1. निम्नलिखित में से किस स्थान पर अकबर को हुमायूं की मृत्यु की सूचना मिलने पर राजगद्दी पर बैठाया गया था?
(a) काबुल
(b) लाहौर
(c) सरहिंद
(d) कालानौर
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) कालानौर
- जब अकबर को पता चला कि हुमायूँ की दीन-ए-पन्ना पुस्तकालय में सीढ़ियों से गिरने से एक दुखद दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, तो उसे कलानौर में ताज पहनाया गया।
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2.हल्दी घाटी के युद्ध के पीछे अकबर का मुख्य उद्देश्य था-
(a) राणा प्रताप को अपने अधीन लाना
(b) राजपूतों में फूट डालना
(c) मानसिंह की भावना को संतुष्ट करना
(d) साम्राज्यवादी नीति
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (a) राणा प्रताप को अपने अधीन लाना
- अकबर राणा प्रताप पर कब्ज़ा करना चाहता था इसलिए उसने मान सिंह और 5000 सैनिकों को उनके खिलाफ युद्ध के लिए भेजा।
- यह युद्ध 18 जून, 1576 को हुआ और राणा हार गये, अतः वे भागकर अरावली की पहाड़ियों में छिप गये।
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3.हल्दी घाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना के सेनापति कौन थे?
(a) अमर सिंह
(b) मान सिंह
(c) हकीम खान
(d) शक्ति सिंह
[56th to 59th B.P.S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) हकीम खान
- हल्दीघाटी के युद्ध में हकीम खान सूर राणा प्रताप की सेना के नेता थे।
- वह सूर राजवंश के एक पठान खोजकर्ता थे और 18 जून, 1576 को हल्दीघाटी की लड़ाई में 5,000 अफगान लड़ाकों के प्रभारी थे।
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4.अकबर ने सर्वप्रथम वैवाहिक संबंध राजपूतों के जिस गृह से स्थापित किए, वह था-
(a) बुंदेलों से
(b) कछवाहों से
(c) राठौरों से
(d) सिसोदियों से
[U.P. P.C.S. (Pre) 2004]
उत्तर- (b) कछवाहों से
- अकबर ने कछवाहा राजपूतों के साथ गठबंधन किया।
- वह अजमेर की तीर्थयात्रा पर गए और अंबर के राजपूत राज्य से होकर गुजरे।
- आमेर के शासक राजा बिहारी मल (भारमल) अपने राज्य की रक्षा करना चाहते थे इसलिए उन्होंने अपनी बेटी राजकुमारी हरखाबाई (जोधा) का विवाह अकबर से कर दिया।
- अकबर ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और 1562 में शादी कर ली, यह एक राजपूत लड़की के साथ उसकी पहली शादी थी।
- इस कारण राजा भारमल अकबर का शासन स्वीकार करने वाले पहले राजपूत राजा बने।
- अकबर और राजकुमारी हरखाबाई के बेटे, सलीम (बाद में जहाँगीर) का जन्म 30 अगस्त, 1569 को हुआ था।
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5.किस चिश्ती संत के दरगाह पर अकबर दर्शन हेतु अधिक जाता था?
(a) मुइनुद्दीन चिश्ती
(b) शेख नसीमुद्दीन चिराग-देहलवी
(c) कुतुबुद्दीन बाख्तियार काकी
(d) शेख फरीद गंज-ए-शकर
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (a) मुइनुद्दीन चिश्ती
- अकबर ने चिश्ती संप्रदाय का समर्थन करके सूफीवाद के प्रति अपनी भक्ति दिखाई।
- वह उत्सुकता और विनम्रता से धार्मिक पवित्र लोगों से बात करते थे और अक्सर अजमेर में ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती और सीकरी में शेख सलीम चिश्ती की कब्रों पर जाते थे।
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6. निम्नलिखित में से किसे अकबर ने स्वयं मारा था?
(a) अधम खां को
(b) बैरम खां को
(c) बाज बहादुर को
(d) पीर मुहम्मद खां को
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (a) अधम खां को
- 1562 में अकबर ने महम अंगा के पुत्र अधम खान की हत्या कर दी, क्योंकि अकबर के प्रधान मंत्री अतगाह खान की हत्या कर दी गई थी।
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7. राजपूताना के निम्न राज्यों में से किस एक ने अकबर की संप्रभुता स्वयं स्वीकार नहीं की थी?
(a) आमेर (अम्बेर)
(b) मेवाड़
(c) मारवाड़
(d) बीकानेर
[U. P. Lower Sub. (Pre) 2004]
उत्तर- (b) मेवाड़
- मेवाड़ ने अकबर को अपना शासक मानने से इंकार कर दिया। राणा प्रताप ने निधन से पहले लंबे समय तक अकबर के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- उनके पुत्र, राणा अमर सिंह, अंततः 1615 में जहाँगीर के साथ एक संधि के लिए सहमत हुए।
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8.किस राजपूत शासक ने मुगलों के विरुद्ध निरंतर स्वतंत्रता का संघर्ष जारी रखा और समर्पण नहीं किया ?
(a) बीकानेर के राजा रायसिंह
(b) मारवाड़ के राव चंद्रसेन
(c) आमेर के राजा भारमल
(d) मेवाड़ के महाराजा अमर सिंह
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) मारवाड़ के राव चंद्रसेन
- मारवाड़ के राव चंद्रसेन ने 1565 में भाद्राजून में मुगल सेना से लड़ाई की, लेकिन घिरे होने के कारण उन्हें सिवाना भागना पड़ा।
- 1579 में राव ने सोजत पर कब्ज़ा कर लिया।
- अकबर ने उस पर दोबारा हमला किया, लेकिन वह पहाड़ियों की ओर भाग गया और 11 जनवरी 1581 को उसकी मृत्यु हो गई।
- महाराजा राणा प्रताप की तरह ही राव चन्द्रसेन भी आजादी के लिए लड़ते रहे और कभी हार नहीं मानी।
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9. अकबर के साथ युद्ध करने वाली दुर्गावती……….. की रानी थी।
(a) मंडला
(b) मांडू
(c) असीरगढ़
(d) रामगढ़
[M. P. P. C. S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) मंडला
- अकबर ने गोंडवाना पर हमला करने का फैसला किया और बड़ी तोपों के साथ 50,000 सैनिकों का एक समूह भेजा।
- गोंडवाना के शासक वीर नारायण युवा थे और उनकी माता दुर्गावती राज्य की मुखिया थीं।
- उन्होंने गढ़ और मंडला (आधुनिक जबलपुर) के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी लेकिन वह हार गईं।
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10. अबुल फजल की मृत्यु इनमें से किसके कारण हुई?
(a) शहजादा सलीम
(b) अब्दुर रहीम खान-इ-खानां
(c) शहजादा मुराद
(d) शहजादा दानियल
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) शहजादा सलीम
- अबुल फजल की मौत का जिम्मेदार शहजादा सलीम था।
- जब सलीम ने इलाहाबाद में एक अलग शासक की तरह व्यवहार करना शुरू कर दिया और विद्रोह कर दिया, तो अकबर ने 1602 में अबुल फज़ल को दक्कन से आने के लिए कहा।
- वीर सिंह बुंदेला को एक मुगल राजकुमार ने अबुल फज़ल को मारने के लिए नियुक्त किया था जब वह दक्कन से वापस यात्रा कर रहा था।
- इसके बाद जहांगीर ने वीर सिंह बुंदेला को 3000 मनसब इनाम में दिया।
- इससे सिद्ध होता है कि अबुल फजल की मृत्यु में शहजादा सलीम का हाथ था।
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11.निम्न तथ्यों में से कौन तथ्य ऐसा है, जो अकबर को राष्ट्रीय सम्राट सिद्ध करने में सहायक नहीं है-
(a) अकबर ने इस्लाम धर्म को त्याग दिया
(b) प्रशासकीय एकता और कानूनों की एकरूपता
(c) अकबर द्वारा सांस्कृतिक एकता का प्रयत्न
(d) अकबर की धार्मिक नीति
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) अकबर ने इस्लाम धर्म को त्याग दिया
- मध्यकाल में अकबर भारत का पहला नेता था जिसने धार्मिक सहिष्णुता को उच्च स्तर तक बढ़ावा दिया।
- वह देश की राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को समझते थे और जानते थे कि उन्हें धर्म के प्रति एक अलग दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।
- उसकी अधिकांश प्रजा मुस्लिम नहीं थी, इसलिए उसे उनका विश्वास और समर्थन जीतना था ताकि वह भारत पर अपना शासन कायम रख सके।
- इस्लाम के आगमन के बाद से ही धर्म विभाजन का एक स्रोत रहा है, इसलिए अकबर ने धर्म को राजनीति से अलग करके इसे रोकने का प्रयास किया।
- उन्होंने धार्मिक सद्भाव पैदा करने के लिए तीर्थयात्रा कर समाप्त करना, पूजा की स्वतंत्रता देना, गैर-मुसलमानों को नौकरियां देना और मंदिरों के निर्माण की इजाजत देना जैसे काम किए, लेकिन उन्होंने इस्लाम को नहीं छोड़ा।
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12. अकबर की लोकप्रियता के कारण थे-
A. मनसबदारी प्रथा
B. धार्मिक नीति
C. भू-राजस्व व्यवस्था
D. सामाजिक सुधार
(a) A, B सही है
(b) B सही है
(c) C सही है
(d) A, B, C, D सही है
[U.P. P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (d) A, B, C, D सही है
- अकबर को मुगल प्रशासन स्थापित करने के लिए जाना जाता है।
- वह अपनी नीतियों और राजा के रूप में अपनी भूमिका, प्रांतों के संगठन, अपनी कराधान प्रणाली, अपनी वित्तीय रणनीतियों और अपनी सेना को देखने के तरीके के कारण सफल रहे।
- वह हिंदुओं और मुसलमानों के साथ एक जैसा व्यवहार करने वाले पहले मुस्लिम शासक थे और उन्होंने जजिया (तीर्थ यात्रा पर जाने के लिए लगने वाला कर), गुलामी, बाल विवाह और सती (विधवाओं के लिए एक अनुष्ठान) से छुटकारा दिलाया।
- ये सभी अकबर के लोकप्रिय फैसले थे।
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13. निम्नलिखित बादशाहों में से किसको एक ‘प्रबुद्ध निरंकुश’ कहा जा सकता है?
(a) बाबर
(b) हुमायूं
(c) अकबर
(d) औरंगजेब
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (c) अकबर
- अकबर एक उत्कृष्ट शासक था जिसका राज्य उत्तर में बंगाल से अफगानिस्तान तक और दक्षिण में कश्मीर से गोदावरी तक फैला हुआ था।
- वह एक न्यायप्रिय शासक था और उसका अपने साम्राज्य पर पूर्ण नियंत्रण था।
- यही कारण है कि उन्हें इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ और फ्रेडरिक द ग्रेट की तरह एक ‘प्रबुद्ध निरंकुश’ माना जाता है, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि कानून के समक्ष सभी के साथ समान व्यवहार किया जाए।
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14.निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिए तथा उनको कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए-
1. अम्बेर की राजकुमारी से अकबर का विवाह
2. तुकारोई का युद्ध
3. मालवा पर मुगल आक्रमण
4. उड़ीसा पर कररानी की विजय
कूट :
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) 1,2,3 और 4
(b) 2,1,4 और 3
(c) 2,4,3 और 1
(d) 3,1,4 और 2
[U.P.R.O/A.R.O. (Mains) 2021]
उत्तर- (d) 3,1,4 और 2
- प्रश्नगत घटनाओं का काल इस प्रकार है-
1. अम्बेर की राजकुमारी का अकबर से विवाह 1562 ई.
2. तुकारोई का युद्ध 1575 ई.
3. मालवा पर मुगल आक्रमण 1561 ई.
4. उड़ीसा पर कररानी की विजय 1568 ई.
अतः सही कालक्रम (3,1,4,2) विकल्प (d) में प्राप्त हो रहा है।
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15. निम्नलिखित में से किसने यह आज्ञा दी थी कि आदमी को एक ही स्त्री से विवाह करना चाहिए और वह तभी दूसरा विवाह कर सकता है, जब उसकी पहली पत्नी बन्ध्या हो?
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) शेरशाह
(c) अकबर
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U. P. P. C. S. (Mains) 2002]
उत्तर- (c) अकबर
- अकबर समाज को बेहतर बनाना चाहता था इसलिए उसने कुछ रीति-रिवाजों और मान्यताओं से छुटकारा पा लिया।
- उदाहरण के लिए, उन्होंने कहा कि पुरुष केवल एक पत्नी रख सकते हैं, और केवल तभी दूसरी पत्नी पा सकते हैं यदि पहली के बच्चे न हों।
- उन्होंने विधवाओं को पुनर्विवाह की अनुमति देकर उनकी मदद करने के लिए भी कड़ी मेहनत की और “सती” प्रथा को दृढ़ता से हतोत्साहित किया।
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16. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1. अकबर ने लड़कों और लड़कियों के विवाह की आयु निर्धारित करने का प्रयास किया था।
2. अकबर ने लड़कियों को अभिभावकों के दबाव से अलग स्वयं की इच्छा से विवाह करने की स्वतंत्रता दी थी।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 एवं 2 दोनों
(d) न तो 1 न ही 2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (c) 1 एवं 2 दोनों
- अकबर चाहता था कि लड़कियों की शादी 14 साल की उम्र में और लड़कों की 16 साल की उम्र में की जाए।
- वह यह भी चाहते थे कि लड़कियाँ स्वयं चुनें कि उन्हें अपने माता-पिता पर दबाव डाले बिना किससे विवाह करना है।
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17. अकबर का शासन जाना जाता है-
(1) क्षेत्रों को जीतने के लिए
(2) अपनी प्रशासनिक व्यवस्था के लिए
(3) न्यायिक प्रशासन के लिए
(4) उसकी धार्मिक कट्टरता के लिए
नीचे दिए गए कूटों से सही उत्तर चुनिए-
(a) (1) और (2)
(b) (1), (2) और (3)
(c) (2), (3) और (4)
(d) उपर्युक्त सभी
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) (1), (2) और (3)
- अकबर दुनिया भर में खुले विचारों वाले और विभिन्न धर्मों को स्वीकार करने के लिए जाने जाते हैं।
- ‘सुलह-ए-कुल’ का उनका विचार यही दर्शाता है। कथन 1, 2, और 3 सत्य हैं, लेकिन कथन 4 गलत है। तो सही उत्तर विकल्प (बी) है।
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18. अकबर के शासनकाल में पुनर्गठित केंद्रीय प्रशासन तंत्र के अंतर्गत सैनिक विभाग का प्रमुख था-
(a) दीवान
(b) मीर बख्शी
(c) मीर समन
(d) बख्शी
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (b) मीर बख्शी
- अकबर के शासनकाल के दौरान, मीर बख्शी सैन्य प्रभाग का प्रमुख था, लेकिन सेना का नेता नहीं था।
- उसका काम सैनिकों को चुनना, उनकी रैंक और वेतन तय करना और सम्राट को रिपोर्ट करना था।
- 1575 में, अकबर ने मनसबदारी प्रणाली बनाई जो सैनिकों की रैंक और स्थिति निर्धारित करती थी।
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19. अकबर कालीन सैन्य व्यवस्था आधारित थी-
(a) मनसबदारी
(b) जमींदारी
(c) सामंतवादी
(d) आइन-ए-दहशाला
[U.P. P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (a) मनसबदारी
- अकबर अपने साम्राज्य का विस्तार करने और शांति बनाए रखने के लिए एक मजबूत सेना चाहता था।
- ऐसा करने के लिए, उन्होंने 1573 में प्रत्येक सैनिक का विवरण दर्ज करके और घोड़ों की ब्रांडिंग करके सैन्य प्रणाली में किसी भी मुद्दे को ठीक किया।
- फिर, 1574-75 में उन्होंने सैनिकों को दशमलव प्रणाली के अनुसार अलग-अलग रैंकों में विभाजित किया, जिसे मनसबदारी प्रणाली कहा जाता था।
- मनसबदार सेना में एक रैंक का अधिकारी होता था।
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20. मध्यकालीन भारत में मनसबदारी व्यवस्था क्यों लागू की गई थी?
(a) राजस्व एकत्रित करने हेतु
(b) सैनिकों की सुगमता से भर्ती हेतु
(c) धार्मिक सद्भाव की स्थापना हेतु
(d) स्वच्छ प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[65 B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) स्वच्छ प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए
- दिए गए विकल्पों में मनसबदारी प्रथा को लागू करने का उद्देश्य स्वच्छ प्रशासन सुनिश्चित करना था।
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21.अकबर द्वारा दीवान का पूर्णरूपेण दर्जा दिया जाने वाला प्रथम व्यक्ति था-
(a) आसफ खां
(b) मुनीम खां
(c) मुजफ्फर खां तुरबती
(d) राजा टोडरमल
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2002, U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2003]
उत्तर- (c) मुजफ्फर खां तुरबती
- फारसी शब्द ‘दीवान’ उमर खलीफा के समय मुसलमानों द्वारा अपनाया गया था और इसका उपयोग राजकोष विभाग को संदर्भित करने के लिए किया जाता था।
- 1565 से 1596 तक मुजफ्फर खान तुरबाती, राजा टोडरमल और ख्वाजा शाह मंसूर दीवान के प्रभारी थे।
- दीवान वित्तीय मामलों और करों की देखरेख के लिए जिम्मेदार था।
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22. अकबर ने जिस मनसबदारी प्रणाली को लागू किया, वह किस देश में प्रचलित प्रणाली से उधार ली गई थी?
(a) अफगानिस्तान
(b) तुर्की
(c) मंगोलिया
(d) फारस
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) मंगोलिया
- अकबर ने चंगेज खान के नेतृत्व वाली मंगोलियाई सेना से एक विचार लिया, जो उनके सैन्य बलों को विभाजित करने का एक तरीका था।
- उन्होंने इसमें परिवर्तन किये और इसे मनसबदारी प्रथा का नाम दिया।
- यद्यपि यह मंगोलियाई सैन्य प्रभाग से भिन्न था, फिर भी यह उसी विचार पर आधारित था।
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23. कथन (A): अकबर के काल में, हर दस घुड़सवार सैनिकों के लिए मनसबदारों को बीस घोड़ों का रख-रखाव करना पड़ता था।
कारण (R): घोड़ों को यात्रा में आराम देना होता था और युद्ध के समय उनको बदलना आवश्यक होता था।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही है, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
- अकबर के शासन के दौरान, प्रत्येक मनसबदार को प्रत्येक दस घुड़सवारों के लिए बीस घोड़ों की देखभाल करनी होती थी।
- ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि लंबी यात्राओं के दौरान घोड़ों को आराम मिले और युद्ध के लिए बैकअप घोड़े उपलब्ध हों।
- इसलिए, कथन (ए) सही है और स्पष्टीकरण (आर) इसका सही कारण है।
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24. जाब्ती प्रणाली किसकी उपज थी?
(a) गयासुद्दीन तुगलक
(b) सिकंदर लोदी
(c) शेरशाह
(d) अकबर
[39 B.P.S.C. (Pre) 1994]
उत्तर- (d) अकबर
- अकबर के शासनकाल में भूमि कर वसूल करने के लिए ज़ब्ती प्रणाली लागू की गई थी।
- यह प्रणाली करों के सर्वेक्षण और गणना के लिए दुस्तुर-उल-अमल और ज़ब्ती खसरे पर निर्भर थी।
- अधिकांश भूमि का प्रबंधन इसी प्रणाली का उपयोग करके किया जाता था।
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25. टोडरमल ने किस क्षेत्र में ख्याति अर्जित की थी?
(a) सैन्य अभियान
(b) भू-राजस्व
(c) हास-परिहास
(d) चित्रकला
[U.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) भू-राजस्व
- टोडरमल भू-राजस्व संबंधी अपने कार्य के लिए प्रसिद्ध हुए।
- अकबर ने 1580-82 में मुगल साम्राज्य को मजबूत करने के लिए भू-राजस्व एकत्र करने की दहसाला या ज़ब्ती प्रणाली शुरू की।
- इस व्यवस्था का निर्माण टोडरमल ने किया था इसलिए इसे टोडरमल बस्ती कहा जाता है।
- उस समय, टोडरमल वित्त के प्रभारी थे और उनके प्राथमिक सहायक के रूप में ख्वाजा शाह मंसूर थे।
- इस प्रणाली के तहत पिछले 10 वर्षों के फसलों के औसत उत्पादन और औसत कीमतों की गणना की जाती थी।
- राज्य को औसत उत्पादन (माल) का एक-तिहाई हिस्सा मिलता था और शेष दो-तिहाई हिस्सा किसानों (खराज) को दिया जाता था।
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26. इनमें से किस कर व्यवस्था को बंदोबस्त व्यवस्था के नाम से भी जाना जाता है?
(a) जाब्ती
(b) दहसाला
(c) नसक
(d) कानकुट
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) दहसाला
- अकबर के शासनकाल में ‘दहसाला’ नामक कर प्रणाली थी, जिसे बंदोबस्त प्रणाली भी कहा जाता था।
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27. टोडरमल संबंधित थे-
(a) कानून से
(b) मालगुजारी सुधारों से
(c) साहित्य से
(d) संगीत से
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (b) मालगुजारी सुधारों से
- अकबर ने भू-राजस्व प्रणाली का पुनर्मूल्यांकन करने के लिए राजा टोडरमल को वित्त मंत्री और ख्वाजा शाह मंसूर को उनके सहायक का काम दिया।
- उन्होंने 1571 से 1580 की समयावधि में उगाई गई फसलों की औसत मात्रा और औसत कीमत की गणना की।
- तब राज्य का भू-राजस्व औसत का एक-तिहाई निर्धारित किया गया था, जिसे “दहसाला प्रणाली” के रूप में जाना जाता था। इसे टोडरमल बंदोबस्त के नाम से जाना जाता है।
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28. मुगल सम्राट अकबर से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा सही उत्तर चुनिए-
कथन I: ‘तानसेन’ रामबली पाण्डेय को मुगल सम्राट अकबर द्वारा प्रदान की गई पदवी थी।
कथन II: अकबर का विवाह राजा मान सिंह की बहन के साथ हुआ था।
कथन III: अबुल फजल ‘आइन-ए-अकबरी’ के लेखक थे।
कथन IV: राजा टोडरमल अकबर की सेना के प्रधान सेनापति थे।
(a) केवल कथन 1 एवं II सही हैं।
(b) केवल कथन III एवं IV सही हैं।
(c) केवल कथन III सही है।
(d) केवल कथन IV सही है।
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (c) केवल कथन III सही है।
- राम तनु पांडे को तानसेन के नाम से जाना जाता था, इसलिए कथन I गलत है।
- जहाँगीर की शादी अजमेर के राजा मान सिंह की बहन से नहीं हुई थी, इसलिए कथन II गलत है।
- राजा टोडरमल अकबर के राजस्व विभाग के प्रभारी थे, सेना के नहीं।
- इसलिए, कथन III एकमात्र सही है। अबुल फजल ने ‘आइन-ए-अकबरी’ लिखी
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29. भू-राजस्व प्रशासन के क्षेत्र में शेरशाह एवं अकबर के मध्य निम्नलिखित में से कौन नैरन्तर्य की कड़ी थी?
(a) बीरबल
(b) टोडरमल
(c) मगवानदास
(d) भारमल
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (b) टोडरमल
- भारतीय इतिहास में राजा टोडरमल को भू-राजस्व व्यवस्था में किये गये परिवर्तनों के लिए याद किया जाता है।
- यह व्यवस्था अकबर द्वारा बनाई गई थी और राजा टोडरमल तथा ख्वाजा शाह मंसूर इसके प्रमुख समर्थक थे, इसलिए इसे ‘टोडरमल बंदोबस्त’ के नाम से जाना जाता है।
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30. अकबर ने ‘दीन-ए-इलाही’ किस वर्ष में प्रारंभ किया?
(a) 1570
(b) 1578
(c) 1581
(d) 1582
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) 1582
- 1582 में अकबर ने “तौहीद-ए-इलाही” या “दीन-ए-इलाही” प्रारम्भ किया। यह विभिन्न धर्मों का मिश्रण था।
- अबुल फजल इस धर्म के पैगम्बर थे। केवल एक हिंदू बीरबल ने दीन-ए-इलाही को स्वीकार किया, लेकिन राजा भगवान दास और मान सिंह ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया।
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31. किस इतिहासकार ने ‘दीने-इलाही’ को एक धर्म कहा?
(a) अबुल फजल
(b) अब्दुल कादिर बदायूंनी
(c) निजामुद्दीन
(d) इनमें से कोई नहीं
[U.P. P.C.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (d) इनमें से कोई नहीं
- दीन-ए-इलाही कोई आस्था नहीं थी, बल्कि एक ईश्वर के बारे में सूफी मान्यताओं पर आधारित एक विचार था।
- जहाँगीर के ही समय में रहने वाले मोहसिन फानी ने अपनी किताब में लिखा है।
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32. इबादतखाने का निर्माण किसने करवाया?
(a) औरंगजेब
(b) अलाउद्दीन खिलजी
(c) अकबर
(d) फिरोज तुगलक
[M.P. P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर- (c) अकबर
- 1575 में, अकबर ने इबादत खाना के निर्माण के लिए कहा, जो उलेमाओं, सैय्यदों और शेखों जैसे धार्मिक नेताओं के लिए दार्शनिक और धार्मिक बातचीत करने का स्थान था।
- दो साल बाद, इबादत खाना के दरवाजे सभी के लिए खोल दिए गए, चाहे उनकी धार्मिक आस्था कुछ भी हो।
- इसके परिणामस्वरूप अंततः 1579 में उलेमाओं द्वारा लिखित दस्तावेज़ – महज़र्नमा पर हस्ताक्षर किए गए।
- इस दस्तावेज़ ने रूढ़िवादी धार्मिक लोगों की शक्ति को रोक दिया और अकबर को अधिक उदार और सहिष्णु रवैये को बढ़ावा देने की अनुमति दी।
- परिणामस्वरूप, अकबर को सुल्तानी-आदिल या इमाम-ए-आदिल की उपाधि से सम्मानित किया गया। स्मिथ ने कहा कि अकबर का धर्म, दीन-ए-इलाही, एक गलती थी, बुद्धिमानीपूर्ण निर्णय नहीं।
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33. निम्नलिखित इमारतों में से कौन-सी इमारत ‘शाने फतेहपुर’ कही जाती है?
(a) बुलंद दरवाजा
(b) तुर्की सुल्ताना का महल
(c) जामा मस्जिद
(d) शहजादी अम्बर का महल
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) जामा मस्जिद
- मुगल बादशाह अकबर द्वारा बसाए गए शहर फतेहपुर सीकरी (City of Victory) को वर्ष 1986 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में शामिल किया गया। उत्तर प्रदेश में स्थित फतेहपुर सीकरी 1571 से 1585 ई. तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। फतेहपुर सीकरी में मुगल वास्तुकला के स्मारक जैसे- जामा मस्जिद, बुलंद दरवाजा, पंच महल, शेख सलीम चिश्ती का मकबरा आदि शामिल हैं।
- यहां स्थित जामा मस्जिद को ‘शान-ए-फतेहपुर’ या ‘शान-ए-सीकरी’ के नाम से भी जाना जाता है।
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34. कौन-सा स्मारक फतेहपुर सीकरी में नहीं है?
(a) स्वर्ण महल
(b) पंच महल
(c) जोधाबाई का महल
(d) अकबरी महल
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (d) अकबरी महल
- अकबर ने आगरा से 36 किमी दूर एक बड़ा किला बनवाया, जिसे पूरा करने में उसे आठ साल लगे।
- किले में गुजरात और बंगाल शैली की कई इमारतें थीं, जिनमें जोधा बाई महल, पंच महल, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास और बीरबल की कोठी शामिल हैं।
- अकबरी महल आगरा किले के अंदर है, जबकि अन्य तीन फ़तेहपुर सीकरी में हैं।
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35. दिल्ली में कौन-सा ऐतिहासिक स्मारक भारतीय तथा फारसी वास्तुकला शैली का उदाहरण है?
(a) कुतुबमीनार
(b) लोदी का मकबरा
(c) हुमायूं का मकबरा
(d) लाल किला
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (c) हुमायूं का मकबरा
- हुमायूँ का मकबरा दिल्ली में पाया जा सकता है। इसे हुमायूं की पत्नी ने बनवाया था और मिराक मिर्जा घिया ने बनवाया था।
- यह मकबरा फ़ारसी और भारतीय डिज़ाइन और शैली का मिश्रण दर्शाता है।
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36. सुलह-ए-कुल का सिद्धांत किसके द्वारा प्रतिपादित किया गया था?
(a) निजामुद्दीन औलिया
(b) अकबर
(c) जैनुल आबेदीन
(d) शेख नासिरुद्दीन चिराग
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) अकबर
- अकबर चाहता था कि सभी को साथ मिले और उसने “सुलह-ए-कुल” नामक नीति बनाई।
- उन्होंने विभिन्न धर्मों को एकजुट करने के लिए 1582 में “दीन-ए-इलाही” नामक एक नया धर्म बनाया।
- अकबर की “सुलह-ए-कुल” की नीति से पता चलता है कि वह विभिन्न धर्मों के प्रति कितना उदार और सहिष्णु था, साथ ही वह विभिन्न संस्कृतियों के प्रति कितना खुले विचारों वाला था।
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37.किस मुगल बादशाह के विरुद्ध जौनपुर से ‘फतवा’ जारी हुआ था?
(a) हुमायूं
(b) अकबर
(c) शाहजहां
(d) औरंगजेब
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (b) अकबर
- 1580 में, जौनपुर के मुल्ला मजादी नामक एक धार्मिक नेता ने एक आधिकारिक बयान जारी किया (जिसे ‘फतवा’ कहा जाता है) जिसमें मुसलमानों को मुगल सम्राट अकबर के खिलाफ विद्रोह करने का आदेश दिया गया।
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38.निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (A): अकबर ने 1602 ई. में फतेहपुर सीकरी में ‘बुलंद दरवाजा’ बनवाया।
कारण (R): यह निर्माण अकबर ने अपने पुत्र जहांगीर के जन्म की खुशी में बनवाया।
उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक सही उत्तर है?
कूट :
(a) दोनों (A) और (R) सही है और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) दोनों (A) और (R) सही है, परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- 1570 के दशक में अकबर ने गुजरात पर विजय प्राप्त की और फ़तेहपुर सीकरी नामक शहर का निर्माण किया।
- कुछ इतिहासकारों का मानना है कि अकबर ने गुजरात पर अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए सीकरी में बुलंद दरवाजा बनवाया था, जबकि पर्सी ब्राउन का मानना था कि इसे 1601 में दक्षिण में जीत का जश्न मनाने के लिए बनाया गया था।
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39.निम्न में से किसका निर्माण अकबर ने करवाया था?
(a) बुलंद दरवाजा
(b) जामा मस्जिद
(c) कुतुबमीनार
(d) ताजमहल
[U.P. P.C.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (a) बुलंद दरवाजा & (b) जामा मस्जिद
- 1572-73 में अकबर ने गुजरात पर विजय प्राप्त की और फ़तेहपुर सीकरी नामक शहर बसाया।
- कुछ इतिहासकारों का मानना है कि अकबर ने गुजरात के खिलाफ अपनी सफलता का जश्न मनाने के लिए सीकरी का बुलंद दरवाजा बनवाया था, जबकि पर्सी ब्राउन ने इसके निर्माण को दक्षिण (1601) में जीत से जोड़ा था।
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40. निम्न में से किस मुगल सम्राट ने शिक्षा संबंधी सुधार किए थे?
(a) जहांगीर
(b) शाहजहां
(c) हुमायूं
(d) अकबर
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) अकबर
- अकबर वह मुग़ल सम्राट था जिसने लोगों को शिक्षा देने के तरीके में सुधार किया, विशेषकर शुरुआती स्तर पर।
- उन्होंने सुनिश्चित किया कि लोग गणित, तर्क, माप, ज्यामिति, खगोल विज्ञान, चेहरों को समझना, लेखांकन, सार्वजनिक प्रबंधन और खेती जैसे महत्वपूर्ण विषय सीखें।
- भले ही वह कभी स्कूल नहीं गए, लेकिन उन्होंने उन लोगों का समर्थन किया जो शिक्षित थे।
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41. अकबर द्वारा बनवाई गई श्रेष्ठतम इमारतें पाई जाती हैं-
(a) आगरा के किले में
(b) लाहौर के किले में
(c) इलाहाबाद के किले में
(d) फतेहपुर सीकरी में
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (d) फतेहपुर सीकरी में
- आगरा से 36 किलोमीटर दूर एक गांव सीकरी, प्रसिद्ध सूफी संत शेख सलीम चिश्ती का घर था, जिनसे आशीर्वाद लेने के लिए अकबर अक्सर आते थे।
- अकबर के सबसे प्रभावशाली स्मारक, जैसे दीवान-ए-आम, दीवान-ए-ख़ास और खजाना, फ़तेहपुर सीकरी में पाए जा सकते हैं।
- पर्सी ब्राउन ने अपनी उल्लेखनीय सुंदरता के कारण सीकरी को “वास्तुकला का मोती” कहा।
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42. अकबर द्वारा बनाई गई कौन-सी इमारत का नक्शा बौद्ध विहार की तरह है?
(a) पंच महल
(b) दीवान-ए-खास
(c) जोधाबाई का महल
(d) बुलंद दरवाजा
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (a) पंच महल
- अकबर ने अपने शहर फ़तेहपुर सीकरी में कई इमारतें बनवाईं।
- इनमें से एक पंच महल था, एक पांच मंजिला मंडप जिसे भारत के कुछ हिस्सों में पाए जाने वाले बौद्ध मठ के आधार पर बनाया गया था।
- यह विशेष डिज़ाइन नालंदा की बहु-स्तरीय इमारतों से प्रेरित था।
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43. जहांगीर महल स्थित है-
(a) दिल्ली
(b) औरंगाबाद
(c) आगरा
(d) लाहौर
[M.P. P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (c) आगरा
- आगरा का किला अकबर की शैली में बनाया गया पहला किला है और इसे अकबर ने ही बनवाया था।
- मुख्य वास्तुकार कासिम खान था।
- किले में लाल बलुआ पत्थर से बनी 500 से अधिक इमारतें थीं।
- जहांगीर महल को किले के अंदर अकबर ने अपने बेटे शहजादा सलीम के लिए बनवाया था।
- जहाँगीर महल हिंदू और इस्लामी डिजाइनों के साथ मुगल वास्तुकला का एक प्रभावशाली उदाहरण है।
- यह ग्वालियर में मान सिंह के महल से प्रेरित था।
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44. अकबर का मकबरा कहां पर स्थित है?
(a) सिकंदरा
(b) आगरा
(c) औरंगाबाद
(d) फतेहपुर सीकरी
[U.P. P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (a) सिकंदरा
- अकबर का मकबरा सिकंदरा में पाया जा सकता है, जो सिकंदर लोदी द्वारा बनाया गया एक शहर था जिसे अकबर ने बहिस्ताबाद नाम दिया था।
- यह आगरा शहर के बाहर है और अकबर ने इसे बनवाना शुरू किया था, लेकिन इसे उसके बेटे जहांगीर ने 1613 में पूरा कराया।
- इस बड़े मकबरे में पाँच स्तर हैं और यह एक चार-स्तरीय पिरामिड है जो संगमरमर के मंडप से घिरा हुआ है।
- कब्र की खास बात यह है कि इसके वर्गाकार शीर्ष पर गुंबद नहीं है।
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45. निम्न में से किस किले का निर्माण अकबर के राज्य काल में नहीं कराया गया था?
(a) दिल्ली का लाल किला
(b) आगरा का किला
(c) इलाहाबाद का किला
(d) लाहौर का किला
[U.P. P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015]
उत्तर- (a) दिल्ली का लाल किला
- दिल्ली में लाल किले का निर्माण अकबर के शासन काल में नहीं हुआ था।
- इसका निर्माण शाहजहाँ के समय में हुआ था और इसे लाल किले के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह लाल बलुआ पत्थर से बना था।
- यह 1648 में बनकर तैयार हुआ था, जबकि अकबर आगरा किला, इलाहाबाद किला और लाहौर किला के निर्माण का प्रभारी था।
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46.सूची-I को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
सूची-I |
सूची-II |
(सम्राट) |
(मकबरा) |
A. बाबर |
1. लाहौर |
B. अकबर |
2. आगरा |
C. जहांगीर |
3. काबुल |
D. शाहजहां |
4. सिकंदरा |
कूट :
A B C D
(a) 1 2 3 4
(b) 4 3 2 1
(c) 3 4 1 2
(d) 2 1 3 4
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) 3 4 1 2
(सम्राट) |
(कब्रें) |
A. बाबर |
3. काबुल |
बी अकबर |
4. सिकंदरा |
सी. जहांगीर |
2. आगरा |
डी. शाहजहाँ |
1. लाहौर |
47. सूची-I (मुगल शासक) को सूची-II (मकबरे का स्थान) से कूट के आधार पर मिलाइए-
सूची-I |
सूची-II |
1. बाबर |
अ. दिल्ली |
2. हुमायूं |
ब. काबुल |
3. अकबर |
स. लाहौर |
4. जहांगीर |
द. सिंकदरा |
कूट :
(a) 1-अ, 2-ब, 3-स, 4-द
(b) 1-4, 2-अ, 3-द, 4 स
(c) 1-स, 2-द, 3-अ, 4-व
(d) 1-द, 2-स, 3-, 4-अ
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) 1-4, 2-अ, 3-द, 4 स
(मुग़ल शासक) |
(समाधि स्थल) |
A. बाबर |
2. काबुल |
बी हुमायूँ |
1. दिल्ली |
सी. अकबर |
4. सिकंदरा |
डी. जहांगीर |
3. लाहौर |
48. अकबर के काल में महाभारत का फारसी अनुवाद जिसके निर्देशन में हुआ, वह है-
(a) उत्बी
(b) नाजिरी
(c) अबुल फजल
(d) फैजी
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (d) फैजी
- अकबर ने फैजी को अनुवाद विभाग का प्रमुख नियुक्त किया।
- फ़ैज़ी ने नक़ीब खान, बदायूँनी और अबुल फ़ज़ल जैसे लोगों के एक समूह की देखरेख की, जिन्होंने अकबर के शासनकाल के दौरान महाभारत का फ़ारसी में अनुवाद करने के लिए मिलकर काम किया।
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49. सम्राट अकबर द्वारा निम्न में से किसको ‘जरी कलम’ की उपाधि प्रदान की गई थी?
(a) मुहम्मद हुसैन
(b) मुकम्मल खां
(c) अब्दुस्समद
(d) मीर सैयद अली
[U.P. P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (a) मुहम्मद हुसैन
- कश्मीर के मुहम्मद हुसैन, राजा अकबर के दरबार में एक प्रसिद्ध लेखक थे, जिन्हें राजा ने स्वयं ‘ज़री कलाम’ की उपाधि दी थी।
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50. जैन साधु, जो अकबर के दरबार में कुछ वर्ष रहा और जिसे जगद्गुरु की उपाधि से सम्मानित किया गया, वह था-
(a) हेमचंद्र
(b) हरिविजय सूरि
(c) जिनसेन
(d) उमास्वाति
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (b) हरिविजय सूरि
- हरि विजय सूरी एक जैन भिक्षु थे जिन्होंने अकबर के दरबार में कुछ वर्ष बिताए और उन्हें जगद्गुरु की उपाधि दी गई।
- अकबर ने हरि विजय सूरी से जैन धर्म के बारे में समझाने के लिए कहा और वह अहिंसा के विचारों से इतने प्रभावित हुए कि शाकाहारी बन गए और जानवरों और पक्षियों की हत्या बंद कर दी।
- मुगल दरबार में रहने वाले एक अन्य जैन विद्वान जिन चंद्र सूरी को अकबर ने “युग प्रधान” की उपाधि दी थी।
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51. मुगल सम्राट अकबर के समय का प्रसिद्ध चित्रकार था-
(a) अबुल हसन
(b) दसवंत
(c) किशन दास
(d) उस्ताद मंसूर
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) दसवंत
- अबुल फजल ने अपनी कृति ‘आईन-ए-अकबरी’ में 15 असाधारण चित्रकारों के बारे में लिखा है।
- इन चित्रकारों में दसवंत, बसावन, केशव लाल, मुकुंद, मिस्किन, मधु, जगन, महेश, खेमकरण, तारा, सनवाल और हरिवंश शामिल थे।
- दसवंत, एक कुम्हार का बेटा, अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली था और उसने अकबर का ध्यान आकर्षित किया।
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52. इंग्लैंड की रानी एलिजावेथ प्रथम का समकालीन भारतीय राजा था-
(a) अकबर
(b) शाहजहां
(c) औरंगजेब
(d) बहादुरशाह
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (a) अकबर
- जिस समय इंग्लैंड की महारानी एलिज़ाबेथ प्रथम ने 1558 से 1603 तक शासन किया, उसी समय अकबर 1556 से 1605 तक भारत का शासक था।
- यह महत्वपूर्ण है क्योंकि ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना 1600 में हुई थी जब एलिजाबेथ इंग्लैंड की रानी थीं।
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53. जिस मध्यकालीन भारतीय लेखक ने अमेरिका की खोज का उल्लेख किया है, वह है-
(a) मलिक मोहम्मद जायसी
(b) अमीर खुसरो
(c) रसखान
(d) अबुल फजल
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) अबुल फजल
- अबुल फज़ल बहुत पहले के एक लेखक थे जिन्होंने अमेरिका की खोज का उल्लेख किया था।
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मुगल कालीन विद्वान अबुल फजल ने अमेरिका की खोज का उल्लेख किया है।
54. अकबर के दरबार में आने वाला पहला अंग्रेज व्यक्ति था-
(a) रॉल्फ फिंच
(b) सर थॉमस रो
(c) जॉन हॉकिस
(d) पीटर मुंडी
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (a) रॉल्फ फिंच
- राल्फ फिच एक अंग्रेज व्यापारी था जो 1500 के दशक में रहता था।
- वह इंग्लैंड से आगरा और फ़तेहपुर सीकरी जाने वाले पहले व्यक्ति थे।
- वह पूरे भारत की यात्रा पर गए और उन्होंने जिन व्यापारिक स्थानों और कस्बों का दौरा किया, उनके बारे में लिखा।
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55. अकबर के शासनकाल की निम्नलिखित घटनाओं को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए-
1. जजिया की समाप्ति
2. इबादतखाना का निर्माण
3. महजर पर हस्ताक्षर
4. दीने इलाही की स्थापना
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) 1, 2, 3, 4
(b) 2, 3, 4, 1
(c) 1, 3, 2, 4
(d) 3, 4, 1, 2
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006, U.P. P.C.S. (Mains) 2003]
उत्तर- (a) 1, 2, 3, 4
- 1564 में, अकबर को जजिया से छुटकारा मिल गया और 1575 में उसने दार्शनिक और धार्मिक बातचीत में मदद के लिए इबादत खाना बनवाया।
- 1579 में शेख मुबारक (अबुल फज़ल के पिता) ने महज़रनामा की घोषणा की।
- 1582 में अकबर ने धार्मिक प्रचार के लिए दीन-ए-इलाही की स्थापना की।
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56.अकबर ने बंगाल तथा बिहार को मुगल साम्राज्य में मिलाया-
(a) 1590 ई.
(b) 1575 ई.
(c) 1576 ई.
(d) 1572 ई.
[48th to 52 B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (c) 1576 ई.
- 1572 में अपने पिता की मृत्यु के बाद, दाउद खान ने सत्ता संभाली और खुद को एक स्वतंत्र शासक घोषित कर दिया।
- इसके बाद अकबर ने मुनीम खान को बिहार पर कब्ज़ा करने के लिए भेजा, जो उसने 1574 में दाउद खान के खिलाफ लड़ाई में किया था।
- दाउद बंगाल भाग गया, लेकिन मार्च 1576 में टोडरमल, मुजफ्फर खान और हुसैन कुली खान से हार गया।
- इससे अकबर को बिहार और बंगाल दोनों को अपने साम्राज्य में जोड़ने की अनुमति मिल गई।
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