1. निम्न नामों में से उसे चिह्नित करिए, जो हुमायूं के भाइयों में से किसी का नाम नहीं था-
(a) कामरान
(b) उस्मान
(c) अस्करी
(d) हिन्दाल
[U. P. Lower Sub. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) उस्मान
- कामरान, अस्करी और हिंडाल बाबर के बेटे और हुमायूँ के भाई थे।
- हुमायूँ सबसे बुजुर्ग थे, उनका जन्म 1508 में काबुल में हुआ था।
- उनकी मां महम बेगम शिया समुदाय से ताल्लुक रखती थीं।
- उस्मान का उससे कोई संबंध नहीं था.
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2. हुमायूं द्वारा लड़े गए चार प्रमुख युद्धों का तिथि अनुसार सही क्रम अंकित करें, युद्ध-स्थलों के नाम नीचे अंकित हैं-
(a) चौसा, देवरा, कन्नौज, सरहिंद
(b) देवरा, कन्नौज, चौसा, सरहिंद
(c) सरहिंद, देवरा, चौसा, कन्नौज
(d) देवरा, चौसा, कन्नौज, सरहिंद
[41 B.P.S.C. (Pre) 1996]
उत्तर- (d) देवरा, चौसा, कन्नौज, सरहिंद
- हुमायूँ ने इस क्रम में चार लड़ाइयाँ लड़ीं: देवारा, चौसा, कनौज और सरहिंद।
- 1531 ई. में उन्होंने देवारा में अफगान विद्रोहियों को हराया।
- हालाँकि, 1539 में चौसा की लड़ाई में वह शेरशाह से हार गया, लेकिन एक पानी लाने वाले ने उसकी जान बचा ली।
- इस जीत से शेरशाह की शक्ति बढ़ गई और उसे शेरशाह की उपाधि दी गई।
- बाद में, 1540 में हुमायूँ कनौज की लड़ाई में शेरशाह से हार गया और उसे भागना पड़ा।
- अंततः 1555 में सरहिंद की लड़ाई में हुमायूँ दिल्ली पर पुनः कब्ज़ा करने में सफल रहा।
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3. निम्नलिखित में से किन दो शासकों के मध्य 17 मई, 1540 में कन्नौज के पास युद्ध हुआ?
(a) हुमायूं एवं सुल्तान मोहम्मद नुहानी
(b) शेरशाह एवं हुमायूं
(c) शेरशाह एवं मिर्जा कामरान
(d) मोहम्मद शाह एवं हुमायूं
[U.P.B.E.O. (Pre) 2019]
उत्तर- (b) शेरशाह एवं हुमायूं
- शेरशाह सूरी और हुमायूँ के बीच 17 मई, 1540 को पुराने शहर कन्नौज में युद्ध हुआ।
- शेरशाह ने लड़ाई जीत ली और यही कारण है कि इसे अक्सर बिलग्राम की लड़ाई के रूप में जाना जाता है, जो अब उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक नगरपालिका बोर्ड है
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4. फरीद, जो बाद में शेरशाह सूरी बना, ने कहां से शिक्षा प्राप्त की थी?
(a) सहसाराम
(b) पटना
(c) जौनपुर
(d) लाहौर
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) जौनपुर
- फरीद खान, जो अंततः शेर शाह सूरी के नाम से जाने गए, ने अपनी स्कूली शिक्षा जौनपुर से प्राप्त की।
- 1494 में, उन्होंने अध्ययन करने के लिए जौनपुर जाने के लिए अपना घर छोड़ दिया, जिसे उस समय “पूर्व का सिराज” कहा जाता था।
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5. निम्नलिखित मध्ययुगीन शासकों में से कौन एक उच्च शिक्षित था?
(a) बलबन
(b) अलाउद्दीन खिलजी
(c) इब्राहिम लोदी
(d) शेरशाह
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2010]
उत्तर- (d) शेरशाह
- शेरशाह ने अपनी स्कूली शिक्षा जौनपुर में पूरी की, जो उस काल में शिक्षा का केंद्र था।
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6. निम्नलिखित में से किस सुल्तान ने पहले “हजरते आला” (Hazrat-e-Ala) की उपाधि अपनाई और बाद में ‘सुल्तान’ की ?
(a) बहलोल लोदी
(b) सिकंदर लोदी
(c) शेरशाह सूरी
(d) इस्लाम शाह सूरी
[44th B.P.S.C. (Pre) 2000]
उत्तर- (c) शेरशाह सूरी
- 1534 में बंगाल के शासक नुसरत शाह को हराने के बाद शेर खान ‘हजरत-ए-आला’ के नाम से जाना जाने लगा।
- 26 जून, 1539 को चौसा की लड़ाई में हुमायूँ को हराने के बाद उसने अपना नाम बदलकर ‘शेरशाह’ रख लिया और मांग की कि उसके नाम पर प्रार्थना की जाए और उसके नाम के सिक्के बनवाए जाएं।
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7. शेरशाह सूरी द्वारा किए गए सुधारों में सम्मिलित थे-
1. राजस्व सुधार
2. प्रशासनिक सुधार
3. सैनिक सुधार
4. करेंसी प्रणाली में सुधार
नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) 1 और 2
(b) 1, 2 और 3
(c) 2, 3 और 4
(d) उपर्युक्त सभी
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी
- शेरशाह सूरी मध्यकालीन भारत में एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति थे और उन्हें प्रशासन और साम्राज्यवाद के मामले में अकबर के पूर्ववर्ती के रूप में देखा जाता है।
- उन्होंने राजस्व बढ़ाने के लिए भूमि माप और मूल्यांकन जैसे कई सुधार पेश किए।
- उन्होंने सैन्य और मुद्रा प्रणालियों में भी सुधार किया।
- उन्होंने सीधे सैनिकों की भर्ती की और उन्हें भुगतान किया और सोने, चांदी और तांबे के सिक्के बनाए।
- उनके सुधार ही वर्तमान ब्रिटिश मुद्रा का आधार हैं।
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8. दिल्ली सल्तनत के पराभव के उपरांत किस शासक द्वारा स्वर्ण मुद्रा का सर्वप्रथम प्रचलन किया गया?
(a) अकबर
(b) हुमायूं
(c) शाहजहां
(d) शेरशाह
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) हुमायूं
- दिल्ली सल्तनत के पतन के बाद, हुमायूँ सोने का सिक्का बनाने वाला पहला नेता था।
- इसके बाद शेरशाह ने एक सोने का सिक्का भी चलवाया।
- यूकेपीएससी ने विकल्प (a) को सही उत्तर मानकर गलती की।
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9. हुमायूं ने चुनार दुर्ग पर प्रथम बार आक्रमण कब किया?
(a) 1532 ई.
(c) 1533 ई.
(b) 1531 ई.
(d) 1536 ई.
[48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (a) 1532 ई.
- हुमायूँ ने सबसे पहले 1532 में चुनार किले पर आक्रमण किया।
- शेर खान द्वारा उसे शासन करने के लिए सहमत होने से पहले उसने इसे चार महीने तक घेरे रखा।
- उसने 1531 में कालिंजर पर भी आक्रमण किया और 1532 में रायसीना किले पर कब्ज़ा कर लिया।
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10. निम्नलिखित घटनाओं पर विचार कीजिए और उन्हें क्रमानुसार व्यवस्थित कीजिए।
1. दौराह का युद्ध
II. कन्नौज का युद्ध
III. सामूगढ़ का युद्ध
IV. चौसा का युद्ध
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
कूट :
(a) II, 1, IV
(b) I, IV, II, III
(c) I, II, IV, III
(d) II, 1, IV, III
[U.P. R.O/A.R.O. (Mains) 2017]
उत्तर- (b) I, IV, II, III
- सूचीबद्ध घटनाएँ इस क्रम में हुईं:
- दौराह की लड़ाई (1531/1532 ई.)
- चौसा की लड़ाई (1539)
- कनौज की लड़ाई (1540 ई.)
- सामूगढ़ की लड़ाई (1658 ई.)
- दौराह के युद्ध में हुमायूँ ने महमूद लोदी के विरुद्ध विजय प्राप्त की।
- कनौज के युद्ध में शेरशाह ने हुमायूँ को हराया।
- सामूगढ़ की लड़ाई में दारा शुकोह ने अपने दो भाइयों औरंगजेब और मुराद बख्श से लड़ाई की।
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11. निम्नलिखित में से किसने अपने बादशाह पति के लिए मकबरे का निर्माण करवाया था?
(a) शाह बेगम ने
(b) हाजी बेगम ने
(c) मुमताज महल बेगम ने
(d) नूरुन्निसा बेगम ने
[48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (b) हाजी बेगम ने
- हाजी बेगम ने 1569-70 में दिल्ली में अपने पति हुमायूँ के लिए एक मकबरा बनवाया।
- मिराक मिर्ज़ा गियाथ, एक फ़ारसी, वास्तुकार था।
- यह सफेद संगमरमर से बना भारत का पहला मकबरा था, जिसके बाहर एक बगीचा था।
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12. चांदी का सिक्का किसने शुरू किया ?
(a) अकबर
(b) शेरशाह
(c) अलाउद्दीन खिलजी
(d) बख्तियार खिलजी
[M.P. P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर- (b) शेरशाह
- शेरशाह को मुगल काल के दौरान मुद्रा प्रणाली में सुधार के लिए याद किया जाता है, जो बाद में ब्रिटिश मुद्रा की नींव बनी।
- उन्होंने सिक्कों को विभिन्न धातुओं के मिश्रण से बदलकर शुद्ध सोने, चांदी और तांबे से बना दिया।
- उनके चांदी के रुपये के सिक्कों का वजन 178 ग्रेन था, जिसमें से 173 ग्रेन शुद्ध चांदी थे।
- सिक्कों पर शेरशाह का नाम, उपाधि और टकसाल का स्थान भी अरबी और देवनागरी दोनों लिपियों में अंकित था।
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13. शेरशाह के अंतर्गत तांबे के दाम और चांदी के रुपया की विनिमय दर क्या थी?
(a) 16:1
(b) 32:1
(c) 48:1
(d) 64:1
[U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]
उत्तर- (d) 64:1
- शेरशाह के पास धन की बहुत बड़ी व्यवस्था थी।
- उन्होंने चांदी का रुपया (178 ग्रेन) और तांबे का दाम (380 ग्रेन) पेश किया।
- विनिमय दर प्रत्येक रुपये के लिए 40 तांबे के पैसे थी और सिक्कों पर अरबी और देवनागरी में लिखा हुआ था।
- उस समय 23 प्रकार के सिक्के प्रचलन में थे।
- उन्होंने सैनिकों के चेहरे रिकॉर्ड करने और घोड़ों पर शाही चिन्ह अंकित करने की प्रथा भी लागू की।
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14. शेरशाह सूरी के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सहीं
1. वह एक शानदार प्रशासनिक व्यवस्था के निर्माता थे।
2. हालांकि एक शासक के रूप में उनके गुण, युद्ध के मैदान पर उनकी जीत से अधिक उल्लेखनीय नहीं-
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट :
(a) केवल 1
(c) 1 और 2 दोनों
(b) केवल 2
(d) न तो 1 और ना ही 2
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2021]
उत्तर- (a) केवल 1
- शेरशाह सूरी (1540-1545 ई.) का मध्ययुगीन भारत के शासकों में एक महत्वपूर्ण स्थान है।
- वह एक शानदार प्रशासनिक व्यवस्था के
निर्माता थे।
- प्रशासन के क्षेत्र में उसके द्वारा किए गए सुधारों के कारण उसे अकबर का पूर्वगामी माना जाता है। अतः कथन 1 सत्य है। एक
शासक के रूप में शेरशाह के गुण, युद्ध के मैदान पर उनकी जीत से अधिक उल्लेखनीय थे।
- युद्ध के मैदान पर उसे कुछ युद्धों में सफलता
प्राप्त हुई तथा कुछ युद्धों में असफलता का भी सामना करना पड़ा। उदाहरण हेतु हुमायूं ने दौराह (देवरा) नामक स्थान पर अफगानों को
पराजित किया जिसमें शेरशाह भी शामिल था।
- इसी तरह शेरशाह द्वारा मारवाड़ पर विजय विश्वासघात का प्रतिफल था, जबकि प्रशासक
के रूप में उसके द्वारा किए गए कार्य इतिहास में महत्वपूर्ण स्थानरखते हैं। उदाहरण हेतु उसके द्वारा किए गए राजस्व सुधारों के तहत
राजकोष में वृद्धि हुई।
- सैन्य सुधार के तहत उसने अलाउद्दीन खिलजी द्वारा भारत में स्थापित घोड़ों को दागने की प्रथा को कड़ाई से लागू
किया।
- इसने पुराने घिसे-पिटे सिक्कों के स्थान पर शुद्ध सोने, चांदी एवं तांबे के सिक्कों का प्रचलन किया। इसने शुद्ध चांदी का रुपया
(178 ग्रेन) तथा तांबे का दाम (380 ग्रेन) चलाया।
- इसी प्रकार शेरशाह की न्यायव्यवस्था भी मध्ययुगीन भारत में अप्रतिम स्थान रखती है।
अतः कथन 2 त्रुटिपूर्ण है।
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15. शेरशाह सूरी की मृत्यु हुई-
(a) आगरा में
(b) कालिंजर में
(c) रोहतास में
(d) सासाराम में
[U.P. P.C.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (b) कालिंजर में
- 13 मई, 1545 को राजपूतों के कालिंजर किले पर कब्ज़ा करने की कोशिश करते समय शेरशाह सूरी की मृत्यु हो गई।
- किले को जीतने के अन्य सभी तरीके विफल होने के बाद, उसने दीवारों को बारूद से उड़ाने का आदेश दिया।
- विस्फोट में वह बुरी तरह घायल हो गये।
|
16. “मात्र एक मुट्टी बाजरे के चक्कर में मैंने अपना साम्राज्य खो दिया होता।” इस कथन को आप किस मध्यकालीन शासक से संबद्ध करेंगे?
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) मोहम्मद तुगलक
(c) शेरशाह
(d) औरंगजेब
[U. P. P. C. S. (Mains) 2007]
उत्तर- (c) शेरशाह
- शेरशाह सूरी मारवाड़ की लड़ाई के दौरान राजपूतों की बहादुरी और ताकत से बहुत प्रभावित हुआ और उसने अपने शब्दों में यह प्रशंसा व्यक्त की।
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17. शेरशाह को अपनी वीरता से प्रभावित करने वाले जयता और कुंपा किस स्थान से संबंधित थे?
(a) मालवा
(b) मेवाड़
(c) बुंदेलखंड
(d) मारवाड़
[U.P.P.C.S. (Pre) 2022]
उत्तर- (d) मारवाड़
- शेरशाह को अपनी वीरता से प्रभावित करने वाले जयता और कुंपा मारवाड़ से संबंधित थे।
- ये मारवाड़ के शासक मालदेव के सरदार थे।
- शेरशाह ने मारवाड़ के युद्ध में राजपूतों के शौर्य-पराक्रम से प्रभावित होकर कहा कि “मात्र एक मुट्ठी बाजरे के चक्कर में मैंने अपना साम्राज्य खो दिया होता।”
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18. शेरशाह का मकबरा कहां है?
(a) सासाराम
(b) दिल्ली
(c) कालिंजर
(d) सोनारगांव
[U.P. P.C.S. (Pre) 2002 M.P.P.C.S (Pre) 2016]
उत्तर- (a) सासाराम
- शेरशाह का मकबरा ईंटों से बनी एक भव्य इमारत है, जिसका सामना कुछ पत्थरों से किया गया है, जो 305 मीटर के एक बड़े वर्गाकार पूल में स्थित है और एक बड़े पत्थर के मंच पर ऊंचा है।
- यह सासाराम, रोहतास (बिहार में) में स्थित है, और इसे भारत में अफगान वास्तुकला के सबसे प्रभावशाली उदाहरणों में से एक के रूप में देखा जाता है।
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19. निम्नलिखित में किस स्मारक का निर्माण शेरशाह ने करवाया था?
(a) दिल्ली की किला-ए-कुहना मस्जिद
(b) जौनपुर की अटाला मस्जिद
(c) गौर की बारा सोना मस्जिद
(d) दिल्ली की कुव्बत-उल-इस्लाम मस्जिद
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (a) दिल्ली की किला-ए-कुहना मस्जिद
- शेरशाह का शासन संक्षिप्त लेकिन भारतीय वास्तुकला में बहुत प्रभावशाली था।
- 1541 में बना किला-ए-कुहना अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है और उत्तरी भारत में सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है।
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20. दिल्ली में ‘पुराना किला’ के भवनों का निर्माण किया था-
(a) फिरोज तुगलक ने
(b) इब्राहिम लोदी ने
(c) शेरशाह ने
(d) बाबर ने
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]
उत्तर- (c) शेरशाह ने
- शेरशाह ने दिल्ली में पुराना किला बनवाया और वहां किला-ए-कुहना मस्जिद और शेर मंडल स्मारक भी बनवाए।
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21. कृषकों की सहायता के लिए किस मध्यकालीन भारतीय शासक ने पट्टा एवं कबूलियत की व्यवस्था प्रारंभ की थी?
(a) अलाउद्दीन खिलजी
(b) मोहम्मद बिन तुगलक
(c) शेरशाह
(d) अकबर
[U.P.P.C.S. (Pre) 2008, U.P.P.C.S. (Mains) 2009, U. P. P. C. S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (c) शेरशाह
- शेरशाह एक मध्यकालीन शासक था जिसने किसानों की सहायता के लिए एक व्यवस्था बनाई।
- सरकार ने किसानों को “पट्टा” नाम की एक चीज़ दी, जिसमें बताया गया था कि उनकी फसल का कितना हिस्सा सरकार पाने का हकदार है।
- किसान “फ़ाबुलिस्ट” नामक दस्तावेज़ के माध्यम से इस पर सहमत हुए।
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22. निम्नलिखित में से किसने पूर्वी बंगाल से लेकर पेशावर तक ‘सड़क-ए-आजम’ कहलायी जाने वाली सड़क बनवाई?
(a) अकबर
(b) जहांगीर
(c) इस्लामशाह
(d) शेरशाह
[Chhattisgarh P.S.C. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) शेरशाह
- ग्रैंड ट्रंक रोड, जिसे सड़क-ए-आज़म के नाम से भी जाना जाता है, एशिया का एक प्राचीन और लंबा राजमार्ग है।
- इसका निर्माण शेरशाह सूरी ने करवाया था, जो बंगाल के सोनारगांव शहर को पाकिस्तान के लाहौर से जोड़ता था
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23. शेरशाह का उत्तराधिकारी था-
(a) शुजात खां
(b) इस्लामशाह
(c) फिरोजशाह
(d) मुहम्मद शाह आदिल
[M.P.P.S.C. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) इस्लामशाह
- इस्लाम शाह सूरी सूर वंश के दूसरे नेता थे।
- वह शेरशाह सूरी की दूसरी संतान थे।
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24. इन शासकों में से किसने अपनी सैन्य टुकड़ियों को दो सौ, दो सौ पचास एवं पांच सौ की इकाइयों में विभाजित किया था?
(a) बहलोल लोदी
(b) सिकंदर शाह
(c) शेरशाह
(d) इस्लाम शाह
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[64th B.P.S.C. (Pre) 2018]
उत्तर- (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
- इस्लाम शाह, शेरशाह का पुत्र था। इस्लाम शाह ने पूरे उत्तर भारत में लगभग 8 वर्षों तक शासन किया और उसकी मृत्यु 1553 ई. में हुई।
- इस्लाम शाह ने ही अपनी सैन्य टुकड़ियों को पचास, दो सौ, दो सौ पचास और पांच सौ की इकाइयों में विभाजित किया था।
- सिकंदर शाह ने अपने शासन काल में इस्लाम शाह के सैन्य व्यवस्था को लागू रखा था।
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