1. आर्थिक मंदी के समय, निम्नलिखित में से कौन-सा कदम उठाए जाने की सर्वाधिक संभावना होती है?
(a) कर की दरों में कटौती के साथ-साथ ब्याज दर में वृद्धि करना
(b) सार्वजनिक परियोजनाओं पर व्यय में वृद्धि करना
(c) कर की दरों में वृद्धि के साथ-साथ ब्याज दर में कमी करना
(d) सार्वजनिक परियोजनाओं पर व्यय में कमी करना
[I.A.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (b) सार्वजनिक परियोजनाओं पर व्यय में वृद्धि करना
- मंदी तब होती है जब कोई अर्थव्यवस्था वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद के संदर्भ में कम-से-कम दो लगातार तिमाहियों में सिकुड़ती है।
- यह न केवल जीडीपी को प्रभावित करता है बल्कि वास्तविक आय, रोजगार, औद्योगिक उत्पादन और थोक खुदरा बिक्री जैसी अर्थव्यवस्था में फैली विभिन्न आर्थिक गतिविधियों को भी प्रभावित करता है।
- सार्वजनिक परियोजनाओं पर व्यय में वृद्धि आर्थिक मंदी के समय उठाए जाने की सबसे अधिक संभावना है क्योंकि सार्वजनिक व्यय उत्पादन वृद्धि को प्रोत्साहित करता है और पूंजी निर्माण में मदद करता है।
- आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 के अनुसार, मंदी में, सरकार को खर्च में वृद्धि करनी चाहिए और करों को कम करना चाहिए ताकि एक ऐसी मांग उत्पन्न हो जो आर्थिक उछाल ला सके।
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2. वित्त मंत्री संसद में बजट प्रस्तुत करते हुए उसके साथ अन्य प्रलेख भी प्रस्तुत करते हैं, जिनमें ‘बृहद् आर्थिक रूपरेखा विवरण (The Macro Economic Framework Statement)’ भी सम्मिलित रहता है। यह पूर्वोक्त प्रलेख निम्न आदेशन के कारण प्रस्तुत किया जाता है :
(a) चिरकालिक संसदीय परंपरा के कारण
(b) भारत के संविधान के अनुच्छेद 112 तथा अनुच्छेद 110(1) के कारण
(c) भारत के संविधान के अनुच्छेद 113 के कारण
(d) राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम, 2003 के प्रावधानों के कारण
[I.A.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (d) राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम, 2003 के प्रावधानों के कारण
- प्रत्येक वर्ष, केंद्रीय बजट प्रस्तुति के समय संसद के समक्ष एक बृहद आर्थिक रूपरेखा विवरण (The Macro Economic Framework Statement) प्रस्तुत किया जाता है।
- यह राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (Fiscal Responsibility and Budget Management – FRBA) अधिनियम, 2003 की धारा 3(5) के तहत प्रस्तुत किया जाता है।
- FRBM अधिनियम सरकार को विशिष्ट अंतर्निहित धारणाओं के संबंध में अर्थव्यवस्था के लिए विकास की संभावनाओं का आकलन करने का निर्देश देता है।
- इसमें जीडीपी वृद्धि दर, केंद्र सरकार का राजकोषीय संतुलन और अर्थव्यवस्था के बाहरी क्षेत्र के संतुलन के बारे में मूल्यांकन शामिल है।
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3. भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से गैर-वित्तीय ऋण में सम्मिलित है/हैं?
1. परिवारों का बकाया गृह ऋण
2. क्रेडिट कार्डों पर बकाया राशि
3. राजकोष बिल (Treasury bills)
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 3
(d) केवल 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2020]
उत्तर- (d) केवल 1, 2 और 3
- भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में गैर-वित्तीय ऋण में सम्मिलित हैं- क्रेडिट कार्डों पर बकाया राशि, परिवारों का बकाया गृह ऋण, गैर-वित्तीय औद्योगिक ऋण और राजकोष बिल या सरकार द्वारा लिया गया ऋण।
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4. पी.एम. केयर्स कोष के बारे में कौन-सा कथन असत्य है?
(a) ट्रस्टी नियुक्त किया गया कोई भी व्यक्ति निःशुल्क रूप से कार्य करेगा।
(b) इस कोष में पूरी तरह से व्यक्तियों / संगठनों से स्वैच्छिक योगदान होता है।
(c) इसका प्राथमिक उद्देश्य किसी भी प्रकार की आपात या संकट की स्थिति से निपटने और प्रभावितों को राहत प्रदान करना है।
(d) इसे कोई बजटीय सहायता नहीं मिलती है।
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. Re-Exam. 2020]
उत्तर- (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
- कोविड-19 महामारी जैसी आपातकालीन संकट या समस्याओं से निपटने के लिए प्राथमिक उद्देश्य के साथ एक समर्पित निधि रखने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एवं प्रभावितों को राहत प्रदान करने हेतु पी.एम. केयर्स कोष (Prime Minister’s Citizen Assistance and Relief in Emergency Situtation Fund) को पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में स्थापित एवं पंजीकृत किया गया।
- ‘प्रधानमंत्री’ पी. एम. केयर्स कोष के पदेन अध्यक्ष हैं तथा रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री, भारत सरकार कोष के पदेन ट्रस्टी हैं।
- कोष के सचिव के रूप में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के संयुक्त सचिव (प्रशासन) अवैतनिक आधार पर प्रशासित करेंगे तथा उन्हें PMO में निदेशक/उप सचिव (प्रशासन) के रैंक के एक अधिकारी द्वारा अवैतनिक आधार पर सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस कोष में पूरी तरह से व्यक्तियों/संगठनों से स्वैच्छिक योगदान होता है।
- इस कोष को कोई बजटीय सहायता नहीं मिलती है।
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5. भारत में जेंडर बजटिंग कब शुरू किया गया था?
(a) केंद्रीय बजट, 2005-06
(b) केंद्रीय बजट, 2006-07
(c) केंद्रीय बजट, 2008-09
(d) केंद्रीय बजट, 2004-05
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. Re-Exam. 2020]
उत्तर- (a) केंद्रीय बजट, 2005-06
- भारत में जेंडर बजटिंग केंद्रीय बजट 2005-06 से शुरू किया गया था।
- जेंडर बजटिंग, महिलाओं को मुख्य धारा में लाने का एक शक्तिशाली कार्यक्रम है।
- इसके द्वारा यह प्रयास किया जाता है कि महिलाओं को पुरुषों के समान ही विकास का लाभ प्राप्त हो सके।
- इसके अंतर्गत नीतियों या कार्यक्रमों के निर्माण, कार्यान्वयन एवं समीक्षा करते समय लैंगिक दृष्टिकोण को भी ध्यानांतर्गत रखा जाता है।
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6. चौदहवें वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर संघीय करों के कुल आय का हिस्सा, केंद्र से राज्य के मध्य वृद्धि के लिए निश्चित किया गया है-
(a) 32 प्रतिशत
(b) 37 प्रतिशत
(c) 42 प्रतिशत
(d) 41 प्रतिशत
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (c) 42 प्रतिशत
- वाई.वी. रेड्डी की अध्यक्षता में गठित 14वें वित्त आयोग ने केंद्र के विभाजनीय निवल कर राजस्व में से 42 प्रतिशत राज्यों को आवंटित करने की सिफारिश की है।
- 15वें वित्त आयोग द्वारा 41 प्रतिशत आवंटित करने की सिफारिश की गई है।
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7. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. पिछले दशक में भारत के GDP के प्रतिशत के रूप में कर – राजस्व में सतत वृद्धि हुई है।
2. पिछले दशक में भारत के GDP के प्रतिशत के रूप में राजकोषीय घाटे में सतत वृद्धि हुई है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) न तो 1, न ही 2
राजकोषीय घाटा GDP के प्रतिशत के रूप में |
कर राजस्व GDP के प्रतिशत के रूप में |
वर्ष |
प्रतिशत में |
वर्ष |
प्रतिशत में |
2010-11 |
4.8 |
2009-10 |
9.6 |
2011-12 |
5.9 |
2010-11 |
10.1 |
2012-13 |
4.9 |
2011-12 |
10.2 |
2013-14 |
4.5 |
2012-13 |
10.4 |
2014-15 |
4.1 |
2013-14 |
10.1 |
2015-16 |
3.9 |
2014-15 |
10.0 |
2016-17 |
3.5 |
2017-18 |
11.2 |
2018-19 |
3.4 |
2019-20 |
9.9 |
2019-20 |
4.6 |
2020-21 |
10.3 |
2020-21 |
9.2 |
2021-22(Β.Ε.) |
9.9 |
2020-21 (Β.Ε.) |
6.8 |
2021-22 (R.E.) |
10.8 |
2021-22 (R.E.) |
6.9 |
2022-23 (Β.Ε.) |
10.7 |
2022-23 |
6.4 |
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- उपर्युक्त आंकड़ों से स्पष्ट है कि न तो कथन (1) सत्य है और न ही कथन (2) सत्य है।
- अतः प्रश्नकाल तथा वर्तमान में भी विकल्प (d) ही सही उत्तर है।
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8. निम्नलिखित में से कौन राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में सम्मिलित हो सकता है?
(a) केवल निवासी भारतीय नागरिक।
(b) केवल 21 से 55 तक की आयु के व्यक्ति।
(c) राज्य सरकारों के सभी कर्मचारी, जो संबंधित राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचना किए जाने की तारीख के पश्चात सेवा में आए हैं।
(d) सशस्त्र बलों समेत केंद्र सरकार के सभी कर्मचारी, जो 1 अप्रैल, 2004 को या उसके बाद सेवाओं में आए हैं।
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (c) राज्य सरकारों के सभी कर्मचारी, जो संबंधित राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचना किए जाने की तारीख के पश्चात सेवा में आए हैं।
- राष्ट्रीय पेंशन योजना जिसे 1 जनवरी, 2004 को भारत सरकार द्वारा प्रारंभ किया गया था, एक स्वैच्छिक पेंशन योजना है।
- इसके अंतर्गत 18-60 वर्ष तक की आयु का प्रत्येक भारतीय नागरिक (निवासी अथवा अनिवासी) शामिल हो सकता है।
- सरकारी नौकरियों में कार्यरत लोगों हेतु विशेष उपबंध है।
- केंद्र सरकार के वे कर्मचारी (सशस्त्र बलों को छोड़कर) जो 1 जनवरी, 2004 से अथवा उसके बाद से सेवा में कार्यरत हैं, योजना में दाखिल होने के पात्र हैं।
- राज्य सरकारों के सभी कर्मचारी, जो संबंधित राज्य सरकारों द्वारा अधिसूचना किए जाने के बाद सेवा में आए हैं, वे भी इस योजना के पात्र हैं।
- अतः विकल्प (c) ही उत्तर है।
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9. ‘वस्तु एवं सेवा कर (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स/GST)’ के क्रियान्वित किए जाने का/के सर्वाधिक संभावित लाभ क्या है/ हैं?
1. यह भारत में बहु-प्राधिकरणों द्वारा वसूल किए जा रहे बहुल करों का स्थान लेगा और इस प्रकार एकल बाजार स्थापित करेगा।
2. यह भारत के ‘चालू खाता घाटे’ को प्रबलता से कम कर उसके विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने हेतु उसे सक्षम बनाएगा।
3. यह भारत की अर्थव्यवस्था की संवृद्धि और आकार को बृहद् रूप से बढ़ाएगा और उसे निकट भविष्य में चीन से आगे निकल जाने योग्य बनाएगा।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (a) केवल 1
- संविधान के अनुच्छेद 246ए, जो कि संविधान (101वां संशोधन) अधिनियम 2016 के रूप में प्रस्तुत किया गया था, संसद और राज्य विधान सभाएं दोनों को जी.एस.टी. उदाहरणार्थ केंद्रीय कर (सी.जी. एस.टी.) और राज्य कर (एस.जी.एस.टी.) या संघ शासित क्षेत्र में (यू.टी.जी.एस.टी.) के संबंध में कानून बनाने की समावर्ती शक्तियां प्रदान करता है।
- हालांकि अंतरराज्यीय वाणिज्य या व्यापार के संबंध में अनुच्छेद 246(ए) खण्ड 2, जिसे अनुच्छेद 269 (ए) के साथ पढ़ा जाए, संसद को विधान बनाने की विशेष शक्ति का प्रावधान करता है।
- उदाहरणार्थ एकीकृत कर (आई.जी.एस.टी.) जीएसटी पूरे देश के लिए एक अप्रत्यक्ष कर है, जो भारत को एकीकृत साझा बाजार बना देगा।
- जीएसटी के लागू हो जाने से अंतिम उपभोक्ताओं को आपूर्ति श्रृंखला में अंतिम डीलर द्वारा लगाया गया जीएसटी ही वहन करना होगा।
- इससे पिछले चरणों के सभी मुनाफे समाप्त हो जाएंगे।
- जीएसटी से लाभ-
व्यापार और उद्योग के लिए आसान अनुपालन, कर दरों और संरचनाओं की एकरूपता, करों पर कराधान (कैसकेडिंग) की समाप्ति, प्रतिस्पर्धा में सुधार, विनिर्माताओं और निर्यातकों को लाभ।
- केंद्र और राज्य सरकारों के लिए सरल और आसान प्रशासन, कदाचार पर बेहतर नियंत्रण, अधिक राजस्व निपुणता ।
- उपभोक्ताओं के लिए – वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य के अनुपाती एकल एवं पारदर्शी कर समग्र कर भार में राहत।
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10. निम्नलिखित में से कौन-सा संविधान संशोधन अधिनियम जी.एस.टी. (वस्तु एवं सेवा कर) नियमों के कार्यान्वयन के लिए आवश्यक प्रावधान करता है?
(a) 101वां संशोधन अधिनियम
(b) 102वां संशोधन अधिनियम
(c) 103वां संशोधन अधिनियम
(d) 104वां संशोधन अधिनियम
[U.P. P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (a) 101वां संशोधन अधिनियम
- संविधान के अनुच्छेद 246ए, जो कि संविधान (101वां संशोधन) अधिनियम 2016 के रूप में प्रस्तुत किया गया था, संसद और राज्य विधान सभाएं दोनों को जी.एस.टी. उदाहरणार्थ केंद्रीय कर (सी.जी. एस.टी.) और राज्य कर (एस.जी.एस.टी.) या संघ शासित क्षेत्र में (यू.टी.जी.एस.टी.) के संबंध में कानून बनाने की समावर्ती शक्तियां प्रदान करता है।
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11. निम्नलिखित मदों पर विचार कीजिए-
1. छिलका उतरे हुए अनाज
2. मुर्गी के अंडे पकाए हुए
3. संसाधित और डिब्बाबंद मछली
4. विज्ञापन सामग्री युक्त समाचार-पत्र
उपर्युक्त मदों में से कौन-सा/से जी.एस.टी. (वस्तु एवं सेवा कर) के अंतर्गत छूट प्राप्त है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1, 2 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) केवल 1, 2 और 4
- वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Service Tax: GST) के तहत कुछ आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं को जीएसटी से छूट प्रदान की गई है। छिलका उतारे हुए अनाज, मुर्गी के पकाए हुए अंडे (पक्षियों के छिलका रहित प्रसंस्कृत अंडों को छोड़कर) तथा समाचार पत्र (विज्ञापन सामग्री युक्त) आदि जीएसटी से छूट प्राप्त वस्तुओं में शामिल हैं।
- संसाधित एवं डिब्बाबंद मछली तथा प्रसंस्कृत छिलका रहित अंडों पर 5 प्रतिशत की दर से जीएसटी लगाया जाता है।
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12. किसे जी.एस.टी. (वस्तु एवं सेवा कर) के दायरे के अंदर रखा गया है?
(a) मानवीय उपभोग के लिए शराब
(b) विद्युत
(c) पेट्रोलियम उत्पाद
(d) घी
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) घी
- देश में 1 जुलाई, 2017 से लागू ‘वस्तु एवं सेवा कर (GST) में मानवीय उपभोग के लिए शराब, विद्युत तथा पेट्रोलियम उत्पाद को जीएसटी (GST) के दायरे से बाहर रखा गया है, जबकि विकल्प (d) घी को जीएसटी (GST) के दायरे के अंदर रखा गया है।
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13. जुलाई, 2017 से वस्तु तथा सेवा कर को लागू करने की यह प्रत्याशा है कि-
(a) भारतीय बाजार में एकरूपता आएगी।
(b) कर अनुपालन में सुधार आएगा।
(c) उपरोक्त केवल (a)
(d) उपरोक्त (a) तथा (b) दोनों
[U.P. P.C.S. (mains) 2017]
उत्तर- (d) उपरोक्त (a) तथा (b) दोनों
- वस्तु एवं सेवा कर (GST) पूरे देश के लिए एक अप्रत्यक्ष कर है, जो भारत को एकीकृत साझा बाजार बना देगा।
- यह विनिर्माता से लेकर उपभोक्ता तक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर एकल कर है।
- इस कर के लागू होने के निम्न लाभ हैं-
- व्यापार और उद्योग के लिए-
– अनुपालन आसान और पारदर्शी
– कर दरों और संरचनाओं की एकरूपता
– करों पर कराधान (कैसकेडिंग) की समाप्ति
– प्रतिस्पर्धा में सुधार
– विनिर्माताओं और निर्यातकों को लाभ आदि।
- केंद्र और राज्य सरकारों के लिए-
– सरल और आसान प्रशासन
– कदाचार पर बेहतर नियंत्रण
- अधिक राजस्व निपुणता उपभोक्ताओं के लिए
– वस्तुओं और सेवाओं के मूल्यानुपाती एकल एवं पारदर्शी कर
– समग्र कर भार में राहत आदि।
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14. वस्तु एवं सेवा कर (GST) में निम्नांकित में से कौन-सा कर शामिल नहीं किया गया है?
(a) उत्पादन शुल्क
(b) सीमा शुल्क
(c) मूल्यवर्धित कर
(d) सेवा कर
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre.), 2019]
उत्तर- (b) सीमा शुल्क
- 1 जुलाई, 2017 से पूरे देश में प्रभावी ‘वस्तु एवं सेवा कर (GST) में निम्नलिखित करों को शामिल कर लिया गया है।
- केंद्रीय कर
– अतिरिक्त उत्पाद शुल्क
– सेवा कर
– केंद्रीय उत्पाद शुल्क
- अतिरिक्त सीमा शुल्क (Countervailing Duties)
– विशेष अतिरिक्त सीमा शुल्क
– अधिकर एवं उपकर
– राज्य मूल्यवर्धन कर (VAT)/ बिक्री कर
- राज्य कर
– मनोरंजन कर (स्थानीय निकायों द्वारा लागू करों को छोड़कर)
– केंद्रीय बिक्री कर (केंद्र द्वारा आरोपित एवं राज्यों द्वारा संग्रहित)
– चुंगी एवं प्रवेश कर
– क्रय कर
– विलासिता कर
– लॉटरी, सट्टा एवं जुए पर कर
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15. भारत में निम्न में से कौन राजकोषीय नीति निर्धारित करता है?
(a) योजना आयोग
(b) वित्त आयोग
(c) वित्त मंत्रालय
(d) भारतीय रिजर्व बैंक
[U.P. P.C.S. (Mains) 2012]
उत्तर- (c) वित्त मंत्रालय
- भारत में राजकोषीय नीति (Fiscal Policy) का निर्धारण केंद्र सरकार का वित्त मंत्रालय करता है, जबकि मौद्रिक नीति RBI द्वारा निर्धारित की जाती है।
- वित्त आयोग केंद्र एवं राज्यों के मध्य राजस्व एवं वित्तीय संसाधनों का बंटवारा करता है।
- योजना आयोग का कार्य ‘पंचवर्षीय योजना’ को तैयार करना था ज्ञातव्य है कि 1 जनवरी, 2015 से नीति आयोग ने योजना आयोग को प्रतिस्थापित कर दिया है।
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16. “राजस्व तटस्थ दर” जो हाल ही में समाचारों में था, वह संबंधित है-
(a) वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.)
(b) विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफ.पी.आई.)
(c) सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का विनिवेश
(d) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.)
[U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2016]
उत्तर- (a) वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.)
- राजस्व तटस्थ दर, GST के तहत राजस्व के साथ पूर्व के राजस्व आय से मेल खाने के लिए स्थापित विभिन्न दरों की एक संरचना है।
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17. भारत में दीर्घकालीन राजकोषीय नीति की घोषणा किस वित्त मंत्री द्वारा की गई?
(a) वी.पी. सिंह
(b) पी. चिदंबरम
(c) डॉ. मनमोहन सिंह
(d) यशवंत सिन्हा
[U. P. R. O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर- (a) वी.पी. सिंह
- वर्ष 1985-86 के बजट भाषण में तत्कालीन वित्त मंत्री वी.पी. सिंह द्वारा दीर्घकालीन राजकोषीय नीति की घोषणा की गई थी।
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18. सरकारी व्यय को नियंत्रित करने का प्राधिकारी है –
(a) भारतीय रिजर्व बैंक
(b) योजना आयोग
(c) वित्त मंत्रालय
(d) वित्त आयोग
[56th to 59th B. P. S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (c) वित्त मंत्रालय
- सरकारी व्यय को नियंत्रित करने का प्राधिकार वित्त मंत्रालय के अधीन है।
- वित्त मंत्रालय में पांच विभाग शामिल हैं आर्थिक कार्य विभाग, व्यय विभाग, राजस्व विभाग, वित्तीय विनिवेश विभाग तथा वित्तीय सेवा विभाग।
- इन पांचों विभागों में व्यय विभाग, केंद्र सरकार की सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली और राज्यों की वित्तीय स्थिति से संबंधित मामलों पर निगरानी रखने वाला एक नोडल विभाग है।
- इस विभाग के मुख्य कार्य-कलापों में प्रमुख योजनाओं / परियोजनाओं (योजना और गैर-योजना व्यय दोनों) का स्वीकृति पूर्व मूल्यांकन; राज्यों को अंतरित केंद्रीय बजटीय संसाधनों के एक बड़े अंश का रख-रखाव, वित्त और केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों का कार्यान्वयन, वित्तीय सलाहकारों के साथ समन्वय करते हुए और वित्तीय नियमावली/विनियमों/आदेशों को लागू करके तथा लेखा परीक्षा टिप्पणियों / अभ्युक्तियों पर निगरानी के जरिए केंद्रीय मंत्रालयों/ विभागों में व्यय प्रबंधन की जांच करना, केंद्र सरकार के लेखे तैयार करना, सार्वजनिक सेवाओं की लागत और मूल्य के नियंत्रण में केंद्रीय / विभागों की सहायता करना इत्यादि शामिल हैं।
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19. कथन (A): 1991 के बाद भारत में सार्वजनिक क्षेत्र में रोजगार की वृद्धि बहुत शिथिल रही है।
कारण (R): आर्थिक विकास में राज्य की भूमिका का पुनर्मूल्यांकन किया गया है।
कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
- वर्ष 1991 से अपनाई गई नई आर्थिक नीति में सरकार का मुख्य बल आर्थिक क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भूमिका बढ़ाने पर रहा है।
- फलतः सार्वजनिक क्षेत्र में रोजगार की वृद्धि अत्यल्प रही, जो बाद में ऋणात्मक हो गई।
- अतः कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या भी करता है।
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20. भारत सरकार की राजकोषीय नीति का निम्न में से कौन एक उद्देश्य नहीं है?
(a) पूर्ण रोजगार
(b) मूल्य स्थिरता
(c) अंतर राज्यीय व्यापार का नियमन
(d) धन तथा आय का न्यायोजित वितरण
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) अंतर राज्यीय व्यापार का नियमन
- राष्ट्रीय आय, उत्पादन एवं रोजगार के संबंध में वांछित प्रभावों की अभिप्राप्ति हेतु आगम तथा व्ययों की सरकार द्वारा प्रयुक्त कार्ययोजना राजकोषीय नीति कहलाती है।
- भारत सरकार की राजकोषीय नीति में धन तथा आय के न्यायोचित वितरण, पूर्ण रोजगार की प्राप्ति तथा मूल्य स्थिरता का उद्देश्य निहित है।
- अंतर राज्यीय व्यापार का नियमन इसमें शामिल नहीं है।
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21. निम्नलिखित में से किस अर्थशास्त्री ने 1929-30 की महान मंदी को सुधारने के लिए, राजकोषीय नीति के उपाय का उपयोग किया?
(a) प्रो. कीन्स
(b) प्रो. पीगू
(c) प्रो. मार्शल
(d) प्रो. क्राउथर
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (a) प्रो. कीन्स
- कीन्स ने यह प्रतिपादित किया कि अवसाद (Depression) से किसी अर्थव्यवस्था को बाहर निकालने के लिए यह आवश्यक है कि सरकार राजकोषीय नीति का सहारा ले तथा सार्वजनिक व्यय में वृद्धि लाए।
- वर्ष 1936 में कीन्स ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘General Theory of Employment, Interest and Money’ इसी पर प्रकाशित की थी।
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22. वित्तीय (फिस्कल) नीति का संबंध निम्नांकित में से किससे है?
(a) मुद्रा की उस मात्रा से जो बैंक अर्थतंत्र में डालते हैं।
(b) कर लगाने और शासन के व्यय से संबंधित नीति।
(c) शेयर बाजारों को नियंत्रित करने संबंधी नीति।
(d) देश की अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से संबंधों के बारे में नीति।
[M.P. P.S.C. (Pre) 1996]
उत्तर- (b) कर लगाने और शासन के व्यय से संबंधित नीति।
- वित्तीय या राजकोषीय (Fiscal) नीति मुख्यतः सरकार से संबंधित होती है।
- राजकोषीय नीति में सरकार की आय (कर एवं कर भिन्न आय) तथा सरकार के व्यय से संबंधित नीतियां शामिल होती हैं।
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23. निम्नलिखित में से कौन एक राजकोषीय नीति का भाग है?
(a) उत्पादन नीति
(b) कर नीति
(c) विदेश नीति
(d) ब्याज दर नीति
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (b) कर नीति
- करारोपण, सार्वजनिक व्यय तथा सार्वजनिक ऋण (सरकार द्वारा जनता से लिया जाने वाला ऋण) राजकोषीय नीति के तीन महत्वपूर्ण अस्त्र (Instrument) हैं।
- अन्य शब्दों में सार्वजनिक व्यय, करारोपण, सार्वजनिक ऋण तथा हीनार्थ प्रबंधन से संबंधित नीति को ही राजकोषीय नीति कहते हैं।
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24. भारत में बजट का राजस्व अनुमान तैयार किया जाता है-
(a) प्रत्यक्ष-कर के केंद्रीय बोर्ड द्वारा
(b) मंत्रिमंडल सचिवालय द्वारा
(c) संबंधित आयोगों द्वारा
(d) वित्त मंत्रालय द्वारा
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) वित्त मंत्रालय द्वारा
- बजट निर्माण के विभिन्न चरण निम्नवत हैं-
(i) आहरण एवं संवितरण
(ii) अधिकारियों द्वारा अनुमानों को तैयार करना
(iii) विभागों तथा मंत्रियों द्वारा संवीक्षा एवं समेकन
(iv) वित्त मंत्रालय द्वारा संवीक्षा
(v) विवादों का निपटारा
(vi) वित्त मंत्रालय द्वारा समेकन
(vii) मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदन ।
- उपरोक्त चरणों के पश्चात वित्त मंत्रालय व्यय पक्ष के बजट अनुमानों को समेकित करता है।
- फिर अनुमानित व्ययों के आधार पर वह केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड के परामर्श से राजस्व अनुमान तैयार करता है।
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25. वार्षिक आर्थिक समीक्षा को तैयार करने के लिए निम्नलिखित में से कौन उत्तरदायी है?
(a) योजना मंत्रालय
(b) वित्त मंत्रालय
(c) भारतीय रिजर्व बैंक
(d) केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन
[U.P.U.D.A./L.D.A. (Spl.) (Pre) 2010]
उत्तर- (b) वित्त मंत्रालय
- आर्थिक समीक्षा वित्त मंत्रालय द्वारा तैयार की जाती है।
- इसे प्रत्येक वर्ष वार्षिक बजट से पहले भारत के वित्त मंत्री द्वारा संसद में रखा जाता है, जिसमें देश के विगत वर्ष की आर्थिक स्थिति की समीक्षा की जाती है।
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26. ‘बजट’ एक लेख-पत्र है-
(a) सरकार की मौद्रिक नीति का
(b) सरकार की वाणिज्य नीति का
(c) सरकार की राजकोषीय नीति का
(d) सरकार की मुद्रा बचत नीति का
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) सरकार की राजकोषीय नीति का
- बजट सरकार की राजकोषीय नीति से संबंधित होता है।
- बजट प्रत्येक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) के लिए सरकार की प्राप्तियों तथा व्ययों का विवरण होता है।
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27. निम्नलिखित में से किस देश में शून्य आधारित बजट सर्वप्रथम लागू किया गया था?
(a) संयुक्त राज्य अमेरिका
(b) फ्रांस
(c) भारत
(d) जर्मनी
[U.P. P.C.S. (mains) 2017]
उत्तर- (a) संयुक्त राज्य अमेरिका
- सार्वजनिक व्ययों में अपव्ययता में कमी लाए जाने हेतु एक नई तकनीक शून्य आधारित बजट (Zero Base Budgeting) है।
- इस प्रकार की प्रणाली (तकनीक) में प्रत्येक क्रिया के लिए शून्य आधार पता किया जाता है।
- तत्पश्चात क्रिया करने के पहले प्रत्येक क्रिया का मूल्यांकन नई क्रिया के रूप में किया जाता है।
- शून्य आधारित बजट प्रणाली (ZBB System) व्यय होने के बाद पुनर्निरीक्षण या अंकेक्षण द्वारा नियंत्रण पर आधारित नहीं है, बल्कि सार्वजनिक व्यय के होने के पूर्व ही उसकी उत्पादकता, उपयोगिता या आवश्यकता के परीक्षण पर आधारित है।
- सार्वजनिक बजटिंग के क्षेत्र में शून्य आधारित बजट का प्रयोग वर्ष 1973 में जिम्मी कार्टर द्वारा किया गया, जब वे जार्जिया के गवर्नर थे।
- हालांकि इस तकनीक के प्रवर्तक पीटर ए. पायर हैं।
- भारत में इस प्रणाली की शुरुआत वर्ष 1986 में सार्वजनिक बजट के निर्धारण के संबंध में की गई।
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28. भारतीय रेलवे के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1. 2023 तक शत-प्रतिशत विद्युतीकरण लक्ष्य प्राप्त करना।
2. 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन नेटवर्क।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर का चयन कीजिए-
कूट –
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 ना ही 2
[U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2021]
उत्तर- (c) 1 और 2 दोनों
- भारतीय रेलवे ने 2030 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन नेटवर्क और 2023 तक शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है।
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29. निम्नांकित में कौन केंद्र सरकार के चालू खाते में आय के स्रोत हैं?
I. निगम कर
II. सार्वजनिक प्रतिष्ठानों से प्राप्त लाभ
III. राष्ट्रीय बचत-पत्रों का विक्रय
IV. विश्व बैंक से प्राप्त ऋण
V. उत्पाद शुल्क
नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए :
कूट :
(a) I, II तथा III
(b) II, III तथा IV
(c) III, IV तथा V
(d) I,II तथा V
[U.P. P.C.S. (Pre) 1998]
उत्तर- (d) I,II तथा V
- उपर्युक्त विकल्पों में से प्रथम दो विकल्प निगम कर तथा सार्वजनिक प्रतिष्ठानों से प्राप्त लाभ एवं अंतिम विकल्प उत्पाद शुल्क चालू या राजस्व खाते से संबंधित हैं, जबकि अन्य दो विकल्प राष्ट्रीय बचत- पत्रों के विक्रय से प्राप्त राशि तथा विश्व बैंक से ऋण, पूंजीगत खाते के अंतर्गत आते हैं।
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30. निम्नलिखित में से किसको किनको भारत सरकार के पूंजी बजट में शामिल किया जाता है?
1. सड़कों, इमारतों, मशीनरी आदि जैसी परिसंपत्तियों के अधिग्रहण पर व्यय
2. विदेशी सरकारों से प्राप्त ऋण
3. राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को अनुदत्त ऋण और अग्रिम
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- पूंजीगत बजट केंद्र सरकार की परिसंपत्तियों के साथ-साथ दायित्वों से भी संबंधित राशियों का वह लेखा है, जो पूंजी में होने वाले परिवर्तनों से संबंध रखता है।
- इसके अंतर्गत सरकार की पूंजीगत प्राप्तियां एवं पूंजीगत व्यय (Payments) शामिल होती हैं।
- सरकार की वे समस्त प्राप्तियां, पूंजीगत प्राप्तियां होती हैं, जो दायित्वों का सृजन या वित्तीय परिसंपत्तियों को कम करती हैं।
- पूंजीगत प्राप्तियों की मुख्य मदें सार्वजनिक कर्ज (सरकार द्वारा जनता से ऋण ग्रहण, ट्रेजरी बिल की बिक्री के द्वारा रिजर्व बैंक और व्यावसायिक बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थाओं से ऋण ग्रहण, विदेशी सरकारों तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों से प्राप्त ऋण), केंद्र सरकार द्वारा प्रदत्त ऋणों की वसूली, लघु बचत योजनाओं, सार्वजनिक उद्यमों के विनिवेश आदि हैं।
- वहीं दूसरी ओर पूंजीगत व्यय सरकार के वे व्यय हैं, जिसके परिणामस्वरूप भौतिक या वित्तीय परिसंपत्तियों का सृजन या वित्तीय दायित्वों में कमी होती है।
- पूंजीगत व्यय के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण, भवन निर्माण, मशीनरी, उपकरण, शेयरों में निवेश तथा केंद्र सरकार के द्वारा राज्य सरकारों एवं संघ-शासित प्रदेशों, सार्वजनिक उपक्रमों एवं अन्य पक्षों को प्रदान किए गए ऋण और अग्रिम संबंधी व्ययों को शामिल किया जाता है।
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31. निम्नलिखित में से क्या-क्या गैर-योजना व्यय के अंतर्गत आते हैं?
1. सब्सिडी
2. व्याज भुगतान
3. रक्षा व्यय
4. पिछली योजनाओं में निर्माण आधारिक संरचना का अनुरक्षण व्यय
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) 1 तथा 2
(b) 1 तथा 3
(c) 2 तथा 4
(d) 1,2,3 तथा 4
[I.A.S. (Pre) 1995, 1997]
उत्तर- (d) 1,2,3 तथा 4
- सब्सिडी, ब्याज भुगतान, रक्षा व्यय, पिछली पंचवर्षीय योजनाओं में पूरी की गई परियोजनाओं का रख-रखाव व्यय, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेंशन भुगतान, राज्यों को संवैधानिक हस्तांतरण आदि गैर-योजना व्यय (राजस्व व्यय) के अंतर्गत आते हैं।
- बजट अनुमान 2017-18 से व्यय के योजनागत एवं गैर-योजनागत व्यय को समाप्त कर दिया गया है।
- रेल बजट को भी आम बजट में शामिल कर लिया गया है।
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32. भारत में संघीय बजटों में निम्न में से कौन-सी रकम सबसे अधिक होती है?
(a) योजना व्यय
(b) गैर-योजना व्यय
(c) आगम (रेवेन्यू) व्यय
(d) पूंजी व्यय
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) आगम (रेवेन्यू) व्यय
- प्रश्नकाल में विकल्प (b) सही उत्तर था।
- बजट वर्ष 2017-18 से व्यय के योजनागत और गैर-योजनागत वर्गीकरण को समाप्त कर दिया गया है।
- साथ ही रेलवे बजट जो अलग से पारित होता था, को भी आम बजट में ही शामिल कर दिया गया है।
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33. निम्न में से कौन से बजट में, भारत में रेल बजट को केंद्रीय बजट में मिला दिया गया?
(a) बजट 2019-20
(b) बजट 2018-19
(c) बजट 2016-17
(d) बजट 2017-18
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (d) बजट 2017-18
- बजट 2017-18 में 3 मुख्य सुधार किए गए थे। प्रथम, बजट की प्रस्तुति की तिथि 1 फरवरी करना ताकि मंत्रालय वित्त वर्ष के आरंभ में सभी कार्य-कलाप प्रचालन करने में सक्षम हो सके।
- द्वितीय रेल बजट का आम बजट में विलय करना ताकि रेलवे को सरकार की राजकोषीय नीति के केंद्र बिंदु में लाया जा सके और तृतीय व्यय के आयोजना और आयोजना – भिन्न वर्गीकरण को समाप्त करना ताकि क्षेत्रों और – मंत्रालयों के लिए आवंटनों का सर्वांगीण दृष्टिकोण सुसाध्य हो सके।
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34. निम्न में से कौन-सा केंद्रीय बजट के राजस्व खाते में सम्मिलित नहीं किया जाता है?
(a) ब्याज प्राप्तियां
(b) कर प्राप्तियां
(c) सरकारी विभागों व सार्वजनिक उपक्रमों से प्राप्त लाभ तथा लाभांश
(d) अल्प बचतें
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) अल्प बचतें
- केंद्रीय बजट के राजस्व खाते में कर प्राप्तियां, ब्याज प्राप्तियां, सरकारी विभागों व सार्वजनिक उपक्रमों से प्राप्त लाभ तथा लाभांश शामिल होते हैं।
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35. साल-दर-साल लगातार घाटे का बजट रहा है। घाटे को कम करने के लिए सरकार द्वारा निम्नलिखित में से कौन-सी कार्रवाई/ कार्रवाइयां की जा सकती है/हैं?
1. राजस्व व्यय को घटाना
2. नवीन कल्याणकारी योजनाओं को प्रारंभ करना
3. सहायिकी (सब्सिडी ) को युक्तिसंगत बनाना
4. आयात शुल्क को कम करना
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- बजट घाटे को, राजस्व व्यय घटाकर तथा राजस्व प्राप्तियों को बढ़ाकर कम किया जा सकता है।
- प्रश्न में दिए गए विकल्पों में नवीन कल्याणकारी योजनाएं राजस्व व्यय को बढ़ाएंगी, जबकि आयात शुल्क में कमी राजस्व प्राप्तियों को कम करेगी।
- अतः ये दोनों विकल्प बजट के घाटे को बढ़ाने वाले सिद्ध होंगे।
- दूसरी ओर सहायिकी (Subsidy) को युक्तिसंगत बनाकर राजस्व व्यय को घटाया जा सकता है, जिससे बजट घाटे में कमी आएगी।
- अतः बजट घाटे को कम करने हेतु राजस्व व्यय में कमी तथा सहायिकी को युक्तिसंगत बनाना होगा।
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36. केंद्र सरकार के बजट के चालू खाते में व्यय का सबसे बड़ा मद है-
(a) प्रतिरक्षा व्यय
(b) परिदान
(c) ब्याज भुगतान
(d) सामाजिक सेवाओं पर व्यय
[U.P. P.C.S. (Pre) 1999, U.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर- (c) ब्याज भुगतान
- समयावधि 2008-10 के मध्य केंद्र सरकार के राजस्व या चालू खाते में व्यय का सबसे प्रमुख मद ब्याज अदायगियां थीं, इसके पश्चात क्रमशः सहायिकाएं एवं रक्षा व्यय का स्थान था।
- वर्तमान (बजट 2022-23) में भी ब्याज अदायगी 940651 करोड़ रुपये ही व्यय की सबसे बड़ी मद है।
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37. संघ-सरकार के राजस्व व्यय का सबसे महत्वपूर्ण मद निम्नलिखित में से कौन है?
(a) प्रमुख आर्थिक साहाय्य
(b) पेंशन
(c) वेतन तथा भत्ते
(d) ब्याज अदायगी
[U.P. P.C.S. (mains) 2017]
उत्तर- (d) ब्याज अदायगी
- दिए गए विकल्पों में से संघ-सरकार के राजस्व व्यय का सबसे महत्वपूर्ण मद ब्याज अदायगी ही है।
- वर्ष 2022-23 के बजट अनुमान में ब्याज भुगतान जीडीपी का लगभग 3.65 प्रतिशत अनुमानित किया गया है।
- बजट 2022-23 में ब्याज भुगतान हेतु कुल 940651 करोड़ रुपये अनुमानित है, जो वर्ष 2021-22 के बजट अनुमान (809701 करोड़ रुपये) से लगभग 16.17 प्रतिशत, जबकि उसी वर्ष के संशोधित अनुमान (813791 करोड़ रुपये) से लगभग 15.59 प्रतिशत अधिक है।
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38. केंद्रीय बजट में राजस्व व्यय की सबसे बड़ी मद होती है-
(a) रक्षा व्यय
(b) मुख्य उपादान
(c) ब्याज की अदायगी
(d) राज्यों को अनुदान
[U.P. P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (c) ब्याज की अदायगी
- प्रश्नकाल तथा वर्तमान केंद्रीय बजट अनुमान (2022-23) में भी राजस्व व्यय की सबसे बड़ी मद ब्याज की अदायगी 940651 करोड़ रुपये ही है।
- हालांकि बजट अनुमान 2017-18 से केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय व्ययों के योजना एवं गैर-योजनागत व्ययों के वर्गीकरण को समाप्त करते हुए व्यय को केवल राजस्व एवं पूंजीगत व्यय के रूप में ही वर्गीकृत किया जा रहा है।
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39. शासन के संदर्भ में, निम्नलिखित पर विचार कीजिए:
1. विदेशी प्रत्यक्ष निवेश अंतर्वाह को प्रोत्साहन देना
2. उच्च शैक्षिक संस्थानों का निजीकरण करना
3. अधिकारी तंत्र की डाउनसाइजिंग करना
4. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के शेयरों की बिक्री/ऑफलोडिंग
उपर्युक्त में से कौन-से उपाय भारत में राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण पाने के उपायों के रूप में काम आ सकते हैं?
(a) 1, 2 और 3
(b) 2, 3 और 4
(c) 1, 2 और 4
(d) केवल 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (d) केवल 3 और 4
- राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण संस्थागत सुधार के द्वारा पाया जा सकता है।
- प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ावा या उच्च शैक्षिक संस्थानों का निजीकरण राजकोषीय घाटे के नियंत्रण के उपाय नहीं हैं, जबकि शेष विकल्प 3 और 4 को राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
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40. कभी-कभी समाचारों में आने वाले पद ‘व्यापारी छूट दर’ (मर्चेंट डिस्काउंट रेट) को निम्नलिखित में से कौन-सा सबसे सही स्पष्ट करता है?
(a) यह किसी बैंक द्वारा किसी व्यापारी को उस बैंक के डेबिट कार्ड के माध्यम से भुगतान स्वीकार करने के लिए दिया जाने वाला प्रोत्साहन है।
(b) यह बैंकों द्वारा अपने ग्राहकों को वस्तुओं और सेवाओं के क्रय हेतु वित्तीय लेन-देनों के लिए डेबिट कार्ड का प्रयोग करने पर वापसी दी जाने वाली राशि है।
(c) यह बैंक द्वारा किसी व्यापारी पर अपने ग्राहकों के डेबिट कार्ड से भुगतान लेने पर लगाया जाने वाला शुल्क है।
(d) यह सरकार द्वारा व्यापारियों को अपने ग्राहकों से ‘प्वॉइंट ऑफ सेल’ (पी.ओ.एस.) मशीनों और डेबिट कार्ड के माध्यम से डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए दिया जाने वाला प्रोत्साहन है।
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) यह बैंक द्वारा किसी व्यापारी पर अपने ग्राहकों के डेबिट कार्ड से भुगतान लेने पर लगाया जाने वाला शुल्क है।
- व्यापारी छूट दर (Merchant Discount Rate MDR) बैंक द्वारा व्यापारियों पर लगाया जाने वाला शुल्क है।
- यह व्यापारियों पर उनके ग्राहकों से डेबिट कार्ड से भुगतान प्राप्त करने की स्थिति में लगाया जाता है।
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41. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए और उनके नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए :
अभिकथन (A) : भारत में शून्य आधार बजट प्रवर्तित किया गया है।
कारण (R) : शून्य आधार बजट तकनीक के अंतर्गत बजट प्रावधान करने से पूर्व प्रत्येक योजना की विवेचनात्मक समीक्षा की जाती है।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं, किंतु (A), (R) सही व्याख्या नहीं है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (A), (R) सही व्याख्या है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S (Mains) 2011]
उत्तर- (b) (A) और (R) दोनों सही हैं, और (A), (R) सही व्याख्या है।
- भारत में शून्य आधारित बजट सर्वप्रथम वर्ष 1983 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में तथा बाद में वर्ष 1986-87 से समस्त मंत्रालयों में लागू किया गया।
- शून्य आधारित बजट में प्रत्येक योजना को शून्य से प्रारंभ मानकर पुनः समीक्षा की जाती है।
- इस प्रकार कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।
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42. किसी देश में आय का पुनर्वितरण (Redistribution) करने का सर्वोत्तम मार्ग है?
(a) प्रगामी व्यय से संयुक्त प्रगामी कराधान
(b) प्रतिगामी व्यय से संयुक्त प्रगामी कराधान
(c) प्रतिगामी व्यय से संयुक्त प्रतिगामी कराधान
(d) प्रगामी व्यय से संयुक्त प्रतिगामी कराधान
[I.A.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (a) प्रगामी व्यय से संयुक्त प्रगामी कराधान
- प्रगामी कर (Progressive Tax) आय के पुनर्वितरण का सर्वोत्तम तरीका समझा जाता है।
- प्रगामी करारोपण में आय वृद्धि के साथ-साथ कर की दर भी बढ़ती जाती है।
- फलतः इस करारोपण के अधीन धनी व्यक्ति अधिक कर, जबकि गरीब या अल्प आय वाला व्यक्ति कम कर अदा करता है।
- साथ ही प्रगामी व्यय (Progressive Expenditure) से निचले स्तर के व्यक्तियों की आय में वृद्धि होती है।
- इस प्रकार अभीष्ट उत्तर विकल्प (a) है।
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43. वर्ष-प्रतिवर्ष निरंतर घाटे का बजट रहा है। घाटे को कम करने के लिए सरकार द्वारा निम्नलिखित में से कौन-सी कार्रवाई /कार्रवाइयां की जा सकती है/हैं?
1. राजस्व-व्यय में कमी लाना
2. नई कल्याणकारी योजनाएं आरंभ करना
3. उपादानों (सब्सिडीज) का युक्तीकरण करना
4. उद्योगों का विस्तार करना
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1
(d) 1, 2, 3 और 4
[I.A. S. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) केवल 1 और 3
- सरकार द्वारा बढ़ रहे घाटों को नियंत्रित करने के लिए सब्सिडी का युक्तीकरण, राजस्व व्यय में कमी तथा चालू खाते के घाटा को कम किया जाता है।
- इसके विपरीत सार्वजनिक व्यय बजट घाटे को और बढ़ाता है।
- इसके अतिरिक्त मुद्रास्फीति को कम करके व सार्वजनिक व्यय की गुणवत्ता पर जोर देकर नए करों के युक्तीकरण द्वारा भी घाटे को कम किया जा सकता है।
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44. भारतीय लोक वित्त के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. केंद्रीय बजट में दर्शाए गए विदेशी ऋण ऐतिहासिक विनिमय दरों पर निर्भर होते हैं।
2. निरंतर अधिक ऋण ने अर्थव्यवस्था में वास्तविक ब्याज दरों को ऊंचा रखा है।
3. हाल ही के वर्षों में राजकोषीय घाटे और सकल घरेलू उत्पाद (जी.डी.पी.) के बीच बढ़ते अनुपात का निजी निवेशों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
4. ब्याज की अदायगी केंद्र सरकार के योजनेत्तर राजस्व व्यय का अकेला सबसे बड़ा घटक है।
इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?
(a) 1,2 और 3
(b) 1 और 4
(c) 2,3 और 4
(d) 1,2,3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2002]
उत्तर- (c) 2,3 और 4
- प्रश्नगत विकल्पों में प्रथम विकल्प को छोड़कर अन्य सभी विकल्प सत्य हैं।
- केंद्रीय बजट में दर्शाए गए विदेशी ऋण ऐतिहासिक विनिमय दरों पर निर्भर न होकर वर्तमान विनिमय दर पर आधारित होते हैं।
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45. भारत के केंद्रीय बजट में राजकोषीय घाटे का तात्पर्य होता है?
(a) भारतीय रिजर्व बैंक से केंद्र सरकार के उधार में शुद्ध वृद्धि
(b) चालू खर्च और चालू आय के बीच का अंतर
(c) राजकोषीय घाटा बताता है कि सरकार को अपने खर्चों को पूरा करने के लिए कितने और पैसों की जरूरत है।
(d) मुद्रीकृत घाटे और बजटीय घाटे का जोड़।
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (c) राजकोषीय घाटा बताता है कि सरकार को अपने खर्चों को पूरा करने के लिए कितने और पैसों की जरूरत है।
- भारत के केंद्रीय बजट में राजकोषीय घाटा बताता है कि सरकार को अपने खर्चों को पूरा करने के लिए कितने और पैसों की जरूरत है।
- जब बजटीय घाटे में उधार और अन्य देयताओं को जोड़ दिया जाता है, तब राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit) प्राप्त होता है।
- राजकोषीय घाटा = बजटीय घाटा + उधार और अन्य देयताएं बजटीय घाटे की तुलना में राजकोषीय घाटा अर्थव्यवस्था की वास्तविक स्थिति को और अधिक स्पष्ट रूप से व्यक्त करता है।
- बजटीय घाटे में सार्वजनिक ऋण को भी एक आय मान लिया जाता है, जबकि राजकोषीय घाटे में ऋण को आय नहीं माना जाता है।
- राजकोषीय घाटा = [(राजस्व प्राप्तियां + ऋणों की वसूली अन्य प्राप्तियां) (कुल व्यय )] किसी वित्तीय वर्ष के अन्तर्गत सरकार के कुल आय और कुल व्यय का अंतर ही सकल राजकोषीय घाटा (Gross Fiscal Deficit) कहलाता है।
- सकल राजकोषीय घाटा = राजस्व घाटा + पूंजीगत व्यय
सकल राजकोषीय घाटा = कुल व्यय (पूंजीगत प्राप्तियां गैर-ऋण
बनाने वाली पूंजी प्राप्ति)
- जब सकल राजकोषीय घाटे की कुल आय एवं कुल व्यय के अंतर को ऋण अदायगी के साथ समायोजित किया जाता है, तो उसे निवल राजकोषीय घाटा कहते हैं।
- निवल राजकोषीय घाटा = सकल राजकोषीय घाटा ऋण की अदायगी
|
46. सूची-1 को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
सूची-1 |
सूची-II |
(पद) |
(व्याख्या) |
A. राजकोषीय घाटा |
1. कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता |
B. बजटीय घाटा |
2. राजस्व प्राप्तियों की तुलना में राजस्व व्यय की अधिकता |
C. राजस्व घाटा |
3. ऋणादानों को घटाकर कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता |
D. प्राथमिक घाटा |
4. ऋणादानों और ब्याज अदायगियों को घटाकर कुल प्राप्तियों की तुलना में कुल व्यय की अधिकता |
कूट :
(a) A-3,B-1, C-2, D-4
(b) A-4, B-3, C-2, D-1
(c) A-1, B-3, C-2, D-4
(d) A-3, B-1, C-4, D-2
[I.A.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (a) A-3,B-1, C-2, D-4
- प्राथमिक घाटे को प्राप्त करने हेतु राजकोषीय घाटे में से ब्याज अदायगियों को घटा दिया जाता है।
- अतः
प्राथमिक घाटा = राजकोषीय घाटा ब्याज अदायगी
बजटीय घाटा = कुल प्राप्तियां – कुल व्यय
राजस्व घाटा = राजस्व प्राप्तियां राजस्व व्यय
राजकोषीय घाटा = बजटीय घाटा (कुल प्राप्ति-कुल व्यय) + सरकार
का ऋण एवं अन्य देयताएं
या राजकोषीय घाटा = राजस्व प्राप्तियां + ऋण से प्राप्तियां + अन्य
प्राप्तियां – कुल व्यय
|
47. भारत में राजस्व घाटे से तात्पर्य है कि-
(a) भारत सरकार को अपने उन व्ययों के वित्तपोषण के लिए उधार लेने की आवश्यकता है, जो पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण करते हैं।
(b) भारत सरकार को अपने उन व्ययों के वित्तपोषण के लिए उधार लेने की आवश्यकता है, जो पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण नहीं करते हैं।
(c) भारत सरकार को भारतीय रिजर्व बैंक से सरकारी प्रतिभूतियों के बदले उधार लेने की आवश्यकता है।
(d) भारत सरकार को अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से उधार लेने की आवश्यकता है।
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/ उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. (Pre) Exam. 2020]
उत्तर- (b) भारत सरकार को अपने उन व्ययों के वित्तपोषण के लिए उधार लेने की आवश्यकता है, जो पूंजीगत परिसंपत्तियों का निर्माण नहीं करते हैं।
- जब सरकार का राजस्व व्यय उसके राजस्व आय से अधिक होता है, तो इस अंतर को राजस्व घाटा कहते हैं।
- इसकी पूर्ति के लिए सरकार जो कर्ज लेती है, उससे कोई पूंजीगत संपत्ति सृजित नहीं होती, बल्कि केवल परिचालन लागत या दैनिक खर्च की पूर्ति होती है।
|
48. राजस्व घाटे में से पूंजी परिसंपत्तियों के सृजन हेतु अनुदान को घटाने पर हम पाते हैं –
(a) बजटीय घाटा
(b) राजकोषीय घाटा
(c) प्राथमिक घाटा
(d) प्रभावी राजस्व घाटा
[U. P. P. C. S. (Mains) 2015]
उत्तर- (d) प्रभावी राजस्व घाटा
- प्रभावी राजस्व घाटा, राजस्व घाटा एवं पूंजी संपत्तियों के सृजन के लिए दिए गए अनुदान का अंतर है।
- प्रभावी राजस्व घाटे की धारणा को वित्तीय वर्ष 2011-2012 के केंद्रीय बजट से प्रारंभ किया गया है।
- घाटे की इस अवधारणा को लाने का प्रमुख उद्देश्य राजस्व खाते के संरचनात्मक असंतुलनों को व्यक्त करना है।
- इसे वित्तीय वर्ष 2012-13 के बजट से राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम, 2003 (Fiscal Responsibility and Budget Management Act, 2003) के अंतर्गत सम्मिलित कर लिया गया।
- प्रभावी राजस्व घाटा राजस्व घाटा – पूंजी संपत्ति के सृजन से संबंधित अनुदान।
- बजट अनुमान 2021-22 तथा 2022-23 में प्रभावी राजस्व घाटे की दर GDP का क्रमशः 4.1 प्रतिशत तथा 2.6 प्रतिशत अनुमानित है, जबकि वर्ष 2021-22 (सं. अ.) में यह GDP का 3.7% अनुमानित है।
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49. प्रभावी राजस्व घाटा किस केंद्रीय बजट में पेश किया गया?
(a) 2010-11
(b) 2011-12
(c) 2009-10
(d) 2012-13
[56th to 59th B. P. S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (b) 2011-12
- प्रभावी राजस्व घाटा, राजस्व घाटा एवं पूंजी संपत्तियों के सृजन के लिए दिए गए अनुदान का अंतर है।
- प्रभावी राजस्व घाटे की धारणा को वित्तीय वर्ष 2011-2012 के केंद्रीय बजट से प्रारंभ किया गया है।
- घाटे की इस अवधारणा को लाने का प्रमुख उद्देश्य राजस्व खाते के संरचनात्मक असंतुलनों को व्यक्त करना है।
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50. बजट के हिसाब-किताब की जांच भारतीय संसद किसके द्वारा करती है?
(a) आकलन समिति
(b) सार्वजनिक लेखा समिति
(c) विशेषाधिकार समिति
(d) हिसाब-किताब जांच समीक्षा समिति
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) सार्वजनिक लेखा समिति
- बजट के हिसाब-किताब की जांच ‘सार्वजनिक (लोक) लेखा समिति’ (PAC) द्वारा की जाती है।
- इस समिति में 22 सदस्य (15 लोक सभा + 7 राज्य सभा) होते हैं।
- विपक्षी दल का कोई सदस्य ही इस समिति का अध्यक्ष होता है।
- यह संसद की सबसे पुरानी वित्तीय समिति है।
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51. कथन (A): राजकोषीय घाटा, बजटीय घाटे से बड़ा होता है।
कारण (R) : राजकोषीय घाटे का अर्थ है, सरकार द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक से उधार लेकर तथा अन्य देयताओं से लेकर अपने खर्च पूरे करना।
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
- राजकोषीय घाटा, बजटीय घाटे से बड़ा होता है।
- इसका कारण यह है कि बजटीय घाटा जहां सरकार के कुल व्यय एवं कुल प्राप्तियों का अंतर होता है, वहीं राजकोषीय घाटा सरकार की कुल आय और कुल व्यय का अंतर होता है।
- सार्वजनिक ऋण एवं अन्य देयताएं सरकार की प्राप्तियां तो हैं, किंतु ये सरकार की आय नहीं हैं क्योंकि सरकार पर इन्हें लौटाने का दायित्व रहता है।
- अतः राजकोषीय घाटा बजट घाटे की अपेक्षा अधिक होता है।
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52. राजस्व घाटे की अपेक्षा, राजकोषीय घाटा सदैव रहेगा-
(a) अधिक
(b) कम
(c) समान
(d) उपरोक्त सभी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर- (a) अधिक
- राजस्व घाटे की अपेक्षा राजकोषीय घाटा सदैव अधिक होता है।
- राजस्व घाटा कुल राजस्व प्राप्तियों और राजस्व व्यय का अंतर होता है, जबकि राजकोषीय घाटे में कुल प्राप्ति और कुल व्यय के साथ सरकार की देयताओं को भी सम्मिलित किया जाता है।
- बजट अनुमान 2021-22 में राजस्व एवं राजकोषीय घाटा क्रमशः 5.1% एवं 6.8% अनुमानित था, जबकि संशोधित अनुमान 2021-22 में यह क्रमशः 4.7% एवं 6.9% अनुमानित है।
- बजट 2022-23 में यह क्रमशः 3.8% एवं 6.4% अनुमानित है।
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53. निम्न कथनों पर विचार कीजिए :
कथन (A): भारत में केंद्र सरकार के बजट में राजकोषीय घाटे का एक इतिहास रहा है।
कारण (R): भारतीय कृषि में पाश्चात्य देशों की तुलना में राज सहायता की मात्रा अधिक रही है।
नीचे लिखे कूटों से सही उत्तर दीजिए:
कूट :
(a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) (A) और (R) दोनों सही हैं, किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, किंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (c) (A) सही है, किंतु (R) गलत है।
- भारत में राजकोषीय घाटे का एक लंबा इतिहास रहा है।
- अतः कथन (A) सही है।
- जबकि कारण (R) गलत है, क्योंकि पाश्चात्य देशों में किसानों को अधिक राज सहायता (Subsidy) दी जाती है और उसके मुकाबले भारत में राज सहायता की मात्रा काफी कम है।
- अतः विकल्प (c) अभीष्ट उत्तर है।
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54. संघीय सरकार के बजटों में राजकोषीय घाटे के बड़े भाग की पूर्ति की जाती है-
(a) कर आगम से
(b) घरेलू उधारों से
(c) विदेशी उधारों से
(d) कागजी मुद्रा छापकर
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2005]
उत्तर- (b) घरेलू उधारों से
- संघीय सरकार के बजटों में राजकोषीय घाटे के बड़े भाग की पूर्ति घरेलू ऋण एवं अन्य देयताओं के माध्यम से की जाती है।
- वर्ष 2015-16 में घाटे का लगभग 98% वित्तपोषण घरेलू संसाधनों द्वारा ही किया गया।
- समग्र राजकोषीय घाटे के वित्तीय स्रोत निम्न हैं शुद्ध बाजारी उधार, – शुद्ध ट्रेजरी बिल्स, छोटी बचतों के सापेक्ष प्रतिभूतियां, बाह्य सहायता तथा अन्य।
- बजट अनुमान, 2021-22 में समग्र राजकोषीय घाटे में शुद्ध बाजारी उधार का हिस्सा 61.4 प्रतिशत है। उसके बाद छोटी बचतों के सापेक्ष प्रतिभूतियों का हिस्सा (26%) है।
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55. कथन (A): हीनार्थ प्रबंधन से मुद्रास्फीति होती है।
कारण (R): इससे मुद्रा की आपूर्ति वस्तुओं एवं सेवाओं की तुलना में अधिक हो जाती है।
उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक सही है?
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2003]
उत्तर- (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) की सही व्याख्या है।
- हीनार्थ प्रबंधन (अर्थात घाटे की पूर्ति के लिए नए नोट छापना) से मुद्रास्फीति की संभावना बनती है, क्योंकि इससे मुद्रा की आपूर्ति वस्तुओं एवं सेवाओं की तुलना में अधिक हो जाती है।
- अतः दोनों वाक्य सही हैं और कारण, कथन की स्पष्ट व्याख्या भी कर रहा है।
- अतः विकल्प (a) अभीष्ट उत्तर है।
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56. घाटे की वित्त व्यवस्था में व्यय और राजस्व का अंतर अतिरिक्त कागजी मुद्रा छापकर पाटते हैं। इस युक्ति का उद्देश्य आर्थिक विकास है। परंतु यदि यह विफल हुई, तो इससे स्थिति उत्पन्न होती है-
(a) मुद्रा संकुचन
(b) विमुद्रीकरण
(c) मुद्रा अवमूल्यन
(d) मुद्रास्फीति
[U.P. P.C.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (d) मुद्रास्फीति
- हीनार्थ प्रबंधन (अर्थात घाटे की पूर्ति के लिए नए नोट छापना) से मुद्रास्फीति की संभावना बनती है, क्योंकि इससे मुद्रा की आपूर्ति वस्तुओं एवं सेवाओं की तुलना में अधिक हो जाती है।
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57. भारत में घाटे की वित्त व्यवस्था किसके लिए संसाधनों को बढ़ाने के लिए उपयोग की जाती है?
(a) आर्थिक विकास के लिए
(b) सार्वजनिक ऋण चुकाने के लिए
(c) भुगतान शेष का समायोजन करने के लिए
(d) विदेशी ऋण कम करने के लिए
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (a) आर्थिक विकास के लिए
- भारत जैसे देश में घाटे की वित्त व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देना होता है।
- इन देशों में विकास योजनाओं के वित्त पोषण के लिए यह आवश्यक हो जाता है, जबकि विकसित देशों में घाटे की वित्त व्यवस्था अवसाद की स्थिति को दूर करने के लिए आर्थिक नीति के साधन के रूप में प्रयोग किया जाता है।
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58. संसद में बजट संबंधित प्रक्रिया के विषय में ‘मांग की राशि को घटाकर एक रुपया करना है’, को कहा जाता है-
(a) आर्थिक कटौती प्रस्ताव
(b) नीति कटौती प्रस्ताव
(c) आधारभूत कटौती प्रस्ताव
(d) सांकेतिक कटौती प्रस्ताव
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) नीति कटौती प्रस्ताव
- आम बजट में अनुदान मांग पर संसद के सदस्यों द्वारा अनुदान की मांग में कटौती का प्रस्ताव लाया जा सकता है, जिसका उद्देश्य विशिष्ट मद की ओर सदन का ध्यान आकृष्ट कराना होता है।
- कटौती प्रस्ताव के तीन रूप हो सकते हैं (1) नीति कटौती प्रस्ताव-इसमें प्रस्तावक कहता है कि अनुदान मांग को घटाकर 1 रुपये की जाए, (2) मितव्ययिता कटौती-इसमें प्रस्तावक कहता है कि ‘मांग की राशि कुछ रुपया’ (एक निर्दिष्ट रकम) कम किया जाए तथा (3) सांकेतिक कटौती-इसमें प्रस्तावक कहता है कि ‘मांग की राशि 100 रु. कम की जाए।
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59. निम्नलिखित में से कौन एक सार्वजनिक आगम का स्रोत नहीं है?
(a) आयकर
(b) सार्वजनिक ऋण
(c) वैट (मूल्य-वर्धित कर)
(d) अर्थ-साह्ययकी (परिदान)
[U.P. Lower Sub. (Pre) 2009]
उत्तर- (d) अर्थ-साह्ययकी (परिदान)
- आयकर, सार्वजनिक ऋण एवं वैट सार्वजनिक आगम के स्रोत हैं, जबकि अर्थ-साह्ययकी (Subsidy) सार्वजनिक व्यय का भाग है।
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60. वित्त मंत्रालय (भारत सरकार) ने वर्ष 2005 के बजट से परि- णाम (आउटकम) बजट का विचार लागू किया है। इसके अंतर्गत परिणामों की यथार्थता सत्यापित करने का दायित्व निम्न में से किसका होगा?
(a) संघीय मंत्रिमंडल
(b) योजना आयोग
(c) वित्त मंत्रालय और योजना आयोग का संयुक्त रूप से
(d) प्रोग्राम कार्यान्वयन मंत्रालय
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (c) वित्त मंत्रालय और योजना आयोग का संयुक्त रूप से
- परिणाम बजट (Outcome Budget) नागरिकों हेतु सरकार की कार्यशैली, का परिचायक होता है।
- विभिन्न मंत्रालयों से मिलने वाले आंकड़ों का सत्यापन वित्त मंत्रालय एवं योजना आयोग दोनों द्वारा किया जाता है।
- अतः विकल्प (c) अभीष्ट उत्तर है।
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61. धन विधेयक के संबंध में, निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
(a) किसी बिल (विधेयक) को धन विधेयक तब माना जाएगा, जब इसमें केवल किसी कर के अधिरोपण, उन्मूलन, माफी, परिवर्तन या विनियमन से संबंधित प्रावधान हों।
(b) धन विधेयक में भारत की संचित निधि एवं भारत की आकस्मिकता निधि की अभिरक्षा से संबंधित उपबंध होते हैं।
(c) धन विधेयक भारत की आकस्मिकता निधि से धन के विनियोजन से संबंधित होता है।
(d) धन विधेयक भारत सरकार द्वारा धन के उधार लेने या कोई प्रत्याभूति देने के विनियमन से संबंधित होता है।
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) धन विधेयक भारत की आकस्मिकता निधि से धन के विनियोजन से संबंधित होता है।
- भारतीय संविधान का अनुच्छेद 110 धन विधेयक के संदर्भ में स्पष्ट प्रावधान करता है।
- धन विधेयक भारत की संचित निधि से धन के विनियोजन से संबंधित है न कि आकस्मिकता निधि से।
- अतः कथन (c) को छोड़कर शेष सभी विकल्प सत्य हैं।
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62. निष्पादन बजट की अवधारणा ली गई है-
(a) जर्मनी से
(b) फ्रांस से
(c) यू.के. से
(d) संयुक्त राज्य अमेरिका से
[U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (d) संयुक्त राज्य अमेरिका से
- हूवर आयोग (1949) की संस्तुति पर निष्पादन बजट का सबसे पहले प्रयोग यू.एस.ए. में कृषि क्षेत्र में किया गया।
- इस प्रकार का बजट लागत-लाभ विश्लेषण को निरूपित करता है।
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63. भारत में बजट घाटे को पूरा करने की तदर्थ ट्रेजरी बिल प्रणाली को समाप्त कर दिया गया –
(a) 1 अप्रैल, 1992 को
(b) 1 अप्रैल, 1994 को
(c) 31 मार्च, 1996 को
(d) 31 मार्च, 1997 को
[56th to 59th B. P. S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) 31 मार्च, 1997 को
- एडहॉक ट्रेजरी बिल्स की भारत में शुरुआत वर्ष 1955 में हुई।
- ये रिजर्व बैंक के नाम से ही निर्गमित होती है तथा सरकार की अत्यंत ही अस्थायी फंड संबंधी आवश्यकता की पूर्ति के लिए निर्गमित की जाती है। इनका प्रत्यक्ष तथा तत्काल मौद्रिकरण हो जाता है, क्योंकि इनके निर्गमित होने के साथ ही रिजर्व बैंक की संपत्ति बढ़ जाती है और अनुषंगी रूप में मुद्रा दायित्व में वृद्धि होती है।
- एडहॉक ट्रेजरी बिल्स का निर्गमन 31 मार्च, 1997 से बंद कर दिया गया है और इसके स्थान पर अर्थोपाय अग्रिम की योजना लागू की गई।
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64. निम्नलिखित प्रस्तावों में से किसका संदर्भित संबंध संघीय बजट से है?
(a) निंदा प्रस्ताव
(b) ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
(c) कटौती प्रस्ताव
(d) स्थगन प्रस्ताव
[U.P. P.C.S. (Pre) 2002, U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2003]
उत्तर- (c) कटौती प्रस्ताव
- कटौती प्रस्ताव का संबंध संघीय बजट से है। जिस प्रस्ताव के द्वारा सरकार या उसके किसी विभाग द्वारा धन के लिए प्रस्तावित मांग में कटौती का प्रस्ताव किया जाता है, उसे कटौती प्रस्ताव कहते हैं।
- कटौती प्रस्ताव तीन प्रकार के होते हैं- (i) नीतिगत कटौती प्रस्ताव, (ii) अर्थगत कटौती प्रस्ताव और (iii) प्रतीकात्मक कटौती प्रस्ताव।
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65. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. राजकोषीय दायित्व और बजट प्रबंधन (एफ.आर.बी.एम.) समीक्षा समिति के प्रतिवेदन में सिफारिश की गई है कि वर्ष 2023 तक केंद्र एवं राज्य सरकारों को मिलाकर ऋण जी. डी.पी. अनुपात 60% रखा जाए, जिसमें केंद्र सरकार के लिए यह 40% तथा राज्य सरकारों के लिए 20% हो।
2. राज्य सरकारों के जी.डी.पी. के 49% की तुलना में केंद्र सरकार के लिए जी.डी.पी. का 21% घरेलू देयताएं हैं।
3. भारत के संविधान के अनुसार, यदि किसी राज्य के पास केंद्र सरकार की बकाया देयताएं हैं, तो उसे कोई भी ऋण लेने से पहले केंद्र सरकार से सहमति लेना अनिवार्य है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- पूर्व राजस्व एवं व्यय सचिव और पूर्व सांसद तथा वर्तमान में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एन.के. सिंह की अध्यक्षता वाली राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन (FRBM) समिति ने अपनी रिपोर्ट जनवरी, 2017 में पेश की। इस समिति के प्रतिवेदन में सिफारिश की गई है कि वर्ष 2023 तक केंद्र एवं राज्य सरकारों को मिलाकर ऋण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) अनुपात 60 प्रतिशत रखा जाए, जिसमें केंद्र सरकार के लिए यह 40 प्रतिशत तथा राज्य सरकारों के लिए यह 20 प्रतिशत हो।
- वर्ष 2013 में ओईसीडी (OECD) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकारों के जीडीपी के 21 प्रतिशत की तुलना में केंद्र सरकार के लिए जीडीपी का 49.23 प्रतिशत घरेलू देयताएं हैं अर्थात राज्य सरकारों की तुलना में केंद्र सरकार की घरेलू देयताएं बहुत ही अधिक हैं।
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 293 की उपधारा (3) के अनुसार, यदि किसी राज्य के पास केंद्र सरकार की बकाया देयताएं हैं, तो उसे कोई भी ऋण लेने से पहले केंद्र सरकार से सहमति लेना अनिवार्य है।
- उपरोक्त व्याख्या के आधार पर स्पष्ट है कि दिए गए कथनों में कथन (1) एवं (3) सत्य हैं।
- अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
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66. राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन अधिनियम भारत वर्ष में कब पारित किया गया था?
(a) 2007
(b) 2005
(c) 2002
(d) 2003
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर- (d) 2003
- वर्ष 1991 के पश्चात राजकोषीय सुदृढ़ीकरण का अनुसरण किया गया और इन सुधारों को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम (FRBMA-2003) 26 अगस्त, 2003 को अधिनियमित किया गया, जो 5 जुलाई, 2004 से प्रभावी है। इसका उद्देश्य सरकार में वित्तीय अनुशासन सुनिश्चित करना है।
- राजस्थान राजवित्तीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम, 2005 एवं उक्त अधिनियम की धारा 10 के अंतर्गत बनाए गये राजस्थान राजवित्तीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन अधिनियम, 2006 क्रमशः 3 मई, 2005 तथा 4 फरवरी, 2006 से प्रभावशील है।
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67. निम्नलिखित में से कौन-सा एक, राजकोषीय उत्तरदायित्व तथा बजट प्रबंधन अधिनियम, 2003 (फिस्कल रिस्पॉन्सिबिलिटी एंड बजट मैनेजमेंट एक्ट, 2003) में अनुबद्ध नहीं है?
(a) राजकोषीय वर्ष 2007-08 की समाप्ति तक राजस्व घाटे को खत्म करना।
(b) केंद्र सरकार द्वारा RBI से, कतिपय परिस्थितियों के सिवाय, उधार न लेना।
(c) राजकोषीय वर्ष 2008-09 की समाप्ति तक प्राथमिक घाटे को खत्म करना।
(d) सरकारी गारंटियों को, किसी भी वित्तीय वर्ष में, सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की प्रतिशतता के रूप में नियत करना।
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) राजकोषीय वर्ष 2008-09 की समाप्ति तक प्राथमिक घाटे को खत्म करना।
- उपरोक्त अधिनियम में ऐसी कोई अनुबद्धता नहीं है कि प्राथमिक घाटे को शून्य स्तर तक ले आया जा सके।
- अन्य प्रश्नगत विकल्प सही हैं।
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68. निम्नलिखित में से कौन-से पूंजीगत लेखा की रचना करते हैं?
1. विदेशी ऋण
2. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
3. निजी प्रेषित धन
4. पोर्टफोलियो निवेश
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) 1, 2 और 3
(b) 1, 2 और 4
(c) 2, 3 और 4
(d) 1, 3 और 4
[I.A.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (b) 1, 2 और 4
- विदेशी ऋण, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश तथा पोर्टफोलियो निवेश आदि पूंजीगत लेखा की रचना करते हैं।
- निजी प्रेषित धन इसमें सम्मिलित नहीं होता है।
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69. अप्रत्यक्ष करों को प्रतिगामी कर व्यवस्था क्यों कहा जाता है?
(a) ये प्रत्यक्ष करों की तुलना में अधिक दर पर लगाए जाते हैं।
(b) ये सभी आय समूहों पर समान दरों पर लगाए जाते हैं।
(c) ये सभी आय समूहों पर समान नहीं लगाए जाते हैं।
(d) इनमें से कोई नहीं।
[U.P.B.E.O. (Pre) 2019]
उत्तर- (b) ये सभी आय समूहों पर समान दरों पर लगाए जाते हैं।
- अप्रत्यक्ष करों को प्रतिगामी कर व्यवस्था इसलिए कहा जाता है, क्योंकि ये सभी आय समूहों पर समान दरों पर लगाए जाते हैं।
- अप्रत्यक्ष कर वस्तुओं एवं सेवाओं पर लगाए जाते हैं, जिस पर सभी उपभोक्ताओं के लिए कर की दर समान होती है।
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70. भारत में प्रत्यक्ष कर कोड निम्नलिखित में किससे संबंधित है?
(a) बिक्री कर
(b) आयकर
(c) उत्पाद कर
(d) सेवा कर
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (b) आयकर
- भारत में प्रत्यक्ष कर कोड (Direct Tax Code – DTC) आयकर (प्रत्यक्ष करों) से संबंधित है।
- यह प्रत्यक्ष कर कानूनों को सरल बनाने के लिए भारत सरकार का एक प्रयास है।
- इस कोड के माध्यम से प्रत्यक्ष कर कानूनों की संरचना को एक ही कानून के दायरे में संशोधित, समेकित करते हुए सरलीकृत किए जाने का प्रावधान है।
- यह कोड लागू होने पर आयकर अधिनियम, 1961 तथा अन्य कर कानूनों जैसे संपत्ति कर अधिनियम, 1957 आदि को प्रतिस्थापित करेगा।
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71. निम्न में से कौन-सा कर केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है पर राज्यों द्वारा एकत्रित एवं आवंटित किया जाता है?
(a) स्टाम्प शुल्क
(b) यात्री एवं वस्तु कर
(c) संपदा शुल्क
(d) अखबारों पर कर
(e) उपरोक्त में से कोई नहीं/ उपरोक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) स्टाम्प शुल्क
- स्टाम्प शुल्क, जो संघ सूची में वर्णित हैं, केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है, परंतु राज्यों द्वारा एकत्रित एवं आवंटित किया जाता है।
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72. भारत के बजट में किस वर्ष वस्तु लेन-देन कर (सी.टी.टी.) प्रस्तुत किया गया था?
(a) 2013-14
(b) 2012-13
(c) 2014-15
(d) 2017-18
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
[66th B.P.S.C. Re Exam. 2020]
उत्तर- (a) 2013-14
- कमोडिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (वस्तु लेन-देन कर) पहली बार बजट 2013-14 में प्रस्तुत किया गया।
- यह कर कमोडिटी फ्यूचर मार्केट में 0.01 प्रतिशत की दर से लगाया गया।
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73. किसने भारत में पहली बार ‘व्यय कर’ लगाने का सुझाव दिया था?
(a) कलेरकी ने
(b) कॉल्डॉर ने
(c) आर.जे. चेलैया ने
(d) गौतम माथुर ने
[U.P.P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (b) कॉल्डॉर ने
- भारत में ‘व्यय कर’ लगाने का सुझाव सर्वप्रथम कॉल्डॉर ने दिया था।
- इन्होंने संपदा कर, संपत्ति कर तथा उपहार कर के शुरुआत का भी सुझाव दिया था।
- भारत में व्यय कर अप्रैल, 1962 में समाप्त कर दिया गया था।
- कॉल्डॉर एक कैम्ब्रिज अर्थशास्त्री थे और ब्रिटेन के नागरिक थे।
- वर्ष 1964 से वह ब्रिटेन में लेबर सरकार के सलाहकार भी रहे थे।
- इसके अलावा ये कई देशों में कर सलाह हेतु आमंत्रित भी किए गए थे।
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74. संघ विक्रय कर के बारे में निम्नलिखित में से क्या सत्य है?
(i) यह अंतर्राज्य व्यापार पर लगाया जाता है।
(ii) यह केंद्रशासित प्रदेशों पर लगाया जाता है।
(iii) यह विशेष आर्थिक क्षेत्र पर लगाया जाता है।
नीचे दिए गए कूटों में से सही उत्तर चुनिए :
कूट :
(a) केवल (i) और (ii)
(b) केवल (i)
(c) केवल (ii) और (iii)
(d) उपर्युक्त सभी
[U.P.P.C.S. (Mains) 2010]
उत्तर- (a) केवल (i) और (ii)
- केंद्रीय बिक्री कर या संघ विक्रय कर का उद्देश्य राज्यों के बीच विक्रय कर के अंतराल को कम करना है।
- इसका निर्धारण संघ सरकार द्वारा तथा संग्रहण एवं उपयोग राज्य सरकारों द्वारा होता है।
- यह कर अंतर्राज्यीय व्यापार पर लगाया जाता है तथा यह केंद्रशासित प्रदेशों पर भी लगाया जाता है, जबकि विशेष आर्तिक क्षेत्र (SEZ) के लिए छूट का प्रावधान है।
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75. भारत में केंद्र सरकार की कर आय के दो सबसे बड़े स्रोत हैं-
(a) केंद्रीय उत्पाद कर व निगम कर
(b) तट कर व निगम कर
(c) केंद्रीय उत्पाद कर व तट कर
(d) तट कर व आयकर
[U.P. P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (c) केंद्रीय उत्पाद कर व तट कर
- प्रश्नकाल में केंद्र सरकार की कर आय के दो सबसे बड़े स्रोत केंद्रीय उत्पाद कर एवं तट कर (सीमा शुल्क) थे।
- यही दो कर कर आगम के संयुक्त रूप से दो सबसे बड़े स्रोत थे।
- बजट अनुमान 2022-23 के अनुसार, केंद्र सरकार के कर आय के स्रोतों का क्रम निम्न है वस्तु एवं सेवा कर > निगम कर > आयकर > केंद्रीय उत्पाद शुल्क > सीमा शुल्क।
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76. केंद्रीय सरकार के निम्नलिखित महत्वपूर्ण कर राजस्व के स्रोतों पर विचार कीजिए –
I. निगम – कर
II. निगम – कर के अलावा अन्य आय पर कर
III. कस्टम्स
IV. संघ उत्पादन शुल्क
सकल कर राजस्व के मामले में इनका सही अवरोही क्रम निम्नलिखित में से कौन-सा है?
(a) I-II-IV-III
(b) I-II-III-IV
(c) III-I-II-IV
(d) II-III-I-IV
[56th to 59th B. P. S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) I-II-IV-III
- प्रश्नकाल हेतु विकल्प (b) सत्य था, बजट अनुमान 2022-23 के अनुसार, केंद्र सरकार के कर आय के स्रोतों का क्रम निम्न है वस्तु एवं सेवा कर > निगम कर > आयकर > केंद्रीय उत्पाद शुल्क > सीमा शुल्क।
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77. निम्नलिखित में से कौन-सा कर भारत सरकार द्वारा नहीं
(a) सेवा कर
(b) शिक्षा कर
(c) सीमा कर
(d) मार्ग कर (Toll Tax)
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011, U.P.P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (d) मार्ग कर (Toll Tax)
- भारत में मार्ग कर (Toll Tax) भारत सरकार द्वारा नहीं लिया जाता है, यह राज्य सरकारों द्वारा लिया जाता है।
- जबकि शेष तीनों कर भारत सरकार द्वारा लिए जाते हैं।
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78. किसी देश की, कर से GDP के अनुपात में कमी क्या सूचित करती है?
1. आर्थिक वृद्धि-दर धीमी होना
2. राष्ट्रीय आय का कम साम्यिक (इक्विटेबल) वितरण
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
[I.A. S. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) न तो 1 और न ही 2
- कर से GDP के अनुपात में कमी होने की निम्न दशाएं हो सकती हैं –
(i) कर आय स्थिर हो और GDP में बढ़ोत्तरी हो।
(ii) कर आय एवं GDP दोनों में बढ़ोत्तरी हो, किंतु GDP की वृद्धि दर कर आय की वृद्धि दर से अधिक हो।
(iii) कर आय एवं GDP दोनों में कमी दर्ज की जाए, किंतु कर आय में कमी GDP में कमी की तुलना में अधिक हो।
- स्पष्ट है कि कर से GDP के अनुपात में कमी की वास्तविक स्थिति जाने बिना यह निर्धारित करना कठिन है कि आर्थिक वृद्धि दर धीमी हुई है या बढ़ी है।
- इसी तरह निश्चित रूप से यह भी नहीं कहा जा सकता है कि कर से GDP के अनुपात में कमी राष्ट्रीय आय के कम साम्यिक (एक्किटेबल) वितरण को सूचित करता है।
- अतः विकल्प (d) अभीष्ट उत्तर होगा।
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79. भारत में निम्न में से कौन-सा एक कर आगम का सबसे बड़ा स्रोत है?
(a) आयकर
(b) निगम कर
(c) केंद्रीय उत्पाद शुल्क
(d) सीमा शुल्क
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004, 47th B.P.S.C. (Pre) 2005]
उत्तर- (c) केंद्रीय उत्पाद शुल्क
- प्रश्नकाल में भारत में कर आगम का सबसे बड़ा भाग केंद्रीय उत्पाद शुल्क से प्राप्त होता था।
- हाल के वर्षों एवं बजट अनुमान 2022-23 के अनुसार इस संदर्भ में वस्तु एवं सेवाकर (GST) निगम कर तथा आयकर, कर आगम के तीन सबसे बड़े स्रोत हैं।
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80. निगम कर का-
(a) उद्ग्रहण (Levied) और विनियोजन (Appropriate) राज्य करते हैं।
(b) उद्ग्रहण संघ करता है और संग्रह तथा विनियोजन राज्य करते हैं।
(c) उद्ग्रहण संघ करता है और उसका सहभाजन संघ तथा राज्य करते हैं।
(d) उग्रहण संघ करता है और वही पूर्णतः उसका स्वामी होता है।
[I.A.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (d) उग्रहण संघ करता है और वही पूर्णतः उसका स्वामी होता है।
- प्रश्नकाल के संदर्भ में निगम कर अर्थात कंपनी की आय पर कर का आरोपण, उद्ग्रहण और विनियोजन संघ करता था अर्थात संघ ही पूर्णतः उसका स्वामी होता था।
- वर्तमान में निगम कर का आरोपण एवं उद्ग्रहण केंद्र सरकार करती है, पर वह उसका अन्य केंद्रीय करों एवं शुल्कों के साथ राज्यों के साथ विनियोजन करती है।
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81. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही सुमेलित है?
(a) आयकर – अप्रत्यक्ष कर
(b) सीमा शुल्क प्रत्यक्ष कर
(c) उत्पाद शुल्क – केंद्र का अधिकतम कर आय स्रोत
(d) मनोरंजन कर – राज्यों का अधिकतम कर आय स्रोत
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर- (c) उत्पाद शुल्क – केंद्र का अधिकतम कर आय स्रोत
- प्रश्नकाल में उत्पाद शुल्क केंद्र का अधिकतम कर आय स्रोत था।
- आयकर एक प्रत्यक्ष कर है, जबकि सीमा शुल्क अप्रत्यक्ष कर है।
- मनोरंजन कर राज्यों का अधिकतम कर आय स्रोत नहीं है।
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82. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए :
सूची-1 |
सूची-II |
A. कैपिटल गेन टैक्स |
1. आय |
B. सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी |
2. फैक्टरी निर्मित वस्तु |
C. कस्टम ड्यूटी |
3. आयात |
D. कॉर्पोरेट टैक्स |
4. संपत्ति विक्रय |
कूट :
A B C D
(a) 4,2,3,1
(b) 1,3,2,4
(c) 3,1,4,2
(d) 2,4,1,3
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) कैपिटल गेन टैक्स
- कैपिटल गेन टैक्स-कैपिटल गेन दो तरह के होते हैं- लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन।
- जैसा कैपिटल गेन वैसा उसका टैक्स इम्पैक्ट होता है।
- अगर संपत्ति को तीन वर्ष से अधिक समय के बाद बेचा जाता है, तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन होता है।
- अगर इसे तीन वर्ष से कम समय में बेचें, तो शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन होता है।
- इस प्रकार यह संपत्ति विक्रय से संबंधित है।
सेंट्रल एक्साइज़ ड्यूटी या केंद्रीय उत्पाद शुल्क किसी भी कंपनी अथवा फैक्टरी द्वारा उत्पादित वस्तुओं के मूल्यों पर लगाया जाता है।
- सीमा शुल्क-यह एक अप्रत्यक्ष कर है, जिसे देश की सीमा से बाहर जाने वाली तथा देश में बाहर से आने वाली वस्तुओं पर लगाया जाता है अर्थात यह वस्तुतः निर्यात एवं आयात पर लगाया जाता है।
- कॉर्पोरेट टैक्स – यह कंपनियों के लाभ पर लगाया जाता है।
- इसी कारण इसे ‘कंपनी लाभ कर’ भी कहा जाता है।
- यह आयकर की भांति एक प्रत्यक्ष कर है।
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83. आयकर के लगाने, उग्रहण करने और वितरण करने के संबंध में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक सही है?
(a) संघ कर लगाता है, उद्ग्रहण करता है और कर प्राप्तियों का स्वयं और राज्यों के बीच वितरण करता है।
(b) संघ कर लगाता है, उद्ग्रहण करता है और कर प्राप्तियों को अपने लिए रख लेता है।
(c) संघ कर लगाता है और उद्ग्रहण करता है, लेकिन सभी प्राप्तियां राज्यों में वितरित कर दी जाती हैं।
(d) केवल आयकर पर लगाया गया अधिभार ही संघ और राज्यों के बीच बांटा जाता है।
[I.A.S. (Pre) 1999]
उत्तर- (a) संघ कर लगाता है, उद्ग्रहण करता है और कर प्राप्तियों का स्वयं और राज्यों के बीच वितरण करता है।
- आयकर का आरोपण एवं उग्रहण संघ सरकार का दायित्व है, जबकि आयकर से प्राप्त राशि वित्त आयोग की सिफारिश के अनुसार, संघ एवं राज्यों के मध्य वितरित होती है।
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84. निम्नलिखित कथनों में से भारत में आयकर के संबंध में कौन-सा कथन सत्य है?
1. यह एक प्रगतिशील कर है।
II . यह एक प्रत्यक्ष कर है।
III . यह राज्य सरकारों द्वारा एकत्रित किया जाता है।
IV. यह एक आनुपातिक कर है।
कूट :
(a) केवल I सही है।
(b) केवल I तथा II सही हैं।
(c) I, II तथा III सही हैं।
(d) II, III तथा IV सही हैं।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004, U.P.P.S.C. (GIC) 2010]
उत्तर- (b) केवल I तथा II सही हैं।
- भारत में राष्ट्रीय स्तर पर आयकर की दरों का निर्धारण एवं आरोपण संघ सरकार द्वारा किया जाता है।
- आयकर प्रत्यक्ष कर है, क्योंकि यह व्यक्तियों, अविभाजित हिंदू परिवारों एवं संस्थाओं की आय पर आरोपित किया जाता है।
- आयकर एक प्रगतिशील कर है, क्योंकि इसकी दरें आयकर की सीमा में रहने वाले लोगों पर समान रूप से लागू नहीं होती है।
- कम आय पर कर की दर कम, तो अधिक आय पर कर की दरें अधिक होती हैं।
- यह केंद्र सरकार द्वारा आरोपित एवं एकत्रित किया जाता है।
- अतः कथन III गलत है।
- आयकर आनुपातिक कर नहीं है।
- अतः कथन IV भी गलत है।
- इस प्रकार विकल्प (b) अभीष्ट उत्तर है।
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85. निम्नलिखित में से किस कर का आरोपण केंद्र करता है, किंतु संग्रह और विनियोजन राज्य करते हैं?
(a) स्टाम्प शुल्क
(b) यात्री और माल कर
(c) संपदा शुल्क
(d) समाचार-पत्रों पर कर
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) स्टाम्प शुल्क
- स्टाम्प शुल्क का आरोपण केंद्र करता है, किंतु उसका संग्रह और विनियोजन (व्यय) राज्य करते हैं (अनुच्छेद 268 ) ।
- अनुच्छेद 268 में स्टाम्प शुल्क के साथ-साथ ओषधि तथा प्रसाधनों पर उत्पाद शुल्क का भी उल्लेख है।
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86. निम्नलिखित आय के साधनों की जोड़ी में से कौन-सी केवल संघीय सरकार के लिए होती है?
(a) उपहार कर, जोत कर
(b) बिक्री कर, आयकर
(c) सीमा शुल्क, निगम कर
(d) संपत्ति कर, भू-राजस्व
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) सीमा शुल्क, निगम कर
- सीमा शुल्क और निगम कर संघीय सरकार के द्वारा लगाए एवं उद्ग्रहीत किए जाते हैं।
- बिक्री कर पर राज्य सरकारों का अनन्य रूप से अधिकार है।
- संपत्ति कर, भू-राजस्व कर, उपहार कर और जोत कर पर राज्य सरकारों का अधिकार है।
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87. भारत में निम्न में से प्रत्यक्ष कर कौन-सा नहीं है?
(a) आयकर
(b) संपत्ति कर
(c) संपदा शुल्क
(d) बिक्री कर
[Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (d) बिक्री कर
- आयकर, संपत्ति कर एवं संपदा शुल्क प्रत्यक्ष कर हैं, क्योंकि इनमें करापात (Incidence) और कराघात (Impact) दोनों एक ही व्यक्ति पर होते हैं।
- जबकि बिक्री कर में कर विक्रेता पर लगता है (कराघात), पर अंततः कर का भुगतान क्रेता को करना होता है (करापात)।
- अतः यह अप्रत्यक्ष कर है।
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88. भारत सरकार के किस वर्ष के बजट में न्यूनतम वैकल्पिक कर (MAT) का समावेश किया गया था?
(a) 1991-92
(b) 1992-93
(c) 1995-96
(d) 1996-97
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) 1996-97
- वर्ष 1996-97 के बजट में ‘न्यूनतम वैकल्पिक कर’ (MAT) का प्रावधान किया गया।
- ऐसी कंपनियां जिनका निवल लाभ तो धनात्मक हो, किंतु अनुमन्य छूटों या रियायतों का लाभ उठाने के बाद उनकी निवल कर अदायगी शून्य हो जाने की स्थिति थी, उन कंपनियों पर न्यूनतम वैकल्पिक कर आरोपित किया जाता है।
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89. ‘मोडवेट’ संबंधित है-
(a) उत्पाद कर से
(b) मूल्य वर्धित कर (वैट) से
(c) धन-कर से
(d) आयकर से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) उत्पाद कर से
- उत्पाद शुल्क के इतिहास में वर्ष 1986 एक ऐतिहासिक वर्ष रहा, जब दीर्घकालीन राजकोषीय नीति (1985) के क्रियान्वयन में वी.पी. सिंह (वित्त मंत्री) द्वारा 1 मार्च, 1986 से मोडवेट लागू किया।
- मोडवेट (संशोधित मूल्यवर्धित कर) भी एक प्रकार का केंद्रीय उत्पाद शुल्क ही है।
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90. संशोधित मूल्यवर्धित कर का संबंध है-
(a) बिक्री कर
(b) धन कर
(c) आयकर
(d) उत्पाद कर
[48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]
उत्तर- (d) उत्पाद कर
- मोडवेट (संशोधित मूल्यवर्धित कर) भी एक प्रकार का केंद्रीय उत्पाद शुल्क ही है।
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91. मूल्यवर्धित टैक्स (वैट) लगाया जाता है-
(a) प्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ता पर।
(b) उत्पादन के अंतिम स्तर पर।
(c) उत्पादन के प्रथम स्तर पर।
(d) उत्पादन के अंतिम बिक्री तक प्रत्येक स्तर पर।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2006, 2012]
उत्तर- (d) उत्पादन के अंतिम बिक्री तक प्रत्येक स्तर पर।
- ‘मूल्य आधारित कर’ (VAT- Value Added Tax) बहु-बिंदु लक्ष्य आधारित कर प्रणाली है, जिसमें उत्पादन / वितरण श्रृंखला में लेन-देन के प्रत्येक चरण में हुए मूल्य-संवर्धन पर कर लगाया जाता है।
- साथ ही यह वस्तुओं तथा सेवाओं के अंतिम उपभोग पर लगाया गया कर है, जिसका वहन अंततः उपभोक्ता को करना पड़ता है।
- इस प्रकार विकल्प (a), (b) एवं (c) के कथन सही हैं।
- विकल्प (d) सही नहीं है, क्योंकि यह केंद्र एवं राज्य दोनों द्वारा लगाया जाता है।
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92. सेनवैट (CENVAT) का संबंध है-
(a) सीमा शुल्क से
(b) मूल्यवर्धित कर से
(c) केंद्रीय उत्पाद शुल्क से
(d) केंद्रीय बिक्री कर से
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004, U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर- (c) केंद्रीय उत्पाद शुल्क से
- सेनवैट (CENVAT-Central Value Added Tax) का संबंध केंद्रीय उत्पाद शुल्क से है।
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93. वंशागत संपत्ति के बिक्री पर कर लगता है।
(a) पूंजी लाभ कर
(b) भूमि कर
(c) संपत्ति कर
(d) आय कर
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]
उत्तर- (a) पूंजी लाभ कर
- वंशागत संपत्ति के बिक्री पर पूंजी लाभ कर (Capital Gain Tax) लगता है।
- अचल संपत्ति की बिक्री पर पूंजी लाभ कर देनदारी इस बात पर निर्भर करती है कि वह करदाता के पास कितने समय तक रही।
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94. संपदा कर भारत में पहली बार किस वर्ष में लागू किया गया?
(a) 1991
(b) 1976
(c) 1957
(d) 1948
[M.P. P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (c) 1957
- संपदा कर भारत में सर्वप्रथम वर्ष 1957 में लागू किया गया था।
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95. सेवा कर की वर्तमान दर भारत में कितने प्रतिशत है?
(a) 14%
(b) 12%
(c) 10%
(d) 8%
[M.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (b) 12%
- प्रश्नकाल के समय सेवा कर की दर 12 प्रतिशत थी।
- वर्तमान में इस कर को G.S.T के तहत शामिल कर लिया गया है।
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96. सेवा कर के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें :
(1) यह प्रत्यक्ष कर है।
(2) यह अप्रत्यक्ष कर है।
(3) यह 1994-95 की अवधि में लागू किया गया।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं। सही विकल्प नीचे दिए गए कूट से चुनिए-
कूट :
(a) केवल (1) सही है।
(b) केवल (2) और (3) सही हैं।
(c) केवल (1) और (3) सही हैं।
(d) केवल (2) सही है।
[U.P. P.C.S. (Mains) 2013]
उत्तर- (b) केवल (2) और (3) सही हैं।
- सेवा कर एक अप्रत्यक्ष कर है।
- इसे चेलैया समिति की संस्तुति पर वर्ष 1994-95 के वित्तीय वर्ष की अवधि में लागू किया गया था।
- यह संघ सूची का विषय है।
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97. भारत में अब जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) स्थापित करने के लिए प्रस्तावित है-
(a) अप्रैल 01, 2011
(b) अप्रैल 01, 2012
(c) अप्रैल 01, 2013
(d) अप्रैल 01, 2014
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (b) अप्रैल 01, 2012
- प्रश्नकाल में जीएसटी (GST) अप्रैल, 2012 से स्थापित करने के लिए प्रस्तावित था।
- अतः प्रश्नकाल हेतु विकल्प (b) सही उत्तर था।
- वर्तमान में 1 जुलाई, 2017 से जीएसटी (GST) लागू हो गया है।
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98. निम्नलिखित राज्यों में से किसने वैट प्रणाली लागू नहीं की है?
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
1. आंध्र प्रदेश
2. छत्तीसगढ़
3. महाराष्ट्र
4. उत्तर प्रदेश
कूट :
(a) 1 तथा 2
(b) 2 तथा 3
(c) 1 तथा 4
(d) 2 तथा 4
[U.P. P.C.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (d) 2 तथा 4
- 1 अप्रैल, 2005 से लागू वैट प्रणाली को तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश (स.पा. शासित राज्य) तथा तमिलनाडु (AIADMK शासित राज्य) ने अपनी सहमति नहीं दी थी।
- अतः कांग्रेस शासित प्रदेशों-आंध्र प्रदेश तथा महाराष्ट्र में तो इसे लागू किया गया, किंतु छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में इसे लागू नहीं किया गया।
- अतः प्रश्नकाल के संदर्भ में अभीष्ट उत्तर विकल्प (d) था।
- हालांकि बाद में उ.प्र. सहित सभी राज्यों में वैट लागू हो गया था।
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99. दिसंबर, 2005 तक भारत में जिन राज्यों ने ‘मूल्यवर्धक कर’ लागू नहीं किया उनकी संख्या है-
(a) 7
(b) 8
(c) 9
(d) 10
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]
उत्तर- (a) 7
- भाजपा शासित पांच राज्यों (गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं झारखंड) तथा दो अन्य राज्यों (उत्तर प्रदेश एवं तमिलनाडु) की सरकारों द्वारा मूल्य वर्धित कर (वैट) को लागू नहीं करने की घोषणा के बावजूद केंद्र सरकार ने देश के शेष राज्यों में वैट को 1 अप्रैल, 2005 से लागू कर दिया।
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100. भारत में सबसे पहले किस राज्य में मूल्य वर्धित कर लागू हुआ?
(a) झारखंड
(b) दिल्ली
(c) हरियाणा
(d) गोवा
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (c) हरियाणा
- भारत में सर्वप्रथम मूल्य वर्धित कर (VAT) लगाने वाला राज्य हरियाणा था।
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101. किस राज्य केंद्रशासित क्षेत्र में बिक्री कर लागू नहीं है?
(a) अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप
(b) पांडिचेरी
(c) गोवा, अरुणाचल प्रदेश
(d) सभी राज्य एवं केंद्रशासित क्षेत्रों में बिक्री कर लागू है
[M.P.P.C.S. (Pre) 2006]
उत्तर- (a) अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप
- देश के केंद्रशासित प्रदेशों अंडमान और निकोबार तथा लक्षद्वीप में बिक्री कर लागू नहीं है।
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102. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. ग्लोबल ट्रस्ट बैंक का पंजाब नेशनल बैंक में समामेलन किया गया है।
2. प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष करों से संबद्ध केलकर समिति की द्वितीय रिपोर्ट ने गृह-निर्माण ऋण से संबंधित छूटों की समाप्ति सहित अपनी प्रारंभिक सिफारिशें कायम रखी हैं।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा / से सही है/हैं?\
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) दोनों 1 और 2
(d) न ही 1 और न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2005]
उत्तर- (b) केवल 2
- ग्लोबल ट्रस्ट बैंक का समामेलन पंजाब नेशनल बैंक में न होकर ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) में हुआ था।
- केलकर समिति ने अपनी द्वितीय रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि आवास ऋणों पर ब्याज में आयकर की छूट 1.50 लाख रुपये के स्थान पर 50000 रु. तक के ब्याज पर हो तथा 5 लाख रुपये के आवास ऋणों पर 2% का वैकल्पिक ब्याज राहत ही प्रदान किया जाए।
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103. भारत में किसने आमदनी पर कर की शुरुआत की थी?
(a) सर चार्ल्स वुड
(b) लॉर्ड मैकहेल
(c) जेम्स विल्सन
(d) विलियम जोन्स
[U. P. R. O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर- (c) जेम्स विल्सन
- भारत में आयकर 24 जुलाई, 1860 को सर जेम्स विल्सन द्वारा आरंभ किया गया था।
- यह ऐसा कर था, जो चुनिंदा अमीरों, शाही परिवारों और ब्रिटिश नागरिकों पर लगाया जाता था।
- आधुनिक समय में आयकर व्यक्ति की आय पर लगाया जाने वाला एक वार्षिक कर है।
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104. निम्न में से कौन-सा कर खरीददारों के लिए प्रत्यक्ष रूप से वस्तुओं के मूल्यों की वृद्धि नहीं करता?
(a) आयकर
(b) व्यापार कर
(c) आयात कर
(d) उत्पाद कर
[U.P. P.C.S. (Pre) 1995]
उत्तर- (a) आयकर
- ऐसे कर जो वस्तुओं पर आरोपित होते हैं (अर्थात अप्रत्यक्ष कर) वस्तु के मूल्य में वृद्धि ही करते हैं।
- इसके विपरीत प्रत्यक्ष कर के कारण वस्तुओं के मूल्य अप्रभावित रहते हैं।
- उपर्युक्त विकल्पों में आयकर प्रत्यक्ष कर है, फलतः इसके कारण वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि नहीं होती है।
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105. आयात एवं निर्यात पर लगाए जाने वाले कर को किस नाम से जाना जाता है?
(a) आयकर
(b) व्यापार कर
(c) सीमा कर (शुल्क)
(d) उक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2006, U.P.P.C.S. (Mains) 2006]
उत्तर- (c) सीमा कर (शुल्क)
- केंद्र सरकार द्वारा आयात या निर्यात पर लगाया जाने वाला कर सीमा शुल्क (Custom Duty) के नाम से जाना जाता है।
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106. निम्न में से प्रत्यक्ष कर कौन है?
(a) आयकर
(b) उत्पादन कर
(c) चुंगी कर
(d) बिक्री कर
[U.P. P.C.S. (Pre) 1991]
उत्तर- (a) आयकर
- प्रत्यक्ष कर उस कर को कहते हैं, जिनके मौद्रिक भार को दूसरों पर विवर्तित नहीं किया जा सके अर्थात प्रत्यक्ष करों के संबंध में कर से उत्पन्न कराघात (Impact) तथा करापात (Incidence) उसी व्यक्ति पर पड़ते हैं, जिनके ऊपर ये आरोपित किए जाते हैं।
- आयकर, निगम कर, संपत्ति कर, पूंजी लाभ कर, लाभांश कर इत्यादि प्रत्यक्ष कर के उदाहरण हैं।
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107. उत्पाद शुल्क क्या है?
(a) प्रत्यक्ष कर
(b) अप्रत्यक्ष कर
(c) एक प्रकार का उपयोग कर
(d) एक प्रकार का विक्रय कर
[M.P.P.C.S. (Spl.) (Pre) 2004]
उत्तर- (b) अप्रत्यक्ष कर
- उत्पाद शुल्क देश में उत्पादित की जाने वाली वस्तुओं पर लगाया जाता है।
- यह वस्तु की वास्तविक बिक्री पर नहीं, बल्कि उक्त वस्तु के उत्पादन पर लगाया जाता है।
- उत्पाद शुल्क (Excise Duty) के साथ-साथ बिक्री कर (Sales Tax), सीमा शुल्क (Custom Duty), सेवा कर (Service Tax) आदि भी अप्रत्यक्ष कर हैं, जबकि आयकर (Income Tax), निगम कर (Corporate Tax) एवं संपत्ति कर या संपदा कर (Wealth Tax) आदि प्रत्यक्ष कर हैं।
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108. निम्नलिखित में से कौन-सा प्रत्यक्ष-कर है?
(a) विक्रय कर
(b) एक्साइज ड्यूटी
(c) कस्टम्स ड्यूटी
(d) संपदा कर
[U. P. R. O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) संपदा कर
- आयकर (Income Tax), निगम कर (Corporate Tax) एवं संपत्ति कर या संपदा कर (Wealth Tax) आदि प्रत्यक्ष कर हैं।
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109. निम्न में से कौन अप्रत्यक्ष कर है ?
(a) बिक्री कर
(b) आमदनी कर
(c) आबकारी कर
(d) चुंगी कर
[U.P. P.C.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (a) बिक्री कर
- उत्पाद शुल्क (Excise Duty) के साथ-साथ बिक्री कर (Sales Tax), सीमा शुल्क (Custom Duty), सेवा कर (Service Tax) आदि भी अप्रत्यक्ष कर हैं|
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110. विक्रय कर, जिसका भुगतान आप कोई टूथपेस्ट खरीदते समय करते हैं, निम्नलिखित में से किस प्रकार का कर है?
(a) केंद्र सरकार द्वारा आरोपित कर
(b) केंद्र सरकार द्वारा आरोपित किंतु राज्य सरकार द्वारा संग्रहीत कर
(c) राज्य सरकार द्वारा आरोपित किंतु केंद्र सरकार द्वारा संग्रहीत कर
(d) राज्य सरकार द्वारा आरोपित एवं संग्रहीत कर
[I.A.S. (Pre) 2014]
उत्तर- (d) राज्य सरकार द्वारा आरोपित एवं संग्रहीत कर
- भारत में विक्रय कर वह कर है, जो सरकार देश में किसी वस्तु के विक्रय या खरीददारी पर लगाती है।
- यह एक अप्रत्यक्ष कर है, जो सीधे उपभोक्ता या खरीददार से वसूल किया जाता है।
- यह कर केंद्रीय सरकार (केंद्रीय विक्रय कर) और राज्य सरकार (राज्य विक्रय कर) दोनों द्वारा लगाया जाता है।
- सामान्यतः प्रत्येक राज्य का अपना विक्रय कर अधिनियम है, जिसके अंतर्गत विभिन्न दरों पर विक्रय-कर वसूल किया जाता है।
- जब कोई टूथपेस्ट खरीदते समय हम विक्रय कर का भुगतान करते हैं, तो वह राज्य सरकार के द्वारा आरोपित व संग्रहीत किया जाता है, जबकि केंद्रीय विक्रय कर अधिनियम में प्रत्येक विक्रेता द्वारा बेचे गए सामानों पर विक्रय कर का वास्तविक भुगतान अंतर्राज्यीय व्यापार या वाणिज्य के दौरान किया जाता है अर्थात अंतर्राज्यीय व्यापार अथवा वाणिज्य के दौरान वस्तुओं की विक्रय अथवा खरीद पर कर को केंद्रीय विक्रय कर के अधिकार क्षेत्र में रखा गया है।
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111. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
1. अनुषंगी लाम कर
2. व्याज कर
3. प्रतिभूति लेन-देन कर
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा / से प्रत्यक्ष कर है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2009]
उत्तर- (d) 1, 2 और 3
- प्रश्नगत विकल्प में अनुषंगी लाभ कर, प्रतिभूति लेन-देन कर तथा ब्याज कर तीनों ही प्रत्यक्ष कर हैं।
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112. भारत में निम्न में से किस एक का संबंध निगम की आय से नहीं है?
(a) सामूहिक अतिरिक्त लाभ कर
(b) न्यूनतम वैकल्पिक कर
(c) पूंजी लाभ कर
(d) कंपनियों के लाभ पर कर
[U.P.P.C.S. (Mains) 2005]
उत्तर- (c) पूंजी लाभ कर
- प्रश्नगत विकल्पों में सामूहिक अतिरिक्त लाभ कर, न्यूनतम वैकल्पिक कर तथा कंपनियों के लाभ पर कर तो निगम की आय से संबंधित हैं, जबकि पूंजी लाभ कर निगम की आय से संबंधित नहीं है।
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113. निम्न में कौन-सा कर केंद्र सरकार नहीं लगाती है?
(a) उपहार कर
(b) मनोरंजन कर
(c) व्यक्तिगत आयकर
(d) निगम कर
[U.P. P.C.S. (Pre) 1992]
उत्तर- (b) मनोरंजन कर
- मनोरंजन कर भारतीय संविधान की सातवीं अनुसूची की सूची-2 (राज्य सूची) के अधीन आता है।
- सूची-2 में उल्लिखित मदों पर राज्य सरकारें कर आरोपित करती हैं।
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114. निम्नलिखित करों में से राज्य सरकारों द्वारा कौन-सा कर नहीं लगाया जाता है?
(a) मनोरंजन कर
(b) राज्य उत्पादन शुल्क
(c) कृषि आयकर
(d) निगम कर (कॉर्पोरेशन टैक्स)
[U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2008]
उत्तर- (d) निगम कर (कॉर्पोरेशन टैक्स)
- निगम कर केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है, न कि राज्य सरकारों द्वारा।
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115. भारत में राज्य सरकारों में निम्नलिखित में से कौन-सा एक मुख्यतः राजस्व कर का भाग नहीं होता है?
(a) भूमि राजस्व
(b) पंजीकरण शुल्क
(c) सीमा शुल्क
(d) वाणिज्य कर
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) सीमा शुल्क
- सीमा शुल्क राज्य सरकारों में राजस्व कर का भाग नहीं होता है।
- यह केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है।
- सीमा शुल्क से तात्पर्य ऐसे शुल्क से है जो आयातित, निर्यातित वस्तुओं पर लगाया जाता है।
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116. शराब पर उत्पादन कर लगाया जाता है-
(a) केंद्र सरकार द्वारा
(b) राज्य सरकारों द्वारा
(c) नगर निगमों द्वारा
(d) जिला बोर्ड द्वारा
[U.P. P.C.S. (Mains) 2014]
उत्तर- (b) राज्य सरकारों द्वारा
- शराब पर उत्पादन कर राज्य सरकारों द्वारा लगाया जाता है।
- इसका उल्लेख संविधान की सातवीं अनुसूची के सूची-2 (राज्य सूची) के 8वें मद में किया गया है।
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117. कंपनी कर वह है, जो लगता है-
(a) कंपनी के उत्पाद पर
(b) माल के बेचने पर
(c) कंपनी की आय पर
(d) वस्तुओं के स्टॉक पर
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1996]
उत्तर- (c) कंपनी की आय पर
- कंपनी की आय (लाभ) पर लगने वाला कर कंपनी कर है, जिसे ‘निगम कर’ (Corporate tax) भी कहते हैं।
- वर्ष 1960-61 के पूर्व कंपनी की आय पर जो कर लगता था, उसे ‘सुपर टैक्स’ (Super Tax) कहा जाता था।
- वर्ष 1960-61 से सुपर टैक्स के स्थान पर कंपनी कर या निगम कर लगाया जाने लगा।
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118. भारत में मूल्य संवर्धित कर निम्नलिखित का स्थान लेगा-
(a) विक्रय और क्रय कर का
(b) प्रवेश कर का
(c) पण्यावर्त कर का
(d) उपर्युक्त सभी का
[Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2003]
उत्तर- (d) उपर्युक्त सभी का
- 1 अप्रैल, 2005 से लागू मूल्य संवर्धित कर (VAT) के आरोपण के पश्चात उपर्युक्त तीनों करों का अस्तित्व समाप्त हो गया।
- वर्तमान में VAT को GST में समाहित कर दिया गया है।
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119. निम्नलिखित में से किस एक कर समूह को, जो केंद्र सरकार द्वारा एकत्र किए जाते हैं, राज्यों के साथ बांटा जाता है?
(a) आयकर, निगम कर, तटकर
(b) आयकर, निगम कर, उत्पाद कर
(c) उत्पाद कर, आय पर उपकर, निगम कर
(d) उत्पाद कर, आय पर उपकर, तटकर
[U.P.P.C.S. (Mains) 2003, 2004]
उत्तर- (d) उत्पाद कर, आय पर उपकर, तटकर
- प्रश्नकाल के संदर्भ में कुछ कर केवल केंद्र सरकार के माध्यम से वसूले जाते हैं, लेकिन उन्हें राज्यों के साथ बांटा जाता है; जैसे- उत्पाद कर, आय पर उपकर एवं तटकर आदि।
- अतः विकल्प (d) अभीष्ट उत्तर है।
- वर्तमान में राज्यों को केंद्रीय करों एवं शुल्कों की समग्र प्राप्तियों में वित्त आयोग की सिफारिशों के आधार पर हिस्सा प्राप्त होता है।
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120. अक्टूबर 2015 में ‘ई-सहयोग’ योजना किस विभाग द्वारा प्रारंभ की गई थी?
(a) ब्रिकी कर
(b) आयकर
(c) आबकारी कर
(d) पथ कर
[M.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (b) आयकर
- तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 27 अक्टूबर, 2015 को पायलट परियोजना के आधार पर ‘पैन कैप’ और ‘ई-सहयोग’ योजना का शुभारंभ किया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया में भागीदारी करते हुए आयकर विभाग ने इस सुविधा को शुरू किया है।
- ‘ई-सहयोग’, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की कागज रहित पहल है।
- इन दोनों पहलों का उद्देश्य करदाताओं हेतु कर भुगतान प्रणाली को सुगम एवं सरल बनाना है।
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121. इंटीग्रेटेड लो कॉस्ट सेनीटेशन (आईएलसीएस) योजना के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कीजिए।
I. यह व्यवस्था साझेदारी के आधार पर वित्तपोषित है।
II. केंद्रीय राज योगदान 75 प्रतिशत है।
III. राज्य राज योगदान 25 प्रतिशत है।
इन कथनों में से सही कथन हैं-
(a) केवल I और II
(b) केवल II और III
(c) केवल I और III
(d) I, II और III सभी
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016]
उत्तर- (a) केवल I और II
- भारत सरकार इंटीग्रेटेड लो कॉस्ट सेनीटेशन (ILCS) योजना वर्ष 1980 से कार्यान्वित कर रही है।
- यह व्यवस्था साझेदारी के आधार पर वित्तपोषित है, वित्तपोषण की पद्धति इस प्रकार है
केंद्रीय सब्सिडी – 75 प्रतिशत
राज्य सब्सिडी – 15 प्रतिशत
लाभार्थी अंश – 10 प्रतिशत
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122. राष्ट्रीय निवेश निधि के, जिसमें विनिवेश प्राप्तियां पहुंचती हैं, संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1. केंद्रीय वित्त मंत्रालय राष्ट्रीय निवेश निधि की परिसंपत्ति का प्रबंधन करता है।
2. राष्ट्रीय निवेश निधि, भारत की संचित निधि के अंतर्गत रखी जाती है।
3. कुछ परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां, निधि प्रबंधकों के रूप में नियुक्त की जाती हैं।
4. वार्षिक आय का निश्चित अनुपात चुनिंदा सामाजिक क्षेत्रों का वित्तपोषण करने के लिए प्रयुक्त होता है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(a) 1 और 2
(b) केवल 2
(c) 3 और 4
(d) केवल 3
[L.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (c) 3 और 4
- 3 नवंबर, 2005 को सरकार ने ‘राष्ट्रीय निवेश निधि’ (NIF) की स्थापना की, जिसमें लाभ अर्जित करने वाले केंद्रीय सरकारी क्षेत्र के उद्यमों में केंद्र सरकार की अल्पांश शेयर धारिता की बिक्री से लाभ प्राप्त राशि को जमा किया जाता है।
- इस निधि का रख-रखाव भारत की संचित निधि से अलग किया जाता है।
विनिवेश से प्राप्त ‘राष्ट्रीय निवेश निधि’ में जमा राशि का उपयोग सरकार के सामाजिक क्षेत्र के निम्नलिखित कार्यक्रमों के वित्तपोषण के लिए किया जा रहा है-
(1) मनरेगा, (2) इंदिरा आवास योजना, (3) राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना, (4) जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन, (5) त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम तथा (6) त्वरित विद्युत सुधार कार्यक्रम। उल्लेखनीय है कि इस निधि का प्रबंधन सार्वजनिक क्षेत्र के तीन कोष प्रबंधकों- जीवन बीमा निगम, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तथा UTI म्यूचुअल फंड द्वारा किया जाता है।
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123. वित्त मंत्रालय द्वारा ‘आय की स्वैच्छिक घोषणा योजना, 1997’ लागू की गई थी-
(a) 1 जनवरी, 1997 से
(b) 1 अप्रैल, 1997 से
(c) 1 जून, 1997 से
(d) 1 जुलाई, 1997 से
[R.A.S./R.T.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (d) 1 जुलाई, 1997 से
- वित्त मंत्रालय द्वारा स्वैच्छिक आय घोषणा योजना (VDIS) 1 जुलाई, 1997 से प्रारंभ हुई और 31 दिसंबर, 1997 को समाप्त हुई।
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124. स्तंभ-क के साथ स्तंभ-ख को मिलाइए और नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए –
स्तंभ – क |
स्तंभ – ख |
A. राष्ट्रीय कृषि नीति |
1. 2004 |
B. समुद्रीय मत्स्य नीति |
2. 1978 |
C. नवीन विदेशी व्यापार नीति |
3. 2000 |
D. सातवां वित्तीय आयोग |
4. 2014 |
कूट:
A B C D
(a) 2,1,3,4
(b) 4,3,1,2
(c) 1,4,2,3
(d) 3,1,4,2
[56th to 59th B. P. S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (d) 3,1,4,2
प्रश्नगत स्तंभों का सही सुमेलन निम्न प्रकार है- |
A. राष्ट्रीय कृषि नीति |
2000 |
B. समुद्रीय मत्स्य नीति |
2004 |
C. नवीन विदेशी व्यापार नीति |
2014 |
D. सातवां वित्तीय आयोग |
1978 |
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125. संघ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अक्टूबर, 2016 में यह घोषित किया कि आय घोषणा योजना (आई.डी.एस.), 2016 के अंतर्गत 30 सितंबर, 2016 तक घोषित काला धन है, लगभग-
(a) 29,365 करोड़ रुपये
(b) 55,250 करोड़ रुपये
(c) 64,275 करोड़ रुपये
(d) 65,250 करोड़ रुपये
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) 65,250 करोड़ रुपये
- तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1 अक्टूबर, 2016 को यह घोषित किया कि आय घोषणा योजना (आई.डी.एस.), 2016 के अंतर्गत 30 सितंबर, 2016 तक घोषित काला धन लगभग 65,250 करोड़ रुपये था।
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126. सामान्य रूप से भारत में प्रति पांच वर्ष बाद वित्त आयोग की नियुक्ति की जाती है-
(a) राज्यों की वित्तीय स्थिति निर्धारित करने के लिए
(b) केंद्रीय सरकार की वित्तीय स्थिति निर्धारित करने के लिए
(c) केंद्रीय सरकार के वित्तीय संसाधन निर्धारित करने के लिए
(d) केंद्रीय अनुदान और संघ के राजस्व में राज्यों का अंश निर्धारित करने के लिए
[U.P. P.C.S. (Pre) 2003]
उत्तर- (d) केंद्रीय अनुदान और संघ के राजस्व में राज्यों का अंश निर्धारित करने के लिए
- संविधान के अनु. 280 के अनुसार, राष्ट्रपति द्वारा प्रत्येक पांच वर्ष के पश्चात अथवा आवश्यकता पड़ने पर उससे पूर्व भी एक वित्त आयोग का गठन किया जाएगा, जिसके निम्न कार्य होंगे-
• केंद्र एवं राज्यों के मध्य विभाजनीय करों से प्राप्त शुद्ध राजस्व का वितरण तथा इसमें विभिन्न राज्यों के हिस्से पर सिफारिश देना।
• भारत की संचित निधि से राज्यों को किए जाने वाले अनुदान संबंधित सिद्धांत सुझाना।
• सुदृढ़ वित्त के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रपति द्वारा निर्दिष्ट किसी अन्य मामले पर अपनी संस्तुति देना।
- भारत के प्रथम वित्त आयोग के अध्यक्ष के.सी. नियोगी थे।
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127. निम्न में से किस अनुच्छेद के अंतर्गत वित्त आयोग का गठन का प्रावधान किया गया है?
(a) अनुच्छेद 280
(b) अनुच्छेद 269
(c) अनुच्छेद 268
(d) अनुच्छेद 265
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं/उपर्युक्त में से एक से अधिक
[B.P.S.C. (Pre) 2018]
उत्तर- (a) अनुच्छेद 280
- केंद्र एवं राज्यों के मध्य, साथ ही विभिन्न राज्यों के मध्य कर राजस्व (Tax revenues) के वितरण पर सिफारिशें देने के लिए संविधान के अनुच्छेद 280 के तहत राष्ट्रपति द्वारा वित्त आयोग का गठन किया जाता है।
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128. चौदहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष कौन थे?
(a) श्री महावीर त्यागी
(b) श्री. एन.के.पी. साल्वे
(c) प्रो.ए.एम. खुसरो
(d) डॉ. वाई.वी. रेड्डी
(e) इनमें से कोई नहीं
[Chhattisgarh P.C.S (Pre) 2015]
उत्तर- (d) डॉ. वाई.वी. रेड्डी
- चौदहवें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. वाई.वी. रेड्डी थे।
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129. सूची-1 तथा सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट का उपयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए :
सूची-1 |
सूची-II |
वित्त आयोग |
अध्यक्ष |
(A) नवां |
1. एन.पी.के. साल्वे |
(B) दसवां |
2. सी. रंगराजन |
(C) ग्यारहवां |
3. के.सी. पंत |
(D) बारहवां |
4. ए. एम. खुसरो |
कूट :
A B C D
(a) 1,3,4,2
(b) 1,2,4,3
(c) 2,3,4,1
(d) 1,2,3,4
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (a) 1,3,4,2
- एन.के.पी. साल्वे (9वें), के.सी. पंत (10वें), ए. एम. खुसरो (11वें) तथा के. सी. रंगराजन (12वें) वित्त आयोग के अध्यक्ष रहे हैं।
- अतः विकल्प (a) अभीष्ट उत्तर है।
|
130. योजना आयोग तथा वित्त आयोग के संबंध में निम्न कथनों पर विचार कर बताइए कि इनमें से कौन कथन सही नहीं है?
(a) योजना आयोग और वित्त आयोग, दोनों केंद्र से राज्यों को धन स्रोत हस्तांतरित करने से संबंधित संस्थाएं हैं।
(b) दोनों द्वारा की गई संस्तुतियां शासन पर बाध्य हैं।
(c) योजना आयोग एक स्थायी संस्था है, जबकि वित्त आयोग का गठन प्रत्येक 5 वर्ष में किया जाता है।
(d) वित्त आयोग नान-प्लान धन स्रोतों की संस्तुति करता है, जबकि योजना आयोग प्लान संबंधी धन स्रोतों की।
[U.P.P.C.S. (Mains) 2009]
उत्तर- (b) दोनों द्वारा की गई संस्तुतियां शासन पर बाध्य हैं।
- वित्त आयोग एवं योजना आयोग दोनों सलाहकारी संस्थाएं हैं।
- अतः विकल्प (b) सर्वथा गलत है, जबकि अन्य सभी विकल्प दोनों आयोगों के संदर्भ में सत्य हैं।
|
131. केलकर टास्क फोर्स की सिफारिशों का संबंध है-
(a) व्यापार से
(b) बैंकिंग से
(c) विदेशी निवेश से
(d) करों से
[U.P.P.C.S. (Mains) 2004]
उत्तर- (d) करों से
- केलकर टास्क फोर्स की सिफारिशों का संबंध ‘कर सुधार’ से है।
- सिफारिशों में मुख्य जोर कृत्रिम भत्ते और वर्तमान कटौती को विभिन्न धाराओं के तहत हटाने पर है।
- डॉ. विजय केलकर 13वें वित्त आयोग के अध्यक्ष रह चुके हैं और इसके अतिरिक्त भारत के महत्वपूर्ण आर्थिक पदों पर आसीन रहे हैं।
|
132. भारतीय आयकर अधिनियम की धारा-88 में उपलब्ध आयकर छूट को समाप्त करने की सिफारिश निम्नलिखित समिति ने की है-
(a) चेलैया समिति
(b) केलकर समिति
(c) शोम समिति
(d) रंगराजन समिति
[U.P.P.C.S. (Pre) 2016, U.P.P.C.S. (Spl.)(Mains) 2008]
उत्तर- (b) केलकर समिति
- डॉ. विजय केलकर के नेतृत्व में गठित केलकर समिति ने भारतीय आयकर अधिनियम की धारा-88 में उपलब्ध आयकर छूट को समाप्त करने की सिफारिश की थी, इसने अपनी रिपोर्ट वर्ष 2003 में प्रस्तुत की थी।
|
133. केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को गैर-योजना अनुदान निम्नलिखित की अनुशंसा पर दिया जाता है-
(a) वित्त आयोग
(b) भारतीय रिजर्व बैंक
(c) वित्त मंत्रालय
(d) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
[U.P. P.C.S. (mains) 2017]
उत्तर- (a) वित्त आयोग
- संविधान के अनु. 280 के अनुसार, राष्ट्रपति द्वारा प्रत्येक पांच वर्ष के पश्चात अथवा आवश्यकता पड़ने पर उससे पूर्व भी एक वित्त आयोग का गठन किया जाएगा, जिसके निम्न कार्य होंगे-
(i) केंद्र एवं राज्यों के मध्य विभाजनीय करों से प्राप्त शुद्ध राजस्व का वितरण तथा इसमें विभिन्न राज्यों के हिस्से पर सिफारिश देना। (ii) भारत की संचित निधि से राज्यों को दिए जाने वाले अनुदान संबंधी सिद्धांत सुझाना।
(iii) सुदृढ़ वित्त के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रपति द्वारा निर्दिष्ट किसी अन्य मामले पर अपनी संस्तुति देना।
|
134. वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार, कौन-सा एक कर केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार के साथ नहीं बांटती है?
(a) आयकर
(b) उत्पादन कर
(c) तट कर
(d) कृषि आयकर
[U.P. P.C.S. (Pre) 2000]
उत्तर- (c) तट कर
- वित्त आयोग आयकर एवं उत्पाद कर से प्राप्त राजस्व के केंद्र एवं राज्यों के मध्य वितरण हेतु सिफारिश करता है।
- कृषि आयकर राज्यों की अधिकारिता से संबंधित है; अतः वित्त आयोग का संबंध कृषि आयकर से नहीं है।
- प्रश्नकाल में तट कर से प्राप्त राशि केंद्र सरकार के अधीन होती थी, जिसका वितरण राज्यों के मध्य नहीं होता था।
- वर्तमान में सभी केंद्रीय करों एवं शुल्कों से प्राप्त राशि राज्यों में बांटी जाती है।
|
135. अप्रवासी सत्त्वों द्वारा दी जा रही ऑनलाइन विज्ञापन सेवाओं पर भारत द्वारा 6% समकरण कर लगाए जाने के निर्णय के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1. यह आयकर अधिनियम के भाग के रूप में लागू किया गया है।
2. भारत में विज्ञापन सेवाएं देने वाले अप्रवासी सत्त्व अपने गृह देश में “दोहरे कराधान से बचाव समझौते” के अंतर्गत टैक्स क्रेडिट का दावा कर सकते हैं।
निम्नलिखित कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए –
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1, न ही 2
[I.A.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) न तो 1, न ही 2
- वर्ष 2016 में डिजिटल अर्थव्यवस्था पर लेवी प्रस्तावित करने वाला भारत विश्व का पहला देश है।
- इस प्रस्ताव के तहत सरकार ने अनिवासी संस्थाओं द्वारा देश में दी जा रही ऑनलाइन विज्ञापन सेवाओं पर 60 प्रतिशत समकरण कर (Equalization tax) लगाए जाने का निर्णय लिया है।
- हालांकि यह आयकर अधिनियम के भाग के रूप में लागू नहीं किया गया है, लेकिन वित्त विधेयक के तहत एक अलग कानून के रूप में लागू किया गया है, जिससे भारत में विज्ञापन सेवाएं देने वाली अप्रवासी संस्थाएं अपने गृह देश में ‘दोहरे कराधान से बचाव समझौते’ के अंतर्गत टैक्स क्रेडिट का दावा न कर सकें।
- उपरोक्त व्याख्या से स्पष्ट है कि दिए गए कथनों में से कोई भी कथन सत्य नहीं है।
- अतः विकल्प (d) सही उत्तर होगा।
|
136. निम्नलिखित में से कौन-सी अनुशंसा /अनुशंसाएं तेरहवें वित्त आयोग की सुस्पष्ट विशिष्टता/विशिष्टताएं है/हैं?
1. वस्तुओं व सेवाओं पर कर (टैक्स) लगाए जाने का अभिकल्प तथा इस प्रस्तावित अभिकल्प के संपालन से संबद्ध क्षतिपूर्ति पैकेज
2. भारत के जनांकिकीय लाभांश के अनुरूप अगले दस वर्षों में लाखों नौकरियां सृजन करने की योजना
3. केंद्रीय करों के एक निश्चित अंश का स्थानीय निकायों को अनुदान के रूप में हस्तांतरण
निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2012]
उत्तर- (c) केवल 1 और 3
- 13वें वित्त आयोग की अनुशंसाओं में वस्तुओं एवं सेवाओं पर कर लगाए जाने का अभिकल्प तथा इस प्रस्तावित अभिकल्प के संपालन से संबद्ध क्षतिपूर्ति पैकेज तथा केंद्रीय करों के एक निश्चित अंश का स्थानीय निकायों को अनुदान के रूप में हस्तांतरण तो शामिल है, जबकि भारत के जनांकिकीय लाभांश के अनुरूप अगले दस वर्षों में लाखों नौकरियां सृजन करने की योजना इसकी अनुशंसाओं का भाग नहीं हैं।
|
137. सूची-1 को सूची-11 के साथ सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए-
सूची-1 |
सूची-II |
(समितियां) |
(किसने अध्यक्षता की) |
A. सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में शेयरों का विनिवेश |
1. आर.जे. चेलैया |
B. औद्योगिक रुग्णता |
2. ओंकार गोस्वामी |
C. कर सुधार |
3. आर.एन. मल्होत्रा |
D. बीमा क्षेत्र में सुधार |
4. सी. रंगराजन |
कूट :
A B C D
(a) 1,4,2,3
(b) 4,2,1,3
(c) 4,1,2,3
(d) 1,3,4,2
[I.A.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (b) 4,2,1,3
- सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में शेयरों के विनिवेश पर वर्ष 1992 में डॉ. सी. रंगराजन की अध्यक्षता में पहली समिति गठित की गई थी।
- वर्ष 1993 में औद्योगिक रुग्णता पर पुनर्विचार के लिए ओंकार गोस्वामी की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था।
- वर्ष 1991 में कर सुधार हेतु एक समिति का गठन राजा जे. चेलैया की अध्यक्षता में किया गया था।
- बीमा क्षेत्र में सुधार के लिए आर.एन. मल्होत्रा की अध्यक्षता में समिति गठित की गई थी।
|
138. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
1. जीएसटी परिषद की अध्यक्षता संघीय वित्त मंत्री करते हैं और केंद्र के राजस्व या वित्त के प्रभारी राज्य मंत्री इसके एक सदस्य हैं।
2. जीएसटी परिषद कर दर से छूट वाली वस्तुओं के बारे में निर्णय करेगी और नई कर नीति की देहली निर्धारण भी करेगी।
3. राज्य सरकारों के पास वैट उगाही का विकल्प होगा, यदि वे ऐसा चाहें।
इनमें से
(a) केवल (1) सही है।
(b) केवल (2) सही है।
(c) केवल (2) और (3) सही हैं।
(d) केवल (1) और (2) सही हैं।
[U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2016]
उत्तर- (d) केवल (1) और (2) सही हैं।
- 101वें संविधान संशोधन अधिनियम के तहत संविधान में अनुच्छेद 279A जोड़कर वस्तु एवं सेवा कर परिषद के गठन का प्रावधान किया गया है।
- इसकी अध्यक्षता संघीय वित्त मंत्री करते हैं और केंद्र के राजस्व या वित्त के प्रभारी राज्य मंत्री इसके एक सदस्य होते हैं।
- जीएसटी परिषद कर दर से छूट वाली वस्तुओं के बारे में निर्णय करेगी और नई कर नीति की देहली निर्धारण भी करेगी।
- जीएसटी लागू होने के पश्चात राज्य सरकारों के पास वैट उगाही (Levy) का विकल्प नहीं होगा।
|
139. चेलैया समिति का संबंध है-
(a) प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर में सुधार
(b) बैकिंग प्रणाली में सुधार
(c) आयात-निर्यात नीति
(d) इनमें से कोई नहीं
[M.P.P.C.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (a) प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर में सुधार
- कर सुधार समिति (आर.जे.चेलैया कमेटी) ने कर सुधारों की व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत की, जिस पर वर्ष 1991 के बाद के राजकोषीय सुधार आधारित थे।
|
140. किस समिति ने धारा 88 के अंतर्गत मिलने वाली कर राहत खत्म करने की सिफारिश की थी?
(a) शोम समिति
(b) चेलैया समिति
(c) रंगराजन समिति
(d) केलकर समिति
[Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (d) केलकर समिति
- भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 88 के अंतर्गत मिलने वाली कर राहत को समाप्त करने की सिफारिश विजय केलकर समिति ने की थी।
|
141. सूची-I को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :
सूची-I |
सूची-II |
(प्रकाशक) |
(प्रकाशन) |
A. उद्योग मंत्रालय |
1. करेंसी और वित्त संबंधी रिपोर्ट |
B. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय |
2. आर्थिक समीक्षा संगठन |
C. भारतीय रिजर्व बैंक |
3. थोक मूल्य सूचकांक |
D. वित्त मंत्रालय |
4. राष्ट्रीय लेखा सांख्यिकी |
कूट :
A B C D
(a) 4,3,2,1
(b) 3,4,1,2
(c) 4,3,1,2
(d) 3,4,2,1
[I.A.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (b) 3,4,1,2
- केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (वर्तमान में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय : NSO) राष्ट्रीय आय के आकलन एवं उसके उपयोग के संबंध में प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय लेखा सांख्यिकी का प्रकाशन करता है।
- भारतीय रिजर्व बैंक करेंसी और वित्त संबंधी रिपोर्ट तथा वित्त मंत्रालय आर्थिक समीक्षा का प्रकाशन करता है।
- उद्योग मंत्रालय थोक मूल्य सूचकांक का प्रकाशन करता है।
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142. ग्यारहवीं योजना के दौरान शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) को कम करने का लक्ष्य था-
(a) 27 प्रति 1000 लाइव बर्थ
(b) 28 प्रति 1000 लाइव बर्थ
(c) 29 प्रति 1000 लाइव बर्थ
(d) 30 प्रति 1000 लाइव बर्थ
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (b) 28 प्रति 1000 लाइव बर्थ
- ग्यारहवीं योजना के दौरान शिशु मृत्यु दर (Infant Mortality Rate) को कम करके 28 प्रति 1000 जीवित जन्मों पर करने का लक्ष्य था।
- 12वीं योजना में आईएमआर का लक्ष्य 25 प्रति हजार जीवित जन्म है।
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143. भारत सरकार द्वारा अनुमोदित सक्षम परियोजना संबंधित है-
(a) अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति जनसंख्या के कौशल विकास से
(b) प्रभावी आपदा प्रबंधन हेतु सैन्य इकाई से
(c) नवीन अप्रत्यक्ष कर नेटवर्क से
(d) दिव्यांग युवाओं में आत्मविश्वास सृजन करने से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (c) नवीन अप्रत्यक्ष कर नेटवर्क से
- भारत सरकार द्वारा अनुमोदित सक्षम परियोजना नवीन अप्रत्यक्ष कर नेटवर्क से संबंधित है।
- आर्तिक मामलों की कैबिनेट समिति ने इस परियोजना को 28 सितंबर, 2016 को अपनी स्वीकृति दी।
- परियोजना की अवधि सात वर्ष है।
- यह परियोजना वस्तु एवं सेवा कर के कार्यान्वयन में सहायक होगी।
- साथ ही यह योजना कस्टम विभाग के व्यापार के सुगमीकरण हेतु सिंगल विंडो इंटरफेस (SWIFT) को विस्तारित भी करेगी।
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144. ‘स्टार्ट-अप्स’ की विशेष आवश्यकताओं को पूरा किया जाता है-
(a) दूत निवेशकों के माध्यम से
(b) जोखिम युक्त पूंजी से
(c) भीड़ वित्तपोषण के माध्यम से
(d) उपरोक्त सभी से
[U.P.P.C.S. (Pre) 2017]
उत्तर- (d) उपरोक्त सभी से
- ‘स्टार्ट-अप्स’ की विशेष आवश्यकताओं को दूत निवेशकों (Angel In- vestors), जोखिम युक्त पूंजी (Venture capital) तथा भीड़ वित्तपोषण (Crowd funding) के माध्यम से पूरा किया जाता है।
- इन्हें वित्तपोषण (Financing) के क्षेत्र में नई पीढ़ी के स्रोत का दर्जा दिया गया है।
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145. धनी अधिक धनी होते जा रहे हैं और निर्धन अधिक निर्धन, यह जानने के लिए किस बात की तुलना करना आवश्यक है?
(a) विविध क्षेत्रों में विविध अवधियों के थोक मूल्य सूचकों की।
(b) विविध अवधियों में समरूप वर्ग के आय आदाताओं की आय के वितरण की।
(c) किसी समय बिन्दु पर विविध वर्गों के आय आदाताओं की आय के वितरण की।
(d) विविध अवधियों में धनी और निर्धन, दोनों वर्गों के व्यक्तियों को खाद्यान्नों की उपलब्धता की।
[I.A.S. (Pre) 1994]
उत्तर- (b) विविध अवधियों में समरूप वर्ग के आय आदाताओं की आय के वितरण की।
- यदि विविध अवधियों में समरूप आय वर्गों के व्यक्तियों की आय में विषमता में क्रमशः वृद्धि की प्रवृत्ति परिलक्षित हो, तो विषमता में यह वृद्धि इंगित करती है कि धनी अधिक धनी तथा निर्धन और निर्धन होते जा रहे हैं।
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146. व्यक्तियों को कर राहत के दृष्टिकोण से निम्न में कौन अन्य से मिन्न हैं?
(a) राष्ट्रीय बचत-पत्र
(b) सार्वजनिक भविष्य निधि
(c) इंदिरा विकास-पत्र
(d) राष्ट्रीय बचत योजना
[U.P. P.C.S. (Pre) 1997]
उत्तर- (c) इंदिरा विकास-पत्र
- व्यक्तियों को कर राहत की दृष्टि से राष्ट्रीय बचत पत्र, सार्वजनिक भविष्य निधि तथा राष्ट्रीय बचत योजना एक समान हैं, जिनके अंतर्गत निवेश करने पर कर राहत प्राप्त होती है, किंतु इंदिरा विकास-पत्र इन तीनों से भिन्न है, क्योंकि इसके अंतर्गत निवेश पर कर राहत का कोई प्रावधान नहीं है।
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147. निम्नांकित में से किस पर कोई आयकर छूट नहीं है?
(a) किसान विकास-पत्र
(b) राष्ट्रीय बचत-पत्र
(c) लोक भविष्य निधि
(d) यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस योजना
[U.P.P.C.S. (Mains) 2008]
उत्तर- (a) किसान विकास-पत्र
- किसान विकास-पत्र में ब्याज से हुई आय पर टैक्स मौजूदा नियमों के मुताबिक देना होता है, जबकि अन्य विकल्पों में निवेश पर निश्चित सीमा तक आयकर में छूट प्राप्त होती है।
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148. निम्नलिखित में से कौन-सा एक वित्त मंत्रालय का एक विभाग नहीं है?
(a) व्यय
(b) राजस्व
(c) बैंकिंग विभाग
(d) आर्थिक मामला
[Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]
उत्तर- (c) बैंकिंग विभाग
- बैंकिंग विभाग, वित्त मंत्रालय का विभाग नहीं है।
- वित्त मंत्रालय के 5 विभाग हैं-आर्थिक कार्य विभाग, व्यय विभाग, राजस्व विभाग, वित्तीय सेवा विभाग एवं विनिवेश विभाग।
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149. ‘पैन’ के प्रारंभ में पांच अंग्रेजी के अक्षर होते हैं, जैसे AFZPK 7190K इसमें P दर्शाता है-
(a) व्यक्तिगत
(b) फर्म
(c) अविभाजित हिंदू परिवार
(d) व्यक्तियों का समूह
[U. P. R. O./A.R.O. (Pre) 2014]
उत्तर- (a) व्यक्तिगत
- पैन कार्ड पर अंकित 10 संकेताक्षर 5 भागों में विभक्त होते हैं।
- प्रथम पांच अंग्रेजी अक्षरों में प्रथम तीन अक्षर वर्णानुक्रमक श्रृंखला में होते हैं – AAA to ZZZ
- चौथा अक्षर कार्ड धारक की स्थिति दर्शाता है, जिसमें शामिल हैं-
C- Company
P- Person
H- HUF (Hindu Undivided Family)
F- Firm
A- Association of Persons (AOP)
T-Trust
B- Body of Individuals (Bol)
L- Local Authority
J-Artificial Juridical Person
G-Government
- अतः प्रश्न में दिया गया ‘P’ व्यक्तिगत (Person) को दर्शाता है।
- पांचवां अक्षर कार्डधारक के नाम उपनाम (Name/Surname) को दर्शाता है।
- जैसे कुमार के लिए K, गुप्ता के लिए G आदि। अगले चार अक्षर क्रमबद्ध अंकों की श्रृंखला होते हैं – 0001 to 9999 पैन कार्ड का अंतिम अक्षर वर्णानुक्रमक जांच डिजिट (Alphabetic Check Digit) होती है।
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150. आयकर विभाग द्वारा जारी PAN कार्ड निम्न में से किस उद्देश्य के लिए प्रयोग नहीं किया जा सकता है?
(a) पते का प्रमाण
(b) पहचान का प्रमाण
(c) पंजीकृत करदाता का प्रमाण
(d) जन्मतिति का प्रमाण
[U.P.P.C.S. (Pre) 2007]
उत्तर- (a) पते का प्रमाण
- PAN कार्ड आयकर विभाग द्वारा जारी किया गया पहचान-पत्र होता है, जिस पर व्यक्ति का नाम, जन्म तिति एवं पैन नंबर अंकित होता है।
- इसमें पता (Address) का उल्लेख नहीं होता।
- अतः यह पते को प्रमाणित नहीं करता है।
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151. वर्ष 2001 में प्रधानमंत्री ने पांच वर्ष के उत्पाद शुल्क अवकाश की घोषणा की-
(a) चक्रवात प्रवृत तटीय आंध्र प्रदेश के उद्योगों के लिए
(b) उत्तर-पूर्व के सीमांत राज्यों के उद्योगों के लिए
(c) भूकंप से बर्बाद हुए कच्छ जिले के उद्योगों के लिए
(d) हाल ही में गठित छत्तीसगढ़, झारखंड राज्य के उद्योगों के लिए
[I.A.S. (Pre) 2002*]
उत्तर- (c) भूकंप से बर्बाद हुए कच्छ जिले के उद्योगों के लिए
- तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भूकंप आपदा से दुष्प्रभावित कच्छ जिले के के उद्योगों के लिए उत्पादन शुल्क में 5 वर्ष के लिए अवकाश की घोषणा की थी।
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152. संघीय बजट 2000 ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए औद्योगीकरण को बढ़ावा देने हेतु कर अवकाश प्रदान किया-
(a) 5 वर्षों के लिए
(b) 7 वर्षों के लिए
(c) 9 वर्षों के लिए
(d) 10 वर्षों के लिए
[I.A.S. (Pre) 2001]
उत्तर- (d) 10 वर्षों के लिए
- तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने 1999-2000 का बजट प्रस्तुत करते हुए, पूर्वोत्तर क्षेत्र में औद्योगीकरण को प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु 10 वर्षों के लिए कर अवकाश की घोषणा थी।
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153. पंचायतों के राजस्व के निम्न स्रोतों पर ध्यान दीजिए :
1. वित्त आयोग द्वारा स्थानीय निकाय अनुदान
2. केंद्रीय सहकारी बैंकों से सहायता
3. केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं हेतु आवंटन
4. नाबार्ड
5. राज्य वित्त आयोग द्वारा आवंटन
उपर्युक्त में से पंचायतों हेतु वित्तीयन के लिए सही विकल्प होगा-
(a) 1, 2, 3 तथा 5
(b) केवल 1 तथा 2
(c) 1, 2 तथा 5
(d) 1, 2, 4 तथा 5
[U.P.P.C.S. (Mains) 2007]
उत्तर- (a) 1, 2, 3 तथा 5
- पंचायतों के मुख्य पांच आय के स्रोत निम्नलिखित हैं-
1. लोक सहयोग एवं धन सहायता
2. कर, फीस एवं आर्थिक दंड
3. अनुदान
- राज्य सरकार द्वारा प्रशासन हेतु
- राज्य सरकार की योजनाओं हेतु
- केंद्र सरकार की योजनाओं हेतु
- जिला परिषद/समिति आदि से
- केंद्र सरकार से
- राज्य सरकार से
4. आर्थिक ऋण आदि
5. स्वयं की आय।
अतः विकल्प (a) अभीष्ट उत्तर है। |
154. निम्नलिखित करों में कौन-सा कर ग्राम पंचायतों द्वारा लगाया जाता है?
(a) बिक्री कर
(b) भू-राजस्व कर
(c) स्थानीय मेलों पर कर
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
[U.P.P.C.S. (Pre) 2018]
उत्तर- (c) स्थानीय मेलों पर कर
- स्थानीय मेलों पर कर ग्राम पंचायतों द्वारा लगाया एवं वसूला जाता है, जबकि शेष दोनों (a और b) करों को राज्य सरकार द्वारा वसूला जाता है।
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155. सरकार के निम्नलिखित कार्यों पर विचार कीजिए:
1. कर दरों में कटौती करना
2. सरकारी व्यय को बढ़ाना
3. उपादानों को समाप्त करना
आर्थिक मंदी के संदर्भ में, उपर्युक्त कार्यों में से कौन-सा/से ‘राजकोषीय उद्दीपन’ पैकेज का भाग माना/जाने जा सकता/ते है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
[I.A.S. (Pre) 2010]
उत्तर- (a) केवल 1 और 2
- आर्थिक मंदी के संदर्भ में कर दरों में कटौती करना और सरकारी व्यय को बढ़ाना राजकोषीय उद्दीपन पैकेज का भाग माना जा सकता है, जबकि उपादानों को समाप्त करना इसमें शामिल नहीं है।
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156. भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण के वित्त का प्रमुख स्रोत है-
(a) उपकर
(b) विदेशी सहायता
(c) बाजार से ऋण उगाही
(d) संघ सरकार के बजट में अनुदान
[U.P.P.C.S. (Pre) 2011]
उत्तर- (a) उपकर
- भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का गठन संसदीय अधिनियम द्वारा वर्ष 1988 में किया गया था तथा यह फरवरी, 1995 में प्रचालनात्मक हुआ। इसके कार्यान्वयन के वित्तपोषण का प्रमुख स्रोत ईंधन उपकर है।
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157. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सही सुमेलित है?
(a) राशनिंग – राजवित्तीय नियंत्रण
(b) नकद आरक्षण अनुपात – चयनात्मक उधार
(c) अनुज्ञापन – व्यापक नियंत्रण
(d) आयात कोटा – भौतिक नियंत्रण
[I.A.S. (Pre) 1993]
उत्तर- (d) आयात कोटा
- आयात कोटा के माध्यम से सरकार द्वारा किसी निश्चित समयावधि (सामान्यतया 1 वर्ष) में आयातित वस्तु की मात्रा निश्चित कर दी जाती है।
- आयात कोटा में निश्चित मात्रा से अधिक आयात नहीं किया जा सकता है।
- अतः आयात कोटा भौतिक नियंत्रण का एक प्रभावी उपाय है।
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158. स्तभ-क के साथ स्तंभ-ख को मिलाइए और नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए –
स्तंभ – क |
स्तंभ – ख |
A. ओपन-जनरल लाइसेंस |
1. रोजगार |
B. TRYSEM |
2. विदेशी व्यापार |
C. थोक मूल्य सूचकांक |
3. ऋण नियंत्रण |
D. नकदी रिजर्व अनुपात |
4. मुद्रास्फीति |
कूट :
A B C D
(a) 2,1,4,3
(b) 2,4,3,1
(c) 4,3,2,1
(d) 3,2,1,4
[56th to 59th B. P. S.C. (Pre) 2015]
उत्तर- (a) 2,1,4,3
- स्तंभ – क एवं स्तंभ ख का सुमेलन इस प्रकार है-
स्तंभ – क |
स्तंभ – ख |
A. ओपन-जनरल लाइसेंस |
1. विदेशी व्यापार |
B. TRYSEM |
2. रोजगार |
C. थोक मूल्य सूचकांक |
3. मुद्रास्फीति |
D. नकदी रिजर्व अनुपात ऋण नियंत्रण |
4. ऋण नियंत्रण |
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