भारत में वामपंथी उग्रवाद (LWE) की समस्या के संदर्भ में संक्षिप्त चर्चा : सरकार द्वारा अपनाई गई नक्सल विरोधी रणनीति की प्रमुख विशेषतायें

प्रश्न: सरकार ने भारत में वामपंथी उग्रवाद (लेफ्ट विंग एक्सट्रीमिजम) से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंडे, विकास संबंधी गतिविधियों और सुशासन के प्रचार-प्रसार के समकालिक कार्यान्वयन के चारों ओर निर्मित एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है। टिप्पणी कीजिए।

दृष्टिकोण

  • भारत में वामपंथी उग्रवाद (LWE) की समस्या के संदर्भ में संक्षिप्त चर्चा कीजिए और सरकार द्वारा अपनाई गई नक्सल विरोधी रणनीति की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
  • भारत में वामपंथी उग्रवाद से निपटने में आने वाली चुनौतियों और जटिलताओं पर चर्चा कीजिए।
  • भारत में वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए नवाचारी रणनीतियों का सुझाव दीजिए।

उत्तर

वामपंथी उग्रवाद (LWE) को प्रायः ‘भारत की सबसे बड़ी आंतरिक सुरक्षा चुनौती’ के रूप में वर्णित किया जाता है। गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 में 10 राज्यों के लगभग 106 जिले LWE आंदोलन से अत्यधिक प्रभावित थे। इसके परिणामस्वरूप, भारत सरकार ने LWE विद्रोह का समाधान करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है, जो अनिवार्य रूप से चार तत्वों को सम्मिलित करता है।

  • एक इंटीग्रेटेड मल्टी-प्रॉन्ड स्ट्रेटेजी (multi-pronged strategy) जिसमें सुरक्षा संबंधी उपाय सम्मिलित हों;
  • विकास संबंधी पहले और सुशासन; 
  • अधिकारों और पात्रता संबंधी मानदंडों को सुनिश्चित करना; और
  • जनधारणा का प्रबंधन करना।

सरकार ने एक नए नक्सल विरोधी सिद्धांत के रूप में समाधान (SAMADHAN) की शुरुआत की है जो:

  •  S- स्मार्ट लीडरशिप (कुशल नेतृत्व): यह एकीकृत समन्वय और आदेश के माध्यम से की जाएगी।
  • A- एग्रेसिव स्ट्रेटेजी (आक्रामक रणनीति): वामपंथी उग्रवाद के विरुद्ध मल्टी-प्रॉन्ग्ड प्रो-एक्टिव स्ट्रेटेजी अपनाना।
  • M- मोटिवेशन और ट्रेनिंग (प्रेरणा और प्रशिक्षण): सही दृष्टिकोण, सही रणनीति और सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण।
  • A- ऐक्शनेबल इंटेलिजेंस (क्रियाशील खुफिया तंत्र): स्थानीय लोगों के साथ बेहतर नेटवर्क स्थापित करना।
  • D- डैशबोर्ड आधारित KPIs (प्रमुख निष्पादन संकेतक) और KRAS (प्रमुख परिणाम क्षेत्र) को राज्य पुलिस और CAPFs (केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों), दोनों के लिए निर्धारित किया जाना चाहिए।
  • H-हार्नेसिंग टेक्नोलॉजी (प्रौद्योगिकी का उपयोग करना): ड्रोन और स्मार्ट गन इत्यादि सहित उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग करना।
  • A-एक्शन प्लान फॉर ईच थिएटर (प्रत्येक मोर्चे के लिए कार्य योजना): विभिन्न मोर्चों पर लड़ने और ऐसे प्रत्येक मोर्चों के लिए एक विशिष्ट कार्य योजना के निर्माण की आवश्यकता है।
  • N- नो एक्सेस टू फाइनेंसिंग (वित्त तक कोई पहुँच नहीं): LWE के वित्तीय संसाधनों को अवरुद्ध करना नई रणनीति का मूलभूत मंत्र है।

सरकार LWE क्षेत्रों में विकासात्मक गतिविधियों का अनुसरण कर रही है जैसे कि:

  • दंतेवाड़ा में आजीविका कॉलेजों की स्थापना: छात्रवृति सुविधा के साथ कौशल विकास पाठ्यक्रम प्रदान किया जा रहा है।
  • संपर्क: उदाहरण के लिए, दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर रेल परियोजना जिसे बस्तर की जीवन रेखा के रूप में जाना जाता है।
  • CAPFs द्वारा सिविक एक्शन प्रोग्राम (CAP): अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन कर परियोजना उन्मुख (सड़कों, पुलों का निर्माण इत्यादि) से व्यक्ति उन्मुख (बीज, पशुधन के लिए खाद) दृष्टिकोण अपनाया गया है।

हालांकि, कुछ मुद्दों का समाधान करने की आवश्यकता है जैसे कि CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) तैनाती का रेजिमेंटल दृष्टिकोण, विशेष प्रशिक्षण की कमी, राज्य पुलिस बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के मध्य दृष्टिकोण में साम्यता का अभाव, क्षेत्र-विशिष्ट रणनीतियों आदि की अनुपस्थिति इत्यादि।

इन कमियों को निम्नलिखित उपायों को अपनाकर दूर किया जा सकता है:

  • CRPF तैनाती के रेजिमेंटेड दृष्टिकोण की तरह प्रतिक्रिया करने के बजाय बलों को ऑपरेशन्स से सम्बद्धता के सन्दर्भ में अधिक अग्र-सक्रिय और आक्रामक होना चाहिए।
  • अपने कर्मियों के प्रशिक्षण और क्षमता विकास का निरीक्षण करना।
  • राज्य पुलिस का आधुनिकीकरण और विस्तार करने की तत्काल आवश्यकता है।
  • LWE प्रभावित राज्यों को संचालन संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग और ‘प्रभावी’ शासन एवं तीव्र विकास सुनिश्चित करने के लिए पहल करनी चाहिए।
  • नागरिक समाज को विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा माओवादियों के विरुद्ध मनोवैज्ञानिक युद्ध जीतने में के लिए सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए।

जब तक सरकार लाभकारी रोजगार प्रदान तथा गरीबी उन्मूलन और भूमि सुधार कार्यक्रमों को लागू न करे,तब तक जवाबी कार्यवाही उपायों की सफलता के वांछित स्तर को प्राप्त नहीं किया जा सकता है। सामाजिक न्याय और समावेशी विकास वे मुद्दे हैं, जिन पर सरकार को अपनी रणनीति बनानी चाहिए।

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