सिविल सेवा मूल्यों के अर्थ और महत्व
प्रश्न: उचित उदाहरणों के साथ निम्नलिखित सिविल सेवा मूल्यों के अर्थ और महत्व की व्याख्या कीजिए:
- निःस्वार्थता
- वस्तुनिष्ठता
- जवाबदेही
- दृढ़ता
- सत्यनिष्ठा
दृष्टिकोण:
- दिए गए सिविल सेवा मूल्यों की व्याख्या कीजिए।
- उचित उदाहरणों के साथ इनकी पुष्टि कीजिए।
उत्तर:
निःस्वार्थता (Selflessness): इसका तात्पर्य व्यक्ति द्वारा अपनी इच्छाओं को अन्यों की इच्छाओं के साथ समानता प्रदर्शित करने से है। निःस्वार्थ व्यवहार उस व्यक्ति को स्वयं के अतिरिक्त किसी अन्य को लाभ पहुंचाने के लिए अभिप्रेरित करता है। इसके अतिरिक्त, निःस्वार्थता में न केवल दूसरों के लिए अच्छा करना ही शामिल है बल्कि उन्हें नुकसान से सुरक्षा प्रदान करना भी शामिल है। उदाहरण के लिए, बिना किसी व्यक्तिगत उद्देश्य के किसी व्यक्ति की आवश्यकता में उसकी सहायता करना। इसमें सड़क के किनारे एक वंचित व्यक्ति की सहायता करने या वृद्धों को सड़क पार कराने में मदद करने से लेकर NGOs के माध्यम से गरीब बच्चों को शिक्षित करने जैसे उच्चतर स्तर के कार्य भी शामिल हो सकते हैं। कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए बाबा आमटे की सेवा निःस्वार्थ सेवा का एक उदाहरण मानी जा सकती है।
वस्तुनिष्ठता: इसका तात्पर्य बिना किसी व्यक्तिपरक पूर्वाग्रह, व्यक्तिगत धारणाओं, भावनाओं या बाहरी प्रभावों के, किसी स्थिति का तथ्यों के आधार पर निष्पक्ष रूप से मूल्यांकन करना है। उदाहरण के लिए- 18वीं शताब्दी में भारतीय समाज सुधारकों ने सती प्रथा के विरुद्ध वैज्ञानिक, तर्कसंगत और वस्तुनिष्ठ तर्क प्रस्तुत किए।
जवाबदेही: जवाबदेही का तात्पर्य लोगों को उनके व्यवहार के लिए जवाबदेह बनाना और उन्हें उस संस्था के प्रति उत्तरदायी बनाना जिससे वे अपने प्राधिकार प्राप्त करते हैं। लोक कार्यालय के अधिकारी अपने निर्णयों और कार्यों के लिए उत्तरदायी होते हैं और इसे सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक जांच हेतु उन्हें स्वयं को प्रस्तुत करना चाहिए। जैसे- चुनाव में निर्वाचित होने वाले प्रतिनिधि की जवाबदेही प्रत्येक पांच वर्ष के पश्चात् होने वाले चुनाव के द्वारा सुनिश्चित की जाती है।
दृढ़ता: इसका तात्पर्य साहस के साथ कठिनाइयों का सामना करने की क्षमता है। यह विशेषता तनावपूर्ण स्थितियों के दौरान व्यक्ति को सुदृढ़ता और ईमानदारी प्रदान करती है। लोक सेवा में कठिनाइयां दुविधाओं, हितों के टकराव, व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन के मध्य संतुलन स्थापित करने आदि के रूप में हो सकती हैं। उदाहरणार्थ, भारत के लिए सूचना एकत्रित करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल 7 वर्षों तक पाकिस्तान में एक गुप्त एजेंट के रूप में रहे थे।
सत्यनिष्ठाः सत्यनिष्ठा का तात्पर्य ईमानदार होने और ऐसे दृढ़ सिद्धांतों व नैतिक मानदंडों का पालन करने से है जिन्हें व्यक्ति परिवर्तित करने से मना कर देता है। इसका अर्थ क्रियाओं, मूल्यों, विधियों, उपायों, सिद्धांतों, अपेक्षाओं और परिणामों की निरंतरता और समेकन से है। जैसे- ई. श्रीधरन ने दिल्ली मेट्रो का प्रभार संभाला तथा इष्टतम समाधान तक पहुंचने और समय सीमा में कार्य को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया। तथापि दिल्ली मेट्रो रेल निगम के एक निर्माणाधीन पुल के गिरने के बाद उन्होंने दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
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