1. महासागर में ज्वार-भाटा की उत्पत्ति के क्या कारण हैं?
(a) सूर्य के प्रभाव से
(b) पृथ्वी की घूर्णन गति से
(c) सूर्य और चंद्रमा के संयुक्त प्रभाव से
(d) गुरुत्वाकर्षण, अभिकेंद्रीय बल तथा अपकेंद्रीय बल से
[U.P.P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर- (d) गुरुत्वाकर्षण, अभिकेंद्रीय बल तथा अपकेंद्रीय बल से
- ज्वार-भाटा की उत्पत्ति सूर्य एवं चंद्रमा के आकर्षण बल तथा पृथ्वी पर उत्पन्न होने वाले दो बलों अभिकेंद्रीय बल/केंद्रोन्मुख बल (Centrepetal) एवं अपकेंद्रीय बल/केंद्रोपसारित बल (Centrifugal) के परिणामी बल के फलस्वरूप होती है।
- अर्थात पृथ्वी का जो गोलार्द्ध चंद्रमा के सम्मुख पड़ता है, वहां चंद्रमा का आकर्षण बल पृथ्वी के केंद्रोपसारित बल की अपेक्षा अधिक मात्रा में होता है।
- फलस्वरूप उच्च ज्वार का अनुभव किया जाता है।
- दूसरी ओर पृथ्वी का जो गोलार्द्ध चंद्रमा के विमुख होता है, वहां केंद्रोपसारित बल का परिणाम चंद्रमा के आकर्षण बल से अधिक होता है।
- फलस्वरूप वहां भी उच्च ज्वार (अप्रत्यक्ष ज्वार) का अनुभव किया जाता है।
- इसी कारण पृथ्वी पर प्रत्येक 24 घंटों में सामान्यतः दो बार ज्वार व दो बार भाटा का अनुभव किया जाना चाहिए; परंतु वास्तविकता में यह समय 24 घंटे 50 मिनट होता है।
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2. कथन (A): लघु ज्वार भाटाओं के समय, उच्च ज्वार सामान्य से निम्नतर तथा निम्न ज्वार सामान्य से उच्चतर होता है।
कारण (R): लघु ज्वार-भाटा, वृहद ज्वार-भाटा के विपरीत, पूर्णचंद्र के स्थान पर नवचंद्र के समय होता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है
- लघु ज्वार-भाटाओं के समय, उच्च ज्वार सामान्य से 20 प्रतिशत निम्नतर तथा निम्न ज्वार (भाटा) सामान्य से उच्चतर होता है।
- लघु ज्वार-भाटा वृहद ज्वार-भाटा के विपरीत पूर्णचंद्र या नवचंद्र को नहीं बल्कि शुक्ल पक्ष तथा कृष्ण पक्ष की सप्तमी या अष्टमी को आता है।
- अतः कथन (A) सही है, परंतु कारण (R) गलत है।
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3. वृहद ज्वार आता है-
(a) जब सूर्य, पृथ्वी तथा चंद्रमा एक सीधी रेखा में होते हैं।
(b) जब सूर्य तथा चंद्रमा समकोण बनाते हैं।
(c) जब तेज हवा चल रही हो।
(d) जब रात बहुत ठंडी हो।
[U.P.P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (a) जब सूर्य, पृथ्वी तथा चंद्रमा एक सीधी रेखा में होते हैं।
- जब सूर्य, चंद्र और पृथ्वी एक सीध में होते हैं तथा ये ‘सिजिगी’ (Syzygy) या ‘युति-वियुति’ की स्थिति कहलाती है।
- इन दोनों ही स्थितियों में वृहद ज्वार (Spring Tides) की उत्पत्ति होती है।
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4. महासागर में ऊंची जल तरंगें कैसे होती हैं?
(a) भूकम्प से
(b) सूर्य से
(c) तारों से
(d) चंद्रमा से
[47th B.P.S.C. (Pre) 2005]
उत्तर- (d) चंद्रमा से
- चंद्रमा अन्य तारों की अपेक्षा पृथ्वी के ज्यादा नजदीक है, अतः वह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल को ज्यादा प्रभावित करता है।
- इसी से महासागरों में ऊंची जल तरंगें उत्पन्न होती हैं।
- चंद्रमा की ज्वारोत्पादक शक्ति सूर्य की तुलना में 2.17 गुना अधिक होती है।
- यद्यपि समुद्र के नीचे तीव्र भूकंप आने पर ऊंची सुनामी तरंगें भी उत्पन्न होती हैं।
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