i. अक्षांश
1. एक स्थान की जो सही अक्षांशीय स्थिति हो सकती है, वह है-
(a) 91° उत्तर
(b) 45° पूर्व
(c) 45° दक्षिण
(d) 91° पश्चिम
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (c) 45° दक्षिण
- 90″ उत्तरी अक्षांश को उत्तरी ध्रुव तथा 90° दक्षिणी अक्षांश को दक्षिणी ध्रुव कहते हैं, जो बिंदु होते हैं।
- प्रधान देशांतर रेखा के पूर्व एवं पश्चिम कुल 360 देशांतर होते हैं अर्थात उपर्युक्त विकल्पों में 45° पूर्व एवं 91° पश्चिम दोनों देशांतर स्थितियों को व्यक्त कर रहे हैं।
- 91″ उत्तर कोई अक्षांश नहीं होता है।
- अतः 45° दक्षिण अक्षांश ही उपर्युक्त विकल्पों में सही अक्षांशीय स्थिति है।
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2. निम्नलिखित में से कौन-सा एक ग्लोब पर वृहत वृत्त नहीं है?
(a) विषुवत रेखा
(b) मुख्य देशांतर रेखा
(c) 60° पू. देशांतर
(d) 60° उ. अक्षांश रेखा
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर- (d) 60° उ. अक्षांश रेखा
- पृथ्वी पर सभी देशांतरों (Meridians) के साथ विषुवत रेखा (Equator) भी वृहत वृत्त है।
- विषुवत रेखा के अतिरिक्त कोई भी अक्षांश वृहत वृत्त नहीं है, क्योंकि वे विषुवत रेखा की अपेक्षा छोटे होते हैं।
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3. शून्य अंश अक्षांश तथा शून्य अंश देशांतर अवस्थित हैं-
(a) अटलांटिक महासागर में
(b) आर्कटिक महासागर में
(c) हिंद महासागर में
(d) प्रशांत महासागर में
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (a) अटलांटिक महासागर में
- शून्य अंश अक्षांश रेखा (विषुवत रेखा) एवं शून्य अंश देशांतर रेखा (प्रधान मध्याह्न याम्योत्तर रेखा) का मिलन अफ्रीका के पश्चिम भाग पर स्थित ‘गिनी की खाड़ी में होता है।
- यह खाड़ी अटलांटिक महासागर (अंघ महासागर) में स्थित है।
- अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।
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4. एक विमान 30° उत्तरी अक्षांश, 50 पूर्वी देशांतर से उड़ान भरता है और पृथ्वी पर विपरीत सिरे पर नीचे उतरता है। वह कहां उतरेगा?
(a) 30° उत्तरी अक्षांश, 50° पश्चिमी देशांतर
(b) 30° दक्षिणी अक्षांश, 50° पश्चिमी देशांतर
(c) 50° उत्तरी अक्षांश, 30° पश्चिमी देशांतर
(d) 30° दक्षिणी अक्षांश, 130° पश्चिमी देशांतर
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (d) 30° दक्षिणी अक्षांश, 130° पश्चिमी देशांतर
- पृथ्वी पर देशांतर रेखाएं 360° घूमती हैं।
- अतः 50° पूर्वी देशांतर के ठीक विपरीत में 18050 130° पश्चिमी देशांतर स्थित होगा। पृथ्वी लगभग गोलाकार संरचना में होने के कारण 30° उत्तरी अक्षांश उत्तर की ओर ढलान वाली सतह है।
- अतः इस अक्ष के ऊर्ध्वाधर बिंदु के ठीक विपरीत 30° दक्षिणी अक्षांश होगा।
- अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
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5. निम्नलिखित नगरों में से कौन दूरतम उत्तर में अवस्थित है?
(a) बीजिंग
(b) नई दिल्ली
(c) न्यूयॉर्क
(d) रोम
[U.P.P.C.S. (Mains) 2011]
उत्तर- (d) रोम
- उपर्युक्त स्थानों में से जिस स्थान का अक्षांश मान जितना अधिक होगा, उसकी स्थिति उतनी ही अधिक उत्तर होगी।
(शहर) |
(अक्षांश, लगभग) |
बीजिंग |
(चीन) 39°55′ N |
नई दिल्ली |
(भारत) 28° 38′ N |
न्यूयॉर्क |
(सं.रा. अमेरिका) 40° 45′ N |
रोम |
(इटली) 41° 54′ N |
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6. सर्वाधिक उत्तरी-दक्षिणी (अक्षांशीय) लंबाई वाली सीमा वाला देश है
(a) रूस
(b) चिली
(c) चीन
(d) ब्राजील
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[65th B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर- (b) चिली
- चिली देश का सबसे लंबा उत्तर-दक्षिण (अक्षांशीय) विस्तार है।
- इसका क्षेत्र लगभग 17° दक्षिण और 56° दक्षिण के बीच है।
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ii. देशांतर
1. काहिरा का समय ग्रीनविच से दो घंटा आगे है, अतः यह स्थित है –
(a) 30° पश्चिम देशांतर पर
(b) 30° पूर्व देशांतर पर
(c) 28° पूर्व देशांतर पर
(d) 28° पश्चिम देशांतर पर
[53d to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011]
उत्तर- (b) 30° पूर्व देशांतर पर
- काहिरा (कैरो, मिस्र) की स्थिति 30° 3’N, 31° 14’E है, चूंकि काहिरा का समय ग्रीनविच (0° देशांतर) से दो घंटा आगे है, अतः इसकी स्थिति 30° पूर्व देशांतर के पास बनती है।
- पृथ्वी गोलाकार होने के कारण 24 घंटे में 360° घूम जाती है।
- अतः 1° देशांतर की दूरी तय करने में पृथ्वी को 4 मिनट का समय लगता है।
- इसलिए 30° देशांतर पर कुल समय = 30 × 4 = 120 मिनट यानि दो घंटे।
- इसलिए विकल्प (b) सही उत्तर है।
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2. जब 82°30′ पू. देशांतर पर मध्याह्न हो तब प्रातः के 6.30 किस देशांतर या अंश पर बजेंगे?
(a) 165° पू. पर
(b) 67°30′ प. पर
(c) 0° पू. या प. पर
(d) 82°30′ प. पर
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) 0° पू. या प. पर
- 82°30′ पूर्वी देशांतर (अर्थात भारत का मानक समय) पर जब मध्याह्न हो, तो 6.30 बजे प्रातः का मतलब है 5.30 घंटे का अंतर।
- चूंकि 1 घंटे में 15° देशांतर का अंतर होता है।
- इसलिए 5.30 घंटे में 82°30′ का अंतर अर्थात 82° 30′-82°30′ = 0° देशांतर।
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3. यदि दो स्थानों की स्थिति में 90 डिग्री देशांतर का अंतर है, तब दोनों स्थानों के बीच समयांतर होगा-
(a) 3 घंटे
(b) 6 घंटे
(c) 9 घंटे
(d) 12 घंटे
[M.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) 6 घंटे
- सामान्यतः 1° देशांतर पर 4 मिनट का अंतर होता है।
- 90° देशांतर के अंतर का अर्थ है कि 90 × 4 = 360 मिनट या 6 घंटे। अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।
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4. जब ग्रीनविच में मध्याह्न है, एक जगह का स्थानीय समय 5 बजे सायं है। निम्नांकित में वह कौन-सा याम्योत्तर है, जिस पर उपर्युक्त जगह अवस्थित है?
(a) 75 पू.
(b) 75° प.
(c) 150° पू.
(d) 150° पू.
[U.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) 75 पू.
- प्रश्नानुसार जब ग्रीनवित्त में मध्याह्न है, तो एक जगह का स्थानीय समय 5 बजे सायं है।
- इसका अर्थ है कि उस स्थान का समय ग्रीनविच के समय से आगे है, अर्थात वह स्थान पूर्व में स्थित है।
- समय का अंतर 5 घंटे का है।
- इसलिए-
1 घंटा = 60 मिनट
5 घंटे = 60 × 5 = 300 मिनट
1 अंश = 4 मिनट
.:. 4 मिनट = 1 अंश
अतः 300 मिनट = 300×1/4 =75°
- चूंकि यह स्थान ग्रीनविच रेखा के पूर्व में स्थित है। अतः वह जगह 75° पू. में स्थित है।
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5. कौन-सा देशांतर प्रधान याम्योत्तर के साथ मिलकर ग्लोब पर बृहत वृत्त का निर्माण करता है?
(a) 0°
(b) 90° पूर्व
(c) 90° पश्चिम
(d) 180°
[U.P.P.C.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (d) 180°
- प्रधान देशांतर को ग्रीनविच रेखा के नाम से भी जाना जाता है।
- यह शून्य अंश देशांतर रेखा होती है। इसके ठीक विपरीत 180° देशांतर रेखा होती है, जिसे अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के नाम से भी जाना जाता है।
- अतः 180° देशांतर प्रधान याम्योत्तर के साथ मिलकर ग्लोब पर बृहत वृत्त (पूर्ण वृत्त) का निर्माण करती है।
- नोट- सभी देशांतर रेखाएं बृहत वृत्त होती है। अतः 0°, 90°E और 180° भी बृहत्त वृत्त होंगे।
- अतः पूछे गए प्रश्न में प्रधान याम्योत्तर (0°) तथा 180° देशांतर मिलकर पूर्ण वृत्त का निर्माण करेंगे तथा यह भी बृहत्त वृत्त ही होगा।
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6. नई सहस्राब्दी के सूर्योदय की प्रथम किरण भारत के किस एक याम्योत्तर (Meridians) में दिखाई दी?
(a) 2°30′ W
(b) 82° 30′ E
(c) 92° 30′ W
(d) 93°30′ E
[U.P.P.C.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (d) 93°30′ E
- रॉयल ग्रीनविच लैबोरेटरी की घोषणानुसार, भारत में नई सहस्राब्दी के सूर्योदय की प्रथम किरण निकोबार द्वीपसमूह के ‘कटचल द्वीप’ (Katchal Island) पर दिखाई दी।
- कटचल भारत की मुख्य भूमि से लगभग 1600 किमी. तथा पोर्ट ब्लेयर से 300 किमी. दक्षिण में 80 उत्तरी अक्षांश एवं 93°-94° पूर्वी देशांतरों के मध्य अवस्थित है।
- अतः निकटतम विकल्प (d) सही उत्तर होगा।
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7. किसी स्थान का मानक समय (Standard Time) निर्धारित करने का आधार होता है-
(a) देशांतर रेखा (Longitude)
(b) अक्षांश रेखा (Latitude)
(c) अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा
(d) प्रधान मध्याह्न रेखा
[43 B.P.S.C. (Pre) 1999]
उत्तर- (d) प्रधान मध्याह्न रेखा
- प्रधान देशांतर को अंतरराष्ट्रीय देशांतर रेखा या ग्रीनविच देशांतर के नाम से भी जाना जाता है।
- यह रेखा इंग्लैंड के ग्रीनविच स्थित रॉयल ऑब्जरवेटरी से होकर गुजरती है।
- शून्य अंश देशांतर पर स्थित इसी रेखा द्वारा अंतरराष्ट्रीय मानक समय (Standard Time) का निर्धारण किया जाता है। 1
- 80° देशांतर रेखा को अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा (International Date Line) के नाम से जाता है।
- प्रधान मध्याह्न रेखा निम्नलिखित देशों से होकर गुजरती है-
(1) यूनाइटेड किंगडम
(2) फ्रांस
(3) स्पेन
(4) अल्जीरिया
(5) माली
(6) बुर्किना फासो
(7) टोगो
(8) घाना
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8. निम्नलिखित स्थानों में से किनका समय GMT के समान है?
1. अक्रा
3. मैड्रिड
2. डब्लिन
4. लिस्बन
नीचे दिए हुए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) 1, 2 और 3
(b) 1, 3 और 4
(c) 1, 2 और 4
(d) 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (c) 1, 2 और 4
- उल्लेखनीय है कि घाना की राजधानी अक्रा, आयरलैंड की राजधानी डब्लिन तथा पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन तीनों ही GMT मानक समय का उपयोग करती हैं।
- मैड्रिड स्पेन की राजधानी है, जो 3° 43′ पश्चिम देशांतर पर स्थित है, इसका समय GMT मानक समय के समान नहीं है।
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9. किसी एक क्षण, निम्नलिखित नगरों में से किस एक में घड़ी समय अन्य तीन नगरों के घड़ी के समयों के समान नहीं
(a) लंदन (यू.के.)
(b) लिस्बन (पुर्तगाल)
(c) अक्रा (घाना)
(d) आदिस अबाबा (इथिओपिया)
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (d) आदिस अबाबा (इथिओपिया)
- लंदन (यू.के.), लिस्बन (पुर्तगाल) और अक्रा (घाना) का समय समान है, क्योंकि ये तीनों GMT मानक समय का उपयोग करते हैं।
- इथिओपिया की राजधानी आदिस अबाबा लगभग 38°45′ (38°40′ से 38°50′) पूर्वी देशांतर पर स्थित है, जिसका स्थानीय समय ग्रीनविच माध्य समय से 2 घंटे, 35 मिनट आगे है।
- नोट- जबकि इथिओपिया का मानक समय ग्रीनविच माध्य समय से 3 घंटा आगे है। अतः आदिस अबाबा का समय भी ग्रीनविच से 3 घंटा आगे है।
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10. ग्रीनविच की देशांतर रेखा से पूर्व या पश्चिम में स्थित होने के आधार पर निम्नलिखित देशों का मानक समय ग्रीनविच माध्य समय से या तो आगे है या पीछे-
1. क्यूबा
2. ग्रीस (यूनान)
3. इराक
4. कोस्टा रिका
5. जापान
ग्रीनविच माध्य समय से आगे से पीछे के क्रम की दृष्टि से देशों के मानक समय का निम्नलिखित में से कौन-सा क्रम सही है?
(a) 5, 3, 2, 1, 4
(b) 2, 4, 1, 3, 5
(c) 4, 1, 3, 2, 5
(d) 3, 5, 4, 1, 2
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (a) 5, 3, 2, 1, 4
- ग्रीनविच रेखा (0° देशांतर रेखा) इंग्लैंड से होकर गुजरती है।
- यहीं से संसार के मानक समय की गणना की जाती है।
- पूर्वी गोलार्द्ध का समय आगे तथा पश्चिमी गोलार्द्ध का समय पीछे रहता है।
- उपर्युक्त देशों का मानक समय निम्न प्रकार है-
जापान +9 घंटे
इराक = + 3 घंटे
ग्रीस (यूनान) = + 2 घंटे
क्यूबा = – 5 घंटे
कोस्टा रिका = – 6 घंटे
- अतः आगे से पीछे की ओर सही क्रम 5, 3, 2, 1, 4 अर्थात जापान, इराक, ग्रीस, क्यूबा, कोस्टा रिका होगा।
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11. जब I.S.T. याम्योत्तर (Meridian) पर दोपहर होती है तब धरती पर एक अन्य स्थान पर लोग अपनी सुबह 6.00 बजे की चाय ले रहे होते हैं, उस स्थान का देशांतर (Longitude) है-
(a) 17°30′ E
(b) 7° 30′ W
(c) 172° 30′ E
(d) 90° W
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (b) 7° 30′ W
- सामान्यतः 1° देशांतर पर 4 मिनट का अंतर होता है।
- प्रधान याम्योत्तर/ देशांतर (IST) के पूर्व का समय आगे और पश्चिम का समय पीछे रहता है।
- IST पर दोपहर और सुबह के 6.00 बजे अर्थात 6 घंटे में 6×60 = 360 मिनट/4 = 90° देशांतर का अंतर आएगा, जो ग्रीनविच/प्रधान याम्योत्तर के समय से पीछे अर्थात पश्चिम में स्थित होगा।
- यदि IST का तात्पर्य भारतीय मानक समय से है इस प्रश्न का उत्तर 7°30′ पश्चिम देशांतर अर्थात् विकल्प (b) होगा।
- यदि IST का तात्पर्य अंतरराष्ट्रीय मानक समय से है तो उत्तर विकल्प (d) होगा। इसीलिए सुबह 6.00 बजे की चाय लेने वाला स्थान 90° पश्चिम देशांतर पर होगा।
- यहां उत्तर की व्याख्या भारतीय मानक समय के संदर्भ में की गई है।
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12. ग्रीनविच से दोपहर 12.00 बजे एक तार भेजा गया। तार संप्रेषित करने में 12 मिनट का समय लगा। वह एक नगर में 6.00 बजे सायं को पहुंचा। नगर का देशांतर होगा-
(a) 97° पू.
(b) 87 पू.
(c) 87° प.
(d) 97 प.
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) 87 पू.
- पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती रहती है।
- लगभग 24 घंटे में पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा कर लेती है।
- इस प्रकार वह 24 घंटे में 360° घूम जाती है (एक घंटे में 15° या चार मिनट में 1″)। चूंकि तार ग्रीनविच (0°) से दोपहर 12.00 बजे भेजा गया और एक नगर में 6 बजे पहुंचा।
- 12 मिनट का समय तार संप्रेषित करने में लगा तो कुल समय 6 घंटे – 12 मिनट या 360 मिनट – 12 मिनट = 348 मिनट अब चूंकि 60 मिनट में पहुंचता है = 15° पर इसलिए 348 मिनट में पहुंचेगा 348×15/60 →87° पूर्व
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13. अंतरराष्ट्रीय दिनांक रेखा (International Date Line) खींची जाती है-
(a) अफ्रीका से होकर
(b) एशिया से होकर
(c) प्रशांत महासागर से होकर
(d) अटलांटिक महासागर
[44 B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (c) प्रशांत महासागर से होकर
- अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पृथ्वी पर ऐसी प्रतिबिंब रेखा होती है, जो दो क्रमागत कैलेंडर दिनों को अलग करती है।
- यह ग्रीनविच (इंग्लैंड) से 180″ विपरीत दिशा में प्रशांत महासागर से होकर गुजरती है।
- उल्लेखनीय है कि जहां कोई स्थल भाग पड़ता है, इसे मोड़ दिया जाता है।
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14. कथन (A): तिथि निर्धारक रेखा पर ग्रीनविच से 12 घंटे का अंतर है।
कारण (R): तिथि निर्धारक रेखा 180 डिग्री देशांतर पर स्थित है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) (A), (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की व्याख्या करता है
(b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की व्याख्या नहीं करता है
(c) (A) सत्य है परंतु, (R) असत्य है
(d) (R) सत्य है परंतु, (A) असत्य है
[U.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (a) (A), (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की व्याख्या करता है
- तिथि निर्धारक रेखा (International Date Line) 180° देशांतर पर स्थित है।
- यह रेखा ग्रीनविच रेखा (इंग्लैंड) से 180 के अंतर से होकर गुजरती है।
- ग्रीनविच शून्य डिग्री देशांतर पर स्थित होने के कारण ग्रीनविच और अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के बीच 180° देशांतर का अंतर है, अर्थात 180 × 4 = 720 मिनट या 12 घंटे का अंतर है।
- अतः कथन और कारण दोनों सत्य है तथा कारण, कथन की सही व्याख्या भी है।
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15. ग्लोब पर दो स्थानों के बीच न्यूनतम दूरी नहीं होती है-
(a) 45° उ. अक्षांश पर
(b) 45° द. अक्षांश पर
(c) प्रधान देशांतर पर
(d) अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पर
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पर
- अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा (180° देशांतर) को छोड़कर बाकी सभी रेखाएं नियत स्थान से होकर गुजरती हैं।
- जबकि अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा को 8 स्थानों पर मोड़ दिया जाता है, ताकि एक ही स्थान पर तिथि को लेकर मतभेद की स्थिति न रहे।
- अलास्का के पास मोड़ दिए जाने पर दो स्थानों के बीच की दूरी घट-बढ़ जाती है।
- अतः ग्लोब पर दो स्थानों के बीच न्यूनतम दूरी अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पर नहीं होती है।
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16. यदि पृथ्वी के घूर्णन की दिशा उत्क्रमित कर दी जाए, तो जब अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पर दोपहर हो, तो भारतीय मानक समय क्या होगा ?
(a) 06.30 घंटे
(b) 05.30 घंटे
(c) 18.30 घंटे
(d) 17.30 घंटे
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (a) 06.30 घंटे
- अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा (180° देशांतर) एवं भारत के मानक समय (82%) के बीच 97°30′ देशांतर का अंतर है, जबकि ग्रीनविच रेखा (0° देशांतर) और भारत के मानक समय के बीच 824° देशांतर का अंतर है।
- चूंकि 1° देशांतर पर 4 मिनट का अंतर होता है।
- अतः पृथ्वी के घूर्णन की दिशा उत्क्रमित कर देने से जब अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पर दोपहर के 12 बजे होंगे, ठीक उसी समय भारतीय मानक समय (जो अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा से 97°30′ देशांतर पर स्थित है) 97½° x 4 = 390 मिनट या 6.30 बजे (सुबह) का समय होगा।
- अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।
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17. निम्नलिखित में से कौन-सा एक जलडमरूमध्य अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के सर्वाधिक निकट है?
(a) मलक्का जलडमरूमध्य
(b) बेरिंग जलडमरूमध्य
(c) फ्लोरिडा जलडमरूमध्य
(d) जिब्राल्टर जलडमरूमध्य
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) बेरिंग जलडमरूमध्य
- प्रधान मध्याह्न रेखा अथवा ग्रीनविच रेखा 0° देशांतर पर अवस्थित है।
- इसके पूर्व से अथवा पश्चिम से 180° पर अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा स्थित है।
- पूर्व अथवा पश्चिम में 180° के सर्वाधिक निकट का देशांतर अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के सर्वाधिक निकट होगा।
- विकल्प में दिए गए जलडमरूमध्यों के लगभग देशांतर निम्नानुसार हैं- 1. मलक्का 2. बेरिंग 3. फ्लोरिडा 4. जिब्राल्टर 99°32′ पूर्व देशांतर 168°23′ पश्चिम देशांतर 82°23′ पश्चिम देशांतर 5°41′ पश्चिम देशांतर स्पष्ट है कि बेरिंग जलडमरूमध्य (168°23′ पश्चिम देशांतर) अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के सर्वाधिक निकट है।
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18. एक जहाज एल्यूशियन द्वीप समूह के पूर्वी छोर से डच हार्बर की ओर जा रहा है। यह 1 जनवरी, 1999 को 23.30 बजे 180 याम्योत्तर को पार करता है। याम्योत्तर को पार करने के समय से एक घंटे की यात्रा करने के बाद जहाज का कप्तान अपनी डायरी में कौन-सा समय और तिथि दर्ज करेगा?
(a) जनवरी 1, 00:30 बजे
(b) जनवरी 2, 00:30 बजे
(c) जनवरी 3, 00:30 बजे
(d) जनवरी 4, 00:30 बजे
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (b) जनवरी 2, 00:30 बजे
- अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा 180° देशांतर का पूरी तरह अनुसरण नहीं करती है और राजनीतिक एवं आर्थिक रूप से संबद्ध क्षेत्रों को एक साथ रखने के लिए इसे कई स्थानों पर 180° देशांतर से पृथक किया गया है।
- तदनुसार संपूर्ण अलास्का क्षेत्र (जिसमें एल्यूशियन द्वीप समूह तथा डच हार्बर दोनों आते हैं) को अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा के पूर्व में रखा गया है।
- इस स्थिति के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा जहाज द्वारा पार ही नहीं की जाएगी तथा 180° याम्योत्तर को पार करने के बाद भी दिन वही (1 जनवरी, 1999) रहेगा और इसके 1 घंटे बाद जहाज के कप्तान द्वारा जनवरी 2, 00:30 बजे दर्ज किया जाएगा।
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19. पश्चिम की ओर यात्रा करने वाले एक जहाज के कैप्टन ने 90″ पश्चिम देशांतर पर स्थानीय समय 10.00 बजे सोमवार लिखा है। यदि उसके जहाज की गति वही है जो पृथ्वी के घूर्णन की है, तो अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पर वह किस स्थानीय समय और दिन को प्राप्त करेगा?
(a) 04.00 सोमवार
(b) 10.00 सोमवार
(c) 10.00 मंगलवार
(d) 16.00 मंगलवार
[U.P.P.C.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (b) 10.00 सोमवार
- पश्चिम की दिशा में यात्रा करने वाले जहाज के कैप्टन द्वारा 90° पश्चिमी देशांतर पर स्थानीय समय 10.00 बजे सोमवार दर्ज किया गया अर्थात वह अमेरिका महाद्वीप के आस-पास है।
- चूंकि पृथ्वी पश्चिम से पूर्व (घड़ी की सुइयों के विपरीत) अपने अक्ष पर चक्कर लगाती है और जहाज पश्चिम की ओर पृथ्वी के घूर्णन की गति से जा रहा है अर्थात दोनों की दिशाएं विपरीत हैं, किंतु पृथ्वी के अंदर की वस्तुओं पर घूर्णन गति का कोई प्रभाव नहीं पड़ता अर्थात 90° देशांतर की दूरी तय करने में जहाज को 6 घंटे (90 × 4 = 360 मिनट = 6 घंटा) का समय लगेगा, परंतु वह स्थानीय समय के अनुसार 6 घंटे पीछे रहेगा।
- अतः अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा पर पहुंचने पर वह स्थानीय समय 10.00 बजे सोमवार ही लिखेगा।
- हां, अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा को पार करने पर उसका स्थानीय समय 10.00 बजे मंगलवार हो जाएगा।
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20. किसी जहाज को सबसे कम समय में एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने के लिए निम्न में से किसे मार्ग बनाना चाहिए?
(a) समुद्री धारा
(b) समुद्री हवा
(c) देशांतर
(d) अक्षांश
[U.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (c) देशांतर
- किसी जहाज को एक स्थान से दूसरे स्थान तक कम समय में पहुंचने के लिए यात्रा देशांतर के सापेक्ष करनी होगी।
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21. किसी जगह का स्थानीय समय 6.00 प्रातः है जब कि ग्रीनविच मीन टाइम (जी.एम.टी.) 3.00 प्रातः है। उस जगह की देशांतर रेखा क्या होगी?
(a) 45° पश्चिम
(b) 45° पूर्व
(c) 120° पूर्व
(d) 120° पश्चिम
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006, Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (b) 45° पूर्व
- विश्व के 360 देशांतरों को 24 टाइम जोनों (15-15 देशांतर के अंतराल पर) में विभाजित किया गया है अर्थात प्रत्येक टाइम जोन में 1 घंटे का तथा एक देशांतर में 4 मिनट का अंतर आता है।
- जीएमटी से पूर्व की ओर जाने पर प्रत्येक देशांतर पर 4 मिनट समय आगे रहता है, जबकि पश्चिम की ओर जाने पर प्रत्येक देशांतर पर 4 मिनट समय पीछे रहता है।
- प्रश्नानुसार, उस स्थान के समय की गणना करनी है, जो ग्रीनविच से आगे (अर्थात 6-3 = 3 घंटे) स्थित है। 3 घंटे के देशांतरों की गणना इस प्रकार होगी।
- 3 घंटे या 180 मिनट /4 = 45° देशांतर। चूंकि यह समय ग्रीनविच से आगे है।
- अतः देशांतर पूर्व होगा, इसलिए उत्तर 45° पूर्व देशांतर होगा।
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22. निम्न में से कौन-सा एक समय की प्राकृतिक इकाई नहीं है?
(a) उष्णकटिबंधीय वर्ष
(b) चंद्र मास
(c) मानक समय
(d) दिवस (दिन)
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) मानक समय
- प्रश्नानुसार, दिए गए विकल्पों में से मानक समय (Standard Time) का निर्धारण कृत्रिम रूप से किया गया है।
- उदाहरणार्थ (0° देशांतर रेखा को प्रधान मध्याह्न रेखा के रूप में निर्धारित किया गया है।
- इसी प्रकार 82½” पूर्वी देशांतर रेखा को भारत का मानक समय (Standard Time) निर्धारित किया गया है, जबकि उष्णकटिबंधीय वर्ष, चंद्र मास तथा दिवस (दिन) समय की प्राकृतिक इकाइयां हैं।
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iii. विषुवत रेखा/भूमध्य रेखा
1. पृथ्वी की भूमध्य रेखा की कुल लंबाई है लगभग-
(a) 6,400 किमी.
(b) 12,800 किमी.
(c) 40,000 किमी.
(d) 5,000 किमी.
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) 40,000 किमी.
- पृथ्वी की भूमध्य रेखा (Equator) की कुल लंबाई लगभग 40,090 किमी. है।
- अतः अभीष्ट निकटतम उत्तर विकल्प (c) है।
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2. निम्नलिखित समूहों में से किस एक के देशों में से भूमध्य रेखा गुजरती है?
(a) ब्राजील, जाम्बिया और मलेशिया
(b) कोलम्बिया, केन्या और इंडोनेशिया
(c) ब्राजील, सूडान और मलेशिया
(d) वेनेजुएला, इथिओपिया और इंडोनेशिया
[I.A.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (b) कोलम्बिया, केन्या और इंडोनेशिया
- स्थल एवं जल पर विषुवत रेखा (Equator Line) कुल 13 देशों से होकर गुजरती है। इनका विवरण निम्न प्रकार है-
(1) साओ टोमे और प्रिंसिप
(2) गैबन
(3) कांगो गणराज्य
(4) कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य
(5) युगांडा
(6) केन्या
(7) सोमालिया
(8) मालदीव
(9) इंडोनेशिया
(10) किरिबाती
(11) इक्वेडोर
(12) कोलंबिया
(13) ब्राजील
- स्पष्ट है कि केन्या, इंडोनेशिया तथा कोलंबिया को समाहित करने वाला विकल्प (b) अभीष्ट उत्तर है।
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3. जिस अक्षांश पर वार्षिक तापांतर (Annual Range of Temperature) न्यूनतम होता है, वह है-
(a) भूमध्य रेखा
(b) कर्क रेखा
(c) मकर रेखा
(d) उत्तरी ध्रुव वृत्त
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (a) भूमध्य रेखा
- विषुवत रेखा/भूमध्य रेखा (Equator) पर वार्षिक तापांतर सबसे कम पाया जाता है अर्थात यहां लगभग वर्ष भर सूर्य की किरणें लंबवत पड़ने से उच्च एवं निम्न तापमान में ज्यादा अंतर नहीं आ पाता है।
- इन क्षेत्रों में कोई शीत ऋतु नहीं होती है।
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4. निम्नलिखित नगरों में से कौन-सा एक भूमध्य रेखा के सर्वाधिक निकट है?
(a) कोलंबो
(b) जकार्ता
(c) मनीला
(d) सिंगापुर
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (d) सिंगापुर
- कोलंबो 6°55′ 30″ उत्तरी अक्षांश पर, जकार्ता 6°12″ दक्षिणी अक्षांश पर, मनीला 14° 35’30” उत्तरी अक्षांश पर तथा सिंगापुर 1°21″ उत्तरी अक्षांश पर अवस्थित है।
- स्पष्ट है कि भूमध्य रेखा (0° अक्षांश) के सर्वाधिक निकट सिंगापुर है।
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5. भूमध्य रेखा, कर्क रेखा और मकर रेखा तीनों निम्न में से किस एक महाद्वीप से गुजरती है?
(a) अफ्रीका
(b) एशिया
(c) उत्तरी अमेरिका
(d) दक्षिणी अमेरिका
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (a) अफ्रीका
- भूमध्य रेखा, कर्क रेखा तथा मकर रेखा तीनों अफ्रीका महाद्वीप से गुजरती हैं।
- द. अमेरिका महाद्वीप से भूमध्य तथा मकर रेखा गुजरती हैं।
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6. इंटरट्रॉपिकल कंवरजेंस जोन (आइ.टी.सी.जेड.) एक निम्न वायुदाब पेटी स्थित है-
(a) व्यापारिक एवं पछुआ हवाओं की पेटी के मध्य
(b) पछुआ एवं ध्रुवीय हवाओं की पेटी के मध्य
(c) ध्रुवों के समीपवर्ती क्षेत्र में
(d) भूमध्य रेखा पर
[M.P. P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) भूमध्य रेखा पर
- इंटरट्रॉपिकल कंवरजेंस जोन (आइ.टी.सी.जेड.) एक निम्न वायुदाब पेटी है जो भूमध्य रेखा पर स्थित है।
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iv. कर्क रेखा
1. मकर संक्रांति के समय कर्क रेखा पर दोपहर के सूर्य का उन्नतांश होता है-
(a) 23.50
(b) 43.00
(c) 47.0°
(d) 66.5°
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (b) 43.00
- मकर संक्रांति 22 दिसंबर को उस समय होती है, जब मकर रेखा पर सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती हैं।
- चूंकि पृथ्वी अपने अक्ष पर 23½° झुकी हुई है, इसलिए मकर रेखा पर जब 90″ सूर्य का उन्नतांश कोण होगा, ठीक इसी समय कर्क रेखा पर 90°-47° = 43° का कोण बनेगा।
- मकर रेखा से कर्क रेखा के मध्य दूरी 23½° +23½º = 47° है।
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2. कर्क रेखा नहीं गुजरती है-
(a) मिस्र से
(b) भारत से
(c) ईरान से
(d) म्यांमार से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (c) ईरान से
- कर्क रेखा (Tropic of Cancer) विश्व के जिन देशों/क्षेत्रों से होकर गुजरती है, वे इस प्रकार हैं-
हवाई द्वीप (सं.रा. अमेरिका)
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मेक्सिको |
बहामास |
माली |
मॉरीतानिया |
नाइजर |
अल्जीरिया |
वेस्टर्न सहारा |
लीबिया |
सऊदी अरब |
मिस्र |
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) |
भारत |
बांग्लादेश |
म्यांमार |
चीन |
ओमान |
ताइवान |
- यह चाड के सुदूर उत्तरी सीमा को स्पर्श करते हुए गुजरती है। अतः स्पष्ट है कि कर्क रेखा ईरान से होकर नहीं गुजरती है। इसलिए सही उत्तर विकल्प (c) होगा।
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v. मकर रेखा
1. निम्न में से कौन-सा कथन पृथ्वी के गति के संदर्भ में सत्य है?
1. पृथ्वी के अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व घूर्णन के कारण मौसम परिवर्तन होता है।
2. पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने के कारण धरती पर रात व दिन घटित होते हैं।
(a) 1 व 2 दोनों सत्य हैं।
(b) केवल 2 सत्य है।
(c) 1 व 2 दोनों असत्य हैं।
(d) केवल 1 सत्य है।
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (c) 1 व 2 दोनों असत्य हैं।
- पृथ्वी के अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व घूर्णन के कारण धरती पर रात व दिन घटित होते हैं, जबकि पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर दीर्घ वृत्तीय कक्षा में परिक्रमा लगाने तथा अपने अक्ष पर 23½° झुकाव के कारण धरती पर मौसम परिवर्तन होता है।
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2. मकर रेखा नहीं गुजरती है-
(a) बोलीविया से
(b) पराग्वे से
(c) अर्जेंटीना से
(d) ब्राजील से
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1997]
उत्तर- (a) बोलीविया से
- मकर रेखा (Tropic of Capricorn) निम्नलिखित देशों/क्षेत्रों से होकर गुजरती है-
ब्राजील |
ऑस्ट्रेलिया |
पराग्वे |
मेडागास्कर |
अर्जेंटीना |
मोजाम्बिक |
चिली |
द. अफ्रीका |
फ्रेंच पोलीनेशिया (फ्रांस) |
टाँगा (Tonga) |
बोत्सवाना |
नामीबिया |
- अतः स्पष्ट है कि मकर रेखा बोलीविया से होकर नहीं गुजरती है।
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3. जब सूर्य की किरणें मकर रेखा पर लंबवत चमकती है तब भारत में निम्नांकित में से कौन-सी घटना घटित होती है?
(a) उत्तर-पश्चिम भारत में उच्च वायुदाब विकसित होता है।
(b) उत्तर-पश्चिम भारत में निम्न वायुदाब विकसित होता है।
(c) उत्तर-पश्चिम भारत में वायुदाब में परिवर्तन नहीं होता।
(d) उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान बढ़ जाता है।
(e) इनमें से कोई नहीं।
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) उत्तर-पश्चिम भारत में उच्च वायुदाब विकसित होता है।
- सूर्य की किरणें मकर रेखा (23.5° दक्षिणी अक्षांश) पर लंबवत 21/22 दिसंबर को चमकती हैं।
- इस दिन दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन होता है।
- इस दौरान दक्षिणी गोलार्द्ध में उत्तरी गोलार्द्ध की अपेक्षा निम्न वायुदाब अर्थात ग्रीष्म ऋतु होती है।
- इसी समय उत्तरी गोलार्द्ध में दक्षिणी गोलार्द्ध की अपेक्षा उच्च वायुदाब अर्थात शीत ऋतु होती है, क्योंकि कर्क रेखा पर सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती हैं।
- चूंकि कर्क रेखा (23.5″ उत्तरी अक्षांश) भारत के लगभग मध्य से होकर गुजरती है, इसलिए इस दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में भी उच्च वायुदाब विकसित होता है।
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vi. दिन-रात
1. किस तिथि को रात और दिन बराबर होते हैं?
(a) 22 जून
(b) 23 सितंबर
(c) 22 दिसंबर
(b) 21 फरवरी
[M.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) 23 सितंबर
- सामान्यतः 21 मार्च को सूर्य उत्तरी गोलार्द्ध में प्रवेश करते समय तथा 23 सितंबर को दक्षिणी गोलार्द्ध में प्रवेश करते समय विषुवत रेखा पर पहुंचता है।
- इन दो तिथियों को दोनों गोलाद्धों में 12-12 घंटे के दिन एवं रात होते हैं।
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2. वर्षभर रात और दिन कहां बराबर होते हैं?
(a) उत्तरी ध्रुव
(b) दक्षिणी ध्रुव
(c) भूमध्य रेखा
(d) कहीं नहीं
[M.P.P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (c) भूमध्य रेखा
- भूमध्य रेखा/विषुवत रेखा पांच मुख्य अक्षांश वृत्तों में से एक है, जो बृहत वृत्त भी है।
- इसके आस-पास के क्षेत्रों में वर्षभर रात और दिन लगभग 12 घंटे के होते हैं, जबकि भूमध्य रेखा से उत्तर या दक्षिण की ओर दिन एवं रात की अवधियां मौसम के अनुरूप बढ़ती घटती रहती हैं।
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3. उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क संक्रांति के समय 12 घंटे का दिन होगा-
(a) कर्क रेखा पर
(b) मकर रेखा पर
(c) आर्कटिक वृत्त पर
(d) विषुवत रेखा पर
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) विषुवत रेखा पर
- कर्क संक्राति के समय उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रातें होती हैं, इसके विपरीत दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रातें होती हैं, जबकि विषुवत रेखा पर रात एवं दिन की अवधियों में कोई अंतर नहीं होता है।
- वहां वर्ष भर 12 घंटे के ही दिन रहते हैं।
- अतः स्पष्ट है कर्क संक्रांति के समय 12 घंटे का दिन विषुवत रेखा पर ही होगा, क्योंकि उत्तरी गोलार्द्ध में इस समय दिन की अवधि 12 घंटे से काफी अधिक रहती है।
- इसलिए सही उत्तर विकल्प (d) है।
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4. उत्तरी गोलार्द्ध में, वर्ष का सबसे लंबा दिन आम तौर पर कब होता है?
(a) जून महीने का पहला पखवाड़ा
(b) जून महीने का दूसरा पखवाड़ा
(c) जुलाई महीने का पहला पखवाड़ा
(d) जुलाई महीने का दूसरा पखवाड़ा
[I.A.S. (Pre) 2022]
उत्तर- (b) जून महीने का दूसरा पखवाड़ा
- उत्तरी गोलार्द्ध में, वर्ष का सबसे लंबा दिन आम तौर पर जून महीने के दूसरे पखवाड़े में होता है।
- यह सामान्यतः 20 या 21 जून की तिथि को होता है।
- वहीं दक्षिणी गोलार्द्ध में, वर्ष का सबसे लंबा दिन दिसंबर माह के दूसरे पखवाड़े में होता है।
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5. उत्तरी गोलार्द्ध में वर्ष का सबसे छोटा दिन होता है-
(a) 21 दिसंबर
(b) 22 दिसंबर
(c) 21 जून
(d) 22 जून
[M.P.P.C.S. (Pre) 1990, 47th B.P.S.C. (Pre) 2005]
उत्तर- (b) 22 दिसंबर
- उत्तरी गोलार्द्ध में शीत अयनांत (Winter Solstice) अर्थात 21/22 दिसंबर को वर्ष का सबसे छोटा दिन होता है। इसके विपरीत ग्रीष्म अयनांत (Summer Solstice) के समय उत्तरी गोलार्द्ध में 20/21 जून को वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है।
- इसके विपरीत 20/21 जून को दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे छोटा दिन तथा 21/22 दिसंबर को सबसे बड़ा दिन होता है।
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6. निम्नलिखित तिथियों में से किसमें दोपहर को आप की छाया सबसे छोटी होती है?
(a) दिसंबर 25
(b) मार्च 21
(c) जून 21
(d) फरवरी 14
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) जून 21
- किसी वस्तु की छाया पृथ्वी की सूर्य से दूरी तथा उस वस्तु के सूर्य के प्रकाश से बनने वाले कोण पर निर्भर करती है।
- सबसे छोटी छाया तब बनेगी जब सूर्य सर्वाधिक दूरी पर होगा।
- इसी प्रकार सबसे छोटी छाया तब बनेगी जब कोण सबसे कम बनेगा।
- ग्रीष्म अयनांत की 21 जून की तिथि को ठीक 12 बजे कर्क रेखा पर सूर्य सबसे अधिक दूरी से लंबवत चमकेगा अर्थात उन स्थानों पर वस्तु से शून्य या शून्य से कुछ अधिक अंश का कोण बनेगा।
- पृथ्वी यदि सभी स्थानों पर समतल होती अर्थात इसकी आकृति चपटी होती, तो कर्क रेखा पर सभी स्थानों पर 12 बजे (21 जून को) शून्य अंश का कोण बनता, लेकिन वक्राकार होने के कारण मूल स्थान से हटकर अन्य स्थानों पर 0 से अधिक अंश का कोण बनेगा।
- 0 अंश का कोण बनने पर छाया एकदम नहीं बनेगी।
- कर्क रेखा से विचलन के अनुरूप छाया का आकार भी बढ़ेगा घटेगा।
- यह उत्तरी गोलार्द्ध में 21 जून को अन्य दिनों की तुलना में न्यूनतम होगा।
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7. जून की 21वीं तारीख को सूर्य-
(a) उत्तर ध्रुवीय वृत्त पर क्षितिज के नीचे नहीं डूबता है।
(b) दक्षिण ध्रुवीय वृत्त पर क्षितिज के नीचे नहीं डूबता है।
(c) मध्याह्न में भूमध्य रेखा पर ऊर्ध्वाधर रूप से व्योमस्थ चमकता है।
(d) मकर-रेखा पर ऊर्ध्वाधर रूप से व्योमस्थ चमकता है।
[I.A.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (a) उत्तर ध्रुवीय वृत्त पर क्षितिज के नीचे नहीं डूबता है।
- प्रत्येक वर्ष 20 से 22 जून के मध्य (सामान्यतः 21 जून को) उत्तरी गोलार्द्ध में ग्रीष्म अयनांत या संक्रांति (Summer Solstice) होती है, जब पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव का सूर्य की ओर अक्षीय झुकाव अधिकतम होता है तथा इस स्थिति में उत्तरी गोलार्द्ध में सूर्य अधिक ऊंचाई पर होता है।
- इस अवस्था में उत्तरी ध्रुव पर रात नहीं होती अर्थात सूर्य उत्तर ध्रुवीय (आर्कटिक) वृत्त पर क्षितिज के नीचे नहीं डूबता है तथा यह उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है।
- वस्तुतः उत्तर ध्रुवीय वृत्त (66°30′ उत्तरी अक्षांश) उस क्षेत्र की दक्षिणी सीमा बनाता है, जहां उत्तरी गोलार्द्ध में ग्रीष्म अयनांत (सामान्यतः 21 जून) पर सूर्य नहीं डूबता और शीत अयनांत (22 दिसंबर के आस-पास) पर सूर्य क्षितिज के ऊपर नहीं उगता।
- दक्षिण ध्रुवीय वृत्त पर सूर्य दिसंबर अयनांत (दक्षिणी गोलार्द्ध में ग्रीष्म अयनांत) में क्षितिज के नीचे नहीं डूबता।
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vii. पृथ्वी की उत्पत्ति
1. निम्न विद्वानों में से किसने सुझाव दिया है कि पृथ्वी की उत्पत्ति गैसों और धूल कणों से हुई है?
(a) जेम्स जीन्स
(b) एच. आल्फावेन
(c) एफ. होयल
(d) ओ. श्मिड
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (d) ओ. श्मिड
- जेम्स जीन्स ने ज्वारीय परिकल्पना का, एफ. होयल एवं लिटिलटन ने नव तारा परिकल्पना का तथा ऑटो श्मिड ने अंतरतारकीय धूल परिकल्पना का प्रतिपादन किया।
- ऑटो श्मिड की परिकल्पना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उन्होंने ग्रहों की उत्पत्ति गैस एवं धूल कणों से मानी है।
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2. पृथ्वी की आयु निर्धारित करने में निम्नलिखित में से कौन-सी विधि का प्रयोग करते हैं?
(a) कार्बन डेटिंग जीवाश्मों की आयु
(b) जर्मेनियम डेटिंग
(c) यूरेनियम डेटिंग
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) यूरेनियम डेटिंग
- पृथ्वी की आयु ज्ञात करने के लिए यूरेनियम (रेडियोमेट्रिक) डेटिंग विधि का प्रयोग करते हैं।
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viii. भूगर्भिक इतिहास
1. महान हिमयुग का संबंध किससे है?
(a) प्लीस्टोसीन
(b) ओलिगोसीन
(c) होलोसीन
(d) इओसीन
[M.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) प्लीस्टोसीन
- महान हिमयुग पृथ्वी के इतिहास का एक ऐसा युग है, जब बड़े पैमाने पर हिमाच्छादन हुआ था।
- यह प्लीस्टोसीन युग से संबंधित है।
- इस युग की शुरुआत लगभग 20 लाख वर्ष पूर्व हुई थी एवं यह 10 हजार वर्ष पूर्व तक चला था।
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2. निम्न कालों में से किसे प्रायः ‘लघु हिमकाल’ माना गया है?
(a) 750 से 850 ई.
(b) 950 से 1250 ई.
(c) 1650 से 1870 ई.
(d) आज से 8000 से 10,000 वर्ष पूर्व
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015]
उत्तर- (c) 1650 से 1870 ई.
- 1300 से 1870 ई. के काल को प्रायः ‘लघु हिमकाल’ माना गया।
- अतः निकटतम विकल्प के रूप में विकल्प (c) सही उत्तर है।
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3. डायनासोर का काल आज से कितने वर्ष पहले था?
(a) पांच करोड़ वर्ष पूर्व
(b) अठारह करोड़ वर्ष पूर्व
(c) चालीस करोड़ वर्ष पूर्व
(d) अस्सी करोड़ वर्ष पूर्व
[M.P.P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (b) अठारह करोड़ वर्ष पूर्व
- जुरैसिक कल्प (Jurassic Period) 20.8 करोड़ वर्ष पूर्व आरंभ हुआ तथा 14.4 करोड़ वर्ष पूर्व समाप्त हुआ।
- इस कल्प को डायनासोर का काल (Age of Dinosaurs) कहा जाता है।
- अतः निकटतम विकल्प (b) सही है।
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4. महाद्वीप अलग कैसे हुए?
(a) ज्वालामुखी फूटने से
(b) विवर्तनिक क्रिया से
(c) चट्टानों के वलन और भ्रंशन से
(d) उपर्युक्त सभी
[53to55th B.P.S.C. (Pre) 2011]
उत्तर- (b) विवर्तनिक क्रिया से
- महाद्वीपों के अलग होने के कारण के रूप में विवर्तनिक क्रिया को सर्वाधिक उपयुक्त माना जाता है।
- पृथ्वी के ऊपरी भाग (संपूर्ण क्रस्ट एवं मेंटिल का ऊपरी भाग) का निर्माण विभिन्न प्लेटों से हुआ है।
- ये प्लेटें विभिन्न प्रारूपों में विवर्तनिक क्रिया के फलस्वरूप गतिशील तथा प्रवाहित होती हैं।
- इस प्रकार ये प्लेटें अपने ऊपर स्थित महाद्वीप तथा महासागरीय भागों को अपने प्रवाह के साथ ही स्थानांतरित करती हैं।
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5. निम्नलिखित महाद्वीपों में से कौन-सा गोंडवानालैंड का भाग नहीं था?
(a) उत्तरी अमेरिका
(b) दक्षिणी अमेरिका
(c) अफ्रीका
(d) ऑस्ट्रेलिया
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (a) उत्तरी अमेरिका
- पेंजिया के उत्तरी भाग को लॉरेशिया और दक्षिणी भाग को गोंडवानालैंड कहा गया।
- लॉरेशिया में उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, यूरोप और एशिया शामिल थे, जबकि गोंडवानालैंड में दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, मेडागास्कर, अरब प्रायद्वीप, प्रायद्वीपीय भारतीय, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका शामिल थे।
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6. कोकोस प्लेट किनके मध्य पायी जाती है?
(a) मध्य अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट
(b) दक्षिणी अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट
(c) लाल सागर तथा फारस की खाड़ी
(d) एशियाई प्लेट तथा प्रशांत प्लेट
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) मध्य अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट
- कोकोस प्लेट मध्य अमेरिका तथा प्रशांत प्लेट के मध्य पायी जाती है।
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7. पृथ्वी पर मूलतः एक ही विशाल भूखंड था जिसे कहते हैं-
(a) पैंथालसा
(b) पेंजिया
(c) लॉरेशिया
(d) गॉडवानालैंड
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर- (b) पेंजिया
- कार्बोनिफेरस युग में समस्त स्थल भाग, एक स्थल भाग के रूप में संलग्न थे।
- इस स्थलपिंड का नामकरण पैंजिया किया गया।
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8. निम्नलिखित में से किस घटना/किन घटनाओं ने जीवों के विकास को प्रभावित किया होगा?
1. महाद्वीपीय विस्थापन
2. हिमानी चक्र
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) 1 और 2 दोनों
- सविंद्र सिंह द्वारा लिखित पुस्तक भौतिक भूगोल का स्वरूप’ के अनुसार महाद्वीपीय विस्थापन एवं हिमानी चक्र दोनों ही घटनाओं ने जीवों के विकास को प्रभावित किया।
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9. वलन-क्रिया किसका परिणाम है?
(a) महादेशजनक बल
(b) भूविक्षेपीय (कॉरिऑलिक) बल
(c) पर्वत-निर्माणकारी बल
(d) बहिर्जात बल
[53rd to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011]
उत्तर- (c) पर्वत-निर्माणकारी बल
- पृथ्वी के अंतर्जात बलों के अंतर्गत पर्वत-निर्माणकारी बल (क्षैतिज संचलन) भी आता है।
- इसके तहत दो प्रकार के बल कार्य करते हैं-संपीडन बल व तनाव बला संपीडन बल से चट्टानों की परतें मुड़ जाती हैं।
- ऊपर उठे भाग को ‘अपनति’ और धंसे हुए भाग को ‘अभिनति’ कहते हैं।
- इसी मोड़ को ‘वलन’ कहते हैं।
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10. निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. विद्युत-चुंबकीय विकिरण
2. भूतापीय ऊर्जा
3. गुरुत्वीय बल
5. पृथ्वी का घूर्णन
4. प्लेट संचलन
6. पृथ्वी का परिक्रमण
उपर्युक्त में से कौन-से पृथ्वी के पृष्ठ पर गतिक परिवर्तन लाने के लिए जिम्मेदार हैं?
(a) केवल 1, 2, 3 और 4
(b) केवल 1, 3, 5, और 6
(c) केवल 2, 4, 5, और 6
(d) 1, 2, 3, 4, 5, और 6
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) 1, 2, 3, 4, 5, और 6
- पृथ्वी के पृष्ठ पर गतिक परिवर्तन में अंतर्जात बलों की भूमिका होती है।
- सामान्य रूप में अंतर्जात बलों की उत्पत्ति के संभावित कारणों में पृथ्वी के आंतरिक भाग में तापीय विषमता तथा शैलों का संकुचन तथा विस्तार होना है।
- साथ ही विद्युत चुंबकीय विकिरण, गुरुत्वीय बल की भी प्रमुख भूमिका होती है।
- भूतापीय ऊर्जा, पृथ्वी का घूर्णन एवं परिक्रमण भी पृथ्वी के पृष्ठ पर गतिक परिवर्तन लाने के लिए जिम्मेदार हैं।
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11. सही कालक्रम में व्यवस्थित कीजिए-
(i) पटपरा जमाव
(iii) बाघोर जमाव
(ii) खेतौन्ही जमाव
(iv) सिहावल जमाव
कूट :
(a) (i), (iv), (ii), (iii)
(b) (iv), (i), (iii), (ii)
(c) (i), (ii) (iii), (iv)
(d) (iv), (iii), (ii), (1)
[U.P.P.C.S. (Mains) 2017]
उत्तर- (b) (iv), (i), (iii), (ii)
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(जमाव)
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(कालक्रम) |
सिहावल जमाव |
निम्न पुरापाषाण काल |
पटपरा जमाव |
मध्य पुरापाषाण काल |
बाघोर जमाव |
उच्च पुरापाषाण काल |
खेतौन्ही जमाव |
नव पाषाण काल एवं लघु पाषाण काल |
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12. निम्न घटनाओं पर विचार कीजिए-
1. पहला सरीसृप
2. पहला कीट
3. कवचवाले जीव
4. पहला स्तनधारी
उपर्युक्त घटनाओं को पृथ्वी पर उनके उत्पन्न होने के कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए तथा नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) 2, 1, 3, 4
(b) 2, 3, 1, 4
(c) 3, 2, 1, 4
(d) 2, 4, 1, 3
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) 3, 2, 1, 4
- पृथ्वी की उत्पत्ति अनुमानतः 4.6 अरब वर्ष पूर्व हुई तथा कालांतर में इस पर जीवन की उत्पत्ति हुई।
- प्रश्नगत विकल्पों में सर्वप्रथम कवचवाले जीव (Shelled animals) उत्पन्न हुए, उसके बाद क्रमशः कीटों (Insects), सरीसृपों (Reptiles) तथा स्तनधारियों (Mammals) की उत्पत्ति हुई।
- अतः विकल्प (c) अभीष्ट उत्तर होगा।
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13. राजस्थान मरुस्थल अथवा थार मरुस्थल निम्नलिखित में किसका विस्तार है?
(a) प्लीओसीन
(b) पैलियोसीन
(c) प्लीस्टोसीन एवं अभिनव जमाव
(d) ओलिगोसीन
[U.P.P.C.S. (Pre), 2018]
उत्तर- (c) प्लीस्टोसीन एवं अभिनव जमाव
- राजस्थान मरुस्थल अथवा थार मरुस्थल ‘प्लीस्टोसीन एवं अभिनव जमाव’ का विस्तार है।
- पुरातत्व विभाग के अनुसार, थार मरुस्थल का निर्माण 70,000 वर्ष पहले प्रारंभ हुआ था, जबकि NCERT के अनुसार ‘प्लीस्टोसीन’ युग 20 लाख वर्ष पूर्व से लेकर 10,000 पूर्व तक रहा।
- इस तरह थार मरुस्थल के निर्माण व विस्तार का समय प्लीस्टोसीन युग के अंतर्गत ही है।
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14. संयुक्त राज्य अमरीका का ‘रस्ट बाउल’ निम्नलिखित में से किस प्रदेश से संबंधित है?
(a) ग्रेट लेकस प्रदेश
(b) अलाबाया प्रदेश
(c) कैलिफोर्निया प्रदेश
(d) पिट्सबर्ग प्रदेश
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में में से एक से अधिक
[63rd B.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में में से एक से अधिक
- रस्ट बाउल या रस्ट बेल्ट, एक भौगोलिक क्षेत्र है, जो पहले एक विनिर्माण या औद्योगिक हब था, लेकिन अब गिरावट के चरण में है, क्योंकि विनिर्माण केंद्र कई देशों में स्थानांतरित हुए हैं।
- ग्रेट लेक क्षेत्र और पिट्सबर्ग इसके अंतर्गत आते हैं।
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