1. वर्ष 2019 में रसायन क्षेत्र में किसको विकसित करने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था?
(a) LED
(b) LCD
(c) लीथियम आयन बैटरी
(d) MRI
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam) 2020]
उत्तर – (c) लीथियम आयन बैटरी
- वर्ष 2019 में रसायन विज्ञान के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार लीथियम आयन बैटरी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए तीन वैज्ञानिकों को दिया गया था।
- यह सम्मान अमेरिका के जॉन. बी. गुडइनफ, ब्रिटिश- अमेरिकी के एम. स्टैनली विटिंघम तथा जापान के अकीरा योशिनो को संयुक्त रूप से दिया गया था।
- वर्ष 2020 में रसायन विज्ञान के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार जीनोम एडिटिंग हेतु विधि (CRISPR/Cas9) के विकास के लिए इमैनुएल चारपेंटियर (जर्मनी) एवं जेनिफर ए. डूडना (अमेरिका) को प्रदान किया गया।
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2. निम्नलिखित कथन तथा कारण पर विचार कीजिए और नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर चुनिए –
कथन (A): ओजोन जल के सूक्ष्म जीवों को मार देती है।
कारण (R): ओजोन रेडियोऐक्टिव नहीं है।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर – (b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
- कथन (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
- ओजोन अस्थायी होती है, अतः जल में मिलाते ही एक ऑक्सीजन परमाणु विलग कर देती है, जो ऑक्सीकरण द्वारा जीवाणुओं का हनन करती है।
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3. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सुमेलित नहीं है?
(a) मेसान की खोज हिडेकी युकावा
(b) पॉजिट्रॉन की खोज सी.डी. एण्डरसन एवं यू.एफ. हेस
(c) सूर्य एवं तारों में ऊर्जा एच.ए. बेथे
(d) परायूरेनियम तत्वों का संश्लेषण एनरिको फर्मी
[U.P.P.C.S. (Pre) 2001]
उत्तर – (d) परायूरेनियम तत्वों का संश्लेषण एनरिको फर्मी
- परायूरेनियम तत्वों का परमाणु क्रमांक यूरेनियम से अधिक होता है।
- नेप्च्यूनियम (Np) से unubium तक सभी तत्व ‘परायूरेनियम तत्व’ (Transuranium Element) कहलाते हैं।
- इन तत्वों की खोज में एनरिको फर्मी का नहीं बल्कि जी.टी. सीबोर्ग का महत्वपूर्ण योगदान है।
- अन्य प्रश्नगत युग्म सुमेलित हैं।
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4. मच्छर भगाने वाली दवाओं में सक्रिय रसायन है-
(a) एलिथिन
(b) एट्रोपिन
(c) 2-आइसोप्रोपॉक्सीफिनाइल
(d) बेन्जीन हेक्साक्लोरोफीन
[41 B.P.S.C. (Pre) 1996]
उत्तर – (a) एलिथिन
- एलिथिन (Allethrin) संश्लेषित पाइरेथ्रोयड (Pyrethroid) कीटनाशक है, जो मच्छर भगाने वाली दवाओं में प्रयुक्त किया जाता है।
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5. फायर अलार्म में निम्नलिखित में से किसका उपयोग किया जाता है?
(a) फोटो सेल
(b) पानी
(c) सौर सेल
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर – (a) फोटो सेल
- फायर अलार्म (Fire alarm) में फोटो सेल (Photocell) का उपयोग किया जाता है।
- इसे फोटोइलेक्ट्रिक सेल या फोटोवोल्टेइक सेल भी कहते हैं।
- फोटो सेल प्रकाश विद्युत प्रभाव का एक तकनीकी अनुप्रयोग है।
- यह प्रकाश ऊर्जा (Light energy) को विद्युत ऊर्जा (Electric energy) में परिवर्तित कर देता है।
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6. अग्निशमक में कौन-सी गैस काम आती है?
(a) कार्बन डाइऑक्साइड
(b) हाइड्रोजन
(c) ऑक्सीजन
(d) सल्फर डाइऑक्साइड
[M.P.P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर – (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- अग्निशमक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्रयोग में लाई जाती है।
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7. आग बुझाने वाले संयंत्र में कार्बन डाइऑक्साइड किस अभिक्रिया से पैदा होती है?
(a) चूने का पत्थर तथा तनु सल्फ्यूरिक अम्ल
(b) मार्बल चूर्ण तथा तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
(c) सोडियम बाइकार्बोनेट तथा तनु सल्फ्यूरिक अम्ल
(d) मैग्नेसाइट तथा तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
[Uttarakhand Lower Sub. (Pre) 2010]
उत्तर – (c) सोडियम बाइकार्बोनेट तथा तनु सल्फ्यूरिक अम्ल
- आग बुझाने वाले संयंत्र में कार्बन डाइऑक्साइड सोडियम बाइकार्बोनेट तथा तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया से उत्पन्न होती है।
2NaHCO3+H₂SO₄ →Na2SO4 + 2H₂O +2 CO2 (तनु)
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8. सोडा वाटर की बोतल खोलने पर निकलने वाली गैस है-
(a) कार्बन डाइऑक्साइड
(b) हाइड्रोजन
(c) नाइट्रोजन
(d) सल्फर डाइऑक्साइड
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[63 B.P.S.C. (Pre) 2017]
उत्तर – (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- सोडा वाटर की बोतल खोलने पर निकलने वाली गैस कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) है, जो उच्चदाब पर सोडा बोतल में अंतःक्षेपित (Infused) की जाती है।
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9. निम्नलिखित में से किस यौगिक का उपयोग अग्नि-रोधक कपड़ा बनाने में किया जाता है?
(a) सोडियम सल्फेट
(b) मैग्नीशियम सल्फेट
(c) फेरस सल्फेट
(d) एल्युमीनियम सल्फेट
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर – (d) एल्युमीनियम सल्फेट
- अग्नि-रोधक कपड़ा बनाने में एल्युमीनियम सल्फेट का प्रयोग किया जाता है।
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10. निम्नलिखित में से कौन-सा मच्छर प्रतिकर्षी के रूप में प्रयोग किया जाता है?
(a) पाइरेथ्रम
(b) रोटिनोन
(c) इफेड्रीन
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर – (a) पाइरेथ्रम
- पाइरेथ्रम (Pyrethrum) एक प्राकृतिक कीटनाशक है, जो मच्छरों के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर उन्हें प्रतिकर्षित करता है।
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11. मच्छर-क्वाइल में प्रयोग होने वाला पाइरेथ्रिन प्राप्त होता है-
(a) एक बीजीय पौधे से
(b) एक कीट से
(c) एक जीवाणु से
(d) एक कवक से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर – (a) एक बीजीय पौधे से
- पाइरेथ्रिन प्राकृतिक कार्बनिक पदार्थ हैं जिनमें कीटाणुनाशक क्षमता होती है।
- ये एक बीजीय पौधे से प्राप्त होते हैं।
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12. चूहे मारने का जहर किस रासायनिक पदार्थ से बनता है?
(a) इथाइल एल्कोहल
(b) मिथाइल आइसोसायनेट
(c) पोटैशियम सायनाइड
(d) इथाइल आइसोसायनाइड
[47th B.P.S.C. (Pre) 2005]
उत्तर – (c) पोटैशियम सायनाइड
- चूहे को मारने के विष का निर्माण पोटैशियम सायनाइड या जिंक फॉस्फाइड नामक रसायन से किया जाता है।
- यह अत्यंत ही जहरीला रसायन है।
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13. निम्नलिखित में से किसे चूहा विष के रूप में प्रयोग किया जाता है?
(a) जिंक सल्फाइड
(b) लेड सल्फाइड
(c) कैल्शियम फॉस्फेट
(d) जिंक फॉस्फाइड
[U.P.P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर – (d) जिंक फॉस्फाइड
- चूहे को मारने के विष का निर्माण पोटैशियम सायनाइड या जिंक फॉस्फाइड नामक रसायन से किया जाता है।
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14. रोडेन्टीसाइड वह रसायन है जिनका प्रयोग किया जाता है, नियंत्रण करने के लिए-
(a) चमगादड़ों का
(b) बंदरों का
(c) चूहों का
(d) खरगोशों का
[Uttarakhand P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर – (c) चूहों का
- रोडेन्टीसाइड (Rodenticide) एक प्रकार का कीट नियंत्रक रसायन है, जिसका प्रयोग चूहा, गिलहरी आदि कुतरने वाले जानवरों के नियंत्रण हेतु किया जाता है।
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15. एल्युमीनियम फॉरफाइड का प्रयोग किया जाता है… के रूप में।
(a) कीटनाशक
(b) फफूंदीनाशक
(c) चूहानाशक
(d) धूमक
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर – (*)
- एल्युमीनियम फॉस्फाइड एक अकार्बनिक यौगिक है।
- इसका प्रयोग कीटनाशक एवं धूमक के रूप में खाद्यान्नों के संग्रहण में किया जाता है।
- इसे चूहानाशक के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
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16. निम्नलिखित में से कौन-सा एक शाकनाशक का उदाहरण है?
(a) सोडियम क्लोरेट
(b) पोटैशियम परमैगनेट
(c) ब्लीचिंग पाउडर
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर – (a) सोडियम क्लोरेट
- शाकनाशी (Herbicides) ऐसे रसायन होते हैं, जिनका प्रयोग कृषि क्षेत्र में अवांछित खर-पतवारों को नष्ट करने के लिए किया जाता है।
- इनका प्रमुख उदाहरण है: सोडियम क्लोरेट (NaCIO)|
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17. समस्थानिक °C, सम्बद्ध है- 14
(a) कैंसर के निदान से
(b) पृथ्वी के आयु निर्धारण से
(c) फॉसिल (जीवाश्म) के आयु निर्धारण से
(d) अनुरेखक तकनीक से
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993]
उत्तर – (c) फॉसिल (जीवाश्म) के आयु निर्धारण से
- वर्ष 1942 में डब्ल्यू एफ. लिब्बी ने सुझाव रखा था कि कार्बनयुक्त सजीव पदार्थों में कार्बन-14 (C₁) रेडियो आइसोटोप की एक निश्चित किंतु अल्प मात्रा रहती है, जो कॉस्मिक किरणों से प्राप्त न्यूट्रॉनों और वायुमंडलीय नाइट्रोजन के बीच अभिक्रिया से निर्मित होते हैं।
- अतः ऐसे पदार्थों में C-14 का अनुपात ज्ञात करके (उनकी अर्द्धआयु के आधार पर) उसकी आयु निर्धारित की जा सकती है।
- इसे कार्बन डेटिंग या रेडियोकार्बन तिथि निर्धारण कहा जाता है।
- इस विधि से जीवाश्मों (Fossils) का काल निर्धारण किया जाता है।
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18. काष्ठ, अस्थि और शंख के पुरातत्वीय नमूनों का काल निर्धारण करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा अपनाया जाता है?
(a) यूरेनियम-238
(b) ऑर्गन-आइसोटोप
(c) कार्बन-14
(d) स्ट्रॉन्शियम-90
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर – (c) कार्बन-14
- वर्ष 1942 में डब्ल्यू एफ. लिब्बी ने सुझाव रखा था कि कार्बनयुक्त सजीव पदार्थों में कार्बन-14 (C₁) रेडियो आइसोटोप की एक निश्चित किंतु अल्प मात्रा रहती है, जो कॉस्मिक किरणों से प्राप्त न्यूट्रॉनों और वायुमंडलीय नाइट्रोजन के बीच अभिक्रिया से निर्मित होते हैं।
- अतः ऐसे पदार्थों में C-14 का अनुपात ज्ञात करके (उनकी अर्द्धआयु के आधार पर) उसकी आयु निर्धारित की जा सकती है।
- इसे कार्बन डेटिंग या रेडियोकार्बन तिथि निर्धारण कहा जाता है।
- इस विधि से जीवाश्मों (Fossils) का काल निर्धारण किया जाता है।
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19. कार्बन डेटिंग का प्रयोग किसकी उम्र निर्धारित करने के लिए किया जाता है?
(a) वृक्षों की
(b) पृथ्वी की
(c) फॉसिल्स की
(d) चट्टानों की
[M.P.P.C.S. (Pre) 1993]
उत्तर – (c) फॉसिल्स की
- कार्बन डेटिंग विधि से जीवाश्मों (Fossils) का काल निर्धारण किया जाता है।
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20. रेडियोधर्मी डेटिंग एक प्रक्रिया है, जिससे मापा जा सकता है-
(a) चट्टानों की उम्र
(b) चट्टानों का संगठन
(c) चट्टानों का रंग
(d) चट्टानों का भार
[U.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर – (a) चट्टानों की उम्र
- रेडियोधर्मी डेटिंग प्रक्रिया की सहायता से चट्टानों की आयु का पता लगाया जाता है।
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21. पृथ्वी की आयु का मापन निम्न में से किस विधि द्वारा किया जाता है?
(a) कार्बन डेटिंग विधि
(b) जैव-तकनीक विधि
(c) जैव घड़ी विधि
(d) यूरेनियम विधि
[U.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर – (d) यूरेनियम विधि
- पृथ्वी, पुरानी चट्टानों आदि की आयु ज्ञात करने के लिए यूरेनियम का प्रयोग किया जाता है।
- इसे ‘यूरेनियम द्वारा आयु अंकन’ (Dating by Uranium) कहते हैं।
- कार्बन डेटिंग विधि द्वारा कार्बनिक पदार्थों की आयु ज्ञात की जाती है।
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22. एक कार्बन क्रेडिट समतुल्य है –
(a) 10 किग्रा. CO,
(b) 100 किग्रा. CO,
(c) 1000 किग्रा. CO,
(d) 10,000 किग्रा. CO, 2
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर – (c) 1000 किग्रा. CO,
- अंतरराष्ट्रीय उत्सर्जन व्यापार के तहत देशों को यह अनुमति दी गई कि अगर वे अपने लिए तय उत्सर्जन कटौती का पालन नहीं कर पाते तो इसे पूरा करने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय कार्बन क्रेडिट’ बाजार से इसे खरीद सकते हैं।
- अतिरिक्त यूनिट की कटौती करने वाले देश इसे उन देशों को बेच सकते हैं, जो कम कटौती कर रहे हैं।
- इससे कार्बन क्रेडिट कहलाने वाली नई कार्बन मुद्रा अस्तित्व में आई।
- एक कार्बन क्रेडिट, एक टन (1000 किग्रा.) कार्बन डाइऑक्साइड या उसके समतुल्य गैसों के बराबर होता है।
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23. निम्नलिखित प्रकार के कांचों में से कौन-सा एक पराबैंगनी किरणों को विच्छेदन कर सकता है?
(a) सोडा कांच
(b) पाइरेक्स कांच
(c) जेना कांच
(d) ब्रुक्स कांच
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर – (d) ब्रुक्स कांच
- सेरियम तथा दूसरी दुर्लभ मृदा धातुओं को मिलाकर क्रुक्स कांच का निर्माण किया जाता है।
- कुक्स कांच में पराबैंगनी (Ultraviolet) किरणों के अवशोषण की क्षमता होती है।
- चूंकि पराबैंगनी किरणें हमारी आंखों को नुकसान पहुंचाती हैं, इसलिए धूप के चश्मों में क्रुक्स कांच का उपयोग किया जाता है।
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24. निम्नलिखित में से कांच का कौन-सा प्रकार पराबैंगनी किरणों को काटता है?
(a) सोडा कांच
(b) पायरेक्स कांच
(c) जेना कांच
(d) क्रुक्स कांच
[U.P.P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (d) क्रुक्स कांच
- कुक्स कांच में पराबैंगनी (Ultraviolet) किरणों के अवशोषण की क्षमता होती है।
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25. BRIT (भारत सरकार) निम्नलिखित में से किस एक के साथ कार्यरत है?
(a) रेल वैगन
(b) सूचना प्रौद्योगिकी
(c) समस्थानिक प्रौद्योगिकी
(d) सड़क परिवहन
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर – (c) समस्थानिक प्रौद्योगिकी
- 10 मार्च, 1989 को परमाणु ऊर्जा विभाग की व्यावसायिक इकाई के रूप में ‘विकिरण एवं आइसोटोप प्रौद्योगिकी बोर्ड’ (BRIT: Board of Radiation & Isotope Technology) की स्थापना हुई।
- इसका मुख्यालय वाशी (नवी मुंबई) में है।
- स्वास्थ्य, रक्षा उद्योग, कृषि एवं अनुसंधान क्षेत्रों में समस्थानिक प्रौद्योगिकी अनुसंधान में ब्रिट का सराहनीय योगदान रहा है।
- ब्रिट अनेकानेक उत्पादों, सेवाओं एवं विकिरण उपकरणों द्वारा राष्ट्र को प्रगति एवं विकास के नए मार्ग प्रदीप्त कर रहा है।
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26. निम्नलिखित में से कौन-सा एक यशद पुष्प (philosopher’s wool) कहलाता है?
(a) जिंक ब्रोमाइड
(b) जिंक नाइट्रेड
(c) जिंक ऑक्साइड
(d) जिंक क्लोराइड
[U.P.P.C.S. (Pre) 2007]
उत्तर – (c) जिंक ऑक्साइड
- जिंक ऑक्साइड (ZnO) यशद पुष्प के नाम से भी जाना जाता है।
- यह एक सफेद पाउडर है, जिसका उपयोग सौन्दर्य प्रसाधन, स्याही तथा मलहम आदि के निर्माण में किया जाता है।
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27. मूत्रालयों के पास प्रायः नाक में चुभने वाली गंध का कारण है-
(a) सल्फर डाइऑक्साइड
(b) क्लोरीन
(c) अमोनिया
(d) यूरिया
[I.A.S. (Pre) 2007]
उत्तर – (c) अमोनिया
- इस प्रकार की गंध का मुख्य कारण अमोनिया है।
- मूत्र के मुख्य संघटक हैं-पानी 95 प्रतिशत, सोडियम -0.4 प्रतिशत, अमोनिया-0.05 प्रतिशत, फॉस्फेट-0.6 प्रतिशत, यूरिया 2 प्रतिशत, शेष क्रिएटिन, सल्फेट, यूरोब्लिनोजेन, कास्ट्स आदि।
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28. मृत मछली से निकलने वाली दुर्गंध किन यौगिकों के कारण होती है?
(a) अमीनो यौगिक
(b) एल्डिहाइडिक यौगिक
(c) सल्फर यौगिक
(d) नाइट्रो यौगिक
[Jharkhand P.C.S. (Pre) Exam. 2016]
उत्तर – (a) अमीनो यौगिक
- ट्राइमेथिलएमीन एक तृतीयक एमीन है जो संरचनात्मक रूप से अमीनो यौगिक है, जिसमें अमोनिया का प्रत्येक हाइड्रोजन परमाणु एक मेथिल समूह से प्रतिस्थापित होता है।
- मृत मछलियों से निकलने वाली दुर्गंध इन्हीं यौगिकों की उपस्थिति के कारण होती है।
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29. ब्रुकहेवन नेशनल लेबोरेटरी के वैज्ञानिक दल, जिसमें भारतीय वैज्ञानिक भी सम्मिलित थे, ने एंटि-हीलियम केंद्रक के रूप में सबसे भारी एंटि-द्रव्य उत्पन्न किया। एंटि-द्रव्य उत्पन्न करने की क्या/क्या-क्या विवक्षा/विवक्षाएं है/हैं?
1. यह खनिज पूर्वेक्षण और तेल की खोज को अधिक आसान और कम महंगा बना देगा।
2. यह एंटि-द्रव्य से निर्मित तारों और आकाशगंगाओं के होने की संभावना की जांच करने में सहायक होगा।
3. यह ब्रह्माण्ड के विकास की समझ विकसित करने में सहायक होगा।
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए – –
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर – (b) केवल 2 और 3
- अप्रैल, 2011 में अमेरिका की ब्रुकहेवन नेशनल लेबोरेटरी में भारत सहित विश्व के 12 देशों के वैज्ञानिकों ने विश्व के सबसे भारी प्रतिद्रव्य ‘एंटि-हीलियम-4’ की खोज करने में सफलता प्राप्त की थी।
- उल्लेखनीय है कि जब साधारण पदार्थ का कण प्रतिपदार्थ के कण से टकराता है, तो दोनों कण नष्ट होकर ऊर्जा में परिवर्तित हो जाते हैं।
- यह प्रतिपदार्थ ब्रह्माण्ड के विकास की समझ विकसित करने में तो सहायक होगा ही साथ ही प्रतिपदार्थ से निर्मित तारों और आकाशगंगाओं के अस्तित्व की संभावना की जांच में भी सहायक होगा।
- इस प्रकार कथन 2 एवं 3 सही हैं, जबकि कथन 1 सही नहीं है।
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30. अब तक निम्नलिखित रसायनों में से कौन-सा कृत्रिम बादल बनाने के लिए प्रयुक्त किया जाता रहा?
(a) पोटैशियम नाइट्रेट
(b) भारी जल
(c) सल्फर आयोडाइड
(d) सिल्वर आयोडाइड
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर – (d) सिल्वर आयोडाइड
- ‘क्लाउड सीडिंग’ मौसम में बदलाव लाने की एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें बादलों से इच्छानुसार वर्षा कराई जा सकती है।
- आमतौर पर क्लाउड सीडिंग प्रक्रिया में सिल्वर आयोडाइड और शुष्क बर्फ जैसे यौगिक प्रयोग किए जाते हैं।
- इन रसायनों का हवाई जहाज के जरिए बादलों पर छिड़काव किया जाता है।
- इसके अतिरिक्त पृथ्वी से जेनरेटरों या एंटीएयरक्राफ्ट बंदूकों से भी इन्हें बादलों पर छोड़ा जाता है।
- सिल्वर आयोडाइड क्रिस्टल की संरचना प्राकृतिक बर्फ जैसी ही होती है।
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31. कृत्रिम वर्षा हेतु प्रयुक्त पदार्थ है-
(a) सिल्वर ब्रोमाइड
(b) अमोनियम नाइट्रेट
(c) सिल्वर आयोडाइड
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर – (c) सिल्वर आयोडाइड
- आमतौर पर क्लाउड सीडिंग प्रक्रिया में सिल्वर आयोडाइड और शुष्क बर्फ जैसे यौगिक प्रयोग किए जाते हैं।
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32. निम्नलिखित में से कौन-सा रसायन कृत्रिम वर्षा में प्रयोग होता है?
(a) सिल्वर आयोडाइड
(b) पोटैशियम क्लोरेट
(c) कैल्शियम कार्बोनेट
(d) जिंक आयोडाइड
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर – (a) सिल्वर आयोडाइड
- आमतौर पर क्लाउड सीडिंग प्रक्रिया में सिल्वर आयोडाइड और शुष्क बर्फ जैसे यौगिक प्रयोग किए जाते हैं।
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33. सूची 1 को सूची II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए –
सूची – 1 (पदार्थ) |
सूची – II (अनुप्रयोग) |
A. नीला थोथा |
1. कृत्रिम वर्षा |
B. इओसिन |
2. कवकनाशी |
C. सिल्वर आयोडाइड |
3. लाल स्याही |
D. जिंक फॉस्फाइड |
4. कृन्तकनाशी (रोडेन्टनाशी) |
कूट :
A B C D
(a)2,3,4,1
(b)2,1,3,4
(c)2,3,1,4
(d)2,4,1,3
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर – (c) 2,3,1,4
- कॉपर सल्फेट को नीला थोथा (Blue Vitriol) कहते हैं, जिसका उपयोग कवकनाशी, शैवालनाशी आदि के रूप में होता है।
- इओसिन (Eosin) का उपयोग लाल स्याही के रूप में होता है।
- सिल्वर आयोडाइड, पोटैशियम आयोडाइड तथा शुष्क बर्फ या ठोस कार्बन डाइऑक्साइड का प्रयोग कृत्रिम वर्षा (Artificial rain) या मेघ बीजन (Cloud Seeding) में किया जाता है।
- जिंक फॉस्फाइड का प्रयोग मुख्यतः कृतकनाशी (Rodenticide) के रूप में होता है।
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34. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सुमेलित है?
(a) सिल्वर आयोडाइड – हार्न सिल्वर
(b) सिल्वर क्लोराइड – कृत्रिम वर्षा
(c) जिंक फॉस्फाइड – चूहे का विष
(d) जिंक सल्फाइड – फिलास्फर-ऊन
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर – (c) जिंक फॉस्फाइड – चूहे का विष
हार्न सिल्वर – सिल्वर क्लोराइड
कृत्रिम वर्षा – सिल्वर आयोडाइड
चूहे का विष – जिंक फॉस्फाइड
फिलास्फर-ऊन – जिंक ऑक्साइड
- इस प्रकार प्रश्नगत विकल्पों में केवल विकल्प (c) का युग्म सुमेलित है।
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35. मीथेन जिसके वायुमण्डल में उपस्थित है, वह है-
(a) चन्द्रमा
(b) सूर्य
(c) बृहस्पति
(d) मंगल
[U.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर – (c & d) बृहस्पति और मंगल
- बृहस्पति के वायुमंडल में 90 प्रतिशत हाइड्रोजन, 10 प्रतिशत हीलियम और 0.7% मीथेन और अत्यल्प मात्रा में अमोनिया, सल्फर और जलवाष्प मौजूद है।
- सर्वप्रथम नासा के ‘गोडार्ड अंतरिक्ष उड़ान केंद्र’ (Goddard Space Flight Center) के एक दल ने वर्ष 2003 में मंगल के वायुमण्डल में मीथेन की उपस्थिति की पुष्टि की थी।
- पुनः मार्च, 2004 में ‘मार्स एक्सप्रेस ऑर्बिटर तथा हवाई द्वीप स्थित कनाडा-फ्रांस-हवाई दूरबीन ने भी मंगल के वायुमण्डल में मीथेन की उपस्थिति की पुष्टि की थी।
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36. सूची 1 को सूची II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर का चयन कीजिए –
सूची-1 |
सूची-II |
A. लोहा |
1. फोटोग्राफी |
B. सीसा |
2. तड़ित चालक |
C. चांदी |
3. हीमोग्लोबिन |
D. तांबा |
4. संचायक बैटरी |
कूट :
A B C D
(a)1,2,3,4
(b)4,3,2,1
(c)2,1,4,3
(d)3,4,1,2
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर – (d) 3,4,1,2
- तड़ित चालक (Lightning Conductor) एक धातु की चालक छड़ होती है, जिसे ऊंचे भवनों की आकाशीय विद्युत से रक्षा के लिए लगाया जाता है।
- यह छड़ मुख्यतः कॉपर या एल्युमीनियम की होती है।
- हीमोग्लोबिन पृष्ठवंशियों की लाल रक्त कोशिकाओं और कुछ अपृष्ठवंशियों के ऊतकों में पाया जाने वाला लौह युक्त ऑक्सीजन का परिवहन करने वाला धातु प्रोटीन है।
- संचायक बैटरी गीले सेलों से तैयार होती है।
- इसमें हर एक सेल में सीसे की प्लेटें एवं लेड पर ऑक्साइड की प्लेटें लगी होती हैं और पानी तथा अम्ल का मिश्रण भरा रहता है।
- सिल्वर ब्रोमाइड फोटोग्राफी में प्रयुक्त होता है।
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37. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए
सूची-1 |
सूची-II |
A. मॉरफीन |
1. एंटिसेप्टिक |
B. सोडियम |
2. मिश्रधातु |
C. बोरिक अम्ल |
3. ऐनालजेसिक |
4. किरोसिन तेल |
D. जर्मन सिल्वर |
कूट :
A B C D
(a)4,3,1,2
(b)2,4,3,1
(c)3,1,4,2
(d)3,4,1,2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर – (d) 3,4,1,2
- मार्फीन का प्रयोग दर्दनिवारक (Analgesic) के रूप में किया जाता है।
- सोडियम धातु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 1 है। इसकी सबसे बाहरी कक्षा में केवल ।
- इलेक्ट्रॉन की उपस्थिति के कारण यह बहुत ही अभिक्रियाशील धातु है तथा वायु में उपस्थित ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके सोडियम ऑक्साइड या सोडियम सुपर ऑक्साइड बनाती है।
- सोडियम को इसके मूल रूप में बनाए रखने के लिए किरोसिन तेल में रखा जाता है।
- बोरिक एसिड बोरॉन का दुर्बल अम्ल है तथा इसका प्रयोग एंटिसेप्टिक, कीटनाशी आदि के रूप में किया जाता है।
- जर्मन सिल्वर मिश्रधातु है, जिसमें 60 प्रतिशत कॉपर, 20 प्रतिशत निकेल तथा 20 प्रतिशत जिंक होता है।
|
38. निम्नलिखित में से किसे ‘भविष्य की धातु’ कहा जाता है?
(a) तांबा
(b) लोहा
(c) टाइटेनियम
(d) एल्युमीनियम
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर – (c) टाइटेनियम
- अंतरिक्ष युग की धातु के तौर पर ज्ञात टाइटेनियम स्टील से कई गुना हल्की और कई गुना मजबूत मिश्रित धातु है।
- यह काफी गर्मी सहन कर सकती है और इसमें कभी जंग नहीं लगता।
|
39. निम्नलिखित में से कौन सुमेलित नहीं है?
(a) मैग्नीशियम |
आतिशबाजी |
(b) यूरेनियम |
परमाणु बम |
(c) सिल्वर |
इलेक्ट्रिक बल्ब |
(d) जिंक |
गैल्वनीकरण |
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर – (c) सिल्वर – इलेक्ट्रिक बल्ब
- सही सुमेलन इस प्रकार है-
मैग्नीशियम |
आतिशबाजी |
यूरेनियम |
परमाणु बम |
टंगस्टन |
इलेक्ट्रिक बल्ब |
जिंक |
गैल्वनीकरण |
- चांदी विद्युत का सबसे अच्छा चालक है।
- इस प्रकार विकल्प (c) का युग्म सुमेलित नहीं है।
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40. रासायनिक दृष्टि से ‘सिंदूर’ है-
(a) कैल्शियम कार्बोनेट
(b) पोटैशियम नाइट्रेट
(c) मरक्यूरिक सल्फाइड
(d) सोडियम क्लोराइड
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर – (c) मरक्यूरिक सल्फाइड
- सिंदूर का रासायनिक नाम मरक्यूरिक सल्फाइड (HgS) है।
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41. रासायनिक दृष्टिकोण से सिंदूर है-
(a) कैल्शियम कार्बोनेट
(b) पोटैशियम नाइट्रेट
(c) पोटैशियम सल्फाइड
(d) मरकरी (II) सल्फाइड
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर – (d) मरकरी (II) सल्फाइड
- सिंदूर का रासायनिक नाम मरक्यूरिक सल्फाइड (HgS) है।
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42. शुष्क धुलाई में किसका प्रयोग होता है?
(a) पेट्रोल
(c) एल्कोहल
(b) बेंजीन
(d) उपर्युक्त सभी
(c) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर – (d) उपर्युक्त सभी
- शुष्क धुलाई (Dry-Cleaning) में बेंजीन, पेट्रोल तथा एल्कोहल उपर्युक्त सभी का प्रयोग किया जाता है।
|
43. ‘लाल स्याही’ बनाई जाती है-
(a) फिनॉल से
(c) कांगो रेड से
(b) एनिलीन से
(d) इओसिन से
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर – (d) इओसिन से
- इओसिन (Eosin) एक टेट्रब्रोमोफ्लोरीसीन (Tetra-bromofluorescein) है।
- अधिकतर लाल स्याहियां इओसिन का तनु विलयन होती हैं।
|
44. निम्नलिखित में से कौन-सा रंग सोडियम क्रोमेट द्वारा आपूर्त होता है?
(a) नीला
(b) लाल
(c) हरा
(d) काला
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर – (b) लाल
- लाल रंग सोडियम क्रोमेट द्वारा आपूर्त होता है।
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45. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए-
सूची-1 |
सूची-II |
A. एसीटोन |
1. अग्निशामक |
B. कार्बन टेट्राक्लोराइड |
2. नाखून पालिश अपसारक |
C. हाइड्रोजन परॉक्साइड |
3. घावों की मरहम पट्टी |
D. द्रव अमोनिया |
4. प्रशीतक |
कूट :
A B C D
(a)4,3,2,1
(b)3,4,1,2
(c)2,1,3,4
(d)1,3,4,2
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2013]
उत्तर – (c) 2,1,3,4
- सही सुमेलित क्रम इस प्रकार है-
एसीटोन |
नाखून पालिश अपसारक |
कार्बन टेट्राक्लोराइड |
अग्निशामक |
हाइड्रोजन पराक्साइड |
घावों की मरहम पट्टी |
द्रव अमोनिया |
प्रशीतक |
|
46. निम्न में से कौन-सा एक युग्म सुमेलित नहीं है?
(a) पोटैशियम क्लोरेट – माचिस
(b) मैंगनीज डाइऑक्साइड – शुष्क सेल
(c) हाइड्रोक्लोरिक एसिड – संचायक सेल
(d) यूरेनियम – परमाणु बम
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर – (c) हाइड्रोक्लोरिक एसिड – संचायक सेल
- संचायक सेल (Accumulator cell) में सल्फ्यूरिक एसिड का प्रयोग होता है।
- अन्य प्रश्नगत युग्म सुमेलित हैं।
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47. माचिस बनाने में निम्न मुख्य वस्तुओं (एलीमेंट्स) में से किसका प्रयोग किया जाता है?
(a) ग्रेफाइट
(b) फॉस्फोरस
(c) सिलिकॉन
(d) सोडियम
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]
उत्तर – (b) फॉस्फोरस
- आमतौर पर माचिस की तीली आसानी से आग पकड़ने वाली लकड़ी की बनी होती है।
- इसके एक सिरे पर किसी फॉस्फोरस-युक्त पदार्थ का लेप किया गया होता है।
- माचिस की तीलियों के सिरे पर फॉस्फोरस युक्त पदार्थ का लेप करने के लिए जिलेटिन का उपयोग किया जाता है।
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48. निम्नलिखित में से किसका उपयोग दियासलाई के निर्माण में किया जाता है?
(a) डाइ-फॉस्फोरस
(b) काला फॉस्फोरस
(c) लाल फॉस्फोरस
(d) सिंदूरी फॉस्फोरस
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर – (c) लाल फॉस्फोरस
- दियासलाई (माचिस) बनाने में लाल फॉस्फोरस और फॉस्फोरस ट्राइसल्फाइड (P₂S,) का उपयोग होता है।
- निरापद दियासलाइयां (Safety Matches) बनाने में चीड़ की लकड़ी की सलाइयों से सिरे पर पोटैशियम क्लोरेट, रेड लेड, एंटिमनी सल्फाइड और गोंद का मिश्रण लगाया जाता है और रगड़ने वाली सतह अर्थात डिब्बी पर लाल फॉस्फोरस, एंटिमनी सल्फाइड, कांच का चूर्ण और गोंद का मिश्रण लगाया जाता है।
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49. निम्नलिखित तत्वों में से कौन जब वायु तथा अंधेरे में रखा जाता है, तो स्वतः दीप्त हो उठता है?
(a) लाल फॉस्फोरस
(b) श्वेत फॉस्फोरस
(c) सिंदूरी फॉस्फोरस
(d) बैंगनी फॉस्फोरस
[U.P.P.C.S. (Mains) 2016]
उत्तर – (b) श्वेत फॉस्फोरस
- अंधेरे में सफेद फॉस्फोरस को वायु में रखने पर उसमें से पीला-हरा प्रकाश उत्सर्जित होता है और सफेद धूम्र बनते हैं, जिनकी गंध लहसुन जैसी होती है।
- सफेद फॉस्फोरस की इस दीप्ति (Glow) को रासायनिक संदीप्ति (Chemiluminescence) कहते हैं।
- वायु से बचाने के लिए सफेद फॉस्फोरस को जल में रखा जाता है, क्योंकि साधारण ताप पर वायु में यह स्वतः जलने लगता है।
|
50. कार्बन नैनो ट्यूब्स (CNTS) किसने बनाई ?
(a) फुलर
(b) आईजीमा
(c) फैराडे
(d) रमन
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर – (b) आईजीमा
- सुमियो आईजीमा एक जापानी भौतिकविद हैं जिन्हें कार्बन नैनो ट्यूब्स का आविष्कारक माना जाता है।
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51. भारत में निम्न ताप ऊष्मीय विलवणीकरण सिद्धान्त पर आधारित, प्रतिदिन एक लाख लीटर अलवण जल उत्पादन के लिए प्रथम विलवणीकरण संयंत्र कहां प्रारम्भ किया गया?
(a) कवरत्ती
(c) मंगलूर
(b) पोर्ट ब्लेयर
(d) बलसाड़
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर – (a) कवरत्ती
- विश्व का प्रथम निम्न ताप ऊष्मीय विलवणीकरण संयंत्र (Desalination Plant) भारत के लक्षद्वीप के कवरत्ती नगर में संस्थापित किया गया है।
- यह प्रतिदिन 1 लाख लीटर अलवण जल का उत्पादन करेगा।
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52. भारत में जल विलवणीकरण संयंत्र स्थित है-
(a) लक्षद्वीप में
(b) गोवा में
(c) कटक में
(d) चेन्नई में
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर – (a) लक्षद्वीप में
- भारत का पहला निम्न तापीय जल विलवणीकरण संयंत्र वर्ष 2005 में कवरत्ती, लक्षद्वीप में स्थापित किया गया।
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53. कौन-सा रसायन क्षारीय भूमि सुधारक के रूप में कार्य करता है?
(a) कैल्शियम कार्बोनेट
(b) कैल्शियम सल्फेट
(c) कैल्शियम ऑक्साइड
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर – (b) कैल्शियम सल्फेट
- क्षारीय मृदाओं में विनिमय योग्य सोडियम की मात्रा अधिक होती है जिससे पौधों की वृद्धि में बाधा पहुंचती है।
- विनिमय योग्य सोडियम प्रतिशत में जैसे-जैसे वृद्धि होती है, वैसे-वैसे मृदा के जल-संचयन तथा जल-चालकता में अभाव होता है।
- भूमि की अधिक क्षारीयता के कारण घुला हुआ जैविक पदार्थ मृदा के कणों की सतह पर जमा हो जाता है और उसका रंग काला हो जाता है।
- इस प्रकार की भूमियों के सुधार के लिए कैल्शियम सल्फेट या जिप्सम (CaSO 2H₂O) जैसे सुधारक की आवश्यकता होती है।
|
54. निम्नलिखित में से कौन-सा मृदा से संबंधित है?
(a) इडेफिक
(c) बायोटिक
(b) क्लाइमेटिक
(d) टोपोग्रैफी
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re. Exam) 2015]
उत्तर – (a) इडेफिक
- इडेफिक (Edaphic) मृदा की भौतिक एवं रासायनिक विशेषताओं से संबंधित है।
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55. पौधों की वृद्धि के संबंध में निम्नलिखित में से कौन मैक्रोन्यूट्रिएंट है?
(a) पोटैशियम
(b) जिंक
(c) बोरॉन
(d) क्लोरिन
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर – (a) पोटैशियम
- कुछ ऐसे पोषक तत्व हैं, जिनकी पादप वृद्धि एवं स्वास्थ्य हेतु अत्यंत अल्प मात्रा में आवश्यकता होती है, इन्हें सूक्ष्म पोषक तत्व (Micronutrients) कहते हैं।
- मैंगनीज, कॉपर, बोरॉन, आयरन, क्लोरीन, मालिब्लेडनम तथा जिंक को सूक्ष्म पोषक तत्व कहा जाता है, जबकि पोटैशियम स्थूल पोषक तत्व (macronutrient) है।
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56. द्रवित ऑक्सीजन या द्रवित हाइड्रोजन को औद्योगिक स्तर पर प्राप्त करने में प्रयुक्त प्रौद्योगिकी कहलाती है-
(a) पायरोटेक्निक्स
(b) पायरोमेट्री
(c) हाइड्रोपोनिक्स
(d) क्रायोजेनिक्स
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर – (d) क्रायोजेनिक्स
- क्रायोजेनिक्स वह प्रौद्योगिकी है, जिसके द्वारा द्रवित ऑक्सीजन या द्रवित हाइड्रोजन को औद्योगिक स्तर पर प्राप्त किया जाता है।
- एक क्रायोजेनिक वायु शोधन संयंत्र में हवा में पाई जाने वाली प्राकृतिक ऑक्सीजन के आंशिक आसवन द्वारा द्रवित ऑक्सीजन प्राप्त की जाती है।
- द्रवित ऑक्सीजन का प्रयोग अंतरिक्ष रॉकेटों में किया जाता है।
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57. धून पर्दे युद्ध में छिपने एवं शत्रु को छलने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं। धूम्र पर्दे प्रायः किसके वायु में परिक्षिप्त सूक्ष्म कणों के बने होते हैं?
(a) सोडियम क्लोराइड
(b) सिल्वर आयोडाइड
(c) टाइटेनियम ऑक्साइड
(d) मैग्नीशियम ऑक्साइड
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर – (c) टाइटेनियम ऑक्साइड
- धूम्र पर्दे वायु में टाइटेनियम ऑक्साइड के अति सूक्ष्म कणों के कोलॉयडी प्रकीर्णन से बने होते हैं।
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58. निम्नांकित में से कौन सही नहीं है?
(a) विकास का सिद्धांत प्रतिपादित किया था चार्ल्स डार्विन ने।
(b) किसी परमाणु के नाभिक का टूटना संलयन कहलाता है।
(c) ‘ड्राई आईस’ ठोस कार्बन डाइऑक्साइड होता है।
(d) टेलीफोन की खोज ग्राहम बेल ने की थी।
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010, U.P.Lower (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर – (b) किसी परमाणु के नाभिक का टूटना संलयन कहलाता है।
- जब दो हल्के नाभिक परस्पर संयुक्त होकर एक भारी तत्व के नाभिक की रचना करते हैं, तो इस प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन कहते हैं।
- नाभिकीय संलयन के फलस्वरूप जिस नाभिक का निर्माण होता है उसका द्रव्यमान संलयन में भाग लेने वाले दोनों नाभिकों के सम्मिलित द्रव्यमान से कम होता है।
- वह प्रक्रिया जिसमें एक भारी नाभिक दो लगभग बराबर नाभिकों में टूट जाता है, विखण्डन कहलाती है।
- इस प्रकार कथन (b) गलत है, जबकि अन्य प्रश्नगत कथन सही हैं।
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59. शुष्क सेल (बैटरी) में, निम्नलिखित में से किनका विद्युत-अपघट्यों के रूप में प्रयोग होता है?
(a) अमोनियम क्लोराइड और जिंक क्लोराइड
(b) सोडियम क्लोराइड और कैल्शियम क्लोराइड
(c) मैग्नीशियम क्लोराइड और जिंक क्लोराइड
(d) अमोनियम क्लोराइड और कैल्शियम क्लोराइड
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर – (a) अमोनियम क्लोराइड और जिंक क्लोराइड
- शुष्क सेल में अमोनियम क्लोराइड और जिंक क्लोराइड का विद्युत- अपघट्यों (Electrolytes) के रूप में प्रयोग होता है।
- शुष्क सेल में जस्ते (Zinc) का एक बर्तन होता है, जिसमें मैंगनीज डाइऑक्साइड, नौसादर (अमोनियम क्लोराइड), कार्बन आदि का मिश्रण भरा होता है।
- इसमें कार्बन की छड़ एनोड का कार्य करती है, जबकि स्वयं जस्ते का बर्तन कैथोड का कार्य करता है।
- मैंगनीज डाइऑक्साइड एवं कार्बन के मिश्रण और जस्ते की दीवारों के बीच अमोनियम क्लोराइड की गाढ़ी लुगदी भरी जाती है।
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60. एक शुष्क सेल में निम्नलिखित में से किनका इलेक्ट्रोलाइट्स की तरह इस्तेमाल होता है?
(a) अमोनियम क्लोराइड एवं जिंक क्लोराइड
(b) अमोनियम क्लोराइड एवं कैल्शियम क्लोराइड
(c) मैग्नीशियम क्लोराइड एवं जिंक क्लोराइड
(d) सोडियम क्लोराइड एवं जिंक क्लोराइड
[Jharkhand P.C.S.(Pre) 2010]
उत्तर – (a) अमोनियम क्लोराइड एवं जिंक क्लोराइड
- शुष्क सेल एक विद्युत रासायनिक सेल है जो कम बिजली से चल सकने वाली पोर्टेबल विद्युत युक्तियों जैसे टॉर्च, कैलकुलेटर आदि में प्रयुक्त होते हैं।
- इसमें किसी द्रव का प्रयोग नहीं किया जाता जिसके कारण इसे शुष्क सेल कहा जाता है।
- सामान्यतः प्रयोग में आने वाला शुष्क सेल वस्तुतः एक जिंक-कार्बन बैटरी होती है जिसे शुष्क लेक्लांशे सेल भी कहते हैं।
- इसमें अमोनियम क्लोराइड विद्युत अपघट्य के रूप में प्रयुक्त होता है।
- कुछ आधुनिक उच्च ऊर्जा की बैटरियों में अमोनियम क्लोराइड के स्थान पर जिंक क्लोराइड का प्रयोग किया जाता है।
|
61. एक सामान्य शुष्क सेल में विद्युत अपघट्य होता है-
(a) जस्ता
(b) सल्फ्यूरिक अम्ल
(c) अमोनियम क्लोराइड
(d) मैग्नीज डाइऑक्साइड
[39th B.P.S.C. (Pre) 1994]
उत्तर – (c) अमोनियम क्लोराइड
- एक सामान्य शुष्क सेल में अमोनियम क्लोराइड विद्युत अपघट्य के रूप में प्रयुक्त होता है।
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62. कथन (A): एक शुष्क सेल आवेशित नहीं की जा सकती है।
कारण (R): शुष्क सेल में होने वाली अभिक्रिया उत्क्रमणीय होती है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किन्तु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परन्तु (R) सही है।
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]
उत्तर – (c) (A) सही है, परन्तु (R) गलत है।
- शुष्क सेल में प्रयुक्त पदार्थ विलयन के रूप में न रहकर शुष्क अवस्था में रहते हैं।
- इसमें जस्ते का एक बर्तन होता है जिसमें मैंगनीज डाइऑक्साइड, नौसादर, कार्बन आदि का मिश्रण भरा रहता है और इस सेल का पुनः आवेशन नहीं किया जा सकता है तथा एक बार प्रयोग कर लेने पर वह बेकार हो जाता है।
- इसका प्रयोग टॉर्च, ट्रांजिस्टर, रेडियो आदि उपकरणों में किया जाता है।
- उत्क्रमणीय अभिक्रियाएं वे अभिक्रियाएं हैं, जो दोनों दिशाओं में होती हैं और यह शुष्क सेल में नहीं होती हैं।
|
63. एक सूखी सेल में कौन-सी ऊर्जा पाई जाती है?
(a) यांत्रिक
(b) विद्युत
(c) रासायनिक
(d) विद्युत चुम्बकीय
[M.P.P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर – (c) रासायनिक
- रासायनिक ऊर्जा के विद्युत ऊर्जा में परिवर्तन का एक अच्छा उदाहरण प्राथमिक सेल या बैटरियां हैं।
- शुष्क सेल भी इसी सिद्धांत पर बनी हैं।
|
64. एक कार बैट्री में प्रयुक्त विद्युत अपघट्य होता है-
(a) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
(b) सल्फ्यूरिक अम्ल
(c) नाइट्रिक अम्ल
(d) आसुत जल
[42 B.P.S.C. (Pre) 1997]
उत्तर – (b) सल्फ्यूरिक अम्ल
- कार बैट्री में प्रयुक्त विद्युत अपघट्य सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄) होता है।
- इसकी प्रकृति प्रबल अम्ल की होती है।
|
65. निम्नलिखित अम्लों में से किस अम्ल का उपयोग कार-बैटरियों में किया जाता है?
(a) एसीटिक अम्ल
(b) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
(c) सल्फ्यूरिक अम्ल
(d) नाइट्रिक अम्ल
[U.P.R.O./A.R.O. (Re-exam) (Pre) 2016]
उत्तर – (c) सल्फ्यूरिक अम्ल
- कार बैट्री में प्रयुक्त विद्युत अपघट्य सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄) होता है।
|
66. निम्नलिखित पदार्थ युग्मों में से कौन-सा टॉर्चलाइट, विद्युत क्षुरक (शेवर) आदि साधनों में सामान्यतः प्रयुक्त आवेश्य बैटरियों में इलेक्ट्रोड के रूप में प्रयुक्त होता है?
(a) निकेल और कैडमियम
(b) जस्ता और कार्बन
(c) सीसा पैरॉक्साइड और सीसा
(d) लोहा और कैडमियम
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर – (a) निकेल और कैडमियम
- टॉर्चलाइट, विद्युत क्षुरक (शेवर) आदि साधनों में सामान्यतः प्रयुक्त आवेश्य बैटरियों में निकेल और कैडमियम इलेक्ट्रोड के रूप में प्रयुक्त होते हैं।
- इसमें निकेल हाइड्रॉक्साइड की कैथोड तथा कैडमियम की एनोड होती है।
- इसमें पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड, इलेक्ट्रोलाइट के रूप में प्रयुक्त किया जाता है।
|
67. सेंट्रल इलेक्ट्रोकेमिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना अलगप्पा चेटिचार, डॉ. शांति स्वरूप भटनागर एवं पं. जवाहरलाल नेहरू के प्रयासों से कहां और कब की गई?
(a) लखनऊ, 1951
(b) कराईकुड़ी, 1953
(c) चेन्नई, 1948
(d) शिवगंगा, 1953
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (b) कराईकुड़ी, 1953
- CSIR-केंद्रीय विद्युत रसायन अनुसंधान संस्थान (CSIR-Central Electrochemical Research Institute) की स्थापना 14 जनवरी, 1953 को कराईकुड़ी (तमिलनाडु) में की गई थी।
|
68. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर चुनिए-
सूची-1 |
सूची-II |
A. फ्रेयॉन |
1. एंटीनॉक(अपस्फोटरोधी) कारक |
B. टेट्राएथिल लेड |
2. प्रशीतक |
C. बेंजीन |
3. अग्निशामक |
D. कार्बन टेट्राक्लोराइड |
4. कीटनाशी |
कूट :
A B C D
(a)1,2,3,4
(b)3,2,1,4
(c)4,1,2,3
(d)2,1,4,3
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर – (d) 2,1,4,3
- उपर्युक्त सुमेलन निम्नवत है-
फ्रेयॉन |
प्रशीतक |
ट्रेटाएथिल लेड |
एंटीनॉक एजेंट |
बेंजीन हेक्साक्लोराइड |
कीटनाशी |
कार्बन टेट्राक्लोराइड |
अग्निशामक |
|
69. सूची-1 को सूची-11 के साथ सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूटों की सहायता से सही उत्तर चुनिए-
सूची-1 (पदार्थ) |
सूची-II(उपयोग) |
A. ऐस्पार्टम |
1. संश्लेषित रबर |
B. फ्रेयॉन |
2. प्रतिहिस्टेमीन |
C. निओप्रीन |
3. कृत्रिम मधुरक |
D. बेनाड्रिल |
4. प्रशीतक |
कूट :
A B C D
(a)1,3,4,2
(b)2,4,1,3
(c)3,4,1,2
(d)3,1,2,4
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) Exam, 2016]
उत्तर – (c) 3,4,1,2
- निम्नलिखित सूची (1) तथा सूची (II) सही सुमेलित क्रम है
सूची-1(पदार्थ) |
सूची-II(उपयोग) |
ऐस्पार्टम |
कृत्रिम मधुरक |
फ्रेयॉन |
प्रशीतक |
निओप्रीन |
संश्लेषित रबर |
बेनाड्रिल |
प्रतिहिस्टेमीन |
|
70. सूची 1 को सूची II से सुमेलित कीजिए एवं सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए –
सूची – 1 |
सूची – II |
A. केवलार |
1. विस्फोटक |
B. टेक्सॉल |
2. संश्लेषित रेशा |
C. जिंक फॉस्फाइड |
3. कैंसररोधी दवा |
D. नाइट्रोसेलुलोस |
4. रोडेंटनाशी |
कूट :
(a)2,4,3,1
(b)2,3,4,1
(c)4,3,1,2
(d)3,1,2,4
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर – (b) 2,3,4,1
- उपर्युक्त सुमेलन निम्नवत है-
सूची-1 |
सूची-II |
A. केवलार |
संश्लेषित रेशा |
B. टेक्सॉल |
कैंसररोधी दवा |
C. जिंक फॉस्फाइड |
रोडेंटनाशी |
D. नाइट्रोसेलुलोस |
विस्फोटक |
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71. सूची-1 को सूची-11 के साथ सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिए-
सूची-1 |
सूची-II |
(A) पोटैशियम ब्रोमाइड |
1. उर्वरक |
(B) पोटैशियम नाइट्रेट |
2. फोटोग्राफी |
(C) पोटैशियम सल्फेट |
3. बेकरी |
(D) मोनोपोटैशियम टार्टरेट |
4. बारूद |
कूट :
A B C D
(a)2,4,1,3
(b)2,4,3,1
(c)4,2,3,1
(d)4,2,1,3
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर – (a) 2,4,1,3
- सफेद ठोस पोटैशियम ब्रोमाइड का प्रयोग फोटोग्राफी में किया जाता है।
- पोटैशियम सल्फेट उर्वरक के रूप में प्रयुक्त होता है।
- पोटैशियम नाइट्रेट बारूद के रूप में प्रयुक्त होता है।
- मोनोपोटैशियम टार्टरेट बेकरी में प्रयोग किया जाता है।
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72. निम्नलिखित युग्मों में से कौन सही सुमेलित है?
(a) सल्फर डाइऑक्साइड – दांत
(b) फ्लोराइड प्रदूषण – भोपाल गैस त्रासदी
(c) मिथाइल आइसोसायनेट – अम्ल वर्षा
(d) ओजोन रिक्तता – चर्म कैसर
[U.P.P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर – (d) ओजोन रिक्तता – चर्म कैसर
- उपर्युक्त सुमेलन निम्नवत है-
सल्फर डाइऑक्साइ |
अम्ल वर्षा |
फ्लोराइड प्रदूषण |
दांत |
मिथाइल आइसोसायनेट |
भोपाल गैस त्रासदी |
ओजोन रिक्तता |
चर्म कैसर |
- स्पष्ट है कि विकल्प (d) में दिया गया युग्म सही सुमेलित है।
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73. कथन (A): फेनिल का प्रयोग एक घरेलू रोगाणुनाशी के रूप में होता है।
कारण (R) : फेनिल एक फीनॉल व्युत्पन्न है और फीनॉल एक प्रभावी रोगाणुनाशी है।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही है तथा (R), (A) का सही कारण है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही है परन्तु (R), (A) का सही कारण नहीं है।
(c) (A) सही है परन्तु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है परन्तु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर – (a) (A) तथा (R) दोनों सही है तथा (R), (A) का सही कारण है।
- फेनिल (Phenyl) एक फीनॉल व्युत्पन्न (Phenol derived) रसायन है जिसका प्रयोग घरों, दफ्तरों इत्यादि में रोगाणुनाशी के रूप में व्यापक स्तर पर किया जाता है।
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74. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कोक, स्टील लोहे के उत्पादन में भट्टी के स्फोटन के लिए मिलाए जाने वाले चार्ज की सामग्रियों में से एक है, इसका कार्य है-
1. अपचायक के रूप में क्रिया करना
2. लौह अयस्क से संयुक्त सिलिका को दूर करना
3. ऊष्मा की पूर्ति के लिए ईंधन के रूप में कार्य करना\
4. उपचायक के रूप में क्रिया करना
इन कथनों में से-
(a) 1 और 2 सही हैं
(b) 2 और 4 सही हैं
(c) 1 और 3 सही हैं
(d) 3 और 4 सही हैं
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर – (c) 1 और 3 सही हैं
- कोक अपचायक (Reducing) एजेंट है एवं ब्लास्ट फरनेस में ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है।
- यह ऊष्मा प्रदान करता है।
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75. भट्टी तेल (फर्नेस ऑयल) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1. यह तेल परिष्करणियों (रिफाइनरी) का एक उत्पाद है।
2. कुछ उद्योग इसका उपयोग ऊर्जा (पॉवर) उत्पादन के लिए करते हैं।
3. इसके उपयोग से पर्यावरण में गंधक का उत्सर्जन होता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (d) 1, 2 और 3
- ईंधन तेल (Fuel oil) को भट्टी का तेल (Furnace oil) भी कहा जाता है।
- यह एक ऐसा ईंधन है, जिसमें मुख्य रूप से कच्चे तेल (Crude oil) के आसवन (Distillation) के अवशेष होते हैं।
- स्पष्ट है कि यह पेट्रोलियम रिफाइनरियों का उप-उत्पाद (by-product) है।
- कुछ उद्योगों द्वारा इसका ऊर्जा एवं विद्युत उत्पादन में प्रयोग किया जाता है।
- भट्टी के तेल में सल्फर भी होता है, जिसके रहने का प्रत्यक्ष परिणाम सल्फर के ऑक्साइड का उत्सर्जन है।
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76. सूची 1 और सूची II का सुमेल कीजिए और सूचियों के नीचे दिए कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चयन कीजिए
सूची । (विशेषता) |
सूची II (तिथि) |
A. टेक्नोलॉजी दिवस |
1.9 अगस्त |
B. फोटोग्राफी दिवस |
2. 29 अगस्त |
C. नेशनल स्पोर्ट्स दिवस |
3. 11 मई |
D. नागासाकी दिवस |
4. 19 अगस्त |
कूट :
A B C D
(a)3,4,2,1
(b)4,3,2,1
(c)4,3,1,2
(d)3,4,1,2
[U.P.P.C.S. (Mains) 2003]
उत्तर – (a) 3,4,2,1
- भारत में प्रति वर्ष 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 1998 में इसी दिन पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया था।
- विश्व फोटोग्राफी दिवस 19 अगस्त को मनाया जाता है।
- प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष 29 अगस्त को भारत में नेशनल स्पोर्ट्स डे के रूप में मनाया जाता है।
- नागासाकी दिवस 9 अगस्त को मनाया जाता है।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 1945 में इसी दिन जापान के इस शहर पर परमाणु बम गिराया गया था।
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77. संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2011 को किस विज्ञान हेतु नामोद्दिष्ट किया है?
(a) अंतरराष्ट्रीय रसायन विज्ञान वर्ष
(b) अंतरराष्ट्रीय खगोलिकी वर्ष
(c) अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष
(d) अंतरराष्ट्रीय भौतिकी वर्ष
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर – (a) अंतरराष्ट्रीय रसायन विज्ञान वर्ष
- वर्ष 2011 को संयुक्त राष्ट्र ने रसायन विज्ञान के प्रोत्साहन हेतु अंतरराष्ट्रीय रसायन विज्ञान वर्ष के रूप में नामोदिष्ट किया।
- साथ ही संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2011 को अंतरराष्ट्रीय वन वर्ष के रूप में भी घोषित किया गया था।
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2015 को निम्नलिखित महत्वपूर्ण वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी-
(i) प्रकाश एवं प्रकाश आधारित प्रौद्योगिकियों का अंतरराष्ट्रीय वर्ष
(ii) अंतरराष्ट्रीय मृदा वर्ष
- वर्ष 2016 को अंतरराष्ट्रीय दलहन वर्ष तथा वर्ष 2017 को अंतरराष्ट्रीय सतत पर्यटन विकास वर्ष घोषित किया गया।
- वर्ष 2019 को रासायनिक तत्वों की आवर्त सारणी का अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया।
- इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2019 को ‘देशीय भाषाओं का अंतरराष्ट्रीय वर्ष भी घोषित किया गया।
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2019 ‘संयम के अंतरराष्ट्रीय वर्ष’ (International Year of Moderation) के रूप में भी मनाया गया।
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2020 को ‘पादप स्वास्थ्य के अंतरराष्ट्रीय वर्ष तथा ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स एवं मिडवाइफ वर्ष’ के रूप में मनाया गया।
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2021 को निम्न रूपों में मनाया जा रहा है
(i) अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन वर्ष
(ii) अंतरराष्ट्रीय फल एवं सब्जियां वर्ष
(iii) सतत विकास हेतु सृजनात्मक अर्थव्यवस्था का अंतरराष्ट्रीय वर्ष
(iv) अंतरराष्ट्रीय शांति एवं विश्वास वर्ष।
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78. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए –
अंतरराष्ट्रीय
समझौता / संगठन |
विषय |
1. अल्मा-आटा घोषणा |
लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल |
2. हेग समझौता |
जैविक एवं रासायनिक शस्त्र |
3. तलानोआ संवाद |
वैश्विक जलवायु परिवर्तन |
4. अंडर 2 गठबंधन |
बाल अधिकार |
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 4
(c) केवल 1 और 3
(d) केवल 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2020]
उत्तर – (c) केवल 1 और 3
- अल्मा-आटा घोषणा (1978), प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित है।
- तलानोआ संवाद (CoP-23), वैश्विक जलवायु परिवर्तन से, हेग समझौता (1980) अंतरराष्ट्रीय बाल अपहरण के नागरिक पहलुओं से संबंधित तथा अंडर 2 गठबंधन (Under 2 Coalition) वर्ष 2050 तक नेट-जीरो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकारों की भूमिका को अपरिहार्य मानता है।
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79. भोपाल गैस त्रासदी कब हुई ?
(a) 2-3 दिसंबर, 1984
(b) 2-3 नवंबर, 1984
(c) 2-3 दिसंबर, 1985
(d) 2-3 नवंबर, 1985
[M.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर – (a) 2-3 दिसंबर, 1984
- भोपाल गैस त्रासदी 2-3 दिसंबर, 1984 की रात को हुई थी।
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80. बिस्फेनॉल A (BPA) क्या है?
(a) कैंसर की पहचान करने वाला एक चिकित्सकीय परीक्षण
(b) एथलीटों द्वारा निष्पादन सुधार के लिए, लिए जाने जाने वाले ड्रग को जांचने के लिए एक परीक्षण
(c) खाद्य संवेष्टन सामग्री के विकास के लिए प्रयोग में लाया जाने वाला रसायन
(d) मिश्रधातु इस्पात का एक विशेष प्रकार
[I.A.S. (Pre) 2008]
उत्तर – (c) खाद्य संवेष्टन सामग्री के विकास के लिए प्रयोग में लाया जाने वाला रसायन
- बिस्फेनॉल A(BPA) एक औद्योगिक रसायन (Industrial Chemical) है जो मुख्यतः पॉलिकार्बोनेट (Polycarbonate) नामक कठोर एवं पारदर्शी प्लास्टिक के निर्माण में प्रयुक्त होता है।
- पॉलिकार्बोनेट का प्रयोग पुनर्प्रयोग में आने वाली पानी एवं दूध की बोतलों तथा अन्य उपभोक्ता उत्पादों के निर्माण हेतु किया जाता है।
- बिस्फेनॉल A’ इपोक्सी रेसिन्स’ (epoxy resins) में भी होता है, जो खाद्य एवं पेयों के धातु के डिब्बों के अंदर सुरक्षा लेप के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
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81. बिस्फिनॉल A (BPA), जो चिंता का कारण है, निम्नलिखित में से किस प्रकार के प्लास्टिक के उत्पादन में एक संरचनात्मक/ मुख्य घटक है?
(a) निम्न घनत्व वाले पॉलिएथिलीन
(b) पॉलिकार्बोनेट
(c) पॉलिएथिलीन टेरेफ्थेलेट
(d) पॉलिविनाइल क्लोराइड
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (b) पॉलिकार्बोनेट
- बिस्फिनॉल A (BPA) एक ऐसा औद्योगिक रसायन है, जो सामान्यतः उपभोक्ता प्लास्टिक्स (Consumer Plastics) में प्रयोग किया जाता है।
- यह विशेष रूप से पॉलिकार्बोनेट (Polycarbonale) प्लास्टिक वस्तुओं; जैसे सनग्लासेज, रीयूजेबल बॉटल इत्यादि में प्रयुक्त होता है।
- प्लास्टिक खाद्य कंटेनर इत्यादि में प्रयोग किया जाने वाला यह रसायन हृदय रोग का कारण भी बन सकता है।
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82. निम्नलिखित में से किस देश ने गैसोलीन में इथेनाल मिश्रित करना कानूनन अनिवार्य कर दिया है?
(a) चीन
(b) यू.के.
(c) स्विट्जरलैंड
(d) ब्राजील
[U.P.P.C.S. (Pre) (Re. Exam) 2015]
उत्तर – (d) ब्राजील
- वर्ष 1976 से ही ब्राजील की सरकार ने गैसोलीन में इथेनाल मिश्रित करना कानूनन अनिवार्य कर दिया है।
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83. निम्नलिखित में से कौन-सा वायु का अकार्बनिक गैसीय प्रदूषक है?
(a) फॉस्जीन
(b) हाइड्रोजन सायनाइड
(c) हाइड्रोजन सल्फाइड
(d) मीथेन
[R.A.S./R.T.S. (Re. Exam) (Pre) 2013]
उत्तर – (b) एवं (c) हाइड्रोजन सायनाइड एवं हाइड्रोजन सल्फाइड
- हाइड्रोजन सायनाइड एवं हाइड्रोजन सल्फाइड दोनों ही वायु के अकार्बनिक गैसीय प्रदूषक हैं।
- अन्य अकार्बनिक गैसीय प्रदूषक हैं- कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड तथा नाइट्रोजन डाइऑक्साइड।
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84. हाइड्रोजन सल्फाइड प्रदूषक का मुख्य स्रोत है-
(a) सड़ते हुए वनस्पति एवं पशु पदार्थ
(b) ऑटो मोबाईल
(c) तेल रिफाइनरी
(d) ताप विद्युत संयंत्र
[U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर – (a) सड़ते हुए वनस्पति एवं पशु पदार्थ
- हाइड्रोजन सल्फाइड एक रासायनिक यौगिक है, जिसका सूत्र H,S है।
- यह एक रंगहीन सड़े पदार्थों के दुर्गंध वाली गैस है।
- यह जहरीली, संक्षारक एवं ज्वलनशील है।
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85. पेट्रोल तथा डीजल के अधूरे जलने से उत्पन्न होती है –
(a) नाइट्रिक ऑक्साइड
(b) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
(c) कार्बन डाइऑक्साइड
(c) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
(d) कार्बन मोनोऑक्साइड
[66th B.P.S.C. (Pre)2020]
उत्तर – (d) कार्बन मोनोऑक्साइड
- किसी ईंधन के पूर्ण दहन (Complete Combustion) के लिए वायु की पर्याप्त आपूर्ति की आवश्यकता होती है, जिससे ईंधन में उपस्थित तत्व ऑक्सीजन से पूर्णतः अभिक्रिया कर सकें।
- हाइड्रोकार्बन ईंधन जैसे पेट्रोल एवं डीजल केवल हाइड्रोजन एवं कार्बन के यौगिक होते हैं।
- जब इनका पूर्ण दहन होता है, तो कार्बन, कार्बन डाइऑक्साइड में ऑक्सीकृत हो जाती है, जबकि हाइड्रोजन जल में ऑक्सीकृत हो जाती है।
- अतः पूर्ण दहन हेतु-
हाइड्रोकार्बन + ऑक्सीजन कार्बन डाइऑक्साइड + जल
- वायु या ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति न होने पर ईंधन का अपूर्ण दहन (Incomplete combustion) होता है।
- अतः अपूर्ण दहन हेतुः- हाइड्रोकार्बन + ऑक्सीजन कार्बन मोनोऑक्साइड कार्बन जल
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86. निम्नलिखित में से किसकी मात्रा अम्ल वर्षा में सबसे अधिक होती है?
(a) HCl
(b) HNO3
(c) H2SO4
(d) H2CO3
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) Exam, 2016]
उत्तर – (c) H2SO4
- वातावरणीय प्रदूषण, औद्योगिक निःसृतों एवं प्रकृति में होने वाली विभिन्न क्रियाओं के फलस्वरूप उत्पन्न सल्फर डाइऑक्साइड तथा नाइट्रस ऑक्साइड गैसें वायुमंडल में पहुंचकर ऑक्सीजन और बादल के जल के साथ रासायनिक अभिक्रिया कर क्रमशः सल्फ्यूरिक अम्ल (H,SO) तथा नाइट्रिक अम्ल (HNO) बनाकर पृथ्वी पर गिरती हैं।
- इसे अम्ल वर्षा या अम्लीय वर्षा (Acid rain) कहते हैं।
- अम्ल वर्षा में सामान्यतः सल्फ्यूरिक अम्ल (H,SO) की मात्रा सर्वाधिक (लगभग 70%) होती है।
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87. कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), नाइट्रस ऑक्साइड (N₂O), क्लोरोफ्लुरोकार्बन्स (CFCs) और मीथेन (CH₁) गैसों का ग्लोबल वार्मिंग के प्रति आपेक्षिक योगदान है-
(a) CO₂CH4> CFCs > N₂O
(b) CO2N₂O> CH4> CFCs
(c) CO₂> CFCs> CH₁> N₂O
(d) CO₂CHN₂O > CFCs
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2016]
उत्तर – (d) CO₂CHN₂O > CFCs
- विभिन्न गैसों का वैश्विक तापन के प्रति आपेक्षिक योगदान-
(i) जल वाष्प लगभग 60 प्रतिशत
(ii) CO₂- लगभग 26 प्रतिशत
(iii) O, (ओजोन) लगभग 8 प्रतिशत
(iv) मीथेन लगभग 4 प्रतिशत
(v) नाइट्रस ऑक्साइड लगभग 1.5 प्रतिशत
(v) अन्य 0.1 प्रतिशत।
- स्पष्ट है कि विकल्प (d) सही उत्तर है।
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88. देश के 29 राज्यों और 6 संघ राज्य क्षेत्रों के 312 शहरों/कस्बों में आच्छादी भारत सरकार के राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता मॉनीटरिंग कार्यक्रम (एनएएमपी) के अंतर्गत निम्न में से किस मिश्रण को सभी जगहों पर नियमित मॉनीटरिंग के लिए चिह्नित किया है?
(a) सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂), कार्बन मोनोक्साइड (CO) एवं निलंबित कणीय पदार्थ (PM10)
(b) CO, NO₂, PM10 एवं PM2.5
(c) CO, NO2, ऑक्सीजन डाइफ्लोराइड (OF2) एवं PM2.5
(d) सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
(NO₂), निलंबित कणीय पदार्थ (PM10) और सूक्ष्म कणीय पदार्थ (MP2.5)
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (d) सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂), निलंबित कणीय पदार्थ (PM10) और सूक्ष्म कणीय पदार्थ (MP2.5)
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर ‘राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता निगरानी कार्यक्रम’ (NAMP: National Air Quality Monitoring Programme) का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
- NAMP के अंतर्गत चार वायु प्रदूषकों यथा- सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), नाइट्रोजन के ऑक्साइड, RSPM/PM तथा PM,, (Fine 10 particulate matter) को सभी स्थानों पर नियमित निगरानी हेतु चिह्नित किया गया है।
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