1. वह तत्व, जो मानव पसीने के माध्यम से उत्सर्जित होता है, हैं-
(a) गंधक
(b) लोहा
(c) मैग्नीशियम
(d) जस्ता
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर – (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
- शरीर के तापमान को विनियमित करने के लिए तरल के रूप में त्वचा द्वारा पसीने को उत्पन्न किया जाता है।
- इसमें खनिज, अम्ल और यूरिया भी मौजूद रहते हैं।
- पसीने में मुख्य रूप से सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, आयरन आदि तत्व पाए जाते हैं।
- अतः अभीष्ट उत्तर (e) उपर्युक्त में से एक से अधिक है।
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2. निम्न में से कौन-सा पदार्थ साबुन बनाने में प्रयोग होता है?
(a) वनस्पति तेल
(b) मोबिल तेल
(c) किरासन तेल
(d) कटिंग तेल
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर – (a) वनस्पति तेल
- साबुनीकरण की क्रिया में वनस्पति तेल या वसा एवं कास्टिक सोडा या कास्टिक पोटाश के जलीय विलयन को गर्म करके रासायनिक प्रतिक्रिया के द्वारा साबुन का निर्माण होता है तथा ग्लिसरॉल मुक्त होता है।
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3. साबुन, ग्रीज को हटाता है-
(a) स्कंदन द्वारा
(b) अधिशोषण द्वारा
(c) पायसीकरण द्वारा
(d) परासरण द्वारा
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) Exam, 2016]
उत्तर – (c) पायसीकरण द्वारा
- पायसीकारक सामान्यतः ध्रुवीय समूहों युक्त लंबी श्रृंखला वाले यौगिक होते हैं, उदाहरणार्थ साबुन (सोडियम तथा पोटैशियम के वसीय लवण)।
- साबुन के अणु में दो भाग होते हैं-
- (i) लंबी हाइड्रोकार्बन शाखा (C,, 17 H₁) जो कि वसा में घुलनशील है तथा (ii) जल में विलेय ध्रुवीय भाग (-COO Na समूह)।
- पायसीकरण (Emulsification) के दौरान साबुन का अध्रुवीय ऐल्किल समूह (C, H,,) तेल या ग्रीज (Grease) को घोल लेता है तथा ध्रुवीय समूह (COO Na”) जल में घुल जाता है और जब इसे ठीक प्रकार रगड़ा जाता है, तो ग्रीज छोटी-छोटी बूंदों के रूप में जल में निलंबित हो जाते हैं और जल के बहाव में सरलता से बह जाते हैं।
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4. कपड़े साफ करने में प्रयोग होने वाले डिटर्जेंट हैं –
(a) कार्बोनेट
(b) बाइकार्बोनेट
(c) बिस्मथेट
(d) सल्फोनेट
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर – (d) सल्फोनेट
- डिटर्जेंट आर्द्रक अथवा आर्द्रकों के यौगिक होते हैं, जो तनुकृत अवस्था में सफाई के गुण को प्रदर्शित करते हैं।
- वस्तुतः ऐसे पदार्थ एलकिलवेंजीनसल्फोनेट्स होते हैं।
- डिटर्जेंट कठोर जल में भी घुलनशील होते हैं।
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5. अपमार्जक (Detergent) क्या है?
(a) साबुन
(c) उत्प्रेरक
(b) औषधि
(d) शोधन अभिकर्ता
[40th B.P.S.C. (Pre) 1995]
उत्तर – (d) शोधन अभिकर्ता
- अपमार्जक साबुन से थोड़ा भिन्न सफाई करने वाले पदार्थ हैं।
- ये कठोर जल से कपड़ा धोने के काम आते हैं, क्योंकि अपमार्जक कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम तथा मैग्नीशियम के आयनों के साथ कोई अविलेय अवक्षेप नहीं बनाते हैं।
- यही कारण है कि ये कठोर जल के साथ अधिक झाग देते हैं तथा मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं।
- अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव घटा देते हैं।
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6.कथन (A): अपमार्जक मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं।
कारण (R): अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव बढ़ा देते हैं।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किन्तु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परन्तु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर – (c) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
- अपमार्जक साबुन से थोड़ा भिन्न सफाई करने वाले पदार्थ हैं।
- ये कठोर जल से कपड़ा धोने के काम आते हैं, क्योंकि अपमार्जक कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम तथा मैग्नीशियम के आयनों के साथ कोई अविलेय अवक्षेप नहीं बनाते हैं।
- यही कारण है कि ये कठोर जल के साथ अधिक झाग देते हैं तथा मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं।
- अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव घटा देते हैं।
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7. निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (A): कृत्रिम प्रक्षालक कठोर जल में अधिक झाग बना सकते हैं।
कारण (R) कृत्रिम प्रक्षालक कठोर जल के साथ कैल्शियम और मैग्नीशियम के घुलनशील लवण बनाते हैं।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किन्तु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परन्तु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर – (a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
- अपमार्जक साबुन से थोड़ा भिन्न सफाई करने वाले पदार्थ हैं।
- ये कठोर जल से कपड़ा धोने के काम आते हैं, क्योंकि अपमार्जक कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम तथा मैग्नीशियम के आयनों के साथ कोई अविलेय अवक्षेप नहीं बनाते हैं।
- यही कारण है कि ये कठोर जल के साथ अधिक झाग देते हैं तथा मैले कपड़ों से सरलतापूर्वक तेल एवं गर्द निकाल देते हैं।
- अपमार्जक जल का पृष्ठ तनाव घटा देते हैं।
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8. निम्न कथनों पर विचार कीजिए –
कपड़े धोने के चूर्ण में अपमार्जक में सोडियम सल्फेट तथा सोडियम सिलिकेट इसलिए मिश्रित किए जाते हैं कि-
1. चूर्ण शुष्क रहे
2. चूर्ण की क्षारीयता बनी रहे
इन कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 तथा 2
(d) दोनों में से कोई भी नहीं
[I.A.S. (Pre) 2003]
उत्तर – (c) दोनों 1 तथा 2
- कपड़े धोने के चूर्ण में अपमार्जक में सोडियम सल्फेट मिलाने से क्षारकता बढ़ जाती है तथा सोडियम सिलिकेट मिलाने से चूर्ण क्रिस्टलीय हो जाता है, जिससे वह शुष्क रहता है।
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