1. मलेरिया से प्रभावित होने वाला अंग है:
(a) हृदय
(b) फेफड़े
(c) गुर्दा
(d) प्लीहा (तिल्ली)
[M.P. P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर – (d) प्लीहा (तिल्ली)
- मलेरिया प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नामक एककोशिकीय प्रोटोजोआ जंतु के कारण होता है तथा इसकी वाहक मादा एनाफिलीज (Female Anopheles) मच्छर होती है, जो कि द्वितीयक पोषद (Secondary Host) है।
- इससे प्रभावित होने वाला अंग प्लीहा (Spleen) है, जिसमें संक्रमण से आकार बढ़ जाता है।
- इस रोग के उपचार हेतु एटाब्रिन, क्लोरोक्वीन, कामाक्विन इत्यादि ओषधियों को लेना चाहिए।
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2. प्लाज्मोडियम परजीवी का वाहक है:
(a) कौट
(b) मच्छर
(c) मक्खी
(d) जुएं
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2010]
उत्तर – (b) मच्छर
- मलेरिया प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नामक एककोशिकीय प्रोटोजोआ जंतु के कारण होता है तथा इसकी वाहक मादा एनाफिलीज (Female Anopheles) मच्छर होती है।
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3. मलेरिया तथा डेंगू में निम्नांकित में से क्या उमयनिष्ठ नहीं है?
(a) ज्वर
(b) मच्छर की काट
(c) मानव प्रजाति
(d) मच्छर प्रजाति
[U.P. P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर – (d) मच्छर प्रजाति
- मलेरिया (Malaria) मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है, जबकि डेंगू (Dengue) मादा क्यूलेक्स फैटिगेंस, एडीज एल्बोपिक्टस तथा मादा एडीज इजिप्टि मच्छर के काटने से फैलता है, इसके अलावा फीलपांव (Elephantiasis) तथा पीत ज्वर (Yellow Fever) भी मच्छर के काटने से फैलते हैं।
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4. उस वैज्ञानिक का नाम बताइए, जिसने यह खोज की थी कि मलेरिया-प्लाज्मोडियम नामक परजीवी से होता है-
(a) जे.जी. मेन्डल
(b) हेकल
(c) सर रोनाल्ड रॉस
(d) डॉर्विन
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर – (c) सर रोनाल्ड रॉस
- सर रोनाल्ड रॉस ने यह पता लगाया कि मलेरिया रोग प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नामक एककोशिकीय प्रोटोजोआ द्वारा होता है तथा प्लाज्मोडियम के वाहक का कार्य मादा एनाफिलीज (Female Anopheles) मच्छर करती है, जिसके लिए इन्हें नोबेल पुरस्कार (1902 ई.) दिया गया।
- प्लाज्मोडियम लाल रुधिराणुओं तथा जिगर कोशाओं का अंतःपरजीवी जंतु होता है।
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5. निम्नलिखित में कौन-सा रोग प्रोटोजोआ द्वारा होता है?
(a) मलेरिया
(b) कॉलरा
(c) जांडिस
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर – (a) मलेरिया
- सर रोनाल्ड रॉस ने यह पता लगाया कि मलेरिया रोग प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नामक एककोशिकीय प्रोटोजोआ द्वारा होता है।
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6. एक जीव के संपूर्ण संजीन (सभी जीनों की संपूर्णता) का अनुक्रमण 1996 ई. में पूरा हुआ था, वह जीव था-
(a) रंजक हीन मूषक
(b) यीस्ट
(c) मानव
(d) प्लाज्मोडियम वाइवैक्स
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर – (b) यीस्ट
- सैकेरोमाइसीज सेरेविसी (Saccharomyces cerevisiae) यीस्ट या खमीर की एक प्रजाति है।
- इसे कवक (Fungi) जगत में शामिल किया गया है।
- इसके संपूर्ण संजीन (सभी जीनों की संपूर्णता) का अनुक्रमण 1996 ई. में पूरा हुआ था।
- इसमें लगभग 6000 जीन तथा 12 मिलियन से भी अधिक क्षार युग्म (Base Pair) होते हैं।
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7. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. डेंगू मच्छरों द्वारा संचारित प्रोटोजोआ रोग है।
2. प्रत्येक नेत्रगुहा पीड़ा डेंगू का लक्षण नहीं है।
3. त्वचा पित्तिका नाक से रक्त स्राव डेंगू के कुछ लक्षण हैं।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2
(d) 1 और 3
[I.A.S. (Pre) 2005]
उत्तर – (b) केवल 3
- मलेरिया ज्वर का कारक प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नामक प्रोटोजोजा जंतु है, जिसका वाहक मादा एनाफिलीज मच्छर है।
- डेंगू (Dengue) रोग विषाणुजनित रोग है।
- प्रत्येक नेत्रगुहा पीड़ा (Retro-Orbital Pain) नेत्र के पीछे होने वाली पीड़ा है, जो कि डेंगू ज्वर का लक्षण (Character) है।
- अतः प्रथम 1 व 2 कथन असत्य हैं।
- त्वचा पित्तिका तथा नाक से रक्तस्राव (Haemorhage) डेंगू के लक्षण हैं।
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8. मलेरिया के संबंध में कौन-सा कथन सत्य नहीं है?
(a) यह परोपजीवी कीट (Insect parasite) द्वारा पैदा की जाने वाली बीमारी है।
(b) यह मच्छरों द्वारा फैलाई जाती है।
(c) यह दलदली क्षेत्रों में अधिकतर होती है।
(d) इसके इलाज में क्लोरोक्विन का उपयोग होता है।
[38th B.P.S.C. (Pre) 1992]
उत्तर – (a) यह परोपजीवी कीट (Insect parasite) द्वारा पैदा की जाने वाली बीमारी है।
- मलेरिया रोग का जनक प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नामक प्रोटोजोआ है, जो कि एक द्विपोषदीय (Digenetic) जतु है, जिसका वाहक मादा एनाफिलीज (Female Anopheles) मच्छर है।
- मलेरिया रोग दलदली क्षेत्रों में अधिक होता है तथा इसके इलाज के लिए क्लोरोक्विन (Choloroquin) का उपयोग किया जाता है, जिसे सिनकोना नामक पौधे की छाल (Bark) से प्राप्त करते हैं।
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9. निम्नलिखित में से कौन-सा रोग प्रोटोजोआ द्वारा होता है?
(a) हैजा
(b) डिफ्थीरिया
(c) निमोनिया
(d) मलेरिया
[M.P.P.C.S. (Pre) Exam. 2017]
उत्तर – (d) मलेरिया
- मलेरिया रोग प्लाज्मोडियम (Plasmodium) नामक प्रोटोजोआ परजीवी के कारण होता है तथा इसकी बाहक मादा एनाफिलीज (Anopheles) मच्छर होती है, जो कि द्वितीयक पोषद (Secondary host) है।
- इससे प्रभावित होने बाला अंग प्लीहा (Spleen) है, जिसमें संक्रमण से आकार बढ़ जाता है।
- इस रोग के उपचार हेतु एटाब्रिन, क्लोरोक्वीन, कामाक्विन इत्यादि ओषधियों का उपयोग किया जाता है।
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10. भारत में मलेरिया के 65% रोगियों के लिए निम्नलिखित में कौन परजीवी उत्तरदायी है?
(a) पी. मेलेरी
(b) पी. वाइवैक्स
(c) पी. फैल्सीपेरम
(d) पी. ओवेल
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर – (b) पी. वाइवैक्स
- दिए गए चारों विकल्प वे चार प्लाज्मोडियम प्रजातियां हैं, जो मलेरिया रोग की चाहक हैं।
- भारत में मलेरिया के 60-65 प्रतिशत मामलों के लिए पी. वाइवैक्स (Plasmodium vivax), जबकि 30-35 प्रतिशत मामलों के लिए पी. फैल्सीपेरम (Plasmodium falciparum) परजीवी उत्तरदायी है। पी. फैल्सीपेरम से मेलिगनेंट मलेरिया होता है।
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11. दुर्दम (मेलिगनेंट) मलेरिया होता है-
(a) प्लाज्मोडियम विवैक्स से
(b) प्लाज्मोडियम ओवेल से
(c) प्लाज्मोडियम मलेरिये से
(d) प्लाज्मोडियम फैल्सीपैरम से
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (d) प्लाज्मोडियम फैल्सीपैरम से
- पी. फैल्सीपेरम से मेलिगनेंट मलेरिया होता है।
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12. गोलकृमि (निमेटोड) से होने वाला रोग है-
(a) फाइलेरिया
(b) फ्लुओरोसिस
(c) इन्सेफेलाइटीज
(d) कुष्ठ
[U.P. P.C.S. (Pre) 1999]
उत्तर – (a) फाइलेरिया
- फाइलेरिया को फीलपांव (Elephantiasis) भी कहते हैं, जो कि शरीर में वुचरेरिया बैंक्रफ्टाई नामक गोलकृमि (निमेटोड) के संक्रमण द्वारा होता है।
- यह कृमि मनुष्य की लिम्फ ग्रंथियों में पहुंच जाता है।
- इसे फैलाने का कार्य मादा क्यूलेक्स (Female Culex) मच्छर करती है, जिसमें पोषद (Host) की मृत्यु तो प्रायः नहीं होती है किंतु हाथ-पैर, जननांग तथा अन्य अंग फूलकर विकृत (Deformed) हो जाते हैं।
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13. सूची (1) को सूची -(11) से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(A) मलेरिया |
1. कवक (Fungi) |
(B) पोलियो |
2. जीवाणु (Bacteria) |
(C) तपेदिक |
3. विषाणु (Virus) |
(D) दाद |
4. प्रोटोजोआ (Protozoan) |
कूट :
A B C D
(a)4,3,2,1
(b)4,3,1,2
(c)3,4,1,2
(d)3,4,2,1
[I.A.S. (Pre) 1998]
उत्तर – (a) 4,3,2,1
- सुमेलित क्रम इस प्रकार है:
मलेरिया |
प्रोटोजोजा (Protozoan) |
पोलियो |
विषाणु (Virus) |
तपेदिक |
जीवाणु (Bacteria) |
दाद |
कवक (Fungi) |
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14. सूची-1 को सूची-11 से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए:
सूची-1 |
सूची-II |
A. प्लेग |
1. प्रोटोजोआ |
B. एड्स |
2. कवक |
C. गंजापन |
3. विषाणु |
D. मलेरिया |
4. जीवाणु |
कूट :
ABCD
(a)1,2,3,4
(b)2,3,4,1
(c)3,4,1,2
(d)4,3,2,1
[U.P.P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर – (d) 4,3,2,1
- प्लेग एक घातक संक्रामक रोग है, जिसका कारक पाश्चुरेला पेस्टिस या ‘यर्सीनिया पेस्टिस’ (Yersinia pestis) नामक जीवाणु है।
- एड्स मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करने वाला घातक रोग है, जिसका कारक एचआईवी विषाणु है।
- मलेरिया एक संक्रामक रोग है, जो प्रोटोजोआ परजीवी द्वारा फैलता है, जबकि गंजापन कवक के कारण होता है।
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15. निद्रा रोग (Sleeping Sickness) नामक बीमारी होती है-
(a) विटामिन-ए की कमी से।
(b) शरीर में कैल्शियम की कमी से।
(c) रक्तचाप के बढ़ने से।
(d) ट्रिपैनोसोमा नामक एककोशीय जीव से।
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003, U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर – (d) ट्रिपैनोसोमा नामक एककोशीय जीव से।
- निद्रा रोग (Sleeping Sickness) ट्रिपैनोसोमा (Trypanosoma paladium) नामक एककोशीय प्रोटोजोआ जीव द्वारा होता है।
- इस जीव का वाहक व द्वितीयक पोषद सी-सी मक्खी (Tsetse Fly – Glossina) है।
- ट्रिपैनोसोमा रुधिर, सेरीब्रोस्पाइनल एवं अन्य शरीर द्रव्यों के बाहाकोशीय, हृदयपेशियों, जनदों इत्यादि के अंतःकोशिकीय परजीवी है।
- निद्रा रोग के रोगी को दिन में भी नींद से बोझिल मालूम पड़ता है तथा ऊंघता रहता है।
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16. निम्नलिखित में से कौन-सा रोग मच्छर वाहित नहीं है-
(a) डेंगू ज्वर
(b) फाइलेरियासिस
(c) निद्रा रोग
(d) मलेरिया
[U.P.P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर – (c) निद्रा रोग
- निद्रा रोग के रोगी को दिन में भी नींद से बोझिल मालूम पड़ता है तथा ऊंघता रहता है।
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17. असुरक्षित पेयजल और स्वच्छता की कमी के कारण विकासशील देशों में प्रचलित तीन संचारी रोग हैं-
(a) तीव्र-प्रवाहिका, कैंसर और गाउट
(b) मलेरिया, तीव्र प्रवाहिका और सिस्टोसोमारुग्णता
(c) ऑकोसर्सियासिस, श्वेतरक्तता और संधिशोध
(d) आमवात, मलेरिया और एड्स
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर – (b) मलेरिया, तीव्र प्रवाहिका और सिस्टोसोमारुग्णता
- असुरक्षित पेयजल तथा स्वच्छता की कमी के कारण विकासशील देशों में मलेरिया (Malaria), तीव्र प्रवाहिका (Acute Diarrhea) और सिस्टोसोमारुग्णता (Schistosomiasis) नामक तीन संचारी रोग महामारी के रूप में फैलते हैं, जो कि अत्यन्त ही घातक होते हैं।
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18. 2003 में जब लिएंडर पेस के मस्तिष्क में एक समस्या पाई गई, तो उन्हें टेनिस कोर्ट छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा था :
(a) एकअर्बुद (ट्यूमर)
(b) रक्त स्राव
(c) कुछ मेरु द्रव
(d) एक सिस्ट
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर – (d) एक सिस्ट
- वर्ष 2003 में लिएंडर पेस को सिर दर्द की शिकायत के पश्चात अस्पताल में भर्ती कराया गया।
- प्रारंभ में ब्रेन ट्यूमर की आशंका व्यक्त की गई थी, परंतु जांच के उपरांत उनमें Neurocysticercosis (मस्तिष्क में सिस्ट) पाया गया।
- केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वाली यह बीमारी टीनिया सोलियम (Taenia solium) नामक फीताकृमि के कारण होता है।
- मानव में इसका संक्रमण प्रायः सुअर का मांस खाने से या फीताकृमि के अंडों (Tapeworm Eggs) से संक्रमित जल के प्रयोग से होता है।
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