1. कथन (A): वायुमण्डल अधिकांश ऊष्मा परोक्ष रूप से सूर्य से तथा प्रत्यक्ष रूप से पृथ्वी के धरातल से प्राप्त करता है।
कारण (R): पृथ्वी के धरातल पर सौर लघु तरंगें पार्थिव ऊर्जा की लंबी-तरंगों में परिणत होती हैं।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
- वायुमण्डल तथा पृथ्वी की सतह की ऊष्मा का प्रधान स्रोत ‘सूर्य’ है।
- सौर्थिक ऊर्जा को ही सूर्यातप’ कहा जाता है।
- सूर्य से जो ऊर्जा विकिस्ति होती है, वह ‘लघु तरंग सौर्थिक विकिरण’ होता है, जबकि पृथ्वी द्वारा होने वाला उनका विकिरण दीर्घ तरंगों के रूप में होता है, जिसे ‘दीर्घ तरंग घरातलीय (पार्थिव) विकिरण’ कहते हैं।
- वायुमण्डल को गर्म रखने में दीर्घ तरंग विकिरण ही प्रमुख रूप से जिम्मेदार है।
- इन दोनों (सूर्यातप और पार्थिव विकिरण) के अंतर के परिणामस्वरूप वायुमण्डल गर्न होता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड आदि गैसों द्वारा हरित गृह जैसे व्यवहार के कारण वैश्विक तापन की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
|
2. सामान्यतया पृथ्वी की सतह से ऊंचाई बढ़ने के साथ तापमान में घटोत्तरी होती है, क्योंकि-
1. वायुमण्डल पृथ्वी की सतह से केवल ऊपर की ओर गर्म हो सकता है।
2. ऊपरी वायुमण्डल में आर्द्रता अधिक होती है।
3. ऊपरी वायुमण्डल में हवा कम घनी होती है।
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- विश्व में सूर्यातप का वितरण तापमान के वितरण को नियंत्रित करने वाला मुख्य कारक है।
- सूर्यातप के अवशोषण के कारण धरातल गर्म होता है और इससे धरातल के संपर्क में जाने वाली बायु भी गर्म हो जाती है, इसलिए ऊंचाई बढ़ने के साथ-साथ तापमान कम होता जाता है।
- ऊपरी वायुमण्डल में वायु विरल एवं आर्द्रता का अभाव होता है।
- अतः कथन 1 एवं 3 सही है, जबकि 2 गलत है।
- इस प्रकार विकल्प (c) अभीष्ट उत्तर होगा।
|
3. निम्नलिखित में से कौन-सा/सी एक, अन्य तीनों की तुलना में अधिक सूर्यातप को परावर्तित करता / करती है?
(a) बालू मरुस्थल
(b) धान के फसलयुक्त भूमि
(c) नवपात हिम से आच्छादित भूमि
(d) मेयरी भूमि
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) नवपात हिम से आच्छादित भूमि
- पृथ्वी का औसत एल्बिडो 30-35 प्रतिशत है, जबकि सर्वाधिक एल्बिडो नवपात हिम से आच्छादित भूमि (75-95 प्रतिशत) का है।
- बालू मरुस्थल का एल्बिडो 20-30 प्रतिशत, धान की फसलयुक्त भूमि का एल्बिद्धो 3-15 प्रतिशत तथा प्रेयरी भूमि का एल्बिडो 10-20 प्रतिशत है।
|
4. निम्नलिखित में से कौन-सा ‘एल्बिडो’ से संबंधित है?
(a) संचार शक्ति
(b) अवशोषित शक्ति
(c) उत्सर्जक शक्ति
(d) चापसी की शक्ति
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) चापसी की शक्ति
- किसी सतह की परावर्तन क्षमता को ‘एल्बिडो’ के रूप में जाना जाता है।
- जमी हुई बर्फ का एल्बिडो उच्च (High) होगा, जिसका तात्पर्य है।
- वह सौर विकिरण को अंतरिक्ष में परावर्तित करती है, जबकि हरित क्षेत्रों जैसे वनों एवं मैदानों का एल्बिडो निम्न (Lower) होगा।
|
5. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. अटलांटिक महासागर की तुलना में प्रशांत महासागर में तापमान का वार्षिक परिसर अधिक है।
2. दक्षिणी गोलार्द्ध की तुलना में उत्तरी गोलार्द्ध में तापमान का वार्षिक परिसर अधिक है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (b) केवल 2
- सागर का आकार जितना बड़ा होता जाता है, वार्षिक तापांतर उतना ही घटता जाता है।
- अतः अटलांटिक महासागर में प्रशांत महासागर की अपेक्षा अधिक तापांतर पाया जाता है।
- उत्तरी गोलार्द्ध में स्थलीय भाग की, जबकि दक्षिणी गोलार्द्ध में जलीय माग की अधिकता है।
- अतः दक्षिणी गोलार्द्ध की तुलना में उत्तरी गोलार्द्ध में तापमान का वार्षिक परिसर अधिक है।
|
6. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) जलवाष्प निचले वायुमण्डल की अति परिवर्ती गैस है।
(b) अधिकतम तापमान की मेखला विषुवत रेखा के सहारे पाई जाती है।
(c) शीत कटिबंध उभय गोलार्डों में घुर्वामवृत्त एवं ध्रुवों के बीच उपस्थित है।
(d) जेट वायु धाराएं अत्यधिक ऊंचाई की हवाएं हैं, जो धरातलीय मौसमी दशाओं को प्रभावित करती हैं।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) अधिकतम तापमान की मेखला विषुवत रेखा के सहारे पाई जाती है।
- सामान्यतः भूमध्य रेखा से उच्च अक्षांशों की ओर औसत तापक्रम कम होता जाता है।
- परंतु अधिकतम सूर्यातप प्राप्त करने वाली तापीय विषुवत रेखा भूमध्य रेखा पर न होकर 20° उत्तरी अक्षांश पर स्थित है।
- अतः कहा जा सकता है कि अधिकतम तापमान की मेखला विषुवत रेखा के सहारे नहीं पाई जाती है।
- इसलिए कथन (b) सही नहीं है। अन्य प्रश्नगत कथन सही हैं।
|
7. साफ रात, मेघीय रातों की अपेक्षा अधिक ठंडी होती है-
(a) संघनन के कारण
(b) विकिरण के कारण
(c) आपतन के कारण
(d) चालन के (d) कारण
[39th B.P.S.C. (Pre) 1994]
उत्तर- (b) विकिरण के कारण
- मेधीय रातों में वायुमण्डल में जलवाष्प की मात्रा साफ रातों की अपेक्षा अधिक होती है।
- बहिर्गामी पार्थिव विकिरण को जलवाष्प अवशोषित करता है, फलस्वरूप मेधीय रातें अपेक्षाकृत अधिक गर्म महसूस होती हैं।
- इसके अतिरिक्त साफ रातों में वायुमण्डल में जलवाष्प की कमी के कारण रात्रि के समय पार्थिव विकिरण आसानी से शून्य में चला जाता है और साफ रातें ठंडी महसूस होती हैं।
- वास्तव में वायुमण्डल ग्रीन हाउस प्रभाव की भांति व्यवहार करता है।
|