i रबी फसल
1. किन महीनों में रबी फसल की बुआई होती है?
(a) मार्च-अप्रैल
(b) जून-जुलाई
(c) अक्टूबर-नवंबर
(d) जनवरी-फरवरी
[M.P.P.C.S (Pre) 2000]
उत्तर- (c) अक्टूबर-नवंबर
- भारत में मुख्यतः तीन फसलों की बुआई की जाती है- रबी फसल बुआई: अक्टूबर-नवंबर, कटाई मार्च-अप्रैल। प्रमुख फसलें गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों, मसूर तथा आलू इत्यादि।
- खरीफ फसल-बुआई जून-जुलाई, कटाई अक्टूबर-नवंबर।
- प्रमुख फसलें-चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का, तिल, मूंगफली इत्यादि। जायद फसल-मार्च-जून (ग्रीष्मकालीन फसल) प्रमुख फसलें तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा, भिंडी आदि विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती।
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2. फसलों के आधार पर बेमेल बताइए-
(a) धान
(b) ज्वार
(c) मक्का
(d) गेहूं
[M.P.P.C.S (Pre) 1995]
उत्तर- (d) गेहूं
- उपर्युक्त विकल्पों में गेहूं रबी की फसल है, शेष खरीफ की फसलें हैं।
- अतः बेमेल विकल्य (d) है।
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3. गेहूं की अच्छी खेती के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा परिस्थिति- समुच्चय आवश्यक है?
(a) मध्यम ताप और मध्यम वर्षा
(b) उच्च ताप और भारी वर्षा
(c) उच्च ताप और मध्यम वर्षा
(d) निम्न ताप और निम्न वर्षा
[I.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (a) मध्यम ताप और मध्यम वर्षा
- भारत में गेहूं की कृषि के लिए 10°C-25°C तापमान एवं लगभग 50- 75 सेमी. वार्षिक वर्षा की आवश्यकता रहती है, जिसे मध्यम ताप एवं मध्यम वर्षों कहा जा सकता है।
- आर्थिक समीक्षा 2022-23 के अनुसार, वर्ष 2021-22 (च.अ.अनु.) में देश में गेहूं की कृषि 30.5 मि. हेक्टेयर क्षेत्र पर की गई।
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4. नकदी फसल में सम्मिलित नहीं है?
(a) गन्ना
(b) कपास
(c) जूट
(d) गेहूं
[39 B.P.S.C. (Pre) 1994]
उत्तर- (d) गेहूं
- नकदी फसलों (Cash Crops) के अंतर्गत गन्ना (Sugarcane), कपास (Cotton), जूट (Jute), तंबाकू (Tobacco), तिलहन (Oilseeds) आदि प्रमुख हैं।
- गेहूं एवं चावल की फसल नकदी फसल न होकर खाद्य फसल (Food Crop) है।
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5. देश में गेहूं का उत्पादन कम होने की आशंका से भारत ने किस देश के साथ 15 लाख टन गेहूं आयात करने के लिए अनुबंध किया है?
(a) ऑस्ट्रेलिया
(b) मेक्सिको
(c) संयुक्त राज्य अमेरिका
(d) कनाडा
[M.P. P.C.S (Pre) 1998]
उत्तर- (a) ऑस्ट्रेलिया
- भारत सरकार ने वर्ष 1998 में ऑस्ट्रेलिया से 15 लाख टन गेहूं आयात का समझौता किया था।
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6. चतुर्थ अग्रिम अनुमान के अनुसार, वर्ष 2020-21 में भारत में गेहूं का कुल उत्पादन कितना है?
(a) 109.5 मिलियन टन
(b) 209.5 मिलियन टन
(c) 501.5 मिलियन टन
(d) 201.23 मिलियन टन
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं उपर्युक्त में से एक से अधिक
[67th B.P.S.C. Re. Exam (Pre) 2022]
उत्तर- (a) 109.5 मिलियन टन
- आर्थिक समीक्षा, 2022-23 के अनुसार, वर्ष 2021-22, चतुर्थ अग्रिम अनुमान में भारत में गेहूं का कुल उत्पादन 106.8 मिलियन टन रहा।
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7. निम्न में से कौन-सा क्रम तीन बड़े गेहूं उत्पादक राज्यों की दृष्टि से सही है?
(a) पंजाब, उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा
(b) उत्तर प्रदेश, हरियाणा एवं पंजाब
(c) उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा
(d) पंजाब, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा
- प्रश्नकाल के दौरान तीन बड़े गेहूं उत्पादक राज्य क्रमशः थे- उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं हरियाणा।
- आर्थिक समीक्षा 2022-23 के अनुसार, वर्ष 2021-22 (च.अ.अनु.) में सर्वाधिक गेहूं उत्पादक तीन राज्य क्रमशः है 1. उत्तर प्रदेश, 2. मध्य प्रदेश एवं 3. पंजाब ।
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8. वर्ष 2015-2016 में भारत का कौन-सा राज्य गेहूं का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य था?
(a) हरियाणा
(b) उत्तर प्रदेश
(c) पंजाब
(d) बिहार
[U.P.R.OJA.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) उत्तर प्रदेश
- भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी कृषि सांख्यिकी एट ए ग्लांस, 2017 के अनुसार, वर्ष 2015-16 में भारत के सर्वाधिक गेहूं उत्पादक तीन राज्य निम्न है –
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राज्य |
उत्पादन 2015-16 |
प्रतिशत (कुल उत्पादन) 2015-16 |
2021-22 (च.अ.अनु.) |
उत्तर प्रदेश |
25.43 मि. टन |
27.55% |
33.95 मि. टन |
पंजाब |
16.08 मि.टन |
17.42% |
14.82 मि. टन |
मध्य प्रदेश |
17.69 मि.टन |
19.17% |
22.42 मि. टन |
भारत |
92.29 मि.टन |
– |
106.8 मि. टन |
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9. भारत का अधिकतम गेहूं उत्पादक राज्य है-
(a) हरियाणा
(b) उत्तर प्रदेश
(c) पंजाब
(d) बिहार
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016, 53 to55 B.P.S.C. (Pre) 2011]
उत्तर- (b) उत्तर प्रदेश
- भारत का अधिकतम गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश है।
- उत्तर प्रदेश ने वर्ष 2021-22 (च.अ.अनु.) में 33.95 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन किया, जो भारत में सर्वाधिक है।
- उत्तर प्रदेश के बाद द्वितीय और तृतीय स्थान पर क्रमशः मध्य प्रदेश (22.42 मिलियन टन) तथा पंजाब (14.82 मि.टन) हैं।
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10. ‘महीं सुगंधा’ किस फसल की प्रजाति है?
(a) धान
(b) गेहू
(c) सूर्यमुखी
(d) सरसों
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (a) धान
- ‘मही सुगंधा’ धान की फसल की एक प्रजाति है।
- धान की कुछ अन्य प्रमुख प्रजातियां हैं-आभा (R-155-355), अभय (IET-10746), आदित्य (IET-7613), आकाशी, अम्बिका, दीप्ती (R-34-2478), गजपति (IET- 13251), गरिमा, गीतांजलि (CRM-2007-1), पीएनआर-546, उन्नत पूसा बासमती-1 (IET-18990) |
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11. किसके उत्पादन में भारत में उत्तर प्रदेश का प्रथम स्थान है?
(a) चावल और गेहूं के
(b) गेहूं और गन्ना के
(c) चावल और गन्ना
(d) गेहूं और दाल के
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) गेहूं और गन्ना के
- प्रश्नकाल तथा आर्थिक समीक्षा, 2022-23 के अनुसार भी गेहूं और गन्ना के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है।
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12. निम्नलिखित में से गेहूं की कौन-सी प्रजाति प्रेरित उत्परिवर्तन द्वारा विकसित की गई है?
(a) कल्याण सोना
(b) सोनोरा-64
(c) शर्बती सोनारा
(d) सोनालिका
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (b) सोनोरा-64
- भारत में गेहूं की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा गेहूं की बौनी प्रजातियों का विकास किया गया जिनमें लर्मा रोजो 64- A, सोनोरा-63, सोनोरा-64, मेयो-64 और एस-227 का परीक्षण देश के गेहूं उत्पादक राज्यों में किया गया।
- इन बौनों किस्मों के सफल परीक्षण के फलस्वरूप भारत में गेहूं की उत्पादकता बढ़ी।
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13. गेहूं में बौनेपन का जीन है-
(a) नोरिन-10
(b) डी.जी.दू. जेन
(c) ओपेक-2
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) नोरिन-10
- नोरिन-10 गेहूं में बौनेपन का जौन है।
- डी.जी.वू. जैन, चावल में बौनेपन का जीन है।
- ओपेक 2 जीन का संबंध मक्का से है।
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14. मैकरोनी गेहूं सबसे उपयुक्त किन परिस्थितियों में है?
(a) अत्यंत सिंचित परिस्थितियों के लिए
(b) विलंबन से बुआई के लिए
(c) असिंचित परिस्थितियों के लिए
(d) उपर्युक्त में से किसी के लिए नहीं
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (c) असिंचित परिस्थितियों के लिए
- मैकरोनी गेहूं असिंचित परिस्थितियों अथवा सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है।
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15. राज 3077 एक प्रजाति है-
(a) मक्का की
(b) ज्वार की
(c) धान की
(d) गेहूं की
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (d) गेहूं की
- राज 3077 गेहूं की एक प्रजाति है।
- यह देर से बुआई के लिए एवं सिंचित क्षेत्र हेतु उपयुक्त मानी जाती है।
- इसकी औसत उत्पादकता 5500 किग्रा. प्रति हेक्टेयर रहती है।
- गेहूं की कुछ अन्य प्रमुख किस्में है-सोनालिका, अर्जुन, कुंदन, अमर (HW-2004), भवानी (HW-1085), चंद्रिका (HPW-184), देशरत्न (BR-104), कंचन (DL-803), गोमती (K-9465) इत्यादि।
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16. ‘पूसा सिंधु गंगा’ एक प्रजाति है-
(a) गेहूं की
(b) धान की
(c) मसूर की
(d) चना की
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (a) गेहूं की
- ‘पूसा सिंधु गंगा’ गेहूं की एक प्रजाति है।
- गेहूं की कुछ अन्य महत्वपूर्ण प्रजातियां हैं- पूसा बसंत, पूसा बहार, पूसा गौतमी, पूसा अमूल्य, पूसा वत्सला, पूसा अनमोल एवं पूसा किरन।
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17. वर्ष 2006-07 तथा 2009-10 के दौरान भारत में गेहूं का उत्पादन
(a) बढ़ा है
(b) घटा है
(c) उतार-चढ़ाव महसूस करता रहा है
(d) अपरिवर्तनशील रहा है
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (a) बढ़ा है
- वर्ष 2006-07 तथा 2009-10 के दौरान भारत में गेहूं के उत्पादन आंकड़ों में वृद्धि हुई है।
- गेहूं का उत्पादन वर्ष 2006-07 में 75.81 मिलियन टन, वर्ष 2007-08 में 78.57 मिलियन टन, वर्ष 2008-09 में 80.68 मिलियन टन तथा वर्ष 2009-10 में 80.80 मिलियन टन रहा।
- आर्थिक समीक्षा, 2021-22 एवं 2022-23 के अनुसार, वर्ष 2010-11 में गेहूं का उत्पादन 86.9 मिलियन टन था और वर्ष 2011-12 एवं 2012-13 में यह 93.5 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्तर पर था।
- वर्ष 2013-14 में 95.8 मिलियन टन के स्तर पर पहुंच गया।
- वर्ष 2014-15 में गेहूं का उत्पादन घटकर 86.5 मिलियन टन हो गया है।
- वर्ष 2018-19 अंतिम अनुमान में गेहूं का उत्पादन पुनः बढ़कर 103.6 मिलियन टन हो गया है। वर्ष 2021-22 (च.अ.अनु.) में गेहूं का उत्पादन 106.8 मिलियन टन हो गया।
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18. निम्नलिखित में से कौन-सा एक गेहूं की फसल का रोग है
(a) ब्लास्ट
(b) टिक्का
(c) डस्ट
(d) रस्ट
[U.P.P.C.S. (Mains) 2003, 2004]
उत्तर- (d) रस्ट
- रस्ट गेहूं की फसल का रोग है यह तीन प्रकार का होता है-
1. पीला किट्ट (Yellow Rust)
2. भूरा किट्ट (Brown Rust)
3. काला किट्ट (Black Rust)
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19. कल्याण सोना एक किस्म है-
(a) चावल की
(b) मक्का की
(c) गेहूं की
(d) ज्वार की
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) गेहूं की
- कल्याण सोना गेहूं की एक उन्नत किस्म है।
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20. भारत में फसलों की अधिक पैदावार वाली निम्नलिखित किस्मों पर विचार कीजिए-
1. अर्जुन
2. जया
3. पद्मा
4. सोनालिका
इसमें से कौन-कौन सी गेहूं की किस्में हैं?
(a) 1 और 2
(b) 2 और 3
(c) 1 और 4
(d) 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (c) 1 और 4
- सोनालिका एवं अर्जुन गेहूं की किस्में हैं, जबकि जया एवं पद्मा चावल की। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
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21. गेहूं के साथ दो फसली के लिए अरहर की उपयुक्त किस्म है-
(a) एन.ए.-1
(b) बहार
(c) यू.पी.ए.एस.-120
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010]
उत्तर- (c) यू.पी.ए.एस.-120
- प्रश्न के विकल्प के अनुसार, गेहूं के साथ दो फसली के लिए अरहर की उपयुक्त किस्म यू.पी.ए.एस.-120 है।
- इसके अतिरिक्त अरहर की अन्य किस्मों में L.C.PL 151, LC.PL. 87, बहार, एन.डी.ए.-1 आदि प्रमुख है।
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22. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारत में गेहूं का सर्वाधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश राज्य से प्राप्त होता है।
2. उत्तर प्रदेश में अधिकतम क्षेत्रफल वाली फसल पद्धति धान-गेहूं है।
3. एक प्रसार कर्मी के लिए राजनैतिक योग्यता आवश्यक नहीं है।
4. गेहूं की सिंचाई के लिए पुष्प लगने की अवस्था सर्वाधिक क्रांतिक अवस्था है।
इन कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1,2 और 4
(d) केवल 1, 2 और 3
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) केवल 1, 2 और 3
- आर्थिक समीक्षा, 2022-23 के अनुसार, वर्ष 2021-22 (च.अ.अनु.) में भारत में गेहूं का सर्वाधिक उत्पादन उत्तर प्रदेश से प्राप्त होता है।
- इस दृष्टि से मध्य प्रदेश एवं पंजाब का क्रमशः दूसरा एवं तीसरा स्थान है।
- उत्तर प्रदेश में अधिकतम क्षेत्रफल वाली फसल पद्धति धान-गेहूं है। गेहूं।
- की सिंचाई की ताज निकलने (Crown Root Initiation) की अवस्था सर्वाधिक क्रांतिक अवस्था है।
- ऐसे स्थान जहां केवल एक ही सिंचाई करना संभव हो वहां इसी अवस्था में सिंचाई को महत्व दिया जाता है, जबकि ऐसे स्थानों पर जहां केवल दो सिंचाई करना संभव होता है, वहां पहली सिंचाई ताज निकलने की अवस्था में एवं दूसरी सिंचाई पुष्प लगने की अवस्था में किए जाने को महत्व दिया जाता है।
- ताज निकलने की अवस्था बुआई के 20-25 दिन बाद आती है।
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23. ‘ट्रिटिकेल’ निम्न में से किन दो के बीच का संकर (क्रॉस) है?
(a) जौ एवं राई
(b) गेहूं एवं जई
(c) गेहूं एवं जौ
(d) गेहूं एवं राई
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर- (d) गेहूं एवं राई
- ट्रिटिकेल, गेहूं एवं राई के मध्य संकर का प्रतिफल है।
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24. निम्नलिखित दो कथन दिए गए हैं, एक को अनिकथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है। दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए।
अगिकथन (A): पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश मारत के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य है।
कारण (K) सु-अपवाहित उर्वर भूमि, शीतकाल में 10-15° से. तापमान एवं लगभग 75 सेमी. औसत वार्षिक वर्षा गेहूं के उत्पादन के लिए आवश्यक है।
कूट:
(a) (A) एवं (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) एवं (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) एवं (R) दोनों गलत हैं।
[M.P. P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (a) (A) एवं (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
- पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश भारत के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य हैं।
- इनमें से उत्तर प्रदेश एवं पंजाब भारत के शीर्ष तीन गेहूं उत्पादक राज्यों की सूची में शामिल है।
- अतः अभिकथन (A) सही है।
- भारत में गेहूं की कृषि के लिए लगभग 10°C से 25℃ तापमान एवं लगभग 50 सेमी. से 75 सेमी. वार्षिक वर्षा की आवश्यकता रहती है, जिसे मध्यम ताप एवं मध्यम वर्षा कहा जा सकता है।
- साथ ही सु-अपवाहित उर्वर भूमि की भी आवश्यकता होती है।
- इस दृष्टि से कारण भी सही है।
- इस प्रकार कारण (R), अभिकथन (A) की सही व्याख्या करता है। इसके साथ अन्य कारण भी इन क्षेत्रों में गेहूं उत्पादन में वृद्धि हेतु उत्तरदायी हैं।
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25. ‘करनाल बंट’ एक बीमारी है-
(a) धान की
(b) मटर की
(c) राई की
(d) गेहूं की
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) गेहूं की
- करनाल बंट’ (Karnal Bunt) गेहूं की एक कवक जनित (Fungal) बीमारी है।
- यह रोग टिलेटिआ इंडिका (Tilletia Indica) नामक कवक से होता है।
- सर्वप्रथम इस रोग की पहचान वर्ष 1931 में हुई थी।
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26. मैक्रोनी गेहूं का वानस्पतिक नाम है
(a) ट्रिटिकम एस्टिवम
(b) ट्रिटिकम मोनोकोकम
(c) ट्रिटिकम ड्यूरम
(d) ट्रिटिकम डाइकोकम
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (c) ट्रिटिकम ड्यूरम
- मैक्रोनी गेहूं का वानस्पतिक नाम ट्रिटिकम ड्यूरम है।
- यह सामान्य गेहूं (ट्रिटिकम वल्ोरे) से भिन्न होता है।
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27. निम्नलिखित में से कौन-सा पदार्थ शाकनाशी है?
(a) क्लोरपाइरीफॉस
(b) कार्बन्डाजिम
(c) क्विनॉलफॉस
(d) ब्यूटाक्लोर
[U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) ब्यूटाक्लोर
- दिए गए विकल्पों में ब्यूटाक्लोर एक शाकनाशी है।
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ii. खरीफ की फसलें
1. धान की उत्पत्ति हुई-
(a) यूरोप में
(b) दक्षिण-पूर्व एशिया में
(c) दक्षिणी अमेरिका में
(d) उपर्युक्त में से कहीं नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (b) दक्षिण-पूर्व एशिया में
- धान उष्णकटिबंधीय फसल है।
- इसकी उत्पत्ति दक्षिण-पूर्व एशिया में मानी जाती है।
- धान की फसल के लिए 25°C से अधिक तापमान एवं 100 सेमी. से अधिक वर्षा की आवश्यकता होती है।
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2. कृषि की ‘धान गहनता प्रणाली’ का, जिसमें धान के खेतों का बारी-बारी से क्लेदन और शुष्कन किया जाता है, क्या परिणाम होता है?
1. बीज की कम आवश्यकता
2. मीथेन का कम उत्पादन
3. बिजली की कम खपत
नीचे दिए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2022]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- कृषि की ‘धान गहनता प्रणाली’ (System of Rice Intensification- SRI) धान रोपाई एवं कृषि की विकसित प्रणाली है, जिसका विकास नेडागास्कर में हुआ था।
- इसके अंतर्गत धान के खेतों की बारी-बारी से क्लेदन और शुष्कन किया जाता है।
- इसके अंतर्गत बीज की कम आवश्यकता होती है, जिससे बीज पर आने वाले खर्च में कमी आती है।
- इस प्रणाली में जल की कम आवश्यकता होती है, जिससे बिजली की भी कम खपत होती है।
- इसके अतिरिक्त इस विधि से मीथेन जैसी हरित गृह गैसों का भी कम उत्सर्जन होता है।
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3. निम्नलिखित फसलों पर विचार कीजिए-
1. कपात
2. मूंगफली
3. धान
4. गेहूं
इनमें से कौन-सी खरीफ की फसलें हैं?
(a) 1 और 4
(b) केवल 2 और 3
(c) 1, 2 और 3
(d) 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) 1, 2 और 3
- खरीफ की फसलें मुख्यतया जून-जुलाई में बोई जाती है और अक्टूबर- नवंबर तक इनकी कटाई हो जाती है।
- ये फसलें गर्मी में बोई जाती हैं।
- खरीफ की प्रमुख फसलें हैं-चान, ज्वार, बाजरा, मक्का, जूट, मूंग, मूंगफली, तंबाकू, उड़द, कपास, रागी, सोयाबीन आदि।
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4. चावल की खेती के लिए आदर्श जलवायु परिस्थितियां हैं-
(a) 100 सेमी. से ऊपर वर्षों और 25°C से ऊपर ताप
(b) फसल की पूरी अवधि के लिए ठंडी और नम जलवायु
(c) 100 सेमी. से कम वर्षा 250 से कम ताप
(d) पूरी फसल अवधि में कुछ गरम और शुष्क जलवायु
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) 100 सेमी. से ऊपर वर्षों और 25°C से ऊपर ताप
- चावल (Rice) उष्णकटिबंधीय फसल है, जिसके लिए 25°C से अधिक तापमान एवं 100 सेमी. से अधिक वर्षा की आवश्यकता होती है।
- कम वर्षा की दशा में सिंचाई भी करनी पड़ती है।
- अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।
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5. निम्नलिखित में से कौन-सी एक खरीफ की फसल है?
(a) मसूर
(b) अलसी
(c) सरसों
(d) सोयाबीन
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (d) सोयाबीन
- ऋतुओं के आधार पर भारतीय फसलों को मुख्यतः तीन प्रकार से विभाजित किया जा सकता है-
रबी – गेहूं, जौ, चना, मसूर, सरसों, बरसीम आदि।
खरीफ – धान, मक्का, ज्वार, कपास, रागौ, बाजरा, अरहर, सोयाबीन, मूंगफली आदि।
जायद – तरबूज, ककड़ी, खीरा आदि।
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6. निम्नलिखित फसलों में से कौन एक भारत में प्रमुख खाद्यान्न है?
(a) गेहू
(b) चावल
(c) मक्का
(d) दालें
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004, 41″ B.P.S.C. (Pre) 1996]
उत्तर- (b) चावल
- चावल भारत की प्रमुख खाद्य फसल है।
- इस संदर्भ में खाद्यान्नों में दूसरे स्थान पर गेहूं है।
- अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।
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7. खेती के अंतर्गत क्षेत्र के अनुसार, भारत में सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल कौन-सी है?
(a) गेहू
(b) मक्का
(c) जौ
(d) चावल
[40 B.P.S.C. (Pre) 2000, 1996]
उत्तर- (d) चावल
- आर्थिक समीक्षा, 2022-23 के अनुसार, वर्ष 2021-22 (च.अ.अनु.) में भारत के 46.4 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र पर चावल एवं 30.5 मिलियन हेक्टेयर कृषि क्षेत्र पर गेहूं का उत्पादन किया जाता है।
- इस प्रकार कृषि क्षेत्र के अनुसार, भारत में सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल चावल है।
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8. भारत में चावल की खेती के अंतर्गत सर्वाधिक क्षेत्र पाया जाता
(a) आंध्र प्रदेश में
(b) आडिशा में
(c) उत्तर प्रदेश में
(d) पश्चिम बंगाल में
[U.P.P.CS. (Mains) 2007]
उत्तर- (c) उत्तर प्रदेश में
- वर्ष 2020-21 के चतुर्थ जमि आंकड़ों के अनुसार, बावल की खेती के अंतर्गत सर्वाधिक क्षेत्र उत्तर प्रदेश (5.68 मि. है.) में या बाता है।
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9. भारत में प्रति हेक्टेयर चावल का औसत उत्पादन वर्ष 2013-14
(a) 2419 किलोबान
(b) 3059 किलोग्राम
(c) 2602 किलोग्राम
(d) 770 किलोग्राम
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (e) इनमें से कोई नहीं
- वर्ष 2013-14 में भारत में रिकामपादन 2416 किलोद्वान था।
- आर्थिक समीक्षा 2022-23 के अनुसार, भारत में प्रति हेमटेनर चावल का औपादन वर्ष 2021-22 में 2809 किलोग्राम अनुमानित है।
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10. भारत के ‘भागल के कटोरे क्षेत्र का नाम बताएं
(a) केरल और तमिलनाडु
(b) कृष्णा-गोदावरी देल्दा बो
(c) पूर्वोतर क्षेत्र
(d) शिगंगा का मैदान
[40 RPSC (Pre) 1995]
उत्तर- (b) कृष्णा-गोदावरी देल्दा बो
- विकल्य के अनुसार, भारत में बावल का कटोरा (Rice Bowl) कृष्णा-गोदावरी डेल्टा क्षेत्र को कहा जाता है।
- देवबाभ प्रदेश के अंतर्गत आते हैं। वर्ष 2020-21 (…) जांदी के अनुसार, आंध प्रदेश के कुछ दूषित क्षेत्र के 2.32 मि. है. पर चावल कर उपादन किया जाता है।
- लगभग दो-तिहाई त खरीफ फसलों के अंतर्गत बोया जाता है यहां का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र रायलसीमा क्षेत्र है. जो जोदावरी डेला क्षेत्रों में ही विस्तृत है।
- अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।
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11. निम्नलिखित राज्यों में से किसमें धान की उत्पादकता सर्वाधिक है?
(a) पंजाब
(b) उ.प्र.
(c) हरियाणा
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (a) पंजाब
- भारत में धान की सर्वाधिक उत्पादकता पंजाब में है
- Agricultural Statistics at a Glance, 2021 में जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019- 20 में पंजाब में प्रति हेक्टेयर 4034 किग्रा. धान का उत्पादन हुआ, जबकि वर्ष 2020-21 (च.अ.अनु.) में यह 4366 किग्रा./हे. अनुमानित है।
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12. कौन-सी चावल की किस्म नहीं है?
(a) हंसा
(b) जया
(c) ज्वाला
(d) पद्मा
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (c) ज्वाला
- चावल की प्रमुख किस्में-जमुना, करुणा, जया, कांची, जगन्नाथ, कृष्णा, कावेरी, हंसा, विजया, पद्मा, अन्नपूर्णा, बाला और रत्ना हैं।
- ज्वाला, जड़िया, मरू बहार आदि मोठ की प्रजातियां हैं।
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13. ‘अमन’ धान उगाया जाता है-
(a) अप्रैल-मई में
(b) जून-जुलाई में
(c) नवंबर-दिसंबर में
(d) मई-जून में
[U.P.P.C.S (Mains) 2011]
उत्तर- (b) जून-जुलाई में
- चावल की किस्में उगाने का समय
- (1) अमन जून-जुलाई (बुआई), नवंबर-दिसंबर (कटाई)
- (2) ऑस या कार (मई-जून (बुआई), सितंबर-अक्टूबर (कटाई)
- (3) बोरो या दलुअ नवंबर-दिसंबर (बुआई), मार्च-अप्रैल (कटाई)
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14. पूसा सुगंधा-5 एक सुगंधित किस्म है-
(a) मक्का की
(b) अरहर की
(c) धान की
(d) गन्ना की
[U.P.P.C.S. (Mains) 2006]
उत्तर- (c) धान की
- पूसा सुगंधा-5 धान की एक सुगंधित किस्म है।
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15. ‘बारानी दीप’ किस फसल की किस्म है?
(a) अरहर
(b) मक्का
(c) धान
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (c) धान
- बारानी दीप, नरेंद्र संकर, नरेंद्र शुशका सम्राट, लालमती इत्यादि धान की प्रजातियां हैं।
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16. निम्नलिखित में से कौन-सी बासमती चावल की संकर प्रजाति है?
(a) पूसा आर एच-10
(b) पूसा सुगंधा-3
(c) पूसा बासमती-1
(d) पूसा सुगंधा-5
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (a) पूसा आर एच-10
- पूत्ता जर एच-10 बासमती बावल की संकर प्रजाति है।
- अन्य संकर प्रजातियों में पीएच बी-71, गंगा, सुरुवि, के आर एच-2, सबइदि-4 आदि है।
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17. बासमती चावल की रोपाई हेतु उपयुक्त बीज दर है-
(a) 40-50 किग्रा./हेक्टेयर
(b) 20-30 किग्रा./हेक्टेयर
(c) 15-20 किग्रा./हेक्टेयर
(d) 5-10 किग्रा./हेक्टेयर
[U.PRO/ARO. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) 15-20 किग्रा./हेक्टेयर
- बारामती बावल की रोपाई करते समय बेहतर उत्पादकता हेतु उपयुक्त बीज वर 15-20 किग्रा./हेक्टेयर होनी चाहिए।
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18. नीचे लिखे कथनों पर विचार करें तथा अधोलिखित कूट से सही उत्तर चुनें-
कथन (A): पंजाब चावल का एक महत्वपूर्ण निर्यातक है।
कारण (K): यह प्रदेश बावल के उत्पादन में अग्रणी है।
कूट :
(a) (A) तथा (R) चोनों सही है एवं (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही जाख्या नहीं है।
(c) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
(d) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
[UP.U.D.A/L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर- (d) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- प्रश्नकाल में विकल्प (d) सही उत्तर था।
- पंजाब चावल के महत्वपूर्ण उत्पादक राज्यों में से एक है।
- यह बावल का अतिरेक उत्पानक है, जहां से तेल के अन्य क्षेत्रों को चावल की आपूर्ति की जा रही है।
- वर्ग 2020-21 एवं 2021-22 च.अ. के अनुसार, भारत में चावल का अग्रणी उत्पादक राज्य पश्चिम बंगाल है तथा इसके पश्चात क्रमसः उत्तर प्रदेश एवं पंजाब हैं।
- वर्तमान संदर्भ में विकल्प (2) सही उत्तर है।
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19. निम्नलिखित में से कौन-सा एक जीव चावल की फसल के लिए जैव उर्वरक का कार्य कर सकता है?
(a) नील हरित शैवाल
(b) राइजोबियन
(c) कवकमूलक कवक
(d) एजेटोबैक्टर
[I.A.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (a) नील हरित शैवाल
- ब्लू ब्रीन एल्गी (नील हरित शैवाल), एज्जोस्प्रीलियम, फॉरफोबैक्टीरिया, एजोला आदि चावल की फसल के लिए प्रमुख जैव उर्वरक हैं।
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20. कथन (A): भारत में पश्चिमी तट की तुलना में पूर्वी तट में चान का उत्पादन अधिक होता है।
कारण (R): भारत के पूर्वी तट पर पश्चिमी तट की तुलना में अधिक वर्षा होती है।
कूट:
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही साष्टीकरण है।
(b) (A) और R. दोनों सही है और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) राही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (c) (A) राही है, परंतु (R) गलत है।
- भारत का पश्चिमी तट पूर्वी तट की अपेक्षा संकीर्ण है।
- पूर्वी तट की नयी घाटियों में धान की बड़े पैमाने पर कृषि की जाती है, जबकि पश्चिमी तट में अपेक्षाकृत कम चान पैदा किया जाता है।
- अतः कथन (A) सही है. जबकि कारण (R) पश्चिमी तट, पूर्वी तट की अपेक्षा अधिक वर्षा प्राप्त करता है. गलत है।
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21. विगत एक दशक में, भारत में किस एक निम्नलिखित फसल के लिए प्रयुक्त कुल कृष्ण भूमि लगभग एक जैसी बनी रही है?
(a) चावल
(b) तिलहन
(c) बलहन
(d) गन्ना
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) चावल
- कृष्य क्षेत्र (मि.हे. में)
-
फसल |
2010-11 |
2020-21 |
2021-22 |
चावल |
42.9 |
45.8 |
46.4 |
तिलहन |
27.2 |
28.8 |
29.2 |
दलहन |
26.4 |
28.8 |
31.0 |
गन्ना |
4.9 |
4.9 |
5.1 |
- उपर्युक्त कृषि भूमि उपयोग (मिलियन हेक्टेयर में) आंकड़ों से स्पष्ट है कि विगत एक दशक में भारत में चावल के लिए प्रयुक्त कुल कृष्य भूमि लगभग एक जैसी बनी हुई है। अन्य फसलों का कृष्य क्षेत्र बढ़ा है।
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22. देश का आधे से अधिक उत्पादित चावल जिन चार राज्यों से प्राप्त होता है, वे हैं-
(a) पश्चिम बंगाल, पंजाब, तमिलनाडु और ओडिशा
(b) पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब और आंध्र प्रदेश
(c) उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और असम
(d) पंजाब, आंध्र प्रदेश, बिहार और ओडिशा
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004, U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2009]
उत्तर- (b) पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब और आंध्र प्रदेश
- प्रश्नकाल में देश का आधे से अधिक उत्पादित चावल पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब और आंध्र प्रदेश राज्यों से प्राप्त होता था।
- वर्ष 2020-21 (अनंतिम) आंकड़ों के अनुसार देश का लगभग 42.84 प्रतिशत चावल पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं आंध्र प्रदेश राज्यों से प्राप्त हुआा।
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23. भारत के निम्नलिखित राज्यों को उनके चावल उत्पादन के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
1. आंध प्रदेश
2. पंजाब
3. तमिलनाडु
4. पश्चिम बंगाल
नीचे दिए कूट में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) 3, 4, 2, 1
(b) 4, 2, 3, 1
(c) 2, 3, 1, 4
(d) 3, 2, 1, 4
[U.P.P.C.S. (Mains) 2003]
उत्तर- (d) 3, 2, 1, 4
- प्रश्नकाल के दौरान विकल्प (d) सत्य था। वर्ष 2020-21 (चतुर्थ अग्रिम अनुमान) आंकड़ों के अनुसार, विकल्प में दिए गए चावल उत्पादक राज्यों की वर्तमान स्थिति इस प्रकार है-
- राज्य – उत्पादन (मिलियन टन में)
तमिलनाडु – 7.28
आंध्र प्रदेश – 7.89
पंजाब – 12.18
पश्चिम बंगाल – 16.65
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24. भारत में चावल का आधिक्य उत्पादक है-
(a) आंध्र प्रदेश
(b) बिहार
(c) पंजाब
(d) तमिलनाडु
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (a) आंध्र प्रदेश
- वर्ष 2008-09 के आंकड़ों के आंधार पर विकल्प में दिए गए राज्यों में आंध्र प्रदेश में चावल का बाजार आधिक्य अनुपात (MSR – Marketed Surplus Ratio) सर्वाधिक था। वर्ष 2014-15 में इस संदर्भ में पंजाब शीर्ष पर है, इसके बाद हरियाणा है।
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25. भारतवर्ष में चावल की खेती उन क्षेत्रों में होती है. जहां वार्षिक वर्षा-
(a) 20 सेमी. से अधिक है।
(b) 30 सेमी. से अधिक है।
(c) 60 सेमी. से अधिक है।
(d) 100 सेमी. से अधिक है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (d) 100 सेमी. से अधिक है।
- चावल के लिए अधिक वर्षा की आवश्यकता होती है। अतः भारतवर्ष में चावल की खेती चन क्षेत्रों में की जाती है, जहां वार्षिक वर्षा 100 सेमी. से अधिक होती है।
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26. निम्नलिखित में से किस एक राज्य में संकर धान की खेती के अंतर्गत सर्वाधिक क्षेत्रफल है?
(a) बिहार
(b) कर्नाटक
(c) पंजाब
(d) उत्तर प्रदेश
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर- (d) उत्तर प्रदेश
- दिए गए संकर धान की खेती के अंतर्गत सर्वाधिक क्षेत्रफल उत्तर प्रदेश में है।
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27. भारत में चावल के चार प्रमुख उत्पादक है-
(a) पंजाब, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा
(b) उत्तर प्रदेश, प. बंगाल, बिहार, असम
(c) प. बंगाल, पंजाब, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश
(d) प. बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, पंजाब
[U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2004]
उत्तर- (c) प. बंगाल, पंजाब, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश
- प्रश्नकाल के दौरान भारत में चावल के अग्रणी उत्पादक राज्य क्रमशः इस प्रकार थे-प. बंगाल, पंजाब, उत्तर प्रदेश एवं आंध्र प्रदेशा वर्ष 2020-21 के चतुर्थ अग्रिम अनुमान के अनुसार, इस संदर्भ में राज्यों का क्रम क्रमशः इस प्रकार है- प. बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब एवं ओडिशा।
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28. भारत के निम्नलिखित राज्यों को उनके चावल उत्पादन के अवरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
1. आंध्र प्रदेश
2. पंजाब
3. उत्तर प्रदेश
4. पश्चिम बंगाल
कूट :
(a) 2,1,4,3
(b) 3,4,1,2
(c) 4,1,3,2
(d) 4,3,2,1
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (d) 4,3,2,1
- प्रश्नकाल के दौरान विकल्प (d) सही उत्तर था। वर्तमान में 4 शीर्ष राज्यों तथा उनके चावल उत्पादन संबंधी आंकड़ों का अवरोही क्रम निम्नानुसार है-
-
राज्य |
चावल उत्पादन (मि. टन में) 2020-21 (च.अ.अनु.) |
पश्चिम बंगाल |
16.65 |
उत्तर प्रदेश |
15.66 |
पंजाब |
12.18 |
ओडिशा |
8.77 |
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29. भारत के राज्यों में से कौन-सा राज्य चावल का सर्वाधिक उत्पादन (प्रति हेक्टेयर) करता है?
(a) पश्चिम बंगाल
(b) उत्तर प्रदेश
(c) हरियाणा
(d) पंजाब
[U.P.R.O./A.R.O (Pre) 2017]
उत्तर- (d) पंजाब
- प्रश्नकाल तथा वर्ष 2020-21 के अनंतिम अनुमान के अनुसार भारतीय राज्यों में चावल की सर्वाधिक उत्पादकता पंजाब राज्य (4366 किग्रा./ हेक्टेयर) में है, जबकि कुल चावल उत्पादन में सर्वाधिक योगदान पश्चिम बंगाल का है।
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30. निम्नलिखित में से कौन-सी फसलें जायद में मुख्यतः सिंचित क्षेत्रों में उगाई जाती है?
(a) अरहर एवं चना
(b) मूंग एवं उड़द
(c) चावल एवं मिलेट
(d) मक्का एवं मूंगफली
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (b) मूंग एवं उड़द
- मूंग एवं उड़द जैसी फसलें जायद में मुख्यतः सिंचित क्षेत्रों में ही उगाई जाती हैं।
- इन फसलों को निश्चित समयांतराल पर जल की अति आवश्यकता होती है।
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31. निम्नलिखित में से किस फसल की रोपाई की जाती है?
(a) सरसों
(b) धान
(c) गेहूं
(d) मक्का
[U.P. R.O/A.R.O. (Mains), 2017]
उत्तर- (b) धान
- दिए गए विकल्पों में धान की रोपाई की जाती है।
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32. फसल और उसके सर्व प्रमुख उत्पादक राज्य के निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा सही नहीं है?
(a) चावल : पश्चिम बंगाल
(b) गेहूं : उत्तर प्रदेश
(c) कपास : गुजरात
(d) राई सरसों : राजस्थान
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (e) इनमें से कोई नहीं
- प्रश्नकाल के अनुसार विकल्प (c) सही उत्तर था।
- वर्ष 2021-22 (च. अ.अनु.) के अनुसार चावल का पश्चिम बंगाल, गेहूं का उत्तर प्रदेश, राई/सरसों का राजस्थान तथा कपास का गुजरात सर्वप्रमुख उत्पादक राज्य है।
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33. भारत के राज्यों को वर्ष 2018-19 के चावल उत्पादन के सही आरोही क्रम में चुनें।
(a) पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश
(b) उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान
(c) राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश
(d) पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66 B.P.S.C. Re. Exam (Pre) 2020]
उत्तर- (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
- दिए गए विकल्पों के अनुसार, भारत के राज्यों का वर्ष 2018-19 के बावल उत्पादन का सही आरोही क्रम इस प्रकार है- राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश।
- वर्ष 2021-22 (चतुर्थ अग्रिम अनुमान) के अनुसार, चावल उत्पादक शीर्ष राज्य हैं- 1. पश्चिम बंगाल, 2. उत्तर प्रदेश एवं 3. पंजाब।
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34. निम्नलिखित राज्यों पर विचार करें-
1. पंजाब
2. उत्तर प्रदेश
3. आंध्र प्रदेश
4. पश्चिम बंगाल
भारत में चावल उत्पादक राज्यों के रूप में उपर्युक्त के सही आरोही क्रम को चुनें।
(a) पश्चिम बंगाल, पंजाब, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश
(b) पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पंजाब
(c) आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब
(d) आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[67th B.P.S.C. (Pre) 2022]
उत्तर- (d) आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल
- आर्थिक समीक्षा, 077-23 के अनुसार, वर्ष 2021-22 (4 AF) में विकल्पगत चावल उत्पादक राज्यों का आरोही क्रम इस पकार है- आंध्र प्रदेश < पंजाब उत्तर प्रदेश <पश्चिम बंगाल।
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35. इनमें से कौन-सा पौधा नाइट्रोजन स्थिरीकरण में सहायक नहीं है।
(a) चना
(b) मटर
(c) सेम
(d) धान
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[Chattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) धान
- दिए गए विकल्पों में से धान का पौधा नाइट्रोजन स्थिरीकरण में सहायक नहीं है।
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36. निम्न में से नकदी फसल कौन-सी नहीं है।
(a) जूट
(b) मूंगफली
(c) ज्वार
(d) गन्ना
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं उपर्युक्त में से एक एक से
[60th to 62 B.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) ज्वार
- दिए गए विकल्यों में से ज्वार नकदी फसल नहीं है, जबकि जूट, गन्ना एवं मूंगफली नकदी फसल है।
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37. भारत में पिछले पांच वर्षों में खरीफ की फसलों की खेती के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. धान की खेती के अंतर्गत क्षेत्र अधिकतम है।
2. ज्वार की खेती के अंतर्गत क्षेत्र, तिलहनों की खेती के अंतर्गत क्षेत्र की तुलना में अधिक है।
3. कपास की खेती का क्षेत्र, गन्ने की खेती के क्षेत्र की तुलना में अधिक है।
4. गन्ने की खेती के अंतर्गत क्षेत्र निरंतर घटा है।
उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 2 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) केवल 1 और 3
- प्रश्नकाल से लेकर वर्तमान समय तक धान की खेती के अंतर्गत क्षेत्र अधिकतम है।
- ज्वार की खेती के अंतर्गत क्षेत्र, तिलहनों की खेती के अंतर्गत क्षेत्र की तुलना में कम है।
- कपास की खेती का क्षेत्र गन्ने की खेती के क्षेत्र की तुलना में अधिक है।
- गन्ने की खेती के क्षेत्र के अंतर्गत कभी वृद्धि हुई है तो कभी इसमें कमी आई है।
- इस प्रकार इसमें निरंतर गिरावट दर्ज नहीं की गई है।
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