1. अंतरिक्ष में भेजा गया, भारत का प्रथम उपग्रह है-
(a) भास्कर
(b) रोहणी
(c) आर्यभट्ट
(d) एप्पल
[M.P. P.C.S. (Pre) 1992, U.P. P.C.S. (Mains) 2006, U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]
उत्तर- (c) आर्यभट्ट
- भारत का अंतरिक्ष में प्रक्षेपित प्रथम उपग्रह ‘आर्यभट्ट’ है।
- इसका प्रक्षेपण तत्कालीन सोवियत संघ के ‘कापुस्तिन यार’ प्रक्षेपण केंद्र से ‘कॉस्मॉस- 3M प्रक्षेपण यान द्वारा 19 अप्रैल, 1975 को किया गया।
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2. आर्यभट्ट का प्रक्षेपण किया गया था-
(a) 19 अप्रैल, 1975 को
(b) 6 दिसम्बर, 1957 को
(c) 31 जनवरी, 1958 को
(d) 2 अक्टूबर, 1980 को
[M.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) 19 अप्रैल, 1975 को
- आर्यभट्ट का प्रक्षेपण 19 अप्रैल, 1975 को किया गया।
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3. इनसैट-3 सी को प्रक्षेपित किया गया-
(a) हासन से
(b) कौरू से
(c) श्रीहरिकोटा से
(d) थुम्बा से
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) कौरू से
- इनसैट-3 सी का प्रक्षेपण दक्षिणी अमेरिका के फ्रेंच गुयाना के कौरू प्रक्षेपण स्थल से किया गया था।
- इनसैट श्रृंखला के उपग्रह GSAT-10 का प्रक्षेपण फ्रेंच गुयाना के कौरू से ही 29 सितंबर, 2012 को किया गया था।
- संचार उपग्रह जीसैट-31 का प्रक्षेपण कौरू प्रक्षेपण बेस, फ्रेंच गुयाना से 6 फरवरी, 2019 को किया गया।
- 17 दिसंबर, 2020 को भारत के 42वें संचार उपग्रह CMS-01 का प्रक्षेपण किया गया।
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4. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा एक सही सुमेलित नहीं है?
(a) कॉस्मिक बैकग्राउंड उपग्रह कार्यक्रम एक्सप्लोरर (COBE)
(b) फेल्कॉन : समुद्रगत केबल तंत्र
(c) डिस्कवरी : अंतरिक्ष शटल
(d) अटलांटिस : अंतरिक्ष स्टेशन
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (d) अटलांटिस: अंतरिक्ष स्टेशन
- कोलंबिया, चैलेंजर, डिस्कवरी, अटलांटिस तथा एंडेवर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के स्पेस शटल हैं।
- नासा द्वारा इन सभी का परिचालन अब बंद किया जा चुका है।
- यहां उल्लेखनीय है कि शटल रॉकेट की तरह प्रक्षेपित किए जा सकते हैं, उपग्रह की भांति पृथ्वी का चक्कर लगा सकते हैं तथा वायुयान की तरह पुनः पृथ्वी पर उतर सकते हैं।
- अन्य विकल्पों में कॉस्मिक बैकग्राउंड एक्सप्लोरर (COBE) एक उपग्रह कार्यक्रम है।
- इस कार्यक्रम में नासा ने ब्रह्माण्डीय विकिरणों की जांच के लिए कोबे (COBE) नाम के एक उपग्रह का प्रक्षेपण 18 नवंबर, 1989 को डेल्टा यान के द्वारा किया था।
- फेल्कॉन रिलायन्स कम्युनिकेशन के द्वारा बिछाया गया विश्व का सबसे बड़ा निजी समुद्रगत केबल तंत्र है।
- इसका उद्घाटन 5 सितंबर, 2006 को किया गया।
- यह तंत्र भारत को अभी चार महाद्वीपों तथा ग्यारह देशों से जोड़ने में सक्षम है।
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5. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिए :
सूची-I |
सूची-II |
A. क्यूरिओसिटी रोवर |
1. टेबलेट |
B. मैसेंजर |
2. डी.आर.डी.ओ. का मानवरहित वायुयान |
C. रुस्तम-1 |
3. यू.एस.ए. का मंगल ग्रह अन्वेषी अंतरिक्षयान |
D. आकाश-2 |
4. नासा का बुध ग्रह अन्वेषी अंतरिक्षयान |
कूट :
A B C D
(a) 3, 4, 2, 1
(b) 4, 3, 2, 1
(c) 3, 4, 1, 2
(d) 1, 2, 3, 4
[U.P. P.C.S. (Pre) 2013, U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) 3, 4, 2, 1
- क्यूरिओसिटी नासा के ‘मार्स साइंस लैबोरेटरी’ मिशन के तहत नवंबर, 2011 में फ्लोरिडा से एटलस-V रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित मंगल ग्रह अन्वेषी अंतरिक्षयान।
- मैसेंजर- बुध ग्रह की सतह, भू-रसायन और अंतरिक्ष पर्यावरण के अध्ययन हेतु वर्ष 2004 में नासा द्वारा प्रक्षेपित अंतरिक्षयान।
- रुस्तम-1- डीआरडीओ की बंगलुरू स्थित इकाई एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट द्वारा विकसित मानवरहित विमान।
- आकाश-2- विश्व के सबसे सस्ते टेबलेट कंप्यूटर ‘आकाश’ का नव- संस्करण।
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6. निम्नलिखित में से कौन-सा NASA (नासा) का अंतिम अंतरिक्षयान (शटल) रहा है?
(a) अटलांटिस
(b) कोलम्बिया
(c) डिस्कवरी
(d) एनडेवर
[U.P. Lower (Pre) 2009]
उत्तर- (a) अटलांटिस
- 8-21 जुलाई, 2011 के मध्य संपन्न स्पेस शटल अटलांटिस की अंतिम उड़ान के साथ ही नासा के स्पेस शटल कार्यक्रम का समापन हो गया।
- कोलंबिया स्पेस शटल 1 फरवरी, 2003 को पृथ्वी के वायुमंडल में पुनर्प्रवेश के दौरान ध्वस्त हो गया था।
- स्पेस शटल डिस्कवरी का अंतिम अंतरिक्षीय मिशन 24 फरवरी, 2011 से 9 मार्च, 2011 के मध्य संपन्न हुआ था।
- एंडेवर अपने अंतिम अंतरिक्षीय मिशन पर 16 मई, 2011 को प्रक्षेपित किया गया था तथा 1 जून, 2011 को यह पृथ्वी पर सफलतापूर्वक उतरा, जिसके बाद इसे सेवानिवृत्त कर दिया गया।
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7. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?
अंतरिक्षयान |
प्रयोजन |
1. कैसिनी-हाइगेंस |
शुक्र की परिक्रमा करना और डाटा (दत्त) का पृथ्वी तक संचारण करना |
2. मैसेंजर |
बुध का मानचित्रण और अन्वेषण |
3. वॉयेजर 1 और 2 |
बाह्य सौर परिवार का अन्वेषण |
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (b) केवल 2 और 3
- कैसिनी-हाइगेंस शनि ग्रह पर भेजा गया मानवरहित अंतरिक्षयान था।
- अतः युग्म 1 सही सुमेलित नहीं है।
- बुध ग्रह के रासायनिक संगठन, चुंबकीय क्षेत्र आदि के अध्ययन हेतु अगस्त, 2004 में नासा द्वारा ‘मैसेंजर’ नामक रोबोटिक अंतरिक्षयान का प्रक्षेपण किया गया था।
- बाह्य सौर परिवार के अन्वेषण हेतु वर्ष 1977 में नासा द्वारा वॉयेजर कार्यक्रम के तहत दो मानवरहित अंतरिक्ष मिशनों वॉयेजर 1 एवं वॉयेजर 2 का प्रक्षेपण किया गया था।
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8. नासा का अंतरिक्षयान ‘कैसिनी’ किस ग्रह के मिशन पर है?
(a) बृहस्पति
(b) मंगल
(c) शनि
(d) शुक्र
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) Exam. 2016]
उत्तर- (c) शनि
- कैसिनी (Cassini) नासा द्वारा शनि एवं उसके उपग्रहों के अध्ययन हेतु प्रक्षेपित एक रोबोटिक अंतरिक्षयान था।
- सितंबर, 2017 में यह मिशन समाप्त हो गया।
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9. ‘DAVINCI+’ और ‘VERITAS’ – नासा द्वारा घोषित दो नए – मिशन, संबंधित हैं –
(a) चांद
(b) शुक्र
(c) मंगल
(d) बृहस्पति
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर- (b) शुक्र
- अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने वर्ष 2021 में शुक्र ग्रह के अनुसंधान हेतु दो नए मिशनों का चयन किया है।
- चयनित मिशन हैं:-
- DAVINCI+ (Deep Atmosphere Venus Investigation of Noble Gases, Chemistry & Imaging)
- VERITAS (Venus Emissivity, Radio Science, InSAR, Topography & Spectroscopy)
- DAVINCI+ शुक्र ग्रह के वायुमंडल के संगठन की माप करेगा, जबकि VERITAS शुक्र की सतह का मानचित्रण करेगा।
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10. वैज्ञानिक निम्नलिखित में से किस/किन परिघटना/परिघटनाओं को ब्रह्मांड के निरंतर विस्तरण के साक्ष्य के रूप में उद्धृत करते हैं?
1. अंतरिक्ष में सूक्ष्मतरंगों की उपस्थिति का पता चलना
2. अंतरिक्ष में रेडशिफ्ट परिघटना का अवलोकन
3. अंतरिक्ष में क्षुद्रग्रहों की गति
4. अंतरिक्ष में सुपरनोवा विस्फोटों का होना
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :
(a) 1 और 2
(b) केवल 2
(c) 1, 3 और 4
(d) उपर्युक्त में से कोई भी साक्ष्य के रूप में उद्धृत नहीं किया जा सकता
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) 1 और 2
- अंतरिक्ष में सूक्ष्मतरंगों (Cosmic Microwave Background Radiation) की उपस्थिति का पता चलना तथा रेडशिफ्ट परिघटना का अवलोकन वैज्ञानिकों द्वारा ब्रह्माण्ड के निरंतर विस्तरण के साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जाता है।
- अमेरिका के सॉल पर्लमुटर और एडम राइस के अलावा ऑस्ट्रेलियाई अमेरिकी वैज्ञानिक ब्रायन श्मिट ने वर्ष 1998 में दो अलग-अलग शोधों में इस बात का पता लगाया कि करीब 14 अरब वर्ष पहले बिग बैंग की घटना के बाद अस्तित्व में आए ब्रह्माण्ड के विस्तार की गति तेज होती जा रही है।
- इसके पूर्व वैज्ञानिकों की धारणा यह थी कि ब्रह्माण्ड के विस्तार की गति में लगातार कमी आ रही है।
- अपने अध्ययन में इन वैज्ञानिकों ने पाया कि 50 से भी अधिक सुपरनोवा से निकल रहा प्रकाश वक्त के साथ अपेक्षा से कहीं ज्यादा कमजोर हो गया है, जो इस बात का संकेत है कि ब्रह्माण्ड के विस्तार में तेजी आ रही है।
- इसी कारण सुपरनोवा की दूरी पृथ्वी से बढ़ गई है और इस वजह से उनसे निकलने वाला प्रकाश दूर हो गया है।
- इन तीनों वैज्ञानिकों को ब्रह्माण्ड के विस्तार को समझने की दिशा में किए गए उनके शोध के लिए वर्ष 2011 के भौतिकशास्त्र के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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11. कभी-कभी समाचारों में ‘इवेंट होराइजन’, ‘सिंगुलैरिटी, ‘स्ट्रिंग थियरी’ और ‘स्टैंडर्ड मॉडल’ जैसे शब्द किस संदर्भ में आते हैं?
(a) ब्रह्माण्ड का प्रेक्षण और बोघ
(b) सूर्य और चंद्र ग्रहणों का अध्ययन
(c) पृथ्वी की कक्षा में उपग्रहों का स्थापन
(d) पृथ्वी पर जीवित जीवों की उत्पत्ति और क्रमविकास
[I.A.S. (Pre), 2017]
उत्तर- (a) ब्रह्माण्ड का प्रेक्षण और बोघ
- इवेंट होराइजन यह एक ऐसी सीमा (Boundary) है, जो अंतरिक्ष में ब्लैक होल के चारों ओर के क्षेत्र को परिभाषित करती है।
- इसी सीमा के अंदर किसी भी घटना का प्रेक्षण संभव नहीं है।
- सिंगुलैरिटी- यह अंतरिक्ष-काल (Space-time) में एक ऐसा स्थल है, जहां किसी खगोलीय पिंड का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र अनंत हो जाता है।
- स्ट्रिंग थियरी इसमें सभी पदार्थों एवं बलों को एकल सैद्धांतिक रूपरेखा में सम्मिलित कर ब्रह्माण्ड के मूल स्तर की व्याख्या कणों के स्थान पर कंपायमान स्ट्रिंग के पदों में की जाती है।
- स्टैंडर्ड मॉडल- कण भौतिकी का स्टैंडर्ड मॉडल एक ऐसा सिद्धांत है, जिसमें ब्रह्माण्ड में ज्ञात चार मूल बलों में से तीन (विद्युत चुंबकीय, दुर्बल एवं प्रबल) की व्याख्या की जाती है तथा सभी ज्ञात मूल कणों का वर्गीकरण किया जाता है।
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12. टिम पीक को निम्नलिखित में से किस रूप में जाना जाता है?
(a) लेखक
(b) भौतिकविज्ञानी
(c) अंतरिक्ष यात्री
(d) राजनीतिज्ञ
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) अंतरिक्ष यात्री
- टिम पीक यूरोपियन अंतरिक्ष एजेंसी के एक अंतरिक्ष यात्री हैं।
- ज्ञातव्य है कि ये ब्रिटिश वायु सेना में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
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13. निम्नलिखित में से एक को नया नाम कल्पना 1 दिया गया है-
(a) इनसैट-1A
(b) मेटसैट
(c) इनसैट-2B
(d) अग्नि-III
[U.P.P.C.S.(Mains) 2004]
उत्तर- (b) मेटसैट
- मौसम के क्षेत्र में अनुसंधान संबंधी भारत के प्रथम उपग्रह कल्पना-1 का प्रक्षेपण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा 12 सितंबर, 2002 को किया गया था।
- प्रारंभ में इस उपग्रह का नाम METSAT था, परंतु 5 फरवरी, 2003 को तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की स्मृति में कल्पना-1 नाम दिया।
- उल्लेखनीय है कि कल्पना चावला की स्पेस शटल कोलंबिया दुर्घटना में 1 फरवरी, 2003 को मृत्यु हो गई थी।
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14. निम्न कथनों पर विचार कीजिए:
(1) भारत ने सितंबर, 2002 में अपने प्रथम पूर्ण मौसम विज्ञान संबंधी उपग्रह (METSAT) का प्रक्षेपण किया।
(2) पहली बार अंतरिक्ष वाहन PSLV-C4 ने भू-समकालिक कक्षा में 1000 किग्रा. से अधिक अर्जक भार लेकर प्रवेश किया।
इन कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 तथा 2
(d) दोनों में से कोई भी नहीं
[I.A.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (c) दोनों 1 तथा 2
- भारत के प्रथम पूर्ण मौसम विज्ञान संबंधी उपग्रह मेटसैट का प्रक्षेपण 12 सितंबर, 2002 को किया गया।
- PSLV C-4 ने पहली बार भू-समकालिक कक्षा में 1000 किग्रा. से अधिक (1060 किग्रा.) के मेटसैट उपग्रह को स्थापित किया।
- मेटसैट को भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की स्मृति में ‘कल्पना-1’ नाम दिया गया है।
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15. सितंबर, 2002 में भारत ने प्रक्षेपित किया-
(a) जी सैट
(b) इन्सैट-3 बी
(c) आई आर एस पी 4
(d) मेटसैट
[U.P. P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (d) मेटसैट
- भारत के प्रथम पूर्ण मौसम विज्ञान संबंधी उपग्रह मेटसैट का प्रक्षेपण 12 सितंबर, 2002 को किया गया।
- PSLV C-4 ने पहली बार भू-समकालिक कक्षा में 1000 किग्रा. से अधिक (1060 किग्रा.) के मेटसैट उपग्रह को स्थापित किया।
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16. अंतरिक्ष में कई सौ किमी./से. की गति से यात्रा कर रहे विद्युत आवेशी कण यदि पृथ्वी के धरातल पर पहुंच जाएं, तो जीव- जंतुओं को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये कण किस कारण से पृथ्वी के धरातल पर नहीं पहुंच पाते?
(a) पृथ्वी की चुंबकीय शक्ति उन्हें ध्रुवों की ओर मोड़ देती है।
(b) पृथ्वी के इर्द-गिर्द की ओज़ोन परत उन्हें बाह्य अंतरिक्ष में परावर्तित कर देती है।
(c) वायुमण्डल की ऊपरी परतों में उपस्थित आर्द्रता उन्हें पृथ्वी के घरातल पर नहीं पहुंचने देती।
(d) उपर्युक्त कथनों (a), (b) और (c) में से कोई भी सही नहीं है।
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) पृथ्वी की चुंबकीय शक्ति उन्हें ध्रुवों की ओर मोड़ देती है।
- अंतरिक्ष में तीव्र गति से यात्रा कर रहे विद्युत आवेशी कण पृथ्वी के धरातल पर नहीं पहुंच पाते क्योंकि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र उन्हें ध्रुवों की ओर मोड़ देता है।
- इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण ‘औरोरा’ (Aurora) है।
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17. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र हर कुछ सौ हजार सालों में उत्क्रमित हुआ है।
2. पृथ्वी जब 4000 मिलियन वर्षों से भी अधिक पहले बनी, तो ऑक्सीजन 54 प्रतिशत थी और कार्बन डाइऑक्साइड नहीं थी।
3. जब जीवित जीव पैदा हुए, उन्होंने पृथ्वी के आरंभिक वायुमंडल को बदल दिया।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- पुराचुंबकत्व के अध्ययन से इस तथ्य का पता चला कि भू-पर्पटी पर पाई जाने वाली कुछ शैलों का चुंबकन पृथ्वी के मुख्य चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में नहीं बल्कि उसकी विपरीत दिशा में है।
- अनुमान है कि पिछले कुछ वर्षों में प्रति मिलियन वर्ष एक या दो बार उत्क्रमण हुआ है।
- अतः कथन (1) सत्य है।
- पृथ्वी की उत्पत्ति के समय वायुमंडल में ऑक्सीजन उपस्थित नहीं थी बल्कि वायुमंडल ज्वालामुखीय गैसों यथा- नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड तथा मीथेन का मिश्रण था।
- लगभग तीन बिलियन वर्ष पूर्व पृथ्वी पर सायनो बैक्टीरिया की उत्पत्ति हुई, जो प्रकाश संश्लेषण में सक्षम थे।
- ये जीवाणु आजकल के पौधों की तरह ऑक्सीजन गैस उत्सर्जित करते थे।
- जैसे-जैसे सायनो बैक्टीरिया की संख्या बढ़ती गई, पृथ्वी के वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती गई। स्पष्ट है कि कथन (3) सत्य है।
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18. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. तुल्यकारी उपग्रह लगभग 10,000 किमी. की ऊंचाई पर स्थापित किया गया है।
2. संगीत के एफएम संचरण के उत्तम प्रकार का होने का कारण है कि वायुमण्डलीय अथवा कृत्रिम शोर जो सामान्यतः आवृत्ति परिवर्तन के रूप में होता है, इसके लिए अधिक हानिकारक नहीं होता।
उपरोक्त कथनों में कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 और 2
(d) न ही 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (a) केवल 1
- तुल्यकारी उपग्रह या भूस्थिर उपग्रह (Geostationary Satellite) की कक्षा की ऊंचाई लगभग 36,000 किमी. होती है।
- इस कक्षा में स्थापित एक उपग्रह के दायरे में धरती का एक-तिहाई भू-भाग आ जाता है।
- यदि इस कक्षा में तीन उपग्रह समान दूरियों पर स्थापित कर दिए जाएं, तो सारी दुनिया में संचार व्यवस्था स्थापित की जा सकती है।
- इस प्रकार कथन (1) सही नहीं है, जबकि कथन (2) सही है।
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19. दूरसंचार प्रसारण हेतु प्रयुक्त उपग्रहों को भू-अप्रगामी कक्षा में रखा जाता है। एक उपग्रह ऐसी कक्षा में तब होता है, जब-
1. कक्षा भू-तुल्यकालिक होती है।
2. कक्षा वृत्ताकार होती है।
3. कक्षा पृथ्वी की भूमध्य रेखा के समतल होती है।
4. कक्षा 22,236 km की तुंगता पर होती है।
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिएः
(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 1, 3 और 4
(c) केवल 2 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) केवल 1, 2 और 3
- भू-अप्रगामी कक्षा एक वृत्तीय भू-तुल्यकालिक कक्षा है, जो पृथ्वी की भूमध्य रेखा के समतल होती है।
- समुद्रतल से इस कक्षा की ऊंचाई लगभग 22,236 मील (35,786 किमी.) होती है।
- कभी-कभी इसे क्लार्क कक्षा के नाम से भी जाना जाता है।
- पृथ्वी के एक नियत बिंदु से देखने पर भू-अप्रगामी कक्षा में स्थापित कोई उपग्रह स्थिर प्रतीत होता है।
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20. भू-स्थैतिक स्थिति क्या है?
(a) जब पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमना बन्द कर देगी।
(b) जब कोई पदार्थ चन्द्रमा और पृथ्वी के बीच में स्थित होता है।
(c) जब कोई पदार्थ पृथ्वी के चारों ओर पृथ्वी की गति के समानुपाती उस गति से चलता है कि वह पृथ्वी पर स्थित किसी स्थान से निश्चित दूरी पर होता है।
(d) जब पदार्थ पृथ्वी से एक निश्चित दूरी पर होता है।
[U.P.P.C.S.(Mains) 2005]
उत्तर- (c) जब कोई पदार्थ पृथ्वी के चारों ओर पृथ्वी की गति के समानुपाती उस गति से चलता है कि वह पृथ्वी पर स्थित किसी स्थान से निश्चित दूरी पर होता है।
- जब कोई पदार्थ पृथ्वी के चारों ओर पृथ्वी की गति के समानुपाती उस गति से चलता है कि वह पृथ्वी पर स्थित किसी स्थान से निश्चित दूरी बनाए रखता है, तो इसे भू-स्थैतिक स्थिति कहते हैं।
- इसी सिद्धांत पर भूस्थिर उपग्रह कार्य करते हैं।
- इस प्रकार के उपग्रहों की कक्षा दीर्घवृत्ताकार होती है और ये 24 घंटे में पृथ्वी का एक चक्कर लगाते हैं।
- इनकी गति पृथ्वी के परिभ्रमण से समान होने के कारण ये उपग्ग्रह स्थिर प्रतीत होते हैं।
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21. भारतीय क्षेत्रीय-संचालन उपग्रह प्रणाली (इंडियन रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम / IRNSS) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. IRNSS के तुल्यकाली (जियोस्टेशनरी) कक्षाओं में तीन उपग्रह हैं और भू-तुल्यकाली (जियोसिंक्रोनस) कक्षाओं में चार उपग्रह हैं।
2. IRNSS की व्याप्ति संपूर्ण भारत पर और इसकी सीमाओं के लगभग 5500 वर्ग किमी. बाहर तक है।
3. 2019 के मध्य तक भारत की, पूर्ण वैश्विक व्याप्ति के साथ अपनी उपग्रह संचालन प्रणाली होगी।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) कोई नहीं
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) केवल 1
- भारतीय क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली (IRNSS) भारत द्वारा विकसित स्वतंत्र क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली है।
- यह प्रणाली भारतीय उपयोगकर्ताओं के साथ ही भारतीय सीमा के बाहर 1500 किमी. के दायरे में आने वाले सभी क्षेत्रों में सटीक स्थिति संबंधित सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए डिजाइन की गई है।
- अप्रैल, 2016 में इस प्रणाली के 7वें उपग्रह IRNSS-1G के सफल प्रमोचन के पश्चात भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने IRNSS को नाविक (Navic) नाम दिया था।
- इस प्रणाली के 7 उपग्रहों में से तीन उपग्रहों को उपयुक्त भू-स्थिर कक्षा में तथा शेष 4 उपग्रहों को दो विभिन्न तलों पर विषुवत रेखा समपार और अपेक्षित झुकाव के साथ भू- समकालिक कक्षाओं में स्थापित किया गया है।
- भारतीय उपग्रह नौवहन प्रणाली एक क्षेत्रीय प्रणाली है तथा वर्ष 2019 तक इनका पूर्ण वैश्विक विस्तार प्रस्तावित नहीं है।
- स्पष्ट है कि कथन (1) सत्य है परंतु कथन (2) तथा (3) असत्य हैं।
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22. किस वायुमण्डलीय पर्त में संचार उपग्रह अवस्थित किए जाते हैं?
(a) स्ट्रेटोस्फियर (समतापमंडल) में
(b) आयनोस्फियर (आयनमंडल) में
(c) ट्रोपोस्फियर (क्षोभमंडल) में
(d) इक्जोस्फियर (बहिमंडल में)
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर- (d) इक्जोस्फियर (बहिमंडल में)
- पैटरसन ने वायुमंडल को 5 अधोलिखित भागों में विभाजित किया है-
- क्षोभमंडल (0-18 km.)
- समतापमंडल (18-30 km.)
- मध्यमंडल (30-80 km.)
- आयनमंडल (80-400 km.)
- बाह्यमंडल (400 किमी. से ऊपर)
- बाह्यमंडल (बहिर्मंडल) में वायु अत्यंत विरल होती है तथा ऊपर धीरे-धीरे बाह्य अंतरिक्ष में विलीन हो जाती है।
- इसी में संचार उपग्रह अवस्थित किए जाते हैं।
- उपग्रहों के माध्यम से जानकारी सुलभ हुई है कि बाह्यमंडल के ऊपर चुंबकीय मंडल प्रसारित है।
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23. एक भू-स्थिर उपग्रह का परिभ्रमण काल होता है-
(a) बारह घंटे
(b) चौबीस घंटे
(c) अड़तालीस घंटे
(d) छः घंटे
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) Exam. 2016]
उत्तर- (b) चौबीस घंटे
- एक भू-स्थिर उपग्रह (Geo-Stationary satellite) पृथ्वी की सतह से लगभग 35,800 किमी. की ऊंचाई पर पृथ्वी के घूर्णन की दिशा में ही परिक्रमा करता है।
- भू-स्थिर उपग्रह का परिभ्रमण काल (Period of revolution) 24 घंटे होता है।
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24. भू-स्थिर उपग्रह घूमता है-
(a) किसी भी ऊंचाई पर।
(b) स्थिर ऊंचाई पर।
(c) ध्रुव के ऊपर ऊंचाई पर।
(d) ऊंचाई उपग्रह के द्रव्यमान पर निर्भर करती है।
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) स्थिर ऊंचाई पर।
- एक भू-स्थिर उपग्रह (Geo-Stationary satellite) पृथ्वी की सतह से लगभग 35,800 किमी. की ऊंचाई पर पृथ्वी के घूर्णन की दिशा में ही परिक्रमा करता है।
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25. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. विज्ञान रेल, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित पहियों पर विज्ञान प्रदर्शनी है।
2. विज्ञान प्रसार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय है।
3. इसरो (ISRO) का शैक्षिक उपग्रह (EDUSAT) 2004 में फ्रेंच गुयाना से छोड़ा गया।
उपरोक्त कथनों में से कौन-से सही है?
(a) 1, 2 और 3
(b) 1 और 2
(c) 2 और 3
(d) कोई भी नहीं
[I.A.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (d) कोई भी नहीं
- विज्ञान रेल, रेल मंत्रालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित पहियों पर विज्ञान प्रदर्शनी है।
- नई दिल्ली से 15 दिसंबर, 2003 को शुरू हुई इस रेल में भारत की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित उपलब्धियों को दर्शाया गया था। अतः कथन असत्य है।
- विज्ञान प्रसार, 1989 में स्थापित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन कार्य करने वाला एक स्वायत्त निकाय है, न कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन, इसलिए कथन-2 असत्य है।
- इसरो के शैक्षणिक उपग्रह एजुसैट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से 20 सितंबर, 2004 को प्रक्षेपित किया गया था, न कि फ्रेंच गुयाना से। फलतः कथन-3 भी असत्य है।
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26. नासा-अमेरिकी अंतरिक्ष अभिकरण ने ‘केपलर’ नामक दूरबीन का प्रवर्तन किया, जानने के लिए-
(a) दूरस्थ तारों को
(b) दूरस्थ ग्रहों को
(c) दूरस्थ उपग्रहों को
(d) पृथ्वी तुल्य ग्रहों को
[U.P.P.C.S.(Mains) 2008]
उत्तर- (d) पृथ्वी तुल्य ग्रहों को
- अन्य तारों की परिक्रमा करने वाले धरती जैसे दूसरे ग्रहों की तलाश के उद्देश्य से अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने केपलर नामक अंतरिक्ष दूरबीन की स्थापना की थी।
- केपलर मिशन मार्च, 2009 में प्रक्षेपित किया गया था।
- 9 वर्षों तक संचालित होने के बाद 30 अक्टूबर, 2018 को नासा ने इसे सेवामुक्त कर दिया था।
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27. भारत द्वारा प्रमोचित खगोलीय वेधशाला, ‘एस्ट्रोसैट (Astrosat)’ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1. USA और रूस के अलावा केवल भारत एकमात्र ऐसा देश है, जिसने अंतरिक्ष में उसी प्रकार की वेधशाला प्रमोचित की है।
2. एस्ट्रोसैट 2000 किलोग्राम का एक उपग्रह है, जो पृथ्वी की सतह के ऊपर 1650 किलोमीटर पर एक कक्षा में स्थापित है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) न तो 1, न ही 2
- 28 सितंबर, 2015 को इसरो ने एस्ट्रोसैट नामक ‘भारत के पहले खगोलीय मिशन’ का प्रक्षेपण किया।
- एस्ट्रोसैट का कुल वजन 1513 किग्रा. है और इसे पृथ्वी की सतह से 650 किमी. की ऊंचाई पर स्थित कक्षा में स्थापित किया गया है।
- स्पष्ट है कि कथन (2) असत्य है।
- भारत के अलावा अब तक यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और अमेरिका, रूस एवं जापान की अंतरिक्ष एजेंसियों ने अंतरिक्ष में ऐसी वेधशाला स्थापित करने की उपलब्धि प्राप्त की है।
- स्पष्ट है कि कथन (1) भी असत्य है।
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28. जब INSAT-3B लांच किया गया था उस समय निम्नलिखित में से कौन I.S.R.O. का अध्यक्ष था?
(a) अनिल काकोदकर
(b) अब्दुल कलाम
(c) के. कस्तूरीरंगन
(d) यू.आर. राव
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (c) के. कस्तूरीरंगन
- के. कस्तूरीरंगन वर्ष 1994 से अगस्त, 2003 तक ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ (ISRO) के अध्यक्ष रहे।
- उनके कार्यकाल में ही भारत ने 21 मार्च, 2000 को फ्रेंच गुयाना के कौरू प्रक्षेपण स्थल से एरियन 5G रॉकेट द्वारा INSAT-3B संचार उपग्रह का प्रक्षेपण किया था।
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29. कथन (A): भारत के टेलीकम्युनिकेशन को उपग्रह से जोड़ दिया गया है।
कारण (R): भारत स्टारवार की तैयारी कर रहा है।
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु R गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु R गलत है।
- भारत की दूरसंचार, प्रसारण, मौसम विज्ञान आदि के क्षेत्र में आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु इनसैट भू-स्थैतिक उपग्रहों की एक श्रृंखला इसरो द्वारा प्रक्षेपित की गई है।
- इस प्रकार कथन (A) सही है। परंतु कारण (R) गलत है क्योंकि भारत स्टारवार की तैयारी नहीं कर रहा है।
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30. निम्न में से कौन-सा आवृत्ति बैंड INSAT/GSAT उपग्रह संचार हेतु उपयोग में नहीं
(a) Ka
(b) C
(c) MF
(d) Ku
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (c) MF
- भारत में उपग्रह संचार हेतु प्रयुक्त होने वाले प्रमुख आवृत्ति बैंड- S-बैंड, C-बैंड, अपर एक्सटेंडेड C-बैंड, Ku बैंड तथा Ka बैंड हैं।
- INSAT/ GSAT श्रृंखला के उपग्रह इन बैंडों से युक्त ट्रांसपोंडरों को अंतरिक्ष में ले जाते हैं।
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31. भारतीय उपग्रह श्रृंखला जो दूरसंचार तंत्र के लिए उपयोग में लाई जा रही है, है-
(a) रोहिणी
(b) आई.आर.एस.
(c) कार्टोसैट
(d) इनसैट
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) Exam. 2016]
उत्तर- (d) इनसैट
- इनसैट अर्थात भारतीय राष्ट्रीय उपग्रह प्रणाली (Indian National Satellite System- INSAT) इसरो द्वारा शुरू की गई बहुउद्देशीय भू-स्थिर उपग्रहों (Geo- Stationary Satellites) की एक श्रृंखला है जो दूरसंचार, प्रसारण, मौसम विज्ञान तथा खोज व बचाव कार्य के लिए उपयोग होती है।
- यह भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग, दूरसंचार विभाग, मौसम विज्ञान विभाग, आकाशवाणी और दूरदर्शन का एक संयुक्त उद्यम है।
- वर्ष 1983 में शुरू हुआ इनसैट, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ी देशीय संचार प्रणाली है।
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32. भारत का पहला रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट छोड़ा गया था-
(a) बैकानूर से
(b) केप कैनेडी से
(c) फ्रेंच गुयाना से
(d) श्रीहरिकोटा से
[U.P. P.C.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) बैकानूर से
- भारत का पहला रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट IRS-IA (आई.आर.एस.) 17 मार्च, 1988 को बैकानूर अंतरिक्ष केन्द्र से छोड़ा गया था।
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33. निम्नलिखित में से किन कार्य-कलापों में भारतीय दूर संवेदन (IRS) उपग्रहों का प्रयोग किया जाता है?
1. फ़सल की उपज का आकलन
2. भौम जल (ग्राउंडवॉटर) संसाधनों का स्थान-निर्धारण
3. खनिज का अन्वेषण
4. दूरसंचार
5. यातायात अध्ययन
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1, 2 और 3
(b) केवल 4 और 5
(c) केवल 1 और 2
(d) 1, 2, 3, 4 और 5
[I.A.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) केवल 1, 2 और 3
- दूरसंचार एवं यातायात अध्ययन हेतु दूर संवेदन उपग्रहों का प्रयोग नहीं किया जाता है।
- अतः अभीष्ट उत्तर विकल्प (a) होगा।
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34. अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत ने 1994 की अवधि में अपनी इस क्षमता को प्रदर्शित कर दिया है कि वह-
(a) अन्तर्महाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्रों की पूर्व सूचना प्रणाली का अभिकल्पन कर सकता है।
(b) उपग्रह बना सकता है।
(c) गुप्त प्रक्षेपास्त्र बना सकता है।
(d) तुल्यकालिक उपग्रह प्रक्षेपित कर सकता है।
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (d) तुल्यकालिक उपग्रह प्रक्षेपित कर सकता है।
- अक्टूबर, 1994 में PSLV की प्रथम सफल उड़ान के साथ भारत तुल्यकालिक उपग्रह के प्रक्षेपण में सक्षम हो गया।
- इस प्रक्षेपण में PSLV ने 804 किग्रा. वजनी सुदूर संवेदन उपग्रह IRS-P2 को 820 किमी. की ऊंचाई वाली सूर्य समकालिक कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया था।
- इस सफल प्रक्षेपण के साथ भारत पृथ्वी की निम्न कक्षा में उपग्रह का प्रक्षेपण करने वाला विश्व का छठा देश बन गया था।
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35. इसरो द्वारा किस सैटेलाइट का 22 दिसंबर, 2005 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया?
(a) इनसैट-2 ए
(b) इनसैट-3 बी
(c) इनसैट-4 ए
(d) इनसैट-4 बी
[U.P.P.C.S. (Mains) (Spl.) 2004]
उत्तर- (c) इनसैट-4 ए
- 22 दिसंबर, 2005 को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा इनसैट-4 श्रृंखला के पहले उपग्रह इनसैट- 4ए का प्रक्षेपण फ्रेंच गुयाना के कौरू अंतरिक्ष केंद्र से एरियन स्पेस के एरियन -5G अंतरिक्षयान द्वारा किया गया।
- इस उपग्रह का वजन 3080 किग्रा. था।
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36. पी.एस.एल.वी.-सी 37 के द्वारा एक ही उड़ान में 15 फरवरी, 2017 को सफलतापूर्वक कितने उपग्रह प्रमोचित किए गए?
(a) 80
(b) 104
(c) 72
(d) 98
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) 104
- 15 फरवरी, 2017 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पी.एस.एल.वी.-सी 37 के द्वारा एक ही उड़ान में कुल 104 उपग्रह विमोचित किए गए।
- कुल उपग्रहों का वजन 1378 किग्रा. था, जिसमें 714 किग्रा. का कार्टोसैट 2 श्रृंखला उपग्रह तथा 664 किग्रा. के 103 सह-यात्री उपग्रह शामिल थे।
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37. निम्नलिखित में से कौन-सा एक अंतरिक्षयान है?
(a) एपोसिस
(b) कैसिनी
(c) स्पित्जर
(d) टेकसार
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) कैसिनी
- कैसिनी नासा द्वारा शनि एवं उसके उपग्रहों के अध्ययन हेतु प्रक्षेपित रोबोटिक अंतरिक्षयान था।
- टेक्सार (TechSAR) इस्राइली उपग्रह है, जिसे भारत के पी.एस.एल.वी. यान से प्रक्षेपित किया गया था।
- एपोफिस एक एस्टेरॉयड है तथा स्पित्जर नासा द्वारा संस्थापित अंतरिक्ष दूरबीन है।
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38. कथन (A): अंतरिक्षयान पृथ्वी पर उतरते समय कुछ क्षण के लिए भू-स्टेशन से रेडियो सम्पर्क खो देता है।
कारण (R): जब एक अंतरिक्षयान पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करता है, तो यान की सतह का ताप बढ़ जाता है, जिससे उसके चारों ओर वायु आयनित हो जाती है।
उपरोक्त दोनों वक्तव्यों के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002 U.P. P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
- अंतरिक्षयान के पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश के दौरान वायु के कणों से टकराने के फलस्वरूप उत्पन्न हुए घर्षण से अंतरिक्षयान की सतह का तापमान बढ़ जाता है, जिससे उससे चारों ओर की वायु आयनित हो जाती है, जो रेडियो सिग्नलों को बाधित कर भू-स्टेशन से अंतरिक्षयान के सम्पर्क को प्रभावित करती है।
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39. निम्नांकित भारतीय अंतरिक्ष प्रोग्रामों का सही कालानुक्रम क्या है?
(A) APPLE
(B) IGMD
(C) STEP
(D) SITE
कूट :
(a) B, C, D, A
(b) D, C, A, B
(c) C, A, D, B
(d) A, C, D, B
[U.P. P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (b) D, C, A, B
- SITE-‘सैटेलाइट इंस्ट्रक्शन टेलीविजन एक्सपेरिमेन्ट प्रोग्राम का संचालन 1975 में ‘नासा’ तथा ‘इसरो’ द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
- STEP- ‘सैटेलाइट टेलीकम्युनिकेशन एक्सपेरिमेन्ट प्रोजेक्ट’ (1977 में)।
- APPLE-‘एरियन पैसेन्जर पे लोड एक्सपेरिमेन्ट’ का प्रक्षेपण ‘एरियन’ रॉकेट से 19 जून, 1981 को फ्रेंच गुयाना के कौरू अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से किया गया था।
- IGMD’इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट’ का शुभारंभ DRDO द्वारा 1983 में किया गया।
|
40. एप्पल उपग्रह को प्रक्षेपित किया गया था?
(a) कौरू (फ्रेंच गुयाना) से
(b) बैकानूर (रशिया) से
(c) श्रीहरिकोटा (भारत) से
(d) केप केनेवरल (अमेरिका) से
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (a) कौरू (फ्रेंच गुयाना) से
- एप्पल उपग्रह 19 जून, 1981 को फ्रेंच गुयाना स्थित कौरू प्रक्षेपण केंद्र से एरियन रॉकेट की सहायता से अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित किया गया।
- यह भारत का पहला प्रायोगिक भू-स्थैतिक संचार उपग्रह था।
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41. प्रथम भारतीय सम्प्रेषण सैटेलाइट ‘एप्पल’ छोड़ा गया-
(a) 27 फरवरी, 1982
(b) 18 सितंबर, 1981
(c) 19 जून, 1981
(d) 25 दिसंबर, 1981
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (c) 19 जून, 1981
- एप्पल उपग्रह 19 जून, 1981 को छोड़ा गया था।
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42. भारत के इनसैट 1-डी का प्रक्षेपण कब किया गया था-
(a) 10 जून, 1990
(b) 12 जून, 1990
(c) 13 जून, 1990
(d) 15 जून, 1990
[U.P. P.C.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (b) 12 जून, 1990
- 12 जून, 1990 को इनसैट 1-डी को प्रक्षेपित किया गया।
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43. इनसैट-2A कब छोड़ा गया?
(a) 4 फरवरी, 1975
(b) 18 मई, 1974
(c) 10 जुलाई, 1992
(d) 19 अप्रैल, 1975
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (c) 10 जुलाई, 1992
- इनसैट-2A को फ्रेंच गुयाना के कौरू प्रक्षेपण स्थल से एरियन 4 रॉकेट द्वारा 10 जुलाई, 1992 को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया।
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44. सबसे भारी भारतीय सैटेलाइट, इनसैट-4C, जो हाल ही में अपने निर्धारित कक्ष में प्रस्थापित नहीं हो पाई, उसका भार था-
(a) 1568 किग्रा.
(b) 2168 किग्रा.
(c) 2568 किग्रा.
(d) 3068 किग्रा.
[U.P.P.C.S.(Mains) 2005]
उत्तर- (b) 2168 किग्रा.
- 10 जुलाई, 2006 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इनसैट-4C उपग्रह को 350 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए नए लांचपैड से छोड़ा गया।
- 2168 किग्रा. वजनी उपग्रह इनसैट-4C प्रक्षेपण के तुरन्त बाद ही बूस्टर और लांच टर्मिनल के अलग होने के चरण में गड़बड़ी के कारण आग के गोले में बदल गया।
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45. भारत का पहला संचालन उपग्रह IRNSS-1A कहां से छोड़ा गया?
(a) श्रीहरिकोटा
(b) अहमदाबाद
(c) तिरुवनंतपुरम
(d) बंगलुरू
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) श्रीहरिकोटा
- भारतीय क्षेत्रीय नैविगेशन उपग्रह प्रणाली (IRNSS) के पहले उपग्रह IRNSS-1A का प्रक्षेपण PSLV-C22 द्वारा 1 जुलाई, 2013 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किया गया था।
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46. भारत ने कुछ दशकों में उपग्रह प्रक्षेपण यानों को बनाया। निम्न A,B,C और D यानों के बनाने का सही काल क्रम क्या है? नीचे के कूट से सही उत्तर चुनिए :
(A) PSLV
(B) ASLV
(C) SLV
(D) GSLV
कूट :
(a) A, B, C, D
(b) B, C, D, A
(c) D, C, A, B
(d) C, B, A, D
[U.P.P.C.S.(Mains) 2004]
उत्तर- (d) C, B, A, D
- उपग्रह प्रक्षेपण यानों के प्रथम प्रक्षेपण की तिथि इस प्रकार है-
- SLV – 10 अगस्त, 1979
- ASLV – 24 मार्च, 1987
- PSLV – 20 सितम्बर, 1993
- GSLV – 18 अप्रैल, 2001
- अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
|
47. निम्नलिखित जोड़े सुमेलित करें-
प्रक्षेपण यान |
सैटेलाइट |
(i) उपग्रह प्रक्षेपण यान 3 (SLV-3) |
A. चंद्रयान-1 |
(ii) संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण यान (ASLV) |
B. रोहिणी |
(iii) ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) |
C. SROSS-C |
(iv) भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (GSLV) |
D. EDUSAT |
निम्नलिखित में से कौन-से कूट सुमेलित हैं?
कूट :
(i) (ii) (ii) (iv)
(a) A, B, C, D
(b) B, C, D, A
(c) B, C, A, D
(d) C, A, B, D
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) B, C, A, D
- उपर्युक्त सुमेलन निम्नवत है-
प्रक्षेपण यान |
सैटेलाइट |
(i) उपग्रह प्रक्षेपण यान- 3 (SLV-3) |
रोहिणी |
(ii) संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण यान (ASLV) |
SROSS-C |
(iii) ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) |
चंद्रयान-1 |
(iv) भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (GSLV) |
EDUSAT |
|
48. भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान स्थित है-
(a) बंगलुरू
(b) हैदराबाद
(c) अहमदाबाद
(d) देहरादून
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) देहरादून
- भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (Indian Institute of Remote Sensing-IIRS) देहरादून, उत्तराखंड में स्थित है।
|
49. इसरो की मास्टर कंट्रोल सुविधा हासन में है, जो अवस्थित है-
(a) आंध्र प्रदेश में
(b) गुजरात में
(c) उड़ीसा में
(d) कर्नाटक में
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (d) कर्नाटक में
- इसरो की मास्टर कंट्रोल सुविधा कर्नाटक राज्य के हासन शहर में स्थित है।
- वर्ष 1982 में स्थापित यह सुविधा इसरो द्वारा प्रक्षेपित किए जाने वाले उपग्रहों की निगरानी एवं नियंत्रण के लिए उत्तरदायी है।
- इसरो की एक अन्य मास्टर कंट्रोल सुविधा वर्ष 2005 में भोपाल में स्थापित की गई थी।
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50. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिएः
सूची-I (संस्थाएं) |
सूची-II (स्थान) |
A. इसरो (ISRO) |
1. तिरुवनंतपुरम |
B. आईयूसीए (IUCA) |
2. पुणे |
C. आईयूएसी (IUAC) |
3. बंगलुरू |
D. वीएसएससी (VSSC) |
4. नई दिल्ली |
कूट :
A B C D
(a) 3, 2, 4, 1
(b) 1, 2, 3, 4
(c) 2, 4, 1, 3
(d) 3, 1, 2, 4
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) 3, 2, 4, 1
- विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) केरल राज्य के तिरुवनंतपुरम में स्थित है।
- इसरो का मुख्यालय बंगलुरू में स्थित है।
- ‘आईयूएसी’ (IUAC: Inter-University Accelerator Centre) नई दिल्ली में स्थित है।
- आईयूसीए (IUCA: Inter-University Centre for Astronomy & Astrophysics) पुणे में है।
|
51. निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
(a) अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र अहमदाबाद
(b) राष्ट्रीय दूर संवेदन केंद्र हैदराबाद
(c) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन उपग्रह केंद्र श्रीहरिकोटा
(d) विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र तिरुवनंतपुरम
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl) (Mains) 2010]
उत्तर- (c) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन उपग्रह केंद्र श्रीहरिकोटा
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) उपग्रह केंद्र की स्थापना वर्ष 1972 में की गई थी।
- यह केंद्र बंगलुरू, कर्नाटक में अवस्थित है।
|
52. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए।
इसरो के केंद्र |
स्थान |
A. विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC)
|
त्रिवेंद्रम (केरल) |
B. यू.आर. राव उपग्रह केंद्र (URSC)
|
बंगलुरू (कर्नाटक) |
C. राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (NRSC)
|
देहरादून (उत्तराखंड) |
D. भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (IIRS)
|
हैदराबाद (तेलंगाना) |
उपरोक्त में से कौन-से युग्म सुमेलित हैं?
(a) केवल A तथा B
(b) केवल A, B तथा C
(c) केवल B, C तथा D
(d) केवल A, B, C तथा D
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) केवल A तथा B
- विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) त्रिवेंद्रम (केरल) में, जबकि यू.आर.राव उपग्रह केंद्र (URSC) बंगलुरू (कर्नाटक) में स्थित है।
- राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (NRSC) हैदराबाद (तेलंगाना) में तथा भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (IIRS) देहरादून (उत्तराखंड) में स्थित है।
- IIRS भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार की एक यूनिट है।
|
53. त्रिवेंद्रम अवस्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र मुख्यतः संबंधित है-
(1) रॉकेट छोड़ने के लिए प्रणोदकों के अनुसंधान से।
(2) मौसम संबंधी समस्याओं की जांच के लिए ध्वनिपूर्ण रॉकेटों को प्रक्षेपित करने से।
(3) अंतरिक्षयान के डिजाइन तथा निर्माण से।
(4) उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों के विकास से।
सही उत्तर का चयन नीचे दिए गए कूट से करिए :
कूट :
(a) 1 तथा 4
(b) 1 तथा 2
(c) 1 तथा 3
(d) केवल 1
[U.P.P.C.S.(Mains) 2004]
उत्तर- (a) 1 तथा 4
- त्रिवेंद्रम अवस्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र मुख्यतः रॉकेट छोड़ने के लिए प्रणोदकों के अनुसंधान से एवं उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों के विकास से संबंधित है।
- भारत में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का प्रारम्भ वर्ष 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना के साथ हुआ।
- भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को नई दिशा देने का श्रेय स्व. डॉ. विक्रम साराभाई को जाता है।
- इन्हीं के द्वारा भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की नीति तैयार की गई, जिसमें इस प्रौद्योगिकी के व्यावहारिक प्रयोग को प्राथमिकता दी गई है।
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54. भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक कौन थे?
(a) डॉ. विक्रम अम्बालाल साराभाई
(b) डॉ. सतीश धवन
(c) डॉ. होमी जे. भाभा
(d) डॉ. कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन
[M.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) डॉ. विक्रम अम्बालाल साराभाई
- डॉ. विक्रम साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।
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55. निम्नलिखित कथन (A) और कारण (R) पर विचार कीजिए और अपना उत्तर दिए गए कूट से चुनिए :
कथन (A): एक हवाई जहाज के पंख की ऊपरी सतह उन्नतोदर बनाई जाती है और नीची सतह नतोदर बनाई जाती है।
कारण (R): शीर्ष भाग (टाप) पर वायु प्रवाह की द्रुतिगति कम होती है और इसलिए अधो भाग में शीर्षभाग से दबाव कम रहता है।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं पर (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) गलत है, (R) सही है।
(d) (A) सही है, (R) गलत है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (d) (A) सही है, (R) गलत है।
- एक हवाई जहाज के पंख की ऊपरी सतह उन्नतोदर बनाई जाती है और निचली सतह नतोदर बनाई जाती है, अतः कथन (A) सत्य है।
- वायुयान के पंख की अनुप्रस्थ काट के आकार की संरचना इस प्रकार होती है कि पंख के ऊपर की हवा की गति इसके नीचे की हवा की गति से अधिक होती है।
- इस प्रकार पंख के ऊपर एक निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन जाता है और इस कारण विमान ऊपरी बल द्वारा ऊपर की ओर उठने लगता है।
- अतः कारण (R) असत्य है।
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56. हवाई जहाज के ‘ब्लैक बॉक्स’ का क्या रंग होता है-
(a) काला
(b) लाल
(c) बैंगनी
(d) नारंगी
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010, U.P. P.C.S. (Pre) 1996, U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004, U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (d) नारंगी
- वायुयानों में ‘ब्लैक बॉक्स’ का रंग नारंगी (Orange) होता है ताकि उन्हें किसी दुर्घटना के बाद ढूंढ़ने में सरलता हो।
- यह एक ऑडियो रिकॉर्डिंग डिवाइस होती है, जो कि वायुयानों के कॉकपिट में पायलटों की बातचीत को रिकॉर्ड करती है और कुछ अनहोनी घटित होने पर जांचकर्ता इसके माध्यम से निष्कर्ष प्राप्त करते हैं।
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57. चंद्रयान किस तारीख को चंद्र कक्ष में पहुंचा?
(a) 3 नवंबर
(b) 6 नवंबर
(c) 8 नवंबर
(d) इनमें से कोई नहीं
[M.P.P.C.S.(Pre) 2010]
उत्तर- (c) 8 नवंबर
- चंद्रयान-1 भारत का पहला मानवरहित चंद्रमिशन था।
- इस मिशन को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा 22 अक्टूबर, 2008 को चंद्रमा पर स्थापित करने हेतु भेजा गया और यह 30 अगस्त, 2009 तक सक्रिय रहा।
- 8 नवंबर, 2008 को चंद्रयान भारतीय समयानुसार करीब 5 बजे चंद्रमा की कक्षा में स्थापित हो गया।
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58. भारत के चंद्रमिशन के अंतरिक्षयान का नाम है-
(a) चंद्रयान I
(b) चंद्रयान II
(c) अंतरिक्ष
(d) चेंज 1
[M.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (a & b) चंद्रयान I & चंद्रयान II
- 22 अक्टूबर, 2008 को प्रक्षेपित भारत के चंद्रमिशन अंतरिक्षयान का नाम चंद्रयान-1 है।
- यह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र (SHAR) से प्रक्षेपित किया गया था।
- चंद्रयान-2 भी भारतीय चंद्र अभियान का ही एक हिस्सा है।
- इस मिशन का प्रक्षेपण 22 जुलाई, 2019 को जीएसएलवी मार्क-III MI रॉकेट द्वारा किया गया।
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59. चंद्रयान-1 का प्रक्षेपण किया गया था-
(a) उड़ीसा से
(b) तमिलनाडु से
(c) कर्नाटक से
(d) आंध्र प्रदेश से
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (d) आंध्र प्रदेश से
- 22 अक्टूबर, 2008 को प्रक्षेपित भारत के चंद्रमिशन अंतरिक्षयान का नाम चंद्रयान-1 है।
- यह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र (SHAR) से प्रक्षेपित किया गया था।
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60. चंद्रयान-2 के प्रोजेक्ट डाइरेक्टर हैं-
(a) सी. रंगराजन
(b) ए.पी.जे. कलाम
(c) पी. चिदंबरम
(d) डॉ. एम. अन्नादुरै
[U.P.P.S.C.(GIC) 2010]
उत्तर- (d) डॉ. एम. अन्नादुरै
- चंद्रयान-2 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का एक चंद्र अन्वेषण अभियान है।
- जीएसएलवी प्रक्षेपण यान द्वारा जुलाई, 2019 में प्रक्षेपित इस अभियान में भारत निर्मित एक लूनर ऑर्बिटर, विक्रम लैंडर तथा प्रज्ञान नामक एक रोवर शामिल था।
- डॉ. मायलस्वामी अन्नादुरै के नेतृत्व में चंद्रयान-1 अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली टीम ने चंद्रयान-2 पर भी काम किया।
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61. जुलाई, 2019 में अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 को किस भारतीय राज्य से प्रक्षेपित किया गया था?
(a) गुजरात
(b) आंध्र प्रदेश
(c) कर्नाटक
(d) महाराष्ट्र
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर- (b) आंध्र प्रदेश
- 22 जुलाई, 2019 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार के द्वितीय लांच पैड से GSLV मार्क III MI रॉकेट द्वारा भारत के चंद्रयान-2 मिशन का प्रक्षेपण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
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62. चंद्रयान-2 अंतरिक्षयान को प्रक्षेपित करने के लिए इसरो द्वारा किस जियोसिंक्रोनस उपग्रह प्रक्षेपण यान का प्रयोग किया गया था?
(a) GSLV-MK III – MI
(b) GSLV-MK II – M2
(c) GSLV-MK IV – M8
(d) GSLV-MK V – M4
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) GSLV-MK III – MI
- GSLV-MK III-MI चंद्रयान-2 को इसकी निर्धारित कक्षा में ले जाने के लिए प्रयुक्त किया गया था।
- यह भारत का तीन चरणों वाला अब तक का सबसे शक्तिशाली लांचर है, जो 4 टन के उपग्रहों को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में प्रक्षेपित करने में सक्षम है।
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63. चंद्रमा पर जाने के लिए दुनिया की पहली प्राइवेट फ्लाईट योजना का नाम-
(a) मून एक्सप्रेस
(b) मून फ्लाईट
(c) चंद्रयान
(d) मून मेल
[Jharkhand P.C.S. (Pre) Exam. 2016]
उत्तर- (a) मून एक्सप्रेस
- प्रश्नकाल के दौरान चंद्रमा पर जाने के लिए दुनिया की पहली प्राइवेट फ्लाईट योजना के रूप में ‘मून एक्सप्रेस’ (Moon Express) का नाम प्रस्तावित था।
- हालांकि फरवरी, 2019 में स्पेस-एक्स के फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित इस्राइल के बेयरशीट (Beresheet) लैंडर को निजी रूप से वित्तपोषित प्रथम चंद्र मिशन की संज्ञा दी गई।
- यह मिशन असफल रहा।
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64. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
ISRO द्वारा प्रमोचित मंगलयान
1. को मार्स ऑर्बिटर मिशन भी कहा जाता है।
2. ने भारत को, USA के बाद, मंगल के चारों ओर अंतरिक्षयान को चक्रमण कराने वाला दूसरा देश बना दिया है।
3. ने भारत को एकमात्र ऐसा देश बना दिया है, जिसने अपने अंतरिक्षयान को मंगल के चारों ओर चक्रमण कराने में पहली बार में ही सफलता प्राप्त कर ली।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- 5 नवंबर, 2013 को ध्रुवीय रॉकेट (मिशन PSLV-C25) के जरिए भारत के मंगलयान (MOM: Mars Orbiter Mission) का प्रक्षेपण किया गया था।
- मंगलयान 24 सितंबर, 2014 को मंगल की कक्षा में प्रविष्ट हो गया।
- इसी के साथ भारत ऐसा पहला राष्ट्र बन गया, जिसने अपने पहले ही प्रयास में मंगल की कक्षा में अपने अंतरिक्षयान की सफल स्थापना कर एक विश्व कीर्तिमान बनाया।
- भारत के पूर्व अमेरिका, रूस एवं यूरोपीय संघ मंगल की कक्षा में अपने अंतरिक्षयान को स्थापित करने की उपलब्धि प्राप्त कर चुके हैं।
- स्पष्ट है कि कथन (2) असत्य है।
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65. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन चीनी अंतरिक्षयान शेनझाऊ-7 के बारे में सही नहीं है?
(a) इसमें चारों अंतरिक्ष यात्री थे।
(b) इसको लांग मार्च 2-एफ नामक रॉकेट से छोड़ा गया।
(c) पहली बार चीनी अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरिक्ष में स्पेस वॉक किया।
(d) अंतरिक्ष यात्री सकुशल पृथ्वी पर लौट आए।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) इसमें चारों अंतरिक्ष यात्री थे।
- चीन के तीसरे मानवयुक्त अंतरिक्षयान ‘शेनझाऊ-7’ में तीन अंतरिक्ष यात्री थे।
- यह चीन के पूर्वोत्तर राज्य गान्सू (Gansu) में स्थित जियुकुआन सैटेलाइट लांच सेंटर से 25 सितंबर, 2008 को प्रक्षेपित किया गया था।
- शेनझाऊ कार्यक्रम के तहत ही एक मानवयुक्त अंतरिक्षयान शेनझाऊ-9 को 16 जून, 2012 को प्रक्षेपित किया गया था।
- इसी मिशन के द्वारा चीन की पहली महिला अंतरिक्षयात्री लियु यांग को अंतरिक्ष में भेजा गया था।
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66. अगस्त, 2016 में चीन ने ‘मिसियस’ उपनाम से एक प्रणाली विकसित की, जो-
(a) एक प्राचीन चीनी संगीत प्रणाली है।
(b) एक क्वांटम उपग्रह संचार प्रणाली है।
(c) एक कंप्यूटर गेम है।
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) एक क्वांटम उपग्रह संचार प्रणाली है।
- 16 अगस्त, 2016 को चीन द्वारा विश्व के पहले ‘क्वांटम संचार उपग्रह’ (Quantum Experiments at Space Scale: QUESS) का प्रक्षेपण किया गया।
- पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व के चीनी दार्शनिक एवं वैज्ञानिक के नाम पर इस उपग्रह को ‘मिसियस’ उपनाम दिया गया है।
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67. किस अंतरिक्ष एजेंसी ने हाल ही में उपग्रह को ले जाने वाले विश्व के सबसे छोटे रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया?
(a) नासा
(b) इसरो
(c) सी. एन. एस. ए.
(d) जाक्सा
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) जाक्सा
- फरवरी, 2018 में जापान की अंतरिक्ष एजेंसी (जाक्सा) ने उपग्रह को ले जाने वाले विश्व के सबसे छोटे रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया।
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68. हाल ही में, ISRO और CNES ने एक संयुक्त समुद्री निगरानी प्रणाली स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। CNES किस देश की अंतरिक्ष एजेंसी है?
(a) रूस
(b) जर्मनी
(c) फ्रांस
(d) कनाडा
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Mains) 2019]
उत्तर- (c) फ्रांस
- मार्च, 2019 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी (CNES) ने समुद्री निगरानी के उद्देश्य से उपग्रहों का समूह निर्मित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- इसका लक्ष्य हिंद महासागर में जहाजों को पहचानना एवं उनकी उपस्थिति का पता लगाना है।
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69. नासा की जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी स्थित है-
(a) ह्यूस्टन में
(b) लास एन्जिलिस में
(c) पासाडेना में
(d) केप कैनेडी में
[Uttaranchal P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (c) पासाडेना में
- नासा की जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी कैलिफोर्निया के उत्तरी भाग के पासाडेना (Pasadena) में स्थित है।
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70. ‘ग्रीज्ड लाइटनिंग-10 (GL-10)’, जिसका हाल ही में समाचारों में उल्लेख हुआ, क्या है?
(a) NASA द्वारा परीक्षित विद्युत विमान
(b) जापान द्वारा डिजाइन किया गया सौर शक्ति से चलने वाला दो सीटों वाला विमान
(c) चीन द्वारा लांच की गई अंतरिक्ष वेधशाला
(d) ISRO द्वारा डिजाइन किया गया पुनरोपयोगी रॉकेट
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) NASA द्वारा परीक्षित विद्युत विमान
- ‘ग्रीज्ड लाइटनिंग-10’, 10 इंजनों वाला एक विद्युत विमान है, जिसका विकास नासा द्वारा किया जा रहा है।
- यह ऐसा विमान है, जो टेक-ऑफ एवं लैंड तो एक हेलीकॉप्टर की तरह करता है, जबकि हवा में एक वायुयान की भांति ही उड़ान भरता है।
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71. नासा का डीप इंपैक्ट अंतरिक्ष मिशन कौन-से घूमकेतु केन्द्रक के विस्तृत चित्र लेने के लिए प्रयोग में लाया गया?
(a) हैली कॉमेट
(b) हेल-बॉप
(c) ह्याकुतेक (Hyakutake)
(d) टेम्पल-1
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (d) टेम्पल-1
- ‘डीप इंपैक्ट’ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा 12 जनवरी, 2005 को प्रक्षेपित एक अंतरिक्ष अन्वेषक अभियान (Space Probe mission) है।
- यह अंतरिक्षयान डेल्टा-II द्वारा टेम्पल-1 (Temple-1) धूमकेतु के अन्वेषण हेतु प्रक्षेपित किया गया था।
- 429 मिलियन किमी. की यात्रा 174 दिवसों में सम्पन्न कर डीप इंपैक्ट का स्मार्ट इंपैक्टर इससे अलग होकर 4 जुलाई, 2005 को टेम्पल 1 से टकराया।
- इंपैक्टर ने इसके नाभिक में प्रवेश कर घूमकेतु के पदार्थों का चित्र पृथ्वी पर संप्रेषित करने में सहायता प्रदान की है।
- डीप इंपैक्ट अभियान के माध्यम से पहली बार किसी धूमकेतु के नाभिक में प्रवेश कर उसके ग्रहीय पदार्थों का चित्र प्राप्त करने में सफलता प्राप्त हुई है।
- पूर्व के गिवोटो एवं स्टारडस्ट अभियानों द्वारा केवल धूमकेतु के सतह का चित्र प्राप्त करने में ही सफलता प्राप्त हुई थी।
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72. नासा के मंगल ग्रह पर यान का क्या नाम है?
(a) फीनिक्स
(b) रोजर
(c) फ्लोरिडा
(d) जॉन कैनेडी
[M.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) फीनिक्स
- फीनिक्स एक रोबोटिक अंतरिक्षयान है, जिसे नासा के ‘मंगल स्काउट कार्यक्रम के तहत मंगल ग्रह पर अन्वेषण हेतु भेजा गया था।
- यह अंतरिक्ष यान 25 मई, 2008 को मंगल पर उतरा था।
- यह मिशन नवंबर, 2008 तक कार्यशील रहा।
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73. मंगल ग्रह पर जनवरी, 2004 में पहुंचने वाला प्रथम अमेरिकन रोवर था-
(a) डिस्कवरी
(b) पॉयनियर
(c) स्पिरिट
(d) वैनगार्ड
[Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (c) स्पिरिट
- स्पिरिट रोवर नासा के ‘मंगल अन्वेषण रोवर मिशन’ के तहत मंगल पर भेजे गए दो रोवरों में से एक था।
- यह एक रोबोटिक रोवर है, जो 4 जनवरी, 2004 को मंगल पर सफलतापूर्वक लैंड हुआ।
- यह रोवर वर्ष 2010 तक क्रियाशील रहा।
- दूसरा रोवर ऑपरच्युनिटी वर्ष 2018 तक क्रियाशील रहा।
- नासा के मार्स साइंस लेबोरेटरी मिशन के तहत एक अन्य रोवर क्यूरियोसिटी 26 नवंबर, 2011 को प्रक्षेपित किया गया था, जो अगस्त, 2012 में मंगल के गेल क्रेटर पर लैंड हुआ।
- नासा द्वारा जुलाई, 2020 में मंगल-2020 मिशन के तहत, पर्सवेरेन्स नामक रोवर का प्रक्षेपण किया गया।
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74. नासा के अनुसार, मंगल ग्रह पर उपस्थित जीवन के अब तक पाए गए लक्षणों में सम्मिलित हैं-
(a) केवल जल
(b) केवल जल और जिप्सम
(c) जल, जिप्सम और मीथेन
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
U.P.P.C.S.(Mains) 2009
उत्तर- (c) जल, जिप्सम और मीथेन
- नासा के स्पिरिट तथा ऑपरच्युनिटी मिशनों के फलस्वरूप मंगल पर सल्फेट की उपस्थिति के प्रमाण प्राप्त हुए है, जो स्पष्ट रूप से इस बात का संकेत देते हैं कि पूर्व में इस ग्रह पर जल उपस्थित था।
- जिप्सम, जो कि एक प्रकार का सल्फेट है, की उपस्थिति भी मंगल ग्रह पर दर्ज की गई है।
- मंगल के वायुमंडल में मीथेन की उपस्थिति से वहां जीवन की संभावना व्यक्त की गई है।
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75. निम्नलिखित ग्रहों में कौन जीवन के अस्तित्व के लिए उपयुक्त हो सकता है?
(a) मंगल
(b) बुघ
(c) शुक्र
(d) बृहस्पति
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) मंगल
- हाल ही में साइंस जर्नल ‘नेचर’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नासा के वैज्ञानिकों को मंगल ग्रह की सतह के नीचे लवणीय जल में ऑक्सीजन की उपस्थिति के प्रमाण मिले हैं।
- वैज्ञानिकों के अनुसार, लवणीय जल में इतनी ऑक्सीजन उपस्थित है, जो सूक्ष्मजीवों के जीवन के लिए पर्याप्त होगी।
- इसके पूर्व शोधकर्ताओं ने मंगल ग्रह पर पहली बार एक विशाल भूमिगत झील को खोजने का भी दावा किया था।
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76. मीथेन उपस्थित है वायुमंडल में-
(a) चंद्रमा के
(b) सूर्य के
(c) मंगल के
(d) बृहस्पति के
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (c & d) मंगल के & बृहस्पति के
- बृहस्पति के वायुमंडल में 90% हाइड्रोजन, 10% हीलियम और 0.7% मीथेन और अत्यल्प मात्रा में अमोनिया, सल्फर और जलवाष्प मौजूद है।
- नासा के क्यूरिओसिटी मिशन से प्राप्त आंकड़ों से मंगल के वायुमंडल में भी मीथेन की उपस्थिति के संकेत मिले हैं।
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77. नासा (NASA) के किस अंतरिक्षयान ने चंद्रमा पर जल के होने की पुष्टि की है?
(a) ऑरियन
(b) जेमिनी
(c) सोफिया
(d) मर्क्युरि
[U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर- (c) सोफिया
- अक्टूबर 2020 में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने सूर्य की रोशनी से प्रकाशित (Sunlit) चांद की सतह पर पानी की खोज की है।
- चंद्रमा पर पानी की खोज NASA की स्ट्रेटोस्फियरिक ऑब्जरवेटरी फॉर इन्फ्रारेड एस्ट्रोनॉमी (SOFIA) ने की।
- SOFIA ने चंद्रमा के दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित, पृथ्वी से दिखाई देने वाले सबसे बड़े क्रेटरो (Craters) में से एक, क्लेवियस क्रेटर (Clavius Crater) में पानी के अणुओं (HO) का पता लगाया है।
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78. अमेरिकी पत्रिका, ‘विज्ञान’ (SCIENCE) द्वारा 26 जुलाई, 2018 को जारी रिपोर्ट के अनुसार, एक विशाल भूमिगत झील का पता किस ग्रह पर चला है?
(a) बृहस्पति पर
(b) शनि पर
(c) शुक्र पर
(d) मंगल पर
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) मंगल पर
- हाल ही में अमेरिकी जर्नल ‘साइंस’ में प्रकाशित एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने मंगल ग्रह पर पहली बार विशाल भूमिगत झील खोजने का दावा किया है।
- मंगल के हिमखंड के नीचे अवस्थित यह झील लगभग 20 किमी. चौड़ी है।
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79. अंतरिक्षयान ‘डिस्कवरी’ जिसे 4 जुलाई, 2006 को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया गया, के ईंधन टैंक को भरा गया था-
(a) केवल द्रव हाइड्रोजन से
(b) केवल द्रव ऑक्सीजन से
(c) द्रव हाइड्रोजन तथा द्रव ऑक्सीजन के मिश्रण से
(d) द्रव हाइड्रोजन, द्रव ऑक्सीजन तथा द्रव हीलियम के मिश्रण से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) द्रव हाइड्रोजन तथा द्रव ऑक्सीजन के मिश्रण से
- स्पेस शटलों को रॉकेट की तरह प्रक्षेपित किया जाता है।
- ये उपग्रहों की तरह पृथ्वी का चक्कर लगाते हैं तथा हवाई जहाज की भांति पुनः पृथ्वी पर उतर जाते हैं।
- किसी स्पेस शटल के मुख्य भागों में ईंधन टैंक, ऑर्बिटर, बूस्टर, आदि शामिल होते हैं।
- इन अंतरिक्षयानों के ईंधन टैंक में द्रव हाइड्रोजन तथा द्रव ऑक्सीजन का प्रयोग प्रणोदक के रूप में किया जाता है।
- चैलेन्जर, कोलम्बिया, डिस्कवरी, अटलांटिस तथा एन्डेवर आदि नासा के स्पेस शटल हैं, ये सभी अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
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80. निम्नलिखित में से किस नाम का जानवर 3 नवंबर, 1957 को अंतरिक्ष में भेजा गया था?
(a) ओटोलिथ
(b) लाइका
(c) बेकर
(d) बेल्का
[M.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (b) लाइका
- सर्वप्रथम 3 नवंबर, 1957 को लाइका नामक कुतिया को स्पुतनिक-2 अंतरिक्षयान द्वारा अंतरिक्ष में भेजा गया।
- 28 मई, 1959 को ‘एबल’ (Able) तथा ‘बेकर’ (Baker) नामक बंदर अंतरिक्ष में भेजे गए।
- 19 अगस्त, 1960 को स्पुतनिक 5 अंतरिक्षयान द्वारा ‘बेल्का’ (Belka) नामक कुत्ते को अंतरिक्ष में भेजा गया।
- 28 जनवरी, 2013 को ईरान ने पिशगांम रॉकेट द्वारा एक बंदर को अंतरिक्ष में भेजा।
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81. पहला आदमी, जिसने चांद पर अपना पैर रखा था, है –
(a) लीओनोव
(b) नील आर्मस्ट्रॉन्ग
(c) माइकेल कॉलिंस
(d) जेम्स वैन ऐलन
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. (Pre)2020]
उत्तर- (b) नील आर्मस्ट्रॉन्ग
- नील एल्डन आर्मस्ट्रॉन्ग एक अमेरिकी खगोलशास्त्री और चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति थे।
- जुलाई, 1969 में नील आर्मस्ट्रांग, बज एल्ड्रिन तथा माइकल कॉलिंस ने अपोलो 11 मिशन के माध्यम से अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी।
- ईगल नामक लैंडर के माध्यम से सर्वप्रथम आर्मस्ट्रांग चंद्रमा पर उतरे थे, तत्पश्चात बज एल्ड्रिन ने चंद्रमा की सतह पर लैंड किया था।
- जबकि कॉलिंस अपोलो कैप्सूल में चंद्रमा की कक्षा में परिक्रमा करते रहे।
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82. अंतरिक्ष खोज के लिए अपोलो-8 छोड़ा गया-
(a) जनवरी 6, 1998 को
(b) फरवरी 7, 1998 को
(c) मार्च 8, 1998 को
(d) अप्रैल 9, 1998 को
[U.P. P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (*)
- अपोलो-8 का प्रक्षेपण संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा चंद्रमा की कक्षा के अध्ययन के लिए 21 दिसंबर, 1968 को किया गया था।
- यह नासा का पृथ्वी की कक्षा से बाहर जाकर चंद्रमा का चक्कर लगाने वाला पहला मानवयुक्त अंतरिक्षयान था।
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83. चन्द्रकक्षीय मिशन सेलीन- निम्नलिखित में से किस एक का है?
(a) चीन
(b) यूरोपीय संघ
(c) जापान
(d) संयुक्त राज्य अमेरिका
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (c) जापान
- जापानी चन्द्रकक्षीय मिशन ‘सेलीन-1’ (Selenological and Engineering Explorer) जापान का प्रथम चन्द्रयान है, जो 14 सितंबर, 2007 को प्रक्षेपित किया गया।
- सेलीन-1 को कागुया (Kaguya) नाम से भी जाना जाता है।
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84. जेट इंजन और रकिट के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. जेट इंजन अपनी ऑक्सीजन पूर्ति के लिए परिवेश की वायु का प्रयोग करता है, अतः यह अंतरिक्ष में गति के लिए अनुपयुक्त है।
2. रॉकेट अपनी ऑक्सीजन पूर्ति गैस के रूप में, और ईंधन साथ ले जाता है (A Rocket Carries its own supply of Oxygen in form of gas, and fuel)|
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो । और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2008, U.P.P.C.S. (Pre) 2009, U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (a) केवल 1
- जेट इंजन परिवेश से ऑक्सीजन प्राप्त कर अपने लिए ठेल (Thrust) प्राप्त करता है, जबकि रॉकेट स्वनिहित ईंधन को बाहर कर अपेक्षित ठेल प्राप्त करता है।
- इस कारण जेट इंजन अंतरिक्ष में गति के लिए अनुपयुक्त होता है, जबकि रॉकेट अपनी ऑक्सीजन आपूर्ति को गैस के रूप में नहीं बल्कि द्रव या ठोस प्रणोदक (ऑक्सीकारक ईंधन) के रूप में ले जाता है।
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85. समतापमंडल के निचले भाग में जेट विमान बहुत आसानी और निर्विघ्नता के साथ उड़ सकते हैं। इसका उपयुक्त स्पष्टीकरण क्या है?
1. समतापमंडल के निचले भाग में बादल या जल वाष्प नहीं होते।
2. समतापमंडल के निचले भाग में ऊर्ध्वाधर पवन नहीं होतीं।
इस संदर्भ में उपर्युक्त में से कौन-सा कौन-से कथन इस का/के उपयुक्त स्पष्टीकरण है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (c) 1 और 2 दोनों
- जेट विमान समतापमंडल में निम्न तापमानों पर ईंधन का दहन कुशलतापूर्वक कर लेते हैं।
- साथ ही समतापमंडल में संवहनी तापन के फलस्वरूप उत्पन्न वायुमंडलीय विक्षोभ का अभाव होता है।
- यद्यपि मौसम संबंधी अधिकांश घटनाएं जैसे बादलों का बनना इत्यादि क्षोभमंडल में ही होती हैं फिर भी कभी-कभी समतापमंडल तथा मध्यमंडल में बादलों का बनना जैसी घटनाएं देखी गई हैं।
- समतापमंडल के निचले भाग में ऊर्ध्वाधर पवन नहीं होती।
- अतः समग्र रूप से कथन 1 और 2 दोनों उपयुक्त स्पष्टीकरण हैं।
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86. किस सिद्धांत पर जेट इंजन कार्य करता है?
(a) रैखिक संवेग संरक्षण
(b) कोणीय संवेग संरक्षण
(c) ऊर्जा संरक्षण
(d) द्रव्यमान संरक्षण
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013]
उत्तर- (a) रैखिक संवेग संरक्षण
- जेट इंजन, रैखिक संवेग संरक्षण सिद्धांत पर कार्य करता है।
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87. स्ट्रैटेलाइट होता है-
(a) समतापमंडल का सबसे ऊपरी बैंड
(b) समतापमंडल का सबसे निचला बैंड
(c) अधिक ऊंचाई पर समतापमंडल में स्थापित वायुपोत
(d) शनि का प्राकृतिक उपग्रह
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) अधिक ऊंचाई पर समतापमंडल में स्थापित वायुपोत
- स्ट्रैटेलाइट अधिक ऊंचाई पर समतापमंडल में स्थापित एक वायुपोत (Airship) है, जो विभिन्न प्रकार के बेतार संचार सिग्नलों को प्रसारित करने हेतु एक स्थायी प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है।
- स्ट्रैटेलाइट सिद्धांततः एक उपग्रह के ही समान है, हालांकि यह किसी कक्षा के बजाए समतापमंडल में स्थापित किया जाता है, जिससे दो-तरफा उच्च गति का डाटा संचार अधिक प्रभावी रूप से संपादित होता है।
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88. थुम्बा रॉकेट छोड़ने का केन्द्र अवस्थित है-
(a) उत्तर प्रदेश में
(b) बिहार में
(c) झारखंड में
(d) केरल में
[U.P.P.C.S.(Mains) 2004]
उत्तर- (d) केरल में
- थुम्बा रॉकेट प्रक्षेपण केन्द्र (TERLS: Thumba Equatorial Rocket Launching Station) केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में स्थित है।
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89. श्रीहरिकोटा द्वीप निकट अवस्थित है-
(a) चिलका झील के
(b) पुलिकट झील के
(c) महानदी मुहाना के
(d) गोदावरी मुहाना के
[U.P.P.C.S. (Mains) 2003]
उत्तर- (b) पुलिकट झील के
- श्रीहरिकोटा आंध्र प्रदेश राज्य के तटीय क्षेत्र में स्थित एक द्वीप है।
- इसी स्थान पर सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र में भारत का एकमात्र उपग्रह प्रक्षेपण केन्द्र स्थित है।
- श्रीहरिकोटा द्वीप पुलिकट झील को बंगाल की खाड़ी के समुद्र से अलग करता है।
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90. सूची – I को सूची I से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए।
सूची – I (स्थान) |
सूची – II (कार्य) |
A. काकरापार |
1. परमाणु बम विस्फोट स्थल |
B. पोखरन |
2. रॉकेट प्रमोचन केंद्र |
C. थुम्बा |
3. न्यूक्लियर पावर प्लांट |
D. श्रीहरिकोटा |
4. उपग्रह प्रमोचन स्टेशन |
कूट :
A B C D
(a) 3, 2, 1, 4
(b) 3, 2, 4, 1
(c) 3, 1, 2, 4
(d) 4, 3, 2, 1
[U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर- (c) 3, 1, 2, 4
काकरापार |
न्यूक्लियर पॉवर प्लांट |
पोखरन |
परमाणु बम विस्फोट स्थल |
थुम्बा |
रॉकेट प्रमोचन केंद्र |
श्रीहरिकोटा |
उपग्रह प्रमोचन स्टेशन |
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91. फरवरी, 2004 में एक विस्फोट हुआ भारत के अंतरिक्ष केन्द्र-
(a) अहमदाबाद में
(b) बंगलौर में
(c) श्रीहरिकोटा में
(d) थुम्बा में
[Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (c) श्रीहरिकोटा में
- फरवरी, 2004 में श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र में विस्फोट हुआ था।
- यह विस्फोट अंतरिक्ष केन्द्र के ठोस प्रणोदक अंतरिक्ष बूस्टर संयंत्र में हुआ था।
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92. गैलीलियो परियोजना, जो हाल में चर्चा का विषय थी, क्या है?
(a) संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा विकसित मिसाइल परिरक्षण का एक अन्तरदेशीय कार्यक्रम
(b) कनाडा के सहयोग से भारत द्वारा विकसित एक परियोजना
(c) जापान द्वारा विकसित की जा रही पर्यावरण संरक्षण परियोजना
(d) यूरोपीय संघ द्वारा विकसित की जा रही एक बहु-उपग्रह संचालन परियोजना
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (d) यूरोपीय संघ द्वारा विकसित की जा रही एक बहु-उपग्रह संचालन परियोजना
- गैलीलियो परियोजना अमेरिका के ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (G.P.S.) तथा रूस के ग्लोनास (GLONASS) की तरह यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) तथा यूरोपीय संघ (EU) की एक बहु-उपग्रह संचालन परियोजना है।
- इस परियोजना में यूरोपीय संघ के अतिरिक्त इस्राइल, यूक्रेन, मोरक्को, दक्षिण कोरिया तथा नॉर्वे की सहभागिता है।
- यहां उल्लेखनीय है कि बहु-उपग्रह संचालन परियोजना के द्वारा पृथ्वी पर स्थित किसी भी वस्तु की सही-सही अक्षांशीय, देशान्तरीय स्थिति तथा ऊंचाई का पता उपग्रह से प्राप्त संकेत के द्वारा लगाया जा सकता है।
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93. ‘विकसित लेजर व्यतिकरणमापी अंतरिक्ष एंटेना’ (इवॉल्वड लेजर इंटरफेरोमीटर स्पेस एंटेना / eLISA) परियोजना का क्या प्रयोजन है?
(a) न्यूट्रिनों का संसूचन करना
(b) गुरुत्वीय तरंगों का संसूचन करना
(c) प्रक्षेपणास्त्र रक्षा प्रणाली की प्रभावकारिता का संसूचन करना
(d) हमारी संचार प्रणालियों पर सौर प्रज्वाल (सोलर फ्लेयर) के प्रभाव का अध्ययन करना
[I.A.S. (Pre), 2017]
उत्तर- (b) गुरुत्वीय तरंगों का संसूचन करना
- eLISA परियोजना के तहत तीन भिन्न-भिन्न लेकिन एक-दूसरे से संबद्ध अंतरिक्षयान शामिल हैं।
- ये अंतरिक्षयान एक त्रिकोणीय विन्यास में सूर्य की परिक्रमा करेंगे।
- ये तीनों अंतरिक्षयान संयुक्त रूप से एक परिशुद्ध इंटरफेरोमीटर की रचना करेंगे।
- ये इंटरफेरोमीटर 0.1 mHz से 1 Hz की आवृत्तियों की रेंज में गुरुत्वीय तरंगों का पता लगाने में सक्षम होगा।
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94. “यह प्रयोग तीन ऐसे अंतरिक्षयानों को काम में लाएगा जो एक समबाहु त्रिभुज (Equilateral triangle) की आकृति में उड़ान भरेंगे, जिसमें प्रत्येक भुजा एक मिलियन किलोमीटर लंबी है और यानों के बीच लेजर चमक रहीं होंगी।”
(a) वॉयेजर-2
(b) न्यू हॉरायजन्स
(c) LISA पाथफाइंडर
(d) इवोल्वड LISA
[I.A.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (d) इवोल्वड LISA
- प्रश्न में निर्दिष्ट प्रयोग इवोल्वड लेजर इंटरफेरोमीटर स्पेस एंटीना (ELISA) को संदर्भित करता है।
- eLISA एक प्रस्तावित अंतरिक्षीय मिशन है, जिसका उद्देश्य गुरुत्वीय तरंगों (Gravitational waves) का पता लगाना एवं उनका सटीकता के साथ मापन करना है।
- यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी इस मिशन का संचालन कर रही है, जिसमें नासा एवं वैज्ञानिकों का एक अंतरराष्ट्रीय संघ भी सहयोग कर रहा है।
- इवोल्वड LISA का प्रयोग तीन ऐसे अंतरिक्ष यानों को काम में लाएगा जो एक समबाहु त्रिभुज की आकृति में उड़ान भरेंगे, जिसमें प्रत्येक भुजा एक मिलियन किलोमीटर लंबी है और यानों के बीच लेजर चमक रहीं होंगी।
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95. क्रायोजेनिक ताप से आशय है, उस ताप से जो ……… है।
(a) 150°C से कम
(b) 150°C से अधिक
(c) -150°C से कम
(d) -273°C
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (c) -150°C से कम
- बहुत कम ताप (-150°C से कम) तथा इस ताप पर तत्वों के व्यवहार के अध्ययन को क्रायोजेनिक्स (Cryogenics) कहते हैं।
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96. न्यून तापमानों (क्रायोजेनिक्स) का अनुप्रयोग होता है-
(a) अंतरिक्ष यात्रा, शल्यकर्म एवं चुम्बकीय प्रोत्थापन में
(b) शल्यकर्म, चुम्बकीय प्रोत्थापन एवं दूरमिति में
(c) अंतरिक्ष यात्रा, शल्यकर्म एवं दूरमिति में
(d) अंतरिक्ष यात्रा, चुम्बकीय प्रोत्थापन एवं दूरमिति में
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (d) अंतरिक्ष यात्रा, चुम्बकीय प्रोत्थापन एवं दूरमिति में
- न्यून तापमानों (क्रायोजेनिक्स) का अनुप्रयोग अंतरिक्ष यात्रा, चुम्बकीय प्रोत्थापन एवं दूरमिति में होता है।
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97. निम्नतापी इंजनों का अनुप्रयोग होता है-
(a) पनडुब्बी इंजनों में
(b) तुषारमुक्त प्रशीतित्रों (रेफ्रीजरेटरों) में
(c) रॉकेट प्रौद्योगिकी में
(d) अतिचालकता विषयक अनुसंधानों में
[I.A.S. (Pre) 1995, U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) रॉकेट प्रौद्योगिकी में
- क्रायोजेनिक शब्द ग्रीक भाषा के शब्द क्रायोस से बना है, जिसका अर्थ है हिम-शीत (आइस-कोल्ड) यानी बर्फ की तरह शीतल या निम्न ताप।
- प्रायः शून्य डिग्री सेल्सियस से 150 डिग्री नीचे के ताप को क्रायोजेनिक ताप कहते हैं।
- -150°C तापमान पर भरे प्रणोदकों का सरलता से ईंधन के रूप में प्रयोग करने वाला इंजन ‘क्रायोजेनिक इंजन’ कहलाता है।
- क्रायोजेनिक इंजनों का प्रयोग रॉकेट प्रौद्योगिकी में होता है।
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98. निम्नतापी इंजन प्रयोग में लाते हैं-
(a) द्रव क्लोरीन ऑक्सीकारक के रूप में तथा द्रव हाइड्रोजन ईंधन के रूप में।
(b) द्रव ऑक्सीजन ऑक्सीकारक के रूप में तथा द्रव हाइड्रोजन ईंधन के रूप में।
(c) द्रव फ्लोरीन ऑक्सीकारक के रूप में तथा द्रव हाइड्रोजन ईंधन के रूप में।
(d) द्रव सल्फर डाइऑक्साइड ऑक्सीकारक के रूप में तथा द्रव हाइड्रोजन ईंधन के रूप में।
[U.P.P.C.S.(Mains) 2004]
उत्तर- (b) द्रव ऑक्सीजन ऑक्सीकारक के रूप में तथा द्रव हाइड्रोजन ईंधन के रूप में।
- निम्नतापी या क्रायोजेनिक इंजनों में सामान्यतः द्रव ऑक्सीजन ऑक्सीकारक (Oxidizer) के रूप में तथा द्रव हाइड्रोजन ईंधन (Fuel) के रूप में प्रयुक्त होती है।
- क्रायोजेनिक इंजन की सहायता से ही जी.एस.एल.वी. रॉकेट में प्रयुक्त होने वाले प्रणोदक (ऑक्सीजन और हाइड्रोजन) को न्यून तापमान पर द्रव अवस्था में रखा जाता है।
- इस प्रकार स्पष्ट है कि क्रायोजेनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित इंजनों में द्रव प्रणोदकों का प्रयोग किया जाता है।
- चूंकि द्रव अवस्था में गैसें सघन होती हैं, इसलिए इसे गैसीय अवस्था की अपेक्षा अधिक सरलता से नियंत्रित किया जा सकता है।
- निम्नतापी इंजन (क्रायोजेनिक इंजन) का प्रयोग स्पेस शटल में किया जाता है।
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99. क्रायोजेनिक इंजन का इस्तेमाल होता है-
(a) बोइंग में
(b) तीव्र रेल इंजन के रूप में
(c) स्पेस शटल में
(d) परमाणु भट्टी में
[U.P. P.C.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (c) स्पेस शटल में
- निम्नतापी इंजन (क्रायोजेनिक इंजन) का प्रयोग स्पेस शटल में किया जाता है।
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100. निम्नलिखित सिद्धांत पर रॉकेट कार्य करता है-
(a) अवोगाद्रो अवधारणा
(b) ऊर्जा संरक्षण
(c) संवेग संरक्षण
(d) बरनौली सिद्धांत
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर- (c) संवेग संरक्षण
- रॉकेट के ऊपर जाने का सिद्धांत, संवेग संरक्षण पर आधारित है।
- रॉकेट से गैसें अत्यधिक वेग से पीछे की ओर निकलती हैं, जो रॉकेट के ऊपर उठने के लिए आवश्यक संवेग प्रदान करती है।
- संवेग संरक्षण नियम के अनुसार एक वस्तु में जितना संवेग परिवर्तन होता है, दूसरी में उतना ही संवेग परिवर्तन विपरीत दिशा में हो जाता है।
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101. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए:
1. रिसैट-2 उपग्रह कक्षा में पी.एस.एल.वी. -C12 द्वारा अप्रैल, 2009 में श्रीहरिकोटा से छोड़ा गया था।
2. एक दूसरा उपग्रह ‘अनुसैट’ भी पी.एस.एल.वी.-C12 द्वारा कक्षा में छोड़ा गया था। इसका निर्माण अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई द्वारा किया गया था।
3. अनुसैट एक परीक्षणीय संचार उपग्रह है।
4. रिसैट-2 एक खोजी उपग्रह है व देश की सीमाओं की चौकसी में सक्षम है।
कूट :
(a) केवल 1 एवं 2
(b) केवल 2 एवं 3
(c) केवल 3 एवं 4
(d) 1, 2, 3, व 4 सभी
[U.P.P.C.S.(Mains) 2008]
उत्तर- (d) 1, 2, 3, व 4 सभी
- रिसैट-2 (RISAT-2: Radar Imaging Satellite-2) एक भारतीय राडार टोही उपग्रह है, जो देश की सीमाओं की चौकसी के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
- इसे 20 अप्रैल, 2009 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से PSLV-C12 रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित किया गया।
- इसी रॉकेट के द्वारा अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई द्वारा विकसित ‘अनुसैट’ (ANUSAT) उपग्रह द्वितीयक पेलोड के रूप में प्रक्षेपित किया गया।
- अनुसैट एक प्रायोगिक सूक्ष्म संचार उपग्रह है।
- 22 मई, 2019 को भारत के राडार इमेजिंग भू-अवलोकन उपग्रह रिसैट-2B का प्रक्षेपण PSLV-C46 द्वारा किया गया।
- दिसंबर, 2019 में PSLV-C48 द्वारा RISAT-2BR1 एवं 9 व्यावसायिक उपग्रहों का प्रक्षेपण किया गया।
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102. भारतीय उपग्रहों और उनके प्रक्षेपकों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. इनसैट श्रृंखला के सभी उपग्रह विदेशों से छोड़े गए।
2. पी.एस.एल.वी. का प्रयोग आईआरएस श्रृंखला के उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए किया गया।
3. भारत ने जीएसएलवी के तीसरे चरण को शक्ति प्रदान करने के लिए पहली बार स्वदेश निर्मित शीतजनित इंजनों का प्रयोग किया।
4. वर्ष 2001 में छोड़े गए जीएसएटी में अंकीय प्रसारणों और इंटरनेट सेवाओं को प्रदर्शित करने के लिए अर्जक भार (पेलोड) हैं।
इनमें से कौन-कौन कथन सही हैं?
(a) 1, 2, 3 और 4
(b) 2, 3 और 4
(c) 1, 2 और 4
(d) 1 और 3
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) 2, 3 और 4
- जी.एस.एल.वी. एक त्रिचरणीय रॉकेट है, जिसके तृतीय चरण में स्वदेश निर्मित क्रायोजेनिक इंजन का प्रयोग किया गया है।
- यह स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन तमिलनाडु के महेन्द्रगिरि स्थित लिक्विड प्रोपल्शन्स सिस्टम्स सेन्टर’ द्वारा निर्मित है।
- 18 अप्रैल, 2001 को जीसैट-1 नामक उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया था।
- इसका मुख्य उद्देश्य डिजिटल श्रव्य प्रसारण इंटरनेट सेवाओं से संबंधित संचार प्रयोगों को संचालित करना था।
- पीएसएलवी रॉकेट का प्रयोग आईआरएस श्रृंखला के उपग्रहों के अतिरिक्त चन्द्रयान-1, रिसैट-2, अनुसैट आदि उपग्रहों के प्रक्षेपणों के लिए भी किया जा चुका है।
- INSAT-4C का प्रक्षेपण 10 जुलाई, 2006 को श्रीहरिकोटा से किया गया था।
- अतः वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कथन 2, 3 तथा 4 सही हैं।
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103. भारत के उपग्रह प्रमोचित करने वाले वाहनों के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. PSLV से वे उपग्रह प्रमोचित किए जाते हैं, जो पृथ्वी के संसाधनों की मॉनीटरिंग में उपयोगी हैं, जबकि GSLV को मुख्यतः संचार उपग्रहों को प्रमोचित करने के लिए अभिकल्पित किया गया है।
2. PSLV द्वारा प्रमोचित उपग्रह आकाश में एक ही स्थिति में स्थायी रूप में स्थिर रहते प्रतीत होते हैं जैसा कि पृथ्वी के एक विशिष्ट स्थान से देखा जाता है।
3. GSLV Mk III, एक चार-स्टेज वाला प्रमोचन वाहन है, जिसमें प्रथम और तृतीय चरणों में ठोस रॉकेट मोटरों का तथा द्वितीय और चतुर्थ चरणों में द्रव रॉकेट इंजनों का प्रयोग होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) 2 और 3
(c) 1 और 2
(d) केवल 3
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) केवल 1
- PSLV तथा GSLV दोनों ही इसरो (ISRO) द्वारा विकसित उपग्रह प्रक्षेपण यान हैं।
- PSLV को लगभग 1750 किग्रा. वजनी भू-अवलोकन (Earth-observation) या सुदूर संवेदी (Remote sensing) उपग्रहों को लगभग 600 किमी. की ऊंचाई वाली सूर्य-समकालिक धुव्रीय कक्षाओं में स्थापित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- GSLV को मुख्यतः संचार उपग्रहों को दीर्घवृत्ताकार भू-समकालिक अंतरण कक्षा (GTO) में स्थापित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- अतः कथन (1) सत्य है।
- GSLV द्वारा GTO में स्थापित उपग्रह को कक्षोन्नयन के पश्चात लगभग 36000 किमी. की ऊंचाई वाली भू-तुल्यकालिक पृथ्वी कक्षा (GEO) में स्थापित कर दिया जाता है।
- इस कक्षा में उपग्रह आकाश में एक ही स्थिति में स्थिर प्रतीत होते हैं।
- अतः कथन (2) असत्य है।
- GSLV Mk III एक त्रिचरणीय प्रक्षेपण यान है, अतः कथन (3) असत्य है।
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104. निम्नलिखित में से कौन अंतरिक्ष उपग्रह नहीं है?
(a) SLV-3
(b) RS-D1
(c) IRS-ID
(d) INSAT-2D
[U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2004, U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (a) SLV-3
- रोहिणी इसरो द्वारा प्रक्षेपित किए गए उपग्रहों की एक श्रृंखला है।
- रोहिणी श्रृंखला के अन्तर्गत इसरो द्वारा चार उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जा चुका है।
- RS-DI उपग्रह 31 मई, 1981 को प्रक्षेपित किया गया था।
- आईआरएस (IRS: Indian Remote Sensing) पृथ्वी का अवलोकन करने के उद्देश्य से प्रक्षेपित किए गए उपग्रहों की एक श्रृंखला है।
- IRS-ID का प्रक्षेपण 29 सितंबर, 1997 को किया गया था।
- इनसैट-2D उपग्रह का प्रक्षेपण 4 जून, 1997 को किया गया था।
- SLV-3 उपग्रह नहीं बल्कि भारत का पहला प्रायोगिक उपग्रह प्रक्षेपण यान है।
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105.जी.एस.एल.वी.-डी2 जो हाल ही में कक्ष में प्रक्षेपित किया गया है-
(a) रक्षा उपग्रह है
(b) अन्वेषण उपग्रह है
(c) संचार उपग्रह है
(d) यातायात उपग्रह है
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर- (*)
- जीएसएलवी भारत का स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान है।
- यह त्रिचरणीय यान इनसैट-II श्रेणी के उपग्रहों (2000-2500 kg) को ‘भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा’ (GTO) में स्थापित करने में सक्षम है।
- GSLV-D2 इस यान की द्वितीय विकासात्मक परीक्षण उड़ान थी।
- इसके द्वारा 1825 किग्रा. वजनी संचार उपग्रह GSAT-2 को कक्षा में स्थापित किया गया।
- यह उड़ान 8 मई, 2003 को संपन्न हुई थी।
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106. शैक्षणिक सेवाओं के लिए उपग्रह ‘एजुसैट’ अंतरिक्ष में भेजने में भारत पहला राष्ट्र हो गया है। यह उपग्रह कब प्रक्षेपित किया गया था?
(a) 20 सितंबर, 2003
(b) 20 सितंबर, 2004
(c) 4 जुलाई, 2004
(d) 20 दिसंबर, 2003
[U.P.P.C.S.(Mains) 2004]
उत्तर- (b) 20 सितंबर, 2004
- एजुसैट या जीसैट-3 विशेष रूप से शैक्षणिक सेवाओं हेतु समर्पित भारत का पहला उपग्रह है।
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा इसका प्रक्षेपण 20 सितंबर, 2004 को किया गया था।
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107. निम्न में से कौन-सा उपग्रह शैक्षणिक संस्थान उपग्रह है?
(a) कारटोसैट- 1 बी
(b) कल्पना 1
(c) इनसैट- 2 ई
(d) सत्यबामासैट
[M.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) सत्यबामासैट
- सत्यबामासैट, सत्यबामा विश्वविद्यालय, चेन्नई के छात्रों द्वारा निर्मित उपग्रह है।
- 1.5 किग्रा. वजनी इस उपग्रह का प्रक्षेपण PSLV-C34 द्वारा जून, 2016 में किया गया था।
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108. भारत का अग्रवर्ती संचार उपग्रह जीसैट-8, 21 मई, 2011 को छोड़ा गया था-
(a) हासन से
(b) कौरू से
(c) श्रीहरिकोटा से
(d) तिरुवनन्तपुरम से
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (b) कौरू से
- 21 मई, 2011 को भारतीय समयानुसार प्रातः 2:08 बजे 800 टन वजनी ‘एरियन 5’ रॉकेट ने कौरू, फ्रेंच गुयाना से उड़ान भरी थी और यह अपने साथ दो दूरसंचार उपग्रहों को ले गया था, जिसमें एक भारत का जीसैट-8 तथा दूसरा सिंगापुर का एसटी-2 था।
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109. भारतीय उपग्रह GSAT 7 अनन्य रूप से बनाया गया है-
(a) मौसम के पूर्वानुमान हेतु
(b) सैन्य संचार हेतु
(c) मार्स के मिशन के लिए
(d) चंद्रमा की विशेष जानकारी के लिए
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) सैन्य संचार हेतु
- जीसैट-7 इनसैट की चौथी पीढ़ी का उपग्रह INSAT-4F है, जिसे लोकप्रिय नाम ‘रुक्मिणी’ दिया गया है।
- जीसैट-7 नौसेना को पूर्णतः समर्पित भारत का प्रथम संचार उपग्रह है।
- 30 अगस्त, 2013 को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के रॉकेट ‘एरियन-5’ से जीसैट-7 को प्रक्षेपित किया गया।
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110. अंतरिक्ष तकनीक के संदर्भ में भुवन (BHUVAN), जो हाल में चर्चित हुआ, क्या है?
(a) एक अंतरिक्षयान का नाम जिसे चन्द्रमा पर संभावित मानव रिहाइश की खोज हेतु भेजना प्रस्तावित है।
(b) इसरो (ISRO) द्वारा अंतरिक्ष में सुदूर से शिक्षा को प्रोत्साहन देने हेतु भेजा गया उपग्रह।
(c) एक अंतरिक्ष टेलिस्कोप जो भारत ने बनाया है।
(d) इसरो का एक पृथ्वी-विषयक पोर्टल (Portal), जिसमें 3D फोटो लेने की क्षमताएं हैं।
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2008]
उत्तर- (d) इसरो का एक पृथ्वी-विषयक पोर्टल (Portal), जिसमें 3D फोटो लेने की क्षमताएं हैं।
- ‘भुवन’ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा निर्मित एक सॉफ्टवेयर है, जिससे भारत के भू-भागों को त्रि-विमीय (3D) चित्रों के रूप में इंटरनेट पर देखा जा सकेगा।
- गूगल अर्थ और विकीमैपिया की भांति इसमें भू-भागों को अलग-अलग ऊंचाइयों से देखा जा सकता है।
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111. इसरो द्वारा निर्मित कुछ उपग्रहों की सूची उनके प्रक्षेपण की दिनांक के साथ नीचे दी गई है। इन उपग्रहों में से जो दो अपनी कक्षा तक पहुंचने में विफल रहे, वे हैं
उपग्रह |
प्रक्षेपण की दिनांक |
1. GSAT-2
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8 मई, 2003 |
2. GSAT-4
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15 अप्रैल, 2010 |
3. GSAT-5P
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25 दिसंबर, 2010 |
4. GSAT-12
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15 जुलाई, 2011 |
कोड :
(a) 4 तथा 1
(b) 1 तथा 2
(c) 2 तथा 3
(d) 3 तथा 4
[R.A.S/R.T.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) 2 तथा 3
- जीसैट-4, अप्रैल, 2010 में इसरो द्वारा प्रक्षेपित एक प्रायोगिक संचार उपग्रह है।
- GSLV-D3 प्रक्षेपण यान के क्रायोजेनिक चरण में आई खराबी के चलते यह अपनी कक्षा तक पहुंचने में विफल रहा था।
- इसके अतिरिक्त जीसैट-5P, जीसैट श्रृंखला में प्रमोचित किए गए उपग्रहों में से पांचवां उपग्रह था।
- जीसैट-5P को कक्षा में स्थापित नहीं किया जा सका क्योंकि जी.एस.एल.वी-एफ 06 रॉकेट मिशन को पूरा नहीं कर सका।
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112. निम्नलिखित में से कौन-सा उपग्रह 29 सितंबर, 2012 को भारत द्वारा सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था?
(a) GSAT-6
(b) GSAT-9
(c) GSAT-10
(d) GSAT-12
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (c) GSAT-10
- 29 सितंबर, 2012 को भारत के दूरसंचार उपग्रह ‘जीसैट-10’ को फ्रेंच गुयाना, कौरू से एरियन-5 ‘ईसीए’ रॉकेट से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया।
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113. किस रॉकेट वाहन से इसरो ने जी.एस.ए.टी.-6ए उपग्रह सफलतापूर्वक लांच किया है?
(a) जी.एस.एल.वी-एफ 07
(b) जी.एस.एल.वी-एफ 09
(c) जी.एस.एल.वी-एफ 05
(d) जी.एस.एल.वी-एफ 08
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) जी.एस.एल.वी-एफ 08
- इसरो द्वारा निर्मित संचार उपग्रह जीसैट-6A का 29 मार्च, 2018 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार, श्रीहरिकोटा से सफल प्रक्षेपण किया गया।
- जीसैट-6A एक S-बैंड संचार उपग्रह है, जिसकी मिशन अवधि 10 वर्ष निर्धारित है।
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