1. मार्ले-मिंटो सुधार बिल किस वर्ष में पारित किया गया?
(a) 1905
(b) 1909
(c) 1911
(d) 1920
[U.P P.C.S. (Pre) 199]
उत्तर- (b) 1909
- 1905 में, लॉर्ड मिंटो ने लॉर्ड कर्जन से भारत के शासक के रूप में पदभार संभाला और जॉन मॉर्ले को भारत के सचिव के रूप में चुना गया।
- उनके द्वारा किये गये बदलावों को मॉर्ले-मिंटो सुधार के नाम से जाना जाता है।
- 1909 का भारतीय परिषद अधिनियम, जिसे आमतौर पर मॉर्ले-मिंटो सुधार के रूप में जाना जाता है, भारत में ब्रिटिश सरकार का एक कानून था जिसने भारतीयों को अपनी सरकार पर थोड़ा अधिक नियंत्रण रखने की अनुमति दी थी।
- विधेयक को लेकर बड़ी असहमति यह थी कि इसने मुसलमानों को अपनी अलग मतदान प्रणाली दी।
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2. 1909 के इंडियन काउंसिल एक्ट में किस बात की व्यवस्था की गई थी?
(a) द्वैध शासन प्रणाली
(b) सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व
(c) संघीय व्यवस्था
(d) प्रांतीय स्वायत्तता
[U.P P.C.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (b) सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व
- 1909 के मॉर्ले-मिंटो अधिनियम में मुसलमानों के लिए “अलग निर्वाचन क्षेत्र” प्रणाली के प्रस्ताव में एक बड़ी खामी थी, जिसका अर्थ था कि उन्हें केवल अन्य मुसलमानों द्वारा चुना जा सकता था, सामान्य आबादी द्वारा नहीं।
- इससे मुस्लिम समुदाय और शेष भारत के बीच विभाजन पैदा हो गया, जिससे राष्ट्रीय एकता को बहुत नुकसान हुआ।
- गांधी जी ने कहा कि मॉर्ले-मिंटो सुधारों ने बहुत विनाश किया।
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3. राष्ट्रीय आंदोलन की अवधि में जिस घटना में मतभेद के बीज थे और वह जिसने अंततः देश का विभाजन कराया-
(a) वर्ष 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना
(b) वर्ष 1905 में बंगाल का विभाजन
(c) गांधीजी द्वारा खिलाफत आंदोलन को समर्थन
(d) विधानसभाओं में मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्रों और स्थानों का आरक्षण
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001, U.P P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर- (d) विधानसभाओं में मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्रों और स्थानों का आरक्षण
- मिंटो-मॉर्ले सुधारों ने मुसलमानों को अपना चुनावी समूह दिया, जिसका भारतीय राजनीति पर बड़ा प्रभाव पड़ा।
- यह पहली बार था जब मुस्लिम आबादी को भारतीय राष्ट्र के एक अलग हिस्से के रूप में देखा गया, जिससे “हिंदू-मुस्लिम वैमनस्य” शुरू हुआ जिसके कारण अंततः भारत और पाकिस्तान विभाजित हो गए।
- मुसलमानों को अपने स्वयं के मतदान जिले दिए गए थे और केवल मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को अपने प्रतिनिधि चुनने की अनुमति थी।
- मॉर्ले-मिंटो सुधारों के साथ स्वीकार किए गए इस सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व को 1919 के भारत सरकार अधिनियम के साथ बरकरार रखा गया और इसे और भी मजबूत बनाया गया।
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4. राजेंद्र प्रसाद ने किसे पाकिस्तान का जन्मदाता माना है?
(a) मुहम्मद जिन्ना
(b) लॉर्ड माउंटबेटेन
(c) लॉर्ड मिंटो
(d) लियाकत अली खान
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C (Pre.) 2017]
उत्तर- (c) लॉर्ड मिंटो
- लॉर्ड मिंटो 1909 के मिंटो-मॉर्ले सुधारों में शामिल थे, जिसने भारत में धार्मिक समूहों के आधार पर एक चुनावी प्रणाली स्थापित की, जिसके कारण अंततः भारत और पाकिस्तान अलग हो गए।
- राजेंद्र प्रसाद उन्हें पाकिस्तान का संस्थापक मानते थे।
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