन्ट पांडा (Giant Panda) को अपनाया है।
- इसका वैज्ञानिक नाम ‘Ailuropoda melanoleuca’ है।
- इसका निवास स्थान मुख्यतः शीतोष्ण चौड़ी पत्ती वाले और मिश्रित वनों में मिलता है।
- वर्तमान में विश्वभर में इनकी संख्या लगभग 1600 है।
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2. मरुस्थलीकरण को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (United Nations Convention to Combat Desertification) का/के क्या महत्व है/हैं?
1. इसका उद्देश्य नवप्रवर्तनकारी राष्ट्रीय कार्यक्रमों एवं समर्थक अंतरराष्ट्रीय भागीदारियों के माध्यम से प्रभावकारी कार्रवाई को प्रोत्साहित करना है।
2. यह विशेष/विशिष्ट रूप से दक्षिणी एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका के क्षेत्रों पर केंद्रित होता है तथा इसका सचिवालय इन क्षेत्रों को वित्तीय संसाधनों के बड़े हिस्से का नियतन सुलभ कराता है।
3. यह मरुस्थलीकरण को रोकने में स्थानीय लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु ऊर्ध्वगामी उपागम (बॉटम-अप अप्रोच) के लिए प्रतिबद्ध है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- मरुस्थलीकरण को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (United Nations Convention to Combat Desertification) की स्थापना वर्ष 1994 में की गई थी।
- यह अकेला कानूनन बाध्यकारी समझौता है, जो पर्यावरण एवं विकास तथा टिकाऊ भूमि प्रबंधन को संयुक्त रूप से पेश करता है।
- इसका उद्देश्य नवप्रवर्तनकारी राष्ट्रीय कार्यक्रमों एवं समर्थक अंतरराष्ट्रीय भागीदारियों के माध्यम से प्रभावकारी कार्रवाई को प्रोत्साहित करना है।
- UNCCD मरुस्थलीकरण को रोकने में स्थानीय लोगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने हेतु ऊर्ध्वगामी उपागम (बॉटम-अप अप्रोच) के लिए प्रतिबद्ध है।
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3. ‘वनों पर न्यूयॉर्क घोषणा’ (न्यूयॉर्क डिक्लेरेशन ऑन फॉरेस्ट्स) के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?
1. 2014 में, संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में पहली बार इसका समर्थन किया गया था।
2. इसमें वन के हास को रोकने के लिए एक वैश्विक समय-रेखा का समर्थन किया गया।
3. यह वैध रूप से बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय घोषणा है।
4. यह सरकारों, बड़ी कंपनियों और देशीय समुदायों द्वारा समर्थित है।
5. भारत, इसके प्रारंभ के समय, हस्ताक्षरकर्ताओं में से एक था।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) 1, 2 और 4
(b) 1, 3 और 5
(c) 3 और 4
(d) 2 और 5
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (a) 1, 2 और 4
- ‘वनों पर न्यूयॉर्क घोषणा’ वर्ष 2014 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सम्मेलन के दौरान की गई थी।
- इस घोषणा में 10 लक्ष्य तय किए गए थे, जिनमें एक लक्ष्य वर्ष 2030 तक प्राकृतिक वनों के हास को रोकना था।
- अभी तक 200 से अधिक सरकारों, NGOs और निजी कंपनियों ने इस घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, परंतु भारत ने इस पर हस्ताक्षर नहीं किया है।
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4. किस देश में उसके भौगोलिक क्षेत्र का उच्चतम प्रतिशत वनाच्छादित है?
(a) चीन
(b) इंडोनेशिया
(c) भारत
(d) जापान
[U.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) जापान
- वर्ल्ड फैक्टबुक (अद्यतन) के अनुसार, विकल्प में दिए गए देशों में जापान में उसके भौगोलिक क्षेत्र का उच्चतम प्रतिशत (68.5%) वनाच्छादित है।
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5. निम्नलिखित देशों में से किसमें कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के 60 प्रतिशत भाग पर वन बनाए रखने का सवैधानिक प्रावधान है?
(a) मालदीव
(b) नेपाल
(c) भूटान
(d) अफगानिस्तान
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (c) भूटान
- भूटान सरकार ने अपने देश में कुल भौगोलिक क्षेत्रफल के कम-से- कम 60 प्रतिशत भाग पर वन बनाए रखने के लिए संवैधानिक प्रावधान किया है।
- वर्तमान में भूटान का लगभग 84 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है।
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6. निम्नांकित कथनों पर विचार कीजिए-
1. विश्व वन्य जीवन कोष की स्थापना वर्ष 1961 में हुई।
2. जुलाई, 2000 में उड़ीसा के नंदन वन अभयारण्य में 13 शेरों की मृत्यु का कारण ट्राइपनोसोमिएसिस रोग रहा।
3. यूकेलिप्टस वृक्ष को पारिस्थितिक मित्र कहा जाता है।
4. भारत का सबसे बड़ा जीवनशाला कोलकाता में अवस्थित है।
इन कथनों में सत्य हैं-
(a) 1, 2 तथा 3
(b) 1, 2 तथा 4
(c) 2, 3 तथा 4
(d) 1 तथा 2
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (c) 2, 3 तथा 4
- विश्व वन्यजीव कोष की स्थापना अप्रैल, 1961 में हुई थी।
- जुलाई, 2000 में ओडिशा के नंदनकानन अभयारण्य में 13 शेरों की ट्राइपनोसोमिएसिस रोग के कारण मृत्यु हो गई थी।
- भारत का सबसे बड़ा जीवनशाला कोलकाता में अवस्थित है।
- यूकेलिप्टस वृक्ष को पारिस्थितिक मित्र नहीं, बल्कि पारिस्थितिक आतंकवादी (शत्रु) कहा जाता है।
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7. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन 1: संयुक्त राष्ट्र पूंजी विकास निधि (यू.एन.सी.डी.एफ.) और आर्बर डे फाउंडेशन ने हाल ही में हैदराबाद को विश्व के 2020 वृक्ष नगर की मान्यता प्रदान की है।
कथन 2: शहरी वनों को बढ़ाने और संपोषित करने के प्रति प्रतिवद्धता को देखते हुए हैदराबाद का एक वर्ष के लिए इस मान्यता हेतु चयन किया गया है।
उपर्युक्त कथनों के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
(a) कथन 1 और कथन 2 दोनों सही है और कथन 2, कथन 1 की सही व्याख्या है
(b) कथन 1 और कथन 2 दोनों सही हैं, किंतु कथन 2, कथन 1 की सही व्याख्या नहीं है
(c) कथन 1 सही है, किंतु कथन 2 सही नहीं है
(d) कथन 1 सही नहीं है, किंतु कथन 2 सही है
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (d) कथन 1 सही नहीं है, किंतु कथन 2 सही है
- हैदराबाद को आर्बर डे फाउंडेशन और खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा विश्व की 2020 ट्री सिटी के रूप में मान्यता दी गई है।
- शहरी पौधों के संरक्षण एवं विकास हेतु हैदराबाद को मान्यता दी गई है।
- हैदराबाद यह मान्यता प्राप्त करने वाला भारत का एकमात्र शहर है।
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8. किस देश में कुल का सर्वाधिक प्रतिशत वनाच्छादित है?
(a) जापान
(b) इंडोनेशिया
(c) सूरीनाम
(d) गुयाना
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (c) सूरीनाम
- प्रश्नगत विकल्पों में सूरीनाम के कुल भौगोलिक क्षेत्र का सर्वाधिक प्रतिशत भाग वनाच्छादित है।
- CIA की वर्ल्ड फैक्टबुक (अद्यतन) के अनुसार, विभिन्न देशों का उनके भौगोलिक क्षेत्र में वनाच्छादित प्रतिशतता निम्नानुसार हैं-
देश |
वनाच्छादित प्रतिशतता |
सूरीनाम |
94.6% |
माइक्रोनेशिया |
74.5% |
सेशेल्स |
88.5% |
तुवालू |
33.3% |
पलाऊ |
87.6% |
गैबन |
81.% |
सोलोमन द्वीपसमूह |
78.9% |
मोजाम्बिक |
43.7% |
स्वीडन |
68.7% |
गिनी-बिसाऊ |
55.2% |
बेलिजे |
60.6% |
लाओस |
67.9% |
गुयाना |
77.4% |
फिनलैंड |
72.9% |
जापान |
68.5% |
इंडोनेशिया |
51.7% |
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9. विश्व बाघ शिखर सम्मेलन, 2010 आयोजित किया गया था-
(a) बैंकॉक में
(b) नैरोबी में
(c) नई दिल्ली में
(d) पीटर्सबर्ग में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) पीटर्सबर्ग में
- 21-24 नवंबर, 2010 के मध्य विश्व का प्रथम बाघ शिखर सम्मेलन (Tiger Summit) सेंट पीटर्सबर्ग (रूस) में आयोजित किया गया था।
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