1. ‘कंचन’ एक उन्नत किस्म है-
(a) अंगूर का
(b) आंवला का
(c) अमरूद का
(d) आम का
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]
उत्तर – (b) आंवला का
- आंवला (Indian Gooseberry) के फल ओषधीय गुणों से युक्त होते हैं।
- इसमें विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
- कंचन (Kanchan), कृष्णा (Krishna), बनारसी (Banarasi) आदि इसकी उन्नत किस्में हैं।
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2. आम की नीलम एवं अल्फांसों के मध्य क्रास से किस संकर किस्म के फल का विकास होता है?
(a) आम्रपाली
(b) दशहरी
(c) रत्ना
(d) बादामी
[M.P.P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर – (c) रत्ना
- आम का वानस्पतिक नाम मैंजीफेरा इंडिका (Mangifera indica) है।
- इसमें प्रचुर मात्रा में मिनरल्स, विटामिन एवं एंटीआक्सिडेंट पाया जाता है।
- हापुस, दशहरी, लंगड़ा, चौसा, केसर, बादामी आदि इसकी प्रमुख किस्में हैं।
- ‘रत्ना’ नीलम और अल्फांसों के क्रॉस से बनी आम की संकर प्रजाति है, जबकि ‘आम्रपाली दशहरी और नीलम के क्रॉस से बनी संकर प्रजाति है।
- आम की संकर किस्म के पौधे शीघ्र ही फल देना शुरू कर देते हैं और इनका फैलाव भी कम होता है, जिसके कारण इन्हें सघन बागवानी में भी लगाया जा सकता है।
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3. ‘काशी लालिमा’ निम्नलिखित में से किस फसल की प्रजाति है?
(a) गाजर
(b) भिण्डी
(c) प्याज
(d) टमाटर
[U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर – (b) भिण्डी
- ‘काशी लालिमा’ भिण्डी के फसल की प्रजाति है।
- इस प्रजाति का इजाद काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि शिक्षा संस्था ने किया है।
- इसमें कैल्शियम और आयरन के अलावा एंटी ऑक्सीडेंट जैसे तत्व पाए जाते हैं।
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4. Co. 1148 एक महत्वपूर्ण प्रजाति है-
(a) गेहूं की
(b) कपास की
(c) मक्का की
(d) गन्ना की
[U.P.P.C.S. (Mains) 2017]
उत्तर – (d) गन्ना की
- Co.1148 गन्ने की एक महत्वपूर्ण प्रजाति है।
- यह प्रजाति पूर्वी उत्तर प्रदेश में मुख्यतया पाई जाती है।
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5. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सही सुमेलित नहीं है?
(फसल) |
(प्रजाति) |
(a) सरसों |
वरुणा |
(b) मटर |
सपना |
(c) अलसी |
सूर्या |
(d) मूंगफली |
कौशल |
[R.O./A.R.O. (Pre) Exam. 2017]
उत्तर – (c) अलसी – सूर्या
- ‘सूर्या’ आम, पपीता, आलू आदि की प्रजाति है, न कि अलसी (Linseed) की।
- शेष सभी विकल्प सुमेलित हैं।
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6. मैक्रोनी गेहूं का वानस्पतिक नाम है :
(a) ट्रिटिकम मोनोकोकम
(b) ट्रिटिकम ड्यूरम
(c) ट्रिटिकम डाइकोकम
(d) ट्रिटिकम एस्टिवम
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (b) ट्रिटिकम ड्यूरम
- मैक्रोनी गेहूं का वानस्पतिक नाम ट्रिटिकम ड्यूरम (Triticum durum) है।
- मैक्रोनी गेहूं, गेहूं की एक टेट्राप्लोइड प्रजाति हैं।
- सामान्य गेहूं के बाद यह प्रजाति गेहूं की दूसरी सबसे अधिक खेती की जाने वाली प्रजाति है।
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7. जैविक रूप से संश्लेषित नैनो कणों का उपयोग एक नई पारिस्थितिकी मित्र तकनीक है, जिसकी कैंसर उपचार में बड़ी संभावनाएं हैं। इस तकनीक में एक पौधे के निचोड़ का उपयोग करते हैं। यह पौधा है:
(a) मदार
(b) पार्थीनियम
(c) धान
(d) लेमन ग्रास
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर – (b) पार्थीनियम
- पार्थीनियम पौधे की पत्ती के निचोड़ का उपयोग नैनो कणों के जैव संश्लेषण में किया जाता है।
- यह कैंसर उपचार में लाभकारी है।
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8. लिटमस अम्ल क्षार सूचक प्राप्त होता है-
(a) जीवाणु से
(b) लाइकेन से
(c) विषाणु से
(d) उपर्युक्त में से किसी से नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर – (b) लाइकेन से
- लिटमस जल में घुलनशील विभिन्न रंजकों का एक मिश्रण होता है, जो थैलोफाइटा समूह के ‘लाइकेन’ (कवक एवं शैवाल का साहचर्य) से निकाला जाता है।
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9. नीम के पेड़ के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. कुछ जाति के कीटों और बरुथियों के प्रचुरोद्भवन को नियंत्रित करने के लिए नीम के तेल का प्रयोग कीटनाशक के रूप में किया जा सकता है।
2. नीम के बीजों का प्रयोग जैव-ईंधन और अस्पताल अपमार्जकों का निर्माण करने में होता है।
3. नीम के तेल का अनुप्रयोग ओषधि उद्योग में होता है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर – (d) 1, 2 और 3
- नीम में ‘एजाडिरैक्टीन’ (Azadirachtin) नामक रसायन पाया जाता है।
- इस रसायन में कीटनाशक एवं कवकनाशक गुण होता है।
- फसल सुरक्षा के दृष्टिकोण से कीटों में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए नीम का प्रयोग किया जाता है।
- नीम के कारण हानिकारक कीटों में प्रजनन क्षमता अवरुद्ध हो जाती है।
- नीम के प्रभाव से कीटों के लार्वा एवं वयस्क प्रतिकर्षित होकर भाग जाते हैं।
- नीम के प्रभाव से ही वयस्क कीट बंध्य यानी नपुंसक हो जाते हैं।
- अतः उनमें वंशवृद्धि की क्षमता में कमी आ जाती है।
- नीम के विभिन्न भागों से चर्म रोग, परजीवी रोग, गर्भ निरोधक, मलेरिया, चेचक, दमा आदि की दवा तथा सर्प, बिच्छू आदि के विषैले प्रभाव को कम करने की दवा भी बनाई जाती है।
- प्रमुख वनस्पति प्रजातियां जिनसे बायो-डीजल का उत्पादन किया जाता
है, वे हैं-जैट्रोफा, करंजा, नागचंपा, नीम आदि।
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10. भारत की जैव-ईंधन की राष्ट्रीय नीति के अनुसार, जैव-ईंधन के उत्पादन के लिए निम्नलिखित में से किनका उपयोग कच्चे माल के रूप में हो सकता है?
1. कसावा
3. मूंगफली के बीज
5. सड़ा आलू
2. क्षतिग्रस्त गेहूं के दाने
4. कुलथी (Horse gram)
6. चुकंदर
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
(a) केवल 1, 2, 5 और 6
(b) केवल 1, 3, 4 और 6
(c) केवल 2, 3, 4 और 5
(d) 1, 2, 3, 4, 5 और 6
[I.A.S. (Pre) 2020]
उत्तर – (a) केवल 1, 2, 5 और 6
- 4 जून, 2018 को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति, 2018 की घोषणा की गई थी।
- कच्चे तेल के आयात में कमी लाना तथा घरेलू स्तर पर जैव-ईंधन के उत्पादन को बढ़ाना इस नीति का प्रमुख उद्देश्य है।
- इसके अनुसार, जैव-ईंधन के रूप में एथेनॉल के उत्पादन हेतु गन्ने के रस, चुकंदर, मकई (Corn), कसावा, सड़े हुए आलू तथा क्षतिग्रस्त अनाज जैसे गेहूं, चावल आदि का उपयोग कच्चे माल (Raw Materials) के रूप में हो सकता है।
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11. निम्नलिखित फलीदार पौधों में से कौन पेट्रोपादप भी है?
(a) अरहर
(b) मटर
(c) चना
(d) करंज
[U.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर – (d) करंज
- प्रश्नगत पौधों में करंज फलीदार होने के साथ-साथ पेट्रोपादप की श्रेणी में भी आता है।
- करंज, जिसका जैव वैज्ञानिक नाम पोंगैमिया पिन्नेटा (Pongamia pinnata) है, के बीजों से पोंगैमिया तेल (Pongamia Oil) प्राप्त होता है, जो कि बायोडीजल का एक स्रोत हैं।
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12. वह पौधे जिन्हें सामान्य तौर पर ‘गेट्रो क्रॉप्स’ के रूप में जाना जाता है, वह धनी होते हैं-
1. कार्बोहाइड्रेट्स में
2. हाइड्रोकार्बन्स में
3. प्रोटीन में
4. लिपिड्स में
अपना उत्तर दिए गए कूट से चुनिए:
कूट :
(a) 1, 2 और 3
(b) 2 और 4
(c) 1,3 और 4
(d) 2, 3 और 4
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर – (b) 2 और 4
- पेट्रो क्रॉप्स में मुख्यतः हाइड्रोकार्बन एवं लिपिड (मोम) प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
- जैट्रोफा नामक पौधा पेट्रो क्रॉप्स के अंतर्गत आता है।
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13. देश का पहला बायो-डीजल संयंत्र लगाया जा रहा है:
(a) आंध्र प्रदेश में
(b) मध्य प्रदेश में
(c) महाराष्ट्र में
(d) तमिलनाडु में
[U.P.P.C.S. (SpL) (Mains) 2004]
उत्तर – (a) आंध्र प्रदेश में
- देश का पहला बायो-डीजल संयंत्र काकीनाड़ा, आंध्र प्रदेश में स्थापित किया गया है।
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14. ‘बायो-डीजल’ बनाने में किस वनस्पति का उपयोग किया जाता है?
(a) गन्ना
(b) सफेद मूली
(c) सनाय
(d) रतनजोत
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर – (d) रतनजोत
- बायो-डीजल (Bio-Diesel) बनाने में रतनजोत या जैट्रोफा (Jatropha curcas) नामक वनस्पति का उपयोग किया जाता है।
- इस पौधों के बीज से बायो-डीजल प्राप्त करते हैं, जो कि ऊर्जा के रूप में प्रयुक्त किए जाते हैं।
- ईंधन का महत्वपूर्ण स्रोत होने के कारण इसकी कृषि की तरफ अत्यधिक ध्यान दिया जा रहा है।
- यह एक आवृत्तबीजी पादप (Angiospermic Plants) है, जिसके जीवन काल में अन्य नकदी फसलों की अपेक्षा कम जल की आवश्यकता पड़ती है।
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15. निम्न में से कौन-सा बायो-डीजल पौधा है?
(a) गुग्गल
(b) रोशा घास
(c) रतनजोत
(d) जावा घास
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर – (c) रतनजोत
- बायो-डीजल (Bio-Diesel) बनाने में रतनजोत या जैट्रोफा (Jatropha curcas) नामक वनस्पति का उपयोग किया जाता है।
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16. बायो-डीजल पौधा कहलाता है-
(a) ईसबगोल
(b) बैलाडोना
(c) एजाडिरेक्टा
(d) जेट्रोफा
[M.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर – (d) जेट्रोफा
- जैट्रोफा (Jatropha curcas) नामक वनस्पति बायो-डीजल पौधा कहलाता है।
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17. ‘ताड़ तेल (पाम ऑयल) के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. ताड़ तेल वृक्ष दक्षिण-पूर्व एशिया में प्राकृतिक रूप में पाया जाता है।
2. ताड़ तेल लिपस्टिक और इत्र बनाने वाले कुछ उद्योगों के लिए कच्चा माल है।
3. ताड़ तेल का उपयोग जैव डीजल के उत्पादन में किया जा सकता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1,2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (b) केवल 2 और 3
- ताड़ का तेल पश्चिमी अफ्रीका का मूल पौधा है, न कि दक्षिण-पूर्व एशिया का अतः कथन 1 गलत है। इसके विविध उपयोग हैं- खाना पकाने से लेकर वाहनों में ईंधन के तौर पर तथा सौंदर्य प्रसाधन के रूप में लिपिस्टिक तथा लोशन आदि में।
- अगस्त, 2021 से भारत सरकार ने पाम ऑयल मिशन की घोषणा की थी।
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18. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. मोरिंगा (सहजन वृक्ष) एक फलीदार सदापर्णी वृक्ष है।
2. इमली का पेड़ दक्षिण एशिया का स्थानिक वृक्ष है।
3. भारत में अधिकांश इमली लघु वनोत्पाद के रूप में संगृहीत की जाती है।
4. भारत इमली और मोरिंगा के बीज निर्यात करता है।
5. मोरिंगा और इमली के बीजों का उपयोग जैव ईंधन के उत्पादन में किया जा सकता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
(a) 1, 2, 4 और 5
(b) 3, 4 और 5
(c) 1,3 और 4
(d) 1,2,3 और 5
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (b) 3, 4 और 5
- भारत में इमली को ज्यादातर लघु वनोपज के रूप में एकत्र किया जाता है।
- भारत इमली एवं मोरिंगा के बीज अमेरिका, जर्मनी, चीन, कनाडा, दक्षिण कोरिया आदि देशों को निर्यात करता है।
- इन बीजों का उपभोग बायोफ्यूल के रूप में भी किया जाता है।
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19. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
कथन (A): करकुटा (अमरबेल) परजीवी आवृत्तबीजी का एक उदाहरण है।
कारण (R): यह पोषी पौधों की पत्तियों से अपना पोषण प्राप्त करता है।
नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए:
(a) (A) तथा (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
(d) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर – (d) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
- कस्कुटा एक प्रकार की लता है। इसे अमरबेल भी कहा जाता है।
- यह परजीवी आवृत्तबीजी पौधे का एक उदाहरण है, जिसमें पत्तियों और पर्णहरिम का पूर्णतः अभाव होता है।
- यह पीले, पतले-दुबले तने वाला पूर्ण स्तंभ परजीवी (Total Stem Parasite) है।
- इसका तना पोषक के चारों ओर लिपट जाता है तथा स्थान-स्थान पर परजीवी मूल (Haustorium) निकल कर पोषक के तने के जाइलम तथा फ्लोएम में घुस जाते हैं और वहां से भोजन तथा खनिज लवण और जल प्राप्त करते हैं।
- इस प्रकार दिए गए प्रश्न में कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) गलत है।
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20. ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों के संदर्भ में, एक व्यवहार्य जैव-ईंधन एथेनॉल, इनमें से किससे प्राप्त किया जा सकता है?
(a) आलू
(b) चावल
(c) गन्ना
(d) गेहूं
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर – (c) गन्ना
- गन्ना (Sugarcane) और मक्का (Corn) से व्यवहार्य जैव-ईंधन (Bio- fuel) एथेनॉल प्राप्त किया जा सकता है।
|
21. ‘चिलगोजा’ निम्न में से किस एक प्रजाति के बीज से प्राप्त होता है?
(a) पाइन
(b) पाम
(c) साइकस
(d) देवदार
[U.P.P.C.S. (Pre) 2009]
उत्तर – (a) पाइन
- पाइनस जिरार्डियाना (Pinus gerardiana) पाइन का जैव वैज्ञानिक नाम है।
- चिलगोजा में कार्बोहाइड्रेट तथा प्रोटीन की अधिकता होती है तथा ये पाइन के बीज से प्राप्त होता है।
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22. शीरा अति उत्तम कच्चा माल है-
(a) एसीटिक एसिड के लिए
(b) ग्लिसरीन के लिए
(c) पॉवर एल्कोहल के लिए
(d) यूरिया के लिए
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2002]
उत्तर – (c) पॉवर एल्कोहल के लिए
- शीरा (Molasses) पॉवर एल्कोहल (Power Alcohol) के लिए अति उत्तम कच्चा माल है, जिसे गन्ने (Sugarcane) के रस द्वारा तैयार किया जाता है।
|
23. शीतल पेयों, जैसे कोला में, पर्याप्त मात्रा होती है-
(a) कैफीन (Caffeine) की
(b) निकोटीन (Nicotine) की
(c) टैनिन (Tannin) की
(d) रेनिन (Renin) की
[I.A.S. (Pre) 2000]
उत्तर – (a) कैफीन (Caffeine) की
- शीतल पेयों (Cold drinks) जैसे कोला (Cola) में कैफीन (Caffeine) नामक एल्केलायड्स की पर्याप्त मात्रा रहती है।
- निकोटीन तंबाकू की पत्तियों से प्राप्त होते हैं, जबकि टैनिन कच्चे फलों में अधिक पाए जाते हैं, जबकि रेनिन (Renin) एक एंजाइम है, जो कि शिशुओं में दुग्ध को पचाता है।
|
24. कैफीन क्षारभ उपस्थित रहता है-
(a) केवल चाय में
(b) केवल कॉफी में
(c) चाय और कॉफी दोनों में
(d) नींबू पानी में
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर – (c) चाय और कॉफी दोनों में
- कैफीन एक एल्केलायड (Alkaloid) है, जो कि एक मनोस्फूर्तिदायक या मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली उत्तेजक ओषधि हैं।
- जर्मन रसायन शारन्त्री फ्रेडलिब फर्जीनेंड रंज ने इसकी खोज 1819 ई. में की थी।
- कॉफी के बीजों के अतिरिक्त प्राकृतिक रूप से यह 60 से अधिक पौधों के पत्तियों, फलों एवं फलियों में अलग-अलग मात्रा में पाया जाता है।
- इसके प्रमुख स्रोतों में कॉफी फली (Coffee Bean) एवं चाय की पत्ती हैं।
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25. चाय की पत्तियों में विद्यमान सर्वाधिक महत्व का उत्तेजक है-
(a) कैफीन
(b) फेनिलऐलेनीन
(c) बुसीन
(d) थियोब्रोमीन
[U.P.P.C.S. (Mains) 2017]
उत्तर – (a) कैफीन
- कैफीन एक मनोस्फूर्तिदायक या मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली उत्तेजक ओषधि है।
- यह मुख्यतः कॉफी के बीजों एवं चाय की पत्तियों से प्राप्त की जाती हैं।
- चाय, कॉफी तथा कोको प्रायः पेय पदार्थ के रूप में प्रयुक्त होते हैं।
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26. समुद्री घास निम्नलिखित तत्व का मुख्य तथा महत्वपूर्ण स्रोत है-
(a) आयोडीन
(b) क्लोरीन
(c) ब्रोमीन
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
[R.O./A.R.O. (Pre) Exam. 2017]
उत्तर – (a) आयोडीन
- आयोडीन का मुख्य तथा महत्वपूर्ण स्रोत समुद्री घास (जैसे केल्प, नोरी, कॅम्बू, वैकेम आदि) है।
- आयोडीन के अन्य स्रोत सीफूड (समुद्री खाद्य), डेयरी उत्पाद (विशेष रूप से दूध) आदि हैं।
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27. समुद्री खरपतवार निम्नलिखित में से किसका महत्वपूर्ण स्रोत है?
(a) गंधक का
(b) क्लोरीन का
(c) ब्रोमीन का
(d) आयोडीन का
[U.P.P.C.S. (Mains) 2015]
उत्तर – (d) आयोडीन का
- समुद्री खरपतवार समुद्र के नितल में स्थित बहुकोशिकीय शैवाल है।
- ये आयोडीन का महत्वपूर्ण स्रोत हैं।
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28. निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. कपूर
2. कासनी (चिकोरी)
3. वनीला
उपर्युक्त में से कौन-सा/से पादप उत्पाद है/है?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर – (d) 1, 2 और 3
- कपूर (Camphor), सिनामोमम कैम्फोरा (Cinnamomum Camphora) नामक वृक्ष की लकड़ी से बनाया जाता है, जो एशिया में पाया जाने वाला एक सदाबहार वृक्ष है।
- कासनी (चिकोरी) एक जंगली हर्बल पौधे से प्राप्त होता है जो यूरोप, उत्तरी अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया में प्राकृतिक रूप से सड़कों के किनारे उगा हुआ पाया जाता है।
- वनीला आर्किड (Orchid) फैमिली के पेड़ों से पाया जाता है, जिनकी कई प्रजातियां अमेरिका, एशिया, न्यु गुएना एवं पूर्वी अफ्रीका में पाई जाती हैं।
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29. निम्नलिखित में से कौन-सा पदार्थ वृक्ष से प्राप्त किया जाता है?
(a) हींग
(b) शिलाजीत
(c) सुहागा
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P. P.C.S. (Pre) 2020]
उत्तर – (a) हींग
- प्रश्नगत विकल्पों में से हींग (Asafoetida) पौधों से प्राप्त किया जाता है।
- यह जिस पौधे से प्राप्त की जाती है, वह अम्बेलीफेरी (Umbelliferae) कुल से संबंधित है।
- फेरुला एसाफोटिडा, फेरुला फोटिडा, फेरुला रुब्रीकॉलिस आदि के जड़ों से प्राप्त लेटेक्स को सुखाकर तथा राइजोम से हींग प्राप्त की जाती है।
- अम्बेलीफेरी को एपिएसी कुल के नाम से भी जानते हैं।
|
30. केसर मसाला (सैफ्रन स्पाइस) बनाने के लिए पौधे का निम्नलिखित में से कौन-सा भाग उपयोग में लाया जाता है?
(a) पत्ता
(b) पंखुड़ी
(c) बाह्यदल
(d) वर्तिकाग्र (स्टिग्मा)
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर – (d) वर्तिकाग्र (स्टिग्मा)
- सैफ्रॉन क्रोकस (Saffron Crocus) नामक पौधे के फूल के वर्तिका (Style) तथा वर्तिकाग्र (स्टिग्मा-Stigma) से केसर (Saffron) मसाला प्राप्त किया जाता है।
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31. सूची-1 को सूची 11 को सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर चुनिए-
सूची -1(उत्पाद) |
सूची – II(स्रोत) |
A. अफीम |
1. छाल |
B. हीं |
2. जड़ |
C. रबर |
3. फल |
D. कुनैन |
4. तना |
कूट :
ABCD
(a)1,2,3,4
(b)3,2,4,1
(c)4,2,1,3
(d)2,4,3,1
[U.P. P.C.S. (Pre) Exam. 2017]
उत्तर – (b) 3,2,4,1
- सही सुमेलन है-
(उत्पाद) |
(स्रोत) |
अफीम |
फल |
हींग |
जड़ |
रबर |
तना |
कुनैन |
छाल |
- अफीम का उत्पादन पैपेवर सोमनीफेरम (Papaver somniferum) के अधपके फलों के दूध से, हींग फेसला (Ferula) प्रजाति के पौधों की जड़ों तथा राइजोम से, जबकि रबर, उसके पौधों की तनों से निकले तरल पदार्थ से तथा कुनैन सिनकोना पौधे की छाल से प्राप्त किया जाता है।
|
32. हींग प्राप्त की जाती है-
(a) तने से खाव से
(b) जड़ों के निष्कर्षण से
(c) फलों के निष्कर्षण से
(d) पत्तियों के निष्कर्षण से
[U.P.R.O/A.R.O. Re-exam (Pre) 2016]
उत्तर – (a & b) तने से खाव से & जड़ों के निष्कर्षण से
- हींग (Asafoetida) जिस पौधे से प्राप्त की जाती है, वह अम्बेलीफेरी (Umbelliferae) कुल से संबंधित है।
- इस पौधे के राइजोम (एक प्रकार का तना) तथा जड़ों से प्राप्त किया जाता है।
- उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी प्रथम उत्तरमाला में विकल्प (b) को सही उत्तर माना गया था।
|
33. अफीम किस श्रेणी की दवा के अंतर्गत आता है?
(a) अवसादकारी
(b) उत्तेजक
(c) विभ्रांतिकारक
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
[M.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर – (a) अवसादकारी
- अफीम (Opium) अवसादकारी स्वापक औषधि (Depressant narcotic drug) की श्रेणी के अंतर्गत आता है।
- इससे दर्द निवारक मॉर्फीन, हेरोइन ड्रग आदि का संश्लेषण किया जाता है।
|
34. मुख्य मच्छर विकर्षक पदार्थ किससे प्राप्त होता है?
(a) तुलसी
(b) नींबू
(c) नीम
(d) हल्दी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर – (c) नीम
- मुख्य मच्छर विकर्षक नीम से प्राप्त होता है।
- नीम में ओषधीय गुण होते हैं।
- इसके बीज एवं पत्तियों से दवाएं तैयार की जाती हैं।
- तुलसी एवं हल्दी में प्रतिजैविक गुण पाए जाते हैं।
- नींबू में विटामिन C का मुख्य स्रोत है, जिसमें प्रतिरोधक क्षमता होती है।
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35. निम्नलिखित में से किसका उपयोग प्राकृतिक मच्छर प्रतिकर्मी तैयार करने में किया जाता है?
(a) कांग्रेस घास
(b) एलीफैंट चास
(c) लेमन घास
(d) नट घास
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (c) लेमन घास
- लेमन घास (Lemon grass) से सिट्रोनेला (Citronella) नामक तेल निकाला जाता है।
- इस तेल का उपयोग मच्छर प्रतिकर्षी के रूप में स्प्रे, लोशन या सिर्फ तेल के रूप में किया जाता है।
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36. तुलसी के पौधे का ओषधीय महत्व निम्नांकित की उपस्थिति के कारण है-
(a) अकार्बनिक अम्ल
(b) कार्बनिक अम्ल
(c) फीनॉल एवं फ्लेवोनाइड
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर – (c) फीनॉल एवं फ्लेवोनाइड
- तुलसी (औसीमम सैक्टम) एक ओषधीय पौधा है।
- इसमें महत्वपूर्ण फाइटो रसायन (Phytochemicals) पाए जाते हैं, जो अपने प्रवाहनाशी (Anti-inflammatory) तथा प्रति ऑक्सीकारक (Anti-oxidant) गुणों के कारण विभिन्न गंभीर रोगों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
- तुलसी के पत्ते के अर्क में फ्लेवोनाइड, सैपोनिन, ग्लाइकोसाइड, फीनॉल आदि उपस्थित होते हैं, जो इसके ओषधीय गुणों में वृद्धि करते हैं।
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37. तुलसी के पौधे का औषधीय महत्व निम्नलिखित की उपस्थिति के कारण है-
(a) अकार्बनिक अम्ल
(b) कार्बनिक अम्ल
(c) फिनोल एवं फ्लेवोनॉयड्स
(d) लिथियम बाइकार्बोनेट
[U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर – (c) फिनोल एवं फ्लेवोनॉयड्स
- तुलसी के पत्ते के अर्क में फ्लेवोनाइड, सैपोनिन, ग्लाइकोसाइड, फीनॉल आदि उपस्थित होते हैं, जो इसके ओषधीय गुणों में वृद्धि करते हैं।
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38. निम्नांकित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है?
(a) ऑक्सीटोसीन |
हॉर्मोन |
(b) एस्पार्टम |
संश्लेषित मधुरक |
(c) निओप्रीन |
विशिष्ट रबड़ |
(d) रेयॉन |
रूपांतरित स्टार्च |
[U.P.P.C.S. (Pre) 2019]
उत्तर – (d) रेयॉन – रूपांतरित स्टार्च
- रेयॉन विनिर्मित फाइबर है, जिसे प्राकृतिक स्रोतों यथा वृक्ष एवं अन्य कृषि उत्पादों से प्राप्त किया जाता है।
- यह रूपांतरित स्टार्च नहीं है।
- शेष सभी सुमेलित हैं।
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39. निम्नलिखित में से किस कुल के पौधे से टापा कपड़ा बनाया जाता है?
(a) एस्किलीपिएडेसी
(b) मोरेसी
(c) ग्रेमीनी
(d) माल्वेसी
[U.P.P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (b) मोरेसी
- टापा कपड़ा बनाने हेतु प्रायः शहतूत परिवार (मोरेसी) के पौधों की आंतरिक छाल का उपयोग किया जाता है।
- टापा वस्त्र प्रशांत महासागर के द्वीपों में मुख्य रूप से टोंगा, समोआ और फिजी में बनाया जाने वाला एक बार्कक्लोथ है।
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40. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?
1. चुकंदर |
चीनी |
2. शहद |
ग्लूकोज और फ्रुक्टोस |
3. कपास |
सेल्यूलोस |
4. दुग्ध |
लैक्टोस |
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट-
(a) केवल 1, 2 तथा 3
(b) केवल 2, 3 तथा 4
(c) केवल 1, 2 तथा 4
(d) 1, 2, 3 तथा 4
[U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर – (d) 1, 2, 3 तथा 4
- सही समुमेलन है-
चुकंदर |
चीनी |
शहद |
ग्लूकोज और फ्रुक्टोस |
कपास |
सेल्यूलोस |
दुग्ध |
लैक्टोस |
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