स्टेट ऑफ़ सोशल सेफ्टी नेट्स रिपोर्ट, 2018 (State of Social Safety Nets 2018)

विश्व बैंक द्वारा स्टेट ऑफ़ सोशल सेफ्टी नेट्स रिपोर्ट, 2018 (सामाजिक सुरक्षा जाल की स्थिति पर रिपोर्ट, 2018) जारी की गई है।

  • यह रिपोर्ट विश्व बैंक के 2012 से 2022 तक की सामाजिक सुरक्षा तथा श्रम रणनीति (World Bank’s 2012-2022 Social Protection and Labor Strategy) के कार्यान्वयन की प्रगति की निगरानी हेतु किए जाने वाले प्रयासों का भाग है:
  • यह रिपोर्ट ASPIRE डेटाबेस से 142 देशों के लिए प्रशासनिक डेटा तथा 96 देशों के लिए परिवार सर्वेक्षण डेटा का उपयोग करती है।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

यह रिपोर्ट दो विशिष्ट विषय वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करती है:

अनुकूलनकारी सामाजिक संरक्षण (Adaptive Social Protection: ASP): यह परिवारों पर प्राकृतिक आपदा एवं
जलवायु परिवर्तन, आर्थिक और वित्तीय संकट, संघर्ष व विस्थापन सहित अन्य सभी प्रकार के आघातों (shocks) के प्रभावों को दूर करने के लिए सामाजिक सुरक्षा को बेहतर बनाने हेतु अधिक ध्यान केन्द्रित करता है। ASP के फोकस क्षेत्र निम्नलिखित हैं:

आघातों के घटित होने के पहले ही परिवार के लिए प्रत्यास्थता का सृजन करना, जो कि निम्नलिखित के द्वारा संभव है:

  • आजीविका संबंधी रणनीतियों का विविधीकरण तथा बाजार तक पहुंच।
  • वित्तीय, सामाजिक, मानव, भौतिक और प्राकृतिक पूंजी तक पहुँच में वृद्धि।
  • गुणवत्तापूर्ण मूलभूत सामाजिक सेवाओं तक पहुंच।
  • विशेष रूप से कठिन समय में सेफ्टी नेट सहित सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों तक पहुंच।
  • आघात को अनुकूलित करने हेतु आवश्यक जानकारी और कौशल तक पहुंच।
  • स्थानीय एवं राष्ट्रीय संस्थान परिवर्तित वास्तविकताओं के प्रति अनुकूलित होने में समर्थ हों।

आघातों के घटित होने के उपरांत प्रतिक्रिया के लिए सेफ्टी नेट की क्षमता में वृद्धिः  आघातों के घटित होने उपरांत आवश्यकतानुसार क्षैतिज और/या ऊध्र्वाधर विस्तार को हासिल करने हेतु सामाजिक सुरक्षा जाल (Social Safety Nets: SSN) कार्यक्रम में आवश्यक प्रत्यास्थता तथा मापनीयता प्रदान करने के लिए गतिशील वितरण प्रणाली को अपनाना।

  • ऊध्र्वाधर विस्तार: यह मौजूदा सामाजिक सुरक्षा लाभार्थियों के लिए आवश्यकता पड़ने पर त्वरित रूप से लाभ राशि में
    वृद्धि करता है।
  • क्षैतिज विस्तार: यह कार्यक्रम के कवरेज में विस्तार करते हुए उन लोगों को सम्मिलित करने के विषय में है, जो नियमित कार्यक्रम में शामिल नहीं थे किन्तु प्रभावित हैं तथा सहायता हेतु लक्षित हैं।

वृद्धावस्था पेंशन: यह उन वृद्ध वयस्कों को आय का एक वैकल्पिक स्रोत प्रदान करती है जो अंशदायी योजनाओं के अंतर्गत सम्मिलित नहीं हैं। (वृद्धावस्था पेंशन ने बुजुर्गों को गरीबी से निजात दिलाने अथवा इससे बचने में सहायता की है)।

रिपोर्ट के निष्कर्ष

  • SSN व्यय में वृद्धि: वैश्विक स्तर पर, विकासशील एवं विकासशील अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर राष्ट्र SSN कार्यक्रमों पर अपने GDP का औसतम 1.5 प्रतिशत व्यय करते हैं। भारत और बांग्लादेश में सार्वजनिक निर्माण पर बजटीय खर्च का हिस्सा संपूर्ण दक्षिण एशिया में सर्वाधिक (> 25%)  है।
  • गरीबी में कमी: सामाजिक सुरक्षा जाल लोगों को अतिशय गरीबी की अवस्था से निकालने में मदद करता है (36% लोगों  ने अतिशय गरीबी से मुक्ति पाया है)। इसके चलते गरीबी How Much Do Regions & अंतराल में लगभग 45% तक
    की कमी आई है तथा इसने असमानता को भी कम किया है।
  • भारत की स्थिति: समावेशन संबंधी प्रभावी हस्तक्षेप  (ग्रेजुएशन मॉडल) के कारण सामाजिक सुरक्षा जाल में वृद्धि हुई है। प्रत्यास्थता का सृजन हुआ है, फलस्वरूप लोग गरीबी के चक्र से सतत रूप से बाहर  निकले हैं।
  • आपदा सुरक्षाः सामाजिक  सुरक्षा जाल जीवन चक्र में आघातों का मुकाबला करने हेतु परिवारों को सक्षम बनाते हैं, जो कि मानव पूंजी विकसित करने हेतु अनिवार्य है।

सामाजिक सुरक्षा जाल (Social Safety Net) कार्यक्रम के प्रकार:

  • शर्त रहित नकदी हस्तांतरण (Unconditional Cash Transfers: UCTs): इसके अंतर्गत गरीबी उन्मूलन अथवा आपातकालीन कार्यक्रम, गारंटीयुक्त न्यूनतम आय कार्यक्रम और सार्वभौमिक या गरीब लक्षित बाल तथा पारिवारिक भत्ते जैसे
    हस्तक्षेप सम्मिलित हैं।
  • सशर्त नकदी हस्तांतरण (Conditional Cash Transfers: CCT): इसका लक्ष्य गरीबी को कम करना तथा लाभार्थियों की
    विद्यालय में उपस्थिति एवं स्वास्थ्य जांच जैसी शर्तों का अनुपालन कराकर मानव पूंजी में वृद्धि करना है।
  • सामाजिक पेंशन: इसका उद्देश्य वृद्धावस्था, अक्षमता या पालनकर्ता की मृत्यु के कारण उन लोगों की आय की हानि को दूर करना है जिनकी सामाजिक बीमा लाभ तक पहुंच नहीं है।
  • लोक निर्माण कार्यक्रम: यह किसी समुदाय आधारित परियोजना / गतिविधि में भाग लेने की शर्त के आधार पर हस्तांतरण करता है।
  • शुल्क छूट एवं लक्षित सब्सिडी: यह सेवाओं को सब्सिडाइज़ करती है अथवा गरीबों की कम कीमत वाले खाद्य पदार्थ तक पहुंच सुनिश्चित करती है।
  • स्कूली भोजन कार्यक्रम सामान्यतः गरीबों तथा खाद्य-असुरक्षित क्षेत्रों में छात्रों को भोजन प्रदान करता है।
  • जिंस/खाद्य पदार्थों का हस्तांतरण: इसमें भोजन के लिए राशन, कपड़े, स्कूल की व्यवस्था, आश्रय, उर्वरक, बीज, कृषि उपकरण या पशु और निर्माण सामग्री एवं अन्य सम्मिलित हैं।

SSN हस्तांतरण को प्रभावित करने वाले कारक

  • कार्यक्रम का कवरेज: अधिकतम लाभ प्रदान करने के साथ-साथ अधिकतम कवरेज से गरीबी तथा असमानता में अधिकतम
    कमी आती है।
  • स्थानातंरण का स्तर: परिवारों के संधारणीय व समग्र विकास हेतु पर्याप्त राशि का होना आवश्यक है।
  • लाभार्थी/लाभ सूचकांक: गरीबी अंतराल में वांछित कमी के स्तर की प्राप्ति हेतु इसके अंतर्गत शामिल योजनाओं में आवश्यक
    रूप से सभी संभावित सुभेद्य लोगों को सम्मिलित करना चाहिए।

संबंधित विवरण

विश्व बैंक की 2012 से 2022 तक की सामाजिक संरक्षण और श्रम रणनीति (World Bank 2012–2022 Social Protection and Labor Strategy)

उद्देश्य: इसका उद्देश्य निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों के लोगों हेतु एकीकृत सामाजिक सुरक्षा और श्रम प्रणालियों,
सामाजिक सुरक्षा जाल कार्यक्रमों के कवरेज में वृद्धि (विशेषतः निम्न आय वाले देशों में) तथा बेहतर साक्ष्य के माध्यम से
प्रत्यास्थता, समानता तथा अवसरों में सुधार करने में सहायता करना है।

एस्पायर (ASPIRE): द एटलस ऑफ़ सोशल प्रोटेक्शन- इंडीकेटर्स ऑफ़ रेजिलिएंस एंड इक्विटी– यह सामाजिक संरक्षण एवं श्रम कार्यक्रमों के वितरणात्मक और निर्धनता प्रभाव का विश्लेषण करने हेतु विश्व बैंक का सामाजिक संरक्षण एवं श्रम (SPL) संकेतकों का प्रमुख संकलन है।

सामाजिक सहायता/सामाजिक सुरक्षा जाल कार्यक्रम

  • यह नकद या जिंस/खाद्य पदार्थों के रूप में गैर-योगदानकारी हस्तांतरण हैं तथा सामान्यतः गरीब एवं कमजोर लोगों को | लक्षित करते हैं।
  • यह दीर्घकालिक गरीबी में सुधार या अवसर की समानता प्रदान करने पर केंद्रित है।
  • यह मानव पूंजी विकास और आय सृजन करने वाली गतिविधियों को बढ़ावा देकर दीर्घ अवधि में घरेलू प्रत्यास्थता (household resilience) को बढ़ाता है।
  • यह आघातों के पश्चात् निर्धन परिवारों द्वारा अपनाई गई नकारात्मक मुकाबला रणनीतियों (negative coping strategies) की आवश्यकता को कम करता है। इसके तहत ऐसी रणनीतियों को स्कूल से बालकों को हटाकर अतिरिक्त घरेलू आय के लिए कार्य करने, उच्च ब्याज ऋण का लाभ उठाने और उत्पादक संपत्ति बेचने के रूप में संदर्भित किया जाता है।

Read More

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *


The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.