केस स्टडीज : नैतिक और प्रशासनिक मुद्दे

प्रश्न: एक जिला मजिस्ट्रेट के रूप में आपको जिस जिले में पदस्थापित किया गया है, वहां तंबाकू खेती की जाने वाली प्रमुख वाणिज्यिक फसलों में से एक है। लेकिन तम्बाकू नियंत्रण पर UN फ्रेमवर्क कन्वेंशन का एक हस्ताक्षरकर्ता होने के नाते, वर्ष 2020 तक तम्बाकू की खेती को चरणबद्ध रूप से समाप्त करना भारत के लिए बाध्यकारी है। राज्य सरकार ने एक समिति गठित की थी, जिसने इसकी खेती को चरणबद्ध रूप से समाप्त करने और वैकल्पिक फसलों की खेती अंगीकृत करने वाले किसानों का पुनर्वास करने के लिए हाल ही में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। लेकिन आजीविका की हानि के भय से, किसानों ने रेलवे लाइनों को बाधित कर दिया है, और विभिन्न स्थानों पर व्यवधान पैदा कर रहे हैं। वे राज्य सरकार से लिखित आश्वासन की मांग रहे हैं कि तंबाकू की खेती जारी रखने की अनुमति रहेगी।

(a) इस मामले में सम्मिलित नैतिक और प्रशासनिक मुद्दे क्या हैं?

(b) जिला मजिस्ट्रेट के रूप में आपके पास उपलब्ध विकल्प क्या हैं?

(c) इन विकल्पों में से प्रत्येक का मूल्यांकन कीजिए और कारण बताते हुए ऐसा विकल्प चुनें जिसे आप अपनाएंगे।

दृष्टिकोण:

  • इस मामले में संलग्न नैतिक और प्रशासनिक मुद्दों की पहचान कीजिए।
  • उन विकल्पों का उल्लेख कीजिए जो आपके समक्ष उपलब्ध हैं। 
  • प्रत्येक विकल्प के गुण एवं दोषों का वर्णन कीजिए और इंगित कीजिए कि कौन-सी कार्रवाई इसके लिए न्यायोचित होगी।

उत्तरः

(a) इस मामले में संलग्न विभिन्न नैतिक मुद्दे निम्नलिखित हैं:

  • किसानों की आजीविका का अधिकार बनाम व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाने संबंधी राज्य के कर्तव्य।
  • संयुक्त राष्ट्र (UN) कन्वेंशन के अंतर्गत तंबाकू की खेती को समाप्त करने के लिए राज्य की बाध्यता।
  • स्वस्थ उत्पादों का उपभोग करने का अधिकार बनाम तम्बाकू उत्पादों का उपभोग करने के चयन का अधिकार।
  • तंबाकू का उपभोग करने वालों लोगों के परिवार के सदस्यों के अधिकार।
  • समाज को एक सुरक्षित वातावरण में रहने का अधिकार।

इस मामले में सम्मिलित प्रशासनिक मुद्दे निम्नलिखित हैं:

  • रेलवे सेवाओं को तुरंत बहाल करना क्योंकि रेलवे सेवा में व्यवधान न केवल यात्रियों को प्रभावित करता है बल्कि वस्तुओं के परिवहन को भी अवरुद्ध करता है जिसके कारण देश को अत्यधिक आर्थिक लागत वहन करनी पड़ सकती है।
  • किसानों के विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने की स्थिति में सार्वजनिक और सरकारी संपत्ति के लिए पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करना।
  • विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने पर पुलिस बल का उपयोग करने की आवश्यकता तथा पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना।

(b) जिलाधीश के रूप में मेरे पास उपलब्ध विकल्प निम्नलिखित हैं:

  • विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने हेतु किसानों को समझाना।
  • यदि समझाने का प्रयास विफल हो जाता है तो रेल सेवाओं को तुरंत बहाल करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल का प्रयोग करना।
  • वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करना और उनके निर्देशों की प्रतीक्षा करना।

(c) उपर्युक्त कार्यवाईयों में से प्रत्येक के गुण और दोष निम्नलिखित हैं:

विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने हेतु किसानों को समझाना एवं विश्वास में लेना

आजीविका की हानि के भय के कारण किसान विरोध कर रहे हैं। जिला मजिस्ट्रेट के रूप में, मैं उस सरकारी समिति की सिफारिशों के प्रावधानों की व्याख्या करने का प्रयास करूंगा जिसमें किसानों के लिए वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्था करने की बात कही गयी है। इसके साथ ही तंबाकू की खेती पर प्रतिबंध लगाने को लेकर राज्य सरकार की बाध्यता से भी उन्हें अवगत कराऊंगा। मैं किसानों को समझाने के इस प्रयास में क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों को भी सम्मिलित करूंगा। इसके आगे मैं उन्हें आश्वस्त करूंगा कि उनकी मांगें सरकार को भेजी जाएंगी और उनके अधिकार राज्य के विधिक ढांचे के अंतर्गत संरक्षित किए जाएंगे। वैकल्पिक फसलों या वैकल्पिक आजीविका निर्वाह हेतु आवश्यक सभी संभव सहायताओं के संबंध में भी उन्हें आश्वासन दिया जाएगा।

गुण: किसानों से बात करना किसानों में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करेगा कि उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुना जा रहा है। यह उनकी चिंताओं को दूर कर सकता है। इस कार्रवाई से किसानों का विरोध प्रदर्शन, जो लंबे समय तक चल सकता था वह अब सौहार्दपूर्ण रूप से समाप्त हो सकता है। इसमें पुलिस कार्रवाई या बल प्रयोग की भी कोई आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ ही, इस कार्रवाई से एक रचनात्मक प्रक्रिया आ सकती है क्योंकि किसान बंद की तर्कसंगतता को समझने में सक्षम होंगे और उनके मन में व्याप्त भय एवं शंका समाप्त हो जाएगी, साथ ही वे नीति को बेहतर ढंग से लागू करने में सहयोग के लिए भी आगे आ सकते हैं।

दोष: हालांकि, इस कार्रवाई में अत्यधिक समय लग सकता है जिसके दौरान रेलवे सेवाएं बाधित हो जाएंगी। इसके अतिरिक्त, इसमें निहित संकीर्ण हितों वाले व्यक्ति परिस्थितियों को दुष्कर बनाने के लिए किसानों से जुड़ सकते हैं। मीडिया भी विरोध को संवेदनशील बना देगी जो मामले को तूल देने के लिए ईंधन के रूप में भी कार्य कर सकता है।

रेलवे सेवाओं को तुरंत बहाल करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल का प्रयोग करना

इस कार्रवाई के गणों में रेल सेवाओं की तत्काल बहाली सम्मिलित है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि यात्री अपने गंतव्य स्थानों तक शीघ्र पहुंच जाएंगे और वस्तुओं का परिवहन एवं वाणिज्य भी प्रभावित नहीं होगा। इस स्थिति में रेलवे संपत्ति के नुकसान की संभावना अत्यंत कम हो जाएगी।

हालांकि, पुलिस कार्रवाई का सहारा लेने पर असंतोष और बढ़ जाएगा और प्रदर्शनकारी हिंसक हो सकते हैं, जिससे जीवन और संपत्ति की हानि हो सकती है। यह सम्पूर्ण मुद्दे को संवेदनशील बनाते हुए परिस्थिति को और अधिक कठिन बना सकता है।

वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करना और उनके निर्देशों की प्रतीक्षा करना

गुण: मुझे अपने वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभव का लाभ मिलेगा और साथ ही मुझे आश्वासन दिया जाएगा कि मेरे कार्यों को मेरे वरिष्ठों से स्वीकृति मिली है।

इस कार्यवाही में विलम्ब हो सकता है जिसके कारण राज्य मशीनरी शिथिल और गैर-उत्तरदायी हो सकती है। यह न केवल राज्य मशीनरी को बुरी तरह प्रभावित करेगा बल्कि मेरी निर्णय निर्माण की क्षमताओं को भी प्रभावित करेगा।

विकल्प, जिसे मैं अपनाऊंगा

मैं, जिला मजिस्ट्रेट के रूप में, पहले विकल्प को अपनाउंगा अर्थात् किसानों को उनके विरोध को समाप्त करने के लिए समझाने की कोशिश करूँगा। उसी समय,

  • मैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहने के लिए निर्देश दूंगा और सुनिश्चित करूँगा कि विरोधियों के हिंसक होने पर जरूरतमंद यात्रियों या किसानों को पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
  • मैं यह सुनिश्चित करूँगा कि यात्रियों को खाद्य वस्तुओं आदि जैसी आवश्यक सेवाएं प्रदान की जाएं।
  • इसके साथ ही मैं किसी भी मामले में, किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल को पर्याप्त रूप से तैयार रखने के साथ सुरक्षात्मक उपाय भी करूंगा।

यदि मेरे समझाने के बाद भी, किसान अपने विरोध को समाप्त करने के लिए सहमत नहीं होते हैं तो मैं स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल का उपयोग करूंगा। किन्तु पुलिस का प्रयोग केवल यह सुनिश्चित करने के लिए करूँगा कि रेलवे पटरियों से प्रदर्शनकारियों को हटा लिया जाए जबकि साथ ही यह भी सुनिश्चित करूंगा कि भीड़ में कोई भी घायल न हो पाये या किसी को नुकसान न पहुंचे।

विरोध का अधिकार लोकतंत्र में एक वैध अधिकार है। हालांकि समाज की बौद्धिक, आर्थिक और सामाजिक-राजनीतिक प्रगति भी राज्य का उत्तरदायित्व है। इसे सुनिश्चित करने में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है किन्तु राज्य के अभिकर्ता के रूप में, प्रदर्शनकारियों को प्रगतिशील निर्णयों के लाभों और उसके पीछे अन्तर्निहित तर्क के बारे में समझाना मेरा कर्तव्य है। ऐसा करने के लिए मैं इस मुद्दे से निपटने हेतु भावनात्मक बुद्धिमत्ता के प्रदर्शन के साथ संकट का सामना करने में धैर्य और साहस का परिचय दूंगा। प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए प्रावधान करना यह दर्शाता है कि व्यक्ति के पास उस परिस्थिति के सन्दर्भ में एक व्यापक दृष्टिकोण मौजूद है, जो सिविल सेवा के लिए एक अनिवार्य मूल्य है।

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