भावनात्मक समझ (बुद्धिमत्ता)

 प्रश्न: भावनात्मक समझ (बुद्धिमत्ता) से आप क्या समझते है? लोक सेवकों के लिए इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।

दृष्टिकोण:

  • भावनात्मक समझ (Emotional Intelligence: EI) की अवधारणा की व्याख्या कीजिए और इसके घटकों की चर्चा कीजिए।
  • सिविल सेवकों के लिए El के महत्व को रेखांकित कीजिए।

उत्तर:

भावनात्मक समझ (EI) किसी व्यक्ति द्वारा स्वयं की भावनाओं को पहचानने, समझने और प्रबंधित करने के साथ-साथ दूसरों की भावनाओं को समझने, प्रबंधित करने और प्रभावित करने की क्षमता को संदर्भित करती है। यह सदैव सद्गुण के रूप में नहीं होती है तथा इसका प्रयोग सकारात्मक और नकारात्मक परिणामों के लिए एक उपकरण के रूप में किया जा सकता है। इसके पांच प्रमुख तत्व हैं जो निम्नलिखित तरीकों से सहायता करते हैं:

  • आत्म-जागरुकता (Self-awareness): एक आत्म-जागरुक व्यक्ति दूसरों की भावनाओं को समझने की बेहतर स्थिति में होता है।
  • स्व-विनियमन (Self-regulation): इसके कारण व्यक्ति बोलने/करने से पूर्व विचार करता है। इसमें स्व-मूल्यांकन और अपनी कार्रवाइयों के लिए स्वयं को उत्तरदायी ठहराने सहित अनेक सकारात्मक पहलू सम्मिलित हैं।
  • अभिप्रेरणा (Motivation): यह लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करती है। एक प्रेरित व्यक्ति आदर्श के रूप में नेतृत्व करता है और दूसरों को प्रभावित करने के लिए बेहतर स्थिति में होता है।
  • समानुभूति (Empathy): यह स्वयं को दूसरों की स्थिति में रखकर उस परिस्थिति को समझने में सहायता करती है। जो व्यक्ति दूसरों के साथ समानुभूति रखते हैं उन्हें सम्मान प्राप्त होता है।
  • सामाजिक कौशल (Social skills): यह स्वयं के दृष्टिकोण को संप्रेषित करने में सहायता करता है और दूसरों के साथ सद्भाव को बढ़ाता है। यह संबंधों को और अधिक अनुकूल बनाता है।

मैक्स वेबर का मत था कि एक सिविल सेवक को सभी परिस्थितियों में तटस्थ रहना चाहिए और इसीलिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपनी भावनाओं को दैनिक प्रशासनिक कार्य से पृथक रखें। हालांकि इन दिनों El को एक अनिवार्य उपकरण माना जाता है क्योंकि नौकरशाही पर अत्यधिक दबाव हो गया है। एक सिविल सेवक को परिवार, लोगों, राजनेताओं आदि से निरंतर दबाव का सामना करना पड़ता है तथा उसके उपरांत भी उन्हें उन लोगों से संबद्ध रहना होता है जिन्हें उनके द्वारा सेवा प्रदान की जानी होती है। El, सिविल सेवक को निम्नलिखित तरीकों से सहायता कर सकती है:

  • श्रमबल को प्रेरित करना: कार्य दबाव और तीव्र गति के परिवेश में, लक्ष्य पर ध्यान बनाए रखना महत्वपूर्ण है। कार्य करने के लिए अधीनस्थों पर दबाव बनाने का यांत्रिक मॉडल अब प्रयोज्य नहीं माना जाता है। यह अनुपालन को प्रेरित नहीं करता है और इसके परिणामस्वरूप लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती है। एक सिविल सेवक को अपने कर्मचारियों का विश्वास प्राप्त करना चाहिए और उन्हें प्रेरित करते रहना चाहिए। वह न तो तानाशाह हो सकता है और न ही लोगों का तुष्टिकरण करने वाला हो सकता है। उसे अपने आदेशों का आंतरिक अनुपालन कराने हेतु भावनात्मक रूप से कर्मचारियों से संबद्धता स्थापित करनी होती है। उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए लक्ष्य और साथ ही प्रेरणा के स्तर को बनाए रखा जाना चाहिए। EI इसके लिए एक आवश्यक उपकरण है।
  • परिवार एवं व्यवसायिक जीवन का प्रबंधन: एक EI युक्त सिविल सेवक परिवार और व्यवसायिक जीवन के मध्य संतुलन स्थापित करके स्वस्थ मनोदशा के कारण व्यवस्था में अधिक योगदान प्रदान कर सकता है।
  • स्वयं और दूसरों के कार्यों का समन्वय: भावात्मक समझ से युक्त सिविल सेवक दूसरों की भावनाओं, दृष्टिकोणों और इरादों को समझ सकता है और उसी के अनुरूप विश्वसनीय व्यवहार कर सकता है।
  • पारस्परिक रूप से संतोषजनक संबंध: भावात्मक समझ से युक्त सिविल सेवक सहकर्मियों या विभिन्न समूहों के लोगों के मध्य के मतभेदों को समाप्त कर सकता है। इस प्रकार वह समस्याओं का समाधान और अधिक रचनात्मक और प्रभावी तरीके से कर सकता है
  • बेहतर कार्य-संस्कृति: एक भावात्मक समझ वाला सिविल सेवक व्यवस्था में अधिक ऊर्जा का संचार करता है। इस प्रकार वह प्रत्येक कर्मचारी के कार्य संबंधी अभिवृति को प्रभावित करता है।
  • बेहतर निर्णयन: किसी व्यक्ति की इच्छाओं और भय से अवगत होने पर सिविल सेवक को हितों के टकराव के दौरान तटस्थ और निष्पक्ष रहने में सहायता प्राप्त हो सकती है।
  • बेहतर नीतियां और उनका कार्यान्वयन: EI जमीनी वास्तविकताओं को बेहतर तरीके से समझाने में सहायता प्रदान करती है। यह बेहतर नीतियों का सुझाव प्रदान करने तथा उन्हें और अधिक प्रभावी ढंग से कार्यान्वित करने में सहायता कर सकती है।
  • व्यवस्था में पुनः विश्वास स्थापित करना: लोगों की समस्याओं को ध्यान से सुने जाने, उनकी परिस्थिति के साथ सहानुभूति प्रकट किये जाने और नौकरशाही के कार्य दृष्टिकोण में सकारात्मक परिवर्तन की वाहक बन EI नागरिकों की दृष्टि में व्यवस्था को और अधिक विश्वसनीय बनाने में सहायता कर सकती है।

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