1. कथन (A): दोनों गोलार्द्धा के 60°-65° अक्षांशों में उच्च दाब की बजाय निम्न दाब पट्टिका होती है।
कारण (R): निम्न दाब क्षेत्र भूमि पर नहीं बल्कि महासागरों पर स्थायी होते हैं।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही है और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही है और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
I.A.S. (Pre) 2002
उत्तर- (b) (A) और (R) दोनों सही है और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
- दोनों गोलाद्धों में 60°-65° अक्षांशों के मध्य उपध्रुवीय निम्न वायुदाब पेटी पाई जाती है।
- जहां वर्षभर तापक्रम कम होने के बावजूद निम्न वायुदाब मिलता है।
- यद्यपि इस पेटी का तापक्रम से कोई संबंध नहीं है।
- अतः कथन (A) सही है। परंतु उपर्युक्त अक्षाशों के संदर्भ में महासागरों एवं भूमि पर निर्मित निम्न वायुदाब केंद्रों का अध्ययन करें तो यह ज्ञात होता है कि महासागरों पर निर्मित निम्न दाब क्षेत्र स्थायी होते हैं।
- अतः कारण भी सही है।
- लेकिन यहां कारण (R), कथन (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
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2. निम्न अक्षांशों (उत्तरी अथवा दक्षिणी) में से किसे आप ‘हॉर्स अक्षांश’ से संबद्ध करेंगे?
(a) 30°
(b) 45°
(c) 60°
(d) 23 1/2°
[U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2008]
उत्तर- (a) 30°
- दोनों गोलाद्धों में 30° 35° अक्षांशों के मध्य उच्च वायुदाब पाया जाता है।
- भूमध्य रेखा से उठी वायु तथा उपाध्रुवीय निम्न वायुदाब की वायु इन अक्षांशों में नीचे उतरकर बैठती है, जिससे इनका आयतन कम होने के कारण वायुदाब अधिक हो जाता है।
- इस प्रकार यह उच्च वायुदाब गतिजन्य होता है।
- इस पेटी को अश्व अक्षांश भी कहा जाता है।
- इस शांत तथा अनिश्चित पवन वाले भाग में आने पर प्राचीन काल में घोड़े से लदे जलयानों के संचालन में पर्याप्त कठिनाई होती थी।
- परिणामस्वरूप व्यापारी जलयान को हल्का करने के लिए कुछ अश्वों को सागर में फेंक देते थे।
- इस कारण इन्हें ‘अश्व अक्षांश’ कहा जाने लगा।
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3. वायुदाब सबसे कम होता है-
(a) शीत ऋतु में
(b) वसंत ऋतु में
(c) शरद ऋतु में
(d) ग्रीष्म ऋतु में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) ग्रीष्म ऋतु में
- धरातल पर वायुमण्डलीय वायुदाब और तापमान के बीच परस्पर उल्टा संबंध होता है।
- अतः स्पष्ट है कि गर्मियों में तापमान सबसे अधिक होने के कारण वायुदाब सबसे कम होगा, परंतु ऊंचाई के साथ तापमान में गिरावट की तरह वायुदाब में भी गिरावट होती है।
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