1. भारत के राजनीतिक दलों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1. लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 राजनीतिक दलों के पंजीकरण का प्रावधान करता है।
2. राजनीतिक दलों का पंजीकरण निर्वाचन आयोग करता है।
3. राष्ट्रीय स्तर का राजनीतिक दल वह है, जिसे चार या अधिक राज्यों में मान्यता प्राप्त है।
4. 1999 के आम चुनाव में निर्वाचन आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त छः राष्ट्रीय और 48 राज्य-स्तरीय दल थे।
इन कथनों में से कौन-कौन से सही हैं?
(a) 1, 2 और 4
(b) 1 और 3
(c) 2 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[45th B.P.S.C. (Pre) 2001]
उत्तर- (d) 1, 2, 3 और 4
- लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 में राजनीतिक दलों के पंजीकरण और पंजीकरण के नियमों की व्यवस्था की गई है।
- राजनीतिक दलों का पंजीकरण निर्वाचन आयोग करता है।
- साथ ही वह निर्वाचन प्रतीक (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 (यथासंशोधित) के तहत राजनीतिक दलों को निर्धारित मानदंडों के आधार पर राष्ट्रीय दल या राज्य-स्तरीय दल (क्षेत्रीय दल) के रूप में मान्यता प्रदान करता है और उन्हें चुनाव चिह्न भी आवंटित करता है।
- वह दल राष्ट्रीय दल होता है, जो कम-से-कम 4 राज्यों में पिछले आम चुनाव (लोक सभा या विधान सभा के) में कुल पड़े वैध मतों में से न्यूनतम 6 प्रतिशत मत प्राप्त करता है और किसी राज्य या राज्यों से लोक सभा में 4 सीटें जीतता है या वह लोक सभा में तीन विभिन्न राज्यों से मिलाकर 2 प्रतिशत सीटें प्राप्त करता है या उस दल को कम से कम 4 राज्यों में राज्य स्तरीय दल की मान्यता प्राप्त हो। 1999 के आम चुनाव में निर्वाचन आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त 6 राष्ट्रीय तथा 48 राज्य-स्तरीय दल थे।
- वर्तमान में भारत में 8 मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय तथा 50 से अधिक राज्य-स्तरीय दल हैं।
|
2. भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय या क्षेत्रीय दल का दर्जा देने का अधिकार किसको है?
(a) संसद
(b) राष्ट्रपति
(c) चुनाव आयोग
(d) सर्वोच्च न्यायालय
[45th B.P.S.C. (Pre) 2001]
उत्तर- (c) चुनाव आयोग
- राजनीतिक दलों का पंजीकरण निर्वाचन आयोग करता है।
- साथ ही वह निर्वाचन प्रतीक (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 (यथासंशोधित) के तहत राजनीतिक दलों को निर्धारित मानदंडों के आधार पर राष्ट्रीय दल या राज्य-स्तरीय दल (क्षेत्रीय दल) के रूप में मान्यता प्रदान करता है और उन्हें चुनाव चिह्न भी आवंटित करता है।
|
3. किसी दल को राष्ट्रीय दल के रूप में स्वीकृति तब मिलती है, जब वह-
(a) कुल मतदान का 5% प्राप्त करता है।
(b) सभी चुनाव-क्षेत्रों में चुनाव लड़ता है।
(c) चार से अधिक राज्यों में सत्ता प्राप्त करता है।
(d) उस दल को कम-से-कम 4 राज्यों में राज्य स्तरीय दल की मान्यता प्राप्त हो।
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) उस दल को कम-से-कम 4 राज्यों में राज्य स्तरीय दल की मान्यता प्राप्त हो।
- निर्वाचन प्रतीक (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 (यथासंशोधित) के अनुसार, किसी राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल के रूप में निर्वाचन आयोग द्वारा तभी स्वीकृति प्रदान की जाती है, जबकि निम्नलिखित तीन शर्तों में से कोई एक पूरी होती हो-
- (a) उस राजनीतिक दल द्वारा खड़े किए गए प्रत्याशियों को किन्हीं चार या अधिक राज्यों में लोक सभा के पिछले आम चुनाव या उन राज्यों की विधानसभा के पिछले आम चुनावों में पड़े कुल वैध मतों का कम-से-कम 6 प्रतिशत मत और साथ ही कम-से- कम चार लोक सभा सीटें प्राप्त हों।
- (b) उस दल को लोक सभा के पिछले आम चुनाव में लोक सभा की कुल सदस्य संख्या की कम-से-कम 2 प्रतिशत सीटें प्राप्त हों (इसमें प्रत्येक आधे से अधिक भिन्न को 1 गिना जाएगा) तथा ये सदस्य कम-से-कम 3 राज्यों से चुने गए हों।
- (c) उस दल को कम-से-कम 4 राज्यों में राज्य स्तरीय दल की मान्यता प्राप्त हो।
|
4. किसी राजनीतिक दल को क्षेत्रीय दल के रूप में मान्यता दी जाती है, यदि-
(a) वह राज्य में या तो लोक सभा अथवा विधानसभा चुनाव में 4% वोट प्राप्त करता है।
(b) वह राज्य में या तो लोक सभा अथवा विधानसभा चुनाव में 6% वोट प्राप्त करता है।
(c) वह राज्य में या तो लोक सभा अथवा विधानसभा चुनाव में 8% वोट प्राप्त करता है।
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) वह राज्य में या तो लोक सभा अथवा विधानसभा चुनाव में 8% वोट प्राप्त करता है।
-
निर्वाचन प्रतीक (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 (यथासंशोधित) के अनुसार, किसी राजनीतिक दल को राज्य स्तरीय दल (यहां प्रश्न में क्षेत्रीय दल से तात्पर्य राज्य स्तरीय दल से ही है) की मान्यता प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है कि उसे उस राज्य विशेष में हुए विधानसभा के पिछले आम चुनाव में पड़े कुल वैध मतों में से न्यूनतम 6% मत एवं न्यूनतम 2 सीटें प्राप्त हों;
या
लोक सभा के पिछले आम चुनाव में पड़े कुल वैध मतों में से न्यूनतम 6% मत एवं उस राज्य से न्यूनतम 1 लोक सभा सीट प्राप्त हो;
या
विधानसभा के पिछले आम चुनाव में राज्य विधानसभा की न्यूनतम 3% सीटें (इसमें प्रत्येक आधे से अधिक भिन्न को 1 गिना जाएगा) अथवा न्यूनतम 3 सीटों में से जो ज्यादा हो, प्राप्त हों;
या
लोक सभा के पिछले आम चुनाव में उस राज्य से प्रत्येक 25 सदस्यों में से कम-से-कम 1 सदस्य अथवा राज्य के लिए तदनुरूप निर्धारित संख्या का हिस्सा प्राप्त हो;
या
लोक सभा अथवा विधानसभा के पिछले आम चुनाव में राज्य में पड़े कुल वैध मतों में से न्यूनतम 8% मत प्राप्त हों।
-
अतः स्पष्ट है कि प्रश्न में दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प (c) होगा, लेकिन लोक सेवा आयोग, उ.प्र. ने संशोधित उत्तर कुंजी में विकल्प (b) को सही माना था, जो कि पूरी तरह गलत है।
|
5. ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ में ‘राष्ट्रीय’ शब्द प्रभावित था-
(a) प्राचीन भारतीय पूर्वोदाहरण से।
(b) ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिक्रिया से।
(c) यूरोपीय पूर्वोदाहरण से।
(d) अमरीका के स्वतंत्रता संग्राम से।
[U.P. Lower Sub.(Pre) 2009]
उत्तर- (b) ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिक्रिया से।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में ‘राष्ट्रीय’ शब्द ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिक्रिया से प्रभावित था।
|
6. निम्नलिखित में से 1999 में किसके विघटन से राष्ट्रीयतावादी कांग्रेस पार्टी का गठन हुआ?
(a) शिवसेना
(b) कांग्रेस पार्टी
(c) बी.जे.पी.
(d) बी.एस.पी.
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) कांग्रेस पार्टी
- वर्ष 1999 में कांग्रेस पार्टी से शरद पवार, पी.ए. संगमा तथा तारिक अनवर ने सोनिया गांधी के विदेशी मूल के होने के कारण अलग होकर, राष्ट्रीयतावादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का गठन किया था।
- इसके वर्तमान अध्यक्ष शरद पवार हैं।
|
7. निम्नलिखित में कौन-सा/से राजनीतिक दल राष्ट्रीय राजनीतिक दल है/हैं?
1. मुस्लिम लीग
2. रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी
3. अखिल भारतीय फारवर्ड ब्लाक
4. पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया
नीचे दिए हुए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) 1, 2 और 3
(b) 2 और 4
(c) केवल 3
(d) कोई भी नहीं
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (d) कोई भी नहीं
- वर्तमान में 8 राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त है, ये हैं भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस तथा नेशनल पीपुल्स पार्टी।
|
8. भारतीय जनता पार्टी के गठन के पश्चात इसके प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
(a) एल.के. आडवानी
(b) ए.बी. वाजपेयी
(c) एम.एम. जोशी
(d) सिकंदर बख्त
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (b) ए.बी. वाजपेयी
- भारतीय जनता पार्टी के गठन के पश्चात इसका प्रथम अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी को चुना गया।
- इस पार्टी का गठन 6 अप्रैल, 1980 को हुआ था।
- इसके वर्तमान अध्यक्ष जे.पी. नड्डा हैं।
|
9. भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा निम्नलिखित राजनैतिक दलों में से किसे राष्ट्रीय दल के रूप में मान्य नहीं किया गया है?
(a) नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी
(b) बहुजन समाज पार्टी
(c) कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया
(d) समाजवादी पार्टी
[M.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (d) समाजवादी पार्टी
- समाजवादी पार्टी को राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं है।
- यह राज्य-स्तरीय पार्टी है।
- इस दल की स्थापना मुलायम सिंह यादव ने की है।
- वर्तमान में अखिलेश सिंह यादव इस दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
- अन्य तीनों प्रश्नगत राजनैतिक दलों को राष्ट्रीय दल की मान्यता प्राप्त है।
|
10. निम्नलिखित में से कौन-सा क्षेत्रीय राजनीतिक दल है?
(a) कांग्रेस
(b) भाजपा
(c) सीपीआई
(d) अकाली दल
[U.P. P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (d) अकाली दल
- कांग्रेस, भाजपा एवं सीपीआई राष्ट्रीय दल हैं, जबकि अकाली दल (शिरोमणि अकाली दल) को पंजाब राज्य में राज्य स्तरीय (क्षेत्रीय) राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- इस दल की स्थापना 14 दिसंबर, 1920 को हुई।
- इसके वर्तमान अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल हैं।
|
11. निम्नलिखित में से कौन एक दल, राष्ट्रीय राजनीतिक दल नहीं है?
(a) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
(b) भारतीय जनता पार्टी
(c) तेलगूदेशम
(d) इंडियन नेशनल कांग्रेस
[U.P. Lower Sub.(Pre) 2009]
उत्तर- (c) तेलगूदेशम
- तेलगूदेशम (तेलुगू देशम पार्टी-टीडीपी) को आंध्र प्रदेश में राज्य-स्तरीय राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त है तथा यह राष्ट्रीय राजनीतिक दल नहीं है।
- इसकी स्थापना मार्च, 1982 में एन.टी. रामाराव ने की थी।
- इसके वर्तमान अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू हैं।
- अन्य तीनों प्रश्नगत दल राष्ट्रीय राजनीतिक दल हैं।
|
12. आम आदमी पार्टी-
(a) राज्य पार्टी है
(b) राष्ट्रीय पार्टी है
(c) क्षेत्रीय पार्टी है
(d) पंजीकृत पार्टी है
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[65th B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर- (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
- आम आदमी पार्टी एक पंजीकृत राज्य-स्तरीय पार्टी है।
- इसे दिल्ली और पंजाब में राज्य स्तरीय दल का दर्जा प्राप्त है।
- चूंकि सभी राजनीतिक पार्टियों का पंजीकरण होता है, अतः यह पंजीकृत पार्टी भी है।
- अतः विकल्प (e) उपयुक्त उत्तर है।
|
13. ‘इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी’ का संस्थापक कौन था?
(a) आर. श्रीनिवासन
(b) बी.आर. अम्बेडकर
(c) सी. राजगोपालाचारी
(d) लाला लाजपत राय
[U.P. Lower sub. (Pre) 2009]
उत्तर- (b) बी.आर. अम्बेडकर
- इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी की स्थापना डॉ. बी.आर. अम्बेडकर द्वारा 1936 में की गई थी।
|
14. निम्नलिखित में से किन दलों की स्थापना डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने की थी?
1. पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया
2. ऑल इंडिया शिड्यूल्ड कास्ट्स फेडरेशन
3. इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) केवल 2 और 3
- डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने समता सैनिक दल, इंडिपेंडेंट लेबर पार्टी एवं शिड्यूल्ड कॉस्ट फेडरेशन की स्थापना की थी।
- पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया (भारतीय शेतकरी कामगार पक्ष) की स्थापना महाराष्ट्र में 1947 में की गई थी।
- यह एक मार्क्सवादी राजनीतिक पार्टी थी। जबकि वर्कर्स एंड पीजेंट्स पार्टी की स्थापना बंगाल में 1 नवंबर, 1925 को की गई।
- काजी नजरूल इस्लाम, हेमंत सरकार, कुतुबुद्दीन अहमद और शमशुद्दीन हुसैन इसके संस्थापक सदस्य थे।
- इस पार्टी ने 1925 से 1929 के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अंतर्गत कार्य किया।
|
15. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए कूट से सही उत्तर का चुनाव कीजिए:
सूची-1 (राजनैतिक दल) |
सूची-II (गठन का वर्ष) |
A. सी.पी.आई. |
1. 1972 |
B. सी.पी.एम. |
2. 1925 |
C. ए.आई.ए.डी.एम.के. |
3. 1964 |
D. तेलगूदेशम |
4. 1982 |
कूट :
A, B, C, D
(a) 2, 3, 1, 4
(b) 3, 2, 4, 1
(c) 1, 2, 3, 4
(d) 4, 1, 3, 2
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (a) 2, 3, 1, 4
- सही सुमेलन इस प्रकार है :
-
सूची-1 (राजनैतिक दल) |
सूची-II (गठन का वर्ष) |
सी.पी.आई. |
1925* |
सी.पी.एम. |
1964 |
ए.आई.ए.डी.एम.के. |
1972 |
तेलगूदेशम |
1982 |
- *नोट: एम.एन. राय, अवनी मुखर्जी आदि ने 1920 में ताशकंद में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की स्थापना की थी, जबकि भारत में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (जो कि वर्तमान सी.पी.आई. है) की स्थापना 1925 में कानपुर में हुए साम्यवादी नेताओं के सम्मेलन में सिंगारवेलु चेट्टियार, एस.वी. घाटे, मुजफ्फर अहमद आदि के नेतृत्व में हुई थी।
- इस प्रकार वर्तमान में भारत में राजनीतिक रूप से सक्रिय सी.पी.आई. (जिसे राष्ट्रीय राजनैतिक दल का दर्जा प्राप्त है) का स्थापना वर्ष 1925 है, तथापि प्रश्नगत वर्षों के संदर्भ में विकल्प (a) को इस प्रश्न का उत्तर माना जा सकता है।
|
16. भारतीय साम्यवादी दल का विभाजन दो दलों सी.पी.आई. और सी.पी.आई.एम. में किस वर्ष में हुआ था?
(a) 1962
(b) 1964
(c) 1966
(d) 1969
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (b) 1964
- भारतीय साम्यवादी दल (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया) का विभाजन ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया’ (CPI) और ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी’ (CPI-M) में 1964 में कोलकाता में हुए सातवें पार्टी सम्मेलन में हुआ था।
|
17. निम्नलिखित में से कौन-से दल संयुक्त मोर्चा का, जो 1996-97 के दौरान सत्ता में था, भाग नहीं थे?
- बहुजन समाज पार्ट
- समता पार्टी
- हरियाणा विकास पार्ट
- असम गण परिषद
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) 1, 2, 3 और 4
(b) 1, 2 और 3
(c) 3 और 4
(d) 1 और 2
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (b) 1, 2 और 3
- बहुजन समाज पार्टी, समता पार्टी एवं हरियाणा विकास पार्टी 1996- 97 के दौरान संयुक्त मोर्चा सरकार के अंग नहीं थे।
|
18. नीचे किसी राजनीतिक दल द्वारा लोक सभा के लगातार तीन निर्वाचन में प्राप्त मतों की प्रतिशतता दी गई है –
वर्ष |
1984 |
1989 |
1991 |
मतों की प्रतिशतता |
7.4 |
11.4 |
22.4 |
जिस दल ने मतों की उपर्युक्त प्रतिशतता प्राप्त की, वह था-
(a) कांग्रेस (आई)
(b) बहुजन समाज पार्टी
(c) भारतीय जनता पार्टी
(d) भारतीय साम्यवादी दल (मार्क्सवादी)
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) भारतीय जनता पार्टी
- प्रश्नगत आरोही क्रम का यह मत प्रतिशत दिए गए निर्वाचनों में भारतीय जनता पार्टी को प्राप्त मत प्रतिशतता के लगभग समकक्ष है।
|
19. नीचे कुछ राजनैतिक दल तथा 13वीं लोक सभा के निर्वाचन में उनके द्वारा जीते गए स्थानों की सूची दी गई है। उनमें से कौन सुमेलित नहीं है?
(a) सी.पी.एम. – 32
(b) टी.डी.पी. – 30
(c) बी.जे.डी. – 10
(d) बी.एस.पी. – 14
[U.P.P.C.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (b) टी.डी.पी. – 30
- तेरहवीं लोक सभा में T.D.P. के पास 29 सीटें थीं। अतः विकल्प (b) सुमेलित नहीं है।
(1) C.P.M. – 13वीं – 32, 17वीं – 3
(2) T.D.P. – 13वीं – 29, 17वीं – 3
(3) B.S.P. – 13वीं – 14, 17वीं – 10
(4) B.J.D. – 13वीं – 10, 17वीं – 12
|
20. निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (A): भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली साझा सरकार के अभिशासन के लिए राष्ट्रीय एजेंडा में कुछ नीति निर्देशन, कुछ वायदे और कुछ मार्गदर्शक सिद्धांत समाहित हैं।
कारण (R): वह बहुत सी चीजों की वृहद विस्तार में चर्चा करता है।
उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक सही उत्तर है?
(a) दोनों (A) और (R) सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) दोनों (A) और (R) सही हैं, परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर- (b) दोनों (A) और (R) सही हैं, परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
- वर्तमान समय में भारत में साझा सरकारों का दौर चल रहा है, चूंकि इस प्रकार की सरकार में कई दल शामिल होते हैं, इसलिए सभी दलों की भावनाओं को ध्यान में रखकर एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाया जाता है और उसी के अनुरूप सरकार को चलाने का प्रयास किया जाता है।
- इस प्रकार (A) और (R) दोनों सही हैं किंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
|
21. किस राज्य में क्षेत्रीय दल सत्ता में नहीं है?
(a) तमिलनाडु
(b) आंध्र प्रदेश
(c) जम्मू एवं कश्मीर
(d) केरल
[M.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) केरल
- केरल में लगातार कांग्रेस अथवा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्सवादी के नेतृत्व में सरकार का गठन होता रहा है।
- ये दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां हैं।
- तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में सामान्यतः क्षेत्रीय दल ही सत्ता में रहे हैं।
- जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के तहत 31 अक्टूबर, 2019 से तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य को दो संघ राज्यक्षेत्रों नामतः जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित कर दिया गया है।
|
22. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं, जिनमें से एक को कथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है-
कथन (A): भारत के केंद्रीय लोक सभा और राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचन में सदस्यों का बहुमत पाने वाले राजनैतिक दल ही सरकार बनाते रहे हैं न कि मतों का बहुमत पाने वाले।
कारण (R): बहुमत प्रणाली पर आधारित निर्वाचनों में प्राप्त मतों की आपेक्षिक बहुलता के आधार पर ही परिणाम का निर्णय होता है।
ऊपर के दो वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही पर (R) गलत है।
(d) (A) गलत है पर (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
- प्रश्नगत कथन और कारण दोनों सही है तथा कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।
- कम मत प्रतिशत के बावजूद सदस्यों के आपेक्षिक बहुलता के आधार पर जीत जाने के कारण ही सरकार बनाने वाले दल का मत प्रतिशत कम रह जाता है।
|
23. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं, जिनमें एक को कथन (A) कहा गया है और दूसरे को कारण (R) कहा गया है-
कथन (A): संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं के लिए तैंतीस प्रतिशत सीटों के आरक्षण के लिए संविधान संशोधन की आवश्यकता नहीं है।
कारण (R): चुनाव लड़ने वाले राजनैतिक दल, बिना किसी संविधान संशोधन के जितनी सीटों पर वे चुनाव लड़ रहे हैं, उसके तैंतीस प्रतिशत को, महिलाओं के लिए नियत कर सकते हैं।
ऊपर के दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की व्याख्या है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
- संविधान के अनुच्छेद 330 से 334 तक लोक सभा और राज्य विधानसभाओं में कुछ विशेष वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान करते हैं, जिसमें महिलाएं नहीं हैं, अतः संविधान में संशोधन कर महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जा सकता है।
- स्पष्ट है कि कथन गलत है, कारण सही है।
|
24. कथन (A): भारत में स्थायी दलीय व्यवस्था नहीं है।
कारण (R): अत्यधिक संख्या में राजनीतिक दल हैं।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर अपना उत्तर चुनिए :
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2000, U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2004, U.P.P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर- (b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
- भारतीय लोकतंत्र अभी संक्रमण काल से गुजर रहा है।
- यहां पर अभी जातिवाद एवं क्षेत्रीयतावाद पूरी तरह हावी है।
- अतः विभिन्न स्वार्थों की पूर्ति के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों का गठन क्षेत्रीय नेताओं के द्वारा कर लिया जाता है।
- किंतु मात्र यही कारण नहीं है जिसकी वजह से भारत में स्थायी दलीय व्यवस्था का विकास नहीं हो पाया।
- इसके अन्य सामाजिक-आर्थिक कारण भी हैं।
|
25. निम्नलिखित में से दलीय व्यवस्था किस एक व्यापक व्यवस्था का अंग है?
(a) सामाजिक व्यवस्था
(b) आर्थिक व्यवस्था
(c) राजनीतिक व्यवस्था
(d) अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था
[M.P. P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (c) राजनीतिक व्यवस्था
- दलीय व्यवस्था, राजनीतिक व्यवस्था का अंग हैं।
- दलीय व्यवस्था के द्वारा ही लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्थाओं में सत्ता का गठन एवं सरकार का संचालन किया जाता है।
|
26. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए और नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कथन (A): भारत में लिखित संविधान है।
कारण (R): शक्तिशाली क्षेत्रीय दलों का विकास क्षेत्रीय आकांक्षाओं का संकेतक है।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015]
उत्तर- (b) (A) और (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
- भारत का संविधान एक लिखित संविधान है। अतः कथन (A) सही है।
- इसके अलावा क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पूर्ति हेतु ही शक्तिशाली क्षेत्रीय दलों का विकास होता है।
- ये क्षेत्रीय दल उस क्षेत्र विशेष की समस्याओं के समाधान तथा सुविधाओं की वृद्धि की बात करते हैं, जिससे उस क्षेत्र के जनमत का झुकाव उनकी तरफ हो जाता है।
- अतः कारण (R) मी सही है। किंतु कारण (R), कथन (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
|
27. निम्नलिखित में से किसे एक दबाव समूह माना जा सकता है?
(a) लोक सभा के सदस्य
(b) पंचायत के सदस्य
(c) मंत्रिमंडल के सदस्य
(d) मजदूर संघ के सदस्य
[M.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) मजदूर संघ के सदस्य
- मजदूर संघ के सदस्य को दबाव समूह माना जा सकता है।
- जब कोई संगठन अपने सदस्यों के हितों की पूर्ति के लिए राजनीतिक सत्ता को प्रभावित करता है और हितों की पूर्ति के लिए दबाव बनाता है, तो उस संगठन को दबाव समूह कहते हैं।
- इसे हित समूह, अनौपचारिक संगठन आदि भी कहते हैं।
- इसमें मजदूर संघ, किसान संगठन, महिला संगठन, व्यापारी संगठन, विद्यार्थी संगठन आदि को शामिल किया जा सकता है।
|
28. आंतरिक दलीय लोकतंत्र का उपयोग होता है-
(a) ऐसी सरकार के लिए जो कई दलों द्वारा साझा कार्यक्रम के साथ गठित हो।
(b) ऐसे दल के लिए जो शासन गठित करने वाले दल अथवा दलों से निकटतम हो।
(c) दल का आंतरिक चुनाव जो दल के पदाधिकारियों के चयन हेतु समय-समय पर हों।
(d) शासन की गोपनीयता जो शासन में साझेदारी करने वाले दलों के बीच में हो।
[U.P. Lower Sub (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर- (c) दल का आंतरिक चुनाव जो दल के पदाधिकारियों के चयन हेतु समय-समय पर हों।
- आंतरिक दलीय लोकतंत्र राजनीतिक दलों के आंतरिक चुनाव के लिए प्रयुक्त होता है, जो दल के पदाधिकारियों के चयन हेतु समय-समय पर हों।
|
29. निम्नलिखित में से किस विद्वान ने स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षों की भारत की दलीय व्यवस्था का एकदलीय प्रभुत्ववाली व्यवस्था के रूप में वर्णन किया?
(a) माइरन वीनर
(b) रजनी कोठारी
(c) ऑस्टिन
(d) भीखू पारीख
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) रजनी कोठारी
- रजनी कोठारी ने स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षों की भारत की दलीय व्यवस्था को एकदलीय प्रभुत्ववाली व्यवस्था के रूप में वर्णन किया है।
- रजनी कोठारी प्रसिद्ध शिक्षाविद, लेखक और राजनीतिक सिद्धांतकार थे।
- इन्होंने सी.एस.डी.एस. (विकासशील समाज अध्ययन पीठ) और ‘लोकायन’ संस्था की स्थापना की थी।
|
30. दल-बदल निरोधक अधिनियम जिस तिथि को अधिनियमित हुआ, वह कौन-सी थी?
(a) 17 फरवरी, 1985
(b) 15 फरवरी, 1985
(c) 30 मार्च, 1985
(d) 21 अप्रैल, 1985
[U.P. P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) 15 फरवरी, 1985
- दल-बदल निरोधक अधिनियम (52वां संविधान संशोधन अधिनियम) हेतु विधेयक लोक सभा द्वारा 30 जनवरी, 1985 तथा राज्य सभा द्वारा 31 जनवरी, 1985 को पारित हुआ तथा 15 फरवरी, 1985 को राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के साथ यह अधिनियमित हुआ था।
- यह अधिनियम 1 मार्च, 1985 से लागू है।
- इसके द्वारा संविधान के अनुच्छेद 101, 102, 190 तथा 191 में संशोधन करके तथा संविधान में दसवीं अनुसूची को जोड़कर दल-बदल को रोकने का प्रावधान किया गया।
|
31. निम्नांकित में से कौन एक दल-बदल कानून निरोध में आच्छादित नहीं है?
(a) किसी दल में एक साथ पूर्ण दल-बदला
(b) किसी दल में विभिन्न चरणों में बड़े पैमाने पर दल-बदल।
(c) एक साथ लघु दल-बदल।
(d) संसद में दल के सदस्यों द्वारा सरकार को बचाने या गिराने के लिए मतदान करना।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (b) किसी दल में विभिन्न चरणों में बड़े पैमाने पर दल-बदल।
- भारतीय संविधान में 52वें संविधान संशोधन (1985) द्वारा दसवीं अनुसूची के तहत दल-बदल के आधार पर निरर्हता संबंधी उपबंध किए गए हैं।
- इसमें किसी दल में एक साथ पूर्ण दल-बदल, एक साथ लघु दल-बदल एवं दल के प्राधिकृत व्यक्ति के निदेश के विरुद्ध मतदान करने संबंधी प्रावधान हैं।
- इसके तहत भारत में प्रथम बार राजनीतिक दलों को संवैधानिक मान्यता प्रदान की गई।
- इस कानून के तहत किसी दल में विभिन्न चरणों में बड़े पैमाने पर दल-बदल की परिस्थिति का उल्लेख नहीं है।
|
32. भारत में एक राजनीतिक दल का विलय दूसरे राजनीतिक दल में, निम्नांकित में से किस स्थिति में मान्य होता है?
(a) जब विधान दल के कम-से-कम एक-तिहाई सदस्य ऐसे विलय के लिए सहमत हो गए हों।
(b) जब विधान दल के कम-से-कम आधे सदस्य ऐसे विलय के लिए सहमत हो गए हों।
(c) जब विधान दल के कम-से-कम दो-तिहाई सदस्य ऐसे विलय के लिए सहमत हो गए हों।
(d) जब विधान दल के कम-से-कम तीन-चौथाई सदस्य ऐसे विलय के लिए सहमत हो गए हों।
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (c) जब विधान दल के कम-से-कम दो-तिहाई सदस्य ऐसे विलय के लिए सहमत हो गए हों।
- 52वें संविधान संशोधन अधिनियम से संविधान में जोड़ी गई 10वीं अनुसूची के पैरा 4 के उपपैरा (2) के प्रावधान के अनुसार, भारत में एक राजनीतिक दल का विलय दूसरे राजनीतिक दल में मान्य तब होगा, जब उसके विधान दल के कम-से-कम दो-तिहाई सदस्य ऐसे विलय के लिए सहमत हो गए हों।
|
33. निम्नांकित में से दल-बदल विरोधी विधेयक के संबंध में क्या सत्य नहीं है?
(a) एक सांसद या विधायक अनर्ह ठहराया जाएगा, यदि उसने उस दल की सदस्यता स्वेच्छापूर्वक त्याग दी हो जिससे वह संबंधित था।
(b) किसी सदस्य के सदन में किसी विशेष मुद्दे पर होने वाले मतदान से अनुपस्थिति बनाए रखने पर उस सांसद या विधायक को अनर्ह ठहराया जाएगा।
(c) किसी सदस्य को अनर्ह नहीं ठहराया जाएगा, यदि राजनीतिक दलों का समावेश होता है।
(d) लोक सभा के सभापति को अनर्ह नहीं ठहराया जाएगा, यदि वह बाद में किसी अन्य राजनीतिक दल का सदस्य बन जाता है।
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) लोक सभा के सभापति को अनर्ह नहीं ठहराया जाएगा, यदि वह बाद में किसी अन्य राजनीतिक दल का सदस्य बन जाता है।
- दसवीं अनुसूची में सम्मिलित दल-बदल विरोधी कानून के प्रावधानों के तहत पैरा 5 के अनुसार, लोक सभा अध्यक्ष (या लोक सभा का उपाध्यक्ष या राज्य सभा का उप सभापति अथवा राज्य विधानमंडल के किसी सदन का अध्यक्ष या उपाध्यक्ष) निर्वाचन से ठीक पहले जिस राजनीतिक दल का सदस्य होता है, वह यदि अपनी सदस्यता स्वेच्छा से छोड़ देता है और उसके बाद जब तक पद धारण किए रहता है तब तक उस राजनीतिक दल में पुनः सम्मिलित नहीं होता या किसी दूसरे राजनीतिक दल का सदस्य नहीं बनता है अथवा ऐसे पद पर न रह जाने के पश्चात वह अपने मूल राजनीतिक दल में पुनः सम्मिलित हो जाता है, तो उसे अनर्ह नहीं ठहराया जाएगा।
- परंतु यदि वह किसी अन्य राजनीतिक दल का सदस्य बन जाता है, तो उसे अनर्ह ठहराया जा सकता है।
- अतः विकल्प (d) सत्य नहीं है।
|
34. दल परिवर्तन विरोधी विधि को किस राज्य में 1979 में ही अधिनियमित कर दिया गया था?
(a) केरल
(b) जम्मू एवं कश्मीर
(c) पश्चिम बंगाल
(d) तमिलनाडु
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (b) जम्मू एवं कश्मीर
- तत्कालीन जम्मू एवं कश्मीर राज्य में सितंबर, 1979 में दल-बदल को रोकने के लिए एक विधि को अधिनियमित किया गया था।
- इस कानून के अनुसार, यदि विधानसभा / विधान परिषद का कोई सदस्य अपनी पार्टी को, जिसके टिकट पर वह निर्वाचित हुआ है, छोड़ता है तो वह विधानसभा/विधान परिषद का सदस्य नहीं रहेगा।
- इस कानून के अनुसार, यदि कोई सदस्य किसी विषय पर पार्टी द्वारा दिए गए निर्देश या व्हिप के विरुद्ध सदन में मत देता है या पार्टी के आदेश का उल्लंघन करता है या बिना पूर्व-स्वीकृति के अनुपस्थित रहता है, तो उसकी सदस्यता समाप्त हो जाएगी।
|
35. नीचे दी हुई सारणी पर ध्यान दीजिए जिसमें दिसंबर, 1994 में कर्नाटक राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचन के परिणामों के कुछ विवरण प्रस्तुत हैं –
राजनीतिक दल |
जनता से प्राप्त मतों का प्रतिशत |
प्राप्त सीटों की संख्या |
जनता दल |
36 |
116 |
कांग्रेस |
31 |
35 |
भारतीय जनता पार्टी |
20.4 |
40 |
मतदान विश्लेषण के लिए मतदाता सीट की अनुपातहीनता को समझने के लिए किस पद्धति के अपनाने को इसका कारण माना जाएगा?
(a) हेयर पद्धति
(b) संचयी मतदान पद्धति
(c) फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट सिस्टम
(d) बहुल मतदान पद्धति
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (c) फर्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट सिस्टम
- वह पद्धति जिसमें सर्वाधिक प्राप्त मतों के आधार पर निर्वाचित माना जाता है अर्थात कुल वैध मतों के प्रतिशत मत का महत्व नहीं होता, उसे फर्स्ट पास्ट-द-पोस्ट सिस्टम कहते हैं।
- भारत में राज्य विधानसभाओं एवं लोक सभा के निर्वाचन में यही पद्धति प्रचलित है।
|
36. लोक सभा के अध्यक्ष द्वारा आधिकारिक तौर पर एक राजनीतिक दल अथवा राजनीतिक दलों के गठबंधन को विपक्ष की मान्यता देने हेतु कम से कम होने चाहिए :
(a) 55 सदस्य
(b) 60 सदस्य
(c) 80 सदस्य
(d) लोक सभा की कुल सदस्यता का 1/3
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (a) 55 सदस्य
- लोक सभा के अध्यक्ष द्वारा विपक्ष के नेता की मान्यता हेतु लोक सभा की कुल सदस्य संख्या 543 का न्यूनतम 10% अर्थात 54.3 या 54 सदस्य संबंधित पार्टी का होना चाहिए।
- विगत दो आम चुनावों में किसी भी विपक्षी पार्टी को अकेले लोक सभा में इतनी सीटें नहीं मिल सकी हैं, यही कारण है कि मई, 2014 में 16वीं लोक सभा के गठन के समय से ही लोक सभा में विपक्ष के नेता का पद रिक्त है।
|
37. किस राज्य में साम्यवादी दलों ने संयुक्त रूप से ‘भू-पोर्तम’ आंदोलन चलाया है?
(a) आंध्र प्रदेश
(b) तमिलनाडु
(c) कर्नाटक
(d) केरल
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (a) आंध्र प्रदेश
- आंध्र प्रदेश में साम्यवादी दलों ने संयुक्त रूप से ‘भू-पोर्तम’ आंदोलन चलाया।
- साम्यवादी दलों का आरोप था कि कांग्रेस ने सरकार में आने पर गरीबों को भूमि तथा घर देने का अपना वादा नहीं निभाया।
- साम्यवादी दलों ने भूमि के लिए अपने इस संघर्ष को भू-पोर्तम का नाम दिया था।
|
38. निम्नलिखित में से कौन-सा वर्ग भारत में कम्युनिस्ट पार्टी के सामाजिक आधार में सम्मिलित नहीं है?
(a) कृषि और औद्योगिक क्षेत्र के मजदूर
(b) व्यापारी वर्ग
(c) शिक्षित वर्ग
(d) युवा वर्ग
[M.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) व्यापारी वर्ग
- व्यापारी वर्ग भारत में कम्युनिस्ट पार्टी के सामाजिक आधार में सम्मिलित नहीं है।
- कम्युनिस्ट पार्टी पूंजीवाद का विरोध करती है, जबकि व्यापारी वर्ग कहीं-न-कहीं पूंजीवाद का समर्थक होता है।
- अतः यह वर्ग इस पार्टी का सामाजिक आधार नहीं बनाता है।
|
39. ‘कामराज योजना’ का उद्देश्य था-
(a) समाजवादी आदर्श समाज स्थापित करना
(b) तमिलनाडु का औद्योगिक विकास
(c) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को जीवन्त बनाना
(d) सहकारी कृषि का संवर्धन
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (c) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को जीवन्त बनाना
- 1963 में कामराज योजना, कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष के. कामराज द्वारा तैयार की गई थी।
- यह योजना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को जीवन्त बनाने एवं राष्ट्रीय विकास के योगदान में वृद्धि हेतु तैयार की गई।
|
40. चुनावी बॉण्ड योजना, 2018 के बारे में निम्न कथनों पर विचार करें-
(A) राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना इस योजना का उद्देश्य है।
(B) चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त केवल वही राजनीतिक दल चुनावी बॉण्ड प्राप्त कर सकेंगे, जिन्होंने पिछले लोक सभा या राज्य की विधानसभा के चुनावों में न्यूनतम दो प्रतिशत मत प्राप्त किए हैं।
(C) चुनावी बॉण्ड जारी होने की तिथि से पंद्रह कैलेंडर दिवस तक वैध रहेंगे।
(D) पात्र राजनीतिक दल द्वारा अपने खाते में जमा कराए गए चुनावी बॉण्ड का भुगतान उसी दिन किया जाएगा।
उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) केवल (A) और (B)
(b) केवल (A), (B) और (C)
(c) केवल (B), (C) और (D)
(d) केवल (A), (C) और (D)
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) केवल (A), (C) और (D)
- 2 जनवरी, 2018 को केंद्र सरकार ने चुनावी बॉण्ड योजना की अधिसूचना जारी की थी।
- वित्त मंत्री ने वर्ष 2017-18 के बजट भाषण में देश में राजनीतिक दलों को मिलने वाली फंडिंग को पारदर्शी बनाने के लिए चुनावी बॉण्ड जारी करने की घोषणा की थी।
- इस योजना के तहत चुनावी बॉण्ड के माध्यम से निर्वाचन आयोग के पास पंजीकृत केवल वही राजनीतिक दल ही चंदा ले सकेंगे, जिन्होंने पिछले लोक सभा या विधानसभा चुनाव में कम-से-कम एक प्रतिशत मत प्राप्त किए हैं।
- चुनावी बॉण्ड जारी होने के बाद पंद्रह दिनों तक वैध रहेंगे।
- राजनीतिक दल चुनावी बॉण्ड को अपने खाते में जमा करके उसी दिन भुगतान प्राप्त कर सकते हैं, जिसकी सूचना निर्वाचन आयोग को देनी होगी।
|