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ग्रीन हाउस इफेक्ट या हरित गृह प्रभाव
1. ग्रीन हाउस इफेक्ट वह प्रक्रिया है-
(a) जिसमें पौधे उगाने के लिए समान तापमान प्राप्त किया जाता है।
(b) जिसमें वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा इंफ्रारेड विकिरण शोषित कर लिए जाने से वायुमंडल का तापमान बढ़ता है।
(c) जिसमें बंजर पर्वतों या पहाड़ियों को हरा-भरा किया जाता है।
(d) जिसमें गहरे पानी का रंग हरा नजर आता है।
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) जिसमें वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड द्वारा इंफ्रारेड विकिरण शोषित कर लिए जाने से वायुमंडल का तापमान बढ़ता है।
- ग्रीन हाउस प्रभाव एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसके द्वारा किसी ग्रह या उपग्रह के वातावरण में मौजूद कुछ गैसें उस ग्रह/उपग्रह के वातावरण के ताप को अपेक्षाकृत अधिक बनाने में मदद करती हैं।
- विश्वव्यापी ताप वृद्धि के पीछे मुख्य कारण कार्बन डाइऑक्साइड गैस है, जिसे ग्रीन हाउस गैस कहा जाता है।
- मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड भी इसी प्रकार की गैसें हैं।
- ये सभी गैसें जो वातावरण की ऊष्मा को सोख लेती हैं।
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2. ग्रीन हाउस गैसों की संकल्पना की थी-
(a) सी.सी. पार्क ने
(b) जे.एन.एन. जेफर्स ने
(c) जोसेफ फोरियर ने
(d) एल. जाब्लर ने
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (c) जोसेफ फोरियर ने
- जोसेफ फोरियर (Joseph Fourier) ने 1824 ई. में ग्रीन हाउस या हरित गृह गैसों की संकल्पना की थी।
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3. पर्यावरण में ग्रीन हाउस प्रभाव में वृद्धि होती है-
(a) कार्बन मोनोऑक्साइड के कारण
(b) कार्बन डाइऑक्साइड के कारण
(c) ऑक्सीजन के कारण
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (b) कार्बन डाइऑक्साइड के कारण
- ग्रीन हाउस गैसें वायुमंडल में उपस्थित वह गैसें हैं, जो तापीय अवरक्त विकिरण की रेंज के अंतर्गत विकिरणों का अवशोषण एवं उत्सर्जन करती हैं।
- पृथ्वी के वायुमंडल में पाई जाने वाली प्रमुख ग्रीन हाउस गैसें हैं-जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड तथा क्लोरोफ्लोरोकार्बन।
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4. निम्नलिखित में से कौन-सा गैस समूह “ग्रीन हाउस प्रभाव” में योगदान देता है?
(a) अमोनिया तथा ओजोन
(b) कार्बन मोनोऑक्साइड तथा सल्फर डाइऑक्साइड
(c) कार्बन टेट्राफ्लोराइड तथा नाइट्रस ऑक्साइड
(d) कार्बन डाइऑक्साइड तथा मीथेन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) कार्बन डाइऑक्साइड तथा मीथेन
विभिन्न गैसों का ग्रीन हाउस प्रभाव या वैश्विक तापन के प्रति आपेक्षिक योगदान निम्नवत है- |
जलवाष्प |
लगभग 60% |
कार्बन डाइऑक्साइड |
लगभग 26% |
मीथेन |
लगभग 4-9% |
ओजोन |
लगभग 3-7% |
नाइट्रस ऑक्साइड |
लगभग 1.5% |
क्लोरोफ्लोरोकार्बन व अन्य |
लगभग 0.1 – 0.4% |
- अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।
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5. ग्रीन हाउस गैसों में मुख्य घटक होता है-
(a) कार्बन डाइऑक्साइड
(b) मीथेन
(c) नाइट्रस ऑक्साइड
(d) ओजोन
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre), 2018, 2019]
उत्तर- (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
- ग्रीन हाउस गैसें वे हैं, जो पृथ्वी, वातावरण तथा बादलों द्वारा उत्सर्जित ऊष्मीय अवरक्त विकिरण को अवशोषित एवं उत्सर्जित करती हैं।
- इनमें प्रमुख हैं –
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- जलवाष्प
- नाइट्रस ऑक्साइड (N2O)
- मीथेन
- ओजोन
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6. निम्नलिखित में से कौन एक वैश्विक ऊष्मन के लिए उत्तरदायी नहीं है?
(a) मीथेन
(b) जलवाष्प
(c) ऑर्गन
(d) कार्बन डाइऑक्साइड
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (c) ऑर्गन
- सूर्य की ऊष्मा से गर्म होने के बाद जब पृथ्वी ठंडी होने लगती है, तब ऊष्मा पृथ्वी से बाहर विसरित होती है।
- लेकिन कार्बन डाइऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन, नाइट्रस ऑक्साइड, जलवाष्प, मीथेन एवं अन्य ऊष्मारोधी गैसें इस ऊष्मा का कुछ भाग अवशोषित कर लेती हैं एवं शेष बची ऊष्मा को पुनः धरातल को वापस कर देती हैं, जिससे वायुमंडल के निचले भाग में अतिरिक्त ऊष्मा एकत्र हो जाती है।
- विगत कुछ वर्षों में इन ऊष्मारोधी गैसों की मात्रा वायुमंडल में बढ़ जाने के कारण वायुमंडल के औसत ताप में वृद्धि हो गई है, जिसे वैश्विक ऊष्मन / भूमंडलीय तापन (Global Warming) अथवा ‘ग्रीन हाउस प्रभाव’ कहा जाता है।
- ऑर्गन ग्रीन हाउस गैस नहीं है तथा यह वैश्विक ऊष्मन के लिए उत्तरदायी नहीं होती है।
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7. ‘हरित गृह प्रभाव’ क्या है?
(a) वैश्विक ताप में वृद्धि
(b) वैश्विक ताप में कमी
(c) सागर जल के ताप में वृद्धि
(d) नदियों एवं झीलों के ताप में वृद्धि
[U.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (a) वैश्विक ताप में वृद्धि
- कुछ वर्षों में इन ऊष्मारोधी गैसों की मात्रा वायुमंडल में बढ़ जाने के कारण वायुमंडल के औसत ताप में वृद्धि हो गई है, जिसे वैश्विक ऊष्मन / भूमंडलीय तापन (Global Warming) अथवा ‘ग्रीन हाउस प्रभाव’ कहा जाता है।
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8. निम्नलिखित में से कौन पदार्थ सार्वत्रिक तापन उत्पन्न करने में योगदान नहीं करता है?
(a) सल्फर तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड
(b) मीथेन
(c) कार्बन डाइऑक्साइड
(d) जलवाष्प
[U.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) सल्फर तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड
- सल्फर तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड सार्वत्रिक तापन (Global Warming) में योगदान नहीं करते।
- जबकि मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल वाष्प प्रमुख ग्रीन हाउस गैसे हैं, जो सार्वत्रिक तापन या वैश्विक ऊष्मन उत्पन्न करने में योगदान करते हैं।
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9. निम्नलिखित में से कौन-सा एक प्राकृतिक रूप में वायुमंडल में पाई जाने वाली ग्रीन हाउस गैस नहीं है?
(a) नाइट्रोजन ऑक्साइड
(b) कार्बन डाइऑक्साइड
(c) मीथेन
(d) ओजोन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (a) नाइट्रोजन ऑक्साइड
- नाइट्रोजन ऑक्साइड प्राकृतिक रूप में वायुमंडल में पाई जाने वाली ग्रीन हाउस गैस नहीं है।
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10. गैस, जो धान के खेत से उत्सर्जित होती है तथा भूमि के तापमान में वृद्धि करती है, वह है
(a) नाइट्रोजन
(b) कार्बन डाइऑक्साइड
(c) कार्बन मोनोऑक्साइड
(d) मीथेन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) मीथेन
- धान के खेत, कोयले की खदानें एवं घरेलू पशु वातावरण में मीथेन उत्सर्जन के स्रोत हैं।
- उल्लेखनीय है कि मीथेन पृथ्वी के वायुमंडल में पाई जाने वाली एक ग्रीन हाउस गैस है।
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11. निम्न में से कौन हरित गृह गैस नहीं है?
(a) कार्बन डाइऑक्साइड
(b) सल्फर डाइऑक्साइड
(c) मीथेन
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (b) सल्फर डाइऑक्साइड
- ग्रीन हाउस गैसें वायुमंडल में उपस्थित वह गैसें हैं, जो तापीय अवरक्त विकिरण की रेंज के अंतर्गत विकिरणों का अवशोषण एवं उत्सर्जन करती हैं।
- पृथ्वी के वायुमंडल में पाई जाने वाली प्रमुख ग्रीन हाउस गैसें हैं- जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, ओजोन, नाइट्रस ऑक्साइड तथा क्लोरोफ्लोरोकार्बना सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) प्रत्यक्ष रूप से ग्रीन हाउस प्रभाव नहीं पैदा करती है।
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12. निम्नलिखित में कौन-सी ग्रीन हाउस गैस नहीं है?
(a) मीथेन
(b) नाइट्रस ऑक्साइड
(c) क्लोरोफ्लोरोकार्बन
(d) हाइड्रोजन
[U.P.P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (d) हाइड्रोजन
- हाइड्रोजन ग्रीन हाउस गैस नहीं है।
- प्रकृति में यह द्विआणविक गैस के रूप में पाई जाती है, जो वायुमंडल की बाह्य परत की मुख्य संघटक है।
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13. निम्नलिखित में से कौन एक हरित गृह गैस नहीं है?
(a) ऑक्सीजन
(b) कार्बन डाइऑक्साइड
(c) क्लोरोफ्लोरोकार्बन
(d) मीथेन
[R.O./A.R.O. (Mains), 2017]
उत्तर- (a) ऑक्सीजन
- प्रश्नगत विकल्पों में ऑक्सीजन हरित गृह गैस नहीं है।
- हरित गृह गैसें वायुमंडल में उपस्थित वह गैसें हैं, जो तापीय अवरक्त विकिरण की रेंज के अंतर्गत विकिरणों का अवशोषण एवं उत्सर्जन करती हैं।
- पृथ्वी के वायुमंडल में पाई जाने वाली प्रमुख ग्रीन हाउस गैसें हैं – जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन आदि।
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14. इनमें से कौन हरित गृह गैस नहीं है?
(a) CH
(b) CFC
(c) SO,
(d) N₂O
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (e) इनमें से कोई नहीं
- जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (Intergovernmental Panel on Climate Change-IPCC) द्वारा चिह्नित (Identified) 6 प्रमुख हरित गृह गैसों में CH, CFC तथा N₂O शामिल हैं, जबकि सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) ग्रीन हाउस गैस नहीं है, यह अम्ल वर्षा (Acid rain) के लिए प्रमुखतः उत्तरदायी गैस है।
- छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने अपने संशोधित उत्तर-पत्रक में इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (e) को सत्य माना है, जबकि पूर्व के उत्तर-पत्रक में विकल्प (c) को सत्य माना था।
- संभवतः ऐसा उसने ग्रीन हाउस गैसों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल गैसों के आधार पर किया है।
- ग्रीन हाउस गैसों में प्रत्यक्ष रूप से शामिल गैसे निम्न है – कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), मीथेन (CH), नाइट्रस ऑक्साइड (N,O), CFC, SF, NF, आदि।
- जबकि अप्रत्यक्ष रूप से शामिल गैसें निम्न हैं – नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), नॉन-मीथेन वोलेटिल ऑर्गेनिक कम्पाउंड्स (NMVOC) तथा सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂)।
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15. हरित गृह प्रभाव से वातावरण में निम्नलिखित में से कौन-सा परिवर्तन होता है?
(a) वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता बढ़ जाती है।
(b) वायुमंडल में आर्द्रता बढ़ जाती है।
(c) जीवधारियों की संख्या बढ़ जाती है।
(d) बायु की गति बढ़ जाती है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (b & d) वायुमंडल में आर्द्रता बढ़ जाती है & बायु की गति बढ़ जाती है
- पृथ्वी के वातावरण में विद्यमान हरित गृह गैसें एक ऐसे आवरण की तरह व्यवहार करती हैं, जिसमें से सूर्य से आने वाली लघु तरंग विकिरण तो प्रवाहित हो सकती है, परंतु पृथ्वी से वापस जाने वाली दीर्घ तरंग विकिरण इसे पार नहीं कर पाती है।
- परिणामस्वरूप पृथ्वी के वातावरण का तापमान बढ़ता जाता है।
- इसी प्रक्रिया को हरित गृह प्रभाव कहा जाता है।
- वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता में वृद्धि से हरित गृह प्रमाव पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता, परंतु हरित गृह प्रभाव से कार्बन डाइऑक्साइड के सांद्रण में किसी सार्थक वृद्धि का प्रमाण प्राप्त नहीं हुआ है। अतः विकल्प (a) गलत है।
- जलवाष्प एक प्रमुख हरित गृह गैस है और इसका हरित गृह प्रभाव में सार्थक योगदान है, परंतु यह हरित गृह प्रभाव की तीव्रता से भी प्रभावित होती है।
- हरित गृह प्रभाव जो वातावरण को गर्म करता है, से वाष्पीकरण की प्रक्रिया तीव्र होती है, जो वायु में आर्द्रता की मात्रा को बढ़ा देती है। अतः विकल्प (b) सही है।
- हरित गृह प्रभाव जो वातावरण में ऊष्मा एवं आर्द्रता में वृद्धि करता है, से जीवधारियों की संख्या में भी वृद्धि हो सकती है, क्योंकि ऊष्मा एवं नमी प्रजननता को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं।
- यद्यपि यह कथन सही है, परंतु यह उत्तर नहीं हो सकता है, क्योंकि यह वायुमंडलीय परिवर्तन नहीं है।
- हरित गृह प्रभाव से तापमान एवं दाब पर प्रभाव पड़ता है।
- तापमान बढ़ने से दाब कम होता है और वायु की गतिशीलता भी बढ़ जाती है।
- अतः प्रश्न के संदर्भ में यह भी सही उत्तर होगा। इस तरह विकल्प (b) और (d) दोनों उत्तर सहीं होंगे।
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16. वायु में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती हुई मात्रा से वायुमंडल का तापमान धीरे-धीरे बढ़ रहा है, क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड –
(a) वायु में उपस्थित जलवाष्प को अवशोषित कर उसकी ऊष्मा को संचित करती है।
(b) सौर विकिरण के पराबैंगनी अंश को अवशोषित करती है।
(c) संपूर्ण सौर विकिरण को अवशोषित करती है।
(d) सौर विकिरण के अवरक्त अंश को अवशोषित करती है।
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (d) सौर विकिरण के अवरक्त अंश को अवशोषित करती है।
- पृथ्वी पर ऊर्जा विद्युत चुंबकीय विकिरणों के रूप में पहुंचती है, जिसे सौर ऊर्जा कहा जाता है।
- पृथ्वी की ऊष्मा अवरक्त विकिरण के रूप में विकरित होती है, जिसके लगभग 90 प्रतिशत भाग को वायुमंडल में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड गैस अवशोषित कर लेती है।
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ग्रीन हाउस प्रभाव का कारण
1. निम्नलिखित गैसों में कौन-सी एक गैस धरती पर जीवन के लिए हानिकारक और लाभदायक दोनों है?
(a) ऑक्सीजन
(b) ओजोन
(c) नाइट्रोजन
(d) कार्बन डाइऑक्साइड
[U.P. Lower Sub. (Mains) 2013]
उत्तर- (d) कार्बन डाइऑक्साइड
- कार्बन डाइऑक्साइड गैस धरती पर जीवन के लिए हानिकारक और लाभदायक दोनों है।
- पौधे कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण कर (प्रकाश संश्लेषण क्रिया द्वारा) जीवन दायिनी ऑक्सीजन गैस की रचना करते हैं, जो हमारे जीवन के लिए लाभदायक है, वहीं यह भूमंडलीय तापन का मुख्य कारण मी है, जो हमारे लिए हानिकारक भी है।
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2. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा ‘कार्बन निषेचन’ (कार्बन फर्टिलाइजेशन) को सर्वोत्तम वर्णित करता है?
(a) वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ी हुई सांद्रता के कारण बढ़ी हुई पादप वृद्धि
(b) वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ी हुई सांद्रता के कारण पृथ्वी का बढ़ा हुआ तापमान
(c) वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ी हुई सांद्रता के परिणामस्वरूप महासागरों की बढ़ती हुई अम्लता
(d) वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ी हुई सांद्रता के द्वारा हुए जलवायु परिवर्तन के अनुरूप पृथ्वी पर सभी जीवधारियों का अनुकूलन
[I.A.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (a) वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ी हुई सांद्रता के कारण बढ़ी हुई पादप वृद्धि
- कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस अन्य ग्लोबल वार्मिंग ग्रीन हाउस गैसों के विपरीत पौधों के विकास के लिए संभावित रूप से फायदेमंद प्रभाव डालती है, क्योंकि पौधे अपनी ऊर्जा प्राप्ति तथा वृद्धि के लिए कार्बोहाइड्रेट के निर्माण हेतु सूर्य के प्रकाश के साथ वायु में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करते हैं, जिससे पौधों में वृद्धि व विकास संभव होता है।
- अतः विकल्प (a) ‘वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ी हुई सांद्रता के कारण बढ़ी हुई पादप वृद्धि कार्बन निषेचन’ को सर्वोत्तम वर्णित करता है।
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3. निम्नलिखित में से कौन-से जलवायु परिवर्तन के प्रमुख कारक हैं?
1. जीवाश्मिक ईंधन का अधिकाधिक प्रज्वलन
2. तैल चालित स्वचालितों की संख्या विस्फोटन
3. सौर-धधक में वृद्धि
4. अत्यधिक वनोन्मूलन
नीचे दिए गए कूट द्वारा सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 2 तथा 3
(b) केवल 1, 2 तथा 4
(c) 1, 2, 3 तथा 4
(d) केवल 1 तथा 4
[U.P.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) केवल 1, 2 तथा 4
- जलवायु परिवर्तन के दो प्रमुख कारक हैं- कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि वाले कारक तथा कार्बन अवशोषण में कमी लाने वाले कारका कार्बन उत्सर्जन में वृद्धि वाले कारणों में जीवाश्म ईंधनों का अत्यधिक प्रज्वलन, तेल से चलने वाले वाहनों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि आदि आते हैं।
- अतः वायुमंडल में कार्बन सांद्रण बढ़ रहा है, जो हरित गृह प्रभाव में वृद्धि कर जलवायु को प्रभावित कर रहा है।
- नासा एवं अन्य के अध्ययन सौर धधक (Solar Flare) में वृद्धि को जलवायु परिवर्तन का प्रमुख कारण नहीं मानते हैं।
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4. निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. कार्बन मोनोऑक्साइड
2. मीथेन
3. ओज़ोन
4. सल्फर डाइऑक्साइड
फसल/जैव मात्रा के अवशेषों के दहन के कारण वायुमंडल में उपर्युक्त में से कौन-से निर्मुक्त होते हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 1 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) 1, 2, 3 और 4
- फसल/जैव मात्रा के अवशेषों जैसे धान, गेहूं, गन्ना आदि फसलों के अवशेषों के दहन के कारण वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड (SO), नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NOx), कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), ब्लैक कार्बन (BC), ऑर्गेनिक कार्बन (OC), मीथेन (CH) एवं अन्य हाइड्रोकार्बन (NMHC), अस्थिर कार्बनिक यौगिक (VOC), ओजोन (O₂), निलंबित कण (PM), एयरोसोल्स आदि निर्मुक्त होते हैं, जो कि पर्यावरण को क्षति पहुंचाने के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य एवं जलवायु को भी प्रभावित करते हैं।
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5. निम्नलिखित में से कौन-सी गैस ग्लोबल वार्मिंग के लिए ज्यादा जिम्मेदार है?
(a) नाइट्रोजन
(b) मीथेन
(c) कार्बन डाइऑक्साइड
(d) कार्बन मोनोऑक्साइड
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- पृथ्वी के वायुमंडल में पाई जाने वाली प्रमुख ग्रीन हाउस गैसें है जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड तथा क्लोरोफ्लोरोकार्बन।
- उपर्युक्त विकल्पों में से कार्बन डाइऑक्साइड गैस ग्लोबल वार्मिंग के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार है, क्योंकि वायुमंडल में इसकी सांद्रता अन्य ग्रीन हाउस गैसों की तुलना में बहुत अधिक है।
- ध्यातव्य है, कि पिछले कुछ दशकों से वातावरण में CO, की सांद्रता में लगातार वृद्धि हो रही है।
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6. निम्नलिखित में से किसे वायुमंडल के प्राकृतिक संतुलन के लिए कार्बन डाइऑक्साइड की उपयुक्त सांद्रता मानी जाती है?
(a) 0.02 प्रतिशत
(b) 0.03 प्रतिशत
(c) 0.04 प्रतिशत
(d) 0.05 प्रतिशत
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) 0.03 प्रतिशत
- विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के अनुसार, पूर्व-औद्योगिक (Pre- industrial) युग में कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता लगभग 278 ppm (0.03%) थी, जिससे वायुमंडल, समुद्र एवं जीवमंडल आदि के बीच संतुलन बना रहता था।
- हालांकि मानवीय गधिविधियों जैसे जीवाश्म ईंधन के जलने आदि से यह प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया है।
- वर्तमान में औसत वार्षिक CO, सांद्रता लगभग 415 PPM से अधिक हो चुकी है।
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7. निम्नलिखित पर विचार कीजिए-
1. धान के खेत
2. कोयले की खनन
3. पालतू पशु
4. आर्द्रभूमि
उपर्युक्त में से कौन प्रमुख ग्रीन हाउस गैस मीथेन के स्रोत हैं?
(a) केवल 1 और 4
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 2 और 3
(d) 1, 2,3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (d) 1, 2,3 और 4
- धान के खेत, कोयले की खदानें एवं घरेलू पशु वातावरण में मीथेन उत्सर्जन के मानवीय स्रोत हैं, जबकि आर्द्रभूमि, दीमक की बाम्बी, समुद्र, हाइड्रेट्स (Hydrates), मीथेन उत्सर्जन के प्राकृतिक स्रोत हैं।
- प्राकृतिक स्रोतों से वैश्विक मीथेन उत्सर्जन का सर्वाधिक 76 प्रतिशत भाग आर्द्रभूमि से ही उत्सर्जित होता है।
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8. गैस, जो धान के खेत से उत्सर्जित होती है तथा भूमि के तापमान में वृद्धि करती है, वह है-
(a) नाइट्रोजन
(b) कार्बन डाइऑक्साइड
(c) कार्बन मोनोऑक्साइड
(d) मीथेन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) मीथेन
- धान के खेत, कोयले की खदानें एवं घरेलू पशु वातावरण में मीथेन उत्सर्जन के स्रोत हैं।
- उल्लेखनीय है कि मीथेन पृथ्वी के वायुमंडल में पाई जाने वाली एक ग्रीन हाउस गैस है।
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9. जुगाली करने वाले पशुओं से जिस ग्रीन हाउस गैस का निस्सरण होता है, वह है-
(a) कार्बन डाइऑक्साइड
(b) मीथेन
(c) सी.एफ.सी.
(d) नाइट्रस ऑक्साइड
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (b) मीथेन
- मीथेन (CH) गैस को मार्श गैस (Marsh Gas) भी कहते हैं, जिसका स्रोत (Source) बायोगैस (Biogas), जीवाणु अपघटन तथा जुगाली करने वाले पशु हैं।
- यह एक हरित गृह गैस (Greenhouse Gas) है, जो कि वायु प्रदूषक (Air Pollutant) होती है।
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10. हाल के वर्षों में मानव गतिविधियों के कारण वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता में बढ़ोत्तरी हुई है, किंतु उसमें से बहुत-सी वायुमंडल के निचले भाग में नहीं रहती, क्योंकि-
1. वह बाह्य समतापमंडल में पलायन कर जाती है।
2. समुद्रों में पादप प्लवक प्रकाश संश्लेषण कर लेते हैं।
3. ध्रुवीय बर्फ-छत्रक वायु का प्रग्रहण कर लेते हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा / कौन-से कथन सही है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) केवल 2
(c) 2 और 3
(d) केवल 3
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (b) केवल 2
- मानवीय गतिविधियों द्वारा उत्पन्न अधिकांश कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल के निचले भाग में नहीं रुकती, बल्कि समुद्री पादपों या भूमि पर पौधों एवं मिट्टी द्वारा अवशोषित कर ली जाती है।
- प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में पादप प्लवक (Phytoplankton) कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण कर उसे पादप सामग्री में परिवर्तित कर देते हैं।
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11. ‘मीथेन हाइड्रेट’ के निक्षेपों के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही हैं?
1. भूमंडलीय तापन के कारण इन निक्षेपों से मीथेन गैस का निर्मुक्त होना प्रेरित हो सकता है।
2. ‘मीथेन हाइड्रेट’ के विशाल निक्षेप उत्तर ध्रुवीय टुंड्रा में तथा समुद्र अधस्तल के नीचे पाए जाते हैं।
3. वायुमंडल के अंदर मीथेन एक या दो दशक के बाद कार्बन डाइऑक्साइड में ऑक्सीकृत हो जाता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- मीथेन जल के अणुओं से घिरकर निम्न ताप तथा उच्च दाब पर क्रिस्टलीय संरचना के रूप में बर्फ के समान जम जाती है, जो ‘मीथेन हाइड्रेट में परिवर्तित हो जाती है।
- यह आर्कटिक (उत्तर ध्रुवीय टुंड्रा सहित) एवं अंटार्कटिक क्षेत्र में बर्फ के नीचे, महाद्वीपीय उपांतों में तलहटी निक्षेपों, अंतःस्थलीय गहरे जलीय निकायों तथा गहरे समुद्री तल में विशाल निक्षेपों के रूप में पाई जाती है।
- भूमंडलीय तापन से मीथेन हाइड्रेट के निक्षेपों के पिघलने का खतरा मंडरा रहा है।
- इसके पिघलने से वैश्विक तापन और उसके दुष्प्रभावों में और तेजी से वृद्धि होगी।
- साथ ही मीथेन वायुमंडल में तुलनात्मक रूप से कम समय (लगभग 12 वर्ष) ही विद्यमान रहती है और यह ऑक्सीकृत होकर कार्बन डाइऑक्साइड और जल में परिवर्तित होती रहती है।
- इस तरह प्रश्न में दिए तीनों कथन सत्य हैं।
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12. बड़े पैमाने पर चावल की खेती के कारण कुछ क्षेत्र संभवतया वैश्विक तापन में योगदान दे रहे हैं। इसके लिए कौन-से कारण/ कारणों को उत्तरदायी ठहराया जा सकता है?
1. चावल की खेती से संबद्ध अवायवीय परिस्थितियां मीथेन के उत्सर्जन का कारक हैं।
2. जब नाइट्रोजन आधारित उर्वरक प्रयुक्त किए जाते हैं, तब कृष्ट मृदा से नाइट्रस ऑक्साइड का उत्सर्जन होता है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) 1 और 2 दोनों
- चावल की खेती से संबद्ध अवायवीय परिस्थितियां मीथेन के उत्सर्जन का कारक हैं तथा जब नाइट्रोजन आधारित उर्वरक प्रयुक्त किए जाते हैं, तब कृष्ट मृदा से नाइट्रस ऑक्साइड का उत्सर्जन होता है।
- अतः प्रश्नगत दोनों कथन सही हैं।
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ग्रीन हाउस गैस का प्रभाव
1. भूमंडलीय उष्णता (Global warming) के परिणामस्वरूप –
1. सार्वभौमिक संपर्क बेहतर हो गए।
2. हिमनदी द्रवीभूत होने लगी।
3. समय से पूर्व आम में बौर आने लगा।
4. स्वास्थ्य पर कुप्रभाव पड़ा।
निम्नांकित कूट से सही उत्तर चुनिए :
कूट :
(a) 1, 2 तथा 3 सही हैं।
(b) 2, 3 तथा 4 सही हैं।
(c) 1, 2 तथा 4 सही हैं।
(d) 1, 3 तथा 4 सही हैं।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2001, 2003, U.P.U.D.A/L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) 2, 3 तथा 4 सही हैं।
- भूमंडलीय उष्णता या तापन का प्रभाव हिम क्षेत्रों में तेजी से पिघलती बर्फ के रूप में देखा जा सकता है।
- मौसम में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं और सागर तट के समीपवर्ती क्षेत्र तेजी से डूब रहे हैं।
- स्कैंडिनेविया के अनेक यूरोपीय देश अपने अनेक ऐसे तटों को गंवा चुके हैं।
- समय से पूर्व आम में बौर आना वैश्विक तापन से ही संबंधित है तथा वैश्विक तापन से स्वास्थ्य भी कुप्रभावित हो रहा है।
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2. निम्नलिखित में से कौन-सा वैश्विक तापवृद्धि (ग्लोबल वार्मिंग) का प्रभाव है?
1. समुद्र जल तल का बढ़ना
2. हिमनदी का पिघलना
3. बीमारियों का फैलना
4. प्रवाल भित्ति का विरंजन होना
सही उत्तर का चुनाव नीचे दिए गए कूट से कीजिए।
कूट :
(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (d) 1, 2, 3 और 4
- वैश्विक तापवृद्धि या ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी पर जीवन के समक्ष गंभीर चुनौती है।
- इसके कारण ग्लेशियर के पिघलने की दर बढ़ेगी, समुद्री जल स्तर में वृद्धि होगी, प्रवाल भित्ति का विरंजन होगा तथा चक्रवात, तूफान, बवंडर, बाढ़ और बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ेगा।
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3. निम्नांकित में से कौन एक सर्वाधिक भंगुर पारिस्थितिक तंत्र है, जो वैश्विक तापन द्वारा सबसे पहले प्रभावित होगा?
(a) आर्कटिक एवं ग्रीनलैंड हिम चादर
(b) अमेजन वर्षा वन
(c) टैगा
(d) भारतीय मानसून
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) आर्कटिक एवं ग्रीनलैंड हिम चादर
- दिए गए विकल्पों में आर्कटिक एवं ग्रीनलैंड हिम चादर (Arctic and Greenland Ice sheet) वैश्विक तापन द्वारा सबसे पहले प्रभावित होने वाले सर्वाधिक भंगुर पारिस्थितिक तंत्र हैं।
- वस्तुतः इस क्षेत्र में वैश्विक तापन के कारण बर्फ का पिघलना शेष पृथ्वी को प्रभावित कर रहा है।
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4. वैज्ञानिक दृष्टिकोण यह है कि विश्व तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर पर 2°C से अधिक नहीं बढ़ना चाहिए। यदि विश्व तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 3°C के परे बढ़ जाता है, तो विश्व पर उसका संभावित असर क्या होगा?
1. स्थलीय जीवमंडल एक नेट कार्बन स्रोत की ओर प्रवृत्त होगा।
2. विस्तृत प्रवाल मर्त्यता घटित होगी।
3. सभी भूमंडलीय आर्द्रभूमि स्थायी रूप से लुप्त हो जाएंगी।
4. अनाजों की खेती विश्व में कहीं भी संभव नहीं होगी।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए ।
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (b) केवल 1 और 2
- ‘आईपीसीसी’ (Intergovernmental Panel on Climate Change) द्वारा प्रकाशित “Assessing Key Vulnerabilities and the risk from Climate Change” नामक रिपोर्ट के अनुसार, यदि विश्व-तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 2°C बढ़ जाता है, तो विश्वभर में ‘प्रवाल मर्त्यता’ (Coral Mortality) घटित होगी।
- यदि विश्व का तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 3°C से अधिक बढ़ जाता है, तो स्थलीय जीवमंडल एक नेट कार्बन स्रोत की ओर प्रवृत्त होगा।
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5. वैश्विक ऊष्मन के फलस्वरूप निम्नलिखित में किसकी बारंबारता और प्रचंडता बढ़ रही है?
(a) केवल चक्रवात की
(b) केवल तूफान की
(c) केवल बवंडर की
(d) उपरोक्त सभी की
[U.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (d) उपरोक्त सभी की
- वैश्विक ऊष्मन पृथ्वी पर जीवन के समक्ष सबसे गंभीर चुनौती है।
- IPCC के अनुसार, वैश्विक ऊष्मन से ग्लेशियर के पिघलने की दर बढ़ेगी, समुद्री जल स्तर में वृद्धि होगी, सूखा और बाढ़ की बारंबारता एवं तीव्रता में वृद्धि होगी, चक्रवात, तूफान, बवंडर आदि की बारंबारता एवं तीव्रता में वृद्धि होगी।
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6. निम्नलिखित में से कौन-सा पिछली शताब्दी में पृथ्वी के औसत तापमान में वृद्धि प्रदर्शित करता है?
(a) 0.6 डिग्री सेल्सियस
(b) 0.7 डिग्री सेल्सियस
(c) 0.8 डिग्री सेल्सियस
(d) 0.9 डिग्री सेल्सियस
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (d) 0.9 डिग्री सेल्सियस
- 1900 ई. के बाद से पृथ्वी के औसत तापमान में ।
- डिग्री सेल्सियस (1.8 डिग्री फॉरेनहाइट) की वृद्धि हुई, जिसमें आधे से ज्यादा वृद्धि वर्ष 1970 के बाद देखी गई। अतः विकल्प (d) निकटतम उत्तर होगा।
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7. हरित गृह प्रभाव (ग्रीन हाउस इफेक्ट) के अभाव में भू-सतह का औसत तापमान होगा-
(a) 0° C
(b) -18° C
(c) 5° C
(d) -20° C
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (b) -18° C
- हरित गृह प्रभाव (ग्रीन हाउस इफेक्ट) के अभाव में भू-सतह का औसत तापमान 0° F या -18° C होगा। कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प, नाइट्रस ऑक्साइड, मीथेन तथा ओजोन प्रमुख ग्रीन हाउस गैसें हैं।
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8. यदि किसी महासागर का पादप प्लवक किसी कारण से पूर्णतया नष्ट हो जाए, तो इसका क्या प्रभाव होगा?
1. कार्बन सिंक के रूप में महासागर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
2. महासागर की खाद्य श्रृंखला पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
3. महासागर का जल-घनत्व प्रबल रूप से घट जाएगा।
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) केवल 1 और 2
- यदि किसी महासागर का पादप प्लवक किसी कारण से पूर्णतया नष्ट हो जाए, तो कार्बन सिंक के रूप में महासागर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
- पादप प्लवक का सागर में वही महत्व है, जो स्थल पर घासों का होता है।
- अतः इससे महासागर की खाद्य श्रृंखला का प्रभावित होना स्वाभाविक है।
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9. ग्लोबीय तापवृद्धि से संबंधित निम्नलिखित कथनों में से कौन सही हैं?
1. ग्लोबीय तापवृद्धि का सबसे महत्वपूर्ण परिणाम यह है कि इससे ध्रुवीय बर्फ की टोपियों के पिघलने के बाद समुद्र की सतह में वृद्धि होगी।
2. यदि ग्लोबीय तापवृद्धि के वर्तमान स्तर पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो वर्ष 2070 तक समुद्र की सतह एक मीटर तक बढ़ना संभावित है।
3. विश्व के समस्त मूंगे के द्वीप डूब जाएंगे।
4. यह संभावना है कि वर्ष 2044 तक फिजी डूब जाएगा और समुद्र तल के बढ़ने से इसी वर्ष तक नीदरलैंड्स पर एक गंभीर संकट छा जाएगा।
कूट :
(a) 1, 2, 3 और 4
(b) 1, 2 और 3
(c) 1, 3 और 4
(d) केवल 4
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (c) 1, 3 और 4
- जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल (IPCC) के अनुसार, वर्ष 1990 और 2100 के मध्य तापमान में 1.4-5.8°C की वृद्धि का अनुमान व्यक्त किया गया है।
- इस वैश्विक ताप वृद्धि के परिणामस्वरूप ध्रुवीय क्षेत्रों सहित विश्व के 144 में से 142 पर्वतीय हिमटोपियों के पिघलने की आशंका है, जिससे समुद्र सतह में वृद्धि अवश्यंभावी है।
- IPCC के अनुसार, वर्ष 1990-2100 के बीच समुद्र सतह में 0.33 से 0.45 मीटर वृद्धि का अनुमान लगाया गया है न कि 1 मी. का।
- फिजी में समुद्र तल में वृद्धि दर 0.15 मी. (6 इंच) प्रति वर्ष है।
- इससे फिजी के डूबने का संकट आसन्न है।
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जलवायु परिवर्तन
1. वर्ष 2015 में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन कहां हुआ था?
(a) पेरिस
(b) क्वेटा
(c) बॉन
(d) कोलंबो
(e) इनमें में से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) पेरिस
- वर्ष 2015 में 21वां जलवायु परिवर्तन सम्मेलन पेरिस में हुआ था।
- वर्ष 2018 में 24वां जलवायु परिवर्तन सम्मेलन कटोविस, पोलैंड में आयोजित हुआ था।
- जबकि वर्ष 2019 में 25वां जलवायु परिवर्तन सम्मेलन मैड्रिड, स्पेन में संपन्न हुआ।
- वर्ष 2021 में 26वां जलवायु परिवर्तन सम्मेलन ग्लासगो, यूनाइटेड किंगडम में आयोजित हुआ।
- पूर्व में यह सम्मेलन नवंबर, 2020 में होना प्रस्तावित था, जिसे कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत स्थगित कर दिया गया था।
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2. निम्नलिखित गैसों में से कौन-सी एक ग्रीन हाउस गैस नहीं है?
(a) CO2
(b) CH
(c) NO2
(d) O2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) O2
- ग्रीन हाउस (हरित गृह) गैसें वे हैं जो कि पृथ्वी, वातावरण तथा बादलों द्वारा उत्सर्जित ऊष्मीय अवरक्त विकिरण को अवशोषित एवं उत्सर्जित करती हैं।
- इनमें से प्रमुख हैं-कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), जलवाष्प (H₂O), नाइट्रस ऑक्साइड (N₂O), मीथेन (CH) और ओजोन (O₃)।
- उपर्युक्त तथ्य से यह स्पष्ट है कि ऑक्सीजन (O₂) एक ग्रीन हाउस गैस नहीं है।
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3. आज कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के उत्सर्जन में सर्वाधिक योगदान करने वाला देश है-
(a) चीन
(b) जापान
(c) रूस
(d) संयुक्त राज्य अमेरिका
[U.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) चीन
- वर्तमान में (2021 के नवीनतम उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) के उत्सर्जन में सर्वाधिक योगदान करने वाला देश चीन है (विश्व के कुल CO, उत्सर्जन का लगभग 29%)।
- संयुक्त राज्य अमेरिका 14 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि भारत 7 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर तथा रूस 5 प्रतिशत के साथ चौथे व जापान 3 प्रतिशत के साथ पांचवें स्थान पर है।
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4. निम्नलिखित में से किस देश को दुनिया में ‘कार्बन निगेटिव देश’ के रूप में माना जाता है?
(a) अफगानिस्तान
(b) बहरीन
(c) भूटान
(d) नेपाल
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) भूटान
- भूटान को विश्व का शीर्ष कार्बन निगेटिव देश माना गया है।
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5. 2050 के लिए ‘नेट-जीरो’ लक्ष्य के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/ हैं?
1. इसका अभिप्राय है कि देश को 2050 तक उसके उत्सर्जन को शून्य तक नीचे लाना होगा।
2. इसका अभिप्राय है कि किसी देश के उत्सर्जन की क्षतिपूर्ति वातावरण से ग्रीन हाउस गैसों का निराकरण तथा अवशोषण से होगी।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए।
कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 न ही 2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (b) केवल 2
- ‘नेट-जीरो’ का तात्पर्य उत्पादित ग्रीन हाउस गैस की मात्रा और वातावरण से अवशोषित की गई गैस की मात्रा के बीच संतुलन होना है।
- वैश्विक ऊष्मन को 2050 तक 1.5 डिग्री सेल्सियस वृद्धि तक सीमित करने हेतु विश्व के वैज्ञानिकों ने ‘नेट-जीरो 2050’ की अवधारणा विकसित की है।
- वर्ष 2015 के पेरिस पर्यावरण सम्मेलन में यह लक्ष्य तय किया गया।
- अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) द्वारा ऊर्जा क्षेत्र को वर्ष 2050 तक ‘नेट-जीरो’ पहुंचाने हेतु रोडमैप तैयार किया गया है।
- भूटान वर्तमान में कार्बन निगेटिव वाला देश है और उसने वर्ष 2050 तक कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य रखा है।
- इसके अतिरिक्त ऑस्ट्रिया ने वर्ष 2040 तथा अर्जेंटीना ने वर्ष 2050 तक कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य तय किया है।
- चीन ने वर्ष 2060 तक कार्बन न्यूट्रल होने का लक्ष्य रखा है, जबकि भारत ने वर्ष 2070 तक ‘नेट-जीरो’ प्राप्ति का लक्ष्य रखा है।
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6. मानव की कौन-सी क्रिया जलवायु से सर्वाधिक प्रभावित होती है?
(a) मत्स्य उद्योग
(b) खनन
(c) निर्माण
(d) कृषि
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) कृषि
- जलवायु परिवर्तन कृषि को प्रभावित करने की क्षमता रखता है।
- तापमान बढ़ने से मिट्टी की नमी और कार्यक्षमता प्रभावित होगी।
- मिट्टी में लवणता बढ़ेगी।
- जलवायु परिवर्तन से फसलों की उत्पादकता भी प्रभावित होगी।
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7. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं।
कथन(A): भारत में जलवायु परिवर्तन से सामाजिक तनाव बढ़ रहा है।
कथन (R): मौसम की चरम दशा की बारंबारता एवं तीव्रता से खाद्य सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेंगे।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही कारण है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, लेकिन (R), (A) का सही कारण नहीं है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही कारण है।
- जलवायु परिवर्तन से संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है।
- वन, चारागाह, कृषि भूमि, नदीय जल, भू-जल आदि संसाधनों को लेकर तनाव तथा आपदा की स्थिति, प्रवसन को लेकर संघर्ष आदि के अनेक प्रमाण उपलब्ध हैं, जो जलवायु परिवर्तन को सामाजिक तनाव में वृद्धि करने वाला एक मुख कारक सिद्ध करते हैं।
- अनेक अध्ययन जलवायु परिवर्तन का कृषि एवं वानिकी के उत्पादन एवं उत्पादकता दोनों पर गंभीर दुष्परिणाम की पुष्टि करते हैं।
- भविष्य में और भी जटिल स्थिति उत्पन्न होने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है।
- मौसम की चरम दशाओं की बारंबारता से कृषि क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित होता है।
- ऐसे में खाद्य सुरक्षा का प्रश्न खड़ा होता है।
- खाद्य असुरक्षा की स्थिति में अनावश्यक खाद्य संग्रहण तथा खाद्यान्न संसाधनों पर बलपूर्वक नियंत्रण की प्रवृत्ति का विकास होता है, जो अंततः सामाजिक तनाव को जन्म देता है।
- अतः खाद्य असुरक्षा भी सामाजिक तनाव का एक प्रमुख कारक है।
- इस तरह कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या भी कर रहा है।
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8. निम्न में से कौन जलवायु परिवर्तन के खगोलीय सिद्धांतों से संबंधित नहीं है?
(a) पृथ्वी की कक्षा की उत्केंद्रता (अंडाकार कक्षीय मार्ग)
(b) पृथ्वी की घूर्णन अक्ष की तिर्यकता (झुकाव)
(c) विषुव अयन (पृथ्वी की सूर्य से अपसौर या उपसौर की स्थिति)
(d) सौर किरणित ऊर्जा (सौर विकिरण)
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re Exam) 2015]
उत्तर- (d) सौर किरणित ऊर्जा (सौर विकिरण)
- मिलुटिन मिलानकोविच (Milutin Milankovitch) ने जलवायु परिवर्तन से संबंधित सिद्धांत दिए जो कि पृथ्वी की लंबी अवधि की कक्षीय स्थिति से संबंधित है।
- पृथ्वी की कक्षा की उत्केंद्रता, पृथ्वी की घूर्णन अक्ष की तिर्यकता, विषुव अयन इस सिद्धांत के अंग हैं।
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9. निम्नलिखित में से किसने सुझाया था कि पृथ्वी का धुरी पर अवस्था बदलना जलवायु परिवर्तन के लिए एक कारक है?
(a) रॉबर्ट हुक
(b) मिलुटिन मिलानकोविच
(c) जॉर्ज सिम्पसन
(d) टी.सी. चैम्बरलेन
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (b) मिलुटिन मिलानकोविच
- पृथ्वी पर पहुंचने वाले सौर विकिरणों की मात्रा में परिवर्तन के लिए, सूर्य के संदर्भ में पृथ्वी की स्थिति में बदलाव भी उत्तरदायी है।
- वैज्ञानिक इस सिद्धांत को मिलानकोविच परिकल्पना भी कहते हैं।
- उल्लेखनीय है, कि मिलुटिन मिलानकोविच सर्बिया के खगोलविद् थे।
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10. निम्न में से किससे जलवायु परिवर्तन का क्रायोजेनिक संकेतक प्राप्त किया जाता है?
(a) आइस कोर
(b) जीवाश्मित पराग
(c) वृक्ष वलय वृद्धि
(d) इवैपोराइट निक्षेप
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re Exam) 2015]
उत्तर- (a) आइस कोर
- हिम तत्व (Ice Core) किसी ग्लेशियर या बर्फ की चादर को छेदकर प्राप्त किया गया एक बेलनाकार नमूना है।
- आइस कोर अतीत की जलवायु और वातावरण की जांच करने के लिए सबसे प्रत्यक्ष और विस्तृत अभिलेख है।
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11. जलवायु-अनुकूल कृषि (क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर) के लिए भारत की तैयारी के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारत में ‘जलवायु स्मार्ट ग्राम’ (क्लाइमेट-स्मार्ट विलेज) दृष्टिकोण, अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान कार्यक्रम-जलवायु परिवर्तन, कृषि एवं खाद्य सुरक्षा (सी.सी.ए.एफ.एस.) द्वारा संचालित परियोजना का एक भाग है।
2. सी.सी.ए.एफ.एस. परियोजना, अंतरराष्ट्रीय कृषि अनुसंधान हेतु परामर्शदात्री समूह (सी.जी.आई.ए.आर.) के अधीन संचालित किया जाता है, जिसका मुख्यालय फ्रांस में है।
3. भारत में स्थित अंतरराष्ट्रीय अर्धशुष्क उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान (आई.सी.आर.आई.एस.ए.टी.), सी.जी. आई.ए.आर. के अनुसंधान केंद्रों में से एक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- सी.सी.ए.एफ.एस. ग्लोबल वार्मिंग तथा उससे उत्पन्न कृषि संबंधी खतरों के निराकरण हेतु समर्पित कार्यक्रम है।
- इसी के तत्वावधान में भारत में जलवायु स्मार्ट ग्राम दृष्टिकोण को लागू किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
- सी.सी.ए.एफ.एस. परियोजना अंतरराष्ट्रीय कृषि अनुसंधान हेतु परामर्शदात्री समूह (सी.जी.आई.ए.आर.) द्वारा संचालित है, जिसका मुख्यालय फ्रांस में स्थित है।
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12. कार्बन डाइऑक्साइड के मानवोद्भवी उत्सर्जनों के कारण आसन्न भूमंडलीय तापन के न्यूनीकरण के संदर्भ में कार्बन प्रच्छादन हेतु निम्नलिखित में से कौन-सा/से संभावित स्थान हो सकता/सकते है/हैं?
1. परित्यक्त एवं गैर-लाभकारी कोयला संस्तर
2. निःशेष तेल एवं गैस भंडार
3. भूमिगत गंभीर लवणीय शैल समूह
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- कार्बन प्रच्छादन का तात्पर्य कार्बन का पौधों, भूगर्भिक संरचनाओं एवं समुद्र में दीर्घकालीन संग्रहण से होता है।
- कार्बन डाइऑक्साइड के मानवोद्भवी उत्सर्जनों के कारण आसन्न भूमंडलीय तापन के न्यूनीकरण के संदर्भ में कार्बन प्रच्छादन हेतु परिव्यक्त एवं गैर-लाभकारी कोयला संस्तर, निःशेष तेल एवं गैस भंडार तथा भूमिगत गंभीर लवणीय शैल समूह संभावित स्थान हो सकते हैं।
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13. ग्रामीण सड़क निर्माण में, पर्यावरणीय दीर्घोपयोगिता को सुनिश्चित करने अथवा कार्बन पदचिह्न को घटाने के लिए निम्नलिखित में से किसके प्रयोग को अधिक प्राथमिकता दी जाती है?
1. ताम्र स्लैग
2. शीत मिश्रित ऐस्फाल्ट प्रौद्योगिकी
3. जीयोटेक्सटाइल्स
4. उष्ण मिश्रित ऐस्फाल्ट प्रौद्योगिकी
5. पोर्टलैंड सीमेंट
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 4 और 5
(d) केवल 1 और 5
[I.A.S. (Pre.) 2020]
उत्तर- (a) केवल 1, 2 और 3
- प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत ग्रामीण सड़क निर्माण में, पर्यावरणीय दीर्घोपयोगिता को सुनिश्चित करने अथवा कार्बन पदचिह्न को घटाने के लिए ताम्र स्लैग, शीत मिश्रित ऐस्फाल्ट प्रौद्योगिकी और जियोटेक्सटाइल्स के प्रयोग को अधिक प्राथमिकता दी जाती है।
- उष्ण मिश्रित ऐस्फाल्ट प्रौद्योगिकी में कई गैसों का उत्सर्जन होता है, जबकि पोर्टलैंड सीमेंट एक प्रमुख कार्बन डाइऑक्साइड (CO,) उत्सर्जक है।
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14. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एशिया-पैसिफिक संघ के सदस्यों के संबंध में सही है?
1. उनकी जनसंख्या विश्व जनसंख्या का 45% है।
2. वे विश्व की 48% ऊर्जा का उपयोग करते हैं।
3. वे विश्व की 48% हरित गृह गैसों के निस्सारण के लिए उत्तरदायी हैं।
4. वे क्योटो प्रोटोकॉल को समर्थन देना चाहते हैं।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) केवल 1 तथा 2
(b) केवल 1. 2 तथा 3
(c) केवल 2, 3 तथा 4
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) केवल 2, 3 तथा 4
- एशिया पैसिफिक संघ (एपेक) की जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का 41 प्रतिशत है।
- ये देश विश्व के कुल ऊर्जा उपयोग के 48 प्रतिशत का उपयोग करते हैं।
- एपेक देशों का विश्व की कुल हरित गृह गैसों के उत्सर्जन में 48 प्रतिशत से अधिक का योगदान है।
- एपेक देश क्योटो प्रोटोकॉल का समर्थन करते हैं परंतु इसके कुछ देशों ने इसका अनुमोदन नहीं किया है।
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जलवायु परिवर्तन सम्मेलन
1. 50 से अधिक देशों द्वारा समर्थित संयुक्त राष्ट्र का मौसम परिवर्तन समझौता कब प्रभावी हुआ?
(a) मार्च 21, 1994 को
(b) मई 21, 1995 को
(c) जून 21, 1996 को
(d) जून 21, 1999 को
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) मार्च 21, 1994 को
- 50 से अधिक देशों द्वारा समर्थित ‘जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय’ (UNFCCC) 21 मार्च, 1994 से प्रभावी हुआ।
- वर्तमान में यह अभिसमय विश्व के 197 देशों द्वारा अभिपुष्ट (Ratified) है।
- ध्यातव्य है, कि संयुक्त राष्ट्र ने जलवायु परिवर्तन को रोकने की दिशा में समय-समय पर कई महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं।
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2. वर्ष 2015 में पेरिस में UNFCCC बैठक में हुए समझौते के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1. इस समझौते पर UN के सभी सदस्य देशों ने हस्ताक्षर किए और यह वर्ष 2017 से लागू होगा।
2. यह समझौता ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन को सीमित करने का लक्ष्य रखता है, जिससे इस सदी के अंत तक औसत वैश्विक तापमान की वृद्धि, उद्योग-पूर्व स्तर (Pre-industrial Levels) से 2°C या कोशिश करें कि 1.5°C से भी अधिक न होने पाए।
3. विकसित देशों ने वैश्विक तापन में अपनी ऐतिहासिक जिम्मेदारी को स्वीकारा और जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए विकासशील देशों की सहायता के लिए 2020 से प्रतिवर्ष 1000 अरब डॉलर देने की प्रतिबद्धता जताई।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) केवल 2
- वर्ष 2015 में पेरिस में UNFCCC की बैठक में कई महत्वपूर्ण लक्ष्य निर्धारित किए गए।
- यह समझौता ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन को सीमित करने का लक्ष्य रखता है।
- इसका लक्ष्य है कि इस सदी के अंत तक औसत वैश्विक तापमान की वृद्धि उद्योग-पूर्व स्तर (Pre-industrial Level) से 2°C या यदि संभव हो सके, तो 1.5°C से अधिक न होने पाए। अतः कथन 2 सही है।
- इस सम्मेलन का महत्वपूर्ण पक्ष यह रहा कि विकसित देशों ने वैश्विक तापन में अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की तथा साथ-ही-साथ कई देशों की सहायता से वर्ष 2020 तक 100 अरब डॉलर जलवायु निधि जमा करने की प्रतिबद्धता जताई। अतः कथन 3 गलत है।
- यह समझौता 4 नवंबर, 2016 से प्रभावी हो गया है। अतः कथन 1 भी गलत है।
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3. जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र का सम्मेलन COP21 आयोजित हुआ था?
(a) मॉस्को में
(b) पेरिस में
(c) बर्लिन में
(d) टोक्यो में
[U.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (b) पेरिस में
- जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र का सम्मेलन COP 21, 30 नवंबर से 12 दिसंबर, 2015 के मध्य फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ था।
- गौरतलब है, कि जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र का प्रथम सम्मेलन वर्ष 1992 में ब्राजील के रियो डि जनेरियो शहर में हुआ था।
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4. यूनाइटेड नेशन्स फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (UNFCCC) एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसका गठन-
(a) स्टॉकहोम में वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ के मानव पर्यावरण सम्मेलन (यूनाइटेड नेशन्स कॉन्फ्रेंस ऑन द ह्यूमन एनवायरनमेंट) में किया गया।
(b) रियो डि जनेरियो में वर्ष 1992 में संयुक्त राष्ट्र संघ के पर्यावरण और विकास सम्मेलन (यू एन कॉन्फ्रेंस ऑन एनवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट) में किया गया।
(c) जोहॉन्सबर्ग में वर्ष 2002 में धारणीय विकास पर विश्व शिखर सम्मेलन (वर्ल्ड समिट ऑन सस्टेनेबल डेवलपमेंट) में किया गया।
(d) सं.रा. जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (यू एन क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस) कोपेनहेगन, 2009 में किया गया।
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (b) रियो डि जनेरियो में वर्ष 1992 में संयुक्त राष्ट्र संघ के पर्यावरण और विकास सम्मेलन (यू एन कॉन्फ्रेंस ऑन एनवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट) में किया गया।
- यूनाइटेड नेशन्स फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज (UNFCCC) एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसका गठन रियो डि जनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित संयुक्त राष्ट्र संघ के पर्यावरण और विकास सम्मेलन में किया गया।
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5. “मोमेंटम फॉर चेंज क्लाइमेट न्यूट्रल नाउ” यह पहल किसके द्वारा प्रवर्तित की गई है?
(a) जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल
(b) UNEP सचिवालय
(c) UNFCCC सचिवालय
(d) विश्व मौसम विज्ञान संगठन
[I.A.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (c) UNFCCC सचिवालय
- संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सचिवालय (UNFCCC सचिवालय) ने ‘मोमेंटम फॉर चेंज: क्लाइमेट न्यूट्रल नाउ’ नामक एक नई पहल को लांच किया है, जो जलवायु तटस्थता (Climate Neutrality) की ओर संक्रमण में वास्तविक परिणाम प्राप्त करने वाले व्यक्तियों, कंपनियों तथा सरकारों के प्रयासों को दर्शाएगी।
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6. जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र संघ का कन्वेंशन ढांचा किससे संबंधित है?
(a) जीवाश्म ईंधन के उपयोग में कमी
(b) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) उत्सर्जन में कमी
(c) यूरेनियम उत्पादन में कमी
(d) ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं / उपरोक्त में से एक से अधिक
[60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी
- जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र संघ का कन्वेंशन ढांचा ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने से संबंधित है।
- ज्ञातव्य है, कि CO, ग्रीन हाउस गैसों के अंतर्गत ही आती है।
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7. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन ‘हरित जलवायु कोष’ (जी.सी. एफ.) के लिए सही नहीं है?
(a) इसकी स्थापना डरबन में आयोजित जलवायु परिवर्तन सभा में हुई थी।
(b) यह विकासशील देशों में कार्यक्रमों तथा नीतियों का समर्थन करेगा।
(c) विकसित देश इसके लिए कोष प्रदान करेंगे।
(d) यह कोष वर्ष 2014 से कार्य करना प्रारंभ करेगा।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (a) इसकी स्थापना डरबन में आयोजित जलवायु परिवर्तन सभा में हुई थी।
- संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन, 2010 (कॉप-16) कानकुन, मेक्सिको में 29 नवंबर से 10 दिसंबर, 2010 के मध्य आहूत किया गया।
- कानकुन सम्मेलन में एक ‘हरित जलवायु कोष’ (GCF) का प्रावधान किया गया, जिसके तहत विकसित राष्ट्र वर्ष 2020 तक, प्रतिवर्ष 100 बिलियन डॉलर मुहैया कराएंगे ताकि विकासशील राष्ट्र जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपट सकें।
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8. ‘हरित जलवायु निधि’ (ग्रीन क्लाइमेट फंड) के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1. यह विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन का सामना करने हेतु अनुकूलन और न्यूनीकरण पद्धतियों में सहायता देने के आशय से बनी है।
2. इसे UNEP, OECD, एशिया विकास बैंक और विश्व बैंक के तत्वावधान में स्थापित किया गया है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो । और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) केवल 1
- हरित जलवायु निधि, UNFCCC की रूपरेखा के अंतर्गत एक कोष है तथा इसकी स्थापना जलवायु परिवर्तन से निपटने हेतु विकासशील देशों को अनुकूलन एवं न्यूनीकरण प्रक्रियाओं में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी।
- यह कोष GCF बोर्ड द्वारा प्रशासित होता है।
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9. ‘पृथ्वी काल’ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
1. यह UNEP तथा UNESCO का उपक्रमण है।
2. यह एक आंदोलन है, जिसमें प्रतिभागी प्रतिवर्ष एक निश्चित दिन, एक घंटे के लिए बिजली बंद कर देते हैं।
3. यह जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी को बचाने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता लाने वाला आंदोलन है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) केवल 2 और 3
- ‘पृथ्वी काल’ (Earth Hour) जलवायु परिवर्तन और पृथ्वी को बचाने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता लाने हेतु ‘वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर’ (WWF: World Wide Fund for Nature) द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक विश्वव्यापी आंदोलन है।
- विश्वभर में प्रतिभागी प्रतिवर्ष मार्च माह के अंतिम शनिवार को इस कार्यक्रम के दौरान 8: 30 p.m. से 9:30 p.m. तक 1 घंटे के लिए बिजली बंद कर देते हैं।
- ध्यातव्य है, कि वर्ष 2021 में पृथ्वी काल 27 मार्च को मनाया गया, जबकि वर्ष 2022 में पृथ्वी काल 26 मार्च को मनाया गया।
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10. संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्यवाही सम्मेलन, 2019 का आयोजन निम्न में से किस शहर में किया गया?
(a) पेरिस
(b) जेनेवा
(c) दोहा
(d) न्यूयॉर्क
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) न्यूयॉर्क
- 23 सितंबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन (UN Climate Action Summit), 2019 का आयोजन न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में किया गया था।
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11. मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने हाल में भू-अभियंत्रण द्वारा पैसिफिक महासागर के ऊपर ‘चमकीले बादल’ उत्पन्न कर ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने पर रोक लगाने का सुझाव दिया है। इसकी पूर्ति के लिए वातावरण में क्या छिड़का जाता है?
(a) सिल्वर लवण
(b) लौह चूर्ण
(c) समुद्री जल
(d) जिप्सम
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (c) समुद्री जल
- मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पैसिफिक महासागर के ऊपर वायुमंडल में समुद्री जल की बूंदों का छिड़काव कर चमकीले बादल उत्पन्न किए, जिससे कि सूर्य के प्रकाश का अधिक से अधिक परावर्तन कर वैश्विक तापन पर नियंत्रण किया जा सके।
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क्योटो प्रोटोकॉल तथा अन्य प्रोटोकॉल व संधियां
1. ‘क्योटो प्रोटोकॉल’ निम्न से संबंधित है-
(a) वायु प्रदूषण
(b) ग्रीन हाउस गैस
(c) जलवायु परिवर्तन
(d) जल प्रदूषण
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) जलवायु परिवर्तन
- क्योटो प्रोटोकॉल जलवायु परिवर्तन से संबंधित एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है, जो UNFCCC (United Nations Framework Convention on Climate Change) से संबद्ध है।
- यह ग्रीन हाउस गैसों के निकास को कम करने से संबंधित है न कि केवल ग्रीन हाउस गैस से। अतः विकल्प (c) सही उत्तर होगा।
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2. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. क्योटो उपसंधि वर्ष 2005 में लागू हुई।
2. क्योटो उपसंधि मुख्यतः ओजोन परत की क्षीणता से संबद्ध है।
3. मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में ग्रीन हाउस गैस के रूप में अधिक हानिकारक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) 1 और 3
(c) केवल 1
(d) केवल 3
[I.A.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (b) 1 और 3
- क्योटो उपसंधि रूस के हस्ताक्षर के बाद 16 फरवरी, 2005 को लागू हुई।
- क्योटो संधि वैश्विक तापन से संबंधित है। कार्बन डाइऑक्साइड गैस की पृथ्वी के वायुमंडल में उपस्थिति मीथेन गैस से अधिक है।
- किसी गैस का वैश्विक तापन विभव (GWP: Global Warming Potential) उस गैस के अणुओं की दक्षता एवं उस गैस के वायुमंडलीय जीवन-काल पर निर्भर करता है।
- कार्बन डाइऑक्साइड का वायुमंडलीय जीवन-काल परिवर्तनीय है, जबकि सभी समयावधियों के दौरान इसका वैश्विक तापन विभव पाया गया है।
- मीथेन का 20 वर्ष के दौरान वैश्विक तापन विभव 72 पाया गया।
- अतः कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में मीथेन ग्रीन हाउस गैस के रूप में ज्यादा प्रभावी एवं हानिकारक है।
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3. निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
(a) कार्टाजेना प्रोटोकॉल
(b) स्टॉकहोम सम्मेलन बायोसेफ्टी अनवरत जैविक प्रदूषक
(c) मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल
(d) क्योटो प्रोटोकॉल ओजोन परत जल संरक्षण
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) क्योटो प्रोटोकॉल ओजोन परत जल संरक्षण
- क्योटो प्रोटोकॉल एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है, जो जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र संरचना अभिसमय से अंतर्संबंधित है।
- इस प्रोटोकॉल को 11 दिसंबर, 1997 को क्योटो, जापान में अंगीकृत किया गया था तथा यह 16 फरवरी, 2005 को लागू हुआ।
- यह प्रोटोकॉल वैश्विक तापन में योगदान देने वाली गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने हेतु लक्षित है।
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4. वर्ष 1997 में विश्व पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था-
(a) रियो-डी-जेनेरो में
(b) नैरोबी में
(c) क्योटो में
(d) न्यूयॉर्क में
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) क्योटो में
- वर्ष 1997 में विश्व पर्यावरण सम्मेलन जापान के क्योटो शहर में आयोजित किया गया था।
- इसी सम्मेलन के दौरान क्योटो प्रोटोकॉल को अपनाया गया, जो कि 16 फरवरी, 2005 से प्रभावी हुआ था।
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5. निम्नांकित कथनों में से कौन सी.डी.एम. के लिए सत्य नहीं है?
(a) यह हरित गृह गैस के उत्सर्जन को नियंत्रित करता है।
(b) यह ग्लोबीय तापीकरण को कम करता है।
(c) क्योटो प्रोटोकॉल ने इसके सतत विकास के आकलन के लिए सझाव दिया है।
(d) यह विकसित देशों को विकासशील देशों की परियोजनाओं में पूंजी लगाने का निषेध करता है।
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर- (d) यह विकसित देशों को विकासशील देशों की परियोजनाओं में पूंजी लगाने का निषेध करता है।
- सी.डी.एम. (C.D.M.- Clean Development Mechanism) ग्लोबल वार्मिंग में कमी के लिए हरित गृह गैस उत्सर्जन को नियंत्रित करने की प्रणाली है, जो क्योटो प्रोटोकॉल के तहत सामने आई थी।
- इसके अंतर्गत वनीकरण, कार्बन सिंक, अन्य देशों में कार्बन न्यूनीकरण की परियोजनाएं आदि आती हैं।
- यह वैश्विक तापन को कम करने में सहायक है।
- इस प्रणाली के तहत विकसित देश विकासशील देशों में कार्बन उत्सर्जन कम करने वाली परियोजनाओं में पूंजी लगाकर कार्बन क्रेडिट प्राप्त कर सकते हैं।
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6. ‘ग्रीन हाउस गैस प्रोटोकॉल’ (Greenhouse Gas Protocol) क्या है?
(a) यह सरकार एवं व्यवसाय को नेतृत्व देने वाले व्यक्तियों के लिए ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को समझने, परिमाण निर्धारित करने एवं प्रबंधन हेतु एक अंतरराष्ट्रीय लेखाकरण साधन है।
(b) यह ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और पारितंत्र- अनुकूली प्रौद्योगिकियों को अपनाने हेतु विकासशील देशों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करने की संयुक्त राष्ट्र की एक पहल है।
(c) यह वर्ष 2022 तक ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को एक विनिर्दिष्ट स्तर तक कम करने हेतु संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों द्वारा अनुसमर्थित एक अंतःसरकारी समझौता है।
(d) यह विश्व बैंक द्वारा पोषित बहुपक्षीय REDD+ पहलों में से एक है।
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) यह सरकार एवं व्यवसाय को नेतृत्व देने वाले व्यक्तियों के लिए ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को समझने, परिमाण निर्धारित करने एवं प्रबंधन हेतु एक अंतरराष्ट्रीय लेखाकरण साधन है।
- ग्रीन हाउस गैस प्रोटोकॉल का विकास ‘वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट’ (WRI) तथा ‘वर्ल्ड बिजनेस काउंसिल ऑन सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ (WBCSD) द्वारा किया गया है।
- यह सरकार एवं व्यवसाय को नेतृत्व प्रदान करने वाले व्यक्तियों के लिए ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को समझने, परिमाण निर्धारित करने एवं प्रबंधन हेतु एक अंतरराष्ट्रीय लेखाकरण साधन है।
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7. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
(i) क्योटो प्रोटोकॉल सन 2005 से प्रभावी हुआ।
(ii) क्योटो प्रोटोकॉल मुख्य रूप से ग्रीन हाउस गैसों के निकास को कम करने से संबंधित है।
(iii) मीथेन की तुलना में कार्बन डाइऑक्साइड ग्रीन हाउस गैस के रूप में पांच गुना अधिक प्रभावी होती है।
उपर्युक्त में से कौन-सा / से कथन सत्य है/हैं?
(a) (i) व (ii)
(b) (ii) व (iii)
(c) केवल (i)
(d) केवल (iii)
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) (i) व (ii)
- जापान के क्योटो शहर में 11 दिसंबर, 1997 को हुए UNFCCC के तीसरे सम्मेलन में क्योटो प्रोटोकॉल को स्वीकार किया गया।
- क्योटो प्रोटोकॉल 16 फरवरी, 2005 से प्रभावी हो गया।
- यह ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को वर्ष 1990 के स्तर पर लाने के लिए एक बाध्यकारी समझौते के तहत लाया गया है।
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8. CO, उत्सर्जन एवं भूमंडलीय तापन के संदर्भ में, UNFCCC के अंतर्गत उस बाज़ार संचालित युक्ति का क्या नाम है, जो विकासशील देशों को विकसित देशों से निधियां/प्रोत्साहन उपलब्ध कराती हैं, ताकि वे अच्छी प्रौद्योगिकियां अपना कर ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन कम कर सकें?
(a) कार्बन फुटप्रिंट
(b) कार्बन क्रेडिट रेटिंग
(c) स्वच्छ विकास युक्ति
(d) उत्सर्जन निम्नीकरण मानक
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर- (c) स्वच्छ विकास युक्ति
- RCO, उत्सर्जन एवं भूमंडलीय तापन के नियंत्रण के लिए ‘कार्बन ट्रेडिंग’ के प्रोत्साहन की बात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर की जा रही है।
- UNFCCC (United Nations Framework Convention on Climate Change) के अंतर्गत ‘स्वच्छ विकास युक्ति’ (CDM-Clean Development Mechanism) का संचालन विकासशील देशों को विकसित देशों से निधियां/प्रोत्साहन उपलब्ध कराने हेतु किया जाता है, ताकि वे अच्छी प्रौद्योगिकी अपना कर ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन कम कर सकें।
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9. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. कार्बन जमाओं (कार्बन क्रेडिट्स) के बारे में स्वच्छ विकास युक्ति (CDM) क्योटो नवाचार युक्तियों में से एक है।
2. CDM के अंतर्गत कार्यान्वित होने वाली परियोजनाएं केवल संलग्नक-1 देशों से संबंधित हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) केवल 1
- स्वच्छ विकास युक्ति (CDM-Clean Development Mechanism) UNFCCC के क्योटो प्रोटोकॉल की धारा 12 के अंतर्गत वर्णित है।
- इसके तहत एनेक्स 1 के विकसित देश गैर-एनेक्स-1 देशों में स्वच्छ विकास युक्ति परियोजनाएं कार्यान्वित कर ‘कार्बन क्रेडिट’ प्राप्त कर सकते हैं तथा परियोजनाएं एनेक्स 1 के देशों द्वारा कार्यान्वित की जाती हैं, परंतु इन परियोजनाओं को गैर-एनेक्स 1 विकासशील देशों में क्रियान्वित किया जाता है।
- इस प्रकार इन परियोजनाओं का संबंध दोनों ही प्रकार के देशों से है।
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10. यू.एन.ई.पी. द्वारा समर्थित ‘कॉमन कार्बन मीट्रिक’ को किस लिए विकसित किया गया है?
(a) संपूर्ण विश्व में निर्माण कार्यों के कार्बन पदचिह्न का आकलन करने के लिए
(b) कार्बन उत्सर्जन व्यापार में विश्वभर की वाणिज्यिक कृषि संस्थाओं के प्रवेश हेतु अधिकार देने के लिए
(c) सरकारों को अपने देशों द्वारा किए गए समग्र कार्बन पदचिह्न के आकलन हेतु अधिकार देने के लिए
(d) किसी इकाई समय (यूनिट टाइम) में विश्व में जीवाश्मी ईंधनों के उपयोग से उत्पन्न होने वाले समग्र कार्बन पदचिह्न के आकलन के लिए
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (a) संपूर्ण विश्व में निर्माण कार्यों के कार्बन पदचिह्न का आकलन करने के लिए
- कॉमन कार्बन मीट्रिक एक विशिष्ट जलवायु क्षेत्र के भवनों के निर्माण कार्य से जुड़े ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के लिए माप, रिपोर्टिंग एवं सत्यापन को परिभाषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली गणना पद्धति है।
- इसमें वेटिंग या बेंचमार्किंग जैसे मापों की मूल्य आधारित व्याख्या शामिल है।
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11. ब्लू कार्बन क्या है?
(a) महासागरों और तटीय पारिस्थितिक तंत्रों द्वारा प्रगृहीत कार्बन
(b) वन जैव मात्रा (बायोमास) और कृषि मृदा में प्रच्छादित कार्बन
(c) पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस में अंतर्विष्ट कार्बन
(d) वायुमंडल में विद्यमान कार्बन
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (a) महासागरों और तटीय पारिस्थितिक तंत्रों द्वारा प्रगृहीत कार्बन
- महासागरों एवं तटीय पारिस्थितिक तंत्रों द्वारा प्रगृहीत कार्बन ‘ब्लू कार्बन’ कहलाता है।
- इस क्षेत्र में पाए जाने वाली सी वीड, प्लैक्टनस तथा मैंग्रोव आदि कार्बन प्रगृहण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए एक कार्बन सिंक का निर्माण करते हैं।
- ध्यातव्य है, कि इन तटवर्ती परितंत्रों में कार्बन अवशोषण की क्षमता वनों से भी कहीं अधिक होती है।
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12. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए-
कभी-कभी समाचारों में देखे जाने वाले शब्द |
उनका मूल स्रोत |
1. एनेक्स-1 देश |
कार्टाजेना प्रोटोकॉल |
2. प्रमाणित उत्सर्जन कटौतियां (सर्टिफाइड एमिशंस रिडक्शंस) |
नागोया प्रोटोकॉल |
3. स्वच्छ विकास क्रियाविधि (क्लीन डेवलपमेंट मैकेनिज्म) |
क्योटो प्रोटोकॉल |
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) केवल 3
- स्वच्छ विकास युक्ति (CDM-Clean Development Mechanism), UNFCCC के क्योटो प्रोटोकॉल की धारा 12 के अंतर्गत वर्णित है।
- इसके तहत एनेक्स 1 के विकसित देश गैर-एनेक्स देशों में स्वच्छ विकास युक्ति परियोजनाएं कार्यान्वित कर ‘कार्बन क्रेडिट’ प्राप्त कर सकते हैं।
- कार्टाजेना प्रोटोकॉल, जैव विविधता अभिसमय (Convention on Biological Diversity- CBD) का पूरक प्रोटोकॉल है, जो जैव प्रौद्योगिकी द्वारा उत्पन्न जीवित संशोधित जीवों (Live Modified Organisms-LMO) द्वारा उत्पन्न संभावित खतरों से जैव विविधता की रक्षा करने हेतु प्रतिबद्ध है।
- नगोया प्रोटोकॉल आनुवंशिक संसाधनों(Genetic Resources) को प्राप्त करने एवं उनसे मिले लाभों के समुचित व निष्पक्ष बंटवारे से संबंधित है।
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13. कार्टाजेना प्रोटोकॉल का संबंध है-
(a) जैव सुरक्षा समझौते से
(b) प्रदूषण से
(c) ओजोन क्षरण से
(d) जलवायु परिवर्तन से
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) जैव सुरक्षा समझौते से
- कार्टाजेना प्रोटोकॉल (Cartagena Protocol) एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसका संबंध जैव सुरक्षा समझौते से है।
- इसे 29 जनवरी, 2000 को स्वीकार किया गया तथा 11 सितंबर, 2003 से यह लागू हुआ।
- भारत ने 23 जनवरी, 2003 को जैव सुरक्षा पर कार्टाजेना प्रोटोकॉल की पुष्टि की।
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14. मानव गतिविधियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष आलंबन प्रदान करने में उत्पन्न ग्रीन हाउस गैसों की कुल मात्रा को कहते हैं-
(a) कार्बन डाइऑक्साइड सूचकांक
(b) कार्बन पदचिह्न
(c) कार्बन पृथक्करण
(d) कार्बन अवशोषण
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) कार्बन पदचिह्न
- मानव गतिविधियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष आलंबन प्रदान करने में उत्पन्न ग्रीन हाउस गैसों की कुल मात्रा को कार्बन पदचिह्न कहते हैं।
- ध्यातव्य है, कि कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) प्रमुख ग्रीन हाउस गैस है।
- इसके अतिरिक्त मीथेन, जलवाष्प, नाइट्रस ऑक्साइड, क्लोरोफ्लोरोकार्बन आदि गैसें भी ग्रीन हाउस गैसों की श्रेणी में आती हैं।
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15. ‘कार्बन क्रेडिट’ के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) कार्बन क्रेडिट प्रणाली क्योटो प्रोटोकॉल के संयोजन में सम्पुष्ट की गई थी।
(b) कार्बन क्रेडिट उन देशों या समूहों को प्रदत्त की जाती है, जो ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन घटाकर उसे उत्सर्जन अभ्यंश के नीचे ला चुके होते हैं।
(c) कार्बन क्रेडिट का लक्ष्य कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में हो रही वृद्धि पर अंकुश लगाना है।
(d) कार्बन क्रेडिट का क्रय-विक्रय संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के द्वारा समय-समय पर नियत मूल्यों के आधार पर किया जाता है।
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) कार्बन क्रेडिट का क्रय-विक्रय संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के द्वारा समय-समय पर नियत मूल्यों के आधार पर किया जाता है।
- क्योटो प्रोटोकॉल के तहत पर्यावरण में कार्बन उत्सर्जनों को कम करने के लिए कार्बन क्रेडिट प्रणाली लागू की गई थी।
- इस प्रणाली के तहत किसी देश में उपलब्ध उद्योगों के अनुसार, उस देश के द्वारा किए जाने वाले अधिकतम कार्बन उत्सर्जनों का निर्धारण किया जाता है।
- किसी देश या समूह को उसके निर्धारित अधिकतम कार्बन उत्सर्जनों में से प्रति मीट्रिक टन की कटौती करने पर 1 कार्बन क्रेडिट प्रदान किया जाता है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कार्बन क्रेडिट का क्रय-विक्रय उनके वर्तमान बाजार मूल्य के अनुसार किया जाता है।
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16. ‘बायोकार्बन फंड इनिशिएटिव फॉर सस्टेनेबल फॉरेस्ट लैंडस्केप्स’ (Biocarbon Fund Initiative for Sustainable Forest Landscapes) का प्रबंधन निम्नलिखित में से कौन करता है?
(a) एशिया विकास बैंक
(b) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
(c) संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम
(d) विश्व बैंक
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) विश्व बैंक
- ‘बायोकार्बन फंड इनिशिएटिव फॉर सस्टेनेबल फॉरेस्ट लैंडस्केप्स’ एक बहुपक्षीय कोष है, जिसका प्रबंधन विश्व बैंक द्वारा किया जाता है।
- इस कोष हेतु नॉर्वे ने अधिकतम 135 मिलियन डॉलर, यू.के. ने लगभग 120 मिलियन डॉलर तथा अमेरिका ने 25 मिलियन डॉलर की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
- यह कोष स्थलीय क्षेत्र (Land Sector) से ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जनों में कमी करने को बढ़ावा देता है।
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17.’वन कार्बन भागीदारी सुविधा (फॉरेस्ट कार्बन पार्टनरशिप फेसिलिटी)’ के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1. यह सरकारों, व्यवसायों, नागरिक समाज और देशी जनों (इंडिजिनस पीपल्स) की एक वैश्विक भागीदारी है।
2. वह धारणीय (सस्टेनेबल) वन प्रबंधन हेतु पर्यावरण- अनुकूली (ईको-फ्रेंड्ली) और जलवायु अनुकूलन (क्लाइमेट ऐडेप्टेशन), प्रौद्योगिकियों (टेक्नोलॉजीज़) के विकास के लिए वैज्ञानिक वानिकी अनुसंधान में लगे विश्वविद्यालयों, विशेष (इंडिविजुअल) वैज्ञानिकों तथा संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
3. यह देशों की, उनके वनोन्मूलन और वन निम्नीकरण उत्सर्जन कम करने+ [(रिज्यूसिंग एमिसन्स फ्रॉम डीफॉरेस्टेशन एंड फॉरेस्ट डिग्रेडेशन+) (REDD+)] प्रयासों में वित्तीय एवं तकनीकी सहायता प्रदान कर, मदद करती है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- वन कार्बन भागीदारी सुविधा विश्व बैंक का एक कार्यक्रम है, जो जून, 2008 में प्रारंभ हुआ था।
- यह सरकारों, व्यवसायों, नागरिक समाज एवं स्वदेशी जनों की एक वैश्विक भागीदारी है।
- इसका सृजन वनोन्मूलन एवं वन निम्नीकरण के फलस्वरूप होने वाले उत्सर्जनों को कम करने में विकासशील देशों की सहायता करने के मुख्य उद्देश्य से किया गया है।
- यह सुविधा विकासशील देशों को उनके इन प्रयासों में सहायता हेतु वित्तीय एवं तकनीकी मदद उपलब्ध कराती है।
- कथन (2) असत्य है क्योंकि यह सुविधा विश्वविद्यालयों, व्यक्तियों एवं संस्थानों को वित्तीय मदद नहीं देती।
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18. ‘भूमंडलीय जलवायु परिवर्तन संधि’ (ग्लोवल क्लाइमेट चेंज एलाएंस) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1. यह यूरोपीय संघ की पहल है।
2. यह लक्ष्याधीन विकासशील देशों को उनकी विकास नीतियों और बजटों में जलवायु परिवर्तन के एकीकरण हेतु तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
3. इसका समन्वय विश्व संसाधन संस्थान (WRI) और धारणीय विकास हेतु विश्व व्यापार परिषद (WBCSD) द्वारा किया जाता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) केवल 1 और 2
- भूमंडलीय जलवायु परिवर्तन संधि (GCCA) यूरोपीय संघ (EU) द्वारा विकासशील देशों के साथ वार्तालाप एवं सहयोग से वर्ष 2007 में स्थापित की गई।
- शुरुआत में 4 देशों से प्रारंभ यह संधि 38 देशों, 8 क्षेत्रों और उपक्षेत्रों में क्रियाशील है।
- यह अपने लक्ष्यों को दो पारस्परिक सुदृढ़ स्तंभों के माध्यम से पूरा करता है।
- इनमें लक्ष्याधीन विकासशील देशों को उनकी विकास नीतियों और बजटों में जलवायु परिवर्तन के एकीकरण हेतु तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान करना शामिल है।
- GCCA का ओवरऑल उद्देश्य यूरोपीय संघ और गरीब विकासशील देशों के मध्य नई संधि बनाना है, जिनके पास जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए न्यूनतम क्षमता है।
- इसका समन्वय यूरोपीय कमीशन (EC) द्वारा किया जाता है।
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19. निम्नलिखित में से कौन-सा विश्व का पहला देश है, जिसने भूमंडलीय तापन के प्रतिकरण के लिए कार्बन टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा ?
(a) ऑस्ट्रेलिया
(b) जर्मनी
(c) जापान
(d) न्यूजीलैंड
[I.A.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (d) न्यूजीलैंड
- कार्बन कर (Carbon Tax) उन ऊर्जा स्रोतों पर लगाया जाने वाला कर है, जो वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का उत्सर्जन करते हैं।
- यह प्रदूषण कर (Pollution Tax) का एक उदाहरण है।
- यूं तो स्वीडन, फिनलैंड, नीदरलैंड्स एवं नॉर्वे आदि देश कार्बन टैक्स लगा चुके हैं, किंतु वर्ष 2005 में पहली बार, न्यूजीलैंड ने भूमंडलीय तापन के प्रतिकरण हेतु कार्बन टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया।
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20. निम्नलिखित में से किस देश ने ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन में कमी करने हेतु 2019 में ‘कार्बन टैक्स’ लगाने की घोषणा की है?
(a) थाईलैंड
(b) चीन
(c) सिंगापुर
(d) मलेशिया
[U.P. R.O./A.R.O (Pre) 2017]
उत्तर- (c) सिंगापुर
- फरवरी, 2018 में सिंगापुर सरकार ने घोषणा की है, कि वह अपने ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कटौती करने के लिए वर्ष 2019 से एक कार्बन टैक्स लागू करेगी।
- प्रतिवर्ष 25000 टन या अधिक ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के उत्पादन वाले सभी व्यापारिक क्षेत्रों में सभी सुविधाएं कार्बन टैक्स के अधीन होंगी।
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21. गहरी कार्बन वेधशाला (डी.सी.ओ.) के संबंध में निम्न कथनों में से कौन-सा सही है/हैं?
1. यह वैश्विक अनुसंधान कार्यक्रम पृथ्वी पर कार्बन की भूमिका को आगे बढ़ाने के लिए है।
2. यह गहरी माइक्रोबियल पारिस्थितिकी तंत्र के क्षेत्रीय अवलोकन के लिए है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (c) 1 और 2 दोनों
- गहरी कार्बन वेधशाला (DCO) 1000 से अधिक वैज्ञानिकों का एक वैश्विक समूह है, जो पृथ्वी पर कार्बन की मात्रा, गतिविधि, रूप एवं उद्गम को समझने की दिशा में एक 10 वर्षीय अभियान पर कार्यरत है।
- इस अभियान के तहत गहरी माइक्रोबियल पारिस्थितिकी तंत्र के क्षेत्रीय अवलोकन का कार्य संचालित किया जाता है।
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जलवायु परिवर्तन के परिप्रेक्ष्य में भारत की कार्ययोजना
1. भारत की जलवायु परिवर्तन पर प्रथम राष्ट्रीय क्रिया योजना प्रकाशित हुई-
(a) 2008 ई. में
(b) 2012 ई. में
(c) 2014 ई. में
(d) 2015 ई. में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) 2008 ई. में
- जून, 2008 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ‘जलवायु परिवर्तन पर भारत की प्रथम राष्ट्रीय क्रिया योजना’ को जारी किया था।
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2. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत सरकार की जलवायु कार्ययोजना (क्लाइमेट एक्शन प्लान) के आठ मिशन में सम्मिलित नहीं किया गया था?
(a) सौर शक्ति
(b) आणविक ऊर्जा
(c) अपशिष्ट से ऊर्जा परिवर्तन
(d) वनरोपण
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010]
उत्तर- (b) आणविक ऊर्जा
- 30 जून, 2008 को जलवायु परिवर्तन पर भारत की राष्ट्रीय कार्ययोजना का शुभारंभ किया गया था।
- राष्ट्रीय कार्ययोजना 8 राष्ट्रीय मिशनों पर ध्यान केंद्रित करती है।
- आणविक ऊर्जा इसमें शामिल नहीं है।
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3. जलवायु परिवर्तन पर भारत की प्रथम राष्ट्रीय कार्ययोजना कब लोकार्पित की गई थी?
(a) 2000 में
(b) 2008 में
(c) 2012 में
(d) 2015 में
[U.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (b) 2008 में
- जलवायु परिवर्तन पर भारत की प्रथम राष्ट्रीय कार्ययोजना 30 जून, 2008 को लोकार्पित की गई।
- इस कार्ययोजना को जारी करने का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के बढ़ते दुष्प्रभावों को कम करना है।
- गौरतलब है कि जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि, खाद्य सुरक्षा को खतरा पहुंचने के साथ ही समुद्री जल का बढ़ता स्तर, प्राकृतिक आपदाओं की तीव्रता, प्रजातियों का लुप्त होना और वेक्टर जनित बीमारियों की घटनाएं दिनोंदिन बढ़ रही हैं।
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4. राष्ट्रीय हरित मिशन, भारत निम्नलिखित में से किस राज्यों में मौजूदा वनों का घनत्व में सुधार करने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है?
(a) झारखंड
(b) मध्य प्रदेश
(c) दोनों राज्यों में
(d) इनमें से कोई नहीं
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) झारखंड
- राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन कार्ययोजना (NAPCC) के तहत रेखांकित 8 मिशनों में से एक मिशन राष्ट्रीय हरित भारत मिशन (GIM) वनों के उस प्रभाव को स्वीकार करता है, जिसका जलवायु परिवर्तन शमन, वन पर निर्भर समुदायों की खाद्य सुरक्षा, जल सुरक्षा, जैव विविधता, संरक्षण एवं आजीविका पर सुरक्षा के जरिए पर्यावरण को बेहतर बनाने पर पड़ता है।
- अक्टूबर, 2015 में राष्ट्रीय ग्रीन इंडिया मिशन (जीआईएम) की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद (एनईसी) की द्वितीय बैठक में देश के चार राज्यों- मिजोरम, मणिपुर, केरल और झारखंड द्वारा प्रस्तावित संभावित योजनाएं एवं संचालनों की वार्षिक योजना को मंजूरी दी गई।
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5. निम्नलिखित में से कौन-सा एक भारत के राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन कार्ययोजना के आठ मिशनों में शामिल नहीं है?
(a) सौर शक्ति
(b) वनीकरण
(c) नाभिकीय शक्ति
(d) अपशिष्ट से ऊर्जा परिवर्तन
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (c) नाभिकीय शक्ति
- भारत के ‘राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन कार्ययोजना’ (National Action Plan on Climate Change) के अंतर्गत 8 राष्ट्रीय मिशन शामिल हैं।
- सौर शक्ति, वनीकरण तथा अपशिष्ट से ऊर्जा परिवर्तन क्रमशः राष्ट्रीय सौर मिशन, राष्ट्रीय हिमालयी पारिप्रणाली परिरक्षण मिशन तथा राष्ट्रीय सतत पर्यावास मिशन में शामिल है, जबकि नाभिकीय शक्ति उपर्युक्त 8 मिशन में से किसी में भी शामिल नहीं है।
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6. किसके सहयोग से झारखंड राज्य जलवायु केंद्र स्थापित कर दिया गया है?
(a) विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यू.टी.ओ.)
(b) एम्नेस्टी इंटरनेशनल
(c) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू.एन.डी.पी.)
(d) इनमें से कोई नहीं
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू.एन.डी.पी.)
- झारखंड राज्य में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू.एन.डी.पी.) की सहायता से राज्य जलवायु परिवर्तन केंद्र स्थापित किया गया है।
- यह जलवायु परिवर्तन पर राज्य सरकार को परामर्श प्रदान करता है।
- इसके मुख्य कार्य हैं –
- विभिन्न हितधारकों के प्रयोग हेतु जलवायु परिवर्तन संबंधी ज्ञान सामग्री का निर्माण।
- जलवायु परिवर्तन संबंधी समस्याओं पर कार्य कर रहे अन्य संगठनों के साथ नेटवर्क बनाना।
- जन-जागरूकता बढ़ाने हेतु सरकारी अधिकारियों के क्षमता विकास में सहयोग।
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7. अभीष्ट राष्ट्रीय निर्धारित अंशदान (Intended Nationally Determined Contributions) पद को कभी-कभी समाचारों में किस संदर्भ में देखा जाता है?
(a) युद्ध प्रभावित मध्य-पूर्व के शरणार्थियों के पुनर्वास के लिए यूरोपीय देशों द्वारा दिए गए वचन।
(b) जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए विश्व के देशों द्वारा बनाई गई कार्ययोजना।
(c) एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (Asian Infrastructure Investment Bank) की स्थापना करने में सदस्य राष्ट्रों द्वारा किया गया पूंजी अंशदान।
(d) धारणीय विकास लक्ष्यों के बारे में विश्व के देशों द्वारा बनाई गई कार्ययोजना।
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए विश्व के देशों द्वारा बनाई गई कार्ययोजना।
- अभीष्ट राष्ट्रीय निर्धारित अंशदान जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए विश्व के देशों द्वारा बनाई गई कार्ययोजना है।
- जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र संरचना सम्मेलन (यूएनएफसीसीसी) को सौंपे गए अभीष्ट राष्ट्रीय निर्धारित योगदान (आईएनडीसी) के तहत भारत ने अनेक घोषणाएं की हैं।
- भारत की कार्ययोजना के तहत आईएनडीसीसी के लक्ष्यों में वन एवं वृक्ष लगाकर कार्बन सिंक को बढ़ावा देना, प्रदूषण उपशमन, स्वच्छ ऊर्जा विशेषकर नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना, ऊर्जा दक्षता को बढ़ाना इत्यादि शामिल हैं।
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8. झारखंड जलवायु परिवर्तन कार्ययोजना रिपोर्ट (2014) के अनुसार, सबसे संवेदनशील जिला कौन है?
(a) पूर्वी सिंहभूम
(b) सरायकेला खारसवां
(c) रांची
(d) बोकारो
[J.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) सरायकेला खारसवां
- झारखंड जलवायु परिवर्तन कार्ययोजना रिपोर्ट (2014) के अनुसार, पर्यावरण संवदेनशीलता के मामले में सरायकेला खारसवा जिला शीर्ष पर है।
- इसका स्कोर 0.78 है, जो इसकी सुभेद्यता को दर्शाता है।
- मापन (-1) से (+1) के पैमाने पर किया जाता है, जो क्रमशः कम से अधिक सुभेद्यता दर्शाता है।
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9. निम्नलिखित में से किस देश में विश्व के तापमानों पर आंकड़े इकठ्ठा करने के लिए वैश्विक वायुमंडल चौकसी स्टेशन स्थापित नहीं किया गया है?
(a) अल्जीरिया में
(b) ब्राजील में
(c) केन्या में
(d) भारत में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (d) भारत में
- वर्तमान समय में वैश्विक वायुमंडल चौकसी स्टेशनों की संख्या 32 है।
- अल्जीरिया, ब्राजील एवं केन्या में वैश्विक वायुमंडल चौकसी स्टेशन (Global Atmosphere Watch Station) स्थापित हैं, जबकि भारत में अभी यह स्थापित नहीं है।
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10. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन मई, 2011 में विश्व बैंक के साथ हुए उत्सर्जन हास क्रय समझौते के बारे में सही नहीं है?
(a) समझौते पर हस्ताक्षर विश्व बैंक और भारत सरकार के द्वारा किया गया है।
(b) समझौता 10 वर्ष के लिए लागू रहेगा।
(c) समझौता हिमाचल प्रदेश की एक परियोजना के लिए कार्बन क्रेडिट सुनिश्चित करने के लिए है।
(d) समझौते के अनुसार, एक टन कार्बन डाइऑक्साइड एक क्रेडिट इकाई के समतुल्य होगी।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (a) समझौते पर हस्ताक्षर विश्व बैंक और भारत सरकार के द्वारा किया गया है।
- मई, 2011 में हिमाचल प्रदेश और विश्व बैंक के बीच हुए उत्सर्जन हास क्रय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। अन्य तीनों कथन सही हैं।
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11. निम्न में से कौन सही सुमेलित नहीं है?
(a) प्रथम विश्व जलवायु सम्मेलन – 1979
(b) प्रथम पृथ्वी शिखर सम्मेलन – एजेंडा-21
(c) पृथ्वी शिखर सम्मेलन प्लस-5 – 1997
(d) कार्बन व्यापार – मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re Exam.) 2015]
उत्तर- (d) कार्बन व्यापार – मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल
- कार्बन व्यापार क्योटो प्रोटोकॉल से संबंधित है न कि मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल से। अतः विकल्प (d) सही सुमेलित नहीं है।
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12. जुलाई, 2018 में निम्न में से किसके द्वारा ‘सफर’ (वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली) का उद्घाटन किया गया?
(a) रविशंकर प्रसाद
(b) पीयूष गोयल
(c) डॉ. हर्षवर्धन
(d) उपरोक्त में कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (c) डॉ. हर्षवर्धन
- 21 जुलाई, 2018 को तत्कालीन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने चांदनी चौक (दिल्ली) में एक अत्याधुनिक ‘वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली’ सफर (SAFAR) का अनावरण किया।
- सफर का पूर्ण रूप है ‘सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च’ (System of Air Quality & Weather Forecasting and Research)|
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