1. पट्टीसीमा परियोजना निम्नलिखित में से किन नदियों के एकीकरण से जुड़ी है?
(a) कृष्णा और कावेरी
(b) कृष्णा और गोदावरी
(c) गोदावरी और महानदी
(d) गंगा और ब्रह्मपुत्र
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं उपर्युक्त में से एक से अधिक
[67 B.P.S.C. (Pre) 2022]
उत्तर- (b) कृष्णा और गोदावरी
- पट्टीसीमा लिफ्ट सिंचाई परियोजना कृष्णा और गोदावरी नदियों के एकीकरण (Interlinking) से जुड़ी है।
- इस परियोजना को आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित किया गया है।
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2. निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
नहर परियोजना |
अवस्थिति |
(a) घाटप्रभा नहर परियोजना |
कर्नाटक |
(b) उकाई नहर परियोजना |
गुजरात |
(c) नीरा नहर परियोजना |
महाराष्ट्र |
(d) जवाई परियोजना |
तमिलनाडु |
[U.P. B.E.O. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) जवाई परियोजना – तमिलनाडु
- जवाई परियोजना राजस्थान में लूनी की सहायक जवाई नदी से संबंधित है।
- वहीं उकाई नहर परियोजना तापी नदी पर बांध बनाकर निकाली गई है, जिसका संबंध गुजरात से है।
- घाटप्रभा परियोजना कर्नाटक की घाटप्रभा नदी और नीरा नहर परियोजना महाराष्ट्र में कृष्णा की सहायक नीरा नदी से संबंधित है।
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3. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं। एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है –
कथन (A): प्रायद्वीपीय भारत में सिंचाई का एक प्रमुख साधन है तालाब।
कथन (R): प्रायद्वीपीय क्षेत्र की अधिकांश नदियां मौसमी हैं।
कूट :
(a) दोनों (A) तथा (R) सही है और (R), (A) की व्याख्या करता है।
(b) दोनों (A) तथा (R) सही हैं, किंतु (R), (A) की व्याख्या नहीं करता है। NO
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) दोनों (A) तथा (R) सही है और (R), (A) की व्याख्या करता है।
- प्रायद्वीपीय क्षेत्र की भूमि चट्टानी होने के कारण यहां नहरों एवं कुओं का आसानी से निर्माण संभव नहीं होता।
- इसके अलावा प्रायद्वीपीय भारत की अधिकांश नदियां मौसमी हैं।
- जिसके कारण नहरों में पानी का अभाव रहता है। ऐसी स्थिति में तालाब सिंचाई के प्रमुख साधन के रूप में विद्यमान है।
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4. भारत के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) देश के लगभग एक-तिहाई क्षेत्र में वर्ष भर में 750 मिलीमीटर से अधिक वर्षा होती है।
(b) देश में सिंचाई का प्रमुख स्रोत कुएं हैं।
(c) कछारी मृदा देश के उत्तरी मैदानों की प्रमुख कठोर प्रकार की मृदा है।
(d) पर्वतीय क्षेत्र देश के पृष्ठीय क्षेत्रफल का लगभग तीस प्रतिशत बैठता है।
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) देश में सिंचाई का प्रमुख स्रोत कुएं हैं।
- वर्ष 2018-19(P) के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में देश में सिंचाई के प्रमुख साधन नलकूप हैं, जिनका शुद्ध सिंचित क्षेत्र में लगभग 48.51% का योगदान है।
- नलकूप और कुओं को जोड़कर शुद्ध सिंचित क्षेत्र की प्रतिशत मात्रा 63.94% आती है।
- नहरों द्वारा शुद्ध सिंचित भूमि 22.96% तथा टैक्स द्वारा शुद्ध सिंचित भूमि लगभग 2.33% है।
- शेष में अन्य साधन सम्मिलित हैं।
- अतः कथन (b) सही नहीं है।
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5. निम्नलिखित राज्यों में से किसमें सिंचाई के अंतर्गत कुल कृषि क्षेत्र (2011) का प्रतिशतांश सर्वाधिक है?
(a) मध्य प्रदेश
(b) महाराष्ट्र
(c) उत्तर प्रदेश
(d) हरियाणा
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर- (d) हरियाणा
- प्रश्नकाल में दिए गए विकल्पों में हरियाणा में सिंचाई के अंतर्गत कुल कृषि क्षेत्र (2011) का प्रतिशतांश सर्वाधिक था।
- उपर्युक्त राज्यों में सिंचाई के अंतर्गत कुल कृषि क्षेत्र का प्रतिशतांश की स्थिति इस प्रकार है-
- (राज्य) – (2015-16)
हरियाणा – 96.91%
उत्तर प्रदेश – 83.17%
मध्य प्रदेश – 56.25%
महाराष्ट्र – 17.03%
- वर्ष 2015-16 के आंकड़ों (कृषि गणना) के अनुसार, देश में सिंचाई के अंतर्गत कुल कृषि क्षेत्र का प्रतिशतांश चंडीगढ़ (100%) में सर्वाधिक था।
- इसके पश्चात क्रमशः पंजाब (99.6%) एवं हरियाणा का स्थान है।
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6. भारत में सर्वाधिक सिंचाई विस्तार (प्रतिशत) वाला राज्य है-
(a) पंजाब
(b) उत्तर प्रदेश
(c) हरियाणा
(d) मध्य प्रदेश
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) पंजाब
- प्रश्नकाल एवं वर्तमान में (कृषि गणना 2015-16) भारत में सर्वाधिक सिंचाई विस्तार (प्रतिशत) वाला राज्य पंजाब है।
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7. सूक्ष्म सिंचाई की पद्धति के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा / कौन-से कथन सही है/हैं?
1. मृदा से उर्वरक पोषक हानि कम की जा सकती है।
2. यह वर्षाधीन खेती की सिंचाई का एकमात्र साधन है।
3. इससे कुछ कृषि क्षेत्रों में भौम जलस्तर को कम होने से रोका जा सकता है।
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- सूक्ष्म सिंचाई पद्धति में मृदा से उर्वरक / पोषक हानि कम की जा सकती है।
- इसमें जल के उपयोगी एवं अपेक्षाकृत कम प्रयोग के कारण, उन क्षेत्रों में जहां अधिकांशतः नलकूपों द्वारा सिंचाई होती है, भौम जलस्तर को कम होने से रोका जा सकता है।
- इस प्रकार कथन 1 और 3 सही हैं, जबकि कथन 2 सही नहीं है।
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8. जीवन रक्षक अथवा बचाव सिंचाई इंगित करती है-
(a) लगातार पानी का बहाव
(b) क्रांतिक संवृद्धि अवस्था पर सिंचाई
(c) पी.डब्ल्यू.पी. सिंचाई
(d) गीला करना फिर सुखाना
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Mains) 2010]
उत्तर- (c) पी.डब्ल्यू.पी. सिंचाई
- पी.डब्ल्यू.पी. (Permanent Wilting Point-PWP) सिंचाई जीवन रक्षक अथवा बचाव सिंचाई को इंगित करती है।
- परमानेंट विल्टिंग प्वाइंट मिट्टी में पानी की न्यूनतम मात्रा को इंगित करता है, जिसके अभाव में पौधे मुरझाने लगते हैं।
- ऐसी स्थिति में सिंचाई अति आवश्यक हो जाती है।
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9. गत 25 वर्षों में नलकूप सिंचाई का सर्वाधिक शानदार विकास हुआ है-
(a) गंगा-घाघरा दोआब में
(b) गंगा-यमुना दोआब में
(c) सरयू पार मैदान में
(d) बुंदेलखंड में
[U.P. P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (c) सरयू पार मैदान में
- सरयू पार मैदान में नहरों का अभाव पाए जाने के कारण नलकूपों द्वारा इस क्षेत्र में सिंचाई का कार्य किया जाता है।
- अतः अभीष्ट उत्तर विकल्प (c) है।
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10. भारत के किस राज्य में सर्वाधिक सिंचाई नलकूपों से होती है?
(a) मध्य प्रदेश
(b) बिहार
(c) राजस्थान
(d) उत्तर प्रदेश
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (d) उत्तर प्रदेश
- दिए गए राज्यों में से उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक सिंचाई नलकूपों से 74.9% होती है।
- उसके बाद बिहार में होती है।
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11. निम्नलिखित में से किस राज्य में नलकूपों द्वारा सिंचित भूमि क्षेत्र सबसे अधिक है?
(a) बिहार
(b) हरियाणा
(c) उत्तर प्रदेश
(d) पंजाब
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) उत्तर प्रदेश
- प्रश्न में दिए गए राज्यों के निवल सिंचित क्षेत्र तथा नलकूपों द्वारा सिंचित क्षेत्र हजार हेक्टेयर में निम्न है-
-
राज्य |
शुद्ध सिंचित क्षेत्र (2018-19) |
नलकूप द्वारा सिंचित क्षेत्र (2018-19) |
उत्तर प्रदेश |
14392 |
10743 |
पंजाब |
4111 |
2944 |
बिहार |
3115 |
1957 |
हरियाणा |
3273 |
2066 |
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12. भारत में नलकूप एवं कूप से सिंचित अधिकतम क्षेत्र वाला राज्य है
(a) उत्तर प्रदेश
(b) मध्य प्रदेश
(c) आंध्र प्रदेश
(d) पंजाब
[U.P.P.C.S. (Mains) 2017]
उत्तर- (a) उत्तर प्रदेश
- भारत में नलकूप एवं कूप से सिंचित अधिकतम क्षेत्र वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।
- उत्तर प्रदेश में लगभग 83.84 लाख हेक्टेयर क्षेत्र नलकूप एवं कूप से सिंचित किया जाता है, जो भारत के कुल सिंचित क्षेत्र का 28.19 प्रतिशत है।
- इसके बाद राजस्थान, पंजाब, मध्य प्रदेश आदि आते हैं।
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13. भारत में माला नहर तंत्र को प्रस्तावित किया था-
(a) के. एल. राव ने
(b) दिनशों जे. दस्तूर ने
(c) विश्वेश्वरैय्या ने
(d) वाई. के. अलघ ने
[U.P. P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (b) दिनशों जे. दस्तूर ने
- माला नहर तंत्र (Garland Canal System) को कैप्टन विनशॉ जे. दस्तूर ने प्रस्तावित किया था, जबकि नदी जोड़ने का पहली बार विचार सिंचाई इंजीनियर विश्वेश्वरैय्या ने दिया था।
- बाद में के.एल. राव का नाम भी इससे जुड़ गया।
- तब जल संसाधन मंत्रालय ने इन दोनों (नदी जोड़ एवं माला नहर तंत्र) को ही अस्वीकृत कर दिया था।
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14. दक्षिण भारत में सिंचाई व्यवस्था का अग्रदूत किसे माना जाता है?
(a) सर आर्थर कॉटन
(b) कर्नल बेयर्ड स्मिथ
(c) लेफ्टिनेंट ब्लेन
(d) कर्नल रॉबर्ट स्मिथ
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) सर आर्थर कॉटन
- सर आर्थर कॉटन ब्रिटिश सिंचाई अभियंता थे।
- उन्होंने दक्षिण भारतीय राज्यों के सिंचाई व्यवस्था में उल्लेखनीय कार्य किया है।
- इसलिए सर आर्थर कॉटन को दक्षिण भारत में सिंचाई व्यवस्था का अग्रदूत माना जाता है।
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15. भारत की सिंचाई क्षमता का सर्वाधिक भाग पूरा होता है-
(a) वृहद परियोजनाओं से
(b) लघु एवं वृहद परियोजनाओं से
(c) लघु परियोजनाओं से
(d) मध्यम परियोजनाओं से
[52 B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) लघु एवं वृहद परियोजनाओं से
- लघु (minor) सिंचाई परियोजनाएं इसके तहत 2000 हेक्टेयर तक के क्षेत्र की सिंचाई होती है।
- इसमें कुआं, नलकूप, पंपसेट, तालाब, ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर, एनीकट आदि शामिल किए जाते हैं।
- भारत में सिंचाई की 62 प्रतिशत, से अधिक की आपूर्ति लघु सिंचाई परियोजनाओं से होती है।
- वहीं वृहद एवं मध्यम परियोजनाओं से लगभग 38 प्रतिशत सिंचाई क्षमता पूरी होती है।
- इस प्रकार विकल्प के अनुसार लघु एवं वृहद परियोजनाओं से संयुक्त रूप से सर्वाधिक सिंचाई क्षमता होगी।
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16. फरक्का की नहर की जलवहन क्षमता-
(a) 75,000 क्यूसेक है।
(b) 70,000 क्यूसेक है।
(c) 40,000 क्यूसेक है।
(d) 35,000 क्यूसेक है।
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (c) 40,000 क्यूसेक है।
- फरक्का बैराज (Farakka Barrage) का निर्माण वर्ष 1975 में हुगली नदी में सिल्ट के जमाव को रोकने के उद्देश्य से किया गया था।
- इस बैराज के दाएं किनारे से निकाली गई नहर द्वारा गंगा नदी के लगभग 40,000 क्यूसेक जल को हुगली नदी की ओर मोड़ दिया गया।
- यही इसकी जलवहन क्षमता होगी।
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17. मंगलम सिंचाई परियोजना है-
(a) आंध्र प्रदेश में
(b) केरल में
(c) तमिलनाडु में
(d) पश्चिम बंगाल में
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर- (b) केरल में
- केरल के पलक्कड़ जिले में चेरुकुन्नम पुझा नदी पर मंगलम सिंचाई परियोजना का निर्माण किया गया है।
- यह परियोजना वर्ष 1966 में पूरी हुई।
- चेरुकुन्नम नदी मंगलम की सहायक एवं भरतपुझा की उप-सहायक नदी है।
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18. सारण (Saran) सिंचाई नहर निकलती है-
(a) सोन से
(b) गंगा से
(c) कोसी से
(d) गंडक से
[44 B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (d) गंडक से
- गंडक परियोजना के अंतर्गत गंडक नदी पर त्रिवेणी घाट के पास एक 740 मी. लंबा बैराज बनाया गया है, जिससे कुछ नहरें निकाली गई हैं, जिनमें से एक सारण सिंचाई नहर मी है।
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19. इंदिरा गांधी नहर का उद्गम स्थल है-
(a) गांधी सागर बांध
(b) भाखड़ा बांध
(c) हरिके बैराज
(d) गोविंद बल्लभ सागर बांध
[U.P.P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (c) हरिके बैराज
- इंदिरा गांधी नहर का उद्गम हरिके बैराज के निकट से ब्यास एवं सतलज नदी के संगम से होता है।
- मुख्य नहर की लंबाई 649 किमी. है।
- इस नहर से पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर, बीकानेर, जोधपुर और जैसलमेर जिलों की मुख्य रूप से सिंचाई की जाती है।
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20. इंदिरा गांधी नहर जल प्राप्त करती है-
1. व्यास
2. चिनाव
3. रावी
4. सतलज
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) 1 तथा 2
(b) 2 तथा 3
(c) 1, 2 तथा 3
(d) 1, 3 तथा 4
[U.P. P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (d) 1, 3 तथा 4
- इंदिरा गांधी नहर, सतलज, ब्यास और रावी नदी से जल प्राप्त करती है।
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21. निम्नलिखित नदी परियोजनाओं में से कौन ब्यास नदी के पोंग बांध के जल का उपयोग करती है?
(a) इंदिरा गांधी नहर परियोजना
(b) पोचमपाद परियोजना
(c) मयूराक्षी परियोजना
(d) नागार्जुन सागर परियोजना
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) इंदिरा गांधी नहर परियोजना
- ब्यास परियोजना, पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान राज्यों की सम्मिलित परियोजना है।
- इसके अंतर्गत इंदिरा गांधी नहर में शीत ऋतु में नियमित जलापूर्ति बनाए रखने के लिए ब्यास नदी पर पोंग बांध (महाराणा प्रताप सागर) बनाया गया है।
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22. विश्व की सबसे पुरानी व विकसित नहर व्यवस्था भारत में कौन-सी है?
(a) गंग नहर
(b) सिकरी नहर
(c) इंदिरा गांधी नहर परियोजना
(d) कृष्णा-गोदावरी नहर व्यवस्था
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (a) गंग नहर
- विश्व की सबसे पुरानी एवं विकसित नहर व्यवस्थाओं में से एक गंग नहर है।
- इसका निर्माण वर्ष 1927 में बीकानेर के तत्कालीन महाराजा श्री गंगा वाला से निकाली गई है।
- सिंह ने कराया था।
- यह नहर सतलज नदी से फिरोजपुर के निकट हुसैनी।
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23. शारदा सहायक समादेश विकास परियोजना के मुख्य लक्ष्य निम्नलिखित में से क्या हैं?
लक्ष्यों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
I. कृषि उत्पादन बढ़ाना
II. बहु-फसली खेती द्वारा भूमि-उपयोग के प्रारूप को बदलना
III. भू-प्रबंधन का सुधार
कूट :
(a) केवल I
(b) केवल I तथा II
(c) केवल II तथा III
(d) सभी
[U.P.P.C.S. (Pre) 2002, 2008, U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर- (d) सभी
- उत्तर प्रदेश की मुख्य वृहद एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं तथा नहर प्रणालियों से सृजित सिंचाई क्षमता का वैज्ञानिक ढंग से शीघ्रातिशीघ्र एवं अधिकतम उपयोग करके बहु-फसली खेती और मू-प्रबंधन के सुधार के माध्यम से कृषि उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करके, क्षेत्र का समन्वित विकास करने के उद्देश्य से तीन समादेश क्षेत्र विकास परियोजनाओं- 1. शारदा सहायक, 2. रामगंगा, 3. गंडक का सृजन वर्ष 1973-74 में किया गया था।
- इस प्रकार प्रश्न में दिए गए तीनों कथन सत्य हैं।
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24. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सत्य नहीं है?
(a) घग्गर के जल का इंदिरा गांधी नहर में उपयोग किया जाता है।
(b) नर्मदा अमरकंटक क्षेत्र से निकलती है।
(c) निजाम सागर मंजीरा नदी पर स्थित है।
(d) पेनगंगा गोदावरी की सहायक नदी है।
[I.A.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (a) घग्गर के जल का इंदिरा गांधी नहर में उपयोग किया जाता है।
- इंदिरा गांधी नहर में घग्गर नदी के जल का उपयोग नहीं किया जाता है।
- अतः कथन (३) गलत है।
- नर्मदा नदी का उद्गम अमरकंटक के पश्चिमी भाग से होता है।
- यह विंध्याचल और सतपुड़ा श्रेणियों के मध्य अंश घाटी में प्रवाहित होती हुई अरब सागर में मिल जाती है।
- अतः कथन (b) सही है।
- निजाम सागर बांध का निर्माण गोदावरी की सहायक मंजीरा नदी पर तेल- गाना राज्य के कामारेड्डी जिले में किया गया है।
- अतः कथन (c) सही है।
- गोदावरी नदी की प्रमुख सहायक नदियां मंजीरा, पेनगंगा, वेनगंगा, वर्षा, प्रणहिता, इंद्रावती, सबरी एवं ताल आदि हैं।
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25. निचली गंगा नहर का उद्गम स्थल गंगा पर है-
(a) हरिद्वार में
(b) नरौरा में
(c) बरेली में
(d) कानपुर में
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (b) नरौरा में
- निचली गंगा नहर का उद्गम स्थल नरौरा (बुलंदशहर) में है।
- निचली गंगा नहर का निर्माण कार्य पूर्ण कर नहर को 1878 ई. में प्रथम बार चलाया गया था।
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26. निम्नलिखित नहर प्रणालियों में किससे बिहार के क्षेत्र में सिंचाई होती है?
(a) ऊपरी गंगा नहर
(b) त्रिवेणी नहर
(c) शारदा नहर
(d) पूर्वी यमुना नहर
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
[60 to 62 B.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) त्रिवेणी नहर
- प्रश्नानुसार दिए गए विकल्पों में से त्रिवेणी नहर से बिहार के क्षेत्र में सिंचाई होती है।
- यह नहर चंदन सिंचाई परियोजना से संबंधित है।
- यह पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित है।
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27. हरियाली (Hariyali) एक नई योजना है-
(a) द्वितीय हरित क्रांति लाने के लिए
(b) बंजर भूमि के विकास के लिए
(c) मरुस्थल के वनीकरण के लिए
(d) गोचर भूमि के विकास के लिए
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) बंजर भूमि के विकास के लिए
- हरियाली (Hariyali) योजना बंजर भूमि के विकास के लिए जल संग्रहण से संबंधित विकास योजना है।
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28. ‘एकीकृत जलसंभर विकास कार्यक्रम’ को कार्यान्वित करने के क्या लाभ हैं?
1. मृदा के बह जाने की रोकथाम
2. देश की बारहमासी नदियों को मौसमी नदियों से जोड़ना
3. वर्षा-जल संग्रहण तथा भौम जलस्तर का पुनर्भरण
4. प्राकृतिक वनस्पतियों का पुनर्जसृजन
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 1, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) केवल 1, 3 और 4
- 1 अप्रैल, 2008 तक भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 3 वाटरशेड विकास कार्यक्रम कार्यान्वित किए गए। ये कार्यक्रम हैं- ‘समेकित बंजर भूमि विकास कार्यक्रम’ (Integrated Wasteland Development Programme), सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम’ (Drought Prone Areas Programme) तथा ‘मरुभूमि विकास कार्यक्रम (Desert Development Programme) |
- 1 अप्रैल, 2008 के बाद से इन कार्यक्रमों को एक व्यापक कार्यक्रम के अंतर्गत लाया गया, जिसे ‘समेकित जलसंभर प्रबंधन कार्यक्रम’ (Integrated Watershed Management Programme) के नाम से जाना जाता है।
- इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मृदा, जल और वनस्पति जैसे ‘अवक्रमित’ (Degraded) प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल, संरक्षण और विकास करके पारिस्थितिकी संतुलन को बहाल करना है।
- इसके परिणामस्वरूप मृदा हास पर रोक लगती है, प्राकृतिक वनस्पति का पुनसृजन होता है, वर्षा जल एकत्रीकरण होता है तथा भूजल स्तर का संमरण होता है।
- अतः स्पष्ट है कि कथन (2) इस कार्यक्रम को कार्यान्वित करने के लाभों में शामिल नहीं है।
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29. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए-
(कार्यक्रम/परियोजना) |
(मंत्रालय) |
1. सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम |
कृषि मंत्रालय |
2. मरुस्थल विकास कार्यक्रम |
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय |
3. वर्षापूरित क्षेत्रों हेतु राष्ट्रीय |
जलसंभर विकास परियोजना |
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा / से सही सुमेलित है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) 1, 2 और 3
(d) कोई नहीं
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) कोई नहीं
- ‘सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम’ (DPAP), ‘मरुस्थल विकास कार्यक्रम’ (DDP) और ‘इंटीग्रेटेड वेस्टलैंड डेवलपमेंट प्रोग्राम’ (IWDP) तीनों ही भूमि संसाधन विभाग’ (Department of Land Resources) द्वारा चलाए जा रहे प्रोग्राम हैं, जिन्हें फरवरी, 2009 से एक परिवर्तित कार्यक्रम ‘इंटीग्रेटेड वाटरशेड मैनेजमेंट प्रोग्राम’ (IWMP) के अंतर्गत कार्यान्वित किया जा रहा है।
- भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक विभाग (Department) है।
- ‘वर्षापूरित क्षेत्रों हेतु राष्ट्रीय जलसंभर विकास परियोजना’ (NWDPRA) कृषि एवं सहकारिता विभाग (कृषि मंत्रालय) का कार्यक्रम है।
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30. निम्नलिखित में से कौन-सा/से द्रप्स (ड्रिप) सिंचाई पद्धति के प्रयोग का/के लाभ है/हैं?
1. खर-पतवार में कमी
2. मृदा लवणता में कमी
3. मृदा अपरदन में कमी
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 1 और 3
(d) उपर्युक्त में से कोई भी ड्रिप सिंचाई पद्धति का लाभ नहीं है
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) ने भारत में ड्रिप सिंचाई पर अपनी स्टेटस रिपोर्ट में इसके निम्न लाभों हानियों का उल्लेख किया है-
लाभ 1. जल बचत, 2. पौधों के आकार एवं उत्पादकता में वृद्धि, 3. ऊर्जा एवं श्रम बचत, 4. कम उपजाऊ मृदा के लिए उपयुक्त, 5. खारे पानी का उपयोग संभव, 6. खर-पतवार की वृद्धि पर नियंत्रण, 7. उर्वरक क्षमता में वृद्धि, 8. मृदा अपरदन नहीं, 9. भूमि तैयारी की जरूरत नहीं, 10. रोग एवं कीट समस्याएं न्यूनतम
- हानियां – 1. मृदा में लवणता समस्याओं की वृद्धिः 2. डिजाइन स्थापन एवं उत्तरवर्ती संचालन में उच्च कौशल की जरूरत, 3. आर्थिक एवं तकनीकी सीमाएं।
स्पष्ट है कि विकल्पों में प्रदत्त 1 एवं 3 ड्रिप सिंचाई के लाभ हैं, जबकि इससे मृदा में लवणता की कमी नहीं होती है। अतः विकल्प (c) अभीष्ट उत्तर होगा।
|
31. बकिंघम नहर स्थित है-
(a) कलिंग तट पर
(b) मलाबार तट पर
(c) कोरोमंडल तट पर
(d) कच्छ तट पर
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (c) कोरोमंडल तट पर
- बकिंघम नहर कोरोमंडल तट पर अवस्थित है।
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32. निम्न में से किस क्षेत्र में जल का उपयोग भारत में सर्वाधिक है?
(a) कृषि क्षेत्र
(b) घरेलू क्षेत्र
(c) खनन क्षेत्र
(d) औद्योगिक क्षेत्र
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (a) कृषि क्षेत्र
- भारत में कृषि क्षेत्र में सिंचाई के माध्यम से जल का उपयोग सर्वाधिक होता है।
- ध्यातव्य है, कि वार्षिक रिपोर्ट 2021-22 के अनुसार भारत में वर्षा के माध्यम से प्राप्त कुल जल उपलब्धता लगभग 3,880 बिलियन घन मीटर (बीसीएम) प्रतिवर्ष है।
- वाष्पीकरण के पश्चात 1,999.20 बीसीएम जल प्राकृतिक अपवाह के रूप में उपलब्ध होता है।
- भूगर्भीय और अन्य कारकों के कारण उपयोज्य जल की उपलब्धता 1,122 बीसीएम प्रतिवर्ष तक सीमित है, जिसमें 690 बीसीएम सतही जल और 432 बीसीएम पुनर्भरणीय भूजल शामिल है।
- पुनर्भरणीय मूजल में से सर्वाधिक उपयोग कृषि क्षेत्र में होता है।
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33. चंबल नहर सिंचाई परियोजना संबंधित है-
(a) सिंध बेसिन से
(b) गंगा बेसिन से
(c) यमुना बेसिन से
(d) ताप्ती बेसिन से
[M.P. P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (b & c) गंगा बेसिन से & यमुना बेसिन से
- चंबल नहर सिंचाई परियोजना यमुना बेसिन से संबंधित है।
- चंबल, यमुना की सहायक नदी है, परंतु यह गंगा की उप-सहायक नदी भी है एवं समग्र रूप से गंगा बेसिन का भाग है।
- अतः वृहद बेसिन के अनुसार, यह गंगा बेसिन से संबंधित है, जबकि छोटे बेसिन के रूप में यह यमुना बेसिन से संबंधित है।
- यदि सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर का चयन करना हो, तो यमुना बेसिन सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर होता, लेकिन यहां प्रश्न की अस्पष्टता के आधार पर विकल्प (b) एवं (c) दोनों उत्तर सही प्रतीत होते हैं।
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