1. भक्ति आंदोलन का प्रारंभ किया गया था-
(a) आलवार संतों द्वारा
(b) सूफी संतों द्वारा
(c) सूरदास द्वारा
(d) तुलसीदास द्वारा
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]
उत्तर- (a) आलवार संतों द्वारा
- भक्ति आंदोलन एक हिंदू धार्मिक प्रथा है जो 8वीं शताब्दी में शुरू हुई जब शंकराचार्य नाम के एक महान दार्शनिक थे।
- यह द्रविड़ क्षेत्र में शुरू हुआ और मध्यकालीन युग के अंत में उत्तरी भारत में फैल गया जब यह इस्लामी शासन के अधीन था।
- भक्ति की मुख्य साधना शैव नयनारों और वैष्णव अलवरों के बीच प्रेमपूर्ण भक्ति है।
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2. भक्ति संस्कृति का भारत में पुनर्जन्म हुआ-
(a) वैदिक काल में
(b) दसवीं शताब्दी ईस्वी में
(c) बारहवीं शताब्दी ईस्वी में
(d) पंद्रहवीं और सोलहवीं शताब्दी ईस्वी में
[U.P. P.C.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (d) पंद्रहवीं और सोलहवीं शताब्दी ईस्वी में
- आठवीं शताब्दी में शंकराचार्य ने बौद्ध धर्म को चुनौती देने के लिए भक्ति आंदोलन शुरू किया।
- इसे 15वीं और 16वीं शताब्दी में कबीर, तुलसी, नानक, सूर और मीराबाई द्वारा पुनर्जीवित किया गया था।
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3. बुद्ध और मीराबाई के जीवन दर्शन में मुख्य साम्य था-
(a) अहिंसा व्रत का पालन
(b) निर्वाण के लिए तपस्या
(c) संसार दुःखपूर्ण है
(d) सत्य बोलना
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (c) संसार दुःखपूर्ण है
- बुद्ध और मीराबाई का एक ही विचार था कि जीवन दुख से भरा है।
- इस विचार को “बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य” के रूप में जाना जाता है, जिसमें दुःख प्राथमिक है।
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4. “कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति से उसका धर्म-संप्रदाय या जाति न पूछे।” यह कथन है-
(a) कबीर का
(b) रामानंद का
(c) रामानुज का
(d) चैतन्य का
[U.P.P.C.S. (Pre) 2009]
उत्तर- (b) रामानंद का
- संत रामानंदजी ने सभी अलग-अलग पृष्ठभूमियों के छात्रों को पढ़ाया, चाहे उनकी जाति, धर्म या संप्रदाय कोई भी हो।
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5. सभी भक्ति संतों के मध्य एक समान विशेषता थी, कि उन्होंने-
(a) अपनी वाणी को उसी भाषा में लिखा, जिसे उनके भक्त समझते थे
(b) पुरोहित वर्ग की सत्ता को नकारा
(c) स्त्रियों को मंदिर जाने को प्रोत्साहित किया
(d) मूर्तिपूजा को प्रोत्साहित किया
[47th B.P.S.C. (Pre) 2005]
उत्तर- (a) अपनी वाणी को उसी भाषा में लिखा, जिसे उनके भक्त समझते थे
- भक्ति संतों का आचरण उत्तम था।
- उनमें से कई लोगों ने देश भर में यात्रा की और विभिन्न राय रखने वाले लोगों से बातचीत की।
- उन्होंने हिंदी, कन्नड़, पंजाबी, बंगाली, तेलुगु, तमिल और अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने में मदद की।
- भक्ति आंदोलन के संतों ने अपनी कविताएँ स्थानीय भाषाओं में लिखीं ताकि उनके भक्त उन्हें समझ सकें।
- यह मुख्य कारक था जिसने स्थानीय भाषाओं को विकसित करने में मदद की।
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6. मध्ययुगीन भारत के धार्मिक इतिहास के संदर्भ में सूफी संत निम्नलिखित में से किस तरह के आचरण का निर्वाह करते थे?
1. ध्यानसाधना और श्वास-नियमन
2. एकांत में कठोर यौगिक व्यायाम
3. श्रोताओं में आध्यात्मिक हर्षोन्माद उत्पन्न करने के लिए पवित्र गीतों का गायन
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S (Pre) 2012]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- मध्यकालीन भारत में सूफ़ी संतों ने साम्प्रदायिक सद्भाव की भावना का विकास और प्रसार किया।
- उन्होंने लोगों को ध्यान करने और गहरी साँस लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
- उन्होंने एकता की भावना पैदा करने और अपने और अपने आस-पास के लोगों में आध्यात्मिक आनंद लाने के लिए गीत और संगीत का उपयोग किया।
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7. कामरूप में वैष्णव धर्म को लोकप्रिय बनाया-
(a) चैतन्य ने
(b) निम्बार्क ने
(c) रामानंद ने
(d) शंकरदेव ने
[U.P.P.C.S. (Mains) 2002]
उत्तर- (d) शंकरदेव ने
- कामरूप पश्चिमी असम में स्थित एक क्षेत्र है, जो मानस और बरनाडी नदियों से घिरा है।
- शंकरदेव द्वारा स्थापित एकासरण संप्रदाय, इस क्षेत्र में वैष्णववाद (विष्णु या कृष्ण की पूजा) लाया और मूर्तिपूजा और अनुष्ठानों की प्रथा का विरोध किया।
- उन्हें असम का चैतन्य कहा जाता था।
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8. रामानुजाचार्य किससे संबंधित है?
(a) भक्ति
(b) द्वैतवाद
(c) विशिष्टाद्वैत
(d) एकेश्वरवाद
[U.P.P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर- (c) विशिष्टाद्वैत
- रामानुजाचार्य भक्ति आंदोलन को फैलाने वाले पहले व्यक्ति थे।
- विशिष्टाद्वैत, जो एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है “विशेषताओं द्वारा वास्तविकता का अद्वैत” रामानुजाचार्य का दर्शन है।
- विशिष्टाद्वैत का मुख्य विचार यह है कि एक परम शक्ति है, एक पूर्ण सत्ता जो अस्तित्व में मौजूद हर चीज का मूल और आधार है।
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9. ‘शुद्ध अद्वैतवाद’ का प्रतिपादन किया था-
(a) माधवाचार्य ने
(b) वल्लभाचार्य ने
(c) श्रीकांताचार्य ने
(d) रामानुज ने
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) वल्लभाचार्य ने
- वल्लभ संप्रदाय के नेता श्री वल्लभाचार्य ने शुद्ध अद्वैतवाद की रचना की, जो एक “विशुद्ध रूप से अद्वैत” दर्शन है।
- उनके पिता सोम्याजी वंश के तेलुगु ब्राह्मण श्री लक्ष्मण भट्ट थे।
- ऐसा माना जाता है कि उन्होंने विष्णुस्वामिन के विचारों को लिया और उन्हें शुद्ध अद्वैत या शुद्ध गैर-द्वैतवाद में विकसित किया।
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10. ‘महाप्रभु वल्लभाचार्य’ की जन्मस्थली कहां है?
(a) शिवरीनारायण
(b) बिलासपुर
(c) रतनपुर
(d) चम्पारण्य
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) चम्पारण्य
- महाप्रभु वल्लभाचार्य का जन्म 1478 ई. में चम्पारण्य नामक वन में हुआ था।
- वह एक धार्मिक दार्शनिक थे जिन्होंने पुष्टि नामक वैष्णववाद की कृष्ण-केंद्रित शाखा और शुद्ध अद्वैत के सिद्धांत की रचना की।
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11. निम्नलिखित में कौन सुमेलित है?
(a) अद्वैतवाद – रामानुजम
(b) विशिष्टाद्वैतवाद – शंकराचार्य
(c) द्वैतवाद – मध्वाचार्य
(d) द्वैताद्वैतवाद – वल्लभाचार्य
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) द्वैतवाद – मध्वाचार्य
- सही सुमेलित सूची इस प्रकार है –
अद्वैतवाद |
शंकराचार्य |
विशिष्टाद्वैतवाद |
रामानुजाचार्य |
द्वैतवाद |
माधवाचार्य |
द्वैताद्वैतवाद |
निम्बार्काचार्य |
|
12. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची-I |
सूची-II |
A. वल्लभाचार्य |
1. द्वैतवाद |
B. रामानुज |
2. पुष्टिमार्ग |
C. मध्वाचार्य |
3. विशिष्टाद्वैत |
D. शंकर
|
4. अद्वैतवाद |
कूट :
A B C D
(a) 1, 3, 4, 2
(b) 2, 4, 1, 3
(c) 2, 3, 1, 4
(d) 4, 1, 3, 2
[U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2017]
उत्तर- (c) 2, 3, 1, 4
- सही सुमेलित सूची इस प्रकार है –
सूची-I |
सूची-II |
वल्लभाचार्य |
पुष्टिमार्ग |
रामानुज |
विशिष्टाद्वैत |
मध्वाचार्य |
द्वैतवाद |
शंकर |
अद्वैतवाद |
|
13. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए।
सूची-1 |
सूची-II |
(दार्शनिक) |
(दर्शन) |
A. रामानुज |
1. शुद्धाद्वैत |
B. मध्वाचार्य |
2. द्वैताद्वैत |
C. निम्बार्क |
3. द्वैत |
D. वल्लभाचार्य |
4. विशिष्टाद्वैत |
कूट :
A B C D
(a) 3 1 4 2
(b) 4 3 2 1
(c) 2 4 1 3
(d) 1 2 3 4
[U.P.P.C.S. (Pre) 2022]
उत्तर- (b) 4 3 2 1
- सूची-I तथा सूची-II का सही सुमेलन इस प्रकार है –
सूची-1 (दार्शनिक) |
सूची-II (दर्शन) |
रामानुज |
विशिष्टाद्वैत |
मध्वाचार्य |
द्वैत |
निम्बार्क |
द्वैताद्वैत |
वल्लभाचार्य |
शुद्धाद्वैत |
|
14. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. ‘बीजक’ संत दादू दयाल के उपदेशों का एक संकलन है।
2. पुष्टिमार्ग के दर्शन को मध्वाचार्य ने प्रतिपादित किया।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा / से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) न तो 1 और न ही 2
- बीजक कबीर के गीतों का एक प्रसिद्ध संग्रह है और इसे कबीरपंथी धर्म का पालन करने वाले लोगों द्वारा पवित्र माना जाता है।
- पुष्टिमार्ग 1500 के दशक में वल्लभाचार्य द्वारा शुरू किया गया एक हिंदू संप्रदाय है।
- उन्होंने शुद्ध अद्वैत के बारे में सिखाया।
- चूँकि ये कथन सत्य नहीं हैं, विकल्प (d) सही उत्तर है।
|
15. निम्नलिखित में से किस भक्ति संत ने अपने संदेश के प्रचार के लिए सबसे पहले हिंदी का प्रयोग किया?
(a) दादू
(b) कबीर
(c) रामानंद
(d) तुलसीदास
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (c) रामानंद
- रामानंद का जन्म 1299 ई. में प्रयाग में एक पारंपरिक कान्यकुब्ज ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
- उन्होंने प्रयाग और वाराणसी में अध्ययन किया।
- वह पूरे उत्तर भारत में राम और सीता की पूजा फैलाने में प्रभावशाली थे, और उनके बाद रैदास, तुलसीदास, कबीर और मीराबाई आए।
- वह एक शक्तिशाली ईश्वर (सगुण ईश्वर) में विश्वास करते थे और अपने संदेश हिंदी में फैलाते थे।
|
16. कबीर शिष्य थे-
(a) चैतन्य के
(b) रामानंद के
(c) रामानुज के
(d) तुकाराम के
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) रामानंद के
- रामानंद के 12 अनुयायियों में कबीर प्रसिद्ध थे।
- वह वाराणसी के पास एक विधवा ब्राह्मण परिवार से थे और उनका पालन-पोषण नीरू और नीमा नामक एक बुनकर जोड़े ने किया था।
|
17. ‘बीजक’ का रचयिता कौन है?
(a) सूरदास
(b) कबीर
(c) रविदास
(d) पीपाजी
[M.P.P.C.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (b) कबीर
- कबीरपंथी संप्रदाय बीजक का अनुसरण करता है, जो कबीर द्वारा लिखी गई कविताओं का संग्रह है।
|
18. कबीर एवं धरमदास के मध्य संवादों के संकलन का शीर्षक है-
(a) सबद
(b) अमरमूल
(c) साखी
(d) रमैनी
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002, U.P. P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (b) अमरमूल
- साखी, सबद और रमैनी कबीर द्वारा लिखी गईं, और उन्होंने ‘अमरमूल’ नामक एक पुस्तक भी लिखी, जो कबीर और धरमदास के बीच की बातचीत का संग्रह है
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19. मलूकदास एक संत कवि थे-
(a) आगरा के
(b) अयोध्या के
(c) काशी के
(d) कड़ा के
[U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर- (d) कड़ा के
- संत मलूकदास का जन्म 1574 ई. में कड़ा (कौशाम्बी) में लाला सुन्दर दास खत्री के घर हुआ था।
|
20. संत घासीदास के पिताजी का क्या नाम था ?
(a) सुकालू
(b) चैतूराम
(c) विसाहू
(d) महंगू
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (d) महंगू
- गुरु घासीदास का जन्म दिसंबर 1756 में गिरौदपुरी गांव में हुआ था, जो छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में स्थित है।
- उनके माता-पिता अमरौतीन और महंगूदास थे।
|
21. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही कालानुक्रम है?
(a) शंकराचार्य – रामानुज – चैतन्य
(b) रामानुज – शंकराचार्य – चैतन्य
(c) रामानुज – चैतन्य – शंकराचार्य
(d) शंकराचार्य – चैतन्य – रामानुज
[I.A.S. (Pre) 2004, Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) शंकराचार्य – रामानुज – चैतन्य
- सबसे पहले शंकराचार्य (8वीं शताब्दी में), फिर रामानुज (1017-1137 ई.) और अंत में चैत आये।
|
22. निम्न में से भक्ति संतों का सही तैथिक (कालानुक्रम) अनुक्रम चुनिए-
(a) कबीर, गुरुनानक, चैतन्य, मीराबाई
(b) कबीर, चैतन्य, गुरुनानक, मीराबाई
(c) कबीर, मीराबाई, चैतन्य, गुरुनानक
(d) गुरुनानक, चैतन्य, मीराबाई, कबीर
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर- (a) कबीर, गुरुनानक, चैतन्य, मीराबाई
- सही सुमेलित सूची इस प्रकार है –
कबीर |
1398-1518 |
गुरु नानक |
1469-1539 |
चैतन्य |
1486-1534 |
मीराबाई |
1498-1557 |
|
23. भगवान शिव की प्रतिष्ठा में कितने ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं?
(a) 6
(b) 12
(c) 24
(d) 18
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (b) 12
- भारत में, हिंदू भगवान शिव को समर्पित 12 मंदिर हैं –
- सोमनाथ गुजरात में है।
- केदारनाथ उत्तराखंड में हिमालय पर्वत श्रृंखला में है।
- विश्वनाथ उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हैं।
- वैद्यनाथ महाराष्ट्र के पराली गांव में हैं।
- महाबलेश्वर मध्य प्रदेश के उज्जैन में है।
- ओंकारेश्वर मध्य प्रदेश में मांधाता नामक द्वीप पर नर्मदा नदी के पास है।
- नागेश्वर गुजरात में द्वारका के करीब है।
- त्र्यंबकेश्वर महाराष्ट्र में नासिक के पास है।
- घृष्णेश्वर महाराष्ट्र में औरंगाबाद के पास है।
- भीमाशंकर महाराष्ट्र में पुणे के पास है।
- मल्लिकार्जुन आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में एक पहाड़ी पर है।
- रामेश्वरम तमिलनाडु में है।
|
24. रामानुज के अनुयायियों को कहा जाता है-
(a) शैव
(b) वैष्णव
(c) अद्वैतवादी
(d) अवधूत
[U.P.P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (b) वैष्णव
- रामानुजाचार्य भक्ति आंदोलन को बढ़ावा देने वाले पहले लोगों में से एक थे।
- रामानुजाचार्य की शिक्षाओं को संस्कृत में विशिष्टाद्वैत कहा जाता है।
- रामानुज को मानने वाले लोग वैष्णव कहलाते हैं।
- उन्होंने पूजा-पाठ पर ध्यान केंद्रित किया।
|
25. निम्नलिखित में से कौन-सा स्थान गुरुनानक का जन्म स्थल था?
(a) अमृतसर
(b) नाभा
(c) ननकाना
(d) नांदेर
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (c) ननकाना
- पश्चिम पंजाब (पाकिस्तान) के शेखपुरा जिले में स्थित ननकाना साहिब, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का जन्मस्थान था।
- उनका जन्म 15 अप्रैल, 1469 को एक खत्री परिवार में हुआ था।
- वह निराकार ब्रह्मा की पूजा के प्रति बहुत समर्पित थे और 1539 में डेराबाबा में उनका निधन हो गया।
|
26. जिसके शासन में गुरुनानक देव ने सिख धर्म की स्थापना की, वह कौन था?
(a) फिरोजशाह तुगलक
(b) सिकंदर लोदी
(c) हुमायूं
(d) अकबर
[U.P. P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008]
उत्तर- (b) सिकंदर लोदी
- गुरु नानक ने सिकंदर लोदी (1489-1517) के शासनकाल के दौरान सिख धर्म की शुरुआत की।
- वह एक, निराकार ईश्वर में विश्वास करते थे और ईश्वर के बारे में मानवीय दृष्टि से नहीं सोचते थे।
|
27. ‘ईश्वर केवल मनुष्य के सद्गुण को पहचानता है तथा उसकी जाति नहीं पूछता; आगामी दुनिया में कोई जाति नहीं होगी।’ यह सिद्धांत किस भक्ति संत का है?
(a) रामानंद
(b) दादू
(c) नानक
(d) रामानुज
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) नानक
- गुरु नानक ने सिखाया कि भगवान किसी व्यक्ति की जाति की परवाह नहीं करते, क्योंकि मृत्यु के बाद जाति कोई मायने नहीं रखती।
- उन्होंने ‘गुरु का लंगर’ नाम से एक सामुदायिक रसोई भी शुरू की, जहां किसी भी जाति के लोग बिना किसी भेदभाव के एक साथ भोजन कर सकते थे।
|
28. मीराबाई समकालीन नहीं थीं –
(a) तुलसीदास के
(b) चैतन्य महाप्रभु के
(c) गुरुनानक के
(d) रामकृष्ण परमहंस के
[U.P. P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (d) रामकृष्ण परमहंस के
- मीरा राजस्थान के मेड़ता के कुदाकी गाँव के एक शाही परिवार से थीं।
- उन्होंने उदयपुर के शासक राणा सांगा के सबसे बड़े बेटे से शादी की, लेकिन कुछ वर्षों के बाद उनका निधन हो गया।
- इसके बाद मीरा ने अपना जीवन भगवान कृष्ण की आराधना में समर्पित कर दिया।
- वह तुलसीदास, गुरु नानक और चैतन्य के साथ ही जीवित थीं, लेकिन जब वह जीवित थीं तब रामकृष्ण जीवित नहीं थे।
|
29. ‘राग-गोविंद’ के रचनाकार हैं-
(a) मीराबाई
(b) नरहरि
(c) सूरदास
(d) रसखान
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (a) मीराबाई
- मीराबाई ने ‘राग-गोविन्द’ नामक काव्य लिखा।
|
30. निम्नलिखित संतों को उनके कालानुक्रम में नियोजित कीजिए-
1. कबीर
2. नामदेव
3. मीराबाई
4. नानक
कूट :
(a) 1, 2, 3, 4
(b) 4, 3, 2, 1
(c) 2, 1, 4, 3
(d) 4, 1, 3, 2
[U. P. P. C. S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) 2, 1, 4, 3
- इन संतों का सही क्रम है –
- कबीर (1398-1518 ई.)
- नामदेव (1270-1350 ई.)
- मीराबाई (1498-1557 ई.)
- गुरु नानक (1469-1539 ई.)
|
31. निम्नलिखित में से कौन इस्लाम से प्रभावित था?
(a) चैतन्य
(b) मीराबाई
(c) नामदेव
(d) वल्लभाचार्य
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Mains) 2010, U.P. U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Pre) 2010]
उत्तर- (c) नामदेव
- नामदेव महाराष्ट्र में भक्ति आंदोलन के एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।
- उनका जन्म 1270 में पंढरपुर में हुआ था और उन्हें ज्ञानेश्वर ने पढ़ाया था।
- वह वारकरी संप्रदाय का हिस्सा थे और उनके पास विशोभा खेचर नामक एक शिक्षक थे जिन्होंने उन्हें भगवान के एक ऐसे रूप के बारे में सिखाया जो हर जगह मौजूद था।
- नामदेव भी इस्लाम से प्रेरित थे और मूर्ति पूजा, उपवास, तीर्थयात्रा और अन्य शारीरिक प्रथाओं के खिलाफ बोलते थे।
- उन्होंने कहा, “अगर एक पत्थर को भगवान माना जाता है, तो दूसरे पत्थर को भी भगवान होना चाहिए”।
|
32. निम्नलिखित भक्ति संतों पर विचार कीजिए-
1. दादू दयाल
2. गुरुनानक
3. त्यागराज
इनमें से कौन उस समय उपदेश देता था/देते थे, जब लोदी वंश का पतन हुआ तथा बाबर सत्तारूढ़ हुआ?
(a) 1 और 3
(b) केवल 2
(c) 2 और 3
(d) 1 और 2
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) केवल 2
- दादू दयाल 1544 से 1603 ई. के बीच जीवित रहे।
- गुरु नानक 1469 और 1539 ई. के बीच और त्यागराज 1767 और 1847 ई. के बीच जीवित रहे।
- त्यागराज कर्नाटक के एक धार्मिक कवि और संगीतकार थे।
- 1526 ई. में बाबर द्वारा इब्राहिम लोदी के खिलाफ पानीपत की लड़ाई जीतने के बाद लोदी राजवंश का पतन शुरू हो गया।
- गुरु नानक ने इसी दौरान अपनी शिक्षाएँ दीं।
- इसलिए, विकल्प (b) सही उत्तर है।
|
33. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिए-
सूची-1 |
सूची-II |
(भक्ति संत) |
(व्यवसाय) |
A. नामदेव |
1. नाई |
B. कबीर |
2. जुलाहा |
C. रविदास |
3. दर्जी |
D. सेना |
4. मोची |
कूट :
A B C D
(a) 2, 3, 1, 4
(b) 3, 2, 4, 1
(c) 3, 2, 1, 4
(d) 2, 3, 4, 1
[I.A.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (b) 3, 2, 4, 1
- सही सुमेलित सूची इस प्रकार है –
नामदेव |
दर्जी |
कबीर |
जुलाहा |
रविदास |
मोची |
सेना |
नाई |
|
34. चैतन्य महाप्रभु किस संप्रदाय से संबद्ध हैं?
(a) वैष्णव
(b) शैव
(c) बौद्ध
(d) सूफी
[U.P.P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (a) वैष्णव
- चैतन्य महाप्रभु का जन्म पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
- वह भक्ति आंदोलन के एक प्रसिद्ध संत थे और उनके माता-पिता जगन्नाथ मिश्र और शची देवी थे।
- उनका वास्तविक नाम निमाई था।
- चैतन्य कृष्ण के प्रति समर्पित थे और उन्होंने अपनी भक्ति का प्रचार करते हुए कई दिन वृन्दावन में बिताए।
|
35. तुलसीदास किसके समकालीन थे?
(a) अकबर तथा जहांगीर
(b) शाहजहां
(c) औरंगजेब
(d) बाबर तथा हुमायूं
[U.P. P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर- (a) अकबर तथा जहांगीर
- गोस्वामी तुलसीदास एक पवित्र व्यक्ति थे जो अकबर और जहाँगीर के समय में ही जीवित थे।
- उन्होंने ‘रामचरितमानस’ और ‘विनय पत्रिका’ नामक दो महत्वपूर्ण रचनाएँ लिखीं जो उनकी सर्वश्रेष्ठ रचनाएँ थीं।
- तुलसीदास दरबारी जीवन में शामिल नहीं थे और उन्होंने अपना अधिकांश समय बनारस (वाराणसी) शहर में बिताया।
|
36. ‘रामचरितमानस’ नामक ग्रंथ के रचयिता थे-
(a) तुलसीदास
(b) बाल्मीकि
(c) सूरदास
(d) वेद व्यास
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2007]
उत्तर- (a) तुलसीदास
- गोस्वामी तुलसीदास ने 1532 से 1623 के बीच अवधी भाषा में “रामचरितमानस” पुस्तक लिखी थी।
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37. निम्न में से कौन-सी रचना संत तुलसीदास की नहीं है?
(a) गीतावली
(b) कवितावली
(c) विनय पत्रिका
(d) साहित्य रत्न
[M.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) साहित्य रत्न
- संत तुलसीदास ने गीतावली, कवितावली और विनय पत्रिका लिखी, और सूरदास ने सुरसारावली, साहित्य रत्न लिखा।
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38. निम्नलिखित युग्मों में कौन सही सुमेलित नहीं है?
(a) धुव्रदास |
भगत नामावली |
(b) नाभादास |
भक्तमाल |
(c) रसखान |
रसिक प्रिया |
(d) उस्मान |
चित्रावली |
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) रसखान – रसिक प्रिया
- रसिक प्रिया आचार्य केशवदास की प्रसिद्ध रचना है।
- उनकी अन्य प्रसिद्ध रचनाओं में रामचन्द्रिका और कवि प्रिया शामिल हैं।
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39. निम्नलिखित में से कौन वरकरी संप्रदाय का संत था?
(a) निम्बार्क
(b) चक्रधर
(c) नामदेव
(d) रामदास
[U. P. P. C. S. (Mains) 2002, U. P. P. C. S. (Mains) 2004]
उत्तर- (c) नामदेव
- नामदेव वरकरी संप्रदाय की मान्यताओं और लंबे समय से चली आ रही परंपराओं को स्थापित करने में बहुत प्रभावशाली थे।
- विशोभा खेचर ने उन्हें आध्यात्मिक जीवन के बारे में सिखाया और उन्हें भगवान का एक शक्तिशाली रूप दिखाया।
- वे अपने शिक्षक ज्ञानेश्वर के साथ यात्राओं पर गये।
- उनकी कुछ कविताएँ ‘ग्रंथ साहिब’ में शामिल हैं।
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40. वरकरी संप्रदाय की मुख्य पीठ अवस्थित है-
(a) श्रृंगेरी में
(b) पंढरपुर में
(c) नदिया में
(d) वाराणसी में
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) पंढरपुर में
- वरकरी संप्रदाय का मुख्य केंद्र महाराष्ट्र के पंढरपुर में है, जो सोलापुर जिले में चंद्रभागा नदी के किनारे स्थित है।
- यह वैष्णव हिंदू धर्म का एक धार्मिक आंदोलन है जो मुख्य रूप से महाराष्ट्र राज्य में पाया जाता है।
- वे कृष्ण के एक रूप विट्ठल की पूजा करते हैं, जो पंढरपुर के मुख्य देवता हैं।
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41. भक्त तुकाराम कौन-से मुगल सम्राट के समकालीन थे?
(a) बाबर
(b) अकबर
(c) जहांगीर
(d) औरंगजेब
[I.A.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) जहांगीर
- भक्त तुकाराम जहाँगीर के लगभग उसी समय जीवित थे।
- उनका जन्म 1608 में और मृत्यु 1649 में हुई थी।
- जिस समय वह जीवित थे, उस दौरान जहांगीर और शाहजहां दो शासक थे, लेकिन चूंकि शाहजहां दिए गए विकल्पों में नहीं है।
- विकल्प (c), जहांगीर सही उत्तर है।
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42. निम्नलिखित में से कौन, भक्ति आंदोलन का प्रस्तावक नहीं था?
(a) नागार्जुन
(b) तुकाराम
(c) त्यागराज
(d) वल्लभाचार्य
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) नागार्जुन
- तुकाराम, त्यागराज और वल्लभाचार्य मध्य युग के दौरान धार्मिक भक्ति आंदोलन का हिस्सा थे, जबकि नागार्जुन ने ‘शून्यवाद’ की दार्शनिक मान्यता शुरू की थी।
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43. नीचे दो कथन दिए गए हैं। एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है।
कथन (A) : मध्यकाल में संगीत पर संस्कृत में लिखी गई अनेक पुस्तकों का फारसी में अनुवाद किया गया।
कारण (R): आरंभिक चिश्ती सूफी संत संगीत सभाओं, जिन्हें समा कहा जाता था, के शौकीन थे।
नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(b) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं, किंतु कारण (R) कथन (A) की व्याख्या नहीं है।
(c) कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) गलत है।
(d) कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं, किंतु कारण (R) कथन (A) की व्याख्या नहीं है।
- मध्य युग में, शासकों की रुचि के कारण संगीत पर कई भारतीय पुस्तकों का फ़ारसी में अनुवाद किया गया।
- उदाहरण के लिए, ग़ज़नी का महमूद अपने साथ पुस्तकें ग़ज़नी ले गया, और फ़िरोज़ तुगलक और सिकंदर लोदी जैसे अन्य शासकों ने संस्कृत में लिखी पुस्तकों का फ़ारसी में अनुवाद करवाया।
- बाद में मुग़ल बादशाहों ने कुछ संस्कृत पुस्तकों का फ़ारसी में अनुवाद भी किया। ‘सामा’ एक संगीत सभा थी, और चिश्तिस ने संगीत को ईश्वर से जुड़ने के एक तरीके के रूप में देखा।
- इस प्रकार, कथन सही है लेकिन दिया गया कारण इसे पूरी तरह से स्पष्ट नहीं करता है।
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44. भारत में चिश्तिया सूफी मत को स्थापित किया-
(a) ख्वाजा बदरुद्दीन ने
(b) ख्वाजा मुइनुद्दीन ने
(c) शेख अहमद सरहिंदी ने
(d) शेख बहाउद्दीन जकरिया ने
[U.P. P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (b) ख्वाजा मुइनुद्दीन ने
- इशाक शमी और उनके छात्र ख्वाजा अब्दाल चिश्ती ने अफगानिस्तान के चिश्ती में “चिश्तिया सूफी ऑर्डर” की शुरुआत की।
- मुईनुद्दीन चिश्ती ने 12वीं शताब्दी में इसे भारत में पेश किया जब वह मुहम्मद गोरी की सेना के साथ आए।
- वह 1236 ई. में अपनी मृत्यु तक अजमेर, राजस्थान में रहे।
- कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी उनके छात्र थे।
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45. ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती किसके शिष्य थे?
(a) ख्वाजा अब्दाल चिश्ती
(b) शाह वली उल्लाह
(c) मीर दर्द
(d) ख्वाजा उस्मान हारुनी
[U.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) ख्वाजा उस्मान हारुनी
- ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती का जन्म 1136 (हिजरी 530) में सकास्तान (सिस्तान) में हुआ था, जो अफगानिस्तान के दक्षिणी भाग में स्थित है।
- बाद में, वह अपने परिवार के साथ खुरासान प्रांत में चले गये।
- फिर ख्वाजा उस्मान चिश्ती हारूनी ने उन्हें एक छात्र के रूप में अपना लिया।
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46. अजमेर में ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर नजर (भेंट) भेजने वाले प्रथम मराठा सरदार कौन थे?
(a) नवाब अली बहादुर, पेशवा बालाजी राव प्रथम का पौत्र (मस्तानी नामक पत्नी से)
(b) राजा साहू, शिवाजी के पौत्र
(c) पेशवा बालाजी विश्वनाथ
(d) पेशवा बालाजी राव
[R.A.S./R.T.S. (Re. Exam) (Pre) 2013]
उत्तर- (b) राजा साहू, शिवाजी के पौत्र
- शिवाजी और मराठा शासकों के वंशज राजा साहू अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की कब्र पर उपहार देने वाले पहले व्यक्ति थे।
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47. शेख निजामुद्दीन औलिया शिष्य थे-
(a) शेख अलाउद्दीन साबिर के
(b) ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के
(c) बाबा फरीद के
(d) शेख अहमद सरहिंदी के
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) बाबा फरीद के
- हज़रत बाबा फरीदुद्दीन मसूद गंज-ए-शकर, जिन्हें आमतौर पर बाबा फरीद के नाम से जाना जाता है, शेख निज़ामुद्दीन औलिया के आध्यात्मिक नेता थे।
- उनका जन्म वर्तमान पाकिस्तान के मुल्तान जिले में स्थित कोथवाल गाँव में हुआ था।
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48. शेख निजामुद्दीन औलिया की दरगाह स्थित है-
(a) आगरा में
(b) अजमेर में
(c) दिल्ली में
(d) फतेहपुर सीकरी में
[U. P. P. S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (c) दिल्ली में
- यह स्पष्ट है कि हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया और हज़रत अलाउद्दीन चिश्ती वंश के बाबा फरीद के दो सबसे महत्वपूर्ण अनुयायी थे।
- बाबा फरीद की तरह, निज़ामुद्दीन औलिया ने अपनी शिक्षाओं के माध्यम से लोगों की आत्मा को शांति दी।
- उनकी दरगाह दिल्ली में स्थित है और उनका निधन 1325 ईस्वी में हुआ था और उन्हें ग्यासपुर, दिल्ली में दफनाया गया था।
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49. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं, जिनमें एक को कथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है-
कथन (A): भारत में सूफियों के चिश्ती धर्मसंघ का प्रवर्तक और सर्वप्रमुख व्यक्ति, ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती है।
कारण (R): चिश्ती धर्मसंघ ने अपना नाम अजमेर में स्थित ग्राम चिश्त से लिया है।
ऊपर के दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती ने भारत में चिश्ती सिलसिले की स्थापना की।
- वह सीरिया से आये थे और हज़रत अली के वंशज थे।
- यह कथन सही है, हालाँकि, दिया गया कारण सही नहीं है।
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50. जिस सूफी संत की मान्यता थी कि भक्ति संगीत ईश्वर के निकट पहुंचने का एक साधन है, वह है-
(a) मुइनुद्दीन चिश्ती
(b) बाबा फरीद
(c) सैयद मुहम्मद गेसुदराज
(d) शाह आलम बुखारी
[I.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (a) मुइनुद्दीन चिश्ती
- मुइनुद्दीन चिश्ती, जिन्हें ग़रीब नवाज़ के नाम से भी जाना जाता है, दक्षिण एशिया के एक धार्मिक शिक्षक, विद्वान और विचारक थे।
- उन्होंने इस क्षेत्र में सूफीवाद के चिश्ती संप्रदाय की शुरुआत की और उनका मानना था कि धार्मिक गीत गाना भगवान से जुड़ने का एक तरीका है।
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51. निम्न में से कौन चिश्ती सिलसिले से संबद्ध नहीं है?
(a) ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी
(b) शेख अब्दुल जिलानी
(c) शेख मुइनुद्दीन
(d) शेख निजामुद्दीन औलिया
[R.A.S./R.T.S (Pre) 2016]
उत्तर- (b) शेख अब्दुल जिलानी
- चिश्ती सिलसिला सूफीवाद की एक शाखा है, जो इस्लामी रहस्यवाद का एक रूप है।
- मुईनुद्दीन चिश्ती ने लाहौर और अजमेर में चिश्ती सिलसिले की स्थापना की और कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी और शेख निज़ामुद्दीन औलिया दिल्ली के चिश्ती सिलसिले के दो संत थे।
- हालाँकि, शेख अब्दुल जिलानी चिश्ती सिलसिले से नहीं थे, उन्होंने कादिरिया की शुरुआत की।
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52. निम्नलिखित में से किसे ‘भारत का सादी’ कहा गया है?
(a) अमीर हसन
(b) अमीर खुसरो
(c) अबू तालिब कलीम
(d) चन्द्रभान ब्राह्मण
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (a) अमीर हसन
- अमीर हसन-ए-देहलवी को उनकी अद्भुत ग़ज़लों के कारण ‘भारत की सदी’ के रूप में जाना जाता है।
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53. निम्नलिखित में से किस सुल्तान से निजामुद्दीन औलिया ने भेंट करने से इंकार कर दिया था?
(a) जलालुद्दीन खिलजी
(b) अलाउद्दीन खिलजी
(c) गयासुद्दीन तुगलक
(d) मुहम्मद बिन तुगलक
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (b) अलाउद्दीन खिलजी
- शेख निज़ामुद्दीन औलिया कई सुल्तानों के काल में रहे, लेकिन उन्होंने कभी दरबार का दौरा नहीं किया।
- सुल्तान जलालुद्दीन उनसे मिलना चाहता था, लेकिन जब उसने सुना कि सुल्तान आ रहा है, तो वह अजोधन चला गया।
- जब अलाउद्दीन ने उनसे मिलने के लिए कहा, तो निज़ामुद्दीन औलिया ने जवाब दिया कि अगर सुल्तान उनके घर के एक दरवाजे से आएगा तो वह चले जाएंगे।
- उन्हें ‘महबूब-ए-इलाही’ के नाम से भी जाना जाता था।
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54. शेख फरीद का सर्वाधिक ख्यातिलब्ध शिष्य, जिसने दिल्ली के सात सुल्तानों का शासन देखा था, कौन था?
(a) निजामुद्दीन औलिया
(b) शेख नासिरुद्दीन चिराग
(c) शेख सलीम चिश्ती
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर- (a) निजामुद्दीन औलिया
- निज़ामुद्दीन औलिया शेख फरीद के शिष्य थे और वह उस समय जीवित थे जब सात अलग-अलग सुल्तान सत्ता में थे।
- वह कभी भी सुल्तानों के दरबार में नहीं गए लेकिन फिर भी उन्हें “महबूब-ए-इलाही” (भगवान का पसंदीदा) और सुल्तान-उल-औलिया (संतों का राजा) के रूप में जाना जाता था।
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55. निम्न में से किस सूफी संत के विचारों को सिक्खों के धर्म ग्रंथ ‘आदि ग्रंथ’ में संकलित किया गया है?
(a) शेख मुइनुद्दीन चिश्ती
(b) कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी
(c) फरीदुद्दीन-गंज-ए-शकर
(d) शेख निजामुद्दीन औलिया
[U.P. P.C.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) फरीदुद्दीन-गंज-ए-शकर
- शेख फरीदुद्दीन-गंज-ए-शकर, जिन्हें बाबा फरीद के नाम से भी जाना जाता है, भारत में चिश्ती सिलसिला आंदोलन में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।
- उन्होंने कई रचनाएँ कीं जो अब गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं।
- वह बलबन से संबंधित था और उसकी मुख्य गतिविधियाँ हांसी और अजोधन पर आधारित थीं।
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56. प्रसिद्ध संत सलीम चिश्ती रहते थे?
(a) दिल्ली में
(b) अजमेर में
(c) फतेहपुर सीकरी में
(d) लाहौर में
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (c) फतेहपुर सीकरी में
- शेख सलीम चिश्ती सूफी संतों में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे।
- वह शेख बहाउद्दीन का बेटा था और लंबे समय तक अरब में रहा था।
- तब उन्हें ‘शेख-उल-हिन्द’ की उपाधि दी गई।
- अरब से लौटने के बाद वे आगरा से 36 किमी दूर सीकरी में बस गये।
- बाद में अकबर ने इस क्षेत्र का विकास किया और इसे फ़तेहपुर सीकरी कहा।
- ऐसा माना जाता है कि जहांगीर का जन्म शेख साल के आशीर्वाद से हुआ था।
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57. निम्नलिखित में से किस चिश्ती संत को ‘चिराग-ए-दिल्ली’ कहा जाता है?
(a) मुईउद्दीन
(b) फरीदुद्दीन
(c) निजामुद्दीन औलिया
(d) नासिरुद्दीन
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) नासिरुद्दीन
- शेख नसीरुद्दीन महमूद सूफी संत निज़ामुद्दीन औलिया के छात्र थे और उन्हें ‘चिराग-ए’ की उपाधि दी गई थी।
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58. निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
(a) शेख मुइनुद्दीन चिश्ती – अजमेर
(b) शेख बुरहानुद्दीन गरीब – दौलताबाद
(c) शेख मोहम्मद हुसैनी – गुलबर्गा
(d) शेख निजामुद्दीन औलिया – मुल्तान
[U.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (d) शेख निजामुद्दीन औलिया – मुल्तान
- शेख निज़ामुद्दीन औलिया चिश्ती संप्रदाय के एक प्रसिद्ध सूफी संत थे और उन्हें महबूब-ए-इलाही के नाम से भी जाना जाता था।
- उनका जन्म उत्तर प्रदेश के बदायूँ में हुआ था और दिल्ली जाने से पहले उन्होंने पाकिस्तान के अजोधन में बाबा फरीद के साथ समय बिताया था।
- उनकी दरगाह, निज़ामुद्दीन दरगाह, दिल्ली में स्थित है और सूफियों द्वारा इसका बहुत सम्मान किया जाता है।
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59. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कर नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए –
सूची-1 |
सूची-II |
A. ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती |
1. सुहरावर्दिया |
B. शेख अहमद सरहिंदी |
2. कादिरिया |
C. दारा शिकोह |
3. चिश्तिया |
D. शेख शहाबुद्दीन |
4. नक्शबंदिया |
कूट :
A B C D
(a) 2, 3, 1, 4
(b) 1, 4, 2, 3
(c) 3, 4, 2, 1
(d) 4, 2, 3, 1
[U.P.P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (c) 3, 4, 2, 1
- सही सुमेलित सूची इस प्रकार है –
सूची-I |
सूची-II |
ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती |
चिश्तियां |
शेख अहमद सरहिंदी |
नक्शबंदिया |
दारा शिकोह |
कादिरिया |
शेख शहाबुद्दीन |
सुहरावर्दिया |
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60. भारतीय इतिहास में सूफीवाद के संदर्भ में; निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. शेख अहमद सरहिंदी इब्राहिम लोदी का समकालीन था।
2. शेख नसीरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली शेख निजामुद्दीन औलिया का शिष्य था।
3. औरंगजेब शेख सलीम चिश्ती का समकालीन था।
4. भारत में सूफियों की कादिरी पद्धति सबसे पहले शेख नियामतुल्ला और मखदूम मुहम्मद जिलानी द्वारा लागू की गई।
इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?
(a) 1 और 2
(b) 1 और 3
(c) 2 और 3
(d) 2 और 4
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (d) 2 और 4
- शेख अहमद सरहिंदी नक्शबंदी संप्रदाय के एक प्रसिद्ध संत थे जो अकबर और जहांगीर के समय में ही रहते थे।
- उन्होंने लोगों को यह दर्शन सिखाया कि ईश्वर और मनुष्य जुड़े हुए हैं (वहदत-उल-शुहुद) बजाय इस विश्वास के कि ईश्वर और मनुष्य अलग-अलग हैं (वहदत-उल-वजूद)।
- शेख नसीरुद्दीन चिराग-ए-देहलवी अपने शिक्षक ख्वाजा निज़ामुद्दीन औलिया की शिक्षाओं का पालन करते थे लेकिन उतने उदार नहीं थे।
- शेख सलीम चिश्ती अकबर के समकालीन थे।
- शेख मोहिउद्दीन कादिर जिलानी कादरी संप्रदाय के संस्थापक थे और नियामतुल्लाह और मखदूम मुहम्मद जिलानी ने 15वीं शताब्दी में इस संप्रदाय को भारत में फैलाया था।
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61. हठ योग के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है/हैं?
1. हठयोग नाथपंथियों द्वारा अपनाया जाता था।
2. हठयोग क्रिया को सूफी संतों ने भी अपनाया था।
नीचे दिए हुए कूट में से सही उत्तर चुनिए –
कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (c) 1 और 2 दोनों
- भारत में हठयोग को नाथ संप्रदाय के योगियों द्वारा अपनाया जाता था।
- नाथ संप्रदाय के संस्थापक माने जाने वाले गुरु मत्स्येंद्रनाथ और उनके शिष्य गुरु गोरखनाथ ने हठयोग परंपरा की नींव डाली थी।
- हठयोग की क्रियाओं को सूफी संतों द्वारा भी अपनाया गया था।
- शत्तारी सिलसिले के सूफी संत मुहम्मद गौस ग्वालियरी की फारसी पुस्तक ‘बहर अल-हयात’ में हठयोग संबंधी क्रियाओं का चित्रण मिलता है।
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62. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. संत निम्बार्क, अकबर के समकालीन थे।
2. संत कबीर, शेख अहमद सरहिंदी से अत्यधिक प्रभावित थे।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) केवल 1
(c) 1 और 2 दोनों
(b) केवल 2
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2019]
उत्तर- (d) न तो 1, न ही 2
- निम्बार्क एक हिंदू दार्शनिक और विद्वान थे जिन्होंने वैष्णव विश्वास को बढ़ावा दिया कि एक ही समय में सब कुछ एक और अलग दोनों है।
- इस बारे में कुछ बहस है कि निम्बार्क कब रहते थे, लेकिन आम तौर पर यह माना जाता है कि वह 11वीं या 12वीं शताब्दी में सक्रिय थे।
- शेख अहमद सरहिन्दी का जन्म संत कबीर के बाद हुआ था, इसलिए दूसरा कथन गलत है।
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63. निम्नलिखित संतों में से कौन सूफी थे-
1. रहीम
2. निजामुद्दीन औलिया
3. मुइनुद्दीन चिश्ती
4. रसखान
नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) 1 और 3
(b) 1, 2 और 3
(c) 2 और 3
(d) 2 और 4
[U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]
उत्तर- (c) 2 और 3
- ख्वाजा निज़ामुद्दीन और मुइनुद्दीन चिश्ती पवित्र लोग थे जो चिश्ती विश्वास से संबंधित थे, जिसे भारत में मुइनुद्दीन चिश्ती द्वारा शुरू किया गया था।
- उन्होंने अजमेर को अपने कार्य का केन्द्र बनाया।
- निज़ामुद्दीन औलिया अपनी दयालुता और सहनशीलता के लिए जाने जाते थे और योग करते थे, जिससे उन्हें ‘योगसिद्ध’ की उपाधि मिली।
- भक्ति काल में रहीम और रसखान हिंदी साहित्य के लेखक थे।
- रसखान ने प्रसिद्ध पुस्तक ‘प्रेमवाटिका’ लिखी।
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64. निम्नलिखित सूफीवाद के सिलसिलों में कौन संगीत के विरुद्ध था?
(a) चिश्तिया
(b) सुहरावर्दिया
(c) कादरिया
(d) नक्शबंदिया
[U.P. P.C.S. (Pre) 2003, U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002, U.P. P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (d) नक्शबंदिया
- बहाउद्दीन नक्शबंद ने 14वीं शताब्दी में नक्शबंदी सिलसिला की स्थापना की।
- ख्वाजा कहवंद, एक बहुत ही महत्वपूर्ण संत, भारत आए और कश्मीर को अपनी गतिविधियों का केंद्र बनाया।
- नक्शबंद के शिष्य ख्वाजा बाकी बिल्लाह ने 17वीं शताब्दी में इस संप्रदाय का प्रचार करना शुरू किया जब उनके गुरु ने उन्हें काबुल भेजा।
- शेख अहमद सरहिंदी (जिन्हें इस्लाम के सुधारक मुजद्दिद के नाम से भी जाना जाता है) ख्वाजा बाकी बिल्लाह के शिष्य थे और उन्होंने वजदत-उल-शुहुद (प्रत्यक्षवादी दर्शन) की शुरुआत की थी।
- यह दर्शन संगीत के अभ्यास के विरुद्ध था।
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65. अति कट्टरपंथी सूफी संप्रदाय था-
(a) चिश्ती
(b) सुहरावर्दी
(c) नक्शबंदी
(d) कादिरी
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) नक्शबंदी
- बहा-उद-दीन नक्शबंदी बुखारी ने 1400 के दशक में सूफी नक्शबंदी आदेश शुरू किया था।
- इसे भारत में प्रसिद्ध कराने वाला बाबर ही था।
- यह आदेश शरीयत का सख्ती से पालन करने और पैगंबर के प्रति प्रेम और सम्मान रखने पर केंद्रित था।
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66. निम्नलिखित युग्मों में से गलत युग्म को पहचानिए-
(a) चिश्ती – दिल्ली और दोआब
(b) सुहरावर्दी – सिंध
(c) औलिया – मध्य प्रदेश
(d) फिरदौसी – बिहार
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (c) औलिया – मध्य प्रदेश
- चिश्ती सिलसिले का प्रभुत्व दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में था जबकि सुहरावर्दी सिलसिले का क्षेत्र सिंध क्षेत्र में था।
- फ़िरदौसी सिलसिला चिश्ती सिलसिले का एक हिस्सा था जिसका प्रभुत्व बिहार के क्षेत्र में था।
- औलिया कोई आदेश नहीं, बल्कि दिल्ली के प्रसिद्ध संत ‘निज़ामुद्दीन’ को दी गई एक उपाधि है।
- दिल्ली में निज़ामुद्दीन औलिया का प्रभुत्व था।
- इस प्रकार, विकल्प (c) गलत है।
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67. निम्नलिखित सूफियों में से किसने कृष्ण को औलिया के रूप में माना-
(a) शाह मोहम्मद गौस
(b) शाह अब्दुल अजीज
(c) शाह वलीउल्ला
(d) ख्वाजा मीर दर्द
[U.P. P.C.S. (Pre) 2003, U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002, U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (a) शाह मोहम्मद गौस
- शाह मुहम्मद गौस, एक सूफी संत, भगवान कृष्ण को अपने गुरु के रूप में देखते थे।
- वह शत्तारी संप्रदाय के एक प्रतिष्ठित सदस्य थे और उनका मुगल सम्राट, हुमायूँ और तानसेन के साथ विशेष संबंध था।
- उनकी आध्यात्मिक यात्रा को ‘जवाहिर-ए-खम्सा’ नामक उनके लेखन में प्रलेखित किया गया था।
- उन्होंने हठ योग के ‘अमृतकुंड’ का ‘बहार-उल-हयात’ में अनुवाद भी किया। शट्टारी संतों ने मुस्लिम और हिंदू एकता की वकालत की।
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68. शेख बहाउद्दीन जकारिया किस संप्रदाय के थे?
(a) सुहरावर्दी संप्रदाय
(b) ऋषि संप्रदाय
(c) चिश्ती संप्रदाय
(d) फिरदौसी संप्रदाय
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[64th B.P.S.C. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) सुहरावर्दी संप्रदाय
- शेख बहाउद्दीन ज़कारिया (1182-1268 ई.) ने भारत में सुहरावर्दी संप्रदाय की स्थापना की।
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69. निम्नलिखित में से किसका संबंध सूफीवाद से नहीं है?
(a) उलेमा
(b) खानकाह
(c) शेख
(d) समा
[U.P.P.S.C. (R.I.) 2014]
उत्तर- (a) उलेमा
- खानकाह में सूफी संत रहते थे और वे समा के आयोजन करते थे।
- एक शेख, जो सूफीवाद का विशेषज्ञ था, शिक्षण और मार्गदर्शन प्रदान करता था।
- उलेमा, जो इस्लामी कानूनों के जानकार थे, उनका सूफीवाद से कोई लेना-देना नहीं था।
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70. कृष्ण जीवनपरक ‘प्रेम वाटिका’ काव्य की रचना की थी-
(a) बिहारी ने
(b) सूरदास ने
(c) रसखान ने
(d) कबीर ने
[L.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (c) रसखान ने
- रसखान 16वीं शताब्दी (लगभग 1548 ई.) में भगवान कृष्ण के भक्त थे।
- उनका मूल नाम सैय्यद इब्राहिम था।
- उन्होंने ‘प्रेम वाटिका’ नामक कविताओं की एक पुस्तक लिखी, जिसमें कृष्ण के जीवन की कहानी बताई गई है।
- रसखान का दूसरा प्रसिद्ध ग्रन्थ ‘सुजान रसखान’ है।
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71. निम्न में से कौन एक भक्ति आंदोलन से जुड़ा नहीं है?
(a) वल्लभाचार्य
(b) चैतन्य
(c) गुरुनानक
(d) अमीर खुसरो
[Uttarakhand P. C. S. (Mains) 2006]
उत्तर- (d) अमीर खुसरो
- हजरत अमीर खुसरो का पूरा नाम अब्दुल हसन यामीनुद्दीन खुसरो था।
- वह अपने समय के प्रसिद्ध कवि और विद्वान थे।
- वह भक्ति आंदोलन से जुड़े नहीं थे।
- उन्होंने कई रचनाएँ लिखीं, जैसे क़िरान-उस-सादैन, मिफ़्ताह-उल-फुतुह, नुह सिपिहर, आशिक, तुगलक नामा और खज़ैन-उल-फुतुह।
- चैतन्य महाप्रभु ने मध्यगौर्य संप्रदाय की स्थापना की।
- गुरु नानक का जन्म पंजाब में खत्री परिवार में हुआ था।
- उन्होंने ईश्वर के निराकार स्वरूप की कल्पना की। वल्लभाचार्य कृष्णमार्गी शाखा के दूसरे संत थे।
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72. ‘बारहमासा’ की रचना किसने की थी?
(a) अमीर खुसरो
(b) इसामी
(c) मलिक मोहम्मद जायसी
(d) रसखान
[39th B.P.S.C. (Pre) 1994]
उत्तर- (c) मलिक मोहम्मद जायसी
- हजरत मलिक मुहम्मद जायसी ने बारहमासा, पद्मावत, अखरावत और आखिरी कलाम जैसे कुछ ग्रंथ लिखे।
- इनमें से पद्मावत हिंदी साहित्य में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, बारहमासा पद्मावत का एक हिस्सा है।
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73. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूटो से सही उत्तर चुनिए –
सूची-1 |
सूची-II |
A. मुल्ला दाउद |
1. चांदायन |
B. दामोदर कवि |
2. आशिका |
C. सोमनाथ |
3. पद्मावती कथा |
D. अमीर खुसरो |
4. राग विबोध |
कूट :
A B C D
(a) 1, 3, 2, 4
(b) 1, 3, 4, 2
(c) 2, 4, 1, 3
(d) 1, 2, 3, 4
उत्तर- (b) 1, 3, 4, 2
- सही सुमेलन इस प्रकार है –
मुल्ला दाउद |
चांदायन |
दामोदर कवि |
पद्मावती कथा |
सोमनाथ |
राग विबोध |
अमीर खुसरो |
आशिका |
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74. प्रति वर्ष प्रसिद्ध सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की मजार पर मेला लगता है-
(a) फतेहपुर सीकरी में
(b) कलियर में
(c) देवा शरीफ में
(d) गढ़मुक्तेश्वर में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2008]
उत्तर- (c) देवा शरीफ में
- उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से 12 किमी दूर देवा शरीफ में स्थित प्रसिद्ध सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की कब्र पर हर साल एक उत्सव आयोजित किया जाता है।
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75. क्राइस्ट का जन्म स्थान-
(a) जेरूशलम
(b) बेथलेहम
(c) लंदन
(d) बेबीलॉन
[M.P. P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (b) बेथलेहम
- ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) का जन्म ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में बेथलहम में हुआ था, जो एक यहूदी क्षेत्र में स्थित है।
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76. ईस्टर त्यौहार के पीछे ईसाइयों की भावना है-
(a) इस दिन ईसा ने उपदेश दिया
(b) ईसा ने संसार से विदा ली
(c) ईसा नाजरथ में गए
(d) इस दिन ईसा पुनर्जीवित हुए
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (d) इस दिन ईसा पुनर्जीवित हुए
- तीन दिन पहले क्रूस पर चढ़ाए जाने के बाद मृत्यु से यीशु की वापसी को चिह्नित करने के लिए ईस्टर ईसाइयों के लिए एक छुट्टी है।
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77. कौन-सा ईसाई संत पशु-पक्षियों से प्रेम के लिए विख्यात है?
(a) संत पॉल
(b) संत थामस
(c) असीसी के संत फ्रांसिस
(d) संत पीटर
[M.P. P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (c) असीसी के संत फ्रांसिस
- असीसी के संत फ्रांसिस (1181-1226 ई.) पक्षियों और जानवरों के प्रति अपने प्रेम के लिए प्रसिद्ध थे।
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78. ईसाइयों का गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है?
(a) ईसा मसीह की मृत्यु हुई थी
(b) ईसा मसीह का जन्म हुआ था
(c) ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था
(d) ईस्वी सन का प्रारंभ हुआ था
[U.P. P.C.S. (Pre) 1990]
उत्तर- (c) ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था
- गुड फ्राइडे ईसा मसीह के बलिदान को याद करने के लिए मनाया जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि बाइबिल के अनुसार यीशु की हत्या शुक्रवार के दिन की गई थी।
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