1. तिब्बत के पठार की समुद्र तल से औसत ऊंचाई है-
(a) 2 किमी.
(b) 3 किमी.
(c) 4 किमी.
(d) 5 किमी.
[I.A.S. (Pre) 1994, U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) 5 किमी.
- तिब्बत पठार (Tibetan Plateau) को किंघाई तिब्बत (Qinghai-Ti- betan) पठार के नाम से भी जाना जाता है।
- इसके पश्चिमी भाग को चांग तांग (Chang Tang) कहते हैं।
- इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 2.5 मिलियन वर्ग किमी. तथा औसत ऊंचाई लगभग 4500 मीटर (4.5) किमी.) से अधिक है।
- अतः निकटतम उत्तर विकल्प (d) सही है।
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2. दक्षिणी अमेरिका में ‘खनिजों का भंडार’ जो क्षेत्र है, वह है-
(a) ब्राजील का पठार
(b) बोलीविया का पठार
(c) पैटागोनिया का पठार
(d) ओरीनीको बेसिन
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) पैटागोनिया का पठार
- दक्षिणी अमेरिका में खनिजों का भंडार पैटागोनिया के पठार को कहा जाता है।
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3. पठार पर स्थित नगर है-
(a) बुखारेस्ट
(b) मैड्रिड
(c) जामनगर
(d) सिंगापुर
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) मैड्रिड
- आइबेरियन प्रायद्वीप में स्थित यूरोपीय देश स्पेन के अधिकांश भाग पर ‘मेसेटा पठार’ विस्तृत है।
- स्पेन की राजधानी मैड्रिड (Madrid) इसी पठार पर स्थित है।
- विकल्प में दिए गए अन्य नगरों की ऊंचाइयां (लगभग) इस प्रकार हैं- बुखारेस्ट (दम्बोविटा नदी के किनारे, रोमानिया)- 55.8 मी. जामनगर (गुजरात)-20 मी. सिंगापुर (दक्षिण पूर्व एशिया देश)-15 मी.
- नोट-उपर्युक्त सभी ऊंचाइयां समुद्र तल से हैं।
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4. ‘संसार की छत’ (Roof of the World) किसे कहते हैं?
(a) अरावली
(b) सतपुड़ा
(c) पामीर
(d) म्यांमार
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (c) पामीर
- ‘संसार की छत’ पामीर पठार को कहा जाता है।
- मध्य एशिया की दक्षिणी सीमा पामीर पठार द्वारा ही निर्धारित होती है।
- यह कई पर्वतों का मिलन बिंदु है।
- तिब्बत के पठार हेतु भी ‘संसार की छत’ का प्रयोग किया जाता है।
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5. निम्न में से कौन-सा सबसे बड़ा पठार है?
(a) कोकोनिनो
(b) एक्वेरियस
(c) कोलोराडो
(d) कोलम्बिया
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (c) कोलोराडो
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पठार |
क्षेत्रफल (लगभग) |
कोकोनिनो |
5000 वर्ग मील |
एक्वेरियस |
900 वर्ग मील |
कोलोराडो |
150580 वर्ग मील |
कोलम्बिया |
105633 वर्ग मील |
- उपर्युक्त क्षेत्रफल के आधार पर स्पष्ट है कि दिए गए विकल्पों में सबसे बड़ा पठार कोलोराडो पठार है, जबकि विश्व का सबसे बड़ा (Largest) पठार, तिब्बत का पठार (Tibetan Plateau) है।
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6. टेलीग्राफिक पठार हिस्सा है –
(a) उत्तर एटलांटिक कटक का
(b) दक्षिण एटलांटिक कटक का
(c) हिंद महासागर कटक का
(d) इनमें से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) उत्तर एटलांटिक कटक का
- टेलीग्राफिक पठार वस्तुतः एक हाइड्रोग्राफिक मिथक है।
- 19वीं शताब्दी के मध्य में अमेरिकी समुद्र विज्ञानी मैथ्यू फोंटेन मौरी (Matthew Fontaine Maury) ने समुद्री गहराइयों का चार्ट तैयार करने के दौरान यह नोट किया कि उत्तर अटलांटिक (एटलांटिक) महासागर में मध्य का भाग उथला है, जिसे उसने समुद्रीय टेलीग्राफ केबल बिछाने के लिए उपयुक्त मानते हुए ‘टेलीग्राफिक पठार’ का नाम दिया।
- उसके अनुसार, यह पठार अटलांटिक महासागर में न्यूफाउंडलैंड से आयरलैंड तक विस्तारित था।
- वर्ष 1925-27 के दौरान जर्मनी के अनुसंधान पोत ‘मीटिओर’ (Meteor) द्वारा संग्रहित आंकड़ों के आधार पर वैज्ञानिकों ने यह माना कि वास्तव में यह पठार एक सतत कटक है, जो कि अटलांटिक महासागर बेसिन में आगे तक विस्तारित है।
- बाद के अध्ययनों के आधार पर इसे मध्य-अटलांटिक कटक (Mid-Atlantic Ridge) का नाम दिया गया।
- मध्य-अटलांटिक कटक के उत्तरी भाग को डॉल्फिन कटक (Dolphin Ridge) के नाम से जाना जाता है, जो कि उत्तर में एक विस्तृत पठार (पूर्व नाम-टेलीग्राफिक पठार) के रूप में है।
- इस प्रकार टेलीग्राफिक कटक को मध्य-अटलांटिक कटक के उत्तरी भाग अर्थात उत्तर अटलांटिक कटक का हिस्सा मानना ही उचित है।
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7. निम्नलिखित में से कौन-सा समूहन सही नहीं है?
(a) टेलीग्राफ पठार हिंद महासागर
(b) कोको कटक प्रशांत महासागर
(c) वैल्विस कटक अंध महासागर
(d) अगुल्हास बेसिन हिंद महासागर
[M.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) टेलीग्राफ पठार हिंद महासागर