समुद्री उद्वेलन (Marine upwelling)

  • समुद्र की सतह पर प्रवाहित होने वाली हवाएँ सतही जल को सुदूर प्रवाहित कर देती हैं। इस जल की क्षतिपूर्ति करने के लिए सतह के नीचे से जल का ऊपर की ओर संचलन होने लगता है। इस प्रक्रिया को “उद्वेलन (upwelling)” के रूप में जाना जाता है।
  • खुले समुद्र में और समुद्र तट पर उद्वेलन की की प्रक्रिया होती है। इसकी विपरीत स्थिति को “डाउनवेलिंग (downwelling)” कहा जाता है।
  • यह तब होता है जब हवा द्वारा तटीय रेखा के साथ सतह के जल को एकत्रित कर दिया जाता है और सतही जल अकस्मात ही सिंक हो जाता है।
  • जल जो उद्वेलन के परिणामस्वरूप सतह पर आ जाता है, वह सामान्तया ठंडा होता है और उसमें पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है।
  • ये पोषक तत्व सतह के जल को “उर्वर” बना देते हैं, जिसका अर्थ है कि इन सतह के जल में प्राय: उच्च जैविक उत्पादकता होती है। इसलिए, बेहतर मछली पकड़ने के क्षेत्र आम तौर पर उद्वेलन वाले क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं।

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