1. कथन (A): वायुमण्डल में नमी की मात्रा अक्षांश से संबद्ध है।
कारण (R): नमी को जलवाष्प के रूप में रखने की क्षमता तापमान से संबद्ध है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
- वायुमण्डल में नमी की मात्रा का संबंध मुख्यतः तापक्रम से होता है।
- अतः कारण (R) सही है।
- नमी की मात्रा बढ़ते अक्षांशों के अनुसार, घटती जाती है अर्थात उष्णतर कटिबंध में नमी का प्रतिशत 2.6, 50° अक्षांश पर नमी का प्रतिशत 0.9 तथा 70° अक्षांश पर नमी का प्रतिशत 0.2 ही रह जाता है।
- धरातल से केवल 5 किमी. की ऊंचाई तक ही वायुमण्डल में समस्त नमी का 90 प्रतिशत संचित रहता है।
- अतः कथन (A) भी सही है।
- चूंकि नमी / जलवाष्प तथा तापमान में प्रत्यक्ष संबंध है अर्थात तापमान बढ़ने पर नमी की मात्रा भी बढ़ती है।
- इसलिए कारण (R), कथन (A) की सही व्याख्या भी करता है।
|
2. ग्रीष्मकाल में आर्द्र ऊष्मा (Humid Heat) का अनुभव होता है, जब मौसम-
(a) अपक्व (Raw) होता है।
(b) तीक्ष्ण (Keen) होता है।
(c) झुलसाने वाला (Scorching) होता है।
(d) उमस वाला (Muggy) होता है।
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002]
उत्तर- (d) उमस वाला (Muggy) होता है।
- वायुमण्डल में उपस्थित जलवाष्प की मात्रा को आर्द्रता की संज्ञा दी जाती है।
- जब ग्रीष्म काल में वायुमण्डल में आर्द्रता अर्थात जलवाष्प की मात्रा अधिक होती है, तो मौसम उमसवाला (Muggy) होता है, इसका कारण है कि जल वाष्प एक ग्रीन हाउस गैस है, जो दीर्घ पार्थिव ऊष्मा को अवशोषित करके उमस को बढ़ा देता है।
- इससे ग्रीष्मकाल में आर्द्र ऊष्मा (Humid Heat) का अनुभव होता है।
|
3. आर्द्रता परिणाम है-
(a) वाष्पीकरण का
(b) वाष्पोत्सर्जन का
(c) ऊष्मा की उपस्थिति का
(d) हवा में नमी की उपस्थिति का
[Jharkhand P.C.S. (Mains), 2016]
उत्तर- (d) हवा में नमी की उपस्थिति का
- आर्द्रता हवा में नमी की उपस्थिति का परिणाम है।
- गौरतलब है कि वायुमण्डल में उपस्थित जलवाष्प को ‘आर्द्रता’ कहा जाता है।
|