88. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आई.आई.पी.) की नई श्रेणी में, जो भारत सरकार द्वारा 10 जून, 2011 को जारी की गई थी, आधार वर्ष को परिवर्तित कर दिया गया है, 1993-94 से –
(a) 2001-02 में
(b) 2004-05 में
(c) 2008-09 में
(d) 2009-10 में
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Mains) 2010]
उत्तर-(b) 2004-05 में
- 10 जून, 2011 को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की नई श्रृंखला में आधार वर्ष 2004-05 कर दिया गया था।
- इसमें कुल मदों की संख्या 620 तथा मद समूहों की संख्या 399 थी।
- इसमें खनन, विनिर्माण एवं विद्युत क्षेत्र का भारांश क्रमशः 14.16%, 75.53% एवं 10.32% था।
- 12 मई, 2017 को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की नई श्रृंखला में आधार वर्ष 2011-12 कर दिया गया है।
- इसमें खनन, विनिर्माण एवं विद्युत क्षेत्र का भारांश क्रमशः 14.37%, 77.63% तथा 7.99% है।
- इसमें शामिल कुल मदों की संख्या 809 तथा मद समूहों की संख्या 407 है।
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89. उत्पादक कीमत सूचकांक मापता है-
(a) उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की कीमत के औसत परिवर्तन को।
(b) उत्पादित वस्तुओं एवं सेवाओं की कीमत के मामूली परिवर्तन को।
(c) उत्पादित वस्तुओं एवं सेवाओं की कीमत में कुल परिवर्तन को।
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की कीमत के औसत परिवर्तन को।
- उत्पादक कीमत सूचकांक (Producer Price Index) एक समयावधि में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की कीमत के औसत परिवर्तन को मापता है।
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90. अभिकथन (A) : समग्र पूर्ति वक्र में विवर्तन के कारण लागत प्रेरित स्फीति होती है।
कारण (R) : मजदूरी में वृद्धि के कारण समग्र पूर्ति वक्र में विवर्तन होता है।
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (A) का सही स्पष्टीकरण (R) है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, लेकिन (A) का सही स्पष्टीकरण (R) नहीं है।
(c) (A) सही है, लेकिन (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, लेकिन (R) सही है।
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर-(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (A) का सही स्पष्टीकरण (R) है।
- लागत प्रेरित स्फीति (Cost push inflation), समग्र पूर्ति वक्र (aggre- gate supply curve) में गिरावट (decrease) के कारण होती है।
- बढ़ी हुई मजदूरी दरों में वृद्धि के कारण समग्र पूर्ति वक्र में विवर्तन (बाईं ओर) या गिरावट होती है।
- इस प्रकार अभिकथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण, अभिकथन का सही स्पष्टीकरण है।
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91. निम्नांकित में से कौन मुद्रास्फीति के नियंत्रण की विधि नहीं है?
(a) मांग पर नियंत्रण
(b) मुद्रा की पूर्ति पर नियंत्रण
(c) ब्याज दर को कम करना
(d) वस्तुओं की राशनिंग
[U.P.P.C.S. (Pre) 1996]
उत्तर-(c) ब्याज दर को कम करना
- प्रश्नगत विकल्पों में से विकल्प (c) को छोड़कर शेष तीनों विधियां मुद्रास्फीति के नियंत्रण में सहायक हैं।
- ब्याज दर को कम करने का परिणाम तरलता तथा उपभोग में वृद्धि के रूप में होगा, जो मुद्रास्फीति को और बढ़ाएगा।
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92. कथन (A) : अक्टूबर, 2009 से फरवरी, 2010 तक भारत में मुद्रास्फीति दर ऋणात्मक हो गई थी।
कारण (R) : वैश्विक बाजार में पेट्रोल का मूल्य 140 $ प्रति बैरल से घटकर 30 $ प्रति बैरल रह गया था।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए –
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
- प्रश्नगत अवधि के संदर्भ में कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण (R), कथन (A) की सही व्याख्या कर रहा है।
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93. भारत में मुद्रास्फीति के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों में से कौन- सा सही है?
(a) भारत में मुद्रास्फीति का नियंत्रण केवल भारत सरकार का उत्तरदायित्व है।
(b) मुद्रास्फीति के नियंत्रण में भारतीय रिजर्व बैंक की कोई भूमिका नहीं है।
(c) घटा हुआ मुद्रा परिचलन (मनी सर्कुलेशन), मुद्रास्फीति के नियंत्रण में सहायता करता है।
(d) बढ़ा हुआ मुद्रा परिचलन, मुद्रास्फीति के नियंत्रण में सहायता करता है।
[I.A. S. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) घटा हुआ मुद्रा परिचलन (मनी सर्कुलेशन), मुद्रास्फीति के नियंत्रण में सहायता करता है।
- मुद्रास्फीति अर्थात मुद्रा का प्रसार जब अर्थव्यवस्था में ज्यादा हो जाता है, तो मुद्रास्फीति की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
- इस स्थिति में वस्तुओं के मूल्य बढ़ते हैं तथा मुद्रा का मूल्य गिरता है।
- मुद्रास्फीति की स्थिति में रिजर्व बैंक द्वारा अपनी मौद्रिक नीति के तहत बैंक दर, रेपो दर, रिवर्स रेपो दर आदि में बढ़ोत्तरी की जाती है जिससे मुद्रा के प्रसार में कमी लाई जा सके।
- अतः घटता हुआ मुद्रा परिचलन मुद्रास्फीति के नियंत्रण में सहायक होता है।
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94. ‘गुल्लक बच्चा बैंक’ कहां है?
(a) दिल्ली
(b) पटना
(c) भोपाल
(d) जयपुर
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C. (Pre) Exam. 2017]
उत्तर-(b) पटना
- पटना में स्थित बिहार बाल भवन किलकारी द्वारा बच्चों में बचत की शिक्षा के उद्देश्य से वर्ष 2009 में बच्चा गुल्लक बैंक बिहार बाल भवन, पटना में की गई है।
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95. भारत में ‘शहरी सहकारी बैंकों’ के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. राज्य सरकारों द्वारा स्थापित स्थानीय मंडलों द्वारा उनका पर्यवेक्षण एवं विनियमन किया जाता है।
2. वे इक्विटी शेयर और अधिमान शेयर जारी कर सकते हैं।
3. उन्हें वर्ष 1966 में एक संशोधन के द्वारा बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 के कार्य-क्षेत्र में लाया गया था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/कौन-से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर-(b) केवल 2 और 3
- भारत में ‘ग्रामीण सहकारी क्रेडिट प्रणाली’ की प्रमुख भूमिका कृषि क्षेत्र को ऋण उपलब्ध कराना है।
- इस प्रणाली में अल्पावधि और दीर्घावधि क्रेडिट संरचनाए शामिल हैं।
- अल्पावधि सहकारी क्रेडिट संरचना 3-टियर प्रणाली के रूप में कार्य करती है जैसे ग्रामीण स्तर पर प्राथमिक कृषि क्रेडिट सोसाइटी (PACS), जिला स्तर पर केंद्रीय सहकारी बैंक (DCCB) तथा राज्य स्तर पर राज्य सहकारी बैंक (SCB)।
- प्राथमिक कृषि क्रेडिट सोसाइटी बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 के दायरे से बाहर है, इसलिए भारतीय रिजर्व बैंक इसका विनियमन नहीं करता है।
- जिला केंद्रीय सहकारी बैंक / राज्य सहकारी बैंक संबंधित राज्य के राज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम के उपबंधों के तहत पंजीकृत किए गए हैं तथ रिजर्व बैंक द्वारा इनका विनियमन किया जाता है।
- बैंककारी विनियमन अधिनियम की धारा 35क के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) को राज्य और केंद्रीय सहकारी बैंकों के निरीक्षण करने के लिए शक्तियां प्रदान की गई हैं।
- प्राथमिक सहकारी बैंक, जो शहरी सहकारी बैंकों के नाम से भी जाने जाते हैं, शहरी और नगरी क्षेत्रों के ग्राहकों की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
- शहरी सहकारी बैंकों को या तो संबंधित राज्य के राज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम के तहत पंजीकृत किए जाते हैं या बहु राज्य सहकारी सोसाइटी अधिनियम, 2002 के अंतर्गत पंजीकृत होते हैं, जब बैंक एक से अधिक राज्य में परिचालनरत हो। विविधता स्वरूप होने के कारण इस क्षेत्र के बैंकों का विषमतापूर्ण भौगोलिक फैलाव है।
- यद्यपि इनमें कई बैंक किसी शाखा नेटवर्क के बिना इकाई बैंक के रूप में कार्य करते हैं, फिर भी, कुछ बैंकों के आकार बड़े हैं तथा वे एक से अधिक राज्य में स्थित हैं।
- यद्यपि बैंककारी विनिमय अधिनियम वर्ष 1949 में लागू किया है, तथापि बैंककारी विनियमन अधिनियम में संशोधन करते हुए बैंकिंग विधि को सहकारी समितियों पर वर्ष 1966 से लागू किया गया।
- उस दिन से इन बैंकों पर दुहरा नियंत्रण का प्रभाव है, जैसे बैंकिंग से संबंधित कार्य रिजर्व बैंक विनियमन करता है तथा प्रबंधन के कार्य संबंधित राज्य के राज्य सरकार/केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित करती है। राज्य सहकारी बैंक/जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक/शहरी सहकारी बैंकों के बैंकिंग कार्य का विनियमन रिजर्व बैंक बैंककारी विनियमन अधिनियम की धारा 22 व 23 के उपबंधों के अंतर्गत करता है।
- रिजर्व बैंक के अनुमोदन से शहरी सहकारी बैंक इक्विटी शेयर तथा अधिमान शेयर जारी कर सकते हैं। अतः कथन (2) एवं (3) सही है, जबकि कथन (1) गलत है।
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96. राजस्थान में राजपूताना महिला नागरिक सहकारी बैंक ने जिस शहर एवं तिथि से कार्य प्रारंभ किया वह है-
(a) जयपुर- 30 अगस्त, 1995
(b) उदयपुर- 28 जून, 1993
(c) कोटा 1 अप्रैल, 1990
(d) जोधपुर, 15 अगस्त, 2000
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (a) जयपुर- 30 अगस्त, 1995
- जयपुर की राजपूताना महिला नागरिक सहकारी बैंक ने 30 अगस्त, 1995 से जयपुर में कार्य प्रारंभ किया था।
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97. निम्नलिखित में से कौन-सा बैंक मुख्यतः लघु उद्योगों के संबंध में कार्य करता है?
(a) एस.आई.डी.बी.आई.
(b) आई.डी.बी.आई.
(c) आई.सी.आई.सी.आई.
(d) नाबार्ड
[U.P.P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (a) एस.आई.डी.बी.आई.
- लघु उद्योगों के संबंध में कार्य करने वाला बैंक मुख्यतः SIDBI (Small Industries Development Bank of India) है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1990 में हुई थी।
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98. भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) का मुख्यालय कहां स्थित है?
(a) गाजियाबाद
(b) लखनऊ
(c) कानपुर
(d) नई दिल्ली
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर-(b) लखनऊ
- भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक या सिडबी (Small industries Development Bank of India) भारत की एक प्रमुख विकास वित्तीय संस्था है। इसकी स्थापना 2 अप्रैल, 1990 को हुई।
- इसका मुख्यालय लखनऊ, उ.प्र. में स्थित है। सिडबी का उद्देश्य पुनर्वित्त सुविधाएं और उद्योगों को अल्पकालिक ऋण प्रदान करना है।
- यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की शीर्ष वित्तीय संस्था के रूप में कार्य करता है।
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99. ‘सिडबी’ (SIDBI) की स्थापना की गई है-
(a) कुटीर उद्योगों को वित्त प्रदान करने हेतु।
(b) लघु स्तरीय उद्योगों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
(c) वृहद स्तरीय उद्योगों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
(d) सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004, U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर-(b) लघु स्तरीय उद्योगों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
- भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) की स्थापना 2 अप्रैल, 1990 को की गई थी।
- यह देश में लघु उद्योगों की प्रोन्नति, वित्त व्यवस्था एवं विकास के लिए प्रधान वित्तीय संस्थान है।
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100. भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का हाल ही में किए गए एकीकरण का अनेक लाभ लक्षित हैं-
1. पैमाने की मितव्ययिता
2. पूंजी तक आसान पहुंच
3. व्यापक भौगोलिक क्षेत्र तक विस्तार
4. विश्व स्तरीय आकार के बैंक
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही लाभों का चयन कीजिए-
कूट :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 2 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4 सभी
[U.P.B.E.O. (Pre) 2019]
उत्तर-(d) 1, 2, 3 और 4 सभी
- अर्थव्यवस्था को गति देने के उद्देश्य से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय 4 बैंकों में कर दिया गया।
- इस विलय के पश्चात देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या भारतीय स्टेट बैंक सहित 12 रह गई है।
- आमतौर पर बैंकों का आपस में विलय करने के निम्नलिखित उद्देश्य हैं-
पैमाने की मितव्ययिता
– पूंजी तक आसान पहुंच
– व्यापक भौगोलिक विस्तार
– विश्व स्तरीय आकार के बैंक
– बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना आदि।
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101. वर्तमान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को छोड़कर भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के कितने बैंक हैं?
(a) 28
(b) 27
(c) 20
(d) 19
[U.P.P.C.S (Mains) 2011*]
उत्तर-(c) 20
- प्रश्नकाल में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को छोड़कर भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के 20 बैंक थे (आईडीबीआई बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का तो बैंक था, किंतु राष्ट्रीयकृत नहीं था।
- अतः स्टेट बैंक समूह को छोड़कर भारत में राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या 19 थी।
- सितंबर, 2018 में अरुण जेटली के नेतृत्व में एक पैनल ने सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों, नामतः बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय की सिफारिश की।
- इस सिफारिश के अनुरूप देना और विजया बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हो गया है, जो 1 अप्रैल, 2019 से प्रभावी है।
- साथ ही एलआईसी द्वारा 51 प्रतिशत अंशधारिता के अधिग्रहण के साथ आईडीबीआई बैंक 21 जनवरी, 2019 से विनियामक उद्देश्यों हेतु निजी क्षेत्रक बैंकों की श्रेणी में आ गया है, जिससे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अतिरिक्त राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या 17 तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या भी 17 हो गई थी।
- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 30 अगस्त, 2019 को 10 राष्ट्रीयकृत बैंकों का समामेलन 4 बैंकों के रूप में किए जाने की बृहद योजना की घोषणा की थी।
- इसके क्रियान्वित होने के बाद देश में भारतीय स्टेट बैंक के अतिरिक्त राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या घटकर 11 रह गई है।
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102. निम्नलिखित में से कौन-सा बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का वाणिज्यिक बैंक है?
(a) आई.सी.आई.सी.आई. बैंक
(b) एच.डी.एफ.सी. बैंक
(c) इंडियन ओवरसीज बैंक
(d) यू.टी.आई. बैंक
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]
उत्तर-(c) इंडियन ओवरसीज बैंक
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक वे बैंक हैं, जिनमें सरकार की धारिता 50 प्रतिशत से अधिक है।
- दिए गए विकल्पों में सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक है।
- उपरोक्त प्रश्न की व्याख्या भी देखें।
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103. निम्नांकित में से कौन एक निजी बैंक है?
(a) इलाहाबाद बैंक
(b) पंजाब एंड सिंध बैंक
(c) पंजाब बैंक
(d) पंजाब नेशनल बैंक
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर-(c) पंजाब बैंक
- प्रश्नकाल में उपर्युक्त विकल्पों में विकल्प (c), पंजाब बैंक को छोड़कर शेष तीनों विकल्पों के बैंक सार्वजनिक क्षेत्र के राष्ट्रीयकृत बैंक थे।
- हालांकि वर्तमान में इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक में हो गया है।
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104. निम्नलिखित में से कौन-सा एक राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं है?
(a) बैंक ऑफ बड़ौदा
(b) केनरा बैंक
(c) आई.सी.आई.सी.आई. बैंक
(d) पंजाब नेशनल बैंक
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (c) आई.सी.आई.सी.आई. बैंक
- भारतीय औद्योगिक साख एवं निवेश निगम (Industrial Credit and Investment Corporation of India-ICICI) की स्थापना वर्ष 1955 में विश्व बैंक तथा भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों एवं सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के संयुक्त उपक्रम के रूप में की गई थी।
- इसका उद्देश्य देश के निजी क्षेत्र में लघु एवं मध्यम आकार के उद्योगों का विकास करना था।
- इसी के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में आईसीआईसीआई बैंक की स्थापना 1994 में की गई थी।
- यह बैंक निजी क्षेत्रक बैंक की श्रेणी में है।
- शेष तीनों बैंक राष्ट्रीयकृत बैंक हैं।
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105. निम्नलिखित में से कौन भारत में व्यापारी बैंकों की देनदारियों में सबसे महत्वपूर्ण अंश है?
(a) मांग जमाएं
(b) सावधि जमाएं
(c) अंतबैंकिंग देनदारियां
(d) अन्य उधार ली गई राशियां
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008, 2009*]
उत्तर-(b) सावधि जमाएं
- भारत में व्यापारी बैंकों की देनदारियों में सबसे महत्वपूर्ण अंश जमाओं (De- posits) का होता है।
- जमा में भी सर्वाधिक महत्वपूर्ण सावधि जमाएं (Time Deposits) हैं।
- दूसरे स्थान पर बचत बैंक जमा (Saving Deposits) एवं तीसरे स्थान पर मांग जमाएं (Demond Deposits) होती हैं।
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106. भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना कब हुई?
(a) 1954
(b) 1955
(c) 1956
(d) 1957
[M.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर-(b) 1955
- अखिल भारतीय ग्रामीण साख सर्वेक्षण समिति (1952) जिसे ए.डी. गोरवाला समिति के नाम से जाना जाता है, ने इंपीरियल बैंक के साथ कुछ राज्य-संबद्ध बैंकों को मिलाकर भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना की संस्तुति की।
- 1 जुलाई, 1955 को इंपीरियल बैंक की सभी संपत्तियों तथा देनदारियों का अधिग्रहण करके भारतीय स्टेट बैंक ने कार्य करना शुरू किया। यह देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीयकृत वाणिज्यिक बैंक है।
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107. भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक बैंक है-
(a) नाबार्ड
(b) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
(c) आई.सी.आई.सी.आई.
(d) यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
[U.P.P.C.S. (Pre) 2005 U.P.P.C.S. (Mains) 2004, Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003, M.P. P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर-(b) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
- भारत के बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) सबसे बड़ा व्यापारिक बैंक है।
- 1 अप्रैल, 2017 से प्रभावी पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक के विलय के पश्चात मार्चान्त, 2021 तक 22221 शाखाएं तथा 62617 ATMs हैं।
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108. किस भारतीय व्यावसायिक बैंक ने सबसे पहले चलती-फिरती ATM सेवा प्रारंभ की?
(a) आई.सी.आई.सी.आई
(b) आई.डी.बी.आई
(c) एच.डी.एफ.सी
(d) एस.बी.आई
[U. P. R. O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर- (a) आई.सी.आई.सी.आई
- भारत के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने 12 दिसबंर, 2002 को मुंबई में सबसे पहले चलती-फिरती (Mobile) ATM सेवा प्रारंभ की थी।
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109. निम्नलिखित में से किस बैंक ने चीन में अपनी शाखा पहले खोली है?
(a) बैंक ऑफ बड़ौदा
(b) पंजाब नेशनल बैंक
(c) भारतीय स्टेट बैंक
(d) यूको बैंक
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006 U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर-(c) भारतीय स्टेट बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक, भारत का पहला बैंक था, जिसने 2006 में चीन में अपनी प्रथम शाखा खोली।
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110. निम्नलिखित में से किस बैंक द्वारा ‘सिम्पली क्लिक’ क्रेडिट कार्ड योजना प्रारंभ की गई है?
(a) आई.डी.बी.आई.
(b) आई.सी.आई.सी.आई.
(c) बी.ओ.बी.
(d) एस.बी.आई.
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर-(d) एस.बी.आई.
- सितंबर, 2015 में भारतीय स्टेट बैंक ने भारत की ई-कॉमर्स क्षेत्र की 7 बड़ी कंपनियों अमेजन इंडिया, बुकमाइशो, क्लियरट्रिप, फैबफर्निश, फूड पांडा, लेंसकार्ट तथा ओला के साथ भागीदारी में ‘सिम्पली क्लिक क्रेडिट कार्ड’ को लांच किया।
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111. निम्नलिखित निजी बैंकों में से किस बैंक ने चीन में सर्वप्रथम अपनी शाखा स्थापित की है?
(a) आई.सी.आई.सी.आई. बैंक
(b) एच.डी.एफ.सी. बैंक
(c) एक्सिस बैंक
(d) समाधान बैंक
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर-(c) एक्सिस बैंक
- निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने सर्वप्रथम चीन के शंघाई शहर में अपनी शाखा स्थापित की।
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112. निम्नलिखित में कौन-सी संस्था दीर्घकालीन औद्योगिक वित्तीयन में संलग्न है?
(a) आई.सी.आई.सी.आई. (ICICI)
(b) आई.डी.बी.आई. (IDBI)
(c) आई.एफ.सी.आई. (IFCI)
(d) उपरोक्त सभी
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर-(d) उपरोक्त सभी
- ICICI की स्थापना जनवरी, 1955
IDBI की स्थापना जुलाई, 1964
IFCI की स्थापना जुलाई, 1948
- उपर्युक्त तीनों संस्थानों द्वारा औद्योगिक क्षेत्र को दीर्घकालीन एवं मध्यकालीन वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
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113. सूची-1 को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए।
सूची-I |
सूची-II |
(बैंक) |
(प्रकार) |
A. इंडियन बैंक |
1. विदेशी |
B. आई.सी.आई.सी.आई. बैंक |
2. सहकारी |
C. सिटी बैंक |
3. निजी |
D. सारस्वत बैंक |
4. सार्वजनिक |
कूट :
A B C D
(a) 1,2,3,4
(b) 2,3,1,4
(c) 4,2,3,1
(d) 4,3,1,2
[U.P.R.O/A.R.O. (Re-Exam) (Pre) 2016]
उत्तर-(d) सारस्वत बैंक
- सुमेलित हैं-
सूची-I |
सूची-II |
(बैंक) |
(प्रकार) |
इंडियन बैंक |
सार्वजनिक |
आई.सी.आई.सी.आई. बैंक |
निजी |
सिटी बैंक |
विदेशी |
सारस्वत बैंक |
सहकारी |
- अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
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114. सेवा क्षेत्र उपागम किसके कार्यक्षेत्र के अधीन कार्यान्वित किया गया था?
(a) एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम
(b) अग्रणी बैंक योजना (लीड बैंक स्कीम)
(c) महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना
(d) राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन
[U.P.S.C. (Pre), 2019]
उत्तर-(b) अग्रणी बैंक योजना (लीड बैंक स्कीम)
- सेवा क्षेत्र उपागम
- अप्रैल, 1989 में प्रारंभ
- ग्रामीण तथा अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों के नियोजित एवं क्रमबद्ध
विकास के लिए
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों एवं अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों पर लागू
- उद्देश्य
- उत्पादक ऋणों में वृद्धि करना
- बैंक ऋण एवं उत्पादन, उत्पादकता व आय स्तर में
- वृद्धि के मध्य प्रभावी संबंध
- कार्यान्वयन
अग्रणी बैंक कार्य क्षेत्र योजना के अधीन |
115. जिला साख योजना बनाई जाती है-
(a) लीड बैंक के अंतर्गत
(b) नाबार्ड के अंतर्गत
(c) जिला पंचायत के अंतर्गत
(d) भारतीय स्टेट बैंक के अंतर्गत
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2002, 2003]
उत्तर- (a) लीड बैंक के अंतर्गत
- RBI ने दिसंबर, 1969 से लीड बैंकिंग योजना प्रारंभ की। इसके अंतर्गत प्रत्येक बैंक को एक जिला आवंटित किया जाता है और उस बैंक को लीड बैंक की संज्ञा दी जाती है।
- प्रत्येक जिले का लीड बैंक संबंधित जिले में साख व्यवस्था के समन्वय में अग्रणी भूमिका निभाता है।
- भारत के लगभग सभी जिलों में यह योजना लागू है।
- लीड बैंक जिला स्तर पर साख योजना का निर्माण कर उसे पूर्ण करने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
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116. अग्रणी बैंक(लीड बैंकिंग) योजना का प्रारंभ हुआ था?
(a) अक्टूबर, 1966 में
(b) दिसंबर, 1969 में
(c) अक्टूबर, 1969 में
(d) दिसंबर, 1980 में
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर-(c) अक्टूबर, 1969 में
- RBI ने दिसंबर, 1969 से लीड बैंकिंग योजना प्रारंभ की थी।
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117. भारत में वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से ‘भुगतान बैंकों’ (पेमेंट बैंक्स) की स्थापना की जा रही है। इस दृष्टि से निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1. जिन मोबाइल टेलीफोन कंपनियों और सुपर बाजार श्रृंखलाओं का स्वामित्व एवं नियंत्रण भारतीय व्यक्तियों के पास है, वे भुगतान बैंकों के प्रवर्तक होने के योग्य हैं।
2. भुगतान बैंक क्रेडिट कार्ड एवं डेबिट कार्ड दोनों जारी कर सकते हैं।
3. भुगतान बैंक ऋण देने के कार्यकलाप नहीं कर सकते हैं।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर-(b) केवल 2
- भुगतान बैंक का उद्देश्य लघु बचत खातों तथा सीमांत व्यक्तियों (निम्न आय वर्ग, प्रवासी श्रमिक वर्ग, असंगठित क्षेत्र के छोटे व्यवसायी आदि) को भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराकर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है।
- ‘भुगतान बैंक’ (Payment Banks) के संदर्भ में RBI द्वारा जारी दिशा- निर्देशों के अनुसार, जिन मोबाइल टेलीफोन कंपनियों और सुपर बाजार श्रृंखलाओं का स्वामित्व एवं नियंत्रण भारतीय व्यक्तियों के पास है, वे भुगतान बैंकों के प्रवर्तक होने के योग्य हैं।
- भुगतान बैंक ऋण देने के कार्यकलाप नहीं कर सकते हैं।
- यद्यपि ये ATM/Debit कार्ड्स तो जारी कर सकते हैं, तथापि इन्हें क्रेडिट कार्ड्स जारी करने का अधिकार नहीं है।
- भुगतान बैंकों के लिए न्यूनतम चुकता इक्विटी पूंजी 100 करोड़ रुपये है।
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118. ‘प्रतिच्छाया बैंकिंग’ क्या है?
(a) बैंक के कार्य को बैंक द्वारा आउटसोर्स करना
(b) गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं द्वारा वित्तीय तथा अन्य गतिविधियों को संपन्न करना
(c) घरेलू बैंकों की विदेश में गतिविधियां
(d) विदेशी बैंक द्वारा दूसरे देश के अंदर बैंकिंग क्रियाएं व अन्य गतिविधियां करना
[U. P. R. O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर-(b) गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं द्वारा वित्तीय तथा अन्य गतिविधियों को संपन्न करना
- प्रतिच्छाया बैंकिंग शब्द का प्रयोग सबसे पहले वर्ष 2007 में अर्थशास्त्री पॉल मैकूले में किया था।
- ‘प्रतिच्छाया बैंकिंग’ (Shadow Banking) से तात्पर्य गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं द्वारा वित्तीय तथा अन्य गतिविधियों को संपन्न करना है। इसे हम आभासी बैंक व्यवस्था भी कह सकते हैं।
- इसमें अनेक गैर-बैंकिंग वित्तीय मध्यस्थ परंपरागत वाणिज्यिक बैंकों के समान ही ग्राहकों को सेवाएं उपलब्ध कराते हैं मगर उन पर न तो सरकार का और न ही केंद्रीय बैंक का कोई नियंत्रण होता है।
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119. भारत में वित्तीय क्षेत्र के सुधारों में शामिल है-
(a) सी.आर.आर. और एस.एल.आर. को कम करना
(b) बीमा क्षेत्र में निजी कंपनियों का प्रवेश
(c) ब्याज दर का अविनियमन
(d) उपर्युक्त सभी
[56th to 59th B. P. S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी
- भारत में वित्तीय क्षेत्र के सुधारों में उपर्युक्त तीनों शामिल हैं। समग्र आर्थिक सुधारों में अनेक क्षेत्रों को समाहित किया गया है।
- ये क्षेत्र निम्नलिखित हैं-
- औद्योगिक लाइसेंसिंग प्रथा को हटाना, विदेशी निवेश पर प्रतिबंध हटाना, आयात शुल्क में कमी लाना एवं मात्रात्मक तरीकों को चरणबद्ध तरीके से हटाना, बाजार की शक्तियों द्वारा विनिमय दर का निर्धारण, वित्तीय क्षेत्र में सुधार, पूंजी बाजार का उदारीकरण, सार्वजनिक क्षेत्रों में निजी क्षेत्र का निवेश, निजीकरण, उत्पाद शुल्क में कमी, आय और निगम कर में कटौती, सेवा कर शुरू करना, शहरी सुधार, गैर-विकास मूलक व्यय में कमी (सरकारी स्टाफ कम करना), पेंशन संबंधी सुधार, मूल्य संवर्द्धित कर शुरू करना, रियायतों में कमी, एफआरबीएम एक्ट, 2003 का परिपालन आदि।
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120. जब से भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम चलाए गए हैं, तब से बैंकों के वैधानिक तरलता अनुपात (एस.एल.आर.) तथा नकद कोष अनुपात (सी.आर.आर.) के संदर्भ में निम्नांकित कथनों में से कौन सही है?
(a) एस.एल.आर. तथा सी.आर.आर. दोनों में वृद्धि की गई है।
(b) एस.एल.आर. में कमी की गई है सी.आर.आर. बढ़ाया गया है।
(c) एस.एल.आर. में वृद्धि की गई है सी.आर.आर. में कमी की गई है।
(d) दोनों एस.एल.आर. तथा सी.आर.आर. में कमी की गई है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 1999*]
उत्तर-(d) दोनों एस.एल.आर. तथा सी.आर.आर. में कमी की गई है।
- नरसिम्हन समिति की सिफारिशों को स्वीकारते हुए RBI ने SLR को वर्ष 1991 के 38.5% से घटाकर अक्टूबर, 1997 में 25% कर दिया था।
- CRR में भी समयानुसार परिवर्तन होते रहे हैं।
- मई, 1996 में CRR 13% था, जिसमें कालांतर में कमी की प्रवृत्ति रही।
- नवंबर, 1999 में CRR को घटाकर 9% कर दिया गया था।
- 5 मई, 2022 तक की स्थिति के अनुसार, CRR 4% तथा SLR 18.00% के स्तर पर है।
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121. सूक्ष्म-वित्त (माइक्रोफाइनेंस ) निम्न आय वर्ग के व्यक्तियों के लिए वित्तीय सेवाओं का प्रावधान कराता है। यह सेवाएं उपभोक्ताओं और स्व-रोजगार में जुटे व्यक्तियों दोनों को प्रदत्त की जाती हैं। सूक्ष्म-वित्त के अंतर्गत जो सेवा/सेवाएं उपलब्ध की जाती है/हैं, वह है/ वे हैं-
1. ऋण सुविधाएं
3. बीमा सुविधाएं
2. बचत सुविधाएं
4. निधि अंतरण सुविधाएं
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए –
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 4
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर-(d) 1, 2, 3 और 4
- R भारत में सूक्ष्म-वित्त (Microfinance) का प्रारंभ 1980 के दशक के प्रारंभ में छोटे स्तर पर स्व-सहायता समूहों के गठन के माध्यम से हुआ था।
- वर्तमान में सूक्ष्म-वित्त के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली वित्तीय सेवाओं में शामिल हैं- ऋण सुविधाएं, बचत सुविधाएं, बीमा सुविधाएं एवं निधि अंतरण सुविधाएं आदि।
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122. भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के संचालन के संबंध में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. पिछले दशक में भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पूंजी के अंतर्वेशन में लगातार वृद्धि हुई है।
2. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को सुव्यवस्थित करने के लिए मूल भारतीय स्टेट बैंक के साथ उसके सहयोगी बैंकों का विलय किया गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) 1 और 2 दोनों
(c) केवल 2
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर-(b) केवल 2
- वर्ष 2008-09 से वर्ष 2016-17 के मध्य भारत सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 1.18 लाख करोड़ रुपये अंतर्वेशित किए गए।
- सरकार द्वारा अंतर्वेशित इस पूंजी में वर्षवार काफी विचलन देखा गया।
- इसमें क्रमिक वृद्धि का अभाव दिखाई देता है। अतः कथन (1) असत्य है।
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारतीय स्टेट बैंक तथा इसके पांच सहायक बैंकों यथा- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एवं जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला तथा स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर का विलय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सुधार और उन्हें सुव्यवस्थित करने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है।
- इससे स्टेट बैंक के आकार में वृद्धि होगी तथा उसकी परिचालन दक्षता में सुधार होगा। बैंकों के पर्यवेक्षण की दृष्टि से भी यह सहायक होगा।
- SBI और उसके सहायक बैंकों का विलय न केवल SBI की दृष्टि से सुधारात्मक है, अपितु यह अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को भी सुव्यवस्थित/सुदृढ़ करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
- अतः केवल कथन 2 सत्य है।
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123. भारत में किसी वाणिज्यिक बैंक की परिसंपत्ति में निम्नलिखित में से क्या शामिल नहीं है?
(a) अग्रिम
(b) जमा
(c) निवेश
(d) मांग तथा अल्प सूचना मुद्रा (मनी ऐट कॉल ऐंड शॉर्ट नोटिस)
[U.P.S.C. (Pre), 2019]
उत्तर-(b) जमा
- प्रश्नगत विकल्पों में भारत में किसी वाणिज्यिक बैंक की परिसंपत्ति में जमा (Deposits) शामिल नहीं होता है।
- वाणिज्यिक बैंक की परिसंपत्तियों के अंतर्गत मनी ऐट कॉल ऐंड शॉर्ट नोटिस, कैश एंड बैलेंसेस विद आरबीआई, निवेश (सरकारी प्रतिभूतियां, अन्य अनुमोदित प्रतिभूतियां, गैर-अनुमोदित प्रतिभूतियां), ऋण एवं अग्रिम आदि शामिल हैं।
- जबकि जमाएं (सावधि और मांग जमाएं दोनों) बैंकों की देयताओं (liabilities) का भाग होती हैं।
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124. वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिए जाने वाले लोक-लुभावन ऋण (टीजर लोन) क्यों कर आर्थिक चिंता का विषय हैं?
1. लोक-लुभावन ऋण (टीजर लोन) अधोमुख ऋणों (सब-प्राइम लेंडिंग) का ही एक रूप समझे जाते हैं तथा बैंकों को यह जोखिम रहता है कि भविष्य में उनके ऋण चुकता न हों।
2. देश में लोक-लुभावन ऋण (टीजर लोन) मुख्यतः अनुभवहीन उद्यमियों को उत्पादन संबंधी अथवा निर्यात इकाइयां स्थापित करने के लिए दिए जाते हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा / कौन-से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) 1 और 2 दोनों
(c) केवल 2
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) केवल 1
- वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिए जाने वाले ऐसे ऋण लोक-लुभावन ऋण (Teaser Loan) कहलाते हैं जो ऋण लेने वाले व्यक्ति की ऋण को चुकाने की क्षमता तथा अन्य मानकों का बिना ध्यान रखे हुए प्रदान किए जाते हैं।
- ऐसे ऋणों पर प्रारंभिक वर्षों में ब्याज की दर आकर्षक रूप से कम रहती है और बाद के वर्षों में बढ़ जाती है।
- लोक-लुभावन ऋण अधोमुख ऋणों (Subprime Loans) का ही एक स्वरूप हैं तथा इनमें बैंकों के समक्ष यह जोखिम रहता है कि भविष्य में उनके ऋण चुकता न हों।
- इस प्रकार के ऋण मुख्यतः अल्प या मध्यम आय वर्ग के व्यक्तियों को गृह ऋणों के रूप में प्रदान किए जाते हैं।
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125. ‘कोर बैंकिंग समाधान’ (Core Banking Solutions) पद कभी- कभी समाचारों में देखा जाता है। निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/ से इस पद का सही वर्णन करता है / करते हैं?
1. यह बैंक की शाखाओं का वह तंत्र है जो उपभोक्ताओं को अपने खातों का संचालन बैंक की किसी भी शाखा से कर सकने की सुविधा देता है चाहे उन्होंने अपना खाता कहीं भी खोल रखा हो।
2. यह व्यावसायिक बैंकों पर कंप्यूटरीकरण के माध्यम से RBI का नियंत्रण बढ़ाने का एक प्रयास है।
3. यह एक विस्तृत प्रक्रिया है जिसके द्वारा विशाल अनर्जक (नॉन-परफॉर्मिंग) परिसंपत्ति वाले बैंक का अधिग्रहण दूसरे बैंक द्वारा कर लिया जाता है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए –
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) केवल 1
- कोर बैंकिंग का आशय नेटवर्क से जुड़ी बैंक शाखाओं द्वारा मुहैया कराई जाने वाली बैंकिंग सेवाओं से है।
- कोर बैंकिंग के अंतर्गत ग्राहक बैंक की किसी भी शाखा के खाते का संचालन अन्य शाखाओं से भी कर सकता है।
- कोर बैंकिंग के अंतर्गत अनेक सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, जैसे ‘एनीव्हेयर बैंकिंग’ या ‘कहीं भी बैंकिंग’, साधनों का तीव्रता से हस्तांतरण आदि।
- कंप्यूटरीकरण के माध्यम से RBI का नियंत्रण बढ़ाने तथा बैंकों के अधिग्रहण से इसका संबंध नहीं है।
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126. निम्नलिखित युग्मों पर विचार करें
(बैंकों के नाम) |
(मुख्यालय की स्थिति) |
1. इलाहाबाद बैंक |
कोलकाता |
2. भारतीय लघु औद्योगिक विकास बैंक |
मुंबई |
3. ओवरसीज बैंक |
चेन्नई |
उपर्युक्त में से कौन-सा एक युग्म सुमेलित नहीं है?
(a) केवल 1
(b) केवल 3
(c) केवल 2
(d) केवल 1 और 3
[U.P. P.C.S. (Mains) 2014*]
उत्तर-(b) केवल 2
- Small Industries Development Bank of India (SIDBI) का मुख्यालय लखनऊ में है।
- इसने अपना कार्य 2 अप्रैल, 1990 से करना शुरू किया।
- यह लघु उद्योग क्षेत्र में उद्योगों हेतु प्रमुख वित्तीय संस्था के रूप में कार्य करती है। अन्य दोनों युग्म सुमेलित हैं।
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127. वाणिज्यिक बैंकों में गैर-निष्पादीय परिसंपत्तियों का अर्थ है-
(a) बैंक जमा जिनका निवेश नहीं किया जाता।
(b) पूंजी परिसंपत्तियां जो प्रयोग में नहीं है।
(c) ऋण जिन पर ब्याज तथा मुख्य रकम की वसूली नहीं होती।
(d) कम ब्याज वाले ऋण।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2009]
उत्तर-(c) ऋण जिन पर ब्याज तथा मुख्य रकम की वसूली नहीं होती।
- भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिया गया वह ऋण जिसकी निर्धारित भुगतान तिथि से 90 दिन तक न तो मुख्य रकम की किस्त और न ही उस पर देय ब्याज की अदायगी की जाती है, तो उसे गैर-निष्पादीय परिसंपत्ति (NPA : Non-Performing Assets) कहा जाता है।
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128. निम्नलिखित पर विचार कीजिए :
1. बाजार ऋणादान (Market Borrowing)
2. ट्रेजरी बिल्स (Treasury Bill)
3. भारतीय रिजर्व बैंक को निर्गमित विशेष प्रतिभूतियां
(Special Securities Issued to RBI)
इनमें से कौन आंतरिक ऋण (Internal Debt) का/के घटक है/ हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2001]
उत्तर-(d) 1, 2 और 3
- केंद्र सरकार के आंतरिक ऋण के अंतर्गत बाजार उधारी, राज्य सरकारों, व्यापारिक बैंकों तथा अन्य संस्थाओं को सरकार द्वारा निर्गमित ट्रेजरी बिल्स, RBI को निर्गमित विशिष्ट प्रतिभूतियां, क्षतिपूरक बॉण्ड आदि सम्मिलित होते हैं।
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129. वित्तीय सम्मिलन को प्रोत्साहित किया जा सकता है-
(a) योग्य लाभार्थियों को ‘विशिष्ट साख पत्र’ जारी करके।
(b) निम्न आय वर्ग के लोगों को ‘शून्य’ अथवा न्यूनतम अवशेष से बैंकिंग सेवाओं को प्रदान करके।
(c) कम आय वाले लोगों को वित्तीय सेवाएं प्रदान करके।
(d) उपरोक्त सभी के द्वारा।
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर-(d) उपरोक्त सभी के द्वारा।
- वित्तीय समावेशन का तात्पर्य समाज के सभी वर्गों तक वित्तीय सेवाओं की पहुंच से है।
- RBI के अनुसार, ‘वित्तीय समावेशन से अभिप्राय अल्प आय तथा कमजोर वर्ग के उस बड़े समूह को जो सामान्य रूप से प्रचलित बैंकिंग प्रणाली से बैंकिंग सेवा तथा लाभ प्राप्त करने से वंचित रह जाता है,’ वहनीय लागत पर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना है।
- प्रश्नगत तीनों कार्य वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करने में सहायक होंगे।
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130. निम्न में से कौन-सा एक, वित्तीय समावेशन की प्रक्रिया की सफलता में बाधक है?
(a) निम्न आय
(b) निरक्षरता
(c) बैंक शाखाओं का अभाव
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी
- वित्तीय समावेशन पर गठित समिति के अध्यक्ष डॉ. सी. रंगराजन के अनुसार, ‘वित्तीय समावेशन वह प्रक्रिया है जिसके तहत वित्तीय सेवाएं सही समय पर और सही अनुपात में समाज के पिछड़े वर्ग एवं कम आय वर्ग के लोगों को कम लागत में उपलब्ध हों।
- ‘ निम्न आय, निरक्षरता एवं बैंक शाखाओं का अभाव तीनों ही वित्तीय समावेशन की प्रक्रिया की सफलता में बाधक हैं।
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131. निम्नलिखित समितियों में से किसके द्वारा वित्तीय समावेशन पर अपनी संस्तुतियां दी गई हैं?
(a) राकेश मोहन समिति द्वारा
(b) सिन्हा समिति द्वारा
(c) रंगराजन समिति द्वारा
(d) केलकर समिति द्वारा
[U.P.P.S.C. (R.I.) 2014]
उत्तर-(c) रंगराजन समिति द्वारा
- वित्तीय समावेशन पर गठित समिति के अध्यक्ष डॉ. सी. रंगराजन के अनुसार, ‘वित्तीय समावेशन वह प्रक्रिया है जिसके तहत वित्तीय सेवाएं सही समय पर और सही अनुपात में समाज के पिछड़े वर्ग एवं कम आय वर्ग के लोगों को कम लागत में उपलब्ध हों।’
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132. निम्नलिखित में से कौन-सा एक वित्तीय समावेशन का उद्देश्य नहीं है?
(a) गरीब आबादी के लिए वित्तीय सेवाओं का विस्तार करना।
(b) कमजोर वर्ग की संभावित संवृद्धि के द्वार खोलना।
(c) बैंकिंग अधोःसंरचना को सिकोड़ना।
(d) ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय सेवाओं का प्रसार।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर-(c) बैंकिंग अधोःसंरचना को सिकोड़ना।
- वित्तीय समावेशन के उद्देश्यों में-गरीब आबादी के लिए वित्तीय सेवाओं का विस्तार करना, कमजोर वर्ग की संभावित संवृद्धि के द्वार खोलना तथा ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय सेवाओं का प्रसार करना शामिल है।
- वित्तीय समावेशन के उद्देश्यों में बैंकिंग अवसंरचना का विस्तार शामिल है न कि इसको सिकोड़ना।
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133. भारत के संदर्भ में, निम्नलिखित पर विचार कीजिए –
1. बैंकों का राष्ट्रीयकरण
2. क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का गठन
3. बैंक शाखाओं द्वारा गांवों को अपनाना
उपर्युक्त में से किस/किन को, भारत में ‘वित्तीय समावेशन’ प्राप्त करने के लिए उठाए गए कदम / कदमों के रूप में माना जा सकता है?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर-(d) 1, 2 और 3
- ‘वित्तीय समावेशन’ प्राप्त करने के लिए भारत में उपर्युक्त तीनों कदम उठाए गए हैं।
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134. भारत में भारतीयों द्वारा 1881 में स्थापित हुआ तथा उनके प्रबंध में चलने वाला सीमित देयता का प्रथम बैंक था?
(a) हिंदुस्तान कॉमर्शियल बैंक
(b) पंजाब नेशनल बैंक
(c) अवध कॉमर्शियल बैंक
(d) पंजाब एंड सिंध बैंक
[I.A.S. (Pre) 2003]
उत्तर-(b) पंजाब नेशनल बैंक
- सीमित देयता के आधार पर 1881 में स्थापित ‘अवध कॉमर्शियल बैंक’ भारतीय बोर्ड द्वारा संचालित पहला बैंक था।
- पूर्ण रूप से प्रथम भारतीय बैंक, पंजाब नेशनल बैंक था।
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135. भारत की अर्थव्यवस्था के संदर्भ में निम्नलिखित घटनाओं में से कौन सर्वप्रथम घटित हुई?
(a) बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण
(b) भारतीय स्टेट बैंक का राष्ट्रीयकरण
(c) बैंकिंग नियंत्रण अधिनियम का नियमन
(d) प्रथम पंचवर्षीय योजना का प्रारंभ
[U.P. P.C.S (Mains) 2016]
उत्तर-(c) बैंकिंग नियंत्रण अधिनियम का नियमन
- भारत में जीवन बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण वर्ष 1956 में तथा साधारण बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण 1973 में हुआ।
- भारतीय स्टेट बैंक का राष्ट्रीयकरण जुलाई, 1955 में हुआ।
- बैंकिंग नियंत्रण अधिनियम (Banking Regulation Act) का नियमन 10 मार्च, 1949 को हुआ।
- प्रथम पंचवर्षीय योजना का प्रारंभ वर्ष 1951 से हुआ।
- अतः सर्वप्रथम घटित घटना बैंकिंग नियंत्रण अधिनियम का नियमन होना है।
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136. किसी अर्थव्यवस्था में यदि ब्याज की दर को घटाया जाता है, तो वह-
(a) अर्थव्यवस्था में उपभोग व्यय घटाएगा
(b) सरकार के कर-संग्रह को बढ़ाएगा
(c) अर्थव्यवस्था में निवेश व्यय को बढ़ाएगा
(d) अर्थव्यवस्था में कुल बचत को बढ़ाएगा
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) अर्थव्यवस्था में निवेश व्यय को बढ़ाएगा
- किसी अर्थव्यवस्था में यदि ब्याज दर (Interest Rate) को घटाया जाता है, तो वह अर्थव्यवस्था में उपभोग व्यय व निवेश व्यय को बढ़ाएगा, क्योंकि निम्न ब्याज दर से उधार लेना आसान हो जाता है, जिससे लोग निवेश एवं उपभोग व्यय हेतु प्रेरित होते हैं।
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137. भारत में बैंकों द्वारा प्राथमिक क्षेत्र ऋणदान से तात्पर्य किसको ऋण देने से है?
(a) कृषि
(b) दुर्बल वर्ग
(c) लघु (माइक्रो) एवं छोटे उद्यम
(d) उपर्युक्त सभी
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर-(d) उपर्युक्त सभी
- बैंकों हेतु ऋणदान के प्राथमिकता क्षेत्र में निम्नलिखित श्रेणियां शामिल हैं- (i) कृषि, (ii) लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, (iii) शिक्षा, (iv) गृह, (v) एक्सपोर्ट क्रेडिट (vi) सामाजिक अवसंरचना, (vii) नवीकरणीय ऊर्जा आदि।
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138. भारत में बैंकों का पहली बार राष्ट्रीयकरण हुआ था-
(a) 1950 में
(b) 1969 में
(c) 1960 में
(d) 1979 में
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011, U.P. P.C.S. (Mains) 2014, U.P.P.C.S. (Pre) 1996, 2007, U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006, Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2007, M. P. P. C. S. (Pre) 2014]
उत्तर-(c) 1960 में
- भारत में सर्वप्रथम बैंकों का राष्ट्रीयकरण 19 जुलाई, 1969 को किया गया था।
- इस दौरान 14 वाणिज्यिक बैंकों जिनकी जमाएं 50 करोड़ रुपये से अधिक थी, का राष्ट्रीयकरण किया गया था।
- दूसरी बार कुल 6 बैंकों का राष्ट्रीयकरण 15 अप्रैल, 1980 को किया गया था।
|
139. निम्नलिखित को कालक्रमिक आधार पर विन्यास करें।
1. 14 प्रमुख बैंकों का राष्ट्रीयकरण
2. SBI का राष्ट्रीयकरण
3. RBI का राष्ट्रीयकरण
4. LIC का राष्ट्रीयकरण
कोड :
(a) 3, 2, 4, 1
(b) 2, 3, 4, 1
(c) 3, 4, 2, 1
(d) 4, 3, 2, 1
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) 3, 2, 4, 1
संस्थाएं |
राष्ट्रीयकरण |
RBI का राष्ट्रीयकरण |
1949 |
SBI का राष्ट्रीयकरण |
1955 |
LIC का राष्ट्रीयकरण |
1956 |
14 प्रमुख बैंकों का राष्ट्रीयकरण |
1969 |
अतः विकल्प (a) सही उत्तर है। |
140. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
भारत में वाणिज्यिक बैंकों के कार्यों में शामिल है-
1. ग्राहकों की ओर से, शेयरों एवं प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री।
2. वसीयतों के लिए निष्पादक तथा न्यासी के रूप में कार्य करना।
उपर्युक्त में से कौन-सा / से कथन सही है / हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर-(c) 1 और 2 दोनों
- व्यापारिक बैंक एक वित्तीय संस्था है, जो मुद्रा तथा साख में व्यापार करती है।
- यह न केवल मुद्रा को लोगों से जमा के रूप में स्वीकार करती है बल्कि आवश्यकता पड़ने पर उद्यमियों तथा साहसियों को उधार देती है।
- इसके अन्य कार्यों में शामिल हैं- ग्राहक की तरफ से शेयरों एवं प्रतिभूतियों की खरीद और बिक्री तथा वसीयतों के लिए निष्पादक तथा न्यासी के रूप में कार्य करना।
|
141. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. गोरवाला समिति की संस्तुति के फलस्वरूप भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना हुई।
2. छः वाणिज्यिक बैंकों का राष्ट्रीयकरण 15 अप्रैल, 1980 को हुआ।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 व 2
(d) न ही 1 और न ही 2
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर-(c) दोनों 1 व 2
- अखिल भारतीय ग्रामीण साख सर्वेक्षण समिति, जिसे ए.डी. गोरवाला समिति के नाम से जाना जाता है, ने इम्पीरियल बैंक के साथ कुछ राज्य संबद्ध बैंकों को मिलाकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की स्थापना की संस्तुति की थी।
- 15 अप्रैल, 1980 को 6 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया था। अतः दोनों कथन सही हैं।
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142. निम्नलिखित में से कौन-सी एक वाणिज्य बैंक की परिसंपत्ति है?
(a) किसानों को साख
(b) जनता की जमा (डिपॉजिट)
(c) भारतीय रिजर्व बैंक से ऋण
(d) उद्योगों की मांग जमा (डिपॉजिट)
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (a) किसानों को साख
- किसानों को बैंकों द्वारा प्रदत्त साख उनकी परिसंपत्ति है।
- बैंकों के अग्रिम को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है- (1) निष्पादीय परिसंपत्ति और (2) गैर-निष्पादीय परिसंपत्ति ।
- बैंक इन अग्रिमों को 4 विस्तृत भागों में विभाजित करता है- मानक परिसंपत्ति, उप-मानक परिसंपत्ति, संदिग्ध परिसंपत्ति तथा घाटा या हानि परिसंपत्ति ।
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143. निम्नांकित में से कौन बैंक भारतीय रिजर्व बैंक के नियंत्रण में है?
(a) एक्जिम बैंक
(b) आईडीबीआई
(c) नाबार्ड
(d) सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
[U.P.P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर-(c) नाबार्ड
- प्रश्नकाल में नाबार्ड भारतीय रिजर्व बैंक के नियंत्रणाधीन था।
- अक्टूबर, 2010 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नाबार्ड में अपनी 71.5 प्रतिशत हिस्सेदारी 1430 करोड़ रु. में भारत सरकार को हस्तांतरित कर दी गई।
- वर्तमान में ( अप्रैल, 2019 से) इसकी एवं NHB की 100 प्रतिशत अंशधारिता भारत सरकार के पास है।
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144. भारत में राष्ट्रीय आवास बैंक निम्नलिखित में से किसकी एक पूर्ण स्वामित्व वाली समनुषंगी के रूप में स्थापित हुआ?
(a) भारतीय स्टेट बैंक
(b) भारतीय रिजर्व बैंक
(c) आई.सी.आई.सी.आई बैंक
(d) भारतीय जीवन बीमा निगम
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर-(b) भारतीय रिजर्व बैंक
- संसद द्वारा पारित राष्ट्रीय आवास बैंक अधिनियम, 1987 के अनुरूप 9 जुलाई, 1988 को राष्ट्रीय आवास बैंक की स्थापना की गई है।
- यह बैंक पूर्णतः भारतीय रिजर्व बैंक पूर्ण स्वामित्व वाली समनुषंगी के रूप में स्थापित हुआ था।
- अप्रैल, 2019 में जारी अधिसूचना के अनुसार (19 मार्च, 2019 से प्रभावी) इस बैंक में भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी संपूर्ण हिस्सेदारी भारत सरकार को 1450 करोड़ रु. में हस्तांतरित कर दी है।
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145. भारत में भविष्य निधि है-
(a) संविदा आधारित बचत
(b) अवशेष बचत
(c) स्वैच्छिक बचत
(d) नियोक्ता की बचत
[U.P.P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (a) संविदा आधारित बचत
- भारत में भविष्य निधि, संविदा आधारित बचत है।
- भविष्य निधि सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों की आय का वह भाग है, जिसे संविदा के आधार पर सरकार के पास जमा करना पड़ता है।
- ध्यातव्य है कि भविष्य निधि सरकार की आय नहीं, अपितु दायित्व है।
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146. लघु अवधि ऋण की अवधि है-
(a) अधिकतम 15 माह
(b) 2 से 5 वर्ष
(c) 1 से 3 वर्ष
(d) 1 से 2 माह
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999, 2000]
उत्तर- (a) अधिकतम 15 माह
- अवधि के आधार पर ऋण को निम्न तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है-
लघु अवधि ऋण – 15 माह से कम
मध्यम अवधि ऋण – 15 माह से 5 वर्ष तक
दीर्घ अवधि ऋण – 5 वर्ष से अधिक
-
नोट : – हालांकि कभी-कभी लघु अवधि ऋण की अवधि 2 वर्ष तक भी होती है। लेकिन यह अलग-अलग संस्थाओं पर निर्भर करता है।
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147. वह कौन-सा बैंक है, जिसने कृषकों के पास आसानी से पहुंचने के लिए ‘किसान क्लब’ बनाए हैं?
(a) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
(b) पंजाब नेशनल बैंक
(c) इलाहाबाद बैंक
(d) भारतीय स्टेट बैंक
[U.P. P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008 U.P.U.D.A./L.D.A. (Mains) 2010]
उत्तर-(d) भारतीय स्टेट बैंक
- भारतीय स्टेट बैंक ने किसानों के पास आसानी से पहुंचने के लिए किसान क्लबों का गठन किया है।
- उ.प्र. के किसानों हेतु इस क्लब का गठन नाबार्ड (NABARD) तथा एस.बी.आई. (SBI) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है।
- नाबार्ड तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया आदि द्वारा भी किसान क्लब कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
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148. निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1. भारत में निजी क्षेत्र के बैंकों में भारतीय संप्रवर्तकों के अंशधारण की अधिकतम सीमा पूर्वदत्त पूंजी के 49% तक है।
2. भारत में निजी क्षेत्र के बैंकों में स्वतः स्वीकृति के दायरे में सभी स्रोतों से 49% तक सीधे विदेशी निवेश की अनुमति है।
इनमें से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 और 2
(d) दोनों में से कोई भी नहीं
[I.A.S. (Pre) 2003]
उत्तर-(b) केवल 2
- निजी क्षेत्र में बैंकों को लाइसेंस प्रदान करने हेतु जनवरी, 2001 में RBI द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार-
- किसी भी निजी क्षेत्र के बैंक की स्थापना के लिए आरंभिक न्यूनतम चुकता पूंजी (Paid-up Capital) 200 करोड़ रुपये होगी तथा
- कारोबार की शुरुआत के प्रथम तीन वर्षों के भीतर इसे 300 करोड़ रुपये करना आवश्यक होगा।
- संप्रवर्तकों का अंशदान किसी भी समय पर बैंक की चुकता पूंजी का न्यूनतम 40% होगा।
- निजी क्षेत्र के बैंकों में सभी श्रेणियों के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की उच्चतम सीमा 20% से बढ़ाकर 49% करने की घोषणा RBI द्वारा फरवरी, 2002 में की गई।
- इस प्रकार प्रश्नकाल के संदर्भ में कथन 1 गलत है, जबकि कथन 2 सही है। वर्तमान में निजी क्षेत्र के बैंकों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 74% (जिसमें स्वचालित निवेश 49% तक, जबकि सरकारी स्वीकृति से 49% से 74% तक) है।
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149. पंजाब नेशनल बैंक में विलय होने वाला वाणिज्यिक बैंक है-
(a) बैंक ऑफ इंडिया
(b) न्यू बैंक ऑफ इंडिया
(c) भारत ओवरसीज बैंक
(d) ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Pre) 2010]
उत्तर-(b) न्यू बैंक ऑफ इंडिया
- पंजाब नेशनल बैंक में विलय होने वाला बैंक ‘न्यू बैंक ऑफ इंडिया’ था।
- यह विलय (Merger) वर्ष 1993 में हुआ था।
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150. समाचारों में प्रायः आने वाला ‘बेसल III (Basel III) समझौता’ या सरल शब्दों में ‘बेसल III’
(a) जैव-विविधता के संरक्षण और धारणीय (सस्टेनेबल) उपयोग के लिए राष्ट्रीय कार्य नीतियां विकसित करने का प्रयास करता है।
(b) बैंकिंग क्षेत्रों के, वित्तीय और आर्थिक दबावों का सामना करने के सामर्थ्य को उन्नत करने तथा जोखिम प्रबंधन को उन्नत करने का प्रयास करता है।
(c) ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने का प्रयास करता है किंतु विकसित देशों पर अपेक्षाकृत भारी बोझ रखता है।
(d) विकसित देशों से निर्धन देशों को प्रौद्योगिकी के अंतरण का प्रयास करता है ताकि वे प्रशीतन में प्रयुक्त होने वाले क्लोरोफ्लु- ओरोकार्बन के स्थान पर हानिरहित रसायनों का प्रयोग कर सकें।
[I.A. S. (Pre) 2015]
उत्तर-(b) बैंकिंग क्षेत्रों के, वित्तीय और आर्थिक दबावों का सामना करने के सामर्थ्य को उन्नत करने तथा जोखिम प्रबंधन को उन्नत करने का प्रयास करता है।
- बेसल मानक बैंकिंग व वित्तीय संस्थाओं को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने से संबंधित हैं। इनका निर्धारण स्विट्जरलैंड के बेसल शहर में होने के कारण इसे बेसल नाम से जाना जाता है।
- वर्ष 2010 में बैंकिंग पर्यवेक्षण पर बेसल कमेटी द्वारा जारी बैंकिंग क्षेत्र के लिए उच्चतर पूंजी आवश्यकता, तरलता नियमों तथा आकस्मिक व्यवस्थाओं को लागू करने की संशोधित नीति को बेसल III कहते हैं।
- इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वर्ष 2007 से 2009 के बीच वित्तीय प्रणाली ध्वस्त होने तथा उसके परिणामस्वरूप आर्थिक मंदी की जो घटना घटी उसकी पुनरावृत्ति न हो।
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151. बेसल II निम्नलिखित में से किस एक से संबंधित है?
(a) नागर विमानन में सुरक्षा के अंतरराष्ट्रीय मानकों से
(b) साइबर अपराधों के प्रतिकूल उपायों से
(c) खिलाड़ियों द्वारा नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के प्रतिकूल, उपायों से
(d) किसी बैंक की पूंजी की पर्याप्तता के मापन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर-(d) किसी बैंक की पूंजी की पर्याप्तता के मापन के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों से
- बेसल मानक बैंकिंग व वित्तीय संस्थाओं को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने से संबंधित हैं।
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152. निम्न चार विदेशी बैंकों में से, जो भारत में कार्य संचालन (Operate) कर रहे हैं, किस एक की सबसे अधिक शाखाएं हैं?
(a) सिटी बैंक
(b) बी.एन.पी. पारीबस बैंक
(c) स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक
(d) एच.एस.बी.सी.
[U.P.P.C.S. (Pre) 2008, Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर-(c) स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक
- 14 जुलाई, 2020 की स्थिति के अनुसार, भारत में विदेशी बैंकों की सर्वाधिक शाखाएं ब्रिटेन के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक (100) की हैं जिसके पश्चात क्रमशः अमेरिका के सिटी बैंक (35), हांगकांग के एच.एस. बी.सी. लि. (26) तथा जर्मनी के ड्यूश (Deutsche) बैंक (17) का स्थान है।
- फ्रांस के बी.एन.पी पारीबस बैंक की 8 शाखाएं हैं।
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153. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए :
वृहद् बैंक |
उत्पत्ति का देश |
1. ए.बी.एन. एमरो बैंक |
यू.एस.ए. |
2. बारक्लेज बैंक |
यू.के. |
3. कूकमिन बैंक |
जापान |
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2
(d) 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर-(b) केवल 2
- प्रश्नगत विकल्पों के बैंक और उनका मूल देश इस प्रकार है :
ए. बी. एन. एमरो बैंक – नीदरलैंड्स
बारक्लेज बैंक – लंदन (यू. के.)
कूकमिन बैंक – द. कोरिया
अतः दिए गए विकल्पों में विकल्प (b) सही उत्तर है।
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154. निम्न में कौन-सा बैंक प्रतिभूति घोटाले से बंद हुआ-
(a) मेट्रोपोलिटन बैंक
(b) बैंक ऑफ कराड
(c) राष्ट्रीय आवास बैंक
(d) ग्रिंडलेज बैंक
[M.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर-(b) बैंक ऑफ कराड
- वर्ष 1992 के प्रतिभूति घोटाले में लिप्त दलालों के कहने पर बैंक ऑफ कराड ने स्टैंडर्ड बैंक के नाम फर्जी बैंकर्स रसीदें जारी की थीं।
- दलालों ने इन बैंक रसीदों के बदले में चार्टर्ड बैंक से धनराशि वसूल करके शेयर बाजार में लगा दी।
- घाटे के कारण यह रकम वापस न हो सकी।
- उधर कराड बैंक के पास अपनी बैंक रसीदों के बदले में देने के लिए प्रतिभूतियां थी ही नहीं।
- अंततः बैंक ऑफ कराड की स्थिति डांवाडोल होने लगी और इस बैंक को बंद कर इसका विलय बैंक ऑ फ इंडिया में 1994 में करना पड़ा।
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155. भारत में सभी राष्ट्रीयकृत वाणिज्यिक बैंकों में बचत खातों पर दी जाने वाली ब्याज दरें किसके द्वारा निर्धारित की जाती हैं?
(a) केंद्रीय वित्त मंत्रालय
(b) केंद्रीय वित्त आयोग
(c) भारतीय बैंक संघ
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर-(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
- भारत में बचत खातों पर ब्याज दरों को पहले भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनियमित किया जाता था, जिन्हें अक्टूबर, 2011 में नियंत्रण-मुक्त कर दिया गया।
- अतः सही उत्तर विकल्प (d) है।
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156. डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी इंश्योरेंस निगम के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1. भारतीय रिजर्व बैंक की एक सहायक है।
2. 5 लाख रु. की जमा इसके द्वारा बीमित है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर का चयन कीजिए।
कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 व 2
(d) न तो । और न ही 2
[U.P.R.O/A.R.O. (Re-Exam) (Pre) 2016]
उत्तर-(c) दोनों 1 व 2
- ‘निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम’ (DICGC) निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम अधिनियम, 1961 और निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम सामान्य नियमावली, 1961 के तहत नियंत्रित है, जिसे उक्त अधिनियम की धारा 50 की उपधारा (3) द्वारा प्रदत्त अधिकारों के प्रयोग से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा तैयार किया गया है।
- निगम की प्राधिकृत पूंजी 50 करोड़ रुपये है, जो पूर्णतः भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी और अभिदत्त है।
- इसके निदेशक बोर्ड का अध्यक्ष भारतीय रिजर्व बैंक का उप-गवर्नर होता है।
- इसका मुख्यालय मुंबई में है। प्रारंभ में निक्षेप बीमा और प्रत्यय गारंटी निगम अधिनियम की धारा 16(1) के मूल प्रावधानों के अंतर्गत बीमा सुरक्षा प्रति जमाकर्ता उसके द्वारा बैंक की सभी शाखाओं में रखी गई जमाराशि को मिलाकर “समान अधिकार और क्षमता” में केवल 1500 रुपये तक सीमित रखी गई थी।
- तथापि यह अधिनियम निगम को यह अधिकार देता है कि वह केंद्र सरकार के पूर्वानुमोदन से इस सीमा को बढ़ाए।
- तद्नुसार, बीमा सीमा को समय-समय पर निम्नानुसार बढ़ाया गया- 1 जनवरी, 1968 से 5000 रुपये
1 अप्रैल, 1970 से 10000 रुपये
1 जनवरी, 1976 से 20000 रुपये
1 जुलाई, 1980 से 30000 रुपये
1 मई, 1993 से 100000 रुपये
4 फरवरी, 2020 और उससे आगे 500000 रुपये
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157. RBI द्वारा घोषित ‘कोषों की सीमांत लागत पर आधारित उधारी दर’ [Marginal Cost of Funds based Lending Rate (MCLR)] का/के उद्देश्य क्या है/हैं?
1. ये दिशा-निर्देश उधारों की ब्याज दरें निर्धारित करने हेतु बैंकों द्वारा अपनाई गई विधि में पारदर्शिता बढ़ाने में मदद करते हैं।
2. ये दिशा-निर्देश बैंक साख की उपलब्धता ऐसी ब्याज दरों पर सुनिश्चित करने में मदद करते हैं जो ऋण लेने वाले एवं बैंक दोनों के लिए न्याय संगत है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर-(c) 1 और 2 दोनों
- भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अग्रिमों पर ब्याज दरों के निर्धारण हेतु ‘कोषों की सीमांत लागत पर आधारित उधारी दर’ (MCLR) प्रविधि के परिपालन हेतु अंतिम दिशा-निर्देश 17 दिसंबर, 2015 को जारी किए गए थे, जो 1 अप्रैल, 2016 से प्रभावी हो गए हैं।
- MCLR पद्धति बैंकों की उधार दरों की नीति दरों के प्रति संवेदनशीलता के अलावा, अग्रिमों पर ब्याज दरों के निर्धारण के लिए बैंकों द्वारा अपनाई जा रही पद्धति में पारदर्शिता को भी बेहतर बनाएगी।
- इस पद्धति से बैंक ऋण की उपलब्धता ऐसी ब्याज दरों पर सुनिश्चित होगी जो उधारकर्ताओं के साथ-साथ बैंकों के लिए भी न्यायसंगत है।
- साथ ही सीमांत लागत के अनुसार, ऋणों पर ब्याज के निर्धारण से बैंकों को और प्रतिस्पर्धी बनाने एवं उनके दीर्घावधिक मूल्य को बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा आर्थिक वृद्धि में योगदान बढ़ेगा।
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158. नकद आरक्षित अनुपात को कम करने में अर्थव्यवस्था पर इसका निम्नलिखित प्रथाव पड़ेगा :
1. बैंकों के पास अधिक तरलता लाभ होगा।
II. अर्थव्यवस्था में निवेश वृद्धि देखने को मिल सकती है।
III. अर्थव्यवस्था में मुद्रा-पूर्ति बढ़ सकती है।
IV. वास्तविक निवेश दर में गिरावट आ सकती है।
सही कूट का चयन कीजिए :
(a) केवल I
(b) I तथा दोनों II
(c) I, II, III तथा IV
(d) II, III तथा IV
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. Re Exam. 2020]
उत्तर-(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
- नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को कम करने से बैंकों के पास अधिक तरलता होती है, जिससे ब्याज दरों में कमी, लोन की मात्रा और निवेश में वृद्धि तथा अर्थव्यवस्था में मुद्रा की आपूर्ति में वृद्धि होती है। अतः कथन (I), (II) और (III) सत्य हैं।
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159. यदि भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा नकद कोष अनुपात में कमी की जाती है, तो इसका साख सृजन पर प्रभाव होगा-
(a) वृद्धि
(b) कमी
(c) कोई प्रभाव नहीं
(d) कोई अन्य नहीं
[48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) वृद्धि
- भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नकद कोष अनुपात (CRR) में कमी करने पर वाणिज्यिक बैंकों द्वारा साख सृजन की मात्रा में वृद्धि होती है।
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160. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सी. ए. आर.) वह राशि है, जिसे बैंकों को अपनी निधियों के रूप में रखना होता है जिससे वे यदि खाताधारकों द्वारा देयताओं का भुगतान नहीं करने से कोई हानि होती है, तो उसका प्रतिकार कर सकें।
2. सी.ए.आर. का निर्धारण प्रत्येक बैंक द्वारा अलग-अलग किया जाता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) केवल 1
- पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR : Capital Adequacy Ratio) बैंकों के जोखिम की स्थिति में बचाव हेतु निधि होती है। इसे CRAR (Capital-to-Risk Weighted Assets Ratio) भी कहा जाता है।
- इसका निर्धारण केंद्रीय बैंक द्वारा किया जाता है। वर्तमान में भारत में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इसे न्यूनतम 9 प्रतिशत निर्धारित किया गया है।
- स्मरणीय है कि बैंकों को जोखिम से बचाने हेतु बेसल-III मानकों (न्यूनतम 8%) के अनुरूप सुधार किया जा रहा है।
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161. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया निम्नलिखित में से किसके बदले मुद्रा- निर्गमन करता है?
(a) स्वर्ण
(b) विदेशी प्रतिभूति
(c) भारत सरकार की प्रतिभूति
(d) उपर्युक्त सभी
[M.P. P.C.S. (Spl.) (Pre) 2012]
उत्तर-(d) उपर्युक्त सभी
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया स्वर्ण, विदेशी प्रतिभूति एवं भारत सरकार की प्रतिभूति इन सभी के बदले मुद्रा निर्गमन करता है।
- मुद्रा निर्गमन R.B.I. के प्रमुख कार्यों में से एक है।
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162. भारतीय रिजर्व बैंक से संबंधित निम्नलिखित कथनों का अध्ययन कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
I. यह शीर्ष बैंक है।
II. यह मुद्रा आपूर्ति को नियमित करता है।
III. यह व्यापारिक घरानों को ऋण प्रदान करता है।
IV. यह नाबार्ड के कार्यों का पर्यवेक्षण करता है।
कूट :
(a) I तथा II
(b) II तथा IV
(c) I, II एवं III
(d) I, II एवं IV
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर-(d) I, II एवं IV
- भारतीय रिजर्व बैंक शीर्ष बैंक है, यह मुद्रा आपूर्ति को नियमित करता है तथा यह नाबार्ड के कार्यों का पर्यवेक्षण करता है।
- यह किसी भी व्यक्ति अथवा व्यापारिक घराने को ऋण नहीं प्रदान करता है।
- अतः अभीष्ट उत्तर विकल्प (d) है।
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163. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1. वह केंद्र सरकार का बैंकर है।
2. वह मौद्रिक नीति बनाता है और लागू करता है।
3. वह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के सिलसिले में सरकार के एजेंट के रूप में काम करता है।
4. वह भारत सरकार के ऋणादान कार्यक्रम को संचालित करता है।
इन कथनों में से कौन-कौन से कथन सही हैं?
(a) 1 और 2
(b) 2, 3 और 4
(c) 1, 2, 3 और 4
(d) 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (c) 1, 2, 3 और 4
- RBI देश का केंद्रीय बैंक है, जिसके प्रमुख कार्य हैं-सरकार के बैंक के रूप में कार्य करना, मौद्रिक नीति का निर्माण एवं उसका क्रियान्वयन करना, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ सरकार के एजेंट के रूप में कार्य करना, विदेशी विनिमय का नियंत्रण एवं प्रबंधन करना, भारत सरकार के ऋणादान कार्यक्रम को संचालित करना तथा बैंकों के बैंक के रूप में कार्य करना।
- RBI सार्वजनिक क्षेत्र के व्यावसायिक एवं विकास बैंकों का पर्यवेक्षण भी करता है।
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164. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. भारतीय रिजर्व बैंक, भारत सरकार की प्रतिभूतियों का प्रबंधन और प्रयोजन करता है किंतु किसी राज्य सरकार की प्रतिभूतियों का नहीं।
2. भारत सरकार कोष-पत्र (ट्रेजरी बिल) जारी करती है और राज्य सरकारें कोई कोष-पत्र जारी नहीं करतीं।
3. कोष-पत्र ऑफर अपने सममूल्य से बट्टे पर जारी किए जाते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) केवल 2 और 3
- भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के तहत RBI भारत सरकार एवं राज्य सरकारों दोनों की प्रतिभूतियों का प्रबंधन एवं प्रयोजन करता है।
- सरकारी प्रतिभूतियां केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा जारी की जाती हैं।
- केंद्र सरकार द्वारा जारी अल्पकालीन (एक वर्ष से कम अवधि की) प्रतिभूतियों को ट्रेजरी बिल कहा जाता है, जबकि दीर्घकालीन प्रतिभूतियों को सरकारी बॉण्ड कहा जाता है।
- राज्य सरकारें केवल दीर्घकालीन प्रतिभूतियां ही जारी कर सकती हैं, इन्हें राज्य विकास ऋण (SDL: State Development Loan) कहा जाता है।
- ट्रेजरी बिल पर ब्याज का भुगतान नहीं होता है, यद्यपि इन्हें उनके मूल्य से बट्टे (Discount) पर जारी किया जाता है।
- उदाहरणस्वरूप 100 रुपये मूल्य का 91 दिनों का ट्रेजरी बिल 98.20 रुपये पर जारी होगा और इसकी वापसी पर क्रेता को 100 रुपये प्राप्त होंगे।
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165. निम्नलिखित में से कौन-से मामलों में भारतीय रिजर्व बैंक वाणिज्यिक बैंकों को नियंत्रित करता है?
1. परिसंपत्तियों की तरलता
2. शाखा विस्तार
3. बैंकों का विलय
4. बैंकों का समापन
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 4
(b) केवल 1, 2 और 3
(c) केवल 2, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर-(d) 1, 2, 3 और 4
- रिजर्व बैंक, बैंकों का बैंक है। वह परिसंपत्तियों की तरलता विनियमन के साथ विलय एवं अधिग्रहण, शाखा विस्तार तथा बैंकों के समापन आदि के संदर्भ में वाणिज्यिक बैंकों को नियंत्रित करता है।
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166. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) RBI देश का केंद्रीय बैंक है।
(b) RBI केंद्रीय एवं राज्य सरकारों का बैंकर है।
(c) RBI देश के विदेशी विनिमय निधि का अभिरक्षक है।
(d) RBI की स्थापना 1949 में हुई थी।
[U.P.P.C.S (Mains) 2011]
उत्तर-(d) RBI की स्थापना 1949 में हुई थी।
- भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को कलकत्ता (वर्तमान में कोलकाता) में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के तहत हुई थी।
- वर्ष 1937 में इसका मुख्यालय कोलकाता से मुंबई स्थानांतरित किया गया।
- यह भारत का केंद्रीय बैंक है। वर्ष 1949 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया था।
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167. R.B.I. का मुख्यालय कहां पर स्थित है?
(a) दिल्ली
(b) कोलकाता
(c) मुंबई
(d) चेन्नई
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर-(c) मुंबई
- वर्ष 1937 में इसका मुख्यालय कोलकाता से मुंबई स्थानांतरित किया गया।
- यह भारत का केंद्रीय बैंक है।
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168. निम्न में से कौन-सा एक भारतीय रिजर्व बैंक का कार्य नहीं है?
(a) साख नियंत्रण
(b) अनुसूचित वाणिज्य बैंकों की शिखर संस्था के रूप में
(c) मौद्रिक नीति का निर्माण
(d) साख सृजन
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर-(d) साख सृजन
- साख सृजन (Credit Creation) का कार्य वाणिज्यिक बैंकों के द्वारा किया जाता है, जबकि शेष दिए गए कार्य रिजर्व बैंक करता है।
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169. निम्नलिखित में से कौन-सा एक भारतीय रिजर्व बैंक का कार्य नहीं है?
(a) करेंसी का नियमन
(b) विदेशी व्यापार का नियमन
(c) साख का नियमन
(d) देश के विदेशी विनिमय कोषों की रखवाली एवं प्रबंध
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर-(b) विदेशी व्यापार का नियमन
- करेंसी का नियमन, साख का नियमन तथा देश के विदेशी विनिमय कोषों की रखवाली एवं प्रबंध आदि कार्य भारतीय रिजर्व बैंक करता है, लेकिन वह ‘विदेशी व्यापार का नियमन’ नहीं करता।
- ‘विदेशी व्यापार का नियमन’ वाणिज्य मंत्रालय के द्वारा किया जाता है।
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170. भारत में व्यावसायिक बैंकों द्वारा साख सृजन का नियंत्रण निम्नलिखित में से कौन करता है?
(a) वित्त मंत्रालय
(b) भारतीय रिजर्व बैंक
(c) भारत सरकार
(d) भारतीय स्टेट बैंक
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010]
उत्तर-(b) भारतीय रिजर्व बैंक
- करेंसी का नियमन, साख का नियमन तथा देश के विदेशी विनिमय कोषों की रखवाली एवं प्रबंध आदि कार्य भारतीय रिजर्व बैंक करता है|
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171. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
1. केंद्र सरकार द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) के गवर्नर की नियुक्ति की जाती है।
2. भारतीय संविधान के कतिपय प्रावधान केंद्र सरकार को जनहित में आर.बी.आई. को निदेश देने का अधिकार देते हैं।
3. आर.बी.आई. का गवर्नर अपना अधिकार (पावर) आर.बी.आई. अधिनियम से प्राप्त करता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर-(c) केवल 1 और 3
- भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 8 (1) (b) के अनुसार, एक गवर्नर और (चार से अधिक नहीं) डिप्टी गवर्नर केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त होंगे। अतः कथन 1 सही है।
भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 7(1) के अनुसार केंद्र सरकार समय-समय पर बैंक (आर.बी.आई.) को ऐसे निदेश दे सकती है जो जनहित में आवश्यक है।
- हालांकि ऐसा कोई प्रावधान भारतीय संविधान में नहीं है।
- अतः कथन 2 सही नहीं है। भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 7(3) के अनुसार, गवर्नर और उनकी अनुपस्थिति में उनके द्वारा मनोनीत डिप्टी गवर्नर के पास बैंक के मामलों और कारोबार के बारे में अधीक्षण और निर्देशन की शक्तियां होंगी।
- अतः कथन 3 सही है।
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172. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बैंकरों के बैंक (केंद्रीय बैंक) के रूप में कार्य करता है, इसका अर्थ निम्नलिखित में से कौन-से हैं?
1. अन्य बैंक RBI के पास अपनी जमा संचित रखते हैं।
2. आवश्यकता के समय RBI वाणिज्यिक बैंकों को ऋण देता है।
3. RBI वाणिज्यिक बैंकों को मौद्रिक विषयों पर परामर्श देता है।
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए –
(a) केवल 2 और 3
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- भारतीय रिजर्व बैंक देश का केंद्रीय बैंक है।
- इसे बैंकों के बैंक के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह सभी वाणिज्यिक बैंकों को मौद्रिक विषयों पर परामर्श देता है।
- साथ ही वह आवश्यकता के समय उन बैंकों को कर्ज प्रदान करने के साथ-साथ उनकी अतिरिक्त पूंजी को भी अपने पास जमा रखता है।
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173. भारत में विदेशी विनिमय संचय का रख-रखाव किसके द्वारा किया जाता है?
(a) भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा
(b) भारतीय स्टेट बैंक द्वारा
(c) वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा
(d) भारतीय आयात-निर्यात बैंक द्वारा
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा
- भारत में विदेशी विनिमय संचय का रख-रखाव भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किया जाता है।
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174. निम्नलिखित उपायों पर विचार करें, जिन्हें आर.बी.आई. अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए प्रयोग में लाता है।
1. बैंक दर में वृद्धि
2. नकद आरक्षित अनुपात में वृद्धि
3. सांविधानिक तरलता अनुपात में वृद्धि
4. सरकारी प्रतिभूतियों का क्रय
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर का चयन कीजिए।
कूट :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2, 3 और 4
(c) केवल 1, 2 और 3
(d) केवल 1, 3 और 4
[U.P.R.O./A.R.O. (Re-Exam) (Pre) 2016]
उत्तर-(b) केवल 1, 2 और 3
- अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने हेतु भारतीय रिजर्व बैंक (R.B.I.) ‘मौद्रिक नीति’ का सहारा लेता है।
- मौद्रिक नीति के तहत वह बैंक दर में वृद्धि, रिजर्व अनुपात में वृद्धि तथा खुले बाजार में प्रतिभूतियों का विक्रय करता है और साथ ही अनेक चयनात्मक साख नियंत्रण के उपाय भी अपनाता है।
- मौद्रिक नीति के उपकरण या साख नियंत्रण के साधन चयनात्मकता/गुणात्मक
परिमाणात्मक साख
नियंत्रण
साख नियंत्रण
बैंक दर
न्यूनतम सीमा या मार्जिन निर्धारण
साख की राशनिंग
- सीमांत स्थायी सुविधा दर खुले बाजार की क्रियाएं तरलता समायोजन सुविधा (रेपो तथा रिवर्स रेपो) परिवर्तनीय कोष अनुपात नैतिक दबाव उपभोक्ता उधार का नियमन
(CRR तथा SLR)
साख स्वीकृतिकरण योजना
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175. रेपो रेट विचारणीय होता है-
(a) मौद्रिक नीति के अंतर्गत
(b) राजकोषीय नीति के अंतर्गत
(c) श्रमनीति के अंतर्गत
(d) जनसंख्या नीति के अंतर्गत
[U.P. P.C.S. (mains) 2017]
उत्तर-(a) मौद्रिक नीति के अंतर्गत
- रेपो रेट (Repurchase option Rate)-जब कोई व्यक्ति या संस्था इस समझौते या विकल्प के साथ कोई प्रतिभूति किसी को बेचता है कि वह उसे एक निश्चित अवधि के बाद क्रय कर लेगा, तो इसे सामान्यतया रेपो (Repo) या पुनर्क्रय विकल्प कहते हैं तथा जब कोई क्रेता इस समझौते के अंतर्गत कोई प्रतिभूति क्रय करता है कि एक निश्चित अवधि के बाद उसे विक्रेता को बेच देगा, तो इसे रिवर्स रेपो (Reverse Repo) कहते हैं।
- ये दोनों क्रियाएं मौद्रिक अधिकारी द्वारा अर्थव्यवस्था में तरलता प्रबंधन या तरलता समायोजन के लिए की जाती हैं। रेपो का प्रयोग तरलता डालने तथा रिवर्स रेपो का प्रयोग तरलता अधिशोषण या निकालने के लिए किया जाता है।
- स्पष्ट है कि रेपो तरलता डालने की क्रिया तभी होगी जब मौद्रिक अधिकारी प्रतिभूतियों को व्यापारिक बैंकों से क्रय करें तथा इस प्रकार प्रतिभूतियों के क्रय के माध्यम से बैंकों को उधार दें, जिससे उनकी तरलता में वृद्धि होगी।
- इस स्थिति में रेपो दर मौद्रिक अधिकारी (RBI) द्वारा बैंकों को उधार देने की दर होगी।
- इस प्रकार रेपो दर मौद्रिक अधिकारी की अन्य बैंकों को उधार देने की क्रिया होती है।
- ठीक इसके विपरीत रिवर्स रेपो बैंकों से जमा स्वीकार करने या उधार लेने की दर होगी।
- रेपो दर का प्रयोग मौद्रिक नीति के अंतर्गत साख नियंत्रण के तौर पर किया जाता है।
- यह क्रिया मौद्रिक नीति के परिमाणात्मक या मात्रात्मक तरीके के अंतर्गत उपयोग में लाई जाती है।
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