Category: आधुनिक भारत
आप सभी “सांप्रदायिक” शब्द से परिचित हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि वास्तव में सांप्रदायिकता का क्या अर्थ है […]...
अंग्रेज़ों ने कुछ संवैधानिक सुधार किए थे। इस इकाई में उन कारणों पर विचार किया जा रहा है जिनकी वजह […]...
1917-18 में गांधी जी ने राष्ट्रव्यापी मुद्दों पर कुछ विशेष ध्यान नहीं दिया था। उन्होंने ऐनीबीसेंट की नज़र बंदी का […]...
यह इकाई में अठारहवीं शताब्दी के मध्य में भारतीय राजनैतिक व्यवस्था को समझाने का एक प्रयास है। इस इकाई को […]...
अठारहवीं शताब्दी में क्षेत्रीय राज्य व्यवस्थाओं का उदय हुआ। इसको पढ़ने के बाद स्वायत्तता प्राप्ति के पूर्व बंगाल और अवध […]...
यहां पर हम एक राजनीतिक नक्शो की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे जिसको आगामी इकाइयों में मरा जायेगा। इसका अध्ययन करने के […]...
नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक उग्र राष्ट्रवादी थे, जिनकी उद्दंड देशभक्ति ने उन्हें भारतीय इतिहास के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों […]...
इसे पढ़ने के बाद आप – ब्रिटिश शासन के अंतिम दशक में साम्प्रदायिकता की प्रकृति को व्याख्यायित कर सकेंगे, पाकिस्तान […]...
यह इकाई भारतीय राष्ट्रवाद के एक अल्प किंतु अत्यंत महत्वपूर्ण काल को रेखांकित करती है। इसे पढ़ने के बाद आप […]...
“भारत छोड़ो आंदोलन” अंग्रेजों के ख़िलाफ़ वह संघर्ष था जो भारत में किया गया परंतु समान रूप से महत्वपूर्ण उस […]...