आदर्श व्यक्तित्व(रोल मॉडल)

प्रश्न: एक नेता के रूप में सफलता प्राप्त करने के लिए एक आदर्श व्यक्तित्व (रोल मॉडल) के होने के महत्व पर चर्चा कीजिए। इस सन्दर्भ में, आपके विचार से वे कौन-से गुण हैं जो एक नेता को एक प्रबंधक से पृथक करते हैं?

दृष्टिकोण:

  • एक नेता के रूप में सफलता प्राप्त करने के लिए एक आदर्श व्यक्तित्व (रोल मॉडल) होने के महत्व पर संक्षेप में चर्चा कीजिए।
  • नेताओं एवं प्रबंधकों के मध्य अंतर का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।

उत्तर:

एक नेता केवल वह व्यक्ति ही नहीं होता जो अपने लक्ष्यों को प्राप्त करता हो। वह ऐसा व्यक्ति (पुरुष या महिला) होता है जिस पर लोग विश्वास करते हों कि वह लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। एक नेता भरोसे, आत्म-विश्वास तथा अनुपालन को प्रेरित करता है। एक नेता लोगों को अपने जीवन के उद्देश्य की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करता है, भले ही इसे प्राप्त करने का मार्ग कितना ही कठिन क्यों न हो। एक नेता वह होता है जो उत्तरदायित्व लेता है। एक नेता सदैव बड़े लक्ष्यों को लक्षित करता है, चाहे इसके लिए उसे छोटे लक्ष्यों को त्यागना ही क्यों न पड़े। एक सफल नेता बनने के लिए किसी व्यक्ति को एक ऐसा आदर्श व्यक्ति बनना होता है जिसके जैसा लोग बनना चाहें। एक आदर्श व्यक्तित्व (रोल मॉडल) के रूप में एक नेता के भीतर कुछ विशिष्टताओं का होना आवश्यक है, उदाहरणार्थ:-

  • एक रोल मॉडल को सदैव उत्तरदायित्व लेना चाहिए तथा आगे बढ़कर नेतृत्व करना चाहिए।
  • उसे स्व-चिंतन का अभ्यास करना चाहिए और अपने लिए कुछ उपयुक्त मानकों का निर्धारण करना चाहिए।
  • उसे स्वयं-जागरुक होना चाहिए तथा नए विचारों एवं समाधानों को स्वीकार करना चाहिए।
  • उसे सहानुभूति, दूरदर्शिता, साहस, ईमानदारी तथा एकाग्रता का प्रदर्शन करना चाहिए।
  • उसे अपने द्वारा दी गई शिक्षाओं का पालन स्वयं भी करना चाहिए।
  • उसे किसी की आलोचना नहीं करनी चाहिए अपितु आगे बढ़कर उत्तरदायित्व लेना चाहिए।
  • यदि एक प्रबंधक कुछ निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी टीम का नेतृत्व करता है तो वह भी एक प्रकार का नेता ही है। हालांकि एक प्रबंधक एवं एक नेता के मध्य अंतर होता है। एक नेता आगे बढ़कर लोगों का नेतृत्व करता है। यह सफलता का श्रेय लेने से भिन्न होता है। एक नेता किसी कार्य से प्राप्त उपलब्धि का संपूर्ण श्रेय अपने दल के सदस्यों को देगा, जबकि विफल होने पर स्वयं को उत्तरदायी मानेगा। किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के दौरान आने वाली विभिन्न चुनौतियों का भी वह डट कर सामना करेगा।
  • किसी भी प्रबंधक हेतु कार्य एक प्रदत्त जिम्मेदारी होता है, उसका अन्तः प्रेरित लक्ष्य नहीं। जबकि एक नेता के लिए लक्ष्य उसकी दूरदर्शिता का उत्पाद होता है। इसके अतिरिक्त यह भी संभव है कि किसी प्रबंधक की टीम स्वयं को लक्ष्य से न जोड़ पाए, अतः इस कारण उनमें आंतरिक प्रेरणा का अभाव हो। जबकि दूसरी ओर एक नेता की टीम अपने नेता की भांति ही लक्ष्य प्राप्त करने हेतु प्रेरित रहती है।
  • नेतृत्वकर्ता सामान्यतया करिश्माई व्यक्तित्व वाला व्यक्ति होता है, निरंतर सकारात्मक बना रहता है तथा यह सुनिश्चित करता है कि उसके आस-पास के लोग उसके दृष्टिकोण को समझ सकें और उसे स्वीकार करें। जबकि प्रबंधक के पास एक स्पष्ट दृष्टिकोण होता है जिसे वह लोगों से मानने अथवा न मानने के लिए मात्र आग्रह करता है।
  • एक प्रबंधक सभी वस्तुओं को प्रबंधित करता है तथा यह सुनिश्चित करता है कि सभी दैनिक गतिविधियाँ सुचारु रूप से हो सकें, परन्तु एक नेता लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु लोगों को अपने साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
  • प्रबंधन का तात्पर्य होता है वस्तुओं को उचित प्रकार से संभालना जिसमें उच्च स्तरीय प्रत्यक्ष भागीदारी की आवश्यकता होती है, जबकि नेतृत्व का तात्पर्य है पूर्ण रूप से सोच-विचार कर दिशा का निर्धारण करना। नेतृत्व किसी भी समूह द्वारा अनुपालन की जाने वाली एक नई दिशा या दृष्टिकोण का निर्धारण करता है। इसके विपरीत प्रबंधन स्थापित किए गए सिद्धांतों या मूल्यों के अनुसार समूह में लोगों/संसाधनों को नियंत्रित या निर्देशित करता है।
  • एक प्रबंधक अपनी टीम के किसी सदस्य को अपना कार्य हस्तांतरित करता है या करने का प्रयास करता है। इसके विपरीत एक नेता अपनी टीम के सदस्यों के कार्य को साझा करने एवं उनकी सहायता करने का प्रयास कर सकता है ताकि बिना किसी अवरोध के कार्य को साथ मिलकर समाप्त किया जा सके।
  • नेता दैनिक कार्यों को दीर्घकालिक लक्ष्यों के साथ जोड़ देता है जबकि प्रबंधक केवल अल्पकालिक लक्ष्यों पर ध्यान केन्द्रित करता है।
  • किसी कार्य के प्रति लोगों के साथ साझा किये जाने वाले उत्साह एवं ऊर्जा के कारण नेता उनका नेतृत्व अपने हाथ में लेता है। इसके विपरीत प्रबंधक किसी विशिष्ट वित्तीय लाभ के लिए कर्मचारियों और अधीनस्थों का मार्गदर्शन करता है।
  • एक प्रबंधक अपनी शक्ति का प्रयोग अन्य लोगों पर करता है, जबकि एक नेता लोगों के भीतर शक्ति का सृजन करता है।
  • प्रबंधक परिवर्तन में विश्वास नहीं करता है परंतु एक नेता स्वयं परिवर्तन का सृजन करता है।

हालांकि, नेतृत्व एवं प्रबंधन एक साथ मिलकर कार्य करते हैं। एक नेता अपनी टीम की कार्यपद्धति को रूपांतरित करने का प्रयास करता है जबकि प्रबंधक अपनी टीम के सदस्यों के कार्यों एवं उनके प्रदर्शन का उपयोग कंपनी एवं कर्मचारी के मध्य संव्यवहार के रूप में करता है। एक सफल उद्यम को सुदृढ़ नेता एवं प्रबंधक दोनों की आवश्यकता होती है ताकि टीम के सदस्य सफलता को प्राप्त करने हेतु उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ सकें।

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