केस स्टडीज -लैंगिक असंतुलन की समस्या और कार्यस्थल पर विविधता की कमी
प्रश्न: आप एक निजी फर्म में प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं और अतिमहत्वपूर्ण परियोजनाएं देख रहे हैं। मानव संसाधन विभाग ने आपके नाम हाल ही में एक नोटिस दिया है जिसमें स्पष्ट रूप से आपकी टीम में लैंगिक असंतुलन को रेखांकित किया गया है और आपको अधिक महिलाओं को भर्ती करने का निर्देश दिया गया है। इस प्रकरण के महत्व को देखते हुए आप रिक्ति संबंधी आवश्यकताओं को तत्काल आधार पर रोल आउट कर एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का निर्णय लेते हैं। आपको कई आवेदन प्राप्त हुए हैं और आप महिला उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेना प्रारंभ करते हैं। हालांकि, आप पाते हैं कि शीर्ष चार उम्मीदवार विवाहित हैं और उनमें से दो गर्भवती हैं। साक्षात्कार के दौरान उम्मीदवार परियोजना के पूरा होने तक इसे प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं और इसके पूरा होने के पश्चात् घर से काम करने की इच्छा व्यक्त करते हैं। आप क्या कार्यवाही करेंगे? जिन कारकों को आप ध्यान में रखेंगे उनकी व्याख्या कीजिए और कार्यवाही के गुणों की न्यायसंगतता सिद्ध कीजिए।
दृष्टिकोण
- केस स्टडी में प्रस्तुत प्रकरण का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- उचित कार्यवाही का सुझाव दीजिए।
- जिन कारकों को आप ध्यान में रखेंगे उनकी व्याख्या कीजिए।
- कार्यवाही के गुणों का औचित्य सिद्ध कीजिए।
उत्तर
उपर्युक्त प्रकरण लैंगिक असंतुलन की समस्या और कार्यस्थल पर विविधता की कमी प्रस्तुत करता है। गतिशील कार्य संस्कृति, टैलेंट पूल के बेहतर उपयोग और टीम के दृष्टिकोण में विविधता समाविष्ट करने हेतु लैंगिक संतुलन या समावेशी रोजगार एक प्रमुख आवश्यकता है।
इस स्थिति में, लैंगिक असंतुलन को संतुलित करने के लिए मानव संसाधन विभाग द्वारा नोटिस जारी किये जाने के कारण रिक्तियों को तत्काल आधार पर पूरा करने की आवश्यकता है।
कार्यवाही (Course of action)
जैविक जीवन (biological life) घटनाओं पर विचार किये बिना सभी के लिए समान अवसर प्रदान करने के लिए भर्ती पूर्णतः योग्यता के आधार पर की जानी चाहिए। इसे टीम में लैंगिक असंतुलन में सुधार करने और समतापूर्ण, समानुभूतिपूर्ण कार्य संस्कृति को विकसित करने के अवसर के रूप में माना जाना चाहिए, जो विविधता का सम्मान करती हो।
हालांकि यह स्वीकार किया जाता है कि गर्भावस्था विशेष रूप से महिलाओं के लिए कार्य और जीवन को संतुलित करने में अस्थायी बाधा उत्पन्न कर सकती है, लेकिन यह योग्य महिला उम्मीदवारों को बाहर करने का कारण नहीं होना चाहिए, क्योंकि प्रत्याशित उम्मीदवारों द्वारा परियोजना को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गयी है।
इसका समाधान इस मुद्दे से संबंधित चिंताओं को हल करने में निहित है। गर्भवती महिला उम्मीदवारों को अवसरों से वंचित करना, प्रोफेशनल आउटपुट को पूरा करने के लिए मानवता को एक त्याज्य (sacrificable) लक्ष्य के रूप में स्वीकार करने के समान है। यह एक सैद्धांतिक कार्यवाही कि – केवल उस अधिकतम सीमा के अनुसार कार्य करों जहां तक आप कर सकते हो, साथ ही, क्या इसे एक सार्वभौमिक कानून बनना चाहिए। इसका अर्थ है कि दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार किया जाए जैसा आप उनसे अपेक्षा करते हैं।
दी गई स्थिति से निपटने के लिए सामान्य चिंताओं और कारकों को ध्यान में रखा जाना चाहिए:
चिंताएं | ध्यान दिए जाने योग्य व्यवहार्य समाधान/कारक |
प्रसूति अवकाश टीम के अन्य सदस्यों पर कार्य भार में वृद्धि कर सकती है |
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कंपनी की अल्पकालिक लागत (सवैतनिक मातृत्व अवकाश, प्रेरण (Induction) और प्रशिक्षण लागत इत्यादि) | टीम और संगठन के लिए कुछ दीर्घकालिक लाभे विद्यमान हैं:
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कार्यवाही की न्यायोचितता सिद्ध करने वाले कारक:
- कार्यस्थल पर लैंगिक भेदभाव को रोकने के लिए किसी को उदार और समानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाना चाहिए क्योंकि यह प्रत्यक्षतः महिलाओं की वित्तीय स्वायत्तता और समाज की प्रगति से संबंधित है।
- एक बेहतर प्रथा के रूप में, मातृत्व अवकाशों को एक संगठन के किसी भी उत्पाद/प्रक्रिया विकास चक्र में स्थापित किया जाना चाहिए।
- इन अवकाशों को नौकरी के प्रति कम प्रतिबद्ध या कम सक्षम नहीं समझा जाना चाहिए।
इस प्रकार, एक परिपक्व समाज के सिद्धांतों के आधार पर बेहतर कार्य करके एक वस्तुनिष्ट निर्णय लिया जाना चाहिए, जो मूल मानवाधिकारों, हमारे संवैधानिक मूल्यों और धारणीय विकास लक्ष्यों के साथ बेहतर ढंग से समन्वयित हो।
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