1.मराठों के उत्कर्ष का निम्न में कौन-सा कारण सही है?
(a) धार्मिक चेतना
(b) भौगोलिक सुरक्षा
(c) राजनैतिक जागृति
(d) उच्च नेतृत्व शक्ति
(e) उपर्युक्त सभी
[U.P. P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (e) उपर्युक्त सभी
- मराठों का उदय ,क्षेत्र में रहने वाले लोगों की एकता और भावना के साथ-साथ महाराष्ट्र की भौगोलिक परिस्थितियों के कारण हुआ।
- शिवाजी जैसी शख्सियतों के मजबूत नेतृत्व ने भी मराठा शक्ति के विकास में मदद की।
- इन सभी कारकों ने मिलकर मराठों के उत्थान के लिए उत्तम परिस्थितियाँ तैयार कीं।
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2. शिवाजी ने मुगलों को किस युद्ध में हराया था?
(a) पुरंदर
(b) रायगढ़
(c) सलहार
(d) शिवनेर
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) सलहार
- 1672 में सलहेर में मुगलों के खिलाफ लड़ाई में शिवाजी ने जीत हासिल की।
- उनका जन्म 1627 या 1630 में शिवनेर किले में हुआ था और 1674 में उन्हें “छत्रपति” का ताज पहनाया गया था।
- 1680 में 50 या 53 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
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3.वह कौन सेनानायक था, जिसे बीजापुर के सुल्तान ने 1659 में शिवाजी को दबाने के लिए भेजा था?
(a) इनायत खां
(b) अफजल खां
(c) शाइस्ता खां
(d) सैयद बांदा
[U.P. P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (b) अफजल खां
- 1659 में बीजापुर के सुल्तान ने अफजल खान नाम के एक भरोसेमंद नेता को शिवाजी के खिलाफ लड़ने के लिए भेजा।
- हालाँकि, शिवाजी चतुर थे और उसे मारने में कामयाब रहे।
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4.शिवाजी मुगलों की कैद से भागने के समय कौन से नगर में कैद थे?
(a) ग्वालियर
(b) आगरा
(c) दिल्ली
(d) कानपुर
[M.P. P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (b) आगरा
- 1666 में औरंगजेब ने शिवाजी को आगरा के जयपुर भवन में बंदी बना लिया था।
- वह मुगलों की गिरफ्त से भागने में सफल रहे। इसलिए, विकल्प (बी) सही उत्तर है।
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5. शिवाजी की राजधानी कहां पर थी?
(a) रायगढ़
(b) सतारा
(c) पुरंदर
(d) तंजौर
[U.P. P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (a) रायगढ़
- 1674 में शिवाजी को छत्रपति की उपाधि दी गई और रायगढ़ को अपनी राजधानी बनाया।
- बनारस के प्रसिद्ध विद्वान गंगा भट्ट ने उनका राजतिलक किया और उन्हें क्षत्रिय घोषित किया।
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6. शिवाजी के गुरु का नाम क्या था?
(a) रामदास
(b) तुकाराम
(c) वामन पंडित
(d) गाग भट्ट
[M.P.P.C.S (Pre) 2016]
उत्तर- (a) रामदास
- समर्थ रामदास शिवाजी के गुरु थे और उन्हें उनकी पुस्तक ‘दासबोध’ के लिए याद किया जाता है जो अद्वैत वेदांत पर आधारित है।
- उन्होंने ‘शिवस्तुति’ नामक कविता लिखी जो राजा शिवाजी के सम्मान में थी
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7. छत्रपति शिवाजी से संबंधित निम्नलिखित घटनाओं को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए।
I. चाकन के किले पर विजय
II. अफजल खां का प्रकरण
III. मुगलों से मतभेद का प्रारंभ
IV. सूरत पर आक्रमण तथा लूटना
कूट :
(a) I, III, II, IV
(b) I, II, III, IV
(c) II, IV, III, I
(d) II, III, I, IV
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर- (a) I, III, II, IV
- यह घटनाओं की समयरेखा है: अफ़ज़ल खान प्रकरण 1659 में हुआ, मुगलों के साथ लड़ाई 1657 में शुरू हुई, उन्होंने 1648 में फोर्ट चाकन की लड़ाई जीती, और 1664 में सूरत पर हमला किया गया और लूट लिया गया।
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8. अष्ट प्रधान नाम की मंत्रिपरिषद थी-
(a) गुप्त प्रशासन में
(b) बोल प्रशासन में
(c) विजयनगर प्रशासन में
(d) मराठा प्रशासन में
[I.A.S. (Pre) 1996, U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (d) मराठा प्रशासन में
शिवाजी ने मराठा सरकार में आठ महत्वपूर्ण लोगों का एक समूह बनाया, जिन्हें अष्टप्रधान कहा जाता था। ये आठ लोग पेशवा, पंडित राव, सुमंत, अमात्य, मंत्री, सचिव, सेनापति, न्यायाधीश के नाम से जाने जाते थे।
(i) पेशवा – राजा के प्रधान मंत्री
(ii) अमात्य या मजूमदार – वित्त और राजस्व मंत्री
(iii) वकियानवीस/मंत्री – आंतरिक मामलों के प्रबंधन, विशेष रूप से खुफिया और जासूसी।
(iv) सचिव/सर्वनाविस-सभी पत्राचार के लिए जिम्मेदार।
(v) सुमंत/दबीर – विदेश मंत्री
(vi) सेनापति/सर-ए-नौबत – सेना की नियुक्तियों, संगठन और खाद्य आपूर्ति का रखरखाव।
(vii) पंडित राव- महायाजक
(viii) न्यायधीश- मुख्य न्यायाधीश |
9.कथन (A): राज्य के मामले में शिवाजी एक मंत्रिपरिषद से परामर्श लेते थे।
कारण (R): प्रत्येक मंत्री अपने विभाग का स्वतंत्र प्रभार रखता था।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- शासन में शिवाजी की सहायता के लिए आठ बड़े अधिकारी या मंत्री थे। वे एक मंत्रिपरिषद की तरह कार्य नहीं करते थे। प्रत्येक मंत्री अपने-अपने विभाग का प्रधान था और यह शिवाजी की इच्छा पर निर्भर करता था कि वह उनसे पृथक-पृथक अथवा सम्मिलित रूप से सलाह लें। उनकी सलाह को मानने के लिए भी शिवाजी बाध्य नहीं थे। ये अष्ट (आठ) प्रधान वस्तुतः शिवाजी के सचिवों की भांति कार्य करते थे। शिवाजी द्वारा दिए गए आदेशों का पालन करना और विस्तृत रूप से शासन की देखभाल करना उनका प्रमुख दायित्व था। अतः (A) सही है और (R) गलत है।
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10. निम्नलिखित में से कौन-सी मुद्रा छत्रपति शिवाजी के राज्य में प्रचलित रजत मुद्रा नहीं
(a) रुपया
(b) लारी
(c) टका
(d) रुका
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर- (d) रुका
- छत्रपति शिवाजी के समय में लारी, रूपया और टका चांदी के सिक्के थे और रुका काकतीय राजवंश में इस्तेमाल किया जाने वाला सिक्का था।
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11. शंभाजी के बाद मराठा शासन को निम्नलिखित में से किसने सरल और कारगर बनाया?
(a) राजाराम
(b) बालाजी विश्वनाथ
(c) गंगाबाई
(d) नानाजी देशमुख
[I.A.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (b) बालाजी विश्वनाथ
- संभाजी के बाद बालाजी विश्वनाथ ने मराठा साम्राज्य पर अधिकार कर लिया और उसका प्रबंधन आसान कर दिया।
- नवंबर 1713 न केवल बालाजी के लिए, बल्कि सभी मराठों के लिए एक महत्वपूर्ण तारीख थी, क्योंकि सत्ता छत्रपति से पेशवाओं को हस्तांतरित हो गई थी।
- उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि मुगलों और मराठों के बीच एक अस्थायी समझौता था जिसमें प्रत्येक पक्ष की सीमाएं और अधिकार निर्दिष्ट थे
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12. निम्नलिखित को उनके शासनकाल के क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
(1) बाजीराव
(2) बालाजी बाजीराव
(3) बालाजी विश्वनाथ
(4) माधव राव
कूट :
(a) 4, 3, 1, 2
(b) 1, 2, 3, 4
(c) 3, 1, 2, 4
(d) 2, 1, 3, 4
[U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (c) 3, 1, 2, 4
- बालाजी विश्वनाथ 1713 से 1720 तक शासक रहे।
- शाहू ने बालाजी विश्वनाथ के सबसे बड़े बेटे बाजीराव-प्रथम को पेशवा चुना, जिनका शासन 1720 से 1740 तक था।
- बाजीराव के निधन के बाद बालाजी बाजीराव ने 1740 से 1761 तक शासन किया।
- माधवराव का कार्यकाल 1761 से 1772 तक था।
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13. निम्नलिखित को सही कालानुक्रम में रखें-
(1) छत्रपति शाहूजी
(2) राजाराम
(3) संभाजी
(4) शिवाजी II
कूट :
(a) 3, 2, 1, 4
(b) 3, 2, 4, 1
(c) 2, 3, 1, 4
(d) 1, 2, 3, 4
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (b) 3, 2, 4, 1
- सही कालानुक्रम इस प्रकार है-
संभाजी (1680-1689 ई.) (छत्रपति शिवाजी के ज्येष्ठ पुत्र)
राजाराम (1689-1700 ई.) (शिवाजी के द्वितीय पुत्र)
शिवाजी 11 – (1700-1708 ई.) (राजाराम के पुत्र)
छत्रपति शाहूजी – (1708-1749 ई.) (संभाजी के पुत्र)
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14. कथन (A): 1750 ई. तक मराठा साम्राज्य पेशवा की अध्यक्षता में एक परिसंघ बन गया।
कारण (R): शाहू के उत्तराधिकारी पेशवा की इच्छा पर निर्भर थे।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
- 1740 में बाजीराव की मृत्यु के बाद, शाहू ने बालाजी बाजीराव को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया और पेशवा की उपाधि वंशानुगत रूप से प्राप्त हो गई।
- 1750 में, मराठा राजा और सांगोला के बीच समझौते ने राजा को एक निष्क्रिय व्यक्ति बना दिया और पेशवा मराठा संघ को चलाने के प्रभारी थे।
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15. नीचे दो कथन दिए गए हैं, एक को अभिकथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है।
अभिकथन (A): मुगल साम्राज्य के पतन के बाद मराठा सबसे शक्तिशाली देशज शक्ति के रूप में उभरे।
कारण (R): मराठा पहले शासक थे, जिनके पास एकीकृत भारतीय राष्ट्र की संकल्पना थी।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए।
कूट:
(a) (A) और (R) दोनों सत्य है तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- मुगलों के पतन के बाद, मराठा भारत का सबसे मजबूत समूह था जो अपना स्थान ले सकता था।
- मराठों को महाराष्ट्र के लोगों का समर्थन प्राप्त था और वे सभी मराठा राष्ट्र के रूप में एकजुट थे।
- लेकिन, वे एकीकृत भारत का निर्माण नहीं कर सके, जिसके लिए उनकी सबसे अधिक आलोचना की जाती है।
- इसलिए, कथन (ए) सटीक है लेकिन (आर) गलत है।
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16. औरंगजेब की मृत्यु के समय मराठा नेतृत्व किसके हाथों में था?
(a) शम्माजी
(b) राजाराम
(c) जीजाबाई
(d) ताराबाई
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012, U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2013]
उत्तर- (d) ताराबाई
- राजाराम ने 1689 से 1700 तक शाहू का प्रतिनिधित्व किया और उनके निधन के बाद, ताराबाई ने अपने बेटे शिवाजी-द्वितीय की ओर से मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। औरंगजेब की मृत्यु के समय मराठा नेतृत्व का नियंत्रण ताराबाई के पास था।
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17. निम्नांकित मराठा देवियों में जिसने 1700 ई. से आगे मुगल साम्राज्य के विरुद्ध संघर्ष का नेतृत्व किया, वह कौन थी?
(a) अहिल्याबाई
(b) मुक्ताबाई
(c) ताराबाई
(d) रुक्मिणीबाई
[U.P. P.C.S. (SpL) (Pre) 2008]
उत्तर- (c) ताराबाई
- राजाराम की मृत्यु के बाद उनका पुत्र शिवाजी-द्वितीय, जो अभी बच्चा था, राजा बना।
- राजाराम की विधवा ताराबाई ने संरक्षिका का पद संभाला और वह बहुत बहादुर थी।
- उन्होंने मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और सिंहगढ़, रायगढ़ और सतारा के किले जीते।
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18. सरंजामी प्रथा किससे संबंधित थी?
(a) मराठा भू-राजस्व प्रथा
(b) तालुकदारी प्रथा
(c) कुतुबशाही प्रशासन
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[39 B.P.S.C. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) मराठा भू-राजस्व प्रथा
- सरनज़ामी प्रणाली मराठा काल के दौरान भूमि पर करों से जुड़ी थी।
- इस प्रणाली के तहत दी गई भूमि का उद्देश्य मराठा जागीरदार को आर्थिक रूप से समर्थन देना था।
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19. सुरक्षा के लिए मराठों के राजस्व के दावों को किस नाम से जाना जाता है?
(a) सरदेशमुखी
(b) चौथ
(c) अबवाब
(d) जमादानी
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) चौथ
- मराठों ने उन प्रांतों से, जो मुगल साम्राज्य का हिस्सा थे, अपनी सुरक्षा के भुगतान के रूप में चौथ नामक धन की मांग की।
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20. एक इतिहासकार ने पानीपत की तीसरी लड़ाई को स्वयं देखा, वह कौन था?
(a) खफी खान
(b) काशीराज पंडित
(c) दत्ताजी पिंगले
(d) हरचरणदास
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) काशीराज पंडित
- पानीपत की तीसरी लड़ाई 14 जनवरी 1761 को सदाशिवराव भाऊ के नेतृत्व वाली मराठा सेना और अफगान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली के बीच लड़ी गई थी।
- इस युद्ध में मराठों की हार हुई। इतिहासकार काशीराज पंडित, जिन्होंने युद्ध देखा था, ने बालाजी बाजीराव को बताया कि मराठों ने दो मोती, 22 सोने के सिक्के और अज्ञात मात्रा में चांदी और तांबे को खो दिया था।
- काशीराज पंडित के अनुसार, पानीपत की तीसरी लड़ाई मराठों के लिए एक बड़ी हार थी।
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21. अहमद शाह अब्दाली के भारत पर आक्रमण और पानीपत की तीसरी लड़ाई लड़ने का तात्कालिक कारण क्या था?
(a) वह मराठों द्वारा लाहौर से अपने वायसराय तैमूर शाह के निष्कासन का बदला लेना चाहता था।
(b) उसे जालंधर के कुंठाग्रस्त राज्यपाल आदीन बेग खान ने पंजाब पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया।
(c) वह मुगल प्रशासन को चहार महल (गुजरात, औरंगाबाद, सियालकोट तथा पसरूर) के राजस्व का भुगतान न करने के लिए दंडित करना चाहता था।
(d) वह दिल्ली की सीमाओं तक के पंजाब के सभी उपजाऊ मैदानों को हड़प कर अपने राज्य में विलय करना चाहता था।
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) वह मराठों द्वारा लाहौर से अपने वायसराय तैमूर शाह के निष्कासन का बदला लेना चाहता था।
- अहमद शाह अब्दाली अपने वायसराय तैमूर शाह को लाहौर से बाहर निकालने के लिए मराठों से बदला लेना चाहता था, इसीलिए उसने पानीपत की तीसरी लड़ाई शुरू की।
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22. पानीपत के तीसरे युद्ध में निम्न में से किसने मराठों को हराया था?
(a) अफगानों ने
(b) अंग्रेजों ने
(c) मुगलों ने
(d) रोहिलों ने
[U.P. P.C.S. (Pre) 1993, U.P. P.C.S. (Pre) 1994, Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2009, U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (a) अफगानों ने
- 14 जनवरी 1761 को पानीपत की तीसरी लड़ाई के दौरान सदाशिवराव भाऊ के नेतृत्व में मराठों को अहमद शाह अब्दाली ने हराया था।
- यह लड़ाई मराठों के लिए एक आपदा थी, जैसा कि एक प्रत्यक्षदर्शी इतिहासकार काशीराज पंडित ने इसे “उत्साही” बताया था।
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23. निम्नलिखित में से कौन रुहेला सरदार अहमद शाह अब्दाली का विश्वासपात्र था?
(a) गुलाम कादिर रुहेला
(b) नजीब खान
(c) अली मुहम्मद खां
(d) हफीज रहमत खां
[U.P. P.C.S. (Mains) 2006]
उत्तर- (b) नजीब खान
- जनवरी 1757 में अहमद शाह अब्दाली दिल्ली, मथुरा और आगरा से सामान लेकर दिल्ली पहुंचा।
- अपनी मातृभूमि में वापस जाने से पहले, उन्होंने आलमगीर-द्वितीय को सम्राट, इमादुल्मुल्क को प्रधान मंत्री, नजीब-उद-दौला (नजब खान) को अपना मुख्य एजेंट और साम्राज्य के मीर बख्शी को चुना।
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24. ‘मोडी लिपि’ का प्रयोग किसके विलेखों में किया जाता था?
(a) वोडेयोरों के
(b) जमोरिनों के
(c) होयसलों के
(d) मराठों के
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (d) मराठों के
- मराठों ने, विशेष रूप से राजस्व और प्रशासन के रिकॉर्ड रखने के क्षेत्र में, एक निश्चित प्रकार की लिपि का उपयोग किया जिसे ‘मोदी लिपि’ कहा जाता है।
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