1. निम्नांकित में से कौन भारतीय गणतंत्र का प्रमुख है?
(a) भारत का राष्ट्रपति
(b) भारत का प्रधानमंत्री
(c) मंत्रिमंडल
(d) राजनीतिक प्रमुख मंत्रिपरिषद सहित
[U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2013]
उत्तर- (a) भारत का राष्ट्रपति
- भारत एक गणराज्य है।
- इसका तात्पर्य है कि भारत का राष्ट्राध्यक्ष निर्वाचित होगा न कि वंशानुगत।
- अतः भारतीय गणतंत्र का प्रमुख या राष्ट्राध्यक्ष राष्ट्रपति होता है, जिसका चुनाव अप्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली’ द्वारा किया जाता है।
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2. निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (A): भारत का राष्ट्रपति ब्रिटिश राजा से भिन्न है।
कारण (R): भारत के राष्ट्रपति का पद अमेरिका के राष्ट्रपति से मिलता है।
उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक सही है?
कूट :
(a) दोनों (A) और (R) सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) दोनों (A) और (R) सही हैं (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- भारत का राष्ट्रपति निर्वाचित होता है और ब्रिटेन का राजा वंशानुगत, अतः दोनों भिन्न हैं।
- भारत का राष्ट्रपति नाममात्र का प्रमुख है, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति वास्तविक प्रमुख है, अतः ये दोनों भिन्न हैं।
- इसलिए A सही है, जबकि R गलत है।
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3. नीचे दो वक्तव्य दिए हैं:
कथन (A): संघीय कार्यपालिका का मुखिया भारत का राष्ट्रपति होता है।
कारण (R): राष्ट्रपति की शक्तियों की कोई सीमा नहीं है।
उपर्युक्त के संदर्भ में, निम्न में से कौन एक सही है?
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R) सही स्पष्टीकरण है (A) का।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किंतु (R) सही स्पष्टीकरण नहीं है (A) का।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर-(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
- संविधान के अनुच्छेद 53 के तहत संघ की कार्यपालिका शक्ति राष्ट्रपति में निहित होती है।
- अतः कथन (A) सही है कि संघीय कार्यपालिका का मुखिया भारत का राष्ट्रपति होता है।
- अनुच्छेद 74 (1) के तहत राष्ट्रपति अपने कृत्यों का प्रयोग मंत्रिपरिषद की सलाह पर करता है, इस प्रकार कारण (R) गलत है, क्योंकि राष्ट्रपति की शक्तियों पर संविधान के अंतर्गत सीमाएं अभ्यारोपित की गई हैं।
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4. भारत के राष्ट्रपति अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हैं-
(a) सीधे अथवा अपने अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा
(b) मंत्रियों के द्वारा
(c) प्रधानमंत्री के द्वारा
(d) मंत्रिमंडल के द्वारा
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
[60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) सीधे अथवा अपने अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा
- भारतीय संविधान के अनुसार, भारत का एक राष्ट्रपति होगा (अनुच्छेद 52), जिसमें संघ की कार्यपालिका शक्ति निहित होगी और वह इसका प्रयोग इस संविधान के अनुसार स्वयं या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के द्वारा करेगा [अनुच्छेद 53 (1)]।
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5. भारत का कार्यपालिका अध्यक्ष (Executive Head) कौन है?
(a) राष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) विरोधी दल के नेता
(d) भारत सरकार के मुख्य सचिव
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर-(a) राष्ट्रपति
- अनुच्छेद 53(1) के अनुसार संघ की कार्यपालिका शक्ति राष्ट्रपति में निहित होगी, जिसका प्रयोग वह इस संविधान के अनुसार स्वयं या अपने अधीनस्थ अधिकारियों के द्वारा करेगा।
- इस प्रकार भारतीय संघ का कार्यपालिका अध्यक्ष (Executive Head) राष्ट्रपति होता है।
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6. नीचे दो वक्तव्य दिए हैं:
कथन (A): संघ की कार्यपालिका शक्तियां भारत के राष्ट्रपति में निहित हैं।
कारण (R): कार्यपालिका शक्तियां सरकार का व्यवसाय चलाने से संबंधित हैं।
उपर्युक्त के संदर्भ में, निम्न में से कौन एक सही है?
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, और (R) सही स्पष्टीकरण है (A) का।
(b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, किंतु (R) सही स्पष्टीकरण नहीं है (A) का।
(c) (A) सत्य है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सत्य है।
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर-(b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, किंतु (R) सही स्पष्टीकरण नहीं है (A) का।
- प्रश्नगत कथन एवं कारण दोनों सत्य है, परंतु कारण कथन का उचित स्पष्टीकरण नहीं कर रहा है; अतः अभीष्ट उत्तर विकल्प (b) होगा।
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7. नीचे दो वक्तव्य दिए हैं:
कथन (A): रक्षा बलों का सर्वोच्च कमांड राष्ट्रपति में निहित है।
कारण (R) : प्रधान सेनापति की हैसियत से राष्ट्रपति की शक्तियां विधायी नियंत्रण से स्वतंत्र हैं।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005, 2010]
उत्तर-(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- संविधान के अनु. 53(2) के अधीन संघ के रक्षा बलों का सर्वोच्च समादेश (Supreme Command) राष्ट्रपति में निहित है, परंतु उसका प्रयोग विधि द्वारा विनियमित होने की बात कही गई है।
- इस प्रकार प्रश्नगत कथन तो सही है परंतु कारण गलत है, अतः अभीष्ट उत्तर विकल्प (c) होगा।
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8. “वह राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करता है, परंतु राष्ट्र का नेतृत्व नहीं करता है।” यह उक्ति निम्न में से किस पर लागू होती है?
(a) लोक सभा का अध्यक्ष
(b) राष्ट्रपति
(c) प्रधानमंत्री
(d) भारत का मुख्य न्यायाधीश
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर-(b) राष्ट्रपति
- भारत के राष्ट्रपति में यद्यपि समस्त कार्यपालिका शक्ति निहित होती है, परंतु वह शासन का मात्र औपचारिक प्रमुख होता है और वास्तविक रूप से शासन-संचालन प्रधानमंत्री सहित मंत्रिपरिषद द्वारा किया जाता है, जो कि लोक सभा के प्रति उत्तरदायी होते हैं।
- इस प्रकार प्रश्नगत उक्ति राष्ट्रपति पर लागू होती है।
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9. भारत में राष्ट्रपति का निर्वाचन किस प्रकार होता है?
(a) प्रत्यक्ष रूप से
(b) राज्य सभा के सदस्यों द्वारा
(c) लोक सभा के सदस्यों द्वारा
(d) अप्रत्यक्ष मतदान से
[M.P.P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर-(d) अप्रत्यक्ष मतदान से
- संविधान के अनुच्छेद 55(3) के तहत भारत में राष्ट्रपति का निर्वाचन आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत प्रणाली द्वारा होता है और ऐसे निर्वाचन में मतदान गुप्त होता है।
- अनुच्छेद 54 के अनुसार, राष्ट्रपति के चुनाव के निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य और राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य तथा दिल्ली और पुडुचेरी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं, अर्थात जनता राष्ट्रपति के निर्वाचन में प्रत्यक्षतः भाग नहीं लेती।
- इस प्रकार राष्ट्रपति का निर्वाचन अप्रत्यक्ष निर्वाचन है।
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10. राष्ट्रपति के निर्वाचन मंडल के सदस्य होते हैं-
(1) संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य
(2) राज्य विधान मंडलों के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य
(3) सभी राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य
(4) दिल्ली और पुडुचेरी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य
कूट :
(a) 1, 2, 3 सही हैं।
(b) 1, 3 सही हैं।
(c) 1, 2, 4 सही हैं।
(d) 1, 3, 4 सही हैं।
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर-(d) 1, 3, 4 सही हैं।
- संविधान का अनुच्छेद 54 राष्ट्रपति के निर्वाचक मंडल के सदस्यों का प्रावधान करता है, जिसमें निम्नलिखित सदस्य होते हैं-
(1) संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य
(2) राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य
(3) दिल्ली और पुडुचेरी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य (70 वें संविधान संशोधन, 1992 द्वारा अंतःस्थापित)।
राज्यों की विधान परिषदों के सदस्य इस निर्वाचक मंडल में शामिल नहीं होते हैं।
नोट: राष्ट्रपति के निर्वाचक मंडल में जम्मू और कश्मीर संघ राज्यक्षेत्र की विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों को अभी शामिल नहीं किया गया है।
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11. भारतीय संविधान के 70वें संशोधन द्वारा भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में जिन दो केंद्रशासित प्रदेशों को भाग लेने का अधिकार दिया गया है, वे हैं-
(a) दिल्ली तथा चंडीगढ़
(b) दिल्ली तथा पुडुचेरी
(c) दिल्ली तथा दमन एवं दीव
(d) चंडीगढ़ तथा पुडुचेरी
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]
उत्तर-(b) दिल्ली तथा पुडुचेरी
- दिल्ली और पुडुचेरी विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य (70 वें संविधान संशोधन, 1992 द्वारा अंतःस्थापित)।
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12. भारत के राष्ट्रपति के ‘चुनाव मंडल’ में कौन-कौन सम्मिलित होते हैं?
(a) राज्य सभा के सभी निर्वाचित सदस्य
(b) लोक सभा के सभी निर्वाचित सदस्य
(c) राज्य विधानसभाओं के सभी सदस्य
(d) संसद के दोनों सदनों के सभी निर्वाचित सदस्य एवं राज्य विधानसभाओं के सभी निर्वाचित सदस्य
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2020]
उत्तर-(d) संसद के दोनों सदनों के सभी निर्वाचित सदस्य एवं राज्य विधानसभाओं के सभी निर्वाचित सदस्य
- संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य एवं राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य।
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13. निम्नलिखित में से कौन राष्ट्रपति के चुनाव प्रकरण के लिए सही नहीं है?
(a) पदस्थ राष्ट्रपति की पदावधि से पूर्व उत्तराधिकारी का चुनाव अवश्य हो जाना चाहिए।
(b) राष्ट्रपति अपना पदभार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष तक पद पर रहेंगे।
(c) राष्ट्रपति का उत्तराधिकारी आने तक कार्यकाल की समाप्ति पर भी वह पद पर बना रहेगा।
(d) निर्वाचक मंडल के अपूर्ण होने के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव स्थगित किया जा सकता है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर-(d) निर्वाचक मंडल के अपूर्ण होने के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव स्थगित किया जा सकता है।
- संविधान के अनुच्छेद 54 के तहत राष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा किया जाता है।
- इसमें संसद तथा राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं।
- दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों को भी इसमें शामिल किया गया है।
- अनुच्छेद 56 के तहत राष्ट्रपति अपने पद ग्रहण की तारीख से पांच वर्ष की अवधि तक पद धारण करता है तथा वह अपने पद की अवधि समाप्त हो जाने पर भी, तब तक पद धारण करता है जब तक उसका उत्तराधिकारी अपना पद ग्रहण नहीं कर लेता है।
- निर्वाचक मंडल के अपूर्ण होने अर्थात किसी विधानसभा के बर्खास्त होने की वजह से राष्ट्रपति का चुनाव स्थगित नहीं किया जा सकता है।
- राष्ट्रपति के चुनाव को इस आधार पर चुनौती नहीं दी जा सकती कि निर्वाचक मंडल अपूर्ण है।
- अन्य सभी विकल्प सही हैं। राष्ट्रपति के निर्वाचन के मामले में (AIR 1974 SC 1682) सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया कि राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचन को इस आधार पर न तो स्थगित किया जा सकता है और न ही अवैध ठहराया जा सकता है कि किसी राज्य विधानसभा को भंग कर दिए जाने के कारण निर्वाचक नामावली अधूरी थी।
- अतः विकल्प (d) सही नहीं है।
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14. भारत के राष्ट्रपति के उम्मीदवार के प्रस्ताव का अनुसमर्थन किया जाना चाहिए कम से कम-
(a)पचास निर्वाचकों द्वारा
(b)बीस निर्वाचकों द्वारा
(c)पांच निर्वाचकों द्वारा
(d) पंद्रह निर्वाचकों द्वारा
[U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (a) पचास निर्वाचकों द्वारा
- राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति निर्वाचन अधिनियम, 1952 (1997 में यथासंशोधित) के तहत भारत के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए कम-से-कम 50 निर्वाचकों (निर्वाचित सांसदों एवं विधायकों) का प्रस्तावक होना आवश्यक है तथा साथ ही कम-से-कम 50 निर्वाचकों (निर्वाचित सांसदों एवं विधायकों) द्वारा इस प्रस्ताव का अनुसमर्थन किया जाना चाहिए।
- 1997 से पूर्व प्रस्तावकों एवं अनुमोदकों की संख्या 10 थी।
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15. निम्न कथनों पर विचार कीजिए:
भारत में राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में
(1) विधानसभा के निर्वाचित सदस्य के मत का मूल्य = राज्य की जनसंख्या / राज्य की विधानसभा में निर्वाचित सदस्यों की संख्या x 100 की जनसंख्या
(2) एक निर्वाचित संसद सदस्य के मत का मूल्य = सभी निर्वाचित विधानसभा सदस्यों के मतों का कुल मान / निर्वाचित गाव नामों की कुरा संख्या
(3) आखिरी चुनाव में 5000 मतदाता थे।
इन कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
(a) 1 तथा 2
(b) केवल 2
(c) 1 और 3
(d) केवल 3
[I.A.S. (Pre) 2003]
उत्तर-(b) केवल 2
- राष्ट्रपति के चुनाव का तरीका (सूत्र) अनुच्छेद 55 में वर्णित है, जिसके अनुसार केवल विकल्प (b) सही है।
विधानसभा के निर्वाचित सदस्य के मत का मूल्य = राज्य की जनसंख्या / राज्य की विधानसभा में निर्वाचित सदस्यों की संख्या x 100 की जनसंख्या
(उपर्युक्त सूत्र में यदि शेष 500 से अधिक है, तो मतों के मूल्य में एक जोड़ दिया जाएगा, जबकि इससे कम होने पर उसे नहीं गिना जाएगा।
- साथ ही यहां ‘जनसंख्या’ से तात्पर्य अनुच्छेद 55 के स्पष्टीकरण के अनुसार, वर्ष 2026 के पश्चात की पहली जनगणना के सुसंगत आंकड़े प्रकाशित होने तक 1971 की जनगणना में अभिनिश्चित जनसंख्या से है)।
संसद के निर्वाचित सदस्य के मत का मूल्य = सभी निर्वाचित विधानसभा सदस्यों के मतों का कुल मान / निर्वाचित संसद सदस्यों की कुल संख्या
(उपर्युक्त सूत्र में यदि शेषफल आधे से कम है, तो नहीं गिना जाएगा और यदि ज्यादा है तो उसे एक गिना जाएगा)।
12 वें राष्ट्रपति चुनाव में (तथा वर्ष 2017 में संपन्न 15वें राष्ट्रपति चुनाव में भी) 4896 मतदाता थे, अतः कथन (3) गलत है।
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16. भारत के राष्ट्रपति के निर्वाचन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. प्रत्येक एम.एल.ए. के वोट का मूल्य अलग-अलग राज्य में अलग-अलग होता है।
2. लोक सभा के सदस्यों के वोट का मूल्य राज्य सभा के सदस्यों के वोट के मूल्य से अधिक होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) केवल 1
- संविधान के अनुच्छेद 55 में दी गई राष्ट्रपति के निर्वाचन की रीति के अनुसार, राष्ट्रपति का निर्वाचन “आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति” के अनुसार, एकल संक्रमणीय मत प्रणाली द्वारा होता है, जिसमें राज्य की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य तथा संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य भाग लेते हैं।
- राज्य की विधानसभा के प्रत्येक सदस्य का मत मूल्य निम्न सूत्र से निकाला जाता है-
राज्य की जनसंख्या / विधानसभा के फुल निर्वायित सदस्यों की संख्या × 1000
प्रत्येक राज्य की जनसंख्या तथा कुल निर्वाचित सदस्यों की संख्या भिन्न-भिन्न होने के कारण प्रत्येक MLA (विधानसभा सदस्य) का मत मूल्य अलग-अलग राज्य में अलग-अलग होता है। इस प्रकार कथन (1) सही है।
संसद के एक सदस्य का मत मूल्य निकालने हेतु निम्न सूत्र का उपयोग किया जाता है-
सभी राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों के मत मूल्य का योग / संसद के दोनों सदनों (लोक सभा + राज्य सभा) के निर्वाचित सदस्यों की संख्या
अतः स्पष्ट है कि लोक सभा के प्रत्येक सदस्य तथा राज्य सभा के प्रत्येक सदस्य का मूल्य समान होता है। यदि एक सदस्य के मत मूल्य की गणना की जाए, तो दोनों सदनों के प्रत्येक सदस्य के मत का मूल्य एक समान (708) होता है।
- अतः कथन (2) गलत है।
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17. राष्ट्रपति के निर्वाचन में राज्य का मुख्यमंत्री मतदान करने के लिए पात्र नहीं होता, यदि –
(a) वह स्वयं प्रत्याशी होता है
(b) उसे राज्य विधानमंडल के निचले सदन में अपना बहुमत सिद्ध करना शेष हो
(c) वह राज्य विधानमंडल में उच्च सदन का सदस्य हो
(d) वह राज्य विधानमंडल में निम्न सदन का सदस्य हो
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर-(c) वह राज्य विधानमंडल में उच्च सदन का सदस्य हो
- अनुच्छेद 54 के अनुसार, राष्ट्रपति के चुनाव में राज्य विधानमंडल के उच्च सदन अर्थात विधान परिषद के सदस्य मतदान नहीं कर सकते हैं, अतः यदि मुख्यमंत्री इस सदन का सदस्य है, तो वह राष्ट्रपति के चुनाव में मतदान करने के लिए पात्र नहीं होता है।
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18. भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में राज्य की विधानसभा के प्रत्येक निर्वाचित सदस्य के वोटों की संख्या, उस राज्य की जनसंख्या को विधानसभा की कुल निर्वाचित सदस्य संख्या द्वारा विभाजित कर प्राप्त भागफल की एक हजार के गुणकों के बराबर होती है। वर्तमान स्थिति (1997) में “जनसंख्या” से तात्पर्य किस वर्ष की जनगणना द्वारा यथा अभिनिश्चित जनसंख्या से है?
(a) 1991 जनगणना
(b) 1981 जनगणना
(c) 1971 जनगणना
(d) 1961 जनगणना
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर-(c) 1971 जनगणना
- 42वें संविधान संशोधन 1976 के अनुसार, राष्ट्रपति के निर्वाचन में जनसंख्या से आशय 1971 की जनगणना द्वारा अभिनिश्चित जनसंख्या से है।
- 84 वें संशोधन अधिनियम, 2001 द्वारा इसे अब वर्ष 2026 के पश्चात की पहली जनगणना के सुसंगत आंकड़े प्रकाशित होने तक के लिए निर्धारित किया गया है।
- संविधान के अनुच्छेद 55 के स्पष्टीकरण में इस बात का उल्लेख किया गया है।
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19. राष्ट्रपति के उम्मीदवार के लिए क्या आवश्यक नहीं है?
(a) आयु 35 वर्ष हो
(b) पढ़ा-लिखा हो
(c) सांसद चुने जाने की योग्यता रखता हो
(d) देश का नागरिक हो
[U.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर-(b) पढ़ा-लिखा हो
- संविधान के अनुच्छेद 58 (1) में राष्ट्रपति निर्वाचित होने के लिए अर्हताओं का उल्लेख किया गया है जिसके अनुसार, उम्मीदवार का पढ़ा-लिखा होना अर्हता नहीं है।
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20. भारतीय राष्ट्रपति के विषय में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
(1) उसे भारत का जन्मा नागरिक होना चाहिए
(2) उसे पैंतीस वर्ष की उम्र पूरी कर लेनी चाहिए
(3) उसे संसद का सदस्य निर्वाचित होने की योग्यता रखनी चाहिए
इनमें से-
(a) 1 सही है
(b) 2 सही है
(c) 1 और 2 सही हैं
(d) 1 और 3 सही हैं
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर-(b) 2 सही है
- राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित होने के लिए अनुच्छेद 58(1) के अनुसार, निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए-
(1) भारत का नागरिक हो,
(2) 35 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हो,
(3) लोक सभा का सदस्य निर्वाचित होने की योग्यता रखता हो।
अतः स्पष्ट है कि राष्ट्रपति पद हेतु भारत का नागरिक होना आवश्यक है न कि भारत का जन्मा नागरिका इसी प्रकार उसे संसद (राज्य सभा एवं लोक सभा) का सदस्य नहीं बल्कि लोक सभा का सदस्य निर्वाचित होने की योग्यता रखनी चाहिए।
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21. एक सांसद अथवा विधानसभा का सदस्य राष्ट्रपति निर्वाचित हो सकता है, परंतु-
(a) चुनाव लड़ने से पूर्व उसे अपनी सदस्यता से त्याग-पत्र देना होगा।
(b) अपने निर्वाचन से 6 माह के अंदर अपनी सदस्यता छोड़नी होगी।
(c) निर्वाचित होने के तुरंत उपरांत अपनी सदस्यता छोड़नी होगी।
(d) एक सांसद चुनाव लड़ सकता है, परंतु विधानसभा का सदस्य नहीं।
[U.P.P.C.S.(Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर-(c) निर्वाचित होने के तुरंत उपरांत अपनी सदस्यता छोड़नी होगी।
- संविधान के अनु. 59(1) के अनुसार, यदि संसद के किसी सदन का या किसी राज्य के विधानमंडल के किसी सदन का कोई सदस्य राष्ट्रपति निर्वाचित हो जाता है तो यह समझा जाएगा कि उसने उस सदन में अपना स्थान राष्ट्रपति के रूप में अपने पद ग्रहण की तारीख से रिक्त कर दिया है। दिए गए विकल्पों में निकटतम विकल्प (c) है, अतः यही अभीष्ट उत्तर है।
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22. भारतीय संविधान का कौन-सा अनुच्छेद राष्ट्रपति के पद के लिए पुनः निर्वाचन की योग्यताएं निर्धारित करता है?
(a) अनुच्छेद 52
(b) अनुच्छेद 54
(c) अनुच्छेद 55
(d) अनुच्छेद 57
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर-(d) अनुच्छेद 57
- भारतीय संविधान का अनुच्छेद 57 राष्ट्रपति के पद के लिए पुनः निर्वाचन के लिए पात्रता निर्धारित करता है।
- इस अनुच्छेद के अनुसार कोई व्यक्ति, जो राष्ट्रपति के रूप में पद धारण करता है या कर चुका है, इस संविधान के अन्य उपबंधों के अधीन रहते हुए उस पद के लिए पुनः निर्वाचन का पात्र होगा।
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23. अगर भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में कोई विवाद है, तो उस विवाद को सौंपा जा सकता है-
(a) भारत के महाधिवक्ता को
(b) संसद को
(c) भारत के सर्वोच्च न्यायालय को
(d) इसमें से कोई नहीं
[38th B.P.S.C. (Pre) 1992]
उत्तर-(c) भारत के सर्वोच्च न्यायालय को
- अगर भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में कोई विवाद है तो उस विवाद को अनुच्छेद 71(1) के अनुसार, भारत के सर्वोच्च न्यायालय को सौंपा जाएगा और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किया गया विनिश्चय अंतिम होगा।
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24. राष्ट्रपति पांच वर्ष तक अपने पद पर रहता है-
(a) अपने निर्वाचन की तारीख से
(b) संसद द्वारा निर्धारित तिथि से
(c) अपने पद ग्रहण के दिन से
(d) निर्वाचित आयोग द्वारा घोषित तिथि से
[R.A.S./.R.T.S. (Pre) 1996]
उत्तर-(c) अपने पद ग्रहण के दिन से
- अनुच्छेद 56(1) के अनुसार, राष्ट्रपति अपने पद ग्रहण के दिन से 5 वर्ष की अवधि तक पद धारण करता है।
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25. भारत के राष्ट्रपति अपना त्याग-पत्र किसको संबोधित करके देते हैं?
(a) लोक सभा स्पीकर
(b) उपराष्ट्रपति
(c) प्रधानमंत्री
(d) सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर-(b) उपराष्ट्रपति
- अनुच्छेद 56(1) (क) के अनुसार, भारत का राष्ट्रपति अपना त्याग-पत्र उपराष्ट्रपति को संबोधित करके देता है और उपराष्ट्रपति इसकी सूचना लोक सभा अध्यक्ष को तुरंत देता है [अनुच्छेद 56(2)]।
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26. भारत के राष्ट्रपति को उसके पद से हटाया जा सकता है-
(a) भारत के प्रधानमंत्री द्वारा
(b) लोक सभा के द्वारा
(c) भारत के मुख्य न्यायाधीश द्वारा
(d) संसद द्वारा
[39th B.P.S.C. (Pre) 1994, 47th B.P.S.C. (Pre) 2005]
उत्तर-(d) संसद द्वारा
- अनुच्छेद 56 के खंड (1) के उपखंड (ख) के अनुसार, संविधान का अतिक्रमण करने पर राष्ट्रपति को अनुच्छेद 61 में उपबंधित (अनुच्छेद 61- राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की प्रक्रिया) रीति से संसद द्वारा चलाए गए महाभियोग के माध्यम से पद से हटाया जा सकता है।
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27. राष्ट्रपति पर महाभियोग का आरोप संसद के किस सदन द्वारा लगाया जा सकता है?
(a) लोक सभा
(b) राज्य सभा
(c) संसद के किसी भी सदन द्वारा
(d) उपर्युक्त में से किसी के द्वारा नहीं
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर-(c) संसद के किसी भी सदन द्वारा
- राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की प्रक्रिया का वर्णन अनुच्छेद 61 में किया गया है।
- अनुच्छेद 61(1) के अनुसार, राष्ट्रपति पर महाभियोग का आरोप संसद का कोई सदन लगाएगा और अनुच्छेद 61(3) के अनुसार, दूसरा सदन उस आरोप का अन्वेषण करेगा या कराएगा और ऐसे अन्वेषण में राष्ट्रपति को स्वयं उपस्थित होने का तथा अपना प्रतिनिधित्व कराने का अधिकार होगा।
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28. भारत के राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने के लिए कम-से-कम कितने दिन पूर्व की सूचना आवश्यक है?
(a) 7 दिन
(b) 14 दिन
(c) 21 दिन
(d) 30 दिन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर-(b) 14 दिन
- भारत के राष्ट्रपति पर महाभियोग संविधान के अतिक्रमण के आधार पर चलाया जा सकता है, जब संसद का कोई सदन इस प्रकार का आरोप लगाए।
- संविधान के अनुच्छेद 61(2) के अनुसार, ऐसा कोई आरोप तब तक नहीं लगाया जाएगा, जब तक कि ऐसा आरोप लगाने की प्रस्थापना किसी ऐसे संकल्प में अंतर्विष्ट नहीं है, जो कम-से-कम 14 दिन की ऐसी लिखित सूचना के दिए जाने के पश्चात प्रस्तावित किया गया हो।
- इस प्रकार 14 दिन की अग्रिम सूचना के साथ ही संकल्प पर सदन की कुल सदस्य संख्या के कम-से-कम एक-चौथाई सदस्यों के हस्ताक्षर भी होने चाहिए तथा उस सदन की कुल सदस्य संख्या के कम-से-कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा ऐसा संकल्प पारित भी होना चाहिए।
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29. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत के राष्ट्रपति के निर्वाचकगण का तो भाग है, परंतु उसके महाभियोग अधिकरण का भाग नहीं है?
(a) लोक सभा
(b) राज्य सभा
(c) राज्यों की विधान परिषदें
(d) राज्यों की विधानसभाएं
[I.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर-(d) राज्यों की विधानसभाएं
- अनुच्छेद 61 के अनुसार, राष्ट्रपति पर महाभियोग एक अर्द्ध-न्यायिक प्रक्रिया है, जो संसद में चलाई जाती है।
- इसमें राज्यों की विधानसभाएं भाग नहीं लेती हैं, जबकि अनुच्छेद 54 (ख) के अनुसार, राज्यों की विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य राष्ट्रपति के निर्वाचकगण का भाग हैं।
- ध्यातव्य है कि राज्यों की विधान परिषदें राष्ट्रपति के निर्वाचकगण का भाग नहीं हैं।
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30. राष्ट्रपति का रिक्त स्थान भर लिया जाना चाहिए –
(a) 90 दिनों में
(b) छः माह में
(c) नौ माह में
(d) एक वर्ष में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2005, U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर-(b) छः माह में
- संविधान के अनुच्छेद 62 (1) के अनुसार, राष्ट्रपति की पदावधि की समाप्ति से हुई रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचन, पदावधि की समाप्ति से पहले ही पूर्ण कर लिया जाएगा।
- अनुच्छेद 62 (2) के अनुसार, यदि रिक्ति राष्ट्रपति की मृत्यु, पदत्याग या पद से हटाए जाने के कारण हुई है तो उसके रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचन, रिक्ति होने की तारीख के पश्चात यथाशीघ्र और प्रत्येक दशा में छः माह बीतने से पहले किया जाएगा।
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31. जब राष्ट्रपति मृत्यु, त्याग-पत्र, पदच्युत या अन्य कारणों से अपने कर्तव्यों को नहीं निभा सकता है, तो उपराष्ट्रपति कितने समय तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है?
(a) 5 वर्ष
(b) 1 1/2 वर्ष
(c) 1 वर्ष
(d) 6 माह
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर-(d) 6 माह
- अनुच्छेद 62(2) के अनुसार राष्ट्रपति की मृत्यु, पदत्याग या पदच्युत या अन्य कारण से हुई उसके पद में रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचन, रिक्ति तिथि से छः माह बीतने से पहले किया जाएगा अर्थात अनुच्छेद 65(1) के अनुसार, ऐसी दशा में उपराष्ट्रपति छः माह तक राष्ट्रपति रह सकता है।
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32. यदि मृत्यु, त्याग-पत्र अथवा हटाए जाने की स्थिति में भारत के राष्ट्रपति का पद रिक्त हो जाए, तो उस पद का कार्यभार कौन संभालेगा?
(a) प्रधानमंत्री
(b) सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश
(c) उपराष्ट्रपति
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[M.P.P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर-(c) उपराष्ट्रपति
- अनुच्छेद 65 के अनुसार यदि मृत्यु, त्याग-पत्र अथवा हटाए जाने की स्थिति में राष्ट्रपति का पद रिक्त हो तो पद का कार्यभार उपराष्ट्रपति संभालेगा तथा यदि किन्हीं कारणों से उपराष्ट्रपति भी उपलब्ध नहीं है तो उच्चतम न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश या उसके न रहने पर उसी न्यायालय का वरिष्ठतम न्यायाधीश, जो उस समय उपलब्ध है, राष्ट्रपति के कृत्यों को संपादित करेगा (राष्ट्रपति उत्तराधिकार अधिनियम, 1969) (President’s Discharge of Function Bill, 1969)|
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33. यदि भारत के राष्ट्रपति का पद रिक्त हो जाए और कोई उपराष्ट्रपति भी न हो, तब निम्न में से कौन कार्यवाहक राष्ट्रपति होगा?
(a) राज्य सभा का उपसभापति
(b) भारत का महान्यायवादी
(c) लोक सभा का अध्यक्ष
(d) सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005, U.P.P.C.S. (Pre) 1992, R.A.S/R.T.S. (Pre) 2007, U.P. P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015,
U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर-(d) सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश
- यदि किन्हीं कारणों से उपराष्ट्रपति भी उपलब्ध नहीं है तो उच्चतम न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश या उसके न रहने पर उसी न्यायालय का वरिष्ठतम न्यायाधीश, जो उस समय उपलब्ध है, राष्ट्रपति के कृत्यों को संपादित करेगा (राष्ट्रपति उत्तराधिकार अधिनियम, 1969) (President’s Discharge of Function Bill, 1969)|
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34. कथन: अपने कार्यकाल के दौरान भारत के राष्ट्रपति के विरुद्ध किसी भी न्यायालय में मुकदमा नहीं चलाया जा सकता।
कारण: राष्ट्रपति का पद संविधान के ऊपर होता है।
(a) कथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण कथन को स्पष्ट करता है।
(b) कथन और कारण दोनों सही हैं, परंतु कारण कथन को स्पष्ट नहीं करता।
(c) कथन सही है, परंतु कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, परंतु कारण सही है।
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (c) कथन सही है, परंतु कारण गलत है।
- संविधान के अनुच्छेद 52 के अनुसार भारत का एक राष्ट्रपति होगा तथा अनुच्छेद 53 के अनुसार संघ की कार्यपालिका शक्ति राष्ट्रपति में निहित होगी, परंतु संसदीय शासन व्यवस्था होने के कारण राष्ट्रपति मंत्रिपरिषद की सलाह पर कार्य करता है।
- अनुच्छेद 361(1) के तहत राष्ट्रपति या राज्यपाल को उनके द्वारा किए गए शासकीय कार्यों के लिए विधिक कार्यवाही से उन्मुक्ति प्राप्त है।
- अनुच्छेद 361(2) के अनुसार अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति (या किसी राज्य के राज्यपाल) के विरुद्ध किसी भी न्यायालय में आपराधिक (दांडिक) मुकदमा नहीं चलाया जा सकता है, परंतु अनुच्छेद 361(4) के प्रावधान के तहत उनके द्वारा व्यक्तिगत हैसियत से किए गए कार्य के संबंध में उनके विरुद्ध अनुतोष का दावा करने वाला दीवानी (सिविल) मुकदमा तत्संबंधी विस्तृत लिखित सूचना उन्हें या उनके कार्यालय में देने के दो माह पश्चात चलाया जा सकता है।
- अतः प्रश्नगत कथन सही नहीं है, और साथ ही राष्ट्रपति का पद संविधान के ऊपर नहीं होता इसलिए कारण भी गलत है।
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35. भारतीय संविधान के निम्नलिखित में से किस एक संशोधन द्वारा राष्ट्रपति को कोई भी मामला मंत्रिपरिषद द्वारा पुनर्विचार किए जाने के लिए वापस भेजने का अधिकार दिया गया है?
(a) 39 वें
(b) 40 वें
(c) 42 वें
(d) 44 वें
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर-(d) 44 वें
- 44 वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1978 द्वारा अनुच्छेद 74(1) में एक परंतुक जोड़ा गया, जिसके तहत राष्ट्रपति को कोई भी मामला मंत्रिपरिषद द्वारा पुनर्विचार किए जाने के लिए वापस भेजने का अधिकार दिया गया।
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36. राष्ट्रपति लोक सभा को कब भंग कर सकते हैं?
(a) भारत के प्रधान न्यायाधीश की अनुशंसा पर
(b) लोक सभा की अनुशंसा पर
(c) केंद्रीय मंत्रिमंडल की अनुशंसा पर
(d) राज्य सभा की अनुशंसा पर
[M.P.P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (c) केंद्रीय मंत्रिमंडल की अनुशंसा पर
- अनुच्छेद 85(2) (ख) के अनुसार, राष्ट्रपति लोक सभा भंग कर सकता है, किंतु राष्ट्रपति की यह शक्ति अनुच्छेद 74(1) के अधीन है अर्थात वह ऐसा केंद्रीय मंत्रिपरिषद की अनुशंसा या सलाह पर कर सकता है।
- उल्लेखनीय है कि मंत्रिमंडल में कैबिनेट स्तर के मंत्री शामिल होते हैं, जबकि मंत्रिपरिषद में सभी (कैबिनेट, राज्य, उपमंत्री) मंत्री शामिल होते हैं।
- हालांकि मंत्रिपरिषद द्वारा लोक सभा में बहुमत खो देने पर उसके द्वारा दी गई लोक सभा को समय-पूर्व भंग करने की सलाह राष्ट्रपति पर बाध्यकारी नहीं होती है तथा इस संदर्भ में राष्ट्रपति अपने विवेकाधिकार का प्रयोग कर सकता है।
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37. लोक सभा और राज्य सभा की संयुक्त बैठक किसके द्वारा आहूत की जाती है?
(a) राष्ट्रपति द्वारा
(b) लोक सभा के अध्यक्ष द्वारा
(c) संसद द्वारा
(d) राज्य सभा के सभापति द्वारा
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) राष्ट्रपति द्वारा
- संविधान के अनु. 108 के तहत किसी विधेयक पर दोनों सदनों के मध्य गतिरोध की स्थिति में लोक सभा और राज्य सभा की संयुक्त बैठक राष्ट्रपति द्वारा आहूत की जा सकती है।
- अनु. 118 (4) के तहत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता लोक सभा अध्यक्ष द्वारा की जाती है।
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38. निम्न में से कौन-सी अभिव्यक्ति भारत के संविधान के अनुच्छेद 108 के अंतर्गत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक आहूत करने की सूचना के संबंध में उचित है?
(a) राष्ट्रपति का आशय
(b) राष्ट्रपति का निर्देश
(c) राष्ट्रपति का विवेक
(d) राष्ट्रपति की सहमति
[M.P.P.C.S.(Pre)2020]
उत्तर- (a) राष्ट्रपति का आशय
- राष्ट्रपति का ‘आशय (Intention) अभिव्यक्ति भारत के संविधान के अनुच्छेद 108 के अंतर्गत संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक आहूत करने की सूचना के संबंध में उचित है।
- संविधान के अनुच्छेद 108 के अनुसार, राष्ट्रपति किसी विधेयक पर कुछ दशाओं में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक आहूत कर सकता है तथा “राष्ट्रपति विधेयक पर विचार-विमर्श करने और मत देने के प्रयोजन के लिए सदनों को संयुक्त बैठक में अधिवेशित होने के लिए आहूत करने के अपने आशय की सूचना, यदि वे बैठक में हैं तो संदेश द्वारा या यदि वे बैठक में नहीं हैं तो लोक अधिसूचना द्वारा देगा।”
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39. भारत के राष्ट्रपति से संबंधित निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सही नहीं है?
(a) वह संसद का एक संघटक भाग है।
(b) वह दोनों सदनों में चर्चा में भाग लेता है।
(c) वह प्रत्येक वर्ष दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करता है।
(d) वह किन्हीं परिस्थितियों में अध्यादेश लागू कर सकता है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर-(b) वह दोनों सदनों में चर्चा में भाग लेता है।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 79 के अंतर्गत भारत का राष्ट्रपति संसद का एक संघटक भाग है।
- अनुच्छेद 86(1) के तहत वह प्रत्येक वर्ष के प्रथम सत्र के आरंभ में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करता है तथा वह संविधान के अनु. 123 के तहत विशेष परिस्थितियों में अध्यादेश जारी कर सकता है, परंतु वह दोनों सदनों में चर्चा में भाग नहीं लेता है।
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40. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं-
कथन (A): राष्ट्रपति संसद का भाग है।
कारण (R): संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक बिना राष्ट्रपति की स्वीकृति के कानून नहीं बन सकता है।
उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक सही है?
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सत्य है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P. P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
- संविधान के अनु. 79 के अनुसार, भारत की संसद राष्ट्रपति और दोनों सदनों (राज्य सभा एवं लोक सभा) से मिलकर बनेगी।
- साथ ही अनु. 111 के तहत संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद ही कानून का रूप लेता है।
- इस प्रकार कथन एवं कारण दोनों सही है तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।
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41. एक विधेयक जो संसद में प्रस्तुत किया जाता है, कौन-सी क्रिया के बाद अधिनियम बन जाता है?
(a) जब वह संसद के दोनों सदनों के द्वारा पारित हो जाता है।
(b) जब राष्ट्रपति अपनी सहमति दे देता है।
(c) जब प्रधानमंत्री इस पर हस्ताक्षर कर देता है।
(d) जब सर्वोच्च न्यायालय इसे केंद्रीय संसद के अधिकार क्षेत्र में होना घोषित करता है।
[48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर-(b) जब राष्ट्रपति अपनी सहमति दे देता है।
- संविधान के अनुच्छेद 111 में विधेयकों पर राष्ट्रपति की अनुमति से संबंधित उपबंध हैं।
- एक विधेयक जो संसद में प्रस्तुत किया जाता है वह अधिनियम तभी बन पाता है, जब राष्ट्रपति उस पर हस्ताक्षर कर अपनी सहमति दे देता है।
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42. भारत के राष्ट्रपति ने जिस एकमात्र मामले में अपने वीटो की शक्ति का प्रयोग किया, वह था-
(a) हिंदू कोड बिल
(b) पेप्सू विनियोग विधेयक
(c) भारतीय डाक घर (संशोधन) विधेयक
(d) दहेज प्रतिषेध विधेयक
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर-(c) भारतीय डाक घर (संशोधन) विधेयक
- पेप्सू विनियोग विधेयक के मामले में 1954 में राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने आत्यंतिक (Absolute) वीटो (अर्थात स्पष्टतः सहमति रोक लेना) का प्रयोग किया था, जबकि 1986 में राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने भारतीय डाक घर (संशोधन) विधेयक पर पॉकेट वीटो (अर्थात संसद द्वारा पारित विधेयक को अनिश्चित काल के लिए लंबित रखना) का प्रयोग किया।
- आत्यंतिक वीटो मंत्रिपरिषद की इच्छाधीन होता है, अतः पॉकेट वीटो ही स्वेच्छा से किया गया माना जाएगा। इसलिए विकल्प (c) सही उत्तर है।
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43. निम्न में से किस राष्ट्रपति ने एक शक्ति का प्रयोग किया था जिसे संविधानिक शब्दावली में ‘जेबी निषेधाधिकार’ कहा जाता है?
(a) डॉ. राजेंद्र प्रसाद
(b) वी.वी. गिरि
(c) ज्ञानी जैल सिंह
(d) डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर-(c) ज्ञानी जैल सिंह
- वर्ष 1986 में भारत के राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने भारतीय डाक घर (संशोधन) विधेयक के संबंध में जेबी निषेधाधिकार का प्रयोग किया था।
- उल्लेखनीय है कि जब राष्ट्रपति दोनों सदनों द्वारा पारित बिल को अपने पास असीमित समय-सीमा के लिए लंबित रखता है अर्थात वह इस पर सहमति देने या सहमति रोकने की न तो घोषणा करता है और न ही इसे पुनर्विचार के लिए लौटाता है, तो इसे संवैधानिक शब्दावली में ‘जेबी निषेधाधिकार’ (Pocket Veto) कहा जाता है।
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44. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किसी बिल पर अपनी स्वीकृति रोक सकते हैं?
(a) अनुच्छेद 63
(b) अनुच्छेद 108
(c) अनुच्छेद 109
(d) अनुच्छेद 111
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004, U.P. P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर-(d) अनुच्छेद 111
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 111 के अंतर्गत यह प्रावधान किया गया है कि राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक पर स्वीकृति प्रदान करेगा या अपनी स्वीकृति रोक लेगा अथवा विधेयक (धन विधेयक के अतिरिक्त) को पुनर्विचार हेतु सदनों को लौटा सकेगा।
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45. निम्नलिखित में से कौन-सी राष्ट्रपति की स्वविवेकी शक्तियां हैं?
(i) मंत्रिपरिषद की नियुक्ति
(ii) विधेयक को आपत्तियों सहित वापस भेजना
(iii) विधेयक को रोककर रखना
(iv) क्षमा प्रदान करना
(v) संयुक्त अधिवेशन की अधिसूचना जारी करना
(vi) संसद को संदेश भेजना
(vii) न्यायाधीशों की नियुक्ति
(a) (i), (iii), (iv)
(b) (ii), (v), (vii)
(c) (iii), (vi), (vii)
(d) (ii), (iv), (vi)
(e) (ii), (iii), (vi)
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर-(e) (ii), (iii), (vi)
- राज्य सभा और लोक सभा से पारित होकर राष्ट्रपति के पास आए हुए विधेयक (धन विधेयक के अतिरिक्त) को राष्ट्रपति द्वारा आपत्तियों सहित वापस भेजना, विधेयक को रोककर रखना तथा संसद को संदेश भेजने का अधिकार राष्ट्रपति की स्वविवेकी शक्तियों में शामिल हैं। अनुच्छेद 86 (2) के तहत राष्ट्रपति संसद को संदेश भेज सकता है तथा विशेष परिस्थितियों में मंत्रिपरिषद से मतभेद की स्थिति में राष्ट्रपति इस संदर्भ में अपने स्वविवेक का प्रयोग कर सकता है।
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46. निम्न में से किस विषय पर राष्ट्रपति के लिए मंत्रिपरिषद से सलाह लेना आवश्यक नहीं है?
(a) राजदूतों की नियुक्ति
(b) विधेयकों पर स्वीकृति देना
(c) राज्यपाल द्वारा प्रेषित विधेयकों पर स्वीकृति
(d) लोक सभा भंग करना
(e) संविधान संशोधन विधेयक पर स्वीकृति देना
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर-(b) विधेयकों पर स्वीकृति देना
- राष्ट्रपति के लिए विधेयकों पर स्वीकृति प्रदान करने हेतु मंत्रिपरिषद से सलाह लेना आवश्यक नहीं है।
- संविधान के अनुच्छेद 111 में वर्णित है कि जब कोई साधारण विधेयक संसद के सदनों द्वारा पारित करने के पश्चात राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा, तो राष्ट्रपति घोषित करेगा कि वह उस विधेयक को स्वीकृति देता है या स्वीकृति रोक लेता है (हालांकि इस संदर्भ में कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है) अथवा राष्ट्रपति उस विधेयक को सदनों के पुनर्विचार हेतु लौटा सकेगा।
- यदि विधेयक सदनों द्वारा संशोधन सहित या उसके बिना फिर से पारित कर दिया जाता है और राष्ट्रपति के समक्ष अनुमति हेतु प्रस्तुत किया जाता है, तो राष्ट्रपति उस पर अनुमति नहीं रोकेगा।
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47. संविधान के अनुसार इनमें से राष्ट्रपति की विधायी शक्ति कौन-सी है?
(a) संसद का सत्र आहूत करना
(b) संसद का सत्रावसान करना
(c) संसद की बैठक स्थगित करना
(d) अध्यादेश जारी करना
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर-(d) अध्यादेश जारी करना
- विकल्प (c) का संबंध राष्ट्रपति से नहीं है। राज्य सभा और लोक सभा की बैठकों (Sittings) के स्थगन (adjournment) का अधिकार क्रमशः सभापति/उपसभापति और स्पीकर / डिप्टी स्पीकर को है। संसद का एक अंग (Part) होने के कारण, राष्ट्रपति, संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयकों पर जब अपनी अनुमति देता है, या, अनुमति विधारित करता है या, विधेयकों को पुनर्विचारार्थ सदनों के पास लौटाता है, तभी वह विधायी कार्य कर रहा होता है।
- परंतु, व्यावहारिक दृष्टि से संसद के सदनों से संबंधित कतिपय कार्यों को, जैसे- संसद के सदनों का सत्र आहूत करना, संसद के सदनों का सत्रावसान करना, लोक सभा को भंग करना, राज्य सभा में 12 सदस्यों को नाम निर्देशित (Nominate) करना, विधायी प्रकृति का मान लिया गया है। विधायी प्रकृति के अनेकानेक कार्यों में, ‘अध्यादेश द्वारा विधायन’ का कार्य सर्वाधिक महत्व का है।
- संविधान के अनुच्छेद 123 के तहत उस समय को छोड़कर जब संसद के दोनों सदन सत्र में हों, राष्ट्रपति अध्यादेश (Ordinance) द्वारा उन सभी विषयों पर कानून बना सकते हैं, जिन विषयों पर उस समय संसद को कानून बनाने की शक्ति है।
- इस प्रकार, विकल्प (d) विकल्प (a) और (b) की अपेक्षा, बेहतर उत्तर है।
- छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा भी उत्तर विकल्प (d) को माना गया है।
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48. निम्नांकित में से कौन-सी राष्ट्रपति की स्वविवेकी शक्तियां हैं?
1. बहुमत दल के नेता को प्रधानमंत्री नियुक्त करना।
ii. संसद का अधिवेशन बुलाना।
iii. किसी विधेयक को आपत्तियों सहित संसद के पास वापस भेजना।
iv. मंत्रिपरिषद के सदस्यों की नियुक्ति।
v. राज्यपाल द्वारा भेजे गए विधेयक पर स्वीकृति देना।
vi. किसी विधेयक को रोककर रखना।
vii. किसी विषय से संबंधित जानकारी के लिए प्रधानमंत्री से कहना।
viii. किसी परामर्श पर मंत्रिपरिषद से पुनर्विचार हेतु कहना।
(a) i, ii, iv, vii
(b) ii, v, vi, viii
(c) i, iii, iv, viii
(d) ii, v, vii, viii
(e) iii, vi, vii, viii
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर-(e) iii, vi, vii, viii
- संविधान के अनुच्छेद 111 के अंतर्गत राष्ट्रपति को कतिपय निषेधाधिकार (वीटो) शक्तियां प्राप्त हैं, जिनका उपयोग वह मंत्रिपरिषद की सलाह से मुक्त होकर कर सकता है।
- किसी विधेयक को आपत्तियों सहित संसद में पुनर्विचार हेतु वापस भेजना (निलंबन निषेधाधिकार) और किसी विधेयक को अघोषित रूप से रोककर रखना (जेबी निषेधाधिकार) राष्ट्रपति की स्वविवेकी शक्ति है।
- इसके अतिरिक्त अनुच्छेद 78 के तहत किसी विषय से संबंधित जानकारी के लिए प्रधानमंत्री से कहना और अनुच्छेद 74(1) के परंतुक के अंतर्गत किसी परामर्श को मंत्रिपरिषद को पुनर्विचार के लिए वापस भेजना जैसे विषय पर भी राष्ट्रपति स्वविवेक का प्रयोग करता है।
- अतः विकल्प (e) सही उत्तर है।
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49. जब केंद्रीय मंत्रिमंडल ने (वर्ष 2002 में) चुनावी सुधारों पर अध्यादेश में बिना किसी बदलाव के उसे राष्ट्रपति को वापस भेजा, तब राष्ट्रपति ने भारतीय संविधान के कौन-से अनुच्छेद के अंतर्गत उसे अपनी सहमति दी?
(a) अनुच्छेद 121
(b) अनुच्छेद 142
(c) अनुच्छेद 123
(d) अनुच्छेद 124
[I.A.S. (Pre) 2003 U.P.P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर-(c) अनुच्छेद 123
- अनुच्छेद 123 राष्ट्रपति की अध्यादेश जारी करने संबंधी शक्तियों का वर्णन करता है।
- अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
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50. संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत भारत के राष्ट्रपति को अध्यादेश जारी करने की शक्ति प्रदत्त है?
(a) अनुच्छेद 360
(b) अनुच्छेद 123
(c) अनुच्छेद 200
(d) अनुच्छेद 356
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर-(b) अनुच्छेद 123
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 123 के अंतर्गत भारत के राष्ट्रपति को अध्यादेश जारी करने की शक्ति प्राप्त है।
- इसे संसद के दोनों सदनों या किसी एक सदन के सत्र में न होने के दौरान जारी किया जा सकता है।
- इसका प्रभाव संसद द्वारा निर्मित कानून के समान होता है।
- राष्ट्रपति किसी भी समय किसी अध्यादेश को वापस ले सकता है।
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51. राष्ट्रपति द्वारा जारी एक अध्यादेश संसद के सत्र शुरू होने के बाद कितने समय तक रखा जाना आवश्यक है?
(a) 1 माह
(b) 6 सप्ताह
(c) 8 सप्ताह
(d) 6 माह
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर-(b) 6 सप्ताह
- अनुच्छेद 123(2) (क) के अनुसार, राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश को संसद के सत्र शुरू होने के बाद छः सप्ताह के अंदर अनुमोदित होना चाहिए।
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52. निम्नलिखित में से किनकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती हैं?
1. वित्त आयोग के अध्यक्ष
2. योजना आयोग के उपाध्यक्ष
3. संघ राज्यक्षेत्र का मुख्यमंत्री
नीचे दिए हुए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 1 और 3
(d) केवल 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 1994, U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर-(c) केवल 1 और 3
- अनुच्छेद 280(1) के अनुसार, वित्त आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
- अनुच्छेद 239क क (5) के तहत संघ राज्य क्षेत्र के मुख्यमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति करेगा तथा अन्य मंत्रियों की नियुक्ति राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री की सलाह पर करेगा तथा मंत्री राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत पद धारण करेंगे।
- योजना आयोग (अब नीति आयोग) के उपाध्यक्ष की नियुक्ति प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है।
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53. निम्नलिखित में से राष्ट्रपति किसकी नियुक्ति करता है?
(a) भारत का महान्यायवादी
(b) नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक
(c) एक राज्य का राज्यपाल
(d) उपरोक्त सभी
[U.P.P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर-(d) उपरोक्त सभी
- राष्ट्रपति संविधान के अनुच्छेद 76 के अनुसार भारत के महान्यायवादी, अनुच्छेद 148 के अनुसार नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक तथा अनुच्छेद 155 के अनुसार राज्यों के राज्यपाल की नियुक्ति करता है।
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54. निम्न में से भारत का राष्ट्रपति किसकी नियुक्ति नहीं करता है?
(a) उपराष्ट्रपति
(b) प्रधानमंत्री
(c) राज्यपाल
(d) मुख्य निर्वाचन आयुक्त
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (a) उपराष्ट्रपति
- राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति की नियुक्ति नहीं करता है। अनुच्छेद 66 के अनुसार उपराष्ट्रपति का निर्वाचन संसद के दोनों सदनों के सदस्यों से मिलकर बनने वाले निर्वाचकगण के सदस्यों द्वारा किया जाता है।
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55. संविधान असाधारण परिस्थितियों में राष्ट्रपति को राज्यपाल के कृत्यों के निर्वहन हेतु उपबंध कर सकता है-
(a) अनुच्छेद 160 में
(b) अनुच्छेद 162 में
(c) अनुच्छेद 165 में
(d) अनुच्छेद 310 में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (a) अनुच्छेद 160 में
- संविधान के अनु. 160 के तहत राष्ट्रपति आकस्मिक या असाधारण परिस्थितियों में राज्यपाल के कृत्यों के निर्वहन हेतु उपबंध कर सकता है।
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56. भारतीय संविधान भारत के राष्ट्रपति को अधिकार नहीं देता है-
(a) प्रधानमंत्री की नियुक्ति का
(b) राज्यों के मुख्यमंत्री की नियुक्ति का
(c) रक्षा बलों का सर्वोच्च कमांडर होने का
(d) देश के किसी भाग में आपातकालीन स्थिति लागू करने का
[38th B.P.S.C. (Pre) 1992]
उत्तर-(b) राज्यों के मुख्यमंत्री की नियुक्ति का
- अनुच्छेद 164(1) के अनुसार, राज्यों के मुख्यमंत्री की नियुक्ति का अधिकार राज्यों के राज्यपाल को है।
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57. भारतीय संविधान का कौन-सा अनुच्छेद राष्ट्रपति को उच्चतम न्यायालय से परामर्श करने की शक्ति प्रदान करता है?
(a) अनुच्छेद 129
(b) अनुच्छेद 132
(c) अनुच्छेद 143
(d) अनुच्छेद 32
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर-(c) अनुच्छेद 143
- भारतीय संविधान का अनुच्छेद 143 राष्ट्रपति को विधि या तथ्य के व्यापक महत्व के प्रश्न के संदर्भ में उच्चतम न्यायालय से परामर्श की शक्ति प्रदान करता है।
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58. भारत के राष्ट्रपति की शक्तियों के बारे में निम्नांकित में से कौन एक सही नहीं है?
(a) राष्ट्रपति को सर्वोच्च न्यायालय के परामर्श को स्वीकार करना चाहिए
(b) आपातकालीन शक्तियां
(c) राज्यों में राष्ट्रपति शासन को आगे बढ़ाने की शक्ति
(d) राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय के परामर्श को स्वीकार अथवा अस्वीकार कर सकता है
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर- (a) राष्ट्रपति को सर्वोच्च न्यायालय के परामर्श को स्वीकार करना चाहिए
- संविधान के अनु. 143 के तहत राष्ट्रपति को सर्वोच्च न्यायालय से किसी विषय पर परामर्श प्राप्त करने की शक्ति है, परंतु उस पर परामर्श को स्वीकार करने की बाध्यता नहीं है। अतः विकल्प (a) सही नहीं है।
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59. संविधान के अनुसार, निम्नांकित में से क्या शब्दशः भारत के राष्ट्रपति की ‘शक्ति’ नहीं है?
(a) अध्यादेशों का प्रख्यापन
(b) उच्चतम न्यायालय से परामर्श करना
(c) संसद के सदनों को संदेश भेजना
(d) क्षमादान करना
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]
उत्तर-(c) संसद के सदनों को संदेश भेजना
- संसद के सदनों को संदेश भेजना अनुच्छेद 86(2) के अंतर्गत राष्ट्रपति का अधिकार है, जबकि अनुच्छेद 72 क्षमादान की राष्ट्रपति की शक्ति, अनुच्छेद 123 अध्यादेश निर्गत करने की राष्ट्रपति की शक्ति और अनुच्छेद 143 उच्चतम न्यायालय से परामर्श करने की राष्ट्रपति की शक्ति शब्दशः ‘शक्ति’ के रूप में उल्लेखन करते हैं।
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60. भारत के राष्ट्रपति को यह अधिकार नहीं प्राप्त है, कि वह-
(a) क्षमादान करे
(b) सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को हटाए
(c) आपातकाल की घोषणा करे
(d) अध्यादेश जारी करे
[41st B.P.S.C. (Pre) 1996]
उत्तर-(b) सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को हटाए
- अनुच्छेद 124 के खंड (4) के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश को उसके पद से तब तक नहीं हटाया जाएगा, जब तक साबित कदाचार या असमर्थता के आधार पर ऐसे हटाए जाने के लिए संसद के प्रत्येक सदन द्वारा अपनी कुल सदस्य संख्या के बहुमत द्वारा तथा उपस्थित और मत देने वाले सदस्यों के कम-से-कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा समर्थित समावेदन, राष्ट्रपति के समक्ष उसी सत्र में रखे जाने पर राष्ट्रपति ने उसे हटाने का आदेश नहीं दे दिया है।
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61. राष्ट्रपति की क्षमा आदि की शक्ति एक-
(a) विधायी शक्ति है
(b) न्यायिक शक्ति है
(c) कार्यपालिका शक्ति है
(d) इनमें से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर-(b) न्यायिक शक्ति है
- संविधान के अनु. 72 के तहत राष्ट्रपति को क्षमा आदि की तथा कुछ मामलों में दंडादेश के निलंबन, परिहार या लघुकरण की न्यायिक शक्ति प्राप्त है।
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62. राष्ट्रपति की ‘क्षमा प्रदान करने’ की शक्ति में क्या सम्मिलित नहीं है?
1. क्षमा
ii. लघुकरण
iii. परिहार
iv. विराम
v. प्रविलंबन
vi. रोक
vii. निरंतरता
(a) i
(b) ii, iii
(c) iv, v
(d) i, ii, iii, iv, v
(e) vi, vii
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर-(e) vi, vii
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 72 के तहत राष्ट्रपति को किसी अपराध के लिए दोषी ठहराए गए किसी व्यक्ति के दंड को क्षमा, उसका प्रविलंबन, विराम या परिहार करने अथवा दंडादेश के निलंबन, परिहार या लघुकरण की शक्ति प्राप्त है, जिनमें सेना न्यायालय द्वारा दोषी सिद्ध किए गए मामले भी शामिल हैं।
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63. निम्नांकित में से किस प्रकार के प्राधिकार भारत के राष्ट्रपति को प्राप्त हैं?
1. वास्तविक और लोकप्रिय
2. औपचारिक (स्टिट्यूलर) और विधिक
3. राजनीतिक और नाममात्र
4. संवैधानिक और नाममात्र
नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर चुनिए-
(a) 1 और 3
(b) 2 और 3
(c) 1 और 4
(d) 2 और 4
[U.P.P.C.S. (Mains) 2006]
उत्तर-(d) 2 और 4
- भारत के राष्ट्रपति को संविधान के तहत प्राप्त प्राधिकार औपचारिक एवं विधिक तथा संवैधानिक और नाममात्र हैं।
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64. भारतीय संविधान के अनुसार, भारत के राष्ट्रपति का यह कर्तव्य है कि वे निम्नलिखित में से किसको किनको संसद के पटल पर रखवाए ?
1. संघ वित्त आयोग की सिफारिशों को
2. लोक लेखा समिति के प्रतिवेदन को
3. नियंत्रक महालेखा परीक्षक के प्रतिवेदन को
4. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के प्रतिवेदन को
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 4
(c) केवल 1, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर-(c) केवल 1, 3 और 4
- संघीय वित्त आयोग एवं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की स्थापना और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।
- जबकि लोक लेखा समिति की स्थापना लोक सभा और राज्य सभा के सदस्यों को मिलाकर की जाती है।
- इसके अध्यक्ष की नियुक्ति लोक सभा अध्यक्ष के द्वारा की जाती है। राष्ट्रपति द्वारा संघीय वित्त आयोग की सिफारिशों, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के प्रतिवेदन तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के प्रतिवेदन को क्रमशः संविधान के अनुच्छेद 281, 151(1) एवं 338(6) के तहत संसद के पटल पर रखवाया जाता है।
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65. निम्न में से कौन-सा संवैधानिक विशेषाधिकार राष्ट्रपति का नहीं है?
(a) साधारण बिल को पुनर्विचार हेतु लौटाना।
(b) वित्तीय बिल को पुनर्विचार हेतु लौटाना।
(c) लोक सभा को भंग करना।
(d) प्रधानमंत्री की नियुक्ति करना।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर-(b) वित्तीय बिल को पुनर्विचार हेतु लौटाना।
- राष्ट्रपति संविधान के अनुच्छेद 110 के खंड (1) के उपखंड (क) से उपखंड (च) में विनिर्दिष्ट किसी विषय के लिए उपबंध करने वाले वित्तीय बिल (जो कि मनी बिल या धन विधेयक होते हैं) को अनुच्छेद 111 के तहत अन्य साधारण बिलों की तरह पुनर्विचार हेतु लौटा नहीं सकता है।
- अन्य तीनों विकल्प राष्ट्रपति के संवैधानिक विशेषाधिकार हैं।
- वस्तुतः ऐसे वित्तीय बिल अनुच्छेद 117 के प्रावधानों के तहत राष्ट्रपति की सिफारिश के बाद ही केवल लोक सभा में ही प्रस्तावित या पुरःस्थापित किए जा सकते हैं।
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66. निम्नलिखित में से किसी भौगोलिक क्षेत्र को अनुसूचित घोषित करने का संवैधानिक अधिकार किसको है?
(a) राज्यपाल को
(b) मुख्यमंत्री को
(c) प्रधानमंत्री को
(d) राष्ट्रपति को
[U.P. P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर-(d) राष्ट्रपति को
- संविधान की पांचवीं अनुसूची के पैराग्राफ 6 में ‘अनुसूचित क्षेत्रों’ से
संबंधित प्रमुख प्रावधान इस प्रकार हैं-
(1) राष्ट्रपति के आदेश द्वारा किसी भौगोलिक क्षेत्र को अनुसूचित क्षेत्र घोषित अथवा विस्तारित किया जा सकता है।
(2) किसी भी समय राष्ट्रपति के आदेश द्वारा अनुसूचित क्षेत्र के संपूर्ण अथवा किसी विशिष्ट भाग को समाप्त किया जा सकता है।
(3) राज्य के राज्यपाल से परामर्श करने के पश्चात राष्ट्रपति के आदेश द्वारा राज्य के अनुसूचित क्षेत्र के क्षेत्रफल को बढ़ाया जा सकता है।
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67. संसद के लिए राष्ट्रपति का अभिभाषण कौन तैयार करता है?
(a) स्वयं राष्ट्रपति
(b) लोक सभा अध्यक्ष
(c) राज्य सभा के सभापति
(d) केंद्रीय मंत्रिमंडल
[M.P.P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर-(d) केंद्रीय मंत्रिमंडल
- संसद के लिए राष्ट्रपति का अभिभाषण केंद्रीय मंत्रिमंडल तैयार करता है, क्योंकि वास्तविक कार्यपालिका शक्ति केंद्रीय मंत्रिमंडल में निहित है।
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68. भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद किस राज्य से थे?
(a) बिहार
(b) हरियाणा
(c) दिल्ली
(d) उत्तर प्रदेश
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2020]
उत्तर- (a) बिहार
- भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद मूलतः बिहार राज्य से थे।
- उनका जन्म 3 दिसंबर, 1884 को बिहार के सिवान जिले में हुआ था।
- वे 26 जनवरी, 1950 से 13 मई, 1962 तक भारत के राष्ट्रपति रहे।
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69. दो अवधि के लिए भारत के राष्ट्रपति कौन थे?
(a) डॉ. एस. राधाकृष्णन
(b) डॉ. राजेंद्र प्रसाद
(c) डॉ. जाकिर हुसैन
(d) इनमें से कोई नहीं
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर-(b) डॉ. राजेंद्र प्रसाद
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद लगातार तीन अवधि तक (1950-1952, 1952-1957 तथा 1957-1962) भारत के राष्ट्रपति रहे थे, जिसमें से 26 जनवरी, 1950 को वे संविधान सभा के अध्यक्ष होने के कारण भारत के राष्ट्रपति बने थे तथा 1952 एवं 1957 में वे क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय राष्ट्रपति चुनावों में राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे।
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70. भारत के चौथे राष्ट्रपति-
(a) श्री वी.वी. गिरि थे
(b) डॉ. एस. राधाकृष्णन थे
(c) डॉ. जाकिर हुसैन थे
(d) डॉ. फखरुद्दीन अली अहमद थे
[U.P.P.C.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) श्री वी.वी. गिरि थे
- भारत के व्यक्ति अनुसार चौथे राष्ट्रपति श्री वी.वी. गिरि थे, तथापि कार्यकाल अनुसार उनका क्रम डॉ. राजेंद्र प्रसाद (तीन बार), डॉ. एस. राधाकृष्णन एवं डॉ. जाकिर हुसैन के बाद छठां है।
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71. सर्वसम्मति से निर्वाचित भारत के राष्ट्रपति थे-
(a) एस. राधाकृष्णन
(b) वी. वी. गिरि
(c) एन. संजीव रेड्डी
(d) ज्ञानी जैल सिंह
[U.P.P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर-(c) एन. संजीव रेड्डी
- एन. संजीव रेड्डी सर्वसम्मति से (निर्विरोध) भारत के राष्ट्रपति चुने जाने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं।
- उनके कार्यकाल की अवधि 1977-1982 थी।
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72. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा निम्न कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर का चयन कीजिए-
सूची-1 (राष्ट्रपति) |
सूची-II (अवधि) |
A. फखरुद्दीन अली अहमद |
1. 1969-1974 |
B. एन. संजीव रेड्डी |
2. 1974-1977 |
C. डॉ. ज़ाकिर हुसैन |
3. 1977-1982 |
D. वी.वी. गिरि |
4. 1967-1969 |
कूट :
A, B, C, D
(a) 3, 2, 1, 4
(b) 2, 3, 1, 4
(c) 2, 3, 4, 1
(d) 4, 3, 2, 1
[U.P. Lower Sub. (Mains) 2013]
उत्तर-(c) 2, 3, 4, 1
- सूची-1 का सूची-I से सुमेलन निम्नवत है-
-
सूची-1 (राष्ट्रपति) |
सूची-II (अवधि) |
A. फखरुद्दीन अली अहमद |
2. 1974-1977 |
B. एन. संजीव रेड्डी |
3. 1977-1982 |
C. डॉ. ज़ाकिर हुसैन |
4. 1967-1969 |
D. वी.वी. गिरि |
1. 1969-1974 |
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73. निम्न में से कौन राष्ट्रपति होने से पूर्व भारत के उपराष्ट्रपति पद पर आसीन नहीं रहा?
(a) डॉ. एस. राधाकृष्णन
(b) डॉ. जाकिर हुसैन
(c) नीलम संजीव रेड्डी
(d) आर. वेंकटरमन
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]
उत्तर-(c) नीलम संजीव रेड्डी
- दिए गए विकल्पों में से नीलम संजीव रेड्डी ही ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो राष्ट्रपति होने से पूर्व उपराष्ट्रपति पद पर आसीन नहीं रहे।
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74. निम्नलिखित में से कौन-से भारतीय राष्ट्रपति लोक सभा अध्यक्ष भी रहे हैं?
(a) फखरुद्दीन अली अहमद
(b) डॉ. शंकर दयाल शर्मा
(c) डॉ. जाकिर हुसैन
(d) नीलम संजीव रेड्डी
[U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर- (d) नीलम संजीव रेड्डी
- दिए गए भारतीय राष्ट्रपतियों में से नीलम संजीव रेड्डी दो अवधियों (17.03.1967 से 19.07.1969 एवं 26.03.1977 से 13.07.1977)
के दौरान लोक सभा अध्यक्ष रहे थे।
- वे वर्ष 1977 से 1982 के मध्य भारत के राष्ट्रपति रहे।
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75. निम्नलिखित भारत के राष्ट्रपतियों में कौन ‘दार्शनिक-राजा’ अथवा ‘दार्शनिक-शासक’ के रूप में जाना जाता है?
(a) डॉ. राधाकृष्णन
(b) डॉ. राजेंद्र प्रसाद
(c) डॉ. जाकिर हुसैन
(d) डॉ. अब्दुल कलाम
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर- (a) डॉ. राधाकृष्णन
- भारत के दूसरे राष्ट्रपति (13 मई, 1962 से 13 मई, 1967) डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को ‘दार्शनिक-राजा’ अथवा ‘दार्शनिक-शासक’ के रूप में जाना जाता है।
- वे एक प्रख्यात दार्शनिक एवं शिक्षाविद् थे।
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76. भारत के निम्नलिखित राष्ट्रपतियों में से कौन ट्रेड यूनियन आंदोलन से संबद्ध रहा है?
(a) वी.वी. गिरि
(b) एन. संजीव रेड्डी
(c) के. आर. नारायणन
(d) ज़ाकिर हुसैन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) वी.वी. गिरि
- भारत के चौथे राष्ट्रपति वी.वी. गिरि (1969-1974 ई.) ट्रेड यूनियन आंदोलन से संबद्ध रहे थे।
- वे दो बार अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के भी अध्यक्ष रहे थे।
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77. भारत के किस राष्ट्रपति को ‘मिसाइल मैन’ की संज्ञा दी जाती है?
(a) डॉ. राधाकृष्णन
(b) डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
(c) डॉ. शंकर दयाल शर्मा
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A (Pre) 2007]
उत्तर-(b) डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
- भारत के व्यक्ति अनुसार 11वें राष्ट्रपति (2002-2007) डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को ‘मिसाइल मैन’ की संज्ञा दी जाती है, क्योंकि उन्हीं के निर्देशन में प्रारंभ ‘एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम’ (IGMDP) के फलस्वरूप भारत पृथ्वी, अग्नि जैसी मिसाइलों के विकास के द्वारा इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सका है।
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78. भारत के निम्न मुख्य न्यायाधीशों में से किस एक ने राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था?
(a) जस्टिस एम. सी. महाजन
(b) जस्टिस एम. हिदायतुल्ला
(c) जस्टिस पी. एन. भगवती
(d) जस्टिस बी. के. मुखर्जी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2003, 2004]
उत्तर-(b) जस्टिस एम. हिदायतुल्ला
- जस्टिस एम. हिदायतुल्ला ने 20 जुलाई, 1969 से 24 अगस्त, 1969 के दौरान कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था।
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79. निम्न में से कौन असंगत हैं?
(a) राजेंद्र प्रसाद
(b) राधाकृष्णन
(c) जाकिर हुसैन
(d) जवाहरलाल नेहरू
[M.P.P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर-(d) जवाहरलाल नेहरू
- दिए गए विकल्पों में जवाहरलाल नेहरू असंगत हैं क्योंकि वे भारत के प्रधानमंत्री थे, जबकि प्रश्नगत अन्य व्यक्ति भारत के राष्ट्रपति रहे थे।
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80. श्रीमती प्रतिभा पाटिल का भारतीय गणतंत्र के राष्ट्रपति के रूप में क्रम क्या है?
(a) 10वां
(b) 11वां
(c) 12वां
(d) 13वां
[48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008, U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]
उत्तर-(c) 12वां
- 19 जुलाई, 2007 को भारतीय गणतंत्र के 13वें राष्ट्रपतीय चुनाव संपन्न हुए थे।
- 25 जुलाई, 2007 को श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने व्यक्ति अनुसार, देश के 12वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की तथापि कार्यकाल अनुसार उनका क्रम 14वां था।
- प्रतिभा पाटिल ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के प्रत्याशी भैरो सिंह शेखावत को पराजित किया।
- वे भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति थीं।
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81. भारत के पूर्व राष्ट्रपतियों में निम्नलिखित में से कौन बिहार का राज्यपाल रह चुका था?
(a) डॉ. राजेंद्र प्रसाद
(b) डॉ. शंकर दयाल शर्मा
(c) डॉ. जाकिर हुसैन
(d) वी.वी. गिरि
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर-(c) डॉ. जाकिर हुसैन
- डॉ. जाकिर हुसैन 6 जुलाई, 1957 से 11 मई, 1962 तक बिहार के राज्यपाल, 13 मई, 1962 से 12 मई, 1967 तक भारत के उपराष्ट्रपति और 13 मई, 1967 से 3 मई, 1969 (जब उनकी मृत्यु हुई) तक भारत के राष्ट्रपति रहे थे।
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82. निम्न में से कौन-से राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय में उपस्थित हुए थे, जब सर्वोच्च न्यायालय राष्ट्रपति के निर्वाचन विवाद की सुनवाई कर रहा था?
(a) डॉ. जाकिर हुसैन
(b) वी.वी. गिरि
(c) फखरुद्दीन अली अहमद
(d) नीलम संजीव रेड्डी
(e) ज्ञानी जैल सिंह
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर-(b) वी.वी. गिरि
- राष्ट्रपति वी.वी. गिरि, राष्ट्रपति निर्वाचन में भ्रष्ट आचरण के आरोप में विवाद की सुनवाई के समय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश एस.एम.सीकरी की अध्यक्षता वाली पीठ के सम्मुख व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हुए थे।
- ध्यातव्य है कि 1969 के राष्ट्रपतीय चुनाव में वी.वी. गिरि स्वतंत्र उम्मीदवार तथा नीलम संजीव रेड्डी कांग्रेस पार्टी के घोषित उम्मीदवार थे।
- वी.वी. गिरि के निर्वाचन के समय दूसरे चक्र की मतगणना भी की गई थी, जिसमें वी.वी. गिरि ने विजय प्राप्त की थी।
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83. राष्ट्रपति भवन को डिजाइन किया गया था-
(a) एडवर्ड स्टोन द्वारा
(b) ली कोरबसियर द्वारा
(c) एडविन ल्यूटियंस द्वारा
(d) तरुण दत्त द्वारा
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर-(c) एडविन ल्यूटियंस द्वारा
- ब्रिटिश वास्तुकार एडविन ल्यूटियंस (Edwin Lutyens) द्वारा राष्ट्रपति भवन को डिजाइन किया गया था।
- यह भवन भारत के राष्ट्रपति का सरकारी आवास है। इस भवन के निर्माण के पश्चात इसे ‘वाइसरॉय का आवास’ (Viceroy’s House) के रूप में जाना जाता था। 15 अगस्त, 1947 को इसका नाम परिवर्तित कर ‘सरकारी आवास’ (Government House) कर दिया गया।
- 21 जून, 1948 को सी. राजगोपालाचारी इस ‘सरकारी आवास’ में निवास करने वाले पहले भारतीय बने।
- राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के समय से इसे राष्ट्रपति भवन के रूप में जाना जाने लग गया।
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