1. निम्न वक्तव्यों पर विचार कीजिए तथा सही उत्तर का चयन नीचे दिए कूट से कीजिए:
कथन (A): हिमालय से निकलने वाली सभी नदियां सतत वाहिनी हैं।
कारण (R): हिमालय अपनी वर्षा का अधिकांश दक्षिणी-पश्चिमी मानसून से प्राप्त करता है।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
- हिमालय से निकलने वाली सभी नदियां सतत वाहिनी हैं, इसका प्रमुख कारण इन नदियों के उद्गम स्रोत का हिमानियों में स्थित होना है।
- हिमालय अपनी वर्षा का अधिकांश भाग दक्षिण-पश्चिम मानसून से ही प्राप्त करता है।
- अतः कथन एवं कारण दोनों सत्य हैं, परंतु कारण, कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
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2. निम्न वक्तव्यों पर विचार कर सही उत्तर का चयन कीजिए:
कथन (A): हिमालय से निकलने वाली नदियां सतत वाहिनी हैं।
कारण (R): हिमालयी नदियों का उद्गम स्रोत हिमानियों में स्थित है।
(a) (A) गलत है और (R) सही है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की पुष्टि करता है।
(c) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की पुष्टि नहीं करता है।
(d) (A) सही और (R) गलत है।
[R.A.S./R.T.S. (Re-Pre) 2013]
उत्तर- (b) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की पुष्टि करता है।
- हिमालय से निकलने वाली सभी नदियां सतत वाहिनी हैं, इसका प्रमुख कारण इन नदियों के उद्गम स्रोत का हिमानियों में स्थित होना है।
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3. हिमालय की रचना समांतर वलय श्रेणियों से हुई है, जिसमें से प्राचीनतम श्रेणी है-
(a) शिवालिक श्रेणी
(b) निम्न हिमालय
(c) वृहत हिमालय श्रेणी
(d) धौलाधर श्रेणी
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) वृहत हिमालय श्रेणी
- उपर्युक्त विकल्पों के अनुसार वृहत, हिमालय सबसे प्राचीनतम श्रेणी (ओलिगोसीन युग- 25-40 मिलियन वर्ष पूर्व) है, उसके पश्चात लघु हिमालय श्रेणी (मध्य मायोसीन-14 मिलियन वर्ष पूर्व) है तथा शिवालिक सबसे नवीनतम (प्लायोसीन युग 5-1.7 मिलियन वर्ष पूर्व) है।
- वृहत, लघु एवं शिवालिक हिमालय श्रेणियों का उत्थान टर्शियरी काल के विभिन्न युगों में हुआ है।
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4. यदि हिमालय पर्वत-श्रेणियां नहीं होतीं, तो भारत पर सर्वाधिक संभाव्य भौगोलिक प्रभाव क्या होता?
1. देश के अधिकांश भाग में साइबेरिया से आने वाली शीत लहरों का अनुभव होता।
2. सिंधु-गंगा मैदान इतनी सुविस्तृत जलोढ़ मृदा से वंचित होता।
3. मानसून का प्रतिरूप वर्तमान प्रतिरूप से भिन्न होता।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- यदि हिमालय पर्वत-श्रेणियां नहीं होतीं, तो भारत के अधिकांश नाग में साइबेरिया से आने वाली शीत लहरों का अनुभव होता, सिंधु-गंगा मैदान इतनी सुविस्तृत जलोढ़ मृदा से बंचित होता तथा मानसूत का प्रतिरूप वर्तमान प्रतिरूप से मिन्न होता।
- हिमालय पर्वत मातसून पवनों को रोककर उपमहाद्वीप में वर्षा का कारण बनता है।
- साथ ही हिमालय क्षेत्र से प्रवाहित होने वाली सिंधु, गंगा एवं उनकी सहायक नदियां अपरदन एवं निक्षेपण के द्वारा जलोढ़ मैदान का निर्माण करती हैं।
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5. उत्तर भारत में उप हिमालय क्षेत्र के सहारे फैले समतल मैदान को कहा जाता है-
(a) तराई
(b) दून
(c) खादर
(d) भाबर
[U.P.P.C.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (d) भाबर
- उप हिमालय क्षेत्र के गिरिपद क्षेत्र में पश्चिम में सिंधु से पूर्व में तीस्ता के बीच फैले समतल मैदान को भाबर कहा जाता है।
- यह सामान्यतया 8 से 16 किलोमीटर चौड़ी हिमालयी नदियों द्वारा अचानक ढाल भंग होने के कारण शिवालिक के गिरिषद क्षेत्र में की गई कंकड़ और बजरी के जमावों से निर्मित मेखला है।
- अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
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6. हिमालय का पर्वत पदीय प्रदेश है-
(a) ट्रांस-हिमालय
(b) शिवालिक
(c) वृहत हिमालय
(d) जरावली
[43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]
उत्तर- (b) शिवालिक
- हिमालय का पर्वत पदीय प्रदेश शिवालिक श्रेणी के दक्षिणी भाग पर स्थित है।
- ये हिमालय की सबसे दक्षिणी श्रेणियां हैं। शिवालिक के उत्तरी ढालों तथा लघु हिमालय के दक्षिणी ढालों के मध्य अनेक चौरस तल वाली संरचनात्मक घाटियां स्थित हैं।
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7. शिवालिक श्रेणी का निर्माण हुआ-
(a) इयोजोइक में
(b) पैलियोजोइक में
(c) मेसोजोइक में
(d) सेनोजोइक में
[42nd B.P.S.C. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) सेनोजोइक में
- शिवालिक या बाहा हिमालय का निर्माण आज से लगभग 5-1.7 मिलियन वर्ष पूर्व प्लायोसीन (Pliocene) अर्थात सेनोजोइक युग में हुआ।
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8. कुमाऊं हिमालय निम्नलिखित में किन नदियों के बीच स्थित है?
(a) सिंधु और सतलज
(b) काली और तिस्ता
(c) सतलज और काली
(d) तिस्ता और ब्रह्मपुत्र
[U.P.R.O./A.R.O. (Re Exam) (Pre) 2016]
उत्तर- (c) सतलज और काली
- कुमाऊ हिमालय सतलज (सतलुज) और काली नदियों के बीच स्थित है।
- सियु और सतलज (सताज) नदियों के बीच स्थित हिमालय के माग करे पंजाब हिमालय, काली और तिस्ता नदियों के बीच स्थित हिमालय के भान को नेपाल हिमालय तथा तिस्ता और दिहांग नदियों के बीच स्थित हिमालय के माग को असम हिमालय के नाम से जाना जाता है।
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9. ‘शिवालिक शैल समूह के दक्षिण में भावर क्षेत्र उदाहरण है-
(a) मध्यभूमि स्थिति का
(b) अंतरा पर्वतीय स्थिति का
(c) निरिषद की स्थिति का
(d) अनुसमुद्री स्थिति का
[U.P.P.C.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) निरिषद की स्थिति का
- माबर मैदान (Bhabar Plain) शिवालिक के गिरिचद क्षेत्र के पश्चिम में सिंधु से पूरच में तीस्ता के बीच फैला हुआ है।
- 8-16 किमी. चौड़ाई में इस मैदान का निर्माण केकड़ बजरी के जमाव से हुखा है।
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10. जब जाप हिमालय की यात्रा करेंगे, तो आप निम्नलिखित को देखेंगे-
1. गहरे खङ्ग
2. U घुमाव वाले नदी-वार्ग
3. समानांतर पर्वत श्रेणियां
4. भूस्खलन के लिए उत्तरदायी तीव्र दाल प्रवणता
उपर्युक्त में से कौन-से हिमालय के तरुण दलित पर्वत (नवीन मोड़दार पर्वत) के राज्य कड़े जा सकते हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 1,2 और 4
(c) केवल 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S (Pre) 2012]
उत्तर- (d) 1, 2, 3 और 4
- उपर्युक्त सभी हिमालय के नवीन वलित पर्वत के साक्ष्य कसे जा सकते हैं।
- गहरे खडु, U घुमाव (U-turn) वाले नदी मार्ग, समानांतर पर्वत श्रेणिया एवं मूस्खलन के लिए उत्तरदायी तीव्र दाल प्रवणता जैसे लक्षण हिमालय पर सरलता से देखे जा सकते हैं। पर सरलता से देखे जा सकते हैं।
- नवीन मोड़दार पर्वतों में ये भू-आकृतिक लक्षण प्रमुख स्थान रखते हैं।
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11. नीचे दिए हुए जम्मू और कश्मीर के मानचित्र की जांच कीजिए-
1, 2, 3 और 4 से अंकित पर्वत-श्रेणियां क्रमशः हैं-
(a) लद्दाख, जास्कर, काराकोरम और पीर पंजाल
(b) काराकोरम, पीर पंजाल, जास्कर और लद्दाख
(c) काराकोरम, लद्दाख, जास्कर, पीर पंजाल
(d) लद्दाख, पीर पंजाल, काराकोरम और जास्कर
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (c) काराकोरम, लद्दाख, जास्कर, पीर पंजाल
- जम्मू और कश्मीर (31 अक्टूबर, 2019 से पूर्व का) के दिए गए उपर्युक्त मानचित्र की 1, 2, 3 और 4 से अंकित पर्वत-श्रेणियां क्रमशः इस प्रकार हैं-
- काराकोरम श्रेणी
- लद्दाख श्रेणी
- जास्कर श्रेणी
- पीर पंजाल
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12. लघु हिमालय स्थित है, मध्य में-
(a) ट्रांस हिमालय और महान हिमालय
(b) शिवालिक और महान हिमालय
(c) ट्रांस हिमालय और शिवालिक
(d) शिवालिक और बाह्य हिमालय
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (b) शिवालिक और महान हिमालय
- लघु हिमालय, शिवालिक तथा महान हिमालय के मध्य स्थित है।
- हिमालय का अनुदैर्ध्य विभाजन उत्तर से दक्षिण की ओर इस प्रकार है-
- ट्रांस हिमालय
- महान हिमालय
- लघु हिमालय
- शिवालिक हिमालय
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13. पश्चिमी भाग में हिमालय की श्रेणियों का दक्षिण से उत्तर की ओर निम्नांकित में से कौन-सा क्रम सही है?
(a) महान हिमालय – लघु हिमालय – शिवालिक
(b) शिवालिक – लघु हिमालय – महान हिमालय
(c) लघु हिमालय – महान हिमालय – शिवालिक
(d) शिवालिक – महान हिमालय – लघु हिमालय
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (b) शिवालिक – लघु हिमालय – महान हिमालय
- पश्चिमी भाग में हिमालय की श्रेणियों में सबसे दक्षिण में शिवालिक श्रेणी है।
- उसके बाद उत्तर की ओर क्रमशः लघु या मध्य हिमालय एवं महान हिमालय हैं।
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14. निम्नलिखित में से कौन सबसे नवीन पर्वत श्रेणी है?
(a) विंध्य
(b) अरावली
(c) शिवालिक
(d) अन्नामलाई
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) शिवालिक
- भारत में सबसे नवीन पर्वत श्रेणी शिवालिक है, जो कि नवीन वलित पर्वत का उदाहरण है।
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15. अधोलिखित उच्चावच आकृतियों पर ध्यान दीजिए-
1. जास्कर पर्वत श्रृंखला
2. धौलाधर पर्वत श्रृंखला
3. लद्दाख पर्वत श्रृंखला
4. काराकोरम पर्वत श्रृंखला
उपरोक्त उच्चावच आकृतियों का दक्षिण से उत्तर की ओर बढ़ते हुए सही क्रम बताइए-
(a) 2, 1, 3, 4
(b) 2, 3, 4, 1
(c) 4, 3, 2, 1
(d) 4, 2, 1, 3
[Jharkhand P.C.S (Pre.), 2013]
उत्तर- (a) 2, 1, 3, 4
- दक्षिण से उत्तर की ओर क्रमशः घौलाघर, जास्कर, लद्दाख और काराकोरम स्थित हैं।
- काराकोरम, लद्दाख और जास्कर श्रेणियां ट्रांस हिमालय क्षेत्र से संबंधित हैं, जबकि धौलाधर पर्वत श्रृंखला लघु या मध्य हिमालय श्रेणी में स्थित है।
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16. निम्नलिखित में से उत्तर दिशा की ओर के क्रम वाली पर्वत श्रेणी कौन-सी है?
(a) जास्कर पर्वत श्रेणी, पीर पंजाल पर्वत श्रेणी, लद्दाख पर्वत श्रेणी, काराकोरम पर्वत श्रेणी
(b) पीर पंजाल पर्वत श्रेणी, जास्कर पर्वत श्रेणी, लद्दाख पर्वत श्रेणी, काराकोरम पर्वत श्रेणी
(c) काराकोरम पर्वत श्रेणी, लद्दाख पर्वत श्रेणी, जास्कर पर्वत श्रेणी, पीर पंजाल पर्वत श्रेणी
(d) पीर पंजाल पर्वत श्रेणी, लद्दाख पर्वत श्रेणी, जास्कर पर्वत श्रेणी, काराकोरम पर्वत श्रेणी
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) पीर पंजाल पर्वत श्रेणी, जास्कर पर्वत श्रेणी, लद्दाख पर्वत श्रेणी, काराकोरम पर्वत श्रेणी
- दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर स्थित पर्वत श्रेणियां क्रमशः पीर पंजाल, जास्कर, लद्दाख तथा काराकोरम हैं।
- पीर पंजाल पर्वत श्रेणी मध्य हिमालय के क्षेत्र में स्थित है, जबकि अन्य पर्वत श्रेणियां ट्रांस हिमालय क्षेत्र से संबंधित हैं।
- अतः स्पष्ट है कि विकल्प (b) सही उत्तर है।
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17. निम्नलिखित समूहों में कौन-सा पूर्व से पश्चिम की ओर पर्वत शिखरों का सही क्रम है?
(a) एवरेस्ट, कंचनजंगा, अन्नपूर्णा, धौलागिरि
(b) कंचनजंगा, एवरेस्ट, अन्नपूर्णा, धौलागिरि
(c) कंचनजंगा, धौलागिरि, अन्नपूर्णा, एवरेस्ट
(d) एवरेस्ट, कंचनजंगा, धौलागिरि, अन्नपूर्णा
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) कंचनजंगा, एवरेस्ट, अन्नपूर्णा, धौलागिरि
- उपर्युक्त पर्वत शिखरों का पूर्व से पश्चिम की ओर सही क्रम इस प्रकार है –
- कंचनजंगा
- एवरेस्ट
- अन्नपूर्णा
- धौलागिरि
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18. उत्पत्ति की दृष्टि से निम्न पर्वत श्रेणियों में से सबसे नवीनतम कौन- सी है?
(a) अजंता श्रेणी
(b) पालकोंडा श्रेणी
(c) कैमूर पर्वत
(d) पटकोई श्रेणियां
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (d) पटकोई श्रेणियां
- पटकोई श्रेणी हिमालय श्रेणियों में स्थित है, जिसका निर्माण टर्शियरी युग में हुआ।
- शेष सभी दक्षिण और मध्य भारत में स्थित हैं, जो प्रायद्वीपीय पठार का भाग है।
- चूंकि प्रायद्वीपीय पठार भारत का सर्वाधिक प्राचीनतम भूखंड है।
- अतः उपर्युक्त में सबसे नवीनतम पर्वत श्रेणी पटकोई (पटकाई) श्रेणी है।
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19. निम्नलिखित राज्यों में से कौन-सा पटकाई पहाड़ियों से संलग्न नहीं है?
(a) नगालैंड
(b) त्रिपुरा
(c) मणिपुर
(d) मिजोरम
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (b) त्रिपुरा
- पटकाई पहाड़ियां असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम एवं नगालैंड से संलग्न हैं।
- त्रिपुरा राज्य पटकाई पहाड़ियों से संलग्न नहीं है।
- मिजो पहाड़ियां त्रिपुरा से संलग्न हैं।
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20. पीर पंजाल श्रेणी पाई जाती है-
(a) अरुणाचल प्रदेश में
(b) जम्मू एवं कश्मीर में
(c) पंजाब में
(d) उत्तराखंड में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (b) जम्मू एवं कश्मीर में
- पीर पंजाल श्रेणी मध्य हिमालय में अवस्थित है, यह हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर (अविभाजित) में दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम तक विस्तारित है।
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21. ‘अटल टनल’ से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए। उनमें कौन-सा/से सही है/हैं?
1. इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन द्वारा किया गया है।
2. यह मनाली और लाहौल स्पीती घाटी को जोड़ती है।
3. यह हिमालय के पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के मध्य स्थित है।
4. यह भारत के लिए सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए।
कूट :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 2 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर- (d) 1, 2, 3 और 4
- 9.02 किमी. लंबी अटल टनल हिमालय के पूर्वी पीर-पंजाल श्रृंखला में स्थित है।
- यह पूरे वर्ष मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़कर रखती है।
- इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन द्वारा किया गया है तथा यह भारत के लिए सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। वर्ष 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस टनल की पहुंच सड़क की आधारशिला रखी थी।
- 3 अक्टूबर, 2020 को रोहतांग (हिमाचल प्रदेश) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘अटल टनल’ का उद्घाटन किया।
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22. अटल सुरंग, रोहतांग, हिमाचल प्रदेश की लंबाई कितनी है?
(a) 8.02 किमी.
(b) 9.02 किमी.
(c) 10.02 किमी.
(d) 11.02 किमी.
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[67th B.P.S.C. (Pre) 2022]
उत्तर- (b) 9.02 किमी.
- 9.02 किमी. लंबी अटल टनल हिमालय के पूर्वी पीर-पंजाल श्रृंखला में स्थित है।
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23. किन दो पर्वत श्रेणियों के मध्य कश्मीर घाटी स्थित है?
(a) लद्दाख व जस्कर
(b) वृहत् हिमालय व पीर पंजाल
(c) वृहत् हिमालय व जस्कर
(d) काराकोरम व लद्दाख
[M.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) वृहत् हिमालय व पीर पंजाल
- भारत के जम्मू और कश्मीर (31 अक्टूबर, 2019 से केंद्रशासित प्रदेश) में स्थित कश्मीर घाटी उत्तर-पूर्व में वृहत्-हिमालय और दक्षिण-पश्चिम में पीर पंजाल श्रेणी के बीच स्थित है।
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24. निम्नलिखित में कौन अक्साई चिन का भाग है?
(a) काराकोरम श्रेणी
(b) शिवालिक श्रेणी
(c) कश्मीर घाटी
(d) लद्दाख पठार
[U.P.P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (d) लद्दाख पठार
- अक्साई चिन (Aksai Chin) की अवस्थिति भारत, चीन और पाकिस्तान की सीमाओं के सम्मिलन संधि स्थल पर है।
- इस भारतीय भू-भाग पर वर्ष 1962 के युद्ध में चीन ने कब्जा कर लिया था।
- तब से यह भारत-चीन के मध्य सीमा विवाद का क्षेत्र है।
- लद्दाख पठार अक्साई चिन क्षेत्र में ही अवस्थित है।
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25. ग्रेट हिमालय की ऊंचाई क्या है?
(a) 8850 मी.ए.एस.एल.
(b) 8815 मी.ए.एस.एल.
(c) 8890 मी.ए.एस.एल.
(d) 8860 मी.ए.एस.एल.
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) 8850 मी.ए.एस.एल.
- महान (ग्रेट) हिमालय की औसत ऊंचाई 6000 मी. है, जबकि इसकी सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई सागर तल से ऊपर 8848 मी. (लगभग 8850 मी.) है।
- नेपाल एवं चीन ने माउंट एवरेस्ट की आधिकारिक ऊंचाई 8848.86 मी. घोषित किया है।
- अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।
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26. हिमाचल पर्यायवाची है-
(a) महान हिमालय का
(b) मध्य हिमालय का
(c) शिवालिक का
(d) ट्रांस हिमालय का
[U.P.P.C.S. (SpL.) (Mains) 2008]
उत्तर- (b) मध्य हिमालय का
- हिमाचल उपर्युक्त में से मध्य हिमालय का पर्यायवाची है।
- मध्य अथवा लघु हिमालय श्रेणी को महाभारत श्रेणी अथवा हिमाचल हिमालय के नाम से भी जाना जाता है।
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27. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारत में, हिमालय केवल पांच राज्यों में फैला हुआ है।
2. पश्चिमी घाट केवल पांच राज्यों में फैले हुए हैं।
3. पुलिकट झील केवल दो राज्यों में फैली हुई है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा / से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3
(d) केवल 1 और 3
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) केवल 3
- भारत के प्रमुख हिमालयी राज्य / केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, (31 अक्टूबर, 2019 से) हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा हैं।
- इनके अलावा असम और पश्चिम बंगाल के पहाड़ी क्षेत्र भी इसके अंतर्गत आते हैं।
- अतः हिमालय का पांच से अधिक राज्यों में विस्तार है।
- पश्चिमी घाट गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु एवं केरल राज्यों में फैला हुआ है।
- इस प्रकार इसका विस्तार छः राज्यों में है।
- पुलिकट भारत का दूसरा सबसे बड़ा (चिल्का के बाद) लैगून है।
- इसका विस्तार तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश में है।
- व्याख्यानुसार कथन (1) एवं (2) गलत हैं, जबकि कथन (3) सही है।
- अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।
|
28. हिमालय पर्वत श्रेणियां निम्नलिखित में से किस राज्य का हिस्सा नहीं हैं?
(a) उत्तराखंड
(b) उत्तर प्रदेश
(c) सिक्किम
(d) हिमाचल प्रदेश
[M.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) उत्तर प्रदेश
- भारत के प्रमुख हिमालयी राज्य / केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, (31 अक्टूबर, 2019 से) हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम एवं त्रिपुरा हैं।
|
29. भारत में निम्नलिखित में से कौन-सी श्रेणी नवीनतम है?
(a) अरावली
(b) विंध्याचल श्रेणी
(c) हिमालय श्रेणी
(d) पूर्वी घाट
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (c) हिमालय श्रेणी
- हिमालय श्रेणी नवीन वलित पर्वत का उदाहरण है तथा यह दिए गए विकल्पों में नवीनतम श्रेणी है।
- वहीं अरावली पर्वत श्रृंखला भारत में सर्वाधिक प्राचीन पर्वत श्रृंखला है।
- महान हिमालय को हिमाद्री श्रेणी भी कहा जाता है।
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30. नीचे दो कथन दिए गए हैं जिनमें एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है।
कथन (A): भारत में सर्वाधिक सघनता वाला भूकंपीय क्षेत्र हिमालय क्षेत्र में स्थित है।
कारण (R): हिमालय में कई अनुदैर्ध्य उत्क्रम क्षेत्र अवस्थित हैं।
कूट :
(a) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(b) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं, परंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) गलत है।
(d) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
- भारत में सर्वाधिक सघनता वाला भूकंपीय क्षेत्र हिमालय क्षेत्र में स्थित है।
- इस क्षेत्र का अधिकांश भाग भूकंपीय क्षेत्र (Seismic zone) IV एवं V में आता है।
- इस क्षेत्र के अंतर्गत भारत के पूर्वोत्तर भारत, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के क्षेत्र शामिल हैं।
- तथा भारत में इन्हीं क्षेत्रों में हिमालय का विस्तार है।
- अतः कथन (A) सही है। हिमालय में कई अनुदैर्ध्य उत्क्रम (Thrust) एवं भ्रंश/ दरार (Fault) पाए जाते हैं।
- दक्षिण से उत्तर बढ़ने पर ‘मेन फ्रंटल थस्ट’ (Main Frontal Thrust: MFT) मिलता है।
- MFT एवं MBT (Main Boundary Fault) के मध्य उप-हिमालय (शिवालिक) का विस्तार है।
- MBT एवं MCT (Main Central Thrust) के मध्य लघु हिमालय का विस्तार है।
- इसके ऊपर वृहद् हिमालय जिसे CCZ (Central Crystalline Zone) भी कहा जाता है, का विस्तार है।
- MCT के ऊपर ‘HHC’ (Higher Himalayan Crystallines) स्थित है।
- तिब्बत हिमालय (टेथियन) HHC एवं STDS (South Tibetan Detachment System) के मध्य अवस्थित है।
- इसके उत्तर में सिंधु-सांग्पो सिचर क्षेत्र (Indus-Tsangpo Suture Zone: ITSZ) अवस्थित है।
- ITSZ के उत्तर में ट्रांस हिमालय है। इन उत्क्रम क्षेत्रों की अवस्थिति एवं हिमालय भौगोलिक संरचना के कारण यह भारत का सर्वाधिक सघनता वाला भूकंपीय क्षेत्र बन जाता है।
- इस क्षेत्र में प्लेटों के संचालन के कारण यह भूकंप प्रवण क्षेत्र है।
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31. मणिपुर पहाड़ियों से घिरा ‘इंफाल बेसिन’ एक सुंदर उदाहरण है
(a) सरोवरीय मैदान का
(b) लोयस मैदान का
(c) हिमनदीय मैदान का
(d) जलोढ़ मैदान का
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) सरोवरीय मैदान का
- पूर्व में किसी झील के अस्तित्व के कारण तलछट जमाव से निर्मित मैदान सरोवरीय मैदान कहलाता है।
- कश्मीर घाटी एवं इंफाल बेसिन इसके उत्तम उदाहरण हैं।
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32. हिमालय पर्वत श्रेणी के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1. मुख्य हिमालय की परतदार चट्टानें जीवाश्म हीन हैं।
2. लघु हिमालय की परतदार चट्टानों में समुद्री जीव-जंतुओं के जीवाश्म मिलते हैं।
3. बाह्य हिमालय या शिवालिक हिमालय में मानव सभ्यता के अवशेष मिले हैं।
नीचे दिए हुए कूट में से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3 सही हैं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (b) केवल 2 और 3
- मुख्य हिमालय की परतदार चट्टानें जीवाश्म हीन नहीं हैं।
- अतः कथन 1 असत्य है।
- बाह्य हिमालय या शिवालिक हिमालय में स्थित लघु हिमालय की परतदार चट्टानों में समुद्री जीव-जंतुओंके जीवाश्म मिलते हैं।
- बुर्जहोम एवं गुफकराल में मानव सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
- इस प्रकार कथन 2 एवं 3 सही हैं।
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33. हिमालय के किस भाग पर ‘करेवा’ भू-आकृति पाई जाती है?
(a) उत्तर-पूर्वी हिमालय
(b) पूर्वी हिमालय
(c) हिमाचल उत्तराखंड हिमालय
(d) कश्मीर हिमालय
[M.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) कश्मीर हिमालय
- हिमालय के कश्मीर हिमालय भाग पर ‘करेवा’ भू-आकृति पाई जाती है।
- ये तलछट निक्षेप के रूप में पाए जाते हैं। यह क्षेत्र जाफरान (केसर) की खेती के लिए प्रसिद्ध है।
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34. कैलाश पर्वत निम्न में से किस क्षेत्र में अवस्थित है?
(a) सिक्किम
(b) तिब्बत
(c) नेपाल
(d) उत्तराखंड
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (b) तिब्बत
- कैलाश पर्वत तिब्बत (चीन) क्षेत्र में अवस्थित है।
- यह हिंदू धर्म में पवित्र तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता है।
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35. निम्नलिखित पर्वत श्रृंखलाओं में से कौन-सी हिमालय पर्वत श्रेणी में अवस्थित है?
1. चो ओऊ
2. ल्होत्से
3. अन्नामलाई
4. सिरुमाली
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए
कूट :
(a) केवल 1, 2 तथा 3
(b) केवल 1 तथा 2
(c) केवल 2, 3 तथा 4
(d) केवल 3 तथा 4
[U.P.P.C.S. (Pre) 2022]
उत्तर- (b) केवल 1 तथा 2
- चो ओऊ (चोयू) एवं ल्होत्से हिमालय पर्वत श्रेणी में अवस्थित पर्वत श्रृंखला है, जबकि अन्नामलाई एवं सिरुमाली दक्षिण भारत की पर्वत श्रेणियां हैं।
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