1. भोजपत्र वृक्ष मिलता है?
(a) अरावली पर्वतमाला में
(b) हिमालय में
(c) नीलगिरि श्रृंखलाओं में
(d) विध्याचल पर्वतमाला में
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर – (b) हिमालय में
- भोजपत्र (बर्च) वृक्ष हिमालय क्षेत्र में पाया जाने वाला वृक्ष है।
- इस वृक्ष का सफेद कागज की तरह दिखने वाले छाल का प्रयोग प्राचीन काल से ही लिखने हेतु किया जाता रहा है।
- यह वृक्ष अल्पाइन वनों में भी पाया जाता है।
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2. कत्था बनाने हेतु किस पेड़ की लकड़ी का प्रयोग होता है?
(a) साल
(b) खैर
(c) बबूल
(d) साजा
[M.P.P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर – (b) खैर
- कत्था, खैर की लकड़ी से प्राप्त किया जाता है।
- खैर वृक्ष भारत भर में विशेष कर सूखे क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
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3. भारत में निम्नलिखित में से किस प्रकार का वन सर्वाधिक वृहत् क्षेत्र में पाया जाता है?
(a) पर्वतीय आर्द्र शीतोष्ण वन
(b) उपोष्ण शुष्क सदाबहार वन
(c) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
(d) उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वन
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर – (c) उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती (पतझड़ी) वन भारत में सर्वाधिक वृहत क्षेत्र में पाया जाता है।
- उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन दूसरा सर्वाधिक विस्तार वाला वन है।
- सागौन तथा साल उष्णकटिबंधीय पर्णपाती या पतझड़ी (शुष्क एवं आर्द्र दोनों) वन के महत्वपूर्ण उत्पाद हैं।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2019 के अनुसार पर्वतीय जार्द्र शीतोष्ण वन 2.66 प्रतिशत क्षेत्र पर, उपोष्ण शुष्क सदाबहार वन 0.02 प्रतिशत क्षेत्र पर, उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपात्ती वन 17.65 प्रतिशत पर एवं उष्णकटिबंधीय आर्द्र सदाबहार वन 2.61 प्रतिशत क्षेत्र पर पाए जाते हैं।
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4. सागौन तथा साल किसके उत्पाद हैं?
(a) उष्णकटिबंधीय शुष्क पतझड़ी वन
(b) उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन
(c) उष्णकटिबंधीय कंटीले वन
(d) पर्वतीय वन
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर – (a) उष्णकटिबंधीय शुष्क पतझड़ी वन
- सागौन तथा साल उष्णकटिबंधीय पर्णपाती या पतझड़ी (शुष्क एवं आर्द्र दोनों) वन के महत्वपूर्ण उत्पाद हैं।
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5. हिमालय की पहाड़ी श्रृंखला में ऊंचाई के साथ-साथ निम्न कारणों से वनस्पति में परिवर्तन आता है-
1. तापमान में गिरावट
2. वर्षा में बदलाव
3. मिट्टी का अनुउपजाऊ होना
4. तेज हवा
सही उत्तर चुनिए-
(a) 1, 2 एवं 3
(b) 2, 3 एवं 4
(c) 1,3 एवं 4
(d) 1, 2 एवं 4
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर – (a) 1, 2 एवं 3
- हिमालय की पहाड़ी श्रृंखला में ऊंचाई के साथ-साथ वनस्पति में परिवर्तन आता जाता है, साथ ही जैव-विविधता में भी कमी देखने को मिलती है।
- इस परिवर्तन के प्रमुख कारणों में ऊंचाई, तापमान में गिरावट, वर्षों में परिवर्तन, मिट्टी का अनुउपजाऊ होना, वायुमंडलीय दबाव कम होना तथा हवा का हल्का होना शामिल है।
- इसके अतिरिक्त ऊंचाई बढ़ने के साथ भू क्षेत्र का कम होना, जलवायु में परिवर्तन तथा अक्षांशीय स्थिति का भी प्रभाव पड़ता है।
- नोट- इस प्रश्न का उत्तर छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने अपने संशोधित उत्तर-पत्रक में विलोपित दर्शाया था।
- अर्थात इस प्रश्न को छोड़कर मूल्यांकन किया गया।
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6. पूर्वी हिमालय की तुलना में ट्री-लाइन का ऊंचाई मान पश्चिमी हिमालय में होता है-
(a) अधिक
(b) कम
(c) वैसा ही
(d) असंबंधित परिवर्ती
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर – (b) कम
- ट्री-लाइन या वृक्ष रेखा पर्यावास की वह सीमा है जहां पर वृक्ष उग पाने में तपाम होते हैं।
- पूर्वी हिमालय और मध्य हिमालय में प्राकृतीक ट्री-जाइन का मान 3600-3800 मी. तक है, जबकि पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में इसका मान घटकर 3300-3600 मी. ही रहता है।
- अतः पूर्वी हिमालय की तुलना में पश्चिमी हिमालय में ट्री-लाइन का मान कम होता है।
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7. पश्चिमी हिमालय संसाधन प्रदेश के प्रमुख संसाधन हैं-
(a) वन
(b) धात्विक खनिज
(c) कार्बनिक खनिज
(d) आणविक खनिज
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2010]
उत्तर – (a) वन
- पश्चिमी हिमालय संसाधन प्रदेश के प्रमुख संसाधन वन हैं।
- इस क्षेत्र के लगभग 65% भू-भाग पर वन हैं।
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8. पश्चिमी हिमालय की शीतोष्ण पेटी (Temperate Zone) में निम्नलिखित में से किस एक वृक्ष का बाहुल्य है?
(a) चीड़
(c) सिल्वर फर
(b) देवदार
(d) नीला पाइन
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A (Pre) 2003]
उत्तर – (b) सिल्वर फर
- पश्चिमी हिमालय की शीतोष्ण कटिबंधीय वन पेटी में देवदार वृक्षों का बाहुल्य है।
- इस पेटी में शीतोष्ण कटिबंधीय वनों का विस्तार मिलता है जिनके प्रमुख वृक्ष ओक, फर, देवदार, स्मूस, बेस्टनट, सिडार और चीड़ हैं।
- यहां देवदार के वृक्ष अन्य की अपेक्षा अधिक मात्रा में हैं।
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9. निम्नलिखित राज्यों में से किस राज्य में सिनकोना वृक्ष नहीं उगता है?
(a) असम
(b) केरल
(c) छत्तीसगढ़
(d) पश्चिम बंगाल
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर – (c) छत्तीसगढ़
- सिनकोना उष्णकटिबंधीय सदाबहार पौधा है।
- भारत में उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन का क्षेत्र असम, केरल, पश्चिम बंगाल, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम और पश्चिमी तटीय मैदान हैं, जबकि छत्तीसगढ़ राज्य उष्णकटिबंधीय शुष्क और मानसूनी वनों के लिए उपयुक्त है।
- छत्तीसगढ़ में सिनकोना वृक्ष नहीं उगता है, जबकि असम, केरल और पश्चिम बंगाल में यह पाया जाता है।
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10. निम्न में से किसे ‘जंगल की आग’ कहा जाता है?
(a) बोहिनिय देरीगेटा
(b) जेकेरान्डा मैमोसाफोलिया
(c) ब्यूटिया मोनोस्पर्मा
(d) टेक्टोना ब्रांडिस
[R.A.S/R.T.S. (Pre) 2010]
उत्तर – (c) ब्यूटिया मोनोस्पर्मा
- ब्यूटिया मोनोस्पर्मा को ‘जंगल की आग’ (Flame of the forest) कहा जाता है।
- इसे ढाक अथवा पलाश के नाम से भी जाना जाता है।
- पलाश के फूल को उत्तर प्रदेश का राजकीय पुष्प घोषित किया गया है।
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11. निम्न में से किस पौधे में फूल नहीं होते?
(a) कटहल
(b) गूलर
(c) ऑर्किड
(d) फर्न
[U.P.P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर – (d) फर्न
- फर्न (Fern) एक संवहनी पौधा है, ये पौधे बीजरहित होते हैं।
- इन पौधों में फूल नहीं लगते हैं।
- अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
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12. पश्चिमी हिमालय में उच्च पर्वतीय वनस्पति 3000 मीटर की ऊंचाई तक ही उपलब्ध होती है, जबकि पूर्वी हिमालय में वह 4000 मीटर की ऊंचाई तक उपलब्ध होती है। एक ही पर्वत श्रृंखला में इस विविधता का कारण है-
(a) पूर्वी हिमालय का पश्चिमी हिमालय से अधिक ऊंचा होना
(b) पूर्वी हिमालय का भूमध्य रेखा और समुद्र तट से पश्चिमी हिमालय की अपेक्षा अधिक निकट होना
(c) पूर्वी हिमालय में पश्चिमी हिमालय की अपेक्षा अधिक मानसूनी वर्षा होना
(d) पूर्वी हिमालय की चट्टानों का पश्चिमी हिमालय की चट्टानों से अधिक उर्वर होना
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर – (b) पूर्वी हिमालय का भूमध्य रेखा और समुद्र तट से पश्चिमी हिमालय की अपेक्षा अधिक निकट होना
- चूंकि पूर्वी हिमालय, पश्चिमी हिमालय की अपेक्षा समुद्र एवं भूमध्य रेखा से अधिक निकट स्थित है, अक्षांशीय अवस्थिति के कारण पूर्वी हिमालय एवं पश्चिमी हिमालय की जलवायु में अंतर पाया जाता है।
- अतः पूर्वी हिमालय में वनस्पति की ऊंचाई भी पश्चिमी हिमालय की अपेक्षा अधिक मिलती है।
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13. ऐन्टिलोपों ‘ऑरिक्स’ और ‘चीरू’ के बीच क्या अंतर है?
(a) ऑरिक्स गर्म और शुष्क क्षेत्रों में रहने के लिए अनुकूलित है, जबकि चीरू ठंडे उच्च पर्वतीय घास के मैदान और अर्द्ध- मरुस्थली क्षेत्रों में रहने के लिए
(b) ऑरिक्स का शिकार उसके श्रृंगानों के लिए किया जाता है, जबकि चीरू का शिकार कस्तूरी के लिए
(c) ऑरिक्स केवल पश्चिमी भारत में मिलता है, जबकि चीरू केवल उत्तर-पूर्व भारत में
(d) उपर्युक्त कथनों (a), (b) तथा (c) में से कोई भी सही नहीं है।
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर – (a) ऑरिक्स गर्म और शुष्क क्षेत्रों में रहने के लिए अनुकूलित है, जबकि चीरू ठंडे उच्च पर्वतीय घास के मैदान और अर्द्ध- मरुस्थली क्षेत्रों में रहने के लिए
- ऑरिक्स गर्म और शुष्क क्षेत्रों जैसे अरब आदि क्षेत्रों में रहने के लिए अनुकूलित है, जबकि चीरू ठंडे उच्च पर्वतीय घास के मैदान और अर्द्ध-मरूस्थली क्षेत्रों में रहने के लिए अनुकूलित है।
- उपर्युक्त विकल्पों में से इनके मध्य यही सर्वप्रमुख अंतर है।
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14. सुमेल कीजिए-
(A) सागौन |
1. हिमालय की तराई |
(B) देवदार |
2. मध्य भारत |
(C) सुन्दरी |
3. सुन्दरबन |
(D) सिनकोना |
4. हिमालय के उच्च क्षेत्र |
कूट :
(a) A-2, B-4, C-3, D-1
(b) A-3, B-2, C-1, D-4
(c) A-4, B-1, C-3, D-2
(d) A-2, B-3, C-4, D-1
[U.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर – (a) A-2, B-4, C-3, D-1
- सागौन (Teak) के वृक्षों का अधिकांश विस्तार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा अर्थात मध्य भारत में पाया जाता है।
- भारत में सागौन के वन मध्य प्रदेश में सर्वाधिक पाए जाते हैं।
- देवदार (Deodar) वृक्ष पश्चिमी हिमालय (हिमालय का उच्च क्षेत्र) में 1500 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर उगता है।
- सुन्दरी (Sundri) पश्चिम बंगाल एवं बांग्लादेश में फैले सुन्दरबन डेल्टा क्षेत्र के ज्वारीय वृक्ष हैं।
- सिनकोना हिमालय के तराई क्षेत्र में भी पाए जाते हैं।
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15. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिये-
सूची-I (वन प्रकार) |
सूची-II (प्रदेश) |
1. अरुणाचल प्रदेश |
A. उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती |
2. सह्याद्रि |
B. उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती |
3. मध्य गंगा मैदान |
C. अल्पाइन |
4. तराई |
D. उष्णकटिबंधीय सदाबहार |
कूट :
(a) A-4, B-3, C-1, D-2
(b) A-4, B-2, C-1, D-3
(c) A-1, B-3, C-2, D-4
(d) A-3, B-1, C-4, D-2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2001]
उत्तर – (a) A-4, B-3, C-1, D-2
- सूची-I में दिए गए वन प्रकारों के भारत में पाए जाने वाले क्षेत्रों का विवरण इस प्रकार है-
- उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन-इन्हें मानसूनी वन भी कहते हैं जो 100-200 सेमी. वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
- इनके पाए जाने वाले मुख्य क्षेत्र-पश्चिमी घाट के पूर्वी ढाल, प्रायद्वीपीय भारत का उत्तर-पूर्वी भाग, भाबर एवं तराई क्षेत्र हैं।
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन-70-100 सेमी. वर्षा वाले ये वन मुख्यत्तः मध्य गंगा मैदान से लेकर दक्षिण भारत तक विस्तृत हैं।
- अल्पाइन वन-ये हिमालय के ऊंचाई वाले भागों में लगभग 3000- 4900 मीटर (शुष्क अल्पाइन) पर पाए जाते हैं।
- अरुणाचल प्रदेश में भी इन वनों का विस्तार मिलता है।
- उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन-इन वनों का विस्तार पश्चिमी घाट (सह्याद्रि), उत्तर-पूर्व भारत और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के 200 सेमी. से अधिक औसत वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में पाया जाता है।
- अतः विकल्प (2) सही उत्तर है।
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16. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सही उत्तर सूचियो के नीचे दिए गए कूट से चुनिए-
सूची -I |
सूची – II |
A. उष्णकटिबंधीय वन |
1. सुन्दरबन |
B. शंकुवृक्ष वन |
2. हिमाचल प्रदेश |
C. कच्छ वनस्पति |
3. राजस्थान |
D. पतझड़ वन |
4. साइलेंट वैली |
कूट:
A, B, C, D
(a) 1, 2, 4, 3
(b) 2, 1, 4, 3
(c) 1, 4, 2, 3
(d) 4, 2, 1, 3
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर – (d) 4, 2, 1, 3
- सूची-I और सूची -II का सही सुमेलन इस प्रकार है-
सूची -I |
सूची – II |
उष्णकटिबंधीय वन |
साइलेंट वैली |
शंकुवृक्ष वन |
हिमाचल प्रदेश |
कच्छ वनस्पति |
सुन्दरबन |
पतझड़ वन |
राजस्थान |
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17. लंबी जड़ों और नुकीले काटों अथवा शूलयुक्त झाड़ियों और लघु वृक्षों वाले आरक्षित अवरुद्ध वन सामान्य रूप से पाए जाते हैं-
(a) पूर्वी ओडिशा में
(b) पूर्वोत्तर तमिलनाडु में
(c) शिवालिक और तराई क्षेत्र में
(d) पश्चिमी आंध्र प्रदेश में
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर – (d) पश्चिमी आंध्र प्रदेश में
- उपर्युक्त प्रश्न में दी गई विशेषताएं उष्णकटिबंधीय कांटेदार वनों से सम्बन्धित हैं।
- ये वन उन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जहां वर्षा की मात्रा 70 सेमी. से कम होती है।
- पश्चिमी आंध्र प्रदेश ऐसा ही क्षेत्र है।
- इन वनों के अन्य क्षेत्रों में द. प. पंजाब, पश्चिमी हरियाणा, मध्यवर्ती एवं पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, कच्छ एवं सौराष्ट्र के सीमावर्ती क्षेत्र प्रमुख हैं।
- अतः सही उत्तर विकल्प (d) है।
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18. निम्न में कौन-सा वृक्ष समुद्र तल में सर्वाधिक ऊंचाई पर पाया जाता है?
(a) देवदार
(b) चीड़
(c) साल
(d) सागौन
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर – (a) देवदार
- देवदार के वृक्ष पश्चिमी हिमालय में लगभग 1500 मीटर से अधिक की ऊंचाई के पर पाए जाते हैं।
- दिए गए विकल्पों में यही समुद्रतल से सर्वाधिक ऊंचाई पर पाया जाने वाला वृक्ष है।
- अन्य का विवरण इस प्रकार है-
- चीड़ (Chir)- यह हिमालय क्षेत्र में 900-1000 मी. की ऊंचाई के मध्य पाया जाता है।
- साल-यह मुख्यतः उप-हिमालय क्षेत्र, मध्य भारत के पूर्वी भाग तथा तमिलनाडु में मिलता है।
- सागौन (Teak)- इसके वृक्ष मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र आदि क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
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19. निम्नलिखित में किस राज्य के वनों का वर्गीकरण अर्द्ध-उष्णकटिबंधीय के रूप में किया जाता है?
(a) केरल
(b) मध्य प्रदेश
(c) तमिलनाडु
(d) कर्नाटक
[R.A.S/R.T.S. (Pre) 2003]
उत्तर – (b) मध्य प्रदेश
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन या अर्द्ध-उष्णकटिबंधीय वनों का विस्तार मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों पर पाया जाता है।
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20. निम्नलिखित में से तत्वतः कौन-सी एक हिमालयी वनस्पति की जाति नहीं है?
(a) जूनीपर
(b) महोगनी
(c) सिल्वर फर
(d) स्मूस
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर – (b) महोगनी
- महोगनी मूलतः उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के वृक्ष हैं।
- यह वृक्ष मुख्य रूप से वेस्टइंडीज, मध्य अमेरिका एवं दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है।
- शेष हिमालयी क्षेत्र में पाए जाने वाले वृक्ष हैं।
- भारत में महोगनी मुख्यतः उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
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21. सामाजिक वानिकी में प्रयुक्त बहु-उद्देशीय वृक्ष का एक उदाहरण है-
(a) शीशम
(c) यूकेलिप्टस
(b) ढाक
(d) खेजरी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर – (d) खेजरी
- सामाजिक वानिकी में प्रयुक्त बहु-उद्देशीय वृक्ष का उदाहरण खेजरी है।
- खेजरी वृक्ष को मरुस्थल का राजा कहा जाता है।
- खेजरी का उपयोग पशुओं के चारा, ईंधन तथा ओषधि के रूप में किया जाता है।
- इसके बहु-उद्देशीय उपयोग तथा अधिक तापमान सहन करने की क्षमता तथा कम पानी की आवश्यकता के कारण सामाजिक वानिकी कार्यक्रम में इसे वरीयता दी गई है।
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22. लीसा प्राप्त होता है-
(a) चीड़ के वृक्ष से
(b) देवदार के वृक्ष से
(c) बुरांस के वृक्ष से
(d) शीशम के वृक्ष से
[Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर – (a) चीड़ के वृक्ष से
- उत्तराखंड के चीड़ वनों से प्राप्त होने वाली लीसा एक महत्वपूर्ण गैर- प्रकाष्ठ वन उपज है।
- लीसा से विरोजा तथा तारपीन का तेल बनाया जाता है, जिसका उपयोग कागज उद्योग, साबुन तथा पेन्ट बनाने में होता है।
- उत्तराखंड में लीसा स्वरोजगार एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था का प्रमुख साधन है।
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23. भारत में उष्णकटिबंधीय वर्षावन की उपस्थिति है-
(a) असम और नगालैंड में
(b) ओडिशा और छत्तीसगढ़ में
(c) उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में
(d) असम और केरल में
[Jharkhand P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर – (d) असम और केरल में
- उपर्युक्त विकल्पों में भारत में उष्णकटिबंधीय वर्षा वन की उपस्थिति केरल और असम में है।
- ये वन पश्चिमी घाटों के अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों, असम के ऊपरी भागों तथा तमिलनाडु के तट तक सीमित हैं।
- ये उन क्षेत्रों में भली-भांति विकसित हैं, जहां 200 सेमी. से अधिक वर्षा के साथ एक थोड़े समय के लिए शुष्क ऋतु पाई जाती है।
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24. भारत में किस राज्य का सर्वाधिक क्षेत्र घने पतझड़ वाले जंगल से घिरा है?
(a) ओडिशा
(b) महाराष्ट्र
(c) मध्य प्रदेश
(d) छत्तीसगढ़
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं। उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर – (c) मध्य प्रदेश
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार दिए गए विकल्पों में पतझड़ (Deciduous) वनों का सर्वाधिक विस्तार मध्य प्रदेश एवं उसके पश्चात छत्तीसगढ़ राज्य में है।
- अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
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25. निम्नलिखित में से कौन-सा जिला सबसे अधिक घने पतझड़ वाले बनक्षेत्र से घिरा है?
(a) पश्चिम चंपारण
(b) गया
(c) कैमूर
(d) नवादा
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर – (a) पश्चिम चंपारण
- प्रश्नकाल एवं वर्तमान में पश्चिम चंपारण जिला सबसे अधिक घने पत्तझड़ (Deciduous) वाले वनक्षेत्र से घिरा है।
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार पश्चिम चंपारण में कुल 797.81 वर्ग किमी. घने वन है, जबकि कैमूर में 519.83 वर्ग किमी. घने वन हैं।
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26. ‘खैर’ किस प्रकार के वन में पाया जाने वाला वृक्ष है?
(a) उप-अल्पाइन वनों का
(b) शीत-शीतोष्ण कटिबंधीय वनों का
(c) उपोष्ण कटिबंधीय वनों का
(d) शीतोष्ण कटिबंधीय वनों का
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (c) उपोष्ण कटिबंधीय वनों का
- खैर उपोष्ण कटिबंधीय वनों में पाया जाने वाला वृक्ष है।
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27. निम्नलिखित में से किस राज्य में सर्वाधिक क्षेत्र वनों के अंतर्गत पाया जाता है?
(a) हिमाचल प्रदेश
(b) असम्
(c) आंध्र प्रदेश
(d) अरुणाचल प्रदेश
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63 B.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर – (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
- भारत वन स्थिति रिपोर्ट, 2021 के अनुसार मिजोरम राज्य में सर्वाधिक क्षेत्र वनों के अंतर्गत है।
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