1. अलाउद्दीन खिलजी के निम्न सेनाध्यक्षों में से कौन-सा तुगलक वंश का प्रथम सुल्तान बना ?
(a) गाजी मलिक
(b) मलिक काफूर
(c) जफर खां
(d) उबेग खां
[U.P. P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (a) गाजी मलिक
- गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश का संस्थापक और पहला शासक था और अलाउद्दीन का सेनापति था।
- उनके माता-पिता एक हिंदू जाट महिला और करौना तुर्क (बलबन के गुलाम) थे।
- अलाउद्दीन के शासनकाल के दौरान, गयासुद्दीन देपालपुर का एक मुख्य सेनापति और गवर्नर था।
- मंगोलों को 29 बार सफलतापूर्वक पराजित करने के बाद उन्हें ‘मलिक-उल-गाज़ी’ उपनाम दिया गया।
- 8 सितंबर, 1320 ई. को उसने खुसरो शाह की हत्या कर दी और तुगलक वंश के पहले सुल्तान के रूप में शासन करना शुरू किया और उसके वंशज ‘तुगलक’ के नाम से भी जाने गए।
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2. कृषि को सम्मुन्नत करने के लिए नहर खुदवाने के संदर्भ में 13वीं शताब्दी का निम्नलिखित में पहला शासक होने का श्रेय किसे दिया जाता है?
(a) बलबन
(b) इल्तुतमिश
(c) गयासुद्दीन तुगलक
(d) रजिया बेगम
[U.P.P.C.S. (Mains) 2017]
उत्तर-(c) गयासुद्दीन तुगलक
- गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलक वंश की शुरुआत की और किसानों की मदद के लिए बहुत सारे काम किए।
- उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि खुत्स और मुकद्दम के नाम से जाने जाने वाले लोगों को पहले की तरह ही अधिकार प्राप्त हों।
- उन्होंने भू-राजस्व की राशि फसल का 1/3 निर्धारित की।
- उन्होंने सिंचाई के लिए नहरें भी बनवाईं।
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3. किस वंश के सुल्तानों ने सबसे अधिक समय तक देश में राज्य किया?
(a) खिलजी वंश
(b) लोदी वंश
(c) दास वंश
(d) तुगलक वंश
[U.P. Lower Sub. (Spl) (Pre) 2008]
उत्तर-(d) तुगलक वंश
- गुलाम वंश 1206 से 1290 तक शासन में रहा।
- खिलजी वंश ने 1290 से 1320 तक सत्ता संभाली।
- लोदी वंश ने 1451 से 1526 तक शासन किया।
- तुगलक वंश सबसे लंबे समय तक शासन करता रहा, जिसने 1320 से 1412 तक शासन किया।
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4. दिल्ली सल्तनत का सर्वाधिक विद्वान शासक जो खगोलशास्त्र, गणित एवं आयुर्विज्ञान सहित अनेक विद्याओं में माहिर था-
(a) इल्तुतमिश
(b) अलाउद्दीन खिलजी
(c) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(d) सिकंदर लोदी
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर-(c) मुहम्मद-बिन-तुगलक
- मुहम्मद-बिन-तुगलक 1325-1351 के दौरान दिल्ली सल्तनत का सुल्तान था और सभी शासकों में सबसे अधिक शिक्षित था।
- वह खगोल विज्ञान, गणित, चिकित्सा विज्ञान और अन्य विधाओं के बहुत जानकार थे।
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5. ‘अमीर-ए-कोही’ एक नया विभाग किस सुल्तान द्वारा शुरू किया गया था?
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) फिरोज शाह तुगलक
(c) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(d) सिकंदर लोदी
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2003]
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर-(c) मुहम्मद-बिन-तुगलक
- मुहम्मद-बिन-तुगलक ने खेती में सुधार के लिए एक नया विभाग ‘दीवान-ए-अमीर-ए-कोही’ (जिसे दीवान-ए-कोही भी कहा जाता है) बनाया।
- उन्होंने 60 वर्ग मील का क्षेत्र चुना और फसल चक्र के माध्यम से विभिन्न प्रकार की फसलों को पनपने में मदद करने के लिए भूमि में बदलाव किए।
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6. मुहम्मद बिन तुगलक अपनी राजधानी दिल्ली से ले गया-
(a) दौलताबाद
(b) कालिंजर
(c) कन्नौज
(d) लाहौर
[U.P. P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (a) दौलताबाद
- मुहम्मद-बिन-तुगलक ने अपनी राजधानी दिल्ली से दौलताबाद (पहले देवगिरि के नाम से जाना जाता था) नामक स्थान पर स्थानांतरित की।
- यह उनके लिए एक बड़ा प्रयोग था. उन्होंने ऐसा क्यों किया इसके अलग-अलग कारण बताए गए.
- बरनी के अनुसार देवगिरि उसके साम्राज्य का केन्द्र था।
- इब्न बतूता ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने सुल्तान को अपमानजनक पत्र लिखे और उन्होंने उन्हें दंडित करने के लिए अपनी राजधानी स्थानांतरित करने का फैसला किया।
- मुहम्मद तुगलक दिल्ली का पहला सुल्तान था जिसने भारत के उत्तर और दक्षिण को एकजुट करने का प्रयास किया, शायद इसीलिए वह आगे बढ़ा।
- डॉ. एके निज़ामी ने बताया कि सुल्तान कुतुबुद्दीन मुबारक खिलजी ने देवगिरि का नाम बदलकर कुतुबाबाद और मुहम्मद तुगलक ने दौलताबाद कर दिया।
- इसे कुव्वत-उल-इस्लाम के नाम से भी जाना जाता है।
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7. भारत में सर्वप्रथम सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन किया था-
(a) अकबर ने
(b) अलाउद्दीन खिलजी ने
(c) बहलोल लोदी ने
(d) मुहम्मद-बिन-तुगलक ने
[U. P. P. C. S. (Mains) 2004]
[U. P. Lower Sub. (Pre) 2004]
उत्तर- (d) मुहम्मद-बिन-तुगलक ने
- मुहम्मद-बिन-तुगलक के शासनकाल में विभिन्न प्रकार के सिक्के बनाए गए और उनकी कीमतें निर्धारित की गईं।
- वह विशेष रूप से सांकेतिक मुद्रा के उपयोग के लिए जाने जाते थे।
- बरनी के अनुसार इस प्रकार की मुद्रा का प्रयोग राजकोष में चाँदी की कमी तथा साम्राज्य विस्तार की महत्त्वाकांक्षा के कारण किया जाता था।
- इसी प्रकार की मुद्रा का प्रयोग ईरान में क़ैरवत खान द्वारा किया गया था, लेकिन यह असफल रहा।
- हालाँकि, मुहम्मद तुगलक चीन में कुबलई खान द्वारा सांकेतिक मुद्रा के सफल उपयोग से प्रेरित था।
- आधुनिक इतिहासकारों का कहना है कि भारत सहित वैश्विक स्तर पर चांदी की कमी थी, इसीलिए सांकेतिक मुद्रा का उपयोग किया गया था।
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8. “जब उसने राजत्व (Kingship) प्राप्त किया, तो वह शरियत के नियमों और आदेशों से पूर्णतया स्वतंत्र था।” बरनी ने यह कथन किस सुल्तान के लिए कहा?
(a) इल्तुतमिश
(b) बलबन
(c) अलाउद्दीन खिलजी
(d) मुहम्मद तुगलक
[46th B.P.S.C. (Pre) 2004]
उत्तर-(c) अलाउद्दीन खिलजी
- जियाउद्दीन बरनी ने उक्त कथन अलाउद्दीन खिलजी के लिए कहा है।
- उसने अपनी पुस्तक ‘तारीख-ए- फिरोजशाही’ में इसका वर्णन किया है।
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9. कथन (A): मुहम्मद बिन तुगलक ने एक नया स्वर्ण सिक्का जारी किया, जो इब्नबतूता द्वारा दीनार कहलाया गया।
कारण (R): मुहम्मद बिन तुगलक पश्चिम एशियाई तथा उत्तरी अफ्रीकी देशों के साथ व्यापार में अभिवृद्धि के लिए स्वर्ण सिक्कों की टोकन मुद्रा जारी करना चाहता था।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
- इब्न बतूता के अनुसार मुहम्मद-बिन-तुगलक ने ‘दीनार’ नामक एक नए प्रकार का सोने का सिक्का चलाया।
- उन्होंने यह मुद्रा सैन्य उद्देश्यों के लिए जारी की, न कि पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी देशों के साथ व्यापार के लिए।
- इसलिए, कथन (A) सही है, लेकिन (R) गलत है।
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10. निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (A): मुहम्मद तुगलक की प्रतीक मुद्रा योजना असफल सिद्ध हुई।
कारण (R) : मुहम्मद तुगलक का मुद्रा निर्गमन पर उचित नियंत्रण नहीं था।
सही उत्तर का चयन नीचे दिए गए कूट से कीजिए-
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R) सही व्याख्या है (A) की।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R) सही व्याख्या नहीं है (A) की।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R) सही व्याख्या है (A) की।
- मुहम्मद तुगलक की पाँच योजनाएँ थीं – दोआब क्षेत्र में कर बढ़ाना, देवगिरि को राजधानी बनाना, सांकेतिक मुद्रा शुरू करना, खुरासान पर हमला करना और एक असफल कराचिल अभियान।
- सांकेतिक मुद्रा प्रणाली विफल हो गई क्योंकि सरकार के पास सिक्के बनाने के तरीके को विनियमित करने की कोई शक्ति नहीं थी।
- टोकन मनी चांदी के पैसे के बराबर थी, और इसके कारण लोग नकली सिक्के बनाने लगे।
- परिणामस्वरूप, वे इन नकली सिक्कों से कर चुकाने में सक्षम हो गये।
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11. मूर देश का यात्री इब्नबतूता किसके शासनकाल में भारत आया?
(a) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(b) बाबर
(c) अकबर
(d) महमूद गजनी
[U.P. P.C.S. (Pre) 1994]
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) मुहम्मद-बिन-तुगलक
- इब्न बतूता अफ्रीका से एक मोरक्को यात्री था जिसने मुहम्मद-बिन-तुगलक के शासनकाल के दौरान भारत की यात्रा की थी।
- मुहम्मद-बिन-तुगलक ने उसे दिल्ली का काजी नियुक्त किया।
- 1342 ई. में उसे सुल्तान के प्रतिनिधि के रूप में चीन भेजा गया।
- उन्होंने अपनी यात्राओं का दस्तावेजीकरण अपनी पुस्तक में किया।
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12. किसने सल्तनत काल में डाक व्यवस्था का विस्तृत विवरण दिया है?
(a) अमीर खुसरो
(b) इब्नबतूता
(c) सुल्तान फिरोजशाह
(d) जियाउद्दीन बरनी
[U.P. P.C.S. (Pre) 2000]
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर-(b) इब्नबतूता
- मोरक्को के तंजीर क्षेत्र के निवासी इब्न बतूता ने ‘किताब-उल-रेहला’ नामक पुस्तक लिखी जिसमें डाक व्यवस्था का विस्तृत विवरण दिया गया है।
- उन्होंने मुहम्मद तुगलक के समय में भारत की यात्रा की।
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13. कश्मीर घाटी के अंतिम मुस्लिम शासक युसूफ शाह चक, जिन्हें मुगल सम्राट अकबर द्वारा बिहार में निर्वासित किया गया था दफन हैं-
(a) पाटलिपुत्र में
(b) राजगीर में
(c) मुंगेर में
(d) नालंदा में
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[65th B.P.S.C. (Pre) 2019]
उत्तर-(d) नालंदा में
- कश्मीर घाटी के अंतिम मुगल शासक युसूफ शाह चक को मुगल सम्राट अकबर द्वारा निर्वासित किया गया था।
- निर्वासन के दौरान युसूफ शाह चक की मृत्यु 1592 ई. में पुरी, ओडिशा में हुई, जिन्हें बाद में नालंदा (बिहार) में दफनाया गया।
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14. होली त्यौहार के सार्वजनिक उत्सव में भाग लेने वाला दिल्ली का प्रथम सुल्तान कौन था?
(a) फिरोज शाह तुगलक
(b) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(c) सिकंदर लोदी
(d) इब्राहीम लोदी
U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004
उत्तर-(b) मुहम्मद-बिन-तुगलक
- मुहम्मद-बिन-तुगलक हिंदुओं के उत्सवों, विशेषकर होली में शामिल होने वाला दिल्ली का पहला सुल्तान था।
- उन्होंने ऐसे लोगों को भी सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया जो तुर्क या भारतीय मुस्लिम पृष्ठभूमि से नहीं थे, जिससे बरनी नाराज हो गए और उन्होंने सुल्तान को ‘माली’, ‘नाई’, ‘रसोइया’ आदि नामों से बुलाकर उसका अपमान किया।
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15. दिल्ली के किस मुस्लिम शासक के निधन पर एक इतिहासकार ने कहा, “राजा को प्रजा से मुक्ति मिली व उन्हें राजा से”?
(a) बलबन
(b) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(c) अलाउद्दीन खिलजी
(d) शेरशाह
[M.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर-(b) मुहम्मद-बिन-तुगलक
- जब मुहम्मद-बिन-तुगलक दौलताबाद में था, तब ताघी ने गुजरात में विद्रोह शुरू कर दिया।
- विद्रोह को दबाने के लिए सुल्तान तुरंत गुजरात चला गया।
- ताघी हार गया और सिंध भाग गया।
- इसके बाद सुल्तान ताघी का शिकार करने के लिए सिंध गया, लेकिन रास्ते में बीमार पड़ गया और 20 मार्च, 1351 को थट्टा के पास उसकी मृत्यु हो गई।
- बदायूँनी ने सुल्तान की मृत्यु पर लिखा, “जनता अपने राजा से और राजा अपनी प्रजा से अलग हो गये।”
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16. निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने बेरोजगारों को रोजगार दिलवाया?
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(c) फिरोज तुगलक
(d) शेरशाह सूरी
[45th B.P.S.C. (Pre) 2001]
उत्तर-(c) फिरोज तुगलक
- फ़िरोज़ शाह तुगलक ने कल्याणकारी कार्यक्रम शुरू करके लोगों की मदद करने की कोशिश की।
- उन्होंने नौकरी प्लेसमेंट कार्यालय बनाकर और लोगों को उनके कौशल और योग्यता के आधार पर नियुक्त करके बेरोजगारी को कम करने का लक्ष्य रखा।
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17. दिल्ली का सुल्तान जो दान-दक्षिणा के बारे में काफी ध्यान रखता था और इसके लिए एक विभाग ‘दीवान-ए-खैरात’ स्थापित किया, वह था-
(a) इल्तुतमिश
(b) फिरोज तुगलक
(c) गियासुद्दीन शाह
(d) बहलोल लोदी
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999]
उत्तर-(b) फिरोज तुगलक
- फ़िरोज़ शाह तुगलक ने अपनी संपत्ति और ज़मीन पवित्र हस्तियों और धार्मिक लोगों को दे दी।
- उन्होंने उन मुसलमानों को धन देने के लिए ‘दीवान-ए-खैरात’ की स्थापना की, जो गरीब, माता-पिता के बिना या विधवा थे, और उन मुस्लिम महिलाओं के लिए दहेज भी प्रदान करते थे जो इसका खर्च वहन नहीं कर सकती थीं।
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18. निम्नलिखित में से किस सुल्तान के दरबार में सबसे अधिक गुलाम थे?
(a) बलबन
(b) अलाउद्दीन खिलजी
(c) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(d) फिरोज तुगलक
[45th B.P.S.C. (Pre) 2001]
उत्तर-(d) फिरोज तुगलक
- फ़िरोज़ शाह तुगलक के पास बहुत सारे गुलाम थे – 180,000 तक।
- उन्होंने उनकी देखभाल के लिए एक विशेष विभाग बनाया और उन्हें शिक्षित करने का प्रयास किया।
- वह प्रत्येक दास को धन देता था 10 से 100 टंका के बीच और कभी-कभी वह उन्हें ज़मीन भी देता था।
- दुर्भाग्य से उनका यह शौक राज्य के लिए हानिकारक था।
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19. मध्यकालीन भारतीय राजाओं के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
(a) अलाउद्दीन खिलजी ने पहले एक अलग आरिज विभाग स्थापित किया
(b) बलबन ने अपनी सेना के घोड़ों को दागने की पद्धति शुरू की
(c) मुहम्मद बिन तुगलक के बाद दिल्ली की गद्दी पर उसके चाचा बैठे
(d) फिरोज तुगलक ने गुलामों का एक अलग विभाग स्थापित किया
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर-(d) फिरोज तुगलक ने गुलामों का एक अलग विभाग स्थापित किया
- संभावित मंगोल हमलों की स्थिति में एक बड़ी स्थायी सेना का प्रबंधन करने के लिए बलबन ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ नामक एक विभाग की स्थापना की।
- उसने इमाद-उल-मुल्क को सेनापति नियुक्त किया, जो बहुत भरोसेमंद और मेहनती था और उसे वज़ीर से वित्तीय स्वायत्तता दी।
- बलबन की सेना की सफलता के लिए इमाद-उल-मुल्क काफी हद तक जिम्मेदार है। घोड़ों की ब्रांडिंग की शुरुआत बलबन ने नहीं बल्कि अलाउद्दीन ने की थी।
- मुहम्मद-बिन-तुगलक (1351-1388 शताब्दी) के बाद फ़िरोज़ तुगलक ने गद्दी संभाली।
- फ़िरोज़ शाह तुगलक ने दासों के लिए ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक विभाग बनाया, क्योंकि उसे उनसे प्रेम था।
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20. सर्वप्रथम लोक निर्माण विभाग की स्थापना की थी-
(a) इल्तुतमिश ने
(b) बलबन ने
(c) अलाउद्दीन खिलजी ने
(d) फिरोजशाह तुगलक ने
[U.P.P.C.S. (Pre) 2000 U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]
उत्तर-(d) फिरोजशाह तुगलक ने
- फ़िरोज़ शाह तुगलक एक सुल्तान था जिसने सल्तनत काल के दौरान लोक निर्माण विभाग की स्थापना की थी।
- उन्होंने 300 नए शहर बनाए, जिनमें फतेहाबाद, हिसार, फ़िरोज़पुर, जौनपुर और फ़िरोज़ाबाद सबसे बड़े शहर थे।
- उन्होंने 40 मस्जिदें, 30 स्कूल, 20 महल, 100 सराय, 200 अस्पताल, पांच कब्रें, 100 सार्वजनिक स्नानघर, दस स्तंभ और 150 पुल भी बनवाए।
- अपने बंगाल अभियान के दौरान उन्होंने इकदला का नाम बदलकर आज़ादपुर और पांडुआ का नाम बदलकर फ़िरोज़ाबाद कर दिया।
- मलिक गजनी शेहाना उसके साम्राज्य का मुख्य वास्तुकार था।
- सभी निर्माण परियोजनाओं को ‘दीवान-ए-वजारत’ द्वारा अनुमोदित किया जाना था और उनके लिए धन केवल एक बार ही दिया जाता था।
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21. दिल्ली का जो सुल्तान भारत में नहरों के सबसे बड़े जाल का निर्माण करने के लिए प्रसिद्ध है, वह था-
(a) इल्तुतमिश
(b) गियासुद्दीन तुगलक
(c) फिरोज शाह तुगलक
(d) सिकंदर लोदी
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (c) फिरोज शाह तुगलक
- फ़िरोज़ तुगलक को फसलों की सिंचाई प्रदान करने के लिए नहरों का एक विशाल नेटवर्क बनाने के लिए याद किया जाता है।
- ये नहरें सतलज और घग्गर नदियों (96 मील दूर), यमुना और हिसार नदियों (150 मील दूर), सिरमौर से हांसी, घग्गर से फ़िरोज़ाबाद और यमुना से फ़िरोज़ाबाद को जोड़ती थीं।
- उन्होंने 150 कुएं भी खोदे और 50 बांध और 30 झीलें बनवाईं।
- वह ‘हक्क-ए-शर्ब’ कर लागू करने वाले दिल्ली के पहले सुल्तान थे, जहां सिंचाई के लिए शाही नहरों का उपयोग करने वाले किसानों को अपनी फसल का 1/10 हिस्सा सरकार को देना पड़ता था।
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22. दिल्ली के किस सुल्तान ने ब्राह्मणों पर भी जजिया लगाया था?
(a) बलबन ने
(b) फिरोज तुगलक ने
(c) अलाउद्दीन खिलजी ने
(d) मुहम्मद बिन तुगलक ने
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर-(b) फिरोज तुगलक ने
- फ़िरोज़ तुगलक ने ब्राह्मणों पर जजिया कर लगाया, जो पहले नहीं लगाया गया था।
- दिल्ली के ब्राह्मणों ने भूख हड़ताल करके विरोध किया, लेकिन दिल्ली के अन्य हिंदुओं ने ब्राह्मणों को जजिया का हिस्सा स्वयं देने का फैसला किया।
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23. निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने फलों की गुणवत्ता सुधारने के लिए उपाय किए ?
(a) मुहम्मद-बिन-तुगलक
(b) फिरोज तुगलक
(c) सिकंदर लोदी
(d) शेरशाह सूरी
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर-(b) फिरोज तुगलक
- फ़िरोज़ को बागवानी में रुचि थी, इसलिए उसने दिल्ली के पास 1,200 नए बाग लगाए और अलाउद्दीन के 30 पुराने बागों को भी ठीक करवाया।
- उन्होंने अपने बगीचों में फलों को बेहतर बनाने के लिए भी काम किये।
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24. टोपरा तथा मेरठ से दो अशोक स्तंभ लेख दिल्ली कौन लाया था?
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) फिरोज शाह तुगलक
(c) मुहम्मद गोरी
(d) सिकंदर लोदी
[U.P. P.C.S. (Pre) 1996]
उत्तर-(b) फिरोज शाह तुगलक
- फ़िरोज़ शाह तुगलक को पिछले शासकों की संरचनाओं के जीर्णोद्धार और पुनर्निर्माण के लिए जाना जाता था।
- उन्होंने विशेषकर उन इमारतों के पुनर्निर्माण पर बहुत ध्यान दिया।
- उन्होंने अशोक के दो स्तंभों को मेरठ और टोपरा से दिल्ली स्थानांतरित कर दिया और टोपरा स्तंभ को फ़िरोज़ाबाद मस्जिद के पास एक महल में रख दिया।
- मेरठ स्तंभ दिल्ली के बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में काश्के-शिकार टीले के पास स्थापित किया गया था।
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25. दिल्ली के किस सुल्तान ने इस उद्देश्य से एक ‘अनुवाद विभाग’ की स्थापना की, कि उससे दोनों संप्रदायों के लोगों में एक-दूसरे के विचारों की समझ बेहतर हो सके?
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) फिरोज तुगलक
(c) इल्तुतमिश
(d) सिकंदर लोदी
[U.P.P.C. S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर-(b) फिरोज तुगलक
- दिल्ली के सुल्तान फ़िरोज़ तुगलक ने एक ‘अनुवाद विभाग’ बनाया ताकि हिंदू और मुसलमान अधिक आसानी से संवाद कर सकें।
- उन्होंने कुछ संस्कृत ग्रंथों का फ़ारसी में अनुवाद भी किया।
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26. राज्य के खर्च पर हज की व्यवस्था करने वाला पहला भारतीय शासक था-
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) फिरोज तुगलक
(c) अकबर
(d) औरंगजेब
[I.A.S. (Pre) 1994]
[U.P. P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर-(b) फिरोज तुगलक
- फ़िरोज़ तुगलक पहले भारतीय नेता थे जिन्होंने हज यात्रा के आयोजन के लिए सरकारी धन का उपयोग किया था।
- उन्होंने एक रोजगार कार्यालय, ‘दीवान-ए-खैरात’ नामक एक अनाथालय, ‘दार-उल-शफा’ नामक एक अस्पताल और योग्य हकीमों को नियुक्त करने जैसे कई अच्छे काम भी किए।
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27. दिल्ली सल्तनत के तुगलक राजवंश का अंतिम शासक निम्नलिखित में से कौन था?
(a) फिरोजशाह तुगलक
(b) गियास-उद-दीन तुगलक शाह द्वितीय
(c) नासिर-उद्-दीन महमूद
(d) नुसरत शाह
[I.A.S. (Pre) 2004]
उत्तर-(c) नासिर-उद्-दीन महमूद
- नसीरुद्दीन महमूद तुगलक वंश का अंतिम शासक था, जिसने 1394-1412 तक शासन किया।
- अपने शासनकाल के दौरान, ख्वाजा जहाँ ने जौनपुर का स्वतंत्र राज्य बनाया।
- उनके बेटे नुसरत शाह ने उनके शासन को चुनौती दी और तुगलक वंश को दो भागों में विभाजित कर दिया, नसीरुद्दीन ने दिल्ली में शासन किया और नुसरत ने फिरोजाबाद में शासन किया।
- महान मंगोल सेनापति तैमूर ने नसीरुद्दीन के शासनकाल के दौरान भारत पर हमला किया था, और उसका शासनकाल इस कहावत के लिए प्रसिद्ध था कि “ब्रह्मांड के भगवान शांशाह का प्रभुत्व दिल्ली से पालम तक फैला हुआ था”।
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28. तैमूर ने किसके शासनकाल में भारत पर आक्रमण किया?
(a) अलाउद्दीन खिलजी के
(b) बहलोल लोदी के
(c) फिरोज तुगलक के
(d) नसीरुद्दीन महमूद शाह
[U.P. P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (d) नसीरुद्दीन महमूद शाह
- 1398 ई. में नसीरुद्दीन महमूद के शासन काल में तैमूर ने भारत पर आक्रमण किया।
- उसका लक्ष्य काफ़िरों से युद्ध करके उनका धन छीनना था।
- इसके बाद वह फ़िरोज़ाबाद, मेरठ, हरिद्वार, कांगडा और जम्मू गये।
- जाने से पहले, उन्होंने खिज्र खान को मुल्तान, देपालपुर और लाहौर का गवर्नर चुना।
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29. तैमूर के आक्रमण के बाद भारत में किस वंश का राज स्थापित हुआ?
(a) लोदी वंश
(b) सैयद वंश
(c) तुगलक वंश
(d) खिलजी वंश
[45th B.P.S.C. (Pre) 2001]
उत्तर-(b) सैयद वंश
- 1398 में तैमूर के आक्रमण के कारण दिल्ली सल्तनत और तुगलक वंश दोनों का पतन हुआ।
- 1412 ई. में नसीरुद्दीन महमूद की मृत्यु के साथ तुगलक वंश समाप्त हो गया और 1413 ई. में दौलत खान दिल्ली का नया सुल्तान बना।
- हालाँकि, खिज्र खान, जिसे तैमूर ने लाहौर का गवर्नर नियुक्त किया था, ने दौलत खान को हराया और 1414 ई. में सैय्यद राजवंश की स्थापना की।
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30. निम्न को उनके कालक्रमानुसार क्रमबद्ध कीजिए-
1. रुक्नुद्दीन
2. मुबारक खान
3. फिरोज शाह तुगलक
4. आलमशाह
नीचे दिए कूट में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) 2, 1, 4, 3
(b) 1, 2, 4, 3
(c) 1, 2, 3, 4
(d) 2, 1, 3, 4
[U. P. P. C. S. (Mains) 2003]
उत्तर-(c) 1, 2, 3, 4
- इल्तुतमिश की मृत्यु के बाद 1236 ई. में रुकन-उद-दीन ने सत्ता संभाली।
- 1316 में मुबारक खान, जिसे मुहम्मद खिलजी के नाम से भी जाना जाता है, दिल्ली का सुल्तान बना।
- 1351 से 1388 तक, फ़िरोज़ शाह तुगलक प्रभारी था।
- सैय्यद वंश के आलम शाह ने 1445 से 1451 तक शासन किया।
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