1. सामान्य रूप में भारत में प्रति पांच वर्ष बाद वित्त आयोग की नियुक्ति की जाती है-
(a) राज्यों की वित्तीय स्थिति निर्धारित करने के लिए
(b) केंद्रीय सरकार की वित्तीय स्थिति निर्धारित करने के लिए
(c) केंद्रीय सरकार के वित्तीय संसाधन निर्धारित करने के लिए
(d) केंद्रीय अनुदान और संघ के राजस्व में राज्यों का अंश निर्धारित करने के लिए
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002]
उत्तर- (d) केंद्रीय अनुदान और संघ के राजस्व में राज्यों का अंश निर्धारित करने के लिए
- संविधान का अनुच्छेद 280 प्रत्येक पांच वर्ष के अंतराल पर एक वित्त आयोग के गठन का प्रावधान करता है।
- इसका मुख्य कार्य संघ और राज्यों के बीच करों के शुद्ध आगमों (net proceeds) के वितरण के बारे में और राज्यों के बीच ऐसे आगमों के आवंटन के तरीके के संबंध में राष्ट्रपति को सिफारिश प्रस्तुत करना है।
- वित्त आयोग भारत की समेकित निधि (संचित निधि) से राज्यों के राजस्व में सहायता अनुदानों को शासित करने वाले सिद्धांतों की भी अनुशंसा करता है।
- यह अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपता है।
- ज्ञातव्य है कि पहले वित्त आयोग का गठन के.सी. नियोगी की अध्यक्षता में 22 नवंबर, 1951 को किया गया था।
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2. निम्न में से किस एक की सिफारिशों के आधार पर संघ एवं राज्यों के बीच वित्तीय वितरण होता है?
(a) वित्त आयोग
(b) अंतर्राज्यीय काउंसिल
(c) योजना आयोग
(d) सहकारिता आयोग
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (a) वित्त आयोग
- संविधान का अनुच्छेद 280 प्रत्येक पांच वर्ष के अंतराल पर एक वित्त आयोग के गठन का प्रावधान करता है।
- इसका मुख्य कार्य संघ और राज्यों के बीच करों के शुद्ध आगमों (net proceeds) के वितरण के बारे में और राज्यों के बीच ऐसे आगमों के आवंटन के तरीके के संबंध में राष्ट्रपति को सिफारिश प्रस्तुत करना है।
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3. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिसमें से एक को अभिकथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है :
अभिकथन (A): वित्त आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों की योग्यताओं का निर्धारण भारत का राष्ट्रपति करता है।
कारण (R): अध्यक्ष व सदस्यों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति के द्वारा होती है।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सत्य हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सत्य हैं, किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सत्य है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सत्य है।
[U.P. P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (d) (A) गलत है, किंतु (R) सत्य है।
- संविधान के अनुच्छेद 280 (2) के अनुसार, संसद विधि द्वारा, उन अर्हताओं का, जो वित्त आयोग के सदस्यों के रूप में नियुक्ति के लिए अपेक्षित होंगी और उस रीति का, जिससे उनका चयन किया जाएगा, अवधारण कर सकेगी।
- इसी के अनुसरण में संसद द्वारा बनाए गए वित्त आयोग (प्रकीर्ण उपबंध) अधिनियम, 1951 में वित्त आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों की योग्यताओं, नियुक्ति, कार्यकाल, अर्हता, वेतन तथा शक्तियों आदि को परिभाषित किया गया है।
- स्पष्ट है कि अभिकथन (A) असत्य है। संविधान के अनुच्छेद 280 (1) के तहत वित्त आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। अतः कारण (R) सत्य है।
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4. निम्न कथनों पर विचार कीजिए:
वित्त आयोग का/के कार्य है/हैं-
1. भारत की संचित निधि से धन निकालने की अनुमति देना
2. प्राप्त करों के भागों को राज्यों के बीच में बांटना
3. सहायता अनुदान के लिए राज्यों के आवेदनों पर विचार
4. संघ सरकार तथा राज्य सरकारें बजट के प्रावधानों के अनुसार करों की उगाही कर रही हैं या नहीं इसकी देख-रेख करना तथा उस पर रिपोर्ट देना
इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?
(a) केवल 1
(b) 2 और 3
(c) 3 और 4
(d) 1,2 और 4
[I.A.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) 2 और 3
- संविधान के अनु. 280 (3) के अनुसार वित्त आयोग के कार्य हैं-1. केंद्र व राज्यों में राजस्व के वितरण और राज्यों के बीच उसके आवंटन के लिए मापदंडों/सिद्धांतों की अनुशंसा करना।
- 2. संघ द्वारा राज्यों को दिए जाने वाले सहायता अनुदानों के संबंध में सिद्धांत निश्चित करना।
- 3. राज्यों के वित्त आयोगों द्वारा दी गई सिफारिशों के आधार पर स्थानीय निकायों के विकास के लिए राज्य की निधि में वृद्धि के लिए आवश्यक उपाय सुझाना।
- 4. कोई अन्य विषय जिसके बारे में राष्ट्रपति आयोग से सिफारिश करेगा।
- भारत की संचित निधि से धन निकालने की अनुमति देना संसद का कार्य है।
- संघ सरकार तथा राज्य सरकारें बजट के प्रावधानों के अनुसार करों की उगाही कर रहीं हैं या नहीं इसकी देख-रेख करना वित्त मंत्रालय का कार्य है।
- इस प्रकार कथन (2) और (3) ही सही हैं।
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5. भारत के वित्त आयोग के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा एक कथन सही है?
(a) वह अवसंरचना विकास हेतु विदेशी पूंजी अंतर्प्रवाह प्रोत्साहित करता है।
(b) वह सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में समुचित वित्त वितरण को सुगम बनाता है।
(c) वह वित्तीय प्रशासन में पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।
(d) इस संदर्भ में उपर्युक्त (a), (b) तथा (c) कथनों में से कोई भी सही नहीं है।
[I.A.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (d) इस संदर्भ में उपर्युक्त (a), (b) तथा (c) कथनों में से कोई भी सही नहीं है।
- भारतीय संविधान के अनु. 280 (3) के तहत भारत का वित्त आयोग निम्नलिखित मामलों में सुझाव देता है-
(i) संघ और राज्यों के बीच करों के शुद्ध आगमों का वितरण;
(ii) अनु. 275 के तहत भारत की संचित निधि में से राज्यों के राजस्व में सहायता अनुदान;
(iii) राज्य वित्त आयोगों की सिफारिशों के आधार पर राज्यों में स्थानीय निकायों (पंचायतों एवं नगरपालिकाओं) के संसाधनों की अनुपूर्ति हेतु राज्य की संचित निधि के संवर्धन के लिए उपाय; तथा
(iv) सुदृढ़ वित्त के हित में अन्य कोई विषय जो राष्ट्रपति आयोग को निर्दिष्ट करे।
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6. 12वें वित्त आयोग के अध्यक्ष कौन थे?
(a) ए.एम. खुसरो
(b) के.सी. पंत
(c) मोन्टेक सिंह
(d) सी. रंगराजन
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (d) सी. रंगराजन
- भारतीय संविधान में अनुच्छेद 280 के तहत प्रत्येक 5 वर्ष के बाद वित्त आयोग के गठन का प्रावधान है।
- वित्त आयोग में एक अध्यक्ष के अतिरिक्त चार अन्य सदस्य होते हैं, जिनकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति के द्वारा की जाती है।
- वित्त आयोग का मुख्य कार्य, केंद्र एवं राज्यों के बीच करों के बंटवारे के अतिरिक्त, केंद्र द्वारा राज्यों को दी जाने वाली सहायता अनुदान राशि के संबंध में राष्ट्रपति को सिफारिशें प्रस्तुत करना आदि है।
- अनुच्छेद 281 के तहत राष्ट्रपति इन सिफारिशों को, उन पर की गई कार्यवाहियों के स्पष्टीकारक ज्ञापन सहित, संसद के प्रत्येक सदन के पटल पर रखवाता है।
- 12वें वित्त आयोग की अनुशंसाओं की संदर्भ अवधि वर्ष 2005 से वर्ष 2010 तक की थी।
- इसका अध्यक्ष रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डॉ. सी. रंगराजन को बनाया गया था।
- 13वें वित्त आयोग के अध्यक्ष विजय केलकर थे। 14वें वित्त आयोग का गठन डॉ. वाई.वी. रेड्डी की अध्यक्षता में किया गया था।
- 15वें वित्त आयोग का गठन नवंबर, 2017 में डॉ. एन. के. सिंह की अध्यक्षता में किया गया था, जिसने वर्ष 2020-21 की संदर्भ अवधि हेतु अपनी पहली रिपोर्ट 5 दिसंबर, 2019 को तथा वर्ष 2021-26 की संदर्भ अवधि हेतु अपनी दूसरी रिपोर्ट 9 नवंबर, 2020 को राष्ट्रपति को सौंपी।
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7. 13वें वित्त आयोग के अध्यक्ष कौन थे?
(a) इंदिरा राजारामन
(b) सी. रंगराजन
(c) विजय केलकर
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (c) विजय केलकर
- 13वें वित्त आयोग के अध्यक्ष विजय केलकर थे।
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8. 14वें वित्त आयोग का अध्यक्ष निम्नलिखित में से कौन था?
(a) शांता कुमार
(b) सी. रंगराजन
(c) वाई.वी. रेड्डी
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) वाई.वी. रेड्डी
- 14वें वित्त आयोग का गठन डॉ. वाई.वी. रेड्डी की अध्यक्षता में किया गया था।
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9. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए और नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कथन (A): राज्य वित्त आयोग एक संवैधानिक निकाय है।
कारण (R): संघीय वित्त आयोग पंचायतों को वित्तीय सहायता देने के लिए संस्तुति नहीं कर सकता।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं किंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015]
उत्तर- (c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243-1(243-झ) के तहत यह प्रावधान है कि राज्यपाल, 73वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 के लागू होने के एक वर्ष के अंदर तथा उसके बाद प्रत्येक पांच वर्ष बाद एक वित्त आयोग की स्थापना करेगा जो कि पंचायतों की वित्तीय स्थिति का पुनर्विलोकन करेगा।
- साथ ही अनुच्छेद 243-Y (243-म) के तहत यह वित्त आयोग नगरपालिकाओं की वित्तीय स्थिति का भी पुनर्विलोकन करता है।
- इस प्रकार राज्य वित्त आयोग एक संवैधानिक संस्था है। वहीं अनुच्छेद 280(3) (bb) के अनुसार संघीय वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर राज्यों की पंचायतों को संसाधन की उपलब्धता के लिए राज्य की संचित निधि में वृद्धि के लिए आवश्यक उपाय सुझाएगा।
- इस प्रकार कथन (A) सही है, परंतु कारण (R) गलत है।
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