1.भारत के प्राचीनतम प्राप्त सिक्के-
(a) तांबे के थे
(b) सोने के थे
(c) रांगा के थे
(d) चांदी के थे
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (d) चांदी के थे
- भारत के सबसे पुराने सिक्के चांदी के बने होते थे और उन पर मोहर के निशान होते थे, इसलिए उन्हें आहत सिक्के या पंच-चिह्नित सिक्के कहा जाता है।
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2. निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
(a) अंग-चंपा
(b) कोशल-अहिच्छत्र
(c) वत्स कौशाम्बी
(d) मत्स्य विराटनगर
[U.P. R.O/A.R.O. (Mains) 2017]
उत्तर-(b) कोशल-अहिच्छत्र
- कोशल साम्राज्य के मुख्य नगर साकेत और श्रावस्ती थे।
- अन्य सभी विकल्प सही हैं.
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3.सूची-I तथा सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I |
सूची-II |
(राजा) |
(राज्य) |
A. प्रद्योत |
1. मगध |
B. उदयन |
2. वत्स |
C. प्रसेनजित |
3. अवंति |
D. अजातशत्रु |
4. कोसल |
कूट:
(a) A-1, B-2, C-3, D-4
(b) A-4, B-3, C-2, D-1
(c) A-3, B-2, C-4, D-1
(d) A-4, B-1, C-3, D-2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2000, U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर-(c) A-3, B-2, C-4, D-1
पाली ग्रंथों से पता चलता है कि प्रद्योत अवंती का शासक था, उदयन वत्स महाजनपद का शासक था, प्रसेनजित कोसल का था, और अजातशत्रु शासक था
सूची-I |
सूची-II |
(राजा) |
(राज्य) |
प्रद्योत |
अवंति |
उदयन |
वत्स |
प्रसेनजित |
कोसल |
अजातशत्रु |
मगध |
4. चंड प्रयोत किस प्राचीन गणराज्य के राजा थे ?
(a) काशी
(b) अंग
(c) अवंति
(d) बज्जि
[M.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर-(c) अवंति
- प्रद्योत एक शाही परिवार के संस्थापक और अवंती के शासक थे।
- ऐसा कहा जाता है कि वह पुलिक का पुत्र था जिसने उज्जैन में अपने गुरु की हत्या कर दी थी ताकि उसका पुत्र राजा बन सके।
- प्रद्योत बुद्ध और बिम्बिसार के समय ही जीवित थे और उनका नाम महावग्ग (विनय पिटक का एक खंड) और पुराणों में वर्णित है।
- ऐसा कहा जाता है कि वह 23 वर्षों तक सत्ता में रहे।
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5.अभिलेखीय साक्ष्य से प्रकट होता है कि नंद राजा के आदेश से. एक नहर खोदी गई थी-
(a) अंग में
(b) बंग में
(c) कलिंग में
(d) मगध में
[U.P.P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर-(c) कलिंग में
- हाथीगुम्फा शिलालेख से पता चलता है कि नंद साम्राज्य के राजा महापद्म नंद ने कलिंग में युद्ध जीता था।
- इसमें यह भी कहा गया है कि राजा ने राजा जिनसेन की मूर्ति ले ली और कलिंग में एक नहर बनवाई
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6.उज्जैन का प्राचीनकाल में नाम क्या था ?
(a) तक्षशिला
(b) इंद्रप्रस्थ
(c) अवंतिका
(d) इनमें से कोई नहीं
[M.P.P.C.S. (Pre) 1993, U.P.P.C.S. (Pre) 2009]
उत्तर-(c) अवंतिका
- उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश का एक शहर है।
- यह एक पुराना शहर है जो अवंती के दो मुख्य शहरों में से एक था, जो क्षेत्र के 16 प्रमुख राज्यों में से एक था।
- लोग अक्सर इसे अवंतिका कहते हैं।
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7.प्राचीन नगर, जो महाभारत और महाभाष्य दोनो में उल्लेखित है–
(a) मध्यमिका (नगरी)
(b) कर्कोट
(c) विराटनगर (बैराठ )
(d) रैद
[R.A.S./R.T.S (Pre) 2016]
उत्तर- (a) मध्यमिका (नगरी)
- विराटनगर की स्थापना राजा विराट ने की थी और यह मत्स्य साम्राज्य की राजधानी थी।
- महाभारत और महाभाष्य दोनों में इस पुराने शहर का उल्लेख है, जिसे मध्यमिका (नागरी) के नाम से भी जाना जाता है।
- इसका इतिहास इन दो स्रोतों में पाया जा सकता है।
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8.पाटलिपुत्र के संस्थापक थे-
(a) उदयिन
(b) बिंबिसार
(c) अशोक
(d) महापद्मनंद
[48 to 52 B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) उदयिन
- अजातशत्रु के उत्तराधिकारी उदयिन ने सोन और गंगा नदियों के जंक्शन पर एक किले का निर्माण करके पाटलिपुत्र का निर्माण किया।
- यह मगध साम्राज्य की राजधानी बन गयी, जिसने राजगृह का स्थान ले लिया।
- यह सिसुनाग वंश, नंद वंश और मौर्य वंश की राजधानी भी थी।
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9.मगध साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है ?
(a) पाटलिपुत्र पूरब में गंगा नदी से एवं उत्तर में चंपा नदी से घिरा हुआ था।
(b) पाटलिपुत्र उत्तर में गंगा नदी से एवं पश्चिम में सोन नदी से घिरा हुआ था।
(c) पाटलिपुत्र दक्षिण में विंध्य पर्वत से एवं पूरब में गंगा नदी से घिरा हुआ था।
(d) पाटलिपुत्र दक्षिण में विध्य पर्वत से एवं पश्चिम में चम्पा नदी से घिरा हुआ था।
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर-(b) पाटलिपुत्र उत्तर में गंगा नदी से एवं पश्चिम में सोन नदी से घिरा हुआ था।
- प्राचीन पाटलिपुत्र (आधुनिक पटना ) उत्तर में गंगा तथा पश्चिम सोन नदी से घिरा हुआ था।
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10. पाटलिपुत्र को किस शासक ने सर्वप्रथम अपनी राजधानी बनाया?
(a) चंद्रगुप्त मौर्य
(b) अशोक महान
(c) चंद्रगुप्त विक्रमादित्य
(d) कनिष्क
[42 B.P.S.C. (Pre) 1997]
उत्तर- (a) चंद्रगुप्त मौर्य
- चंद्रगुप्त मौर्य ने अपनी राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित की, जिसकी स्थापना हर्यक वंश के शासक उदयिन ने की थी, जो सोन और गंगा नदियों के संगम स्थल पर स्थित थी।
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11. उदयिन वासवदत्ता की दंतकथा संबंधित है-
(a) उज्जैन से
(b) मथुरा से
(c) माहिष्मती से
(d) कौशाम्बी से
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2008]
उत्तर- (a) उज्जैन से
- उदयन और वासवदत्ता की यह कहानी उज्जैन शहर से जुड़ी है।
- कवि भास ने अपने नाटक “स्वप्नवासवदत्तम्” में उनकी प्रेम कहानी के बारे में लिखा है।
- यह उस समय की बात है जब उदयन को उज्जैन की जेल में रखा गया था।
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12.प्रथम मगध साम्राज्य का उत्कर्ष किस शताब्दी में हुआ था ?
(a) ई.पू. चौथी शताब्दी
(b) ई.पू. छठवीं शताब्दी
(c) ई.पू. दूसरी शताब्दी
(d) ई.पू. पहली शताब्दी
[42- B.P.S.C. (Pre) 1997]
उत्तर-(b) ई.पू. छठवीं शताब्दी
- मगध साम्राज्य छठी शताब्दी ईसा पूर्व में विकसित होना शुरू हुआ और इसकी स्थापना राजा बिम्बिसार ने की थी, जो लगभग 544 से 492 ईसा पूर्व तक जीवित रहे और हर्यक राजवंश का हिस्सा थे।
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13.निम्नलिखित में से कौन-सा एक, ईसा पूर्व छठी शताब्दी में, प्रारंभ में भारत का सर्वाधिक शक्तिशाली नगर राज्य था ?
(a) गांधार
(b) कम्बोज
(c) काशी
(d) मगध
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (d) मगध
- 600 ईसा पूर्व की शुरुआत में मगध एक बहुत मजबूत शहर था
- यह महाजनपद समूह के सबसे धनी और सबसे सफल लोगों में से एक था।
- मगध और कोसल, अंग और काशी लगातार नियंत्रण के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे थे।
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14. प्रारंभिक गणतंत्र में कौन-सा नहीं था?
(a) शाक्य
(b) लिच्छवी
(c) यौधेय
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर-(c) यौधेय
- बुद्ध के समय में कई गणराज्य थे, जैसे कपिलवस्तु के शाक्य, सुमसुमा गिरी के भग्गा, अलकप्पा के बुली, केसपुत्त के कलाम, रामगढ़ के कोलिय, कुशीनारा के मल्ल, पावा के मल्ल, पिप्पली वन के मोरिया, वैशाली के लिच्छवि और मिथिला के विदेह.
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15.विश्व का पहला गणतंत्र वैशाली में किसके द्वारा स्थापित किया गया ?
(a) मौर्य
(b) नंद
(c) गुप्त
(d) लिच्छवी
[48th to 52 B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (d) लिच्छवी
- वैशाली शहर के लिच्छवी राजवंश ने दुनिया में पहला गणतंत्र स्थापित किया।
- वैशाली का नाम महाभारत कथा के राजा विशाल के नाम पर रखा गया था।
- यह एक लोकप्रिय बौद्ध तीर्थ स्थान है और भगवान महावीर का जन्मस्थान भी है।
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16. निम्न में से कौन-सा युग्म उपयुक्त जोड़ी है ?
(a) पार्श्वनाथ जनत्रिका –
(b) बिंदुसार शाक्य
(c) स्कंदगुप्त मौर्य
(d) चेटक लिच्छवी
[R.A.S. / RT.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) चेटक लिच्छवी
- राजा चेटक लिच्छवी गणराज्य के नेता थे।
- उनकी बेटी चेलना का विवाह मगध के राजा बिम्बिसार से हुआ।
- लिच्छवी वज्जि कुलों के समूह का हिस्सा थे।
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17.छठी शताब्दी ईसा पूर्व के 16 महाजनपदों के विषय में निम्नलिखित में से किस बौद्ध ग्रंथ में सूचना मिलती है ?
(a) दीघनिकाय
(b) त्रिपिटक
(c) दीपवंश
(d) अंगुत्तर निकाय
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर- (d) अंगुत्तर निकाय
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व में, बौद्ध ग्रंथ ‘अंगुत्तर निकाय’ और जैन ग्रंथ भगवती सूत्र दोनों में 16 महाजनपदों का उल्लेख है।
- ये थे अंग, मगध, काशी, कोसल, वज्जि, मल्ल, चेदि, वत्स, कुरु, पांचाल, मत्स्य, सूरसेन और अश्मक।
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18.महाजनपद युग के 16 जनपदों के नाम बौद्ध साहित्य में प्रायः उल्लिखित मिलते हैं। निम्नलिखित में से किन जनपदों के नाम पाणिनि की अष्टाध्यायी में उल्लिखित हैं?
(A) मगध
(B) अश्मक
(C) कम्बोज
(D) चेदि
(E) वत्स
नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर चुनिए-
(a) A, B और C
(b) D और E
(c) C, D और E
(d) A, C, D और E
[R.A.S./R.T.S. (Pre) (Re-Exam) 2013]
उत्तर- (a) A, B और C
- पाणिनि का जन्म पुष्कलावती, गांधार में हुआ था और वह अपने संस्कृत व्याकरण के लिए प्रसिद्ध हैं।
- अष्टाध्यायी संस्कृत का प्रारंभिक व्याकरण है जिसमें 4,000 नियम हैं जो आठ अध्यायों में विभाजित हैं।
- उन्होंने 22 जनपदों और तीन मुख्य प्रांतों – मगध, अश्मक और कम्बोज को सूचीबद्ध किया।
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19. महाभारत के अनुसार, उत्तरी पांचाल की राजधानी स्थित थी-
(a) हस्तिनापुर में
(b) इंद्रप्रस्थ में
(c) अहिच्छत्र में
(d) मथुरा में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2006]
उत्तर-(c) अहिच्छत्र में
- अहिच्छत्र शहर उत्तरी पंचाल का मुख्य शहर था, और काम्पिल्य दक्षिणी पंचाल का मुख्य शहर था।
- कुरु लोगों की राजधानी हस्तिनापुर इंद्रप्रस्थ और मठ थी।
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20. चंपा किस महाजनपद की राजधानी थी?
(a) मगध
(b) वज्जि
(c) कोशल
(d) अंग
[U.P.R.O/A.R.O. (Mains) 2014]
उत्तर- (d) अंग
- चंपा अंग महाजनपद का मुख्य शहर था और इसने बिहार में आधुनिक मुंगेर और भागलपुर का क्षेत्र संभाला था।
- कुछ समय बाद बिंबिसार ने इस पर कब्ज़ा कर लिया और यह मगध का हिस्सा बन गया, जो पश्चिम में स्थित था।
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21. छठवीं शताब्दी ई. पू. में शुक्तिमती राजधानी थी-
(a) पांचाल की
(b) कुरु कुरु की
(c) चेदि की
(d) अवंति की
[U.P.P.C.S (Mains) 2011]
उत्तर- (c) चेदि की
- ईसा पूर्व 600 के दशक में, चेदि महाजनपद उस क्षेत्र में पाया जाता था जिसे अब बुन्देलखण्ड और आसपास के क्षेत्रों के रूप में जाना जाता है।
- राजधानी को ‘सोत्थिवती’ कहा जाता था।
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22. गोदावरी नदी के तट पर स्थित महाजनपद था-
(a) अवंति
(b) वत्स
(c) अस्सक
(d) कम्बोज
[R.A.S. / R.T.S. (Pre) 2008]
उत्तर-(c) अस्सक
- बौद्ध एवं जैन ग्रंथों के अनुसार छठी शताब्दी में ‘असाका’ या ‘अश्मका’ नामक क्षेत्र गोदावरी एवं नर्मदा नदियों के बीच स्थित था।
- इसकी राजधानी को पैथन/पोटन या पोटाली कहा जाता था (जिसका पुराना नाम प्रथिस्ट था)।
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23. छठी शताब्दी ई.पू. का मत्स्य महाजनपद स्थित था-
(a) पश्चिमी उत्तर प्रदेश में
(b) राजस्थान में
(c) बुंदेलखंड में
(d) रुहेलखंड में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर-(b) राजस्थान में
- मत्स्य महाजनपद जयपुर के आसपास के क्षेत्र में स्थित था, जो राजस्थान राज्य में है।
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24. मगध की राजधानी कौन-सी थी ?
(a) प्रतिष्ठान
(b) वैशाली
(c) गिरिव्रज (राजगृह)
(d) चंपा
[47 B.P.S.C. (Pre) 2005]
उत्तर-(c) गिरिव्रज (राजगृह)
- राजगृह मगध की राजधानी बनने वाला पहला शहर था।
- प्रथम बौद्ध संगीति वहीं हुई थी और भगवान महावीर ने अपना पहला उपदेश वहीं दिया था।
- बृहद्रथ राजवंश मगध पर शासन करने वाला पहला राजवंश था, और उनके पुत्र जरासंध ने राजगीर (गिरिव्रज) को अपनी राजधानी बनाया।
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25. निम्नलिखित में से कौन एक मगध साम्राज्य की राजधानी नहीं रही?
(a) गिरिव्रज
(b) राजगृह
(c) पाटलिपुत्र
(d) कौशाम्बी
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d)कौशाम्बी
- प्राचीन काल में गिरिव्रज और पाटलिपुत्र मगध साम्राज्य की राजधानियाँ थीं, जबकि कौशांबी वत्स राज्य द्वारा शासित थी।
- हर्यक राजवंश के दौरान मगध की राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित कर दी गई थी।
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26. प्राचीन श्रावस्ती का नगर विन्यास किस आकृति का है ?
(a) वृत्ताकार
(b) अर्धचंद्राकार
(c) त्रिभुजाकार
(d) आयताकार
[U.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर-(b) अर्धचंद्राकार
- 1861 में, अलेक्जेंडर कनिंघम ने उत्तर प्रदेश में गोंडा के पास स्थित पुरानी श्रावस्ती की खोज की, जिसे अब श्रावस्ती के नाम से जाना जाता है।
- पुरातात्विक उत्खनन से पता चला कि श्रावस्ती का आकार अर्धचंद्राकार था।
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27. मगध के किस प्रारंभिक शासक ने राज्यारोहण के लिए अपने पिता की हत्या की एवं स्वयं इसी कारणवश अपने मारा गया?
(a) बिंबिसार
(b) अजातशत्रु
(c) उदयिन
(d) नागदशक
[U.P.P.C.S. (Pre) 2007]
उत्तर-(b) अजातशत्रु
- 492-460 ईसा पूर्व मगध के शासक अजातशत्रु ने अपना सिंहासन लेने के लिए अपने ही पिता बिम्बिसार की हत्या कर दी, जिन्होंने हर्यक वंश की स्थापना की थी।
- फिर उसी कारण से उसके अपने बेटे उदयिन ने उसकी हत्या कर दी।
|
28. किसने मगध साम्राज्य में वज्जि गणसंघ को हराकर आत्मसात किया ?
(a) चंद्रगुप्त मौर्य
(b) अशोक
(c) महापद्मनंद
(d) अजातशत्रु
[Jharkhand P.S.C. (Mains) 2016]
उत्तर- (d) अजातशत्रु
- वैशाली वज्जि संघ का प्रमुख गणराज्य था। यहाँ के शासक लिच्छवी थे बिंबिसार के समय से ही मगच एवं वज्जि संघ में मनमुटाव था, जो अजातशत्रु के समय संघर्ष में बदल गया।
- निश्यावलि सूत्र से ज्ञात होता है कि उस समय लिच्छवी गण का प्रधान चेटक था। उसने 9 लिच्छिवियों, 9 मल्लों तथा 18 गणराज्यों (काशी- कोशल के) को एकत्र करके मगध नरेश के विरुद्ध एक सम्मिलित मोर्चा तैयार किया।
- भगवती सूत्र से ज्ञात होता है कि अजातशत्रु इन सबका विजेता था।
- अजातशत्रु ने कूटनीति से काम लिया। पाटलिग्राम में उसने सुदृढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया। तत्पश्चात उसने अपने मंत्री वस्सकार को भेजकर वज्जि संघ में फूट डलवा दी।
- फलस्वरूप वे परस्पर लड़ने लगे और उनका संगठन कमजोर हो गया। | अंततोगत्वा अजातशत्रु ने आक्रमण करके लिच्छवियों को पराजित किया और उनका भू-भाग मगध साम्राज्य में मिला लिया। |
|
29. मालवा क्षेत्र पर मगध की सत्ता का विस्तार निम्न में से किसके शासन काल में हुआ था ?
(a) बिंबिसार के
(b) अजातशत्रु के
(c) उदयभद्र के
(d) शिशुनाग के
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2008]
उत्तर- (d) शिशुनाग के
- मत्स्य पुराण में कहा गया है कि मगध के शासक शिशुनाग ने नंदीवर्धन को हराकर अवंती (मालवा) पर अधिकार कर लिया।
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30. मगध में नंद वंश का संस्थापक कौन था ?
(a) महापद्मनंद
(b) धनानंद
(c) नंदिवर्धन
(d) महानंदिन
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) महापद्मनंद
- शिशुनाग वंश के मगध पर शासन करने के बाद, नंद वंश ने सत्ता संभाली।
- उग्रसेन को पुराणों में महापद्म नन्द, सर्वक्षत्रान्तक और अपरो परशुराम के नाम से भी जाना जाता है।
|
31. वाराणसी को निम्नलिखित में से किसने अपनी द्वितीय राजधानी बनाया था?
(a) अजातशत्रु
(b) कालाशोक
(c) महापद्मनंद
(d) शिशुनाग
[U.P.G.I.C. प्रवक्ता 2007]
उत्तर- (d) शिशुनाग
- छठी शताब्दी ई. पू. में वाराणसी काशी महाजनपद की राजधानी थी, जिसे हर्यक वंश के शासक बिंबिसार ने कोशल नरेश प्रसेनजित की बहन महाकोशला के साथ विवाह करके दहेज के रूप में प्राप्त किया था।
- इसी प्रकार अजातशत्रु के समय प्रसेनजित ने अपनी पुत्री वाजिरा का विवाह अजातशत्रु से करके काशी के ऊपर उसका अधिकार स्वीकार कर लिया था।
- कालांतर में शिशुनाग ने जब गिरिब्रज को अपनी राजधानी बनाई (शिशुनाग ने अपनी दूसरी राजधानी वैशाली को बनाई थी, तो उसने अपने पुत्र को वाराणसी का उप-राजा नियुक्त किया था।
- अतः दिए गए विकल्पों में यह स्पष्ट नहीं है कि वाराणसी को अपनी दूसरी राजधानी किसने बनाया था। उल्लेखनीय है कि उ.प्र. लोक सेवा आयोग ने इस प्रश्न का उत्तर शिशुनाग माना
|
32. नंद वंश के पश्चात मगध पर किस राजवंश ने शासन किया?
(a) मौर्य
(c) गुप्त
(b) शुंग
(d) कृषाण
[44 B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (a) मौर्य
- शिशुनाग वंश की समाप्ति के बाद मगध में नंद वंश का आरंभ हुआ।
- नंद वंश में नौ राजा थे: उग्रसेन, पांडुक, पांडुगादि, भूतपाल, राष्ट्रपाल, गोविषाणक, दशसिद्धक, कैवर्त और धनानंद।
- नंद वंश के अंत में लोग छोटी-छोटी वस्तुओं पर लगने वाले उच्च करों के कारण नाखुश थे।
- चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य ने इसका फायदा उठाया और धन्न को मार डाला।
|
33. राजा नंद का उल्लेख करने वाला अभिलेखीय प्रमाण है-
(a) खारवेल का हाथीगुम्फा अभिलेख
(b) रुम्मिनदेई स्तम्म अभिलेख
(c) रुद्रदामन का जूनागढ़ अभिलेख
(d) धनदेव का अयोध्या अभिलेख
[U.P. UDA/LD.A. (Spl.) (Mains) 2010]
उत्तर- (a) खारवेल का हाथीगुम्फा अभिलेख
- खारवेल कलिंग में चेदि वंश का अत्यंत महत्वपूर्ण शासक था।
- हाथीगुम्फा शिलालेख से हमें उसके शासनकाल के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलती है।
- यह हमें बताता है कि खारवेल ने कलिंग में नहरों के निर्माण का आदेश दिया था।
- यह नहरों के निर्माण का पहला रिकॉर्ड है।
- इसमें यह भी उल्लेख है कि उन्होंने जैन भिक्षुओं को गाँव दान किए थे और वह दक्षिण में चोल, चेर और पांड्य राज्यों के खिलाफ विजयी हुए थे।
|
34.निम्नलिखित मगध राजवंशों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए-
1. नंद वंश
2. शुंग वंश
3. मौर्य वंश
4. हर्यक वंश
उत्तर निम्न कूटों में से चुनिए-
(a) 2, 1, 4 व 3.
(b) 4 1 3 एवं 2
(c) 3 2, 1 एवं 4
(d) 1, 3, 4 एवं 2
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर-(b) 4 1 3 एवं 2
- ये राज्य निम्नलिखित क्रम में थे:
- हर्यंका 544 से 412 ईसा पूर्व तक
- नंदा 344 से 321 ई.पू. तक
- मौर्य 321 से 184 ईसा पूर्व तक
- शुंग 184 से 75 ई.पू
|
35. गौतम बुद्ध के समय का प्रसिद्ध वैद्य जीवक जिसके दरबार से संबंधित था?
(a) बिंबिसार
(b) चण्ड प्रद्योत
(c) प्रसेनजित
(d) उदयन
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]
उत्तर- (a) बिंबिसार
- जीवक, इतिहास का एक प्रसिद्ध चिकित्सक, राजा बिम्बिसार के दरबार से जुड़ा था।
- चिकित्सा सहायता की पेशकश करने के लिए, बिम्बिसार ने जीवक को अवंती के शासक, राजा चंदा प्रद्योत से मिलने के लिए कहा।
|
36.निम्नलिखित कथन (A) और (B) को पढ़ें और नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर का चयन करें-
(A) विश्व के सभी भागों में ईस्वी पूर्व छठवीं शताब्दी एक महान धार्मिक उथल-पुथल का काल था।
(B) वैदिक धर्म बहुत जटिल हो चुका था।
कूट :
(a) दोनों (A) और (B) गलत हैं।
(b) दोनों (A) और (B) सही है।
(c) (A) सही है, जबकि (B) गलत है।
(d) (A) गलत है, जबकि (B) सही है।
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर-(b) दोनों (A) और (B) सही है।
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व में उत्तर भारत में गंगा के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के धर्मों का विकास शुरू हुआ।
- इसका कारण नये विचारों और विश्वासों का उदय था।
- विभिन्न धर्मों के लोग अपनी मान्यताओं के बारे में एक-दूसरे से बहस करने लगे।
- इस प्रकार का बौद्धिक आंदोलन चीन, ईरान और ग्रीस जैसे अन्य देशों में भी हुआ।
- कन्फ्यूशियस, जरथुस्त्र और पाइथागोरस ऐसे लोग थे जिन्होंने उन देशों में पारंपरिक विचारों पर सवाल उठाया था।
- वैदिक धर्म अधिक जटिल हो गया और अनुष्ठानों और बलिदानों पर अधिक ध्यान दिया जाने लगा।
- इससे पुजारियों का महत्व बढ़ गया और अनुष्ठानों और पशु बलि पर अधिक धन खर्च किया जाने लगा।
|
37. काल्पी नगर किस नदी के तट पर स्थित है ?
(a) गंगा
(b) यमुना
(c) नर्मदा
(d) कृष्णा
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर-(b) यमुना
- कालपी उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में यमुना नदी के पास स्थित एक शहर है।
- प्राचीन काल में इसे कालप्रिया के नाम से जाना जाता था और इसे ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में राजा वासुदेव ने बनवाया था
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38. सूची-1 तथा सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I |
सूची-II |
(उ.प्र. के प्राचीन जनपद ) |
(राजधानी) |
A. कुरु |
1. साकेत |
B. पांचाल |
2. कौशाम्बी |
C. कोशल |
3. अहिच्छत्र |
D. वत्स |
4. इंद्रप्रस्थ |
कूट:
A B C D
(a) 1 2 3 4
(b) 4 3 1 2
(c) 3 4 2 1
(d) 4 2 3 1
[U.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर-(b) 4 3 1 2
- छठी शताब्दी ईसा पूर्व के 16 महाजनपदों का स्थान बौद्ध ग्रंथ “अंगुत्तर निकाय” और जैन ग्रंथ “भगवती सूत्र” में मिलता है।
- महाजनपदों और उनकी राजधानियों की सही सुमेलित सूची इस प्रकार है:
महाजनपद |
राजधानियों |
ए कुरु |
इंद्रप्रस्थ |
बी पांचाल |
अहिछत्र |
सी. कोसल |
साकेत |
डी. वत्स |
कौशांबी |
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39. सूची-I को सूची II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I |
सूची-II |
(महाजनपद) |
(राजधानी) |
A. मत्स्य |
1. मथुरा |
B. कुरु |
2. पोतन |
C. शूरसेन |
3. विराटनगर |
D. अश्मक |
4. इंद्रप्रस्थ |
कूट :
A B C D
(a) 4 2 1 3
(b) 3 1 4 2
(c) 3 4 1 2
(d) 2 3 4 1
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर-(c) 3 4 1 2
- सूची-I और सूची-II का सही मिलान इस प्रकार है:-
सूची-I सूची-II
(महाजनपद) (राजधानियाँ)
ए मत्स्य |
विराट नगर |
बी कुरु |
इंद्रप्रस्थ |
सी. सुरसेना |
मथुरा |
डी. अस्माक |
पोटन |
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40.निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही सुमेलित नहीं-
(a) कम्बोज – राजपुर/ हाटक
(b) अश्मक – पोतन / पोटिल
(c) शूरसेन – कौशाम्बी
(d) कोशल – श्रावस्ती
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर-(c) शूरसेन – कौशाम्बी
- सूरसेन एक नेता थे जिन्होंने बहुत समय पहले मथुरा पर शासन किया था।
- दिए गए अन्य विकल्प सही हैं।
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41.वर्तमान उत्तर प्रदेश में भारत के प्राचीनतम सोलह महाजनपद में से कुल कितने महाजनपद स्थित थे?
(a) 06
(b) 07
(c) 08
(d) 09
[U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर-(c) 08
- 16 महाजनपदों में से 8 आधुनिक उत्तर प्रदेश में स्थित थे।
- इनमें कुरु (मेरठ, दिल्ली और थानेश्वर), पंचाल (बरेली और बदायूँ), शूरसेना (मथुरा के पास), वत्स शामिल थे।
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42. निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन प्राचीन भारत की श्रेणी व्यवस्था के बारे में असत्य है ?
(a) श्रेणी व्यापारियों और कारीगरों का संगठन थी।
(b) उत्पादित वस्तुओं की गुणवत्ता और कीमत संबंधित श्रेणी द्वारा निर्धारित की जाती थी। PDATES.CO
(c) श्रेणी अपने सदस्यों के आचरण पर भी नियंत्रण रखा करती थी।
(d) श्रेणी व्यवस्था मात्र उत्तर भारत में प्रचलित थी।
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) श्रेणी व्यवस्था मात्र उत्तर भारत में प्रचलित थी।
- प्राचीन कालीन भारत में एक ही शिल्प अथवा व्यवसाय करने वालों के समूह को श्रेणी की संज्ञा प्रदान की गई है।
- इनके उद्भव का एक महत्वपूर्ण कारण उत्तर वैदिक काल में उद्योग-धंधों का स्थानीयकरण था।
- श्रेणियां देश के व्यापार वाणिज्य का संचालन, वस्तुओं की गुणवत्ता व कीमत निर्धारण के साथ-साथ अपने सदस्यों के आचरण पर भी नियंत्रण करती थी।
- उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत में भी श्रेणियों के प्रचलन का उल्लेख मिलता है।
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