1. निम्नलिखित में से कौन शासक ‘पृथ्वीराज चौहान’ के नाम से प्रसिद्ध है?
(a) पृथ्वीराज प्रथम
(b) पृथ्वीराज द्वितीय
(c) पृथ्वीराज तृतीय
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर-(c) पृथ्वीराज तृतीय
- अजमेर के शासक पृथ्वीराज चौहान तृतीय 1191 ई. में तराइन की पहली लड़ाई में मुहम्मद गोरी को हराने के लिए प्रसिद्ध थे, लेकिन फिर 1192 ई. में तराइन की दूसरी लड़ाई में हार गए।
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2. ताम्रपत्र लेख दर्शाते हैं कि प्राचीन काल में बिहार के राजाओं का संपर्क था-
(a) बर्मा से
(b) थाईलैंड से
(c) कंबोडिया
(d) जावा-सुमात्रा से
[43 B.P.S.C. (Pre) 1999]
उत्तर-(d) जावा-सुमात्रा से
- पाल राजवंश के राजा देवपाल बौद्ध थे और लिखित अभिलेखों के अनुसार उन्हें “परम सौगात” के नाम से जाना जाता था।
- शैलेन्द्र राजवंश के राजा बालपुत्रदेव के अनुरोध पर, देवपाल ने नालंदा में बौद्ध विहार बनाने के लिए पांच गाँव दान में दिए।
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3. सुवर्णभूमि का वह राजा कौन था, जिसने नालंदा में एक बौद्ध विहार की स्थापना की तथा उसके रख-रखाव हेतु अपने दूत द्वारा देवपाल से पांच गांव दान में देने के लिए प्रार्थना की?
(a) धरणीन्द्र
(b) संग्रामधनंजय
(c) बालपुत्रदेव
(d) चूड़ामणिवर्मन
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
[64th B.P.S.C. (Pre) 2018]
उत्तर-(c) बालपुत्रदेव
- सुवर्णभूमि के शासक बालपुत्रदेव ने नालंदा में एक बौद्ध विहार की स्थापना की तथा उसके रख-रखाव हेतु अपने दूत द्वारा देवपाल से पांच गांव देने के लिए प्रार्थना की थी।
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4.गोविंदचंद्र गहड़वाल की एक रानी कुमारदेवी ने धर्मचक्र-जिन विहार कहां बनवाया था?
(a) बोधगया
(b) राजगृह
(c) कुशीनगर
(d) सारनाथ
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (d) सारनाथ
- कुमार देवी एक बौद्ध रानी थीं जो गोविंद चंद्र गहड़वाला राजवंश से थीं।
- उन्होंने सारनाथ में एक धर्मचक्र जैन विहार बनवाया।
- इसलिए, विकल्प (d सही है)
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5.हम्मीर महाकाव्य में चौहानों को बताया गया है-
(a) चंद्रवंशी
(b) ब्राह्मण
(c) यदुवंशी
(d) सूर्यवंशी
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]
उत्तर-(d) सूर्यवंशी
- हैमर महाकाव्य में कहा गया है कि चौहान परिवार सूर्यवंशी समूह का हिस्सा है।
- महाकाव्य के अनुसार, यह परिवार सूर्य के पुत्र चाहमान से आता है।
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6. आल्हा-ऊदल संबंधित थे-
(a) चंदेरी से
(b) विदिशा से
(c) महोबा से
(d) पन्ना से
[M.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर-(c) महोबा से
- आल्हा-उदल महोबा के थे और उन्होंने चंदेल राजा परमार देव (1165-1203 ई.) की सेवा की थी।
- पृथ्वीराज चौहान के साथ युद्ध के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
- इस लड़ाई का विवरण चंद बरदाई द्वारा लिखित “पृथ्वीराज रासो” और “परमाल रासो” और जगनिक द्वारा लिखित “आल्हा खंड” कहानियों में पाया जा सकता है।
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7. ‘पृथ्वीराज रासो’ के लेखक हैं-
(a) कल्हण
(b) बिल्हण
(c) जयानक
(d) चंदबरदाई
[43rd B.P.S.C. (Pre) 1999]
उत्तर-(d) चंदबरदाई
- चंदेल और चौहान के बीच हुए महान युद्ध की कहानियाँ चंद बरदाई की कृतियों “पृथ्वीराज रासो” और “परमाल रासो” और जगनिक की “आल्हा खंड” में बताई गई हैं।
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8. ‘पृथ्वीराज विजय’ का लेखक कौन है?
(a) चंदबरदाई
(b) पृथ्वीराज चौहान
(c) जयानक
(d) नयनचंद सूरि
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2012]
उत्तर-(c) जयानक
- जयानक ने “पृथ्वीराज विजय” पुस्तक लिखी।
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9. निम्नलिखित युग्मों में से कौन एक सुमेलित नहीं है?
(a) अब्दुर रहमान – हमीर रासो
(b) चंदबरदाई – पृथ्वीराज रासो
(c) जगनिक – आल्हाखंड
(d) नरपति नाल्ह – बीसलदेव रासो
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (a) अब्दुर रहमान – हमीर रासो
- शारंगदेव ने हमीर रासो लिखा।
- अन्य विकल्प सही ढंग से सुमेलित हैं.
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10. निम्नलिखित राजपूत वंशों में से किसने, आठवीं शताब्दी में, दिलिका (दिल्ली) शहर की स्थापना की थी?
(a) परमार वंश
(b) सोलंकी वंश
(c) तोमर वंश
(d) चौहान वंश
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर-(c) तोमर वंश
- तोमर राजपूत, जो मूल रूप से गुर्जर-प्रतिहारों के प्रति वफादार थे, ने दिल्ली शहर (जिसे पहले ढिल्लिका के नाम से जाना जाता था) की शुरुआत की थी।
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11. जेजाकमुक्ति प्राचीन नाम था-
(a) बघेलखंड का
(b) बुंदेलखंड का
(c) मालवा का
(d) विदर्भ का
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर-(b) बुंदेलखंड का
- बुन्देलखण्ड का क्षेत्र पूर्व में जेजाकभुक्ति कहलाता था।
- यह नाम जय सिंह या जेजा ने दिया था, जो नन्नुक के पोते थे।
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12. धंगदेव किस वंश का शासक था?
(a) जेजाकमुक्ति के चंदेल
(b) मालवा के परमार
(c) महिष्मति के कलचुरी
(d) त्रिपुरी के कलचुरी
[M.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) जेजाकमुक्ति के चंदेल
- धंगदेव, जिन्हें धंग के नाम से भी जाना जाता है, जेजाकभुक्ति के चंदेल परिवार के शासक थे।
- उन्होंने ही कंदरिया महादेव मंदिर का निर्माण कराया था।
- गंगा और यमुना नदियों के पानी में अपना शरीर छोड़ने पर धंगा को मोक्ष प्राप्त हुआ।
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13.निम्नलिखित शासकों के नाम सही कालक्रमानुसार संयोजित कर अपना उत्तर नीचे दिए गए कूट से चयन कीजिए-
1. विद्याधर
2. धंग
3. यशोवर्मा
4. कीर्तिवर्मा
कूट :
(a) 3, 2, 1, 4
(b) 1, 3, 2, 4
(c) 3, 1, 4, 2
(d) 2, 3, 1, 4
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) 3, 2, 1, 4
- समय की दृष्टि से इन शासकों का क्रम इस प्रकार है:
- यशोवर्मा (930-950 ई.)
- धंगा (950-1002 ई.)
- विद्याधर (1019-1029 ई.)
- कीर्ति वर्मा (1060-1100 ई.)
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14. चित्तौड़ के ‘त्रिभुवन नारायण मंदिर’ को किसने बनवाया?
(a) राणा प्रताप ने
(b) राजा धंग ने
(c) परमार राजा भोज ने
(d) पृथ्वीराज चौहान ने
[M.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर-(c) परमार राजा भोज ने
- परमार राजा भोज ने चित्तौड़ में त्रिभुवन नारायण का मंदिर बनवाया था।
- भोज ने अनेक पुस्तकों की रचना की।
- इनकी रचनाओं में सरस्वतीकंठभरण, श्रृंगार प्रकाश, प्राकृत व्याकरण, कूर्मशतक, श्रृंगारमंजरी आदि उल्लेखनीय हैं।
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15. पुंड्रवर्धन भुक्ति अवस्थित थी-
(a) उत्तर बंगाल में
(b) बिहार में
(c) ओडिशा में
(d) असम में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) उत्तर बंगाल में
- पुराने दिनों में, पुंड्रवर्धन भुक्ति उत्तरी बंगाल में स्थित थी।
- पाल, चंद्र और सेन राजवंशों के शासनकाल के दौरान इसका क्षेत्र उत्तरी बिहार तक बढ़ गया था।
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16. पाल वंश का संस्थापक कौन था?
(a) धर्मपाल
(b) देवपाल
(c) गोपाल
(d) रामपाल
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर-(c) गोपाल
- तिब्बती इतिहासकार तारानाथ ने कहा कि पाल वंश के निर्माता गोपाल का जन्म ‘पुंड्रवर्धन’ के निकट हुआ था और उन्हें बंगाल का शासक चुना गया था।
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17. ‘ओदंतपुर’ शिक्षा केंद्र निम्न में से किस राज्य में अवस्थित था?
(a) बंगाल
(b) बिहार
(c) गुजरात
(d) तमिलनाडु
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
[60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर-(b) बिहार
- ओदंतपुर जिसे उदनापुर भी कहा जाता है, प्राचीन काल में एक प्रमुख शिक्षा केंद्र था।
- यह बिहार राज्य में अवस्थित था।
- इसकी स्थापना पाल वंश के प्रथम शासक गोपाल ने की थी।
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18. निम्नलिखित में से किसने सोमपुर महाविहार का निर्माण कराया था?
(a) कुमारगुप्त I
(b) हर्ष
(c) धर्मपाल
(d) विजयसेन
[U.P.P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर-(c) धर्मपाल
- धर्मपाल अत्यंत भावुक बौद्ध थे।
- उनकी रचनाओं में उन्हें “परम सौगात” कहा गया है।
- उन्होंने विक्रमशिला और सोमापुरी (पहाड़पुर) में प्रसिद्ध बौद्ध मठों का निर्माण किया।
- प्रसिद्ध बौद्ध विद्वान हरिभद्र भी उनके दरबार का हिस्सा थे।
- तारानाथ के अनुसार धर्मपाल ने 50 धार्मिकों की स्थापना की।
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19. विक्रमशिला नामक प्राचीन विश्वविद्यालय की स्थापना बंगाल के किस शासक ने की?
(a) धर्मपाल
(c) देवपाल
(b) गोपाल
(d) महीपाल
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011, U.P.P.C.S. (Pre) 2008, 43 B.P.S.C. (Pre) 1999, U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 1994]
उत्तर- (a) धर्मपाल
- बंगाल के राजा धर्मपाल ने 770-810 ई. में विक्रमशिला विश्वविद्यालय बनवाया।
- नालन्दा विश्वविद्यालय के नष्ट हो जाने के बाद, विक्रमशिला विश्वविद्यालय को बौद्ध मान्यताओं का प्राथमिक केंद्र बनाने के लिए स्थापित किया गया था।
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20. विक्रमशिला महाविहार की स्थापना किस वंश के शासक द्वारा करवाई गई थी?
(a) पुष्यभूति वंश
(b) वर्मन वंश
(c) सेन वंश
(d) पाल वंश
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर-(d) पाल वंश
- बंगाल के राजा धर्मपाल ने 770-810 ई. में विक्रमशिला विश्वविद्यालय बनवाया।
- ऐसा नालन्दा विश्वविद्यालय की विफलता के बाद हुआ और विक्रमशिला बौद्ध धर्म का मुख्य केन्द्र बन गया।
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