स्पेन का गृह युद्ध (1936-1939) : स्थानीय स्तर पर लड़े जाने के बावजूद युद्ध के दूरगामी महत्व

प्रश्न: यद्यपि स्पेन का गृह युद्ध (1936-1939) स्थानीय स्तर पर लड़ा गया था, तथापि इसका दूरगामी और व्यापक महत्व था। व्याख्या कीजिए। (150 शब्द)

दृष्टिकोण

  • दिए गए कथन की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
  • स्थानीय स्तर पर लड़े जाने के बावजूद युद्ध के दूरगामी महत्व को स्पष्ट कीजिए।
  • उपयुक्त निष्कर्ष दीजिए।

उत्तर

1936-1939 के मध्य, स्पेन में नई स्थापित हुई रिपब्लिकन सरकार के प्रति वफादार लोगों तथा रूढ़िवादी, सैन्यवादी व्यवस्था के समर्थकों के मध्य गृह युद्ध लड़ा गया। विशेषतः वहां उपस्थित राजनीतिक परिदृश्य के कारण इस युद्ध को प्रायः लोकतंत्र और फासीवाद के मध्य संघर्ष के रूप में चित्रित किया जाता है।

जुलाई, 1936 में स्पेन की सेना ने अपनी पहली वामपंथी रिपब्लिकन सरकार के विरुद्ध विद्रोह कर दिया। इसके परिणामस्वरूप घटित गृह युद्ध जिस प्रकार व्यापक अंतर्राष्ट्रीय समुदायों के मध्य फैल गया था, उसके कारण इसे द्वितीय विश्व युद्ध की एक पूर्ववर्ती घटना के रूप में देखा जाता है।

हालांकि, यह नव निर्वाचित वामपंथी सरकार द्वारा किसानों की भूमि संबंधी मांगों को पूरा करने, राजनीतिक स्वतंत्रताओं को पुनःस्थापित करने जैसे सुधारों के विरुद्ध दक्षिण-पंथी प्रतिरोध के साथ आरंभ हुआ, परन्तु इस ‘स्थानीय’ युद्ध ने स्पेन की राष्ट्रीय सीमाओं से परे भी कई घटनाओं को प्रभावित किया।

गृहयुद्ध का महत्व:

  • स्पेन, जर्मनी-इटली की संयुक्त आक्रामकता (फासीवादी शक्तियों) का प्रथम पीड़ित राष्ट्र था तथा इसने यूरोप में उनके लिए एक परीक्षण स्थल के रूप में कार्य किया था।
  • इस समय, द्वितीय विश्व युद्ध की संभावित पार्टियों के मध्य एक छद्म युद्ध लड़ा गया, अर्थात सोवियत संघ (USSR) ने वामपंथी सरकार का समर्थन किया जबकि फासीवादी शक्तियों ने दक्षिण-पंथी विद्रोहियों का समर्थन किया।
  • अमेरिका और ब्रिटेन जैसी महाशक्तियों ने गैर-हस्तक्षेपवादी नीति को अपनाया जिसके कारण अन्य देशों के विरुद्ध फासीवादी शक्तियों की आक्रामक योजनाओं को प्रोत्साहन मिला।
  • गृहयुद्ध का सर्वाधिक पहचाने जाने योग्य पहलू अंतर्राष्ट्रीय सेनाओं एवं स्वयंसेवकों की उपस्थिति थी, जो यूरोप और अमेरिका से स्पेन की फासीवादी शक्तियों के विरुद्ध लड़ने के लिए आए थे। यहां तक कि जवाहरलाल नेहरू भी स्पेन के लोगों के प्रति भारतीय समुदाय की एकजुटता को व्यक्त करने हेतु स्पेन गए थे।
  • इस युद्ध ने फासीवादी शक्तियों द्वारा किए गए अपराधों के विरुद्ध विश्व के विवेक को जागृत किया, जो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उनसे लड़ने के लिए महत्वपूर्ण था।

यद्यपि संघर्ष, प्रथम विश्व युद्ध की तरह खाई युद्ध (trench warfare) के साथ आरंभ हुआ परन्तु अंत तक यह युद्ध द्वितीय विश्व युद्ध में प्रयोग की जाने वाली तकनीकों का अग्रदूत हो गया था। जर्मनी के समर्थन के कारण, इस युद्ध में व्यापक रूप से वायु और थल सेनाओं के मध्य समन्वय देखने को मिला। स्पेन के गृहयुद्ध को प्रायः द्वितीय विश्व युद्ध के “ड्रेस रिहर्सल (Dress rehearsal) के रूप में वर्णित किया जाता है जिसमें फासीवादी देशों ने स्पेन के युद्धक्षेत्रों में अपने नए हथियारों का परीक्षण किया।

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