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पर्यावरण
1. पर्यावरण से अभिप्राय है-
(a) भूमि, जल, वायु, पौधों एवं पशुओं की प्राकृतिक दुनिया, जो इनके चारों ओर अस्तित्व में है।
(b) उन संपूर्ण दशाओं का योग, जो व्यक्ति को एक समय बिंदु पर घेरे हुए होती है।
(c) भौतिक, जैविकीय एवं सांस्कृतिक तत्वों की अंतः क्रियात्मक व्यवस्था, जो अंतःसंबंधित होते हैं।
(d) उपर्युक्त सभी।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी।
- पृथ्वी पर पाए जाने वाले भूमि, जल, वायु, पेड़-पौधों एवं जीव-जंतुओं का समूह जो हमारे चारों ओर है, सामूहिक रूप में पर्यावरण कहलाता है।
- पर्यावरण के ये अजैविक और जैविक संघटक आपस में अंतर्क्रिया भी करते हैं।
- यह संपूर्ण प्रक्रिया एक तंत्र के रूप में संचालित होती है, जिसे पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के अनुसार, पर्यावरण किसी जीव के चारों तरफ घिरे भौतिक एवं जैविक दशाएं और उनके साथ अंतःक्रिया को सम्मिलित करता है।
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2. पर्यावरण किससे बनता है?
(a) जीवीय घटकों से
(b) भू-आकृतिक घटकों से
(c) अजैव घटकों से
(d) उपर्युक्त सभी
[53rd to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी
- पर्यावरण एक अविभाज्य समष्टि है तथा जैविक एवं अजैविक तत्वों वाले पारस्परिक क्रियाशील तंत्रों से इसकी रचना होती है।
- इसमें जैविक, अजैविक (भौतिक) व भू-आकृतिक घटक शामिल होते हैं।
- अतः विकल्प (d) अभीष्ट उत्तर होगा।
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3. सामान्यतया पर्यावरण को निम्न प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है। निम्नलिखित में से कौन-सा एक इस वर्गीकरण का अंश नहीं है?
(a) परिचालन पर्यावरण
(b) भौतिक पर्यावरण
(c) सांस्कृतिक पर्यावरण
(d) जैवकीय पर्यावरण
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (a) परिचालन पर्यावरण
- सामान्यतया पर्यावरण को (1) भौतिक पर्यावरण (Physical Environment), (2) सांस्कृतिक पर्यावरण (Cultural Environment) एवं (3) जैवकीय पर्यावरण (Biological Environment) में वर्गीकृत किया जा सकता है।
- भौतिक पर्यावरण के अंतर्गत भू-आकृतियां, जलाशय, जलवायु, मृदा, चट्टानें, खनिज आदि आते हैं।
- सांस्कृतिक पर्यावरण के अंतर्गत मानव निर्मित गतिविधियां यथा आर्थिक, सामाजिक तथा राजनैतिक स्थितियां शामिल होती हैं, जबकि जैवकीय पर्यावरण के अंतर्गत वनस्पतियां, जंतु (मानव सहित) तथा सूक्ष्म जीव शामिल होते हैं।
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धारणीय विकास या सतत विकास
1. नीचे दो कथन दिए गए हैं जिनमें एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है।
कथन (A): सतत विकास मानव समाज के कल्याण हेतु महत्त्वपूर्ण है।
कारण (R): सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे।
नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
- वर्ल्ड कमीशन ऑन एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट (WCED) द्वारा वर्ष 1987 में प्रकाशित रिपोर्ट ‘अवर कॉमन फ्यूचर’ (जिसे ब्रेटलैंड रिपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है) के अनुसार, सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे।
- इसका तात्पर्य है कि मानव समाज का सतत भविष्य तभी सुनिश्चित हो सकता है, जबकि आर्थिक गतिविधियों और मानव कल्याण के समर्थन हेतु आवश्यक जैव-भौतिक और सामाजिक-पारिस्थितिकीय परिस्थितियां पीढ़ी-दर-पीढ़ी पोषित या संधृत की जा सकें।
- इस प्रकार प्रश्नगत कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।
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2. वर्ष 1987 में संयुक्त राष्ट्र में पर्यावरण से संबंधित एक प्रतिवेदन की प्रस्तुति के उपरांत ‘धारणीय विकास’ (सस्टेनेबल डेवलपमेंट) पर चर्चा आरंभ हुई। वह प्रतिवेदन था-
(a) जलवायु परिवर्तन पर पहला प्रतिवेदन
(b) अवर कॉमन फ्यूचर
(c) जलवायु परिवर्तन पर दूसरा प्रतिवेदन
(d) पांचवां मूल्यांकन प्रतिवेदन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (b) अवर कॉमन फ्यूचर
- वर्ल्ड कमीशन ऑन एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट (WCED) द्वारा वर्ष 1987 में प्रकाशित रिपोर्ट ‘अवर कॉमन फ्यूचर’ (जिसे ब्रेटलैंड रिपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है) के अनुसार, सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे।
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3. निम्नलिखित घटनाओं को कालानुक्रमिक क्रम में व्यवस्थित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए।
1. रियो पृथ्वी शिखर सम्मेलन
II. ब्रंटलैंड आयोग रिपोर्ट का प्रकाशन
III. मॉन्ट्रियाल प्रोटोकॉल का प्रवर्तन
IV. ‘द लिमिट टु ग्रोथ’ रिपोर्ट का प्रकाशन
कूट :
(a) I, IV, III, II
(b) IV, II, III, I
(c) IV, III, II, I
(d) IV, I, III, II
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (b) IV, II, III, I
घटना |
वर्ष |
‘द लिमिट टु ग्रोथ’ रिपोर्ट का प्रकाशन |
1972 |
रियो पृथ्वी शिखर सम्मेलन |
जून, 1992 |
ब्रेटलैंड आयोग रिपोर्ट का प्रकाशन |
अप्रैल, 1987 |
मॉन्ट्रियाल प्रोटोकॉल का प्रवर्तन |
जनवरी, 1989 |
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4. धारणीय विकास किसके उपयोग के संदर्भ में अंतर-पीढ़ीगत संवेदनशीलता का विषय है?
(a) प्राकृतिक संसाधन
(b) भौतिक संसाधन
(c) औद्योगिक संसाधन
(d) सामाजिक संसाधन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) प्राकृतिक संसाधन
- ‘धारणीय विकास’ विकास की वह अवधारणा है, जिसके तहत वर्तमान की आवश्यकताओं के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखा जाता है।
- धारणीय विकास प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के संदर्भ में अंतर-पीढ़ीगत संवेदनशीलता का विषय है।
- धारणीय विकास का मुख्य उद्देश्य पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों का न्यायसंगत उपयोग, संरक्षण तथा उचित प्रबंधन करना है।
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5. सतत विकास के लिए आवश्यक है-
(a) जैविक विविधता का संरक्षण
(b) प्रदूषण का निरोध एवं नियंत्रण
(c) निर्धनता को घटाना
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी
- सतत विकास के लिए जैविक विविधता का संरक्षण, प्रदूषण का निरोध एवं नियंत्रण तथा निर्धनता घटाना सभी आवश्यक हैं।
- आर्थिक विकास और पर्यावरण सुरक्षा के मध्य एक वांछित संतुलन बनाए रखना ही टिकाऊ विकास या सतत विकास है।
- वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में यह एक भूमंडलीय दृष्टिकोण बन चुका है।
- टिकाऊ विकास की जो अनिवार्य शर्तें हैं, वे सूचनाओं की उपलब्धता पर आधारित होती हैं।
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प्रकृति में कार्बन चक्र व जल चक्र
1. निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. प्रकाश संश्लेषण
2. श्वसन
3. जैव पदार्थों का अपक्षय
4. ज्वालामुखी क्रियाएं
उपर्युक्त में से कौन-सी क्रियाएं पृथ्वी के कार्बन चक्र में कार्बन डाइऑक्साइड जोड़ती हैं?
(a) केवल 1 और 4
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 2, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2014, 2011]
उत्तर- (c) केवल 2, 3 और 4
- पृथ्वी के कार्बन चक्र में कार्बनिक पदार्थों के अपघटन, जीवधारियों द्वारा श्वसन प्रक्रिया से, ज्वालामुखी प्रक्रियाओं से, जीवाश्म ईंधनों के दहन इत्यादि से कार्बन डाइऑक्साइड पहुंचती है।
- स्वपोषित पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बोहाइड्रेट्स के निर्माण में वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते हैं न कि विमोचित करते अथवा जोड़ते हैं।
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2. अधोलिखित में से कौन-सा पृथ्वी के कार्बन-चक्र में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को नहीं बढ़ाता है?
(a) श्वसन
(b) प्रकाश-संश्लेषण
(c) जैविक पदार्थों का क्षय
(d) ज्वालामुखी क्रिया
[U.P.P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (b) प्रकाश-संश्लेषण
- स्वपोषित पौधे प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बोहाइड्रेट्स के निर्माण में वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते हैं न कि विमोचित करते अथवा जोड़ते हैं।
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3. सौर विकिरण की सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका है-
(a) कार्बन चक्र में
(b) हाइड्रोजन चक्र में
(c) जल चक्र में
(d) नाइट्रोजन चक्र में
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2004, U.P.P.C.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (c) जल चक्र में
- जल चक्र में सौर विकिरण की सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
- सौर विकिरण जल चक्र को चालित करता है और जल का वाष्पीकरण करता है।
- सौर विकिरण द्वारा बर्फ का जल में द्रवीकरण होता है।
- जल चक्र हाइड्रोस्फीयर में जल की विभिन्न गतिविधियों को दर्शाता है।
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4. वर्षा की मात्रा निर्भर करती है-
(a) हवा के दबाव पर
(b) वायुमंडल में नमी पर
(c) जल चक्र पर
(d) तापक्रम पर
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) वायुमंडल में नमी पर
- वायुमंडल में नमी वर्षा की मात्रा का निर्धारण करती है।
- सभी प्रकार की वर्षा की मात्रा यथा बूंदा-बांदी, वर्षा, बर्फबारी इत्यादि वायुमंडल में नमी की मात्रा में बढ़ोत्तरी से बढ़ जाती है।
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5. कई प्रतिरोपित पौधे इसलिए नहीं बढ़ते हैं, क्योंकि-
(a) नई मिट्टी में इष्ट खनिज पदार्थ नहीं रहते हैं।
(b) अधिकांश मूलरोम नई मिट्टी को अधिक सख्ती से जकड़ लेते हैं।
(c) प्रतिरोपण के दौरान अधिकांश मूलरोम नष्ट हो जाते हैं।
(d) प्रतिरोपण के दौरान पत्तियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं।
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) प्रतिरोपण के दौरान अधिकांश मूलरोम नष्ट हो जाते हैं।
- पौधों के अधिकांश मूलरोम प्रतिरोपण के कारण नष्ट हो जाते हैं।
- इसलिए कई प्रतिरोपित पौधों में वृद्धि नहीं होती।
- खेतों में उर्वरकों का प्रयोग करने पर यदि शीघ्र ही अधिक जल से खेतों की सिंचाई नहीं होती, तो मृदा विलयन की सांद्रता अधिक हो जाती है।
- इससे जड़ के मूलरोमों द्वारा जल अवशोषण कठिन हो जाता है, जिस कारण पौधे मुरझा जाते हैं।
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वायुमंडल
1. पृथ्वी के चारों ओर गैसों के समूह को क्या कहते हैं?
(a) भूमडल
(b) जलकण
(c) वायुमंडल
(d) जलमंडल
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (c) वायुमंडल
- पृथ्वी के परितः विद्यमान गैसों (वायु) के समूह को वायुमंडल कहते हैं।
- इसमें नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड तथा अन्य गैसें पाई जाती हैं।
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2. वायु एक-
(a) यौगिक है
(b) तत्व है
(c) मिश्रण है
(d) विद्युत अपघट्य है
[39th B.P.S.C. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) मिश्रण है
- मिश्रण ऐसा पदार्थ होता है, जिसमें दो या अधिक तत्व या यौगिक किसी भी अनुपात में साधारण रूप से मिश्रित होते हैं।
- वायु विभिन्न गैसों का मिश्रण है।
- गैसों का यह मिश्रण वायुमंडल (Atmosphere) में पाया जाता है।
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3. निम्नलिखित नोबल गैसों में से कौन-सी वायु में नहीं पाई जाती है?
(a) हीलियम
(b) ऑर्गन
(c) रेडॉन
(d) निऑन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (c) रेडॉन
- रेडॉन एक रेडियोएक्टिव नोबल गैस है।
- शुष्क वायु में इसकी मात्रा नगण्य होती है।
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4. शुष्क हवा में नाइट्रोजन की मात्रा होती है-
(a) 21 प्रतिशत
(b) 27 प्रतिशत
(c) 50 प्रतिशत
(d) 78 प्रतिशत
[M.P.P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (d) 78 प्रतिशत
- वायुमंडल में नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, ऑर्गन, कार्बन डाइऑक्साइड, निऑन, हीलियम इत्यादि गैसें उपस्थित रहती हैं।
- शुष्क वायु में घनत्व के अनुसार सर्वाधिक मात्रा नाइट्रोजन की होती है।
- यह 78.08 प्रतिशत होती है।
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5. यदि पृथ्वी पर पाई जाने वाली वनस्पतियां (पेड़-पौधे) समाप्त हो जाएं, तो किस गैस की कमी होगी?
(a) कार्बन डाइऑक्साइड
(c) जलवाष्प
(b) नाइट्रोजन
(d) ऑक्सीजन
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (d) ऑक्सीजन
- पेड़-पौधे, प्राण-वायु ऑक्सीजन का उत्सर्जन और वायुमंडल को दूषित करने वाली एवं ग्लोबल वार्मिंग के लिए जिम्मेदार गैस कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण करते हैं।
- अगर वनस्पतियां नहीं होंगी, तो ऑक्सीजन की कमी से पृथ्वी के जीवन पर घातक प्रभाव पड़ेगा।
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6. निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य पेड़-पौधों का नहीं है-
(a) कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण
(b) शोर का अवशोषण
(c) वायु का प्रदूषण
(d) ऑक्सीजन की विमुक्ति
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (c) वायु का प्रदूषण
- पेड़-पौधे कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण कर ऑक्सीजन की विमुक्ति करते हैं।
- विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों के किनारे हरे वृक्षों की कतारें खड़ी करके ध्वनि प्रदूषण से बचा जा सकता है।
- पेड़-पौधे वायु प्रदूषण नहीं करते अपितु वायु प्रदूषण की रोकथाम में सहायक होते हैं।
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पर्यावरण सुरक्षा
1. पर्यावरण अपकर्ष से अभिप्राय है-
(a) पर्यावरणीय गुणों का पूर्ण रूप से निम्नीकरण।
(b) मानवीय क्रिया-कलापों से विपरीत परिवर्तन लाना।
(c) पारिस्थितिकीय विभिन्नता के परिणामस्वरूप पारिस्थितिकीय असंतुलन।
(d) उपर्युक्त सभी।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी।
- प्राकृतिक आवास का विनाश, जैव विविधता की हानि या प्राकृतिक संसाधनों के क्षरण होने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को पर्यावरण अपकर्ष कहते हैं।
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2. अपक्षय का विचार संबंधित है-
(a) पृथक हुए पदार्थों का संग्रह
(b) मौसम में दैनिक परिवर्तन
(c) एक प्राकृतिक क्रिया जो चट्टानों को सूक्ष्म कणों में विभक्त करती है
(d) उपर्युक्त में कोई नहीं
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) एक प्राकृतिक क्रिया जो चट्टानों को सूक्ष्म कणों में विभक्त करती है
- अपक्षय चट्टानों की टूट-फूट की वह क्रिया है, जिसके अंतर्गत चट्टानें विघटन तथा वियोजन द्वारा ढीली पड़कर एवं विदीर्ण होकर अपने स्थान पर ही बिखर कर रह जाती हैं।
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3. निम्न में से किस एक का संबंध पर्यावरणीय सुरक्षा से नहीं है?
(a) धारणीय विकास
(b) गरीबी कम करना
(c) वातानुकूलन
(d) कागज के थैलों का प्रयोग
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) गरीबी कम करना
- धारणीय विकास एवं कागज के थैलों का प्रयोग पर्यावरणीय सुरक्षा के सकारात्मक पहलू से संबंधित है।
- वातानुकूलन का पर्यावरणीय सुरक्षा के नकारात्मक पहलू से संबंध है, जबकि गरीबी कम करने से पर्यावरण पर नकारात्मक एवं सकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ते हैं।
- दूसरे दृष्टिकोण से देखा जाए तो गरीबी का पर्यावरण से अप्रत्यक्ष संबंध है, जबकि धारणीय विकास, कागज के थैलों का प्रयोग एवं वातानुकूलन का पर्यावरण से प्रत्यक्ष संबंध है।
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धारणीय विकास
1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. धारणीय विकास लक्ष्य (Sustainable Development Goals) पहली बार 1972 में एक वैश्विक विचार मंडल (थिंक टैंक) ने, जिसे ‘क्लब ऑफ रोम’ कहा जाता था, प्रस्तावित किया था।
2. धारणीय विकास लक्ष्य 2030 तक प्राप्त किए जाने हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) केवल 2
- धारणीय विकास लक्ष्य को सर्वप्रथम वर्ष 2012 में रियो+20 सम्मेलन में प्रस्तावित किया गया था। धारणीय विकास (Sustainable Development), विकास की वह अवधारणा है, जिसके तहत वर्तमान की आवश्यकताओं के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखा जाता है।
- इसी तत्वावधान में धारणीय विकास लक्ष्य बनाए गए हैं, जिन्हें वर्ष 2030 तक प्राप्त करने का लक्ष्य है।
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2. ‘सतत विकास लक्ष्य, 2017’ के सूचकांक में भारत का कौन-सा स्थान है?
(a) 116वां
(b) 125वां
(c) 108वां
(d) 95वां
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (*)
- सतत विकास लक्ष्य सूचकांक, 2017 में स्वीडन (स्कोर: 85.6) प्रथम स्थान पर, जबकि भारत 116वें स्थान पर था।
- सतत विकास लक्ष्य सूचकांक, 2018 में स्वीडन (स्कोर: 85.0) प्रथम स्थान पर, जबकि भारत 112वें (स्कोर : 59.1) स्थान पर था।
- वर्ष 2021 में इस सूची में भारत 120वें (स्कोर : 60.07) स्थान पर है।
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3. निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य भारत की धारणीय विकास लक्ष्य सूचकांक 2019-20 के शीर्ष पांच राज्यों की सूची में नहीं है?
(a) गुजरात
(b) हिमाचल प्रदेश
(c) आंध्र प्रदेश
(d) तमिलनाडु
[U.P.B.E.O. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) गुजरात
- दिसंबर, 2019 में नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्य भारत सूचकांक 2019-20 जारी किया गया।
- इस सूचकांक में राज्यों की संयुक्त रैंकिंग में केरल (स्कोर-70) प्रथम, हिमाचल प्रदेश (स्कोर-69) द्वितीय, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु तथा तेलंगाना तीसरे स्थान पर (स्कोर-67) रहे।
- गुजरात शीर्ष पांच राज्यों की सूची में शामिल नहीं है। अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा।
- वर्ष 2021 में जारी इस सूचकांक के नवीन संस्करण (SDG India Index, 2020-21) में शीर्ष स्थान प्राप्त राज्य हैं- केरल (स्कोर-75), हिमाचल प्रदेश तथा तमिलनाडु (स्कोर-74), आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक तथा उत्तराखंड (स्कोर-72), सिक्किम (स्कोर-71) तथा महाराष्ट्र (स्कोर-70)।
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4. नीति आयोग द्वारा हाल ही में जारी ‘सतत विकास लक्ष्य (एस. डी.जी.) इंडिया सूचकांक, 2019 के अनुसार, कौन-सा राज्य प्रथम स्थान पर है?
(a) उत्तर प्रदेश
(b) बिहार
(c) झारखंड
(d) केरल
[U.P.B.E.O. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) केरल
- 30 दिसंबर, 2019 को नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्य भारत सूचकांक (SDG India Index), 2019-20 जारी किया गया।
- इस सूचकांक को सांख्यिकी व कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने ग्लोबल ग्रीन ग्रोथ इंस्टीट्यूट एवं संयुक्त राष्ट्र (भारत) के सहयोग से तैयार किया था।
- समग्र SDG इंडिया इंडेक्स में शामिल अग्रणी राज्यों में केरल (स्कोर-70) को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ था।
- इसके पश्चात हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, गोवा तथा सिक्किम का स्थान रहा।
- वर्ष 2021 में जारी इस सूचकांक के नवीन संस्करण (SDG India Index, 2020-21) में शीर्ष स्थान प्राप्त राज्य हैं- केरल (स्कोर-75), हिमाचल प्रदेश तथा तमिलनाडु (स्कोर-74), आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक तथा उत्तराखंड (स्कोर-72), सिक्किम (स्कोर-71) तथा महाराष्ट्र (स्कोर-70)।
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5. धारणीय कृषि (Sustainable Agriculture) का अर्थ है-
(a) आत्मनिर्भरता
(b) विश्व व्यापार संगठन के मानकों के अंतर्गत कृषि निर्यात तथा आयात कर सकना
(c) भूमि का इस प्रकार प्रयोग कि उसकी गुणवत्ता अक्षुण्ण बनी रहे
(d) कृषि प्रयोग हेतु अप्रयुक्त भूमि को प्रयोग में लाना
[U.P. P.C.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (c) भूमि का इस प्रकार प्रयोग कि उसकी गुणवत्ता अक्षुण्ण बनी रहे
- धारणीय कृषि का अर्थ है पर्यावरण को अक्षुण्ण रखते हुए भूमि का इस प्रकार प्रयोग कि उसकी गुणवत्ता लंबे समय तक बनी रहे।
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पृथ्वी शिखर सम्मेलन (रियो समिट)
1. ‘रियो डी जनेरियो’ में संपन्न अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन था-
(a) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण एवं विकास सम्मेलन
(b) पर्यावरण एवं प्रदूषण सम्मेलन
(c) अंतरराष्ट्रीय नई अर्थव्यवस्था
(d) इनमें से कोई नहीं
[M.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (a) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण एवं विकास सम्मेलन
- ‘रियो डी जनेरियो’ (ब्राजील) में वर्ष 1992 में संपन्न ‘अंतरराष्ट्रीय पृथ्वी शिखर सम्मेलन’ (Earth Summit), संयुक्त राष्ट्र का पर्यावरण एवं विकास सम्मेलन था।
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2. ‘भूमंडलीय पर्यावरण सुविधा’ के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) यह ‘जैव विविधता पर अभिसमय’ एवं ‘जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढांचा अभिसमय’ के लिए वित्तीय क्रियाविधि के रूप में काम करता है।
(b) यह भूमंडलीय स्तर पर पर्यावरण के मुद्दों पर वैज्ञानिक अनुसंधान करता है।
(c) यह OECD के अधीन एक अभिकरण है, जो अल्पविकसित देशों को उनके पर्यावरण की सुरक्षा के विशिष्ट उद्देश्य से प्रौद्योगिकी और निधियों का अंतरण सुकर बनाता है।
(d) दोनों (a) और (b)
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (a) यह ‘जैव विविधता पर अभिसमय’ एवं ‘जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढांचा अभिसमय’ के लिए वित्तीय क्रियाविधि के रूप में काम करता है।
- रियो अर्थ समिट, 1992 के दौरान वैश्विक पर्यावरण सुविधा (GEF- Global Environment Facility) की स्थापना की गई।
- ‘भूमंडलीय पर्यावरण सुविधा’ (Global Environment Facility- GEF), ‘जैव विविधता पर अभिसमय’ (CBD), ‘जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढांचा अभिसमय’ (UNFCCC), ‘मरुस्थलीकरण के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र अभिसमय’ (UNCCD) इत्यादि के लिए वित्तीय क्रियाविधि के रूप में काम करता है।
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एजेंडा-21
1. समाचारों में कभी-कभी दिखने वाले ‘एजेंडा-21’ (Agenda-21) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
1. यह धारणीय विकास के लिए एक वैश्विक कार्ययोजना है।
2. 2002 में जोहॉन्सबर्ग में हुए धारणीय विकास पर विश्व शिखर सम्मेलन (World Summit on Sustainable Development) में इसकी उत्पत्ति हुई।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा / से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनो
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) केवल 1
- ‘एजेंडा-21’ (Agenda-21) धारणीय विकास के लिए एक वैश्विक कार्ययोजना है।
- ब्राजील की राजधानी रियो डी जनेरियो में वर्ष 1992 में पर्यावरण और विकास सम्मेलन आयोजित किया गया।
- इसे अर्थ समिट या पृथ्वी शिखर सम्मेलन भी कहा जाता है।
- इसमें सम्मिलित देशों ने धारणीय विकास के लिए एक कार्यवाही योजना स्वीकृत की जिसे ‘एजेंडा-21’ के नाम से जाना जाता है।
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2. पृथ्वी शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था-
(a) काहिरा में
(b) रियो में
(c) डरबन में
(d) क्योटो में
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) रियो में
- संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पर्यावरण एवं सतत विकास पर पहला पृथ्वी शिखर सम्मेलन वर्ष 1992 में रियो डी जनेरियो (ब्राजील) में आयोजित किया गया था।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण संरक्षण एवं विकास की दिशा में यह महत्त्वपूर्ण प्रयास था।
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रियो+20 सम्मेलन
1. आमतौर पर समाचारों में आने वाला रियो+20 (Rio+20) सम्मेलन क्या है?
(a) यह धारणीय विकास (सस्टेनेबल डेवलपमेंट) पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन है।
(b) यह विश्व व्यापार संगठन की मंत्रीवर्गीय (मिनिस्टीरियल) बैठक है।
(c) यह जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (इंटर- गवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेंट चेंज) का सम्मेलन है।
(d) यह जैव विविधता पर कन्वेंशन के सदस्य देशों का सम्मेलन है।
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) यह धारणीय विकास (सस्टेनेबल डेवलपमेंट) पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन है।
- रियो+20, धारणीय विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन का लघु नाम है। यह सम्मेलन जून 2012 में रियो डी जनेरियो, ब्राजील में संपन्न हुआ था। यह सम्मेलन वर्ष 1992 में रियो डी जनेरियो में हुए पृथ्वी सम्मेलन की 20वीं वर्षगांठ तथा वर्ष 2002 में जोहॉन्सबर्ग में आयोजित विश्व सतत विकास सम्मेलन की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।
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2. पृथ्वी सम्मेलन +5 आयोजित हुआ था-
(a) 2005 में
(b) 2000 में
(c) 1999 में
(d) 1997 में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (d) 1997 में
- वर्ष 1992 में विश्वभर के नेता ब्राजील के शहर रियो डी जनेरियो में पृथ्वी सम्मेलन में एकत्र हुए थे।
- ठीक 5 वर्षों बाद 23-27 जून, 1997 के मध्य न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक विशेष बैठक का आयोजन किया, जो रियो +5 या पृथ्वी सम्मेलन +5 के नाम से जाना जाता है।
- यह बैठक एजेंडा 21 को लागू करने की दिशा में उठाए गए कदमों के मूल्यांकन हेतु बुलाई गई थी।
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3. रियो-20 घोषणा-पत्र का शीर्षक क्या था?
(a) द फ्यूचर वी वांट
(b) द फ्यूचर वी सीक
(c) द फ्यूचर वी हैव
(d) द फ्यूचर वी सी
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) द फ्यूचर वी वांट
- रियो-20 सम्मेलन का आयोजन प्रथम पृथ्वी शिखर सम्मेलन (रियो डी-जनेरियो, 1992) के 20 वर्ष पूरे होने के पश्चात किया गया था।
- वर्ष 2012 में ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित रियो-20 सम्मेलन के घोषणा-पत्र का शीर्षक ‘द फ्यूचर वी वांट’ (The Future We Want) था।
- इस मसौदे में जनसंख्या नियंत्रण, गरीबी उन्मूलन, सतत विकास, सामाजिक समानता इत्यादि पहलुओं पर विचार किया गया।
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4. पहला पृथ्वी शिखर सम्मेलन कहां हुआ?
(a) वाशिंगटन
(b) जेनेवा
(c) रियो डी जनेरियो
(d) ब्यूनस आयर्स
[M.P.P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (c) रियो डी जनेरियो
- रियो-20 सम्मेलन का आयोजन प्रथम पृथ्वी शिखर सम्मेलन (रियो डी-जनेरियो, 1992) के 20 वर्ष पूरे होने के पश्चात किया गया था।
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5. हरित अर्थव्यवस्था पर कार्रवाई के लिए भागीदारी (पी.ए.जी.ई.), जो अपेक्षाकृत हरित एवं अधिक समावेशी अर्थव्यवस्था की ओर देशों के संक्रमण में सहायता देने के लिए संयुक्त राष्ट्र की एक क्रियाविधि है, आविर्भूत हुई-
(a) जोहॉन्सबर्ग में 2002 के संधारणीय विकास के पृथ्वी शिखर- सम्मेलन में
(b) रियो डी जनेरियो में 2012 के संधारणीय विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में
(c) पेरिस में 2015 में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन में
(d) नई दिल्ली में 2016 के विश्व संधारणीय विकास शिखर सम्मेलन में
[I.A.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (b) रियो डी जनेरियो में 2012 के संधारणीय विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में
- वर्ष 2012 में संयुक्त राष्ट्र सतत विकास सम्मेलन (रियो + 20) का आयोजन रियो डी जनेरियो, ब्राजील में किया गया।
- इसी सम्मेलन में हरित अर्थव्यवस्था में रुचि रखने वाले देशों को समर्थन प्रदान करने के लिए सरकारों आदि से कार्यवाही का आह्वान किया गया।
- इसी आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र की प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया के फलस्वरूप “हरित अर्थव्यवस्था पर कार्रवाई के लिए भागीदारी” (Partnership for Action on Green Economy-PAGE) का सृजन किया गया।
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विभिन्न संगठन एवं संस्थान
1. राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी शोध संस्थान (NEERI) अवस्थित है-
(a) बंगलौर में
(b) हैदराबाद में
(c) नागपुर में
(d) नई दिल्ली में
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004, U.P.P.C.S (Mains) 2005, 2011, Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010, U.P.P.C.S. (Pre) 2012, 2014]
उत्तर- (c) नागपुर में
- राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी शोध संस्थान (NEERI) महाराष्ट्र राज्य के नागपुर शहर में अवस्थित है।
- NEERI भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
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2. राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी शोध संस्थान (नीरी) कब और कहां स्थापित किया गया?
(a) 1970, धनबाद
(b) 1958, नागपुर
(c) 1956, नई दिल्ली
(d) 1960, चेन्नई
[U.P.P.C.S. (Mains), 2017]
उत्तर- (b) 1958, नागपुर
- राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी शोध संस्थान (National Environmental Engineering Research Institute-NEERI) की स्थापना वर्ष 1958 में नागपुर में की गई थी।
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3. N.E.A. से आशय है-
(a) नेशनल एन्क्वायरी एक्ट
(b) नेशनल इन्वायरमेंट अथॉरिटी
(c) नेशनल एक्जामिनेशन एजेंसी
(d) नेशनल इवेंट एसोसिएशन
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) नेशनल इन्वायरमेंट अथॉरिटी
- N.E.A. का तात्पर्य राष्ट्रीय पर्यावरण प्राधिकरण (National Environment Authority) से है।
- यद्यपि इसका पूरा नाम राष्ट्रीय पर्यावरण अपीलीय प्राधिकरण (NEAA) है।
- NEAA का गठन वन व पर्यावरण मंत्रालय के द्वारा किया गया है।
- इसे कुछ प्रतिबंधित क्षेत्रों में ऐसे मामलों को देखने के लिए, जिनमें पर्यावरण मंजूरी आवश्यक है, स्थापित किया गया था।
- इसे राष्ट्रीय पर्यावरण अपीलीय प्राधिकरण अधिनियम, 1997 के तहत स्थापित किया गया था, ताकि पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत, क्षेत्रों के प्रतिबंध हेतु किसी भी उद्योग, संचालन या प्रक्रिया या उद्योगों, संचालन या प्रक्रियाओं की श्रेणी के संबंध में अपील की सुनवाई की जा सके।
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4. विश्व मौसम विज्ञान संगठन का मुख्यालय अवस्थित है-
(a) जेनेवा में
(b) रोम में
(c) सिडनी में
(d) टोक्यो में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (a) जेनेवा में
- विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) संयुक्त राष्ट्र की एक विशेषज्ञ एजेंसी है, जो पृथ्वी के वायुमंडल की दशा और व्यवहार का अध्ययन करती है।
- इसका मुख्यालय जेनेवा (स्विट्जरलैंड) में स्थित है।
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5. यू.एन.ई.पी. का मुख्यालय अवस्थित है-
(a) जेनेवा में
(b) काठमांडू में
(c) नैरोबी में
(d) नई दिल्ली में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010, U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (c) नैरोबी में
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP – United Nations Environment Programme) की स्थापना वर्ष 1972 में हुई थी।
- इसका मुख्यालय नैरोबी (केन्या) में अवस्थित है।
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6. EPA का पूर्ण रूप है-
(a) एनवायरमेंटल पॉल्यूशन एजेंसी
(b) एनवायरमेंटल प्रोहिबिशन एजेंसी
(c) एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर- (c) एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी
- EPA का पूर्ण रूप एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी (Environmental Protection Agency) है।
- यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की संधीय एजेंसी है।
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7. ग्रीन पीस इंटरनेशनल का मुख्यालय अवस्थित है-
(a) एम्सटर्डम में
(b) कैनबरा में
(c) ओटावा में
(d) नागासाकी में
[U.P.P.C.S. (Mains), 2005]
उत्तर- (a) एम्सटर्डम में
- ग्रीन पीस इंटरनेशनल एक गैर-सरकारी पर्यावरण संगठन है।
- इसका मुख्यालय नीदरलैंड्स के एम्सटर्डम में स्थित है।
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8. हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा का चौथा सत्र (UNEA -4) कहां आयोजित किया गया?
(a) पेरिस – फ्रांस
(b) उलानबातर – मंगोलिया
(c) बीजिंग – चीन
(d) नैरोबी – केन्या
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre), 2019]
उत्तर- (d) नैरोबी – केन्या
- समग्र विषय (Overall theme) ‘पर्यावरणीय चुनौतियों और सतत उपभोग और उत्पादन के लिए अभिनव समाधान’ के तहत संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा का चौथा सत्र (UNEA – 4) 11-15 मार्च, 2019 के मध्य केन्या के नैरोबी में आयोजित किया गया।
- कोविड-19 के कारण UNEA-5 का आयोजन दो सत्रों में किया गया।
- UNEA-5.1 का ऑनलाइन आयोजन 22-23 फरवरी, 2021 के मध्य तथा UNEA- 5.2 का आयोजन नैरोबी में 28 फरवरी 2 मार्च, 2022 के मध्य किया गया।
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पर्यावरण संरक्षण से संबंधित अधिनियम
1. पर्यावरण के परिरक्षण एवं संरक्षण हेतु पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम भारत सरकार द्वारा कब पारित किया गया?
(a) 1986
(b) 1981
(c) 1987
(d) 1978
[U.P.P.C.S. (Mains), 2017]
उत्तर- (a) 1986
- पर्यावरण के परिरक्षण एवं संरक्षण हेतु पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम [The Environment (Protection) Act] भारत में वर्ष 1986 में पारित हुआ था।
- इसे ‘छाता विधान’ (Umbrella Legislation) के रूप में जाना जाता है।
- वर्ष 1972 में स्टॉकहोम में आयोजित संयुक्त राष्ट्र के प्रथम मानव पर्यावरण सम्मेलन के निर्णयों को कार्यान्वित करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 पारित किया।
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2. पर्यावरण सुरक्षा अधिनियम (ई.पी.ए.) को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
(a) छाता विधान
(b) छड़ी मुबारक
(c) पर्यावरण विधान
(d) इको-संरक्षा नियम
[M.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) छाता विधान
- पर्यावरण के परिरक्षण एवं संरक्षण हेतु पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम [The Environment (Protection) Act] भारत में वर्ष 1986 में पारित हुआ था।
- इसे ‘छाता विधान’ (Umbrella Legislation) के रूप में जाना जाता है।
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3. जेनेटिक इंजीनियरिंग अनुमोदन समिति का गठन निम्नलिखित में से किसके अधीन किया गया है?
(a) खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006
(b) माल के भौगोलिक उपदर्शन (रजिस्ट्रीकरण और संरक्षण) अधिनियम [जियोग्राफिकल इंडिकेशंस ऑफ गुड्स (रजिस्ट्रेशन एंड प्रोटेक्शन) एक्ट], 1999
(c) पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986
(d) वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986
- जेनेटिक इंजीनियरिंग अनुमोदन समिति का गठन पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के अधीन किया गया है।
- ध्यातव्य है कि 22 जुलाई, 2010 को गज़ट नोटिफिकेशन के द्वारा जेनेटिक इंजीनियरिंग अनुमोदन समिति (Genetic Engineering Approval Committee) का नाम बदल दिया गया है।
- इसके अनुसार, परिसंकटमय सूक्ष्म जीवों/आनुवंशिक निर्मित जीवों या कोशिकाओं के विनिर्माण, उपयोग, आयात-निर्यात और भंडारण नियम, 1989 में ‘आनुवंशिक इंजीनियरिंग अनुमोदन समिति’ शब्दों के स्थान पर, जहां कहीं वे आते हैं, ‘आनुवंशिक इंजीनियरिंग आकलन समिति’ (Genetic Engineering Appraisal Committee) शब्द रखे जाएंगे।
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4. निम्न में से कौन पर्यावरण संतुलन के संरक्षण से संबंधित है?
1. वन नीति
2. पर्यावरण (सुरक्षा) अधिनियम, 1986
3. औद्योगिक नीति
4. शिक्षा नीति
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) 1 तथा 2
(b) 2 तथा 3
(c) 1, 2 तथा 3
(d) सभी चारों
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (d) सभी चारों
- पर्यावरण संतुलन के संरक्षण से प्रत्यक्षतः संबंध वन नीति और पर्यावरण (सुरक्षा) अधिनियम, 1986 का है, जबकि औद्योगिक नीति और शिक्षा नीति में भी पर्यावरणीय दृष्टिकोण को सम्मिलित किया गया है।
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5. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.) भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया था-
(a) 2008
(b) 2009
(c) 2010
(d) 2011
[J.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) 2010
- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (N.G.T.) अर्थात राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण की स्थापना भारत सरकार द्वारा 18 अक्टूबर, 2010 को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एक्ट, 2010 के अधीन की गई थी।
- इसके द्वारा पर्यावरण संरक्षण, वन एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों से संबंधित मामलों का निपटारा किया जाता है।
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6. एन.जी.टी. का पूर्ण रूप है-
(a) नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल
(b) नेशनल जनरल ट्राइब
(c) न्यू जनरल ट्रिब्यूनल
(d) नेशनल ग्रीन ट्राइब
[M.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (a) नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल
- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (N.G.T.) अर्थात राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण की स्थापना भारत सरकार द्वारा 18 अक्टूबर, 2010 को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल एक्ट, 2010 के अधीन की गई थी।
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7. भारत के परिप्रेक्ष्य में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव के संदर्भ में सत्य नहीं है?
(a) क्लीन डेवलपमेंट मेकॅनिज्म (CDM) की स्थापना
(b) नेशनल एडाप्टेशन फंड के अंतर्गत 100 करोड़ रु. का प्रारंभिक कोष के रूप में निवेश
(c) हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के सन सिटी में आयोजित BASIC की 19वीं बैठक में शामिल न होना
(d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं
[J.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के सन सिटी में आयोजित BASIC की 19वीं बैठक में शामिल न होना
- स्वच्छ विकास युक्ति (CDM), UNFCCC के क्योटो प्रोटोकॉल की धारा 12 के अंतर्गत वर्णित है।
- इसके तहत एनेक्जर-1 के विकसित देश गैर-एनेक्जर-1 देशों में स्वच्छ विकास युक्ति परियोजनाएं कार्यान्वित कर ‘कार्बन क्रेडिट’ प्राप्त कर सकते हैं।
- कार्बन क्रेडिट का उपयोग विकसित देश अपनी राष्ट्रीय उत्सर्जन प्रतिबद्धताओं में हुई कमी को पूरा करने में कर सकते हैं।
- भारत सरकार द्वारा जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए नेशनल एडाप्टेशन फंड की स्थापना की गई है।
- बेसिक (BASIC) की 19वीं बैठक में शामिल न होने का जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव का सामना करने से कोई संबंध नहीं है।
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8. राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण अधिनियम, 2010 भारतीय संविधान के निम्नलिखित में से कौन-सा/से प्रावधान के आनुरूप्य अधिनियमित हुआ था/हुए थे?
1. स्वस्थ पर्यावरण के अधिकार के आनुरूप्य, जो अनुच्छेद 21 के अंतर्गत जीवन के अधिकार का अंग माना जाता है।
2. अनुच्छेद 275 (1) के अंतर्गत अनुसूचित जनजातियों के कल्याण हेतु अनुसूचित क्षेत्रों में प्रशासन का स्तर बढ़ाने के लिए प्रावधानित अनुदान के आनुरूप्य
3. अनुच्छेद 243 (A) के अंतर्गत उल्लिखित ग्राम सभा की शक्तियों और कार्यों के आनुरूप्य
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) केवल 1
- राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण अधिनियम, 2010 भारतीय संविधान के अंतर्गत दिए गए नागरिकों को स्वच्छ पर्यावरण में रहने के अधिकार, जो जीवन के अधिकार (अनुच्छेद 21) में अंतर्निहित है, के अनुरूप है।
- इस अधिनियम के द्वारा देश में एक राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (National Green Tribunal) का गठन किया गया है।
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9. राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एन.जी.टी.) किस प्रकार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सी.पी.सी.बी.) से भिन्न है?
1. एन.जी.टी. का गठन एक अधिनियम द्वारा किया गया है,
जबकि सी.पी.सी.बी. का गठन सरकार के कार्यपालक आदेश से किया गया है।
2. एन.जी.टी. पर्यावरणीय न्याय उपलब्ध कराता है और उच्चतर न्यायालयों में मुकदमों के भार को कम करने में सहायता
करता है, जबकि सी.पी.सी.बी. झरनों और कुओं की सफाई को प्रोत्साहित करता है तथा देश में वायु की गुणवत्ता में सुधार लाने का लक्ष्य रखता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) केवल 2
- राष्ट्रीय हरित अधिकरण की स्थापना अक्टूबर, 2010 में राष्ट्रीय हरित अधिकरण अधिनियम, 2010 के तहत वनों एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों के पर्यावरण संरक्षण से संबंधित मामलों के प्रभावी एवं तीव्र निपटान के लिए की गई थी।
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एक सांविधिक संगठन है, जिसका गठन सितंबर, 1974 में जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 1974 के तहत किया गया था। स्पष्ट है कि कथन (1) असत्य है।
- पर्यावरणीय मुद्दों पर राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण का समर्पित क्षेत्राधिकार द्रुत गति से पर्यावरणीय न्याय उपलब्ध कराता है तथा उच्चतर न्यायालयों में मुकदमों का भार कम करने में मदद करता है। जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 1974 तथा वायु (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 1981 में वर्णित CPCB के मुख्य कार्यों में नदियों एवं कुओं की स्वच्छता को बढ़ावा देना तथा देश में वायु की गुणवत्ता में सुधार करना शामिल है। अतः कथन (2) सत्य है।
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पर्यावरण : परीक्षोपयोगी तथ्य
1. नीचे दो वाक्यांश दिए गए हैं-
कथन (A): प्राकृतिक वनस्पति जलवायु का सही सूचकांक है।
कारण (R) : जल-प्रिय पौधे आर्द्र जलवायु में पाए जाते हैं।
उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन एक सही है?
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2009]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
- प्राकृतिक वनस्पति जलवायु का सही सूचकांक है तथा वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा से हो रहे जलवायु परिवर्तन से प्राकृतिक वनस्पति में भी परिवर्तन हो रहे हैं।
- जल-प्रिय पौधे (Water-loving Plants) का जलवायु की आर्द्रता कम होने पर क्षरण होने लगता है।
- इस प्रकार स्पष्ट है कि कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन का सही स्पष्टीकरण है।
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2. ‘इकोमार्क’ उन भारतीय उत्पादों को दिया जाता है, जो-
(a) शुद्ध एवं मिलावट-रहित हों
(b) प्रोटीन-समृद्ध हों
(c) पर्यावरण के प्रति मैत्रीपूर्ण हों
(d) आर्थिक दृष्टि से व्यवहार्य हों
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (c) पर्यावरण के प्रति मैत्रीपूर्ण हों
- ‘इकोमार्क’ प्रमाण-पत्र उन भारतीय उत्पादों को दिया जाता है, जो पर्यावरण के प्रति मैत्रीपूर्ण हों।
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3. इकोमार्क (ECOMARC) प्रतीक निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
(a) सर्वोच्च गुणवत्ता की सामग्री से
(b) पर्यावरण के लिए सुरक्षित सामग्री से
(c) निर्यातित सामग्री से
(d) आयातित सामग्री से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (b) पर्यावरण के लिए सुरक्षित सामग्री से
- ‘इकोमार्क’ प्रमाण-पत्र उन भारतीय उत्पादों को दिया जाता है, जो पर्यावरण के प्रति मैत्रीपूर्ण हों।
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4. पर्यावरण-अनुकूल उपभोक्ता-उत्पादों को चिह्नित करने के लिए सरकार ने आरंभ किया है-
(a) एगमार्क
(b) इकोमार्क
(c) आई.एस.आई. मार्क
(d) वॉटर मार्क
U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004
उत्तर- (b) इकोमार्क
- ‘इकोमार्क’ प्रमाण-पत्र उन भारतीय उत्पादों को दिया जाता है, जो पर्यावरण के प्रति मैत्रीपूर्ण हों।
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5. वर्ष 1962 में प्रकाशित पुस्तक ‘साइलेंट स्प्रिंग’ जिससे विश्व के पर्यावरणीय आंदोलन को गति मिली, के लेखक हैं-
(a) केरोलीन मर्चेंट
(b) कार्ल मार्क्स
(c) रेचल कारसन
(d) राजगोपालन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (c) रेचल कारसन
- साइलेंट स्प्रिंग पर्यावरण विज्ञान से संबंधित एक पुस्तक है, जिसकी लेखिका अमेरिकी जीवविज्ञानी एवं संरक्षणविद् रेचल कारसन हैं।
- यह पुस्तक सितंबर, 1962 में प्रकाशित हुई थी।
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6. नगरीकरण एवं औद्योगीकरण हानिकारक है-
(a) संतुलित विकास के लिए
(b) पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के लिए
(c) जैव विविधता के संरक्षण के लिए
(d) उपर्युक्त सभी के लिए
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी के लिए
- अतिनगरीकरण और औद्योगीकरण संतुलित विकास, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी तथा जैव विविधता के संरक्षण, इन तीनों के लिए हानिकारक हैं।
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7. ‘हरित विकास’ (ग्रीन डेवलपमेंट) का लेखक है-
(a) एम.जे. ब्रैडशा
(b) एम. निकोल्सन
(c) आर.एच. व्हीटेकर
(d) डब्ल्यू.एम. एडम्स
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) डब्ल्यू.एम. एडम्स
- ‘हरित विकास’ (ग्रीन डेवलपमेंट) के लेखक डब्ल्यू. एम. एडम्स हैं।
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8. प्राकृतिक कृषि का अन्वेषक है-
(a) मसानोबू फुकुओका
(b) एम. एस. रन्धावा
(c) एम.एस. स्वामीनाथन
(d) नॉर्मन बोरलाग
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (a) मसानोबू फुकुओका
- प्राकृतिक कृषि के अन्वेषक मसानोबू फुकुओका (Masanobu Fukuoka) हैं।
- वह एक जापानी किसान एवं दार्शनिक थे।
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9. पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘ग्रीन आर्मी’ को किसने प्रारंभ किया?
(a) जापान
(b) चीन
(c) ऑस्ट्रेलिया
(d) इजिप्ट
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) ऑस्ट्रेलिया
- पर्यावरण संरक्षण के लिए ऑस्ट्रेलिया ने ग्रीन आर्मी को लांच किया था।
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10. बीसवीं सदी के अस्सी के दशक के मध्य विकास के नकारात्मक पक्षों पर विस्तार से चर्चा की गई। निम्नलिखित में से कौन-सा एक उनमें महत्त्वपूर्ण नहीं था?
(a) प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण
(b) पर्यावरण प्रदूषण
(c) राजनीति एवं विकास
(d) जनसामान्य का विस्थापन एवं पुनर्वास
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (c) राजनीति एवं विकास
- बीसवीं सदी के अस्सी के दशक के मध्य विकास के नकारात्मक पक्षों पर विस्तार से की गई चर्चा में ‘प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण, पर्यावरण प्रदूषण, जनसामान्य का विस्थापन एवं पुनर्वास’ आदि मुख्य विषय थे, लेकिन ‘राजनीति एवं विकास’ चर्चा का विषय नहीं था।
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11. पलाचीमाड़ा जो पर्यावरण की अपार क्षति के कारण चर्चा में था, अवस्थित है-
(a) कर्नाटक में
(b) कोंकण में
(c) केरल में
(d) तमिलनाडु में
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2009]
उत्तर- (c) केरल में
- पलाचीमाड़ा दक्षिण भारतीय राज्य केरल के पलक्कड़ जिले में अवस्थित एक छोटा-सा गांव है।
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12. ग्रीनवाश इंगित करता है-
(a) झूम कृषि की प्रोन्नति
(b) नदी जल का शुद्धीकरण
(c) हरियाली हटाना
(d) पर्यावरण संरक्षण का झूठा वादा करना
[U.P.P.C.S. (Mains) 2017]
उत्तर- (d) पर्यावरण संरक्षण का झूठा वादा करना
- ग्रीनवाश उस स्थिति को संदर्भित करता है, जहां एक संगठन अपने पर्यावरणीय प्रथाओं या किसी उत्पाद या सेवा के पर्यावरणीय लाभों के बारे में लोगों को गुमराह करना चाहता है।
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13. भारत के निम्नलिखित राज्यों में से किसने हाल ही में ‘हरितगृह कृषि’ (Green House Farming) प्रारंभ की है?
(a) हरियाणा
(b) पंजाब
(c) महाराष्ट्र
(d) उत्तर प्रदेश
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (b) पंजाब
- पंजाब के मार्कफेड (Markfed: Marketing Federation) और इस्राइल के सयाग (Sayag) के बीच 21 अप्रैल, 2001 को हुए एक समझौते के तहत पंजाब में ग्रीन हाउस कृषि के माध्यम से सब्जियां उगाई गईं।
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14. अपने वार्षिक सर्वेक्षण के परिणाम के रूप में, नेशनल जियोग्राफिक सोसायटी एवं अंतरराष्ट्रीय मतदान कंपनी ग्लोबस्कैन ने ग्रीनडेक्स 2009 स्कोर के तहत भारत को शीर्ष स्थान दिया। वह स्कोर क्या है?
(a) यह विभिन्न देशों द्वारा, कार्बन फुटप्रिंट घटाने के लिए प्रौद्योगिकियों को अपनाने में किए जा रहे प्रयासों का मापक है।
(b) यह विभिन्न देशों में पर्यावरणीय रूप से धारणीय उपभोक्ता व्यवहार का मापक है।
(c) यह विभिन्न देशों द्वारा प्राकृतिक संपदा के संरक्षण को सुधारने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों/योजनाओं का आकलन है।
(d) यह विभिन्न देशों द्वारा बिक्रीत कार्बन क्रेडिटों के परिणाम दिखाने वाला सूचकांक है।
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (b) यह विभिन्न देशों में पर्यावरणीय रूप से धारणीय उपभोक्ता व्यवहार का मापक है।
- नेशनल जियोग्राफिक सोसायटी एवं अंतरराष्ट्रीय मतदान कंपनी ग्लोबस्कैन ने ग्रीनडेक्स 2009 स्कोर के तहत भारत को शीर्ष स्थान दिया है।
- इसमें विभिन्न देशों में पर्यावरणीय रूप से धारणीय उपभोक्ता व्यवहार के अनुसार अंक दिया जाता है।
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15. ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ जिस तारीख को मनाया जाता है, वह है-
(a) 21 मार्च
(b) 23 सितंबर
(c) 5 जून
(d) 25 मई
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013, Uttarakhand Lower (Pre) 2010]
उत्तर- (c) 5 जून
- ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ प्रति वर्ष 5 जून को मनाया जाता है।
- प्रथम विश्व पर्यावरण दिवस वर्ष 1974 में मनाया गया था।
- उल्लेखनीय है कि स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन वर्ष 1972 में आयोजित किया गया था।
- पर्यावरण पर यह पहला वैश्विक शिखर सम्मेलन था।
- इसी सम्मेलन में 5 जून को पर्यावरण दिवस मनाने का निर्णय भी लिया गया।
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