“उत्तर प्रदेश का वर्तमान भौगोलिक क्षेत्र, ऐतिहासिक एकीकरण और पुनर्गठन का परिणाम है।” स्पष्ट करें।

उत्तर की संरचनाः

भूमिका

  • उत्तर प्रदेश के वर्तमान भौगोलिक क्षेत्र को स्पष्ट करें।

मुख्य भाग

  • प्रदेश के विभिन्न भागों के एकीकरण की चर्चा 18वीं शताब्दी से प्रारंभ करें।
  • पश्चिमी उत्तर प्रदेश और अवध प्रांत के एकीकरण को बताएं।
  • उत्तरी पर्वतीय प्रदेश का संगोली की संधि के पश्चात् विलय।
  • वर्ष 2000 में प्रदेश का विभाजन।

निष्कर्ष

  • एक-दो पंक्ति में उपरोक्त तथ्यों को समावेशित करें।

भूमिका:

उत्तर प्रदेश का वर्तमान भौगोलिक क्षेत्रफल 2,40,928 वर्ग किमी. है जो भारत के सम्पूर्ण क्षेत्रफल का 7.33% है। वर्तमान भौगोलिक क्षेत्र की दृष्टि से उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के पश्चात् भारत का चौथा बड़ा राज्य है।

मुख्य भागः

  • वर्तमान उत्तर प्रदेश के भौगोलिक एकीकरण एवं पुनर्गठन का प्रारंभ 18वीं शताब्दी से माना जा सकता है। 18वीं शताब्दी में उत्तर प्रदेश का अधिकांश भाग अवध रियासत के अधीन था।
  • बक्सर की लड़ाई (1765 ई.) में अवध के नवाब शुजा-उद्-दौला एवं उसके सहयोगियों की पराजय हुई। परिणामस्वरूप “इलाहाबाद” और “कडा” की रियासत अवध से अलग करके मुगल शासकों को दे दी गयी।
  • इसी समय (1775-81 ई.) बनारस के जमींदार चैत सिंह ने विद्रोह किया। गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स ने ना केवल विद्रोह का दमन किया अपितु ‘बनारस’ के सम्पूर्ण भू-भाग को बंगाल प्रेसीडेन्सी में मिला लिया।
  • पश्चिमी उत्तर प्रदेश 18वीं शताब्दी में मराठा राज्य के नियंत्रण में था। मराठा शासन मेरठ, आगरा, बुन्दलेखण्ड, हमीरपुर और जालौन में विस्तृत था। 1803 ई. में ब्रिटिश लॉर्ड लेबु ने मराठा सेना को पराजित किया और सम्पूर्ण क्षेत्र को “विजित क्षेत्र” (1805-1834 ई., Ceded and conquered provinces) के तहत अधिग्रहित कर लिया।
  • 1816 ई. में नेपाल शासकों के पराजय के उपरान्त हुए संगोली की संधि के तहत गढ़वाल, नैनीताल और देहरादून का विलय ब्रिटिश साम्राज्य में हुआ।
  • 1836 ई. में नेपाल, मराठा और क्षेत्रीय नवाबों से अधिगृहित विजित क्षेत्रों को मिलाकर उत्तर-पश्चिमी प्रांत (NorthWest Provinces) का गठन किया गया। इसका मुख्यालय ‘आगरा’ बना।
  • 1856 ई. में लॉर्ड डलहौजी ने अवध के नवाब वाजीद अली शाह पर कुशासन का आरोप लगाकर , को ब्रिटिश क्षेत्र में मिला लिया। इस समय अवध में वर्तमान उत्तर प्रदेश क लखनऊ, बाराबको, फैजाबाद, सच, लखामपुर खीरी, सीतापर. हरदोई. उन्नाव, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ आर रायबरला इत्यादि शामिल थे।
  • 1857 की क्रांति के पश्चात् 1858 में लॉर्ड कैनिंग ने पूरे उत्तर-पश्चिमी प्रान्त को ले. गवर्नर के द्वारा की बना दिया। साथ ही प्रांत का मुख्यालय आगरा से इलाहाबाद कर दिया गया।
  • अवध एवं उत्तर पश्चिमी प्रांत का प्रशासनिक एवं न्यायिक विभाजन 1877 तक बना रहा। इस बीच अवध मुख्यालय लखनऊ रहा।
  • 1877 में दोनों प्रांतों को मिलाकर “नॉर्थ-वेस्ट प्रॉविन्स ऑफ आगरा एण्ड अवध” का गठन किया। वर्ष 1902 में पुनः इस प्रांत का नाम बदलकर “यूनाइटेड प्रॉविन्स ऑफ आगरा एण्ड अवध” किया गया।
  • 1921 में राजधानी इलाहाबाद से लखनऊ स्थानांतरित हुई। 1937 में पुनः नाम संक्षिप्त करके ‘संयुक्त प्रांत’ रख गया।
  • स्वतंत्रता के पश्चात् 24 जनवरी 1950 को संयुक्त प्रांत यूनाइटेड प्रॉविन्स का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया।
  • उत्तरी पर्वतीय जिलों में अलग राज्य के लिए चले आन्दोलनों के कारण 9 नवम्बर 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग उत्तराखण्ड राज्य का गठन हुआ।

निष्कर्षः 

इस प्रकार वर्तमान उत्तर प्रदेश का भौगोलिक रूप 9 नवम्बर 2000 को प्राप्त हुआ। जो वस्तुतः ऐतिहासिक पुनर्गठन व एकीकरण का परिणाम है।

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